चिकनी चूत वाली इंडियन किशोरी - [भाग 2]

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मुझे नहीं पता था की यह इंडियन किशोरी जुबेदा चुदने के लिए इतनी तैयार होंगी, यह तो चिकनी चूत वाली अपनी सहेली संध्या से भी चार कदम आगे थी. संध्या तो चुदने से पहले थोडा भाव खाती थी की आज गांड में दर्द हिना अज मुहं में दर्द हैं वगेरह वगेरह लेकिन जुबेदा को चुदाई के लिए जरा भी मनाना नहीं पड़ा. वो मेरे लंड को दबा के बोली, राहुल तुम्हारा लंड तो बड़ा तगड़ा लग रहा हैं. वैसे संध्या को कितनी बार चोदा हैं तुमने. मैंने लंड को पकडे जाने के मजे लेते हुए कहा, संध्या तो समझो हर महीने हम से चुद्वाती हैं. और अगर मुड हुआ तो हम उसके साथ ग्रुपसेक्स भी कर लेते हैं; लेकिन उसकी चिकनी चूत में बड़ी ताकत हैं एक साथ एक बार 4 लोगों को भी चोदा हैं उसने.

जुबेदा के मुहं में दिया मैंने अपना लंड

जुबेदा ने मेरे लौड़े के ऊपर अब हाथ धीरे से फेरते हुए कहा, चिकनी चूत तो हमारी भी हैं डार्लिंग और एकबार हम से चुदाई कर के देखो फिर जो मजा आयेंगा वो और कहीं नहीं मिलेंगा तुम्हे.

मेरी नजर अब रोड की दोनों तरफ घूम रही थी. संध्या को जहाँ चोदते हैं वो कोठी की मरम्मत चल रही हैं इसलिए वहाँ जा नहीं सकते थे. तभी मेरी नजर एक नई बन रही इमारत के ऊपर पड़ी. वह एक बहुमंजिला ईमारत थी और उसके आगे एक चौकीदार खटिया के ऊपर लेटा हुआ था. मैंने गाडी को घुमा के उस बिल्डिंग के पीछे ली. मैंने जुबेदा को चुप रहने को कहा. मैंने बाइक को बिल्डिंग से थोड़ी दूर पार्क की और हम लोग पैदल ही बिल्डिंग की तरफ आ गए. मैंने 4 फिट ऊँची बाउंड्रीवाल के ऊपर से पहले जुबेदा को दूसरी तरफ धकेला और फिर मैंने भी एक जम्प लगा के अंदर चला गया. देखा चिकनी चूत के लिए क्या क्या पापड़ बेलने पड़ते हैं. मैंने इधर उधर देख के खातरी कर ली की हमें कोई नहीं देख रहा हैं. फिर मैंने उसका हाथ पकड़ के इस हॉट इंडियन किशोरी को बिल्डिंग के निचे बने हुए एक छोटे से रूम में खिंचा. मेरे हाथ तुरंत ही उसके बड़े स्तन के ऊपर जा चिपके और मैंने उन्हें जोर जोर से दबाने लगा. जुबेदा ने अपने हाथ से मेरे लंड को एक बार फिर से पकड़ लिया और वो साथ में आह आह करने लगी. मैंने जुबेदा को किस किया और उसकी जबान को अपनी जबान के साथ चिपका के मैं जोर जोर से चूसने लगा. अब मुझ से रहा नहीं जा रहा था और मेरा मन कर रहा था जुबेदा की चिकनी चूत को एक नजर देख लूँ. मैंने उसे किस करते करते अपना हाथ लम्बा किया और उसकी पेंट की जिप खोल दी. जींस के ज़िप वाले भाग से मेरा हाथ उसकी चूत के ऊपर चला गया. उसकी पेंटी को मैंने उसकी जांघ वाली साइड पे धक्का दे दिया और उसकी चूत को पकड़ के सहलाने लगा.जुबेदा की आह आह मेरे मुहं में ही दब के रह गई.

मैंने उसे छोड़ा और निचे बैठ के उसकी पेंट खोल दी. माय गोद उसकी चूत से रस निकल रहा था जिसकी वजह से उसकी चिकनी चूत और भी मादक लग रही थी. मैंने उसकी चूत में एक ऊँगली डाली और उसकी चूत का रस चखा. माय गॉड खारे खारे रस से मुझे बहुत ही उत्तेजना हो रही थी. मैंने अपनी पेंट की ज़िप खोली और अपने पिंजरे में कैद तोते को आजाद किया. मेरेआधे फिट के लंड को देख के जुबेदा भी मस्तियाने लगी. वो निचे बैठी और मेरे लंड के सुपाड़े के ऊपर किस करने लगी.वाऊ..क्या मजा दे रही थी यह जवान रंडी. मैंने उसके माथे को साइड से पकड़ा और अपना लंड उसके मुहं में ठूंस दिया. एक झटके के साथ मेरा ललंड उसके गए तक चला गया आयर जुबेदा की आह आह लंड के ऊपर ही दब के रह गई.

और फिर उसकी चिकनी चूत को चोदा गया

मैंने उसके मुहं में अपना लंड जोर जोर से पेला और मेरे चप्पल उतार के मैंने अपने पाँव का अंगूठा उसकी चिकनी चूत के ऊपर रख दिया. अपनी चिकनी चूत के ऊपर मेरे पाँव का स्पर्श होने से जुबेदा को भी बहुत मजा आने लगा और वो और भी जोर से मेरे लौड़े को चूसने लगी. समय की किल्लत थी वरना मैं जुबेदा के मुहं में ही एक बार स्खलन कर लेता. लेकिन क्यूंकि यह जगह खतरे वाली थी मैं चिकनी चूत को ही मार लेना मुनासिब समझा. मैंने अपना लंड इस हॉट इंडियन किशोरी के मुहं से बहार निकाल लिया और उसे कन्धा पकड़ के खड़ी कर दी. अब मैंने उसे वही एक पराफिट पकड़ के खड़ा कर दिया और पीछे से उसकी चिकनी चूत के अंदर अपना ल्लांड पेल दिया. जुबेदा थी तो केवल 18 वर्ष और ऊपर कुछ महीनो की लेकिन उसकी चूत बड़ी ढीली थी; शायद इसके आगे भी कई बार उसमे केला डाला गया था. खेर मुझे क्या था 500 रूपये चोदने के दिए थे मुझे तो बस वही वसूल करने थे. मैंने जुबेदा की गांड को पकड़ के जोर जोर से चोदना चालू किया. उसकी चूत के अंदर मेरे लंड के फटके पड़ते ही उसकी भी आह आह निकल पड़ी और वो आह आह कर के अपनी गांड हिलाने लगी. मैंने उसकी गांड के ऊपर जोर जोर से चमाट लगाई और मैं और भी तीव्रता से उसकी चूत को पेलने लगा. आह आह कर के 10 मिनिट की चुदाई के बाद मेरा वीर्य उसकी चूत में निकल गया. जुबेदा ने फट से मेरे लंड को पकड़ के अपनी चूत से बहार किया. और फिर उसने अपने पर्स से एक टिश्यु पेपर निकाल के चूत को साफ़ ककी. मुझे भी उसने एक टिश्यु दे दिया जिस से मैंने अपने लंड को साफ़ किया.

कपडे पहन के मैंने उसे पैसे दे दिए. हम लोग वापस वही दिवार फांग के बाइक के पास आ गए. जब हम लोग वापस पिज़ा पार्लर आये तो मैंने अपना नम्बर जुबेदा को दिया और उसका नम्बर ले लिया. अंकित के बारे में पूछा तो इमरान ने बताया की वो संध्या के साथ गया हुआ हैं. हम तीनो एक दुसरे को देख के हंस पड़े, क्यूंकि हमें पता था की आज शायद दो चिकनी चूत की चुदने की बारी थी.
 
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