चिकनी चूत की चुदाई की

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Hindi sex stories, antarvasna: पायल से मैं करीब दो वर्ष बाद मिल रहा था और जब मैं पायल से मिला तो हम दोनों की पुरानी यादें ताजा हो गई। पायल से मिलकर मुझे काफी अच्छा लगा मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि इस तरीके से हम दोनों एक दूसरे से एक साल के बाद मिलेंगे। जिस तरीके से हम दोनों की मुलाकात हुई वह दोनों के लिए काफी ज्यादा खुशी भरा था और हम दोनों ने एक दूसरे के साथ में अच्छा समय बिताया। मैं और पायल एक दूसरे से प्यार जरूर किया करते थे लेकिन अब हम दोनों के रास्ते अलग थे। पायल की शादी हो चुकी है और वह अपनी जिंदगी में खुश है मैं और अभी भी अपने भैया के साथ रहता हूं। मेरी मुलाकात पायल से दो वर्ष पहले हुई थी और जब हम दोनों एक दूसरे से मिले तो हम दोनों को अच्छा लगा। मैं और पायल साथ में होते तो हम दोनों को अच्छा लगता है और हम दोनों का रिलेशन काफी अच्छे से चल रहा था लेकिन ना जाने हम दोनों के रिलेशन में ऐसा क्या हुआ कि हम दोनों ने एक दूसरे से अलग होने का फैसला कर लिया था।

हम दोनों एक दूसरे से अलग तो हो चुके थे लेकिन उसके बावजूद भी हम दोनों के बीच प्यार काफी ज्यादा है और हम दोनों जिस तरीके से एक दूसरे से मिले उससे हम दोनों को अच्छा लगा। पायल से मिलकर मैं काफी खुश था और पायल के साथ समय बिताना मुझे बहुत ही अच्छा लगा। पायल वहां से जा चुकी थी लेकिन उसके बाद भी पायल से मेरा मिलना होता ही रहता और जब भी हम दोनों एक दूसरे से मिलते तो हमें काफी अच्छा लगता। पायल से मेरी फोन पर बात हो जाया करती थी। एक दिन मैं और मेरा दोस्त रोहित साथ में बैठे हुए थे उस दिन रोहित ने मुझे बताया कि वह जल्द ही शादी के बंधन में बंधने वाला है। रोहित से मेरी काफी दिनों से मुलाकात हो नहीं पाई थी इस वजह से मुझे इस बारे में पता नहीं था।

जब रोहित ने मुझे बताया कि वह जल्द ही शादी के बंधन में बंधने वाला है तो मैंने रोहित से कहा कि यह तो बहुत ही खुशी की बात है कि तुम शादी करने जा रहे हो। उस दिन मैं रोहित के साथ काफी देर तक रहा और फिर मैं घर लौट आया था। जब मैं घर लौटा तो मुझे पायल का फोन आया और पायल काफी ज्यादा परेशान लग रही थी। पायल से मैंने कहा कि क्या मैं तुमसे अभी मिल सकता हूं तो वह कहने लगी कि हां मुझे भी तुमसे मिलना है। पायल को मैं जब मिलने के लिए गया तो वह मुझे कहने लगी कि उसके और उसके हस्बैंड के बीच में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। मैंने पायल से कहा कि झगड़े तो अक्सर होते ही रहते हैं लेकिन जल्दी सब कुछ ठीक हो जाएगा। पायल को उस दिन मैंने काफी समझाया और अब पायल और उसके पति का रिश्ता ठीक से चलने लगा था। मुझे इस बात की खुशी थी कि मेरी वजह से पायल का घर टूटने से बच गया है।

मैं अपनी जिंदगी में काफी आगे बढ़ चुका था और मैं अपनी जिंदगी से बहुत खुश था जिस तरीके से मेरी जिंदगी में सब कुछ अच्छे से चल रहा है। मैं एक कंपनी में नौकरी करता हूं और जिस तरीके से मैं अपने काम को पूरी तरीके से पूरी ईमानदारी के साथ कर रहा हूं उससे मुझे बहुत ही अच्छा लगता है। एक दिन मैं पापा के साथ हॉस्पिटल में गया हुआ था जब उस दिन मैं अस्पताल में गया तो वहां पर पापा के एक दोस्त मिले और उनसे उन्होंने मुझे मिलवाया। यह पहली बार था जब उनसे मेरी मुलाकात हुई। जिस तरीके से उनसे मेरी मुलाकात हुई उससे मुझे काफी अच्छा लगा। उनके साथ उनकी बेटी भी थी जो कि मुझे काफी अच्छी लगी और अब मैं उसके बारे में जानना चाहता था लेकिन मुझे उसके बारे में ज्यादा कुछ पता नहीं था। जब मुझे सरिता के बारे में पता चला तो मैं काफी खुश था सरिता से मैं बातें भी करने लगा था। सरिता का नंबर मेरे पास आ चुका था और अब हम दोनों एक दूसरे को मिलने भी लगे थे।

सरिता से मैं एक दिन कॉफी शॉप में मिला जब हम दोनों उस दिन एक दूसरे से मिले तो सरिता काफी अच्छी लग रही थी और मैंने सरिता को देखते ही कहा कि आज तुम बहुत अच्छी लग रही हो। वह मुझे कहने लगी कि मैं तो हमेशा ही अच्छी लगती हूं लेकिन शायद तुमने कभी मुझे नोटिस ही नहीं किया। मैंने सरिता को कहा कि नहीं ऐसा तो कुछ भी नहीं है और उस दिन सरिता और मैंने काफी अच्छा समय साथ बिताया। हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत ज्यादा खुश हैं और जिस तरीके से हमारा रिलेशन चल रहा है उससे हम दोनों को बड़ा अच्छा लगता है। मेरे और सरिता के बीच में प्यार बढ़ता जा रहा था और हम दोनों एक दूसरे के साथ काफी खुश हैं। मैं और सरिता अपनी जिंदगी को बहुत ही अच्छे से गुजार रहे थे और हम दोनों बहुत खुश हैं। सरिता और मैं ज्यादा से ज्यादा समय साथ में बिताने की कोशिश किया करते वह जब भी मेरे साथ होती तो मुझे काफी अच्छा लगता क्योंकि सरिता और मेरे बीच काफी ज्यादा प्यार है।

मुझे इस बात की बड़ी खुशी है कि सरिता मुझे अच्छे से समझती है और हम लोग इस बात से बहुत ज्यादा खुश थे कि हम दोनों एक दूसरे के साथ अच्छा समय बिता पाते हैं। एक दिन सरिता और मैं कॉफी शॉप में बैठे हुए थे उस दिन हम एक दूसरे से बातें कर रहे थे तो सरिता ने मुझे कहा कि आज मुझे शॉपिंग के लिए जाना है। मैंने सरिता से कहा कि ठीक है मैं भी तुम्हारे साथ चलता हूं। काफी दिन हो गए थे मैंने भी शॉपिंग नहीं की थी इसलिए हम दोनों उस दिन शॉपिंग के लिए चले गए। जब हम दोनों शॉपिंग के लिए गए तो हम दोनों ने साथ में काफी अच्छा समय बिताया और अब हम लोग वापस लौट आए थे। जब हम लोग घर वापस लौटे तो उस दिन मुझे घर लौटने में काफी देर हो गई थी और मैं जब घर पहुंचा तो पापा ने मुझसे पूछा कि बेटा तुम बहुत देर से आ रहे हो। मैंने उन्हें बताया कि मैं सरिता के साथ था पापा भी चाहते थे कि मैं सरिता से शादी करूं। जब उन्होंने इस बारे में कहा तो मैं बहुत ज्यादा खुश हुआ। वह लोग मेरी शादी सरिता से करवाना चाहते थे। हम दोनों के रिश्ते के लिए सब लोग तैयार थे और फिर हम दोनों की सगाई हो चुकी थी।

जब हम दोनों की सगाई हुई तो हम दोनों और भी ज्यादा नजदीक आते जा रहे थे और जल्द ही हम दोनों की शादी होने वाली थी। जब हम दोनों की शादी होने वाली थी तो हम दोनों एक दूसरे के साथ शॉपिंग करने के लिए गए और हम लोगों ने काफी शॉपिंग की। हमारी शादी का दिन नजदीक आने वाला था और जब मेरी और सरिता की शादी हुई तो मैं बहुत ज्यादा खुश था। जिस तरीके से मेरी और सरिता की शादी हुई उससे हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत खुश हैं। सरिता और मेरी शादी को अभी ज्यादा समय नहीं हुआ था इसलिए हम दोनों के बीच सेक्स संबध बना करते। मैंने सरिता की सील पैक चूत के मजे कई बार लिए। जब भी मैं सरिता के साथ सेक्स करता तो वह बहुत ज्यादा खुश होती। एक रात हम दोनों एक दूसरे की बाहों में लेटे हुए थे। मैं सुनीता के स्तनों को दबाने लगा। मैं उसके स्तनों को दबाकर उसकी गर्मी को बढ़ाए जा रहा था लेकिन जब मैंने उसकी स्तनो को चूसा तो वह गर्म होती चली गई।

वह मुझे बोलने लगी मुझे अच्छा लग रहा है। सुनीता को बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था लेकिन जैसे ही मैंने सुनीता के कपड़ों को उतारा तो उसकी चूत पर मैंने अपनी जीभ को लगाया और उसकी चूत से पानी बाहर निकल रहा था। उसकी चिकनी चूत से पानी बाहर निकलता तो मुझे काफी अच्छा लग रहा था। मैंने अब उसके दोनों पैरों को खोल कर उसकी चूत पर अपने लंड को सटाया तो उसकी चूत से पानी बहुत ही अधिक मात्रा में निकल रहा था। वह बहुत ज्यादा खुश थी मैं और सुनीता एक दूसरे के साथ बड़े ही खुश थे। जब मैंने सुनीता की चूत पर अपने लंड को अंदर की तरफ घुसाना शुरू किया तो उसकी चूत के अंदर बाहर मेरा लंड आसानी से हो रहा था। वह बड़ी जोर से चिल्ला कर मुझे बोली मुझे अच्छा लग रहा है सुनीता और मैं एक दूसरे के साथ बड़े ही अच्छे से सेक्स संबंध बनाए जा रहे थे लेकिन जैसे ही मैंने सुनीता की चूत के अंदर अपने लंड को तेजी से करना शुरु किया तो वह खुश हो गई। अब मैं उसे तेजी से धक्के दिए जा रहा था मेरे धक्कों में और भी ज्यादा तेजी आती जा रही थी।

मैं जिस तरीके से अपने लंड को सुनीता की योनि के अंदर बाहर करता तो उससे मैं बहुत ज्यादा खुश था और सुनीता भी बहुत ज्यादा खुश था। हम दोनों एक दूसरे के साथ बड़े ही अच्छे तरीके से सेक्स संबंध बना रहे हैं और जिस तरीके से हम दोनों एक दूसरे के साथ सेक्स संबंध बना रहे हैं उससे मुझे बहुत ही अच्छा लगता है। सुनीता मेरा साथ अच्छे से दे रही थी उसकी सिसकारियां बढ रही थी वह मुझे कहने लगी मेरी गर्मी को तुमने बहुत ज्यादा बढ़ा दिया है। मैंने उसके दोनों पैरो को अपने कंधों पर रखकर उसे तेजी से धक्के देने शुरू किए। जैसे ही मैंने उसकी योनि में अपनी वीर्य को गिराया तो वह खुश हो चुकी थी और मैं भी काफी खुश था। मैंने जिस तरीके से सुनीता की चूत में अपने वीर्य को गिराकर उसकी चूत की खुजली को मिटाया उस से हम दोनों एक दूसरे के साथ बड़े ही खुश थे।
 
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