जब मैंने कोमल की योनि को चाटा

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Hindi sex kahani, antyarvasna: एक दिन मैं और कोमल साथ में बैठे हुए थे उस दिन कोमल ने मुझसे कहा कि सुरेश क्या तुम शादी को लेकर सीरियस भी हो या नहीं। मैंने कोमल को कहा कि ऐसी तो कोई भी बात नहीं है। कोमल मुझे कहने लगी कि मुझे तो लगता है कि तुम बिल्कुल भी सीरियस नहीं हो मैंने कोमल को कहा ऐसा कुछ भी नहीं है तुम्हें ना जाने ऐसा क्यों लग रहा है। कोमल ने मुझे कहा कि सुरेश हम दोनों एक दूसरे को पिछले 5 वर्षों से जानते हैं और अभी तक तुमने अपनी फैमिली को मेरे बारे में बताया भी नहीं है और ना ही तुमने मेरी फैमिली से इस बारे में कुछ बात की है। कोमल अपनी जगह बिल्कुल ठीक थी वह मुझे कहने लगी की मेरे लिए रिश्ते आने लगे हैं और अगर तुमने जल्द से जल्द अपने घरवालों से मेरे बारे में बात नहीं की तो कहीं मेरी शादी किसी और से ना हो जाए। मैंने कोमल को कहा कि कोमल ऐसी बात नहीं है मैं उन्हें बताना चाहता हूं लेकिन तुम तो जानती हो कि अभी मुझे थोड़ा समय चाहिए।

मैं चाहता था कि पहले मैं अपने करियर को थोड़ा सा और अच्छे से बना लूँ उसके बाद ही मैं अपनी फैमिली में इस बारे में बात करूं लेकिन कोमल मेरी बात बिल्कुल भी नहीं समझ रही थी। कोमल मुझे कहने लगी की तुम एक अच्छी कंपनी में जॉब करते हो। मैंने कोमल को कहा कि हां कोमल मुझे मालूम है कि मैं एक अच्छी कंपनी में जॉब पर हूं लेकिन फिर भी मुझे लगता है कि हम दोनों को थोड़ा समय और एक दूसरे को देना चाहिए। कोमल मुझसे शादी करना चाहती थी और उस दिन कोमल गुस्से में यह कह कर चली गई कि अगर तुम अपनी फैमिली को मेरे बारे में बता सकते हो तो तुम मुझसे बात कर लेना नहीं तो मैं तुमसे कभी बात नहीं करूंगी, यह कहकर वह वहां से चली गई। मुझे भी लगा था कि शायद कोमल मेरी बात समझ जाएगी लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं था वह मुझसे बात करने को तैयार नहीं थी। हम दोनों एक दूसरे से दूर होते जा रहे थे काफी दिन हो गए थे मैंने कोमल से बात भी नहीं की थी और मुझे लग रहा था कि मुझे उससे बात करनी चाहिए। मैंने कोमल को उसके बाद फोन भी किया लेकिन वह मेरा फोन ही नहीं उठा रही थी।

ना तो वह मेरा फोन उठा रही थी और ना ही वह मुझसे बात कर रही थी इसलिए अब हम दोनों एक दूसरे से काफी दूर होने लगे थे और मुझे भी डर सताने लगा था कि कहीं मैं कोमल से दूर ना हो जाऊं। मैंने भी अपनी फैमिली में इस बारे में बात करने का मन बना लिया था। मैंने जब पहली बार पापा को कोमल के बारे में बताया तो वह लोग मुझसे कहने लगे कि हम लोग कोमल को मिलना चाहते हैं। पापा और मम्मी कोमल को मिलना चाहते थे तो मैंने भी उनको कोमल से मिलाने का फैसला कर लिया था। मैंने जब कोमल को यह बात मैसेज के द्वारा बताई तो तब कोमल ने मुझसे बात की। वह जब पहली बार पापा और मम्मी को मिली तो पापा और मम्मी भी कोमल से मिलकर खुश थे वह लोग चाहते थे कि वह उसकी फैमिली में बात करें। पापा और मम्मी ने जब हमारे रिश्ते की बात कोमल के पापा से की तो वह लोग भी कोमल की शादी मुझसे करवाने के लिए तैयार हो चुके थे। सब कुछ अच्छे से चलने लगा था और हम दोनों की सगाई भी जल्द ही होने वाली थी।

कोमल अब बहुत खुश थी और वह मुझे कहने लगी कि मैं बहुत ही ज्यादा खुश हूं जिस तरीके से तुमने अपने पापा को हम दोनों के बारे में बताया। कुछ ही दिनों बाद हम दोनों की सगाई भी हो चुकी थी और इस बात से मैं बहुत ही ज्यादा खुश था। कोमल और मेरी सगाई हो चुकी थी तो कोमल बहुत खुश थी और मैं भी बहुत ज्यादा खुश था। हम दोनों एक दूसरे के साथ अब ज्यादा से ज्यादा समय बिताने की कोशिश करने लगे थे। एक दिन तो कोमल और मैं साथ में बैठे हुए थे उस दिन कोमल ने मुझे कहा कि सुरेश आज मुझे शॉपिंग करनी है तो मैंने कोमल को कहा कु ठीक है चलो। उस दिन हम दोनों शॉपिंग करने के लिए चले गए और कोमल ने काफी शॉपिंग की फिर हम लोग घर लौट आए थे। मैंने कोमल को उसके घर तक छोड़ दिया था और फिर मैं घर लौट आया था। उस दिन पापा ने मुझसे कहा कि तुम लोगों ने अपनी शादी के बारे में कुछ सोचा है या नही, मैंने पापा से कहा कि हां पापा।

पापा और मम्मी चाहते थे कि हम दोनों की शादी जल्द से जल्द हो जाए और फिर मैंने भी इस बारे में कोमल से बात की तो कोमल भी इस बात के लिए तैयार हो चुकी थी। हम लोगों की शादी अब जल्द से जल्द होने वाली थी और जब हम दोनों की शादी का दिन तय हो गया तो उसके बाद मैंने भी अपने दोस्तों को अपनी शादी में इनवाइट किया था। हम दोनों की शादी अब बड़े ही धूमधाम से हुई और कोमल मेरी पत्नी बन चुकी थी। कोमल भी बहुत ज्यादा खुश थी और मैं भी बहुत ज्यादा खुश था कि हम दोनों एक दूसरे के साथ में अच्छा समय बिता पा रहे हैं। मैं और कोमल एक दूसरे के साथ बड़े खुश थे और जिस तरीके से हम दोनों एक दूसरे के साथ में समय बिताया करते हैं उससे हम दोनों को बड़ा ही अच्छा लगता। कोमल को भी बहुत ज्यादा अच्छा लगता था जब भी हम दोनों साथ में होते हैं। कोमल पापा मम्मी की देखभाल अच्छे से कर रही थी और पापा मम्मी भी इस बात से बड़े खुश थे कि कोमल से मेरी शादी हो गई है। कोमल पापा और मम्मी का बड़े अच्छे से ध्यान रखती और घर में भी सब लोग इस बात से बड़े खुश है।

सब कुछ मेंरी जिंदगी में अच्छे से चलने लगा था। कोमल चाहती थी कुछ दिनों के लिए हम लोग अपने हनीमून पर कहीं जाए। हम दोनों की शादी को 15 दिन हो गए थे इन 15 दिनों मे कोमल ने पापा और मां का दिल जीत लिया था। अब हम दोनों घूमने के लिए कहीं जाने वाले थे। मैंने कोमल से कहा हम लोगों को कहां जाना चाहिए? कोमल ने मुझे कहा मुझे तो शिमला जाना है। कोमल को शिमला बहुत ही पसंद है वह मुझे पहले भी इस बारे में बता चुकी थी। मैं भी कोमल की बात को मना ना कर सका और हमने शिमला जाने का फैसला कर लिया था। हम लोग शिमला चले गए। जब हम लोग शिमला गए तो वहां पर मैं और कोमल एक दूसरे के साथ पूरी तरीके से इंजॉय करना चाहते थे। शिमला का मौसम बहुत ही खुश गवार था सब कुछ अच्छे से चल रहा था। उस दिन हम दोनों एक दूसरे के साथ लेटे हुए थे मैंने कोमल के हाथों को पकड़ा हुआ था लेकिन जब मैंने कोमल के होंठों को चूमना शुरू किया तो वह गर्म होने लगी थी। वह मुझे कहने लगी मेरी गर्मी को तुमने बहुत ही बड़ा दिया है। मैंने कोमल के होंठो को तब तक चूसा जब तक मैंने उसके गुलाबी होठों से खून नहीं निकाल दिया था।

उसके गुलाबी होठों से मैं पूरी तरीके से खून निकाल चुका था अब मैं चाहता था उसकी गर्मी को और भी ज्यादा बढ़ा दूं। मैने उसके कपडो को खोल दिया था। जब मैंने उसकी ब्रा को खोलते हुए उसके स्तनों को दबाना शुरू किया तो वह गर्म होने लगी। वह मुझे कहने लगी मेरी गर्मी को तुम पूरी तरीके से बढा चुके हो। उसे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा था वह बिल्कुल भी रह नहीं पा रही थी।

वह मुझे कहने लगी मुझसे नहीं रहा जा रहा है मैंने कोमल के बदन को बड़े ही अच्छे से महसूस किया और उसकी योनि को मैंने चाटना शुरु कर दिया था जिससे कि कोमल की गर्मी और भी बढ़ने लगी थी वह पूरी तरीके से गरम होने लगी थी। वह मुझे कहने लगी मेरी उत्तेजना बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है मेरी गर्मी बहुत ही ज्यादा बढ चुकी थी इसलिए मैं बिल्कुल भी रह नहीं पा रहा था। ना तो मैं अपने आपको रोक पा रहा था ना तो वह रोक पा रही थी। मैंने कोमल से कहा मैं तुम्हारी चूत में अपने लंड को डालना चाहता हूं मैंने कोमल की योनि के अंदर अपने मोटे लंड को घुसा दिया था। मेरा लंड कोमल की चूत में गया तो वह बहुत जोर से चिल्लाने लगी और मुझे कहने लगी मुझे अच्छा लग रहा है। मैं और कोमल एक दूसरे की गर्मी को बढ़ा रहे थे मैं कोमल की चूत की गर्मी को पूरी तरीके से बढा चुका था।

मैं कोमल की चूत की गर्मी को बढ़ाए जा रहा था उससे वह बहुत गर्म हो रही थी और मुझे कहने लगी मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा है। अब कोमल को बड़ा मजा आ रहा था और मुझे भी बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा था। उसकी चूत की दीवार से से मेरा लंड टकराने लगा था मुझे अच्छा लग रहा था और कोमल को भी बड़ा मजा आ रहा था। हम दोनो एक दूसरे का साथ अच्छे से दिए जा रहे थे। जब मैं कोमल को चोद रहा था उससे हम दोनों को ही मजा आ रहा था। वह मेरा साथ अच्छे से दिए जा रही थी मेरे वीर्य की पिचकारी गिरते ही वह बोली आज तो मजा ही आ गया। मैंने कोमल को उसके बाद घोड़ी बनाकर चोदा और हम दोनों ने उसके बाद तीन बार और सेक्स के मजे लिए जिससे कि हम दोनों पूरी तरीके से गरम हो गए थे हमारी गर्मी बहुत ही ज्यादा बढ़ने लगी थी। हम दोनों ने शिमला में खूब इंजॉय किया और हम दोनों को बड़ा ही मजा आया जिस तरीके से हमने एक दूसरे की गर्मी को पूरी तरीके से बढ़ा दिया था और एक दूसरे के साथ में सेक्स किया था।
 
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