कोमल के मस्त बदन का आनंद

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Antarvasna, hindi sex stories: मुझे जब लखनऊ आये हुए कुछ ही दिन हुए थे तो मुझे रास्तों की ज्यादा जानकारी नहीं थी इसलिए मैं अपने ऑफिस ऑटो से ही जाया करता था लेकिन अब मुझे रास्तों की जानकारी होने लगी थी इसलिए मैं बस से ही अपने ऑफिस जाने लगा था। मैं बस से अपने ऑफिस जा रहा था तो उस दिन मैंने देखा कि मेरी सामने वाली सीट में लड़की बैठी हुई है वह मुझे देखकर बार बार मुस्कुरा रही थी और मैं भी उसे देखकर काफी खुश हो रहा था। मेरे ऑफिस के सामने ही वह लड़की भी उतरी थी मैं उसे हमेशा देखा करता था। अब यह सिलसिला काफी लंबे समय तक चलता रहा लेकिन हम दोनों की हिम्मत नहीं हुई कि हम लोग एक दूसरे से बात कर पाए। ना तो मैं उस लड़की से उसका नाम पूछ पाया था और ना ही वह मुझसे बात करने की हिम्मत कर पाई थी। हम दोनों एक दूसरे को जब भी देखते तो हम दोनों को अच्छा लगता था। एक दिन मैं बस स्टॉप पर बस का इंतजार कर रहा था उस दिन बस काफी देरी से आ रही थी और जिस बस में मैं जाता था उसी बस में वह लड़की भी आती थी लेकिन उस दिन वह लड़की मुझे बस में कहीं भी नजर नहीं आई। मैंने उस दिन मन ही मन सोचा कि आज वह लड़की बस में क्यों नहीं आई होगी मेरे मन में ना जाने क्या क्या चल रहा था और मुझे उस दिन बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा।

मेरे ऑफिस में मेरा काम करने का मन भी नहीं हुआ और मैं उस दिन ऑफिस से जल्दी चला आया था। काफी दिन हो गए थे मुझे वह लड़की कहीं दिखाई नहीं दी और करीब इस बात को 10 दिन हो चुके थे। मैंने भी पूरा मन बना लिया था कि आज मैं उससे बात कर के ही रहूंगा और मैंने उस लड़की से बात करने का फैसला कर लिया था। मैंने जब उस लड़की से पहली बार बात की तो मुझे बहुत ही अच्छा लगा मुझे उसका नाम भी पता चल चुका था उसका नाम कोमल है। कोमल और मैं एक दूसरे से बातें करने लगे हम दोनों एक दूसरे के साथ में होते तो हम दोनों को ही बहुत ज्यादा अच्छा लगता था। अब हम दोनों साथ में हीं ऑफिस जाया करते थे क्योंकि कोमल का ऑफिस भी मेरे ऑफिस के बिल्कुल पास ही था इसलिए हम दोनों जब भी एक दूसरे के साथ में होते तो हम दोनों का अच्छा लगता है। ऑफिस खत्म हो जाने के बाद हम दोनों एक दूसरे को अक्सर मिला करते थे जिससे कि हम दोनों के बीच की नजदीकियां बढ़ती ही जा रही थी और हम दोनों एक दूसरे को बहुत ही अच्छे से समझने में लगे थे। हम दोनों एक दूसरे को काफी अच्छे से समझने लगे थे जिस वजह से मैं और कोमल एक दूसरे के बहुत ही ज्यादा करीब आते चले गए। कोमल और मैं एक दूसरे के इतने करीब आ चुके थे कि अब हम दोनों एक दूसरे के बिना बिल्कुल भी रह नहीं पाते कोमल जब भी ऑफिस नहीं आती तो मुझे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता था और ना ही कोमल को अच्छा लगता था।

मैंने पूरी तरीके से फैसला कर लिया था कि हम दोनों एक दूसरे से शादी कर लेंगे हम दोनों एक दूसरे को प्यार तो करने ही लगे थे। मैं चाहता था कि मैं कोमल से शादी को लेकर बात करूं लेकिन मैं कोमल की फैमिली को जानता नहीं था इसलिए मैंने कोमल से पहले इस बारे में बात की तो कोमल ने मुझे कहा कि मेरे पापा और मम्मी कभी भी हम दोनों की शादी के लिए तैयार नहीं होंगे। मैंने उस दिन कोमल से पूछा कि क्या तुम मुझसे शादी करना चाहती हो तो वह मुझे कहने लगी कि हां मैं तुमसे शादी करना चाहती हूं। मुझे इस बात की बड़ी खुशी थी कि कोमल ने मुझसे शादी करने की बात कही थी और हम दोनों एक दूसरे के साथ रिलेशन में तो थे ही लेकिन एक दूसरे को हम दोनों बहुत ही अच्छे से समझने भी में लगे थे। समय के साथ साथ हम दोनों का प्यार और भी ज्यादा बढ़ने लगा था। हम दोनों का प्यार इतना ज्यादा बढ़ने लगा था कि हम दोनों एक दूसरे के बिना बिल्कुल भी रह नहीं पाते थे। अब वह समय नजदीक आ चुका था जब मुझे कोमल की फैमिली से बात करनी थी और कोमल को भी मेरी फैमिली से मुझे मिलवाना था। मैं चाहता था कि मैं कोमल के परिवार से मिलूं और जब मैं पहली बार कोमल के पापा से मिला तो उन लोगों ने मुझे कहा कि हम दोनों की शादी नहीं हो सकती। उन्होंने साफ तौर पर मना कर दिया था परंतु मैं इतनी जल्दी हिम्मत नहीं हार ना माना। मैं चाहता था कि कोमल मेरा साथ दे और कोमल ने मेरा पुरा साथ दिया।

कोमल की फैमिली को मनाने में हालांकि हम दोनों को काफी समय लगा लेकिन वह लोग अब हम दोनों के रिश्ते को स्वीकार कर चुके थे और मैं भी अपने परिवार से कोमल को मिलवा चुका था। कोमल बहुत ही ज्यादा खुश थी और हम दोनों अब जल्द से जल्द सगाई करना चाहते थे। कोमल की फैमिली को भी अब कोई भी ऐतराज नहीं था वह लोग हम दोनों की सगाई करवाने के लिए तैयार हो चुके थे। जब कोमल और मेरी सगाई हो गई तो उसके बाद हम दोनों साथ में ज्यादा से ज्यादा समय बिताने लगे थे अब मैं चाहता था कि कोमल और मैं एक दूसरे को और भी नजदीक से जानने की कोशिश करें। हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत ही ज्यादा समय बिताया करते और एक दूसरे के साथ हम लोगों को बहुत ही अच्छा लगता था। अब हम दोनों की सगाई हो चुकी थी इसलिए अब किसी को भी कोई एतराज नहीं था और हम दोनों बहुत ही ज्यादा खुश है। जिस तरीके से हम दोनों का रिलेशन चल रहा था उससे हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत ही ज्यादा खुश हैं। कोमल हमेशा ही मुझे कहती कि हम लोगों को शादी कर लेना चाहिए लेकिन मुझे थोड़ा समय चाहिए था इसलिए मैंने कोमल से कहा कि हम दोनों को थोड़े समय बाद शादी करनी चाहिए। थोड़े समय के बाद ही हम दोनों शादी करना चाहते थे। कोमल और मैंने एक दिन साथ मे रहने का फैसला किया और हम दोनो एक होटल मे चले गए। उस दिन हमने साथ मे डिनर किया फिर हम दोनो साथ मे चले रूके।

कोमल के गुलाबी होंठ मुझे अपना दीवाना बना रहे थे। जब मैं उसके होठों को किस कर रहा था वह मेरी गर्मी को बढाए जा रही थी। हम दोनो के बदन गर्म की गर्मी बढती जा रही थी और मेरी गर्मी इस कदर बढ़ चुकी थी मैं बिल्कुल भी रह नहीं पा रहा था। कोमल भी अपने आपको रोक नहीं पा रही थी। हम दोनो तडप रहे थे। मैंने जब अपने लंड को बाहर निकाला तो उसे कोमल ने देखते ही अपने हाथो मे ले लिया था और मुझे बढा मजा आया जब कोमल ने मेरे लंड को हाथो मे ले लिया था। मैंने कोमल से कहा मेरे लंड को तुम अपने मुंह में ले लो।

कोमल ने मेरे मोटे लंड को अपने हाथों में पकड़ा और बहुत देर तक हिलाया मुझे मजा आने लगा था। वह मेरे लंड को हिलाकर मेरी गर्मी को बढा रही थी मैं बहुत ही ज्यादा खुश था और कोमल भी बड़ी खुश थी जिस तरीके से वह मेरे लंड को हिलाए जा रही थी। उसने बहुत देर तक मेरे लंड को हिलाया। मेरे लंड से पानी निकल रहा था मैंने उसे कहा तुम मेरे लंड को मुंह में ले लो। कोमल ने मेरे लंड को अपने मुंह मे ले लिया वह मेरे लंड को सकिंग करने लगी थी। जब वह मेरे लंड को सकिंग करने लगी तो उसको भी मजा आने लगा था और मुझे भी बड़ा मजा आ रहा था। वह जिस तरीके से मेरे लंड को चूस रही थी और मेरी गर्मी को वह बढा रही थी उसने मेरी गर्मी को बहुत ज्यादा बढ रही थी। मेरा लंड पानी छोड चुका था मै पूरी तरीके से गर्म हो चुका था मुझे गर्मी का एहसास होने लगा था।

मैंने कोमल को कहा मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा है। कोमल मुझे कहने लगी मुझे भी बड़ा मजा आ रहा है मुझे तुम्हारे लंड को चूस कर मजा आ रहा है। मैंने कोमल के बदन से कपड़े उतार कर उसके बदन को महसूस करना शुरू किया वह तड़पने लगी थी। मैंने कोमल के बदन को गरम कर दिया था मैंने जब उसकी योनि पर उंगली को लगाया तो वह मचलने लगी थी वह कहने लगी मुझसे रहा नहीं जा रहा है। मैंने कोमल की चूत मे उंगली को घुसा दिया था मुझसे रहा नहीं जा रहा था मैं बहुत ज्यादा गर्म होता चला गया था। मैंने कोमल की चूत को चाटना शुरू किया उसकी चूत को चाट कर मुझे गर्मी का एहसास होने लगा था वह बहुत ज्यादा गर्म हो रही थी। मै और कोमल गर्म हो चुके थे हम दोनों रह नहीं पा रहे थे। मैंने कोमल की चूत पर लंड को टच कर के बाद रगडा तो वह मचलने लगी थी उसकी योनि से पानी निकल रहा था। मैंने धीरे धीरे करके अपने लंड को कोमल की योनि में प्रवेश करवा दिया था वह चिल्लाने लगी थी।

मेरा मोटा लंड उसकी योनि के अंदर तक चला गया था मैं कोमल को बड़ी तेजी से धक्के देने लगा था। मैंने देखा कोमल की चूत से पानी निकल रहा था मुझे मजा आने लगा था और उसे भी अच्छा लग रहा था। मेरे धक्के मे तेजी आती जा रही थी मैं कोमल को बड़ी तेज गति से धक्के मार रहा था मैं जिस तरीके से उसे धक्के मार रहा था उससे मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा था और कोमल को भी बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा था। मेरे धक्के बढने लगे थे और हम दोनो जमकर सेक्स का मजा ले रहे थे। कोमल ने मुझे पैरो के बीच मे जकड लिया था वह झड चुकी थी मैं भी कोमल की चूत की गर्मी को झेल ना सका और मेरा वीर्य गिरने वाला था। जब मैंने अपने माल को कोमल की चूत में गिराया तो मुझे मजा आ गया था। हम दोनो ने जमकर सेक्स के मजे लिए और उसके बाद तीन बार और सेक्स के मजे लिए। हम दोनो को मजा आता है जब भी हम लोग सेक्स करते है।
 
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