चुदाई के बाद पूरा नो. मिला

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हाई दोस्तों,

मेरा नाम समीर हे और में हैदराबाद का रहने वाला हूँ | मेरी भाभी हमारे घर के बगल में ही रहती थी और मेरा उनके घर आना जाना हर दिन लगा रहता था | भाभी के जन्मदिन वाले दिन उन्होंने मुझे दोपहर को फोन कर के बुलाया और कहा की घर पे आओ कुछ जरुरी काम हे | मैं आधे घंटे में उनके घर पहुच गया और फिर बात कर के निकलने ही वाला था की उन्होंने मुझे एक कम दिया और में उसके लिए बाजार चला गया | बाजार से आने के बाद देखा की उनके घर पे मेहमान आये हुए हे | मेहमान किया ऐसा लग रहा था जेसे परियों की टोली आई हुई हे | चार लड़किया आई थी और सब के सब एक से एक मस्त माल थे, उन्हें दख के में शर्मा के अंदर चला गया पता नही क्यों | भाभी मुझे बुलाई और उन सब से परिचय करवा दी | उनमे से एक का नाम नाज़ था जो की मुझे बार बार देख रही थी और मुझे भी वो पसंद आई थी | हम सब बात करने लगे और एक एक करके सब घर के काम में लग गए | अब मैं और नाज़ ही बाकी रह गए और हम दोनों बात कर रहे ही थे |

शाम हो गयी और भाभी का जन्मदिन मनाना भी पूरा हो गया अब हम सब खाने पिने में लगे हुए थे | मेने देखा नाज़ बाहर घूम रही थी अकेले फोन लेके तो मैं उसके लिए केक और जूस लेके गया और उसे दिया तो वो ली और मुझे भी उसी में से लेने को कहा, मेने भी लिया | हम दोनों वही घास में बैठ गए और वहा पे थोडा अँधेरा भी था | हम दोनों बैठ के खाने लग गए, बातो बताओ में मेने उससे नो. के लिए पुचा तो उसने आधा ही दिया और कहा बाकी का फिर कभी देगी | मैं उसके और करीब चिपक के बैठ गया और फिर बात करते करते मेरे मन में कुछ हुआ और मेने उसके गाल पे किस कर दिया | वो मुझे घूरने लग गयी और फिर वहा से उठ के घर को भाग गयी, मैं भी उसके पीछे पीछे गया और देखा की वो भाभी के कमरे में गयी, मैं भी चुपके से गया और कमरे में घुस गया और झट से कुंडी लगा दी | सब अपने काम में व्यस्त थे तो किसी का ध्यन नही पड़ा हम दोनों पे |

कुंडी लगाने के बाद वो बोली क्या कर ररहे हो ये सब ? मैं बोला कुछ नही ऐसे ही बंद किया | फिर मैं उसके करीब गया और उसे खड़ा किया और उसे गले लगा लिया | वो मुझसे छूटने लगी पर मेने उसे छोड़ा नही और उसके होठो पे होठ रख दिया | एक मिनट किस करने के बाद मेने उसे कहा देखो चिल्लाने का मन हे तो चिल्ला लो पर याद रखना बदनामी तुम्हारी ही होने वाली हे | वो फिर शांत हुई फिर मेने उसे कहा देखो एम् तुमसे बहुत प्यार करता हू और तुम्हे पहली बार देख के ही तुमसे प्यार हो गया हे मुझे | मैं तुम्हे कभी नहीं छोडूंगा प्लीज़ मुझे न मत बोलो | वो कुछ नही बोली तो मैं उसे किस करने लग गया, वो कुछ देर शांत रही पर फिर मेरा साथ देने लग गयी | मेने उसे बिस्तर पे लेटा दिया और उसके उपर चड के उसके होठो को चूसने लग गया | वो भी मस्त में मेरा साथ दे रही थी और फिर मैं उसके हताहो पे और पुरे जिस्म पे हाथ फेरने लग गया |

जिस्म पे हाथ फेरते फेरते मेने उसके चुचो पे हाथ रख दिया और फेरने लग गया, पर धीरे धीरे मेने उसे मसलना भी शुरू कर दिया और सुके मुह से सिसकिय निकलने लग गयी | मेने फिर अपने होठो को उसके चुचो के उपर रख दिया सूट के उपर से ही और उसे काटने लग गया वो आउच अह्ह्ह कर रही थी | मैं फिर कस कस के दबाने लग गया तो वो मेरे सर पे हाथ फेरने लग गयी और मेरे सर को अपने चुचो पे दबाने लग गयी | मेने उसके सूट को उतरने के लिए कहा तो वो सूट उतर दी पर मेने सतह में उसके ब्रा को भी निकाल दिया, वो अपने चुचो को छुपाने लग गयी तो में उसे गुद गुदी करने लग गया तो उसने हाथ हटा दिया और मैं उसके चुचो पे टूट पड़ा और उसे निप्पल पे जीभ फेरने लग गया | वो जोर ज्रोसे सिसकिय भरने लग गयी और मेरे सर को चुचो पे दबाने लग गयी | में करीब दस मिनट तक कस कस के उसके चुचो को दबाता रहा और चूसता रहा |

उसके बाद मैं उसे चूमता हुआ उसके पजामे पे आया गया और नाडा खोल दिया और पजामा निचे खीच दिया | मैं उसके चुत को उसके पेंटी के उपर से ही काटने लग गया | वो जोर जरो से कराहने लग गयी और पहले भी वो झड चुकी थी और इस बार काटने से भी वो झड गयी | उसकी चुत की महक मुझे मस्त मजा दे रही थी | मेने फिर उसकी पेंटी उतार दी और फिर उसकी चुत को चाटने लग गया और वो अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ई हम करने लग गयी | वो एक दम से पागल जेसे हो गयी थी और मेरे सर को चुत में दबा रही थी | बिच में तो मुझे सांस लेने में भी तकलीफ हुई, तिन चार मिनट में ही वो झड गयी और मैं उसके चुत रस को चाट चाट के पूरा साफ़ कर दिया |

उसके बाद में उठा और उसकी टांगो को उपर कर के उसके चुत पे लंड सटा दिया और अंदर डालने लग गया तो वो चीखने लग गयी, मेने झट से उसके मुह पे अपना होठ रख दिया और लंड को अंदर धकेलता गया, उसके आँखों से आंसू फूटने लग गए पर में पेलता गया और बड़ी मेहनत के बाद पूरा चला गया | में कुछ देर रुका और फिरसे लंड बाहर निकाल के अंदर पेल दिया और फिर धीरे धीरे अंदर बाहर करने लग गया | वो अब मस्त होने लग गयी और अपने कमर उछाल उछाल के लंड लेने लग गयी और अह्ह्ह्ह्ह्ह ई ह्म्म्म करने लग गयी | मैं कस कस के पेलता रह ओर करीब बीस मिनट के बाद हम दोनों एक साथ झड गए | झड़ने के बाद हम दोनों थोडा आराम किये और फिर मैं उसे चूमने लगा और वो भी मुझे चूमने लगी | हम दोनों उठे ठीक हुए और फिर बाहर निकल गए और फिर उसने मुझे अपना पूरा नो. दिया और तबसे लेके आज तक हम दोनों प्यार में बंधे हुए हे |
 
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