Antarvasna, hindi sex kahani: आकाश ने मुझे फोन किया और कहा कि रोहित तुम घर पर आ जाओ मैंने आकाश को कहा ठीक है मैं तुमसे मिलने के लिए घर पर आता हूं। मैं आकाश को मिलने के लिए उसके घर पर गया उस दिन मेरी भी छुट्टी थी और आकाश की भी छुट्टी थी तो उसने मुझे अपने घर पर ही बुला लिया था। मैं जब आकाश के घर पर गया तो मैंने आकाश को कहा कि आज घर पर कोई नजर नहीं आ रहा है तो आकाश ने मुझे कहा कि हां आज घर पर कोई भी नहीं है। मैंने आकाश को कहा सब लोग आज कहां गए हुए हैं तो वह मुझे कहने लगा कि पापा, मम्मी, भैया और भाभी आज चाचा जी के घर पर गए हुए हैं। मैंने आकाश को कहा लेकिन तुम उनके साथ में क्यो नहीं गए तो आकाश ने मुझे कहा कि रोहित मेरा वहां जाने का मन नहीं था इसलिए मैं चाचा जी के घर पर नहीं गया। आकाश और मैं एक दूसरे से बातें कर रहे थे काफी देर तक हम दोनों ने एक दूसरे से बात की और फिर मैंने आकाश को कहा कि अब मैं चलता हूं।
आकाश मुझे कहने लगा की ठीक है मैं तुमसे मुलाकात करता हूं और फिर मैं अपने घर चला आया था। मैं घर लौट आया था जब मैं घर लौटा तो मां मुझे कहने लगी कि रोहित बेटा तुम खाना खा लो मैंने मां से कहा नहीं मां मेरा खाना खाने का अभी मन नहीं है मैं थोड़ी देर बाद खाना खा लूंगा। वह लोग अब दोपहर का लंच करने लगे और मैं अपने रूम में लेटा हुआ था थोड़ी देर बाद मुझे भूख लगी तो मैंने मां से कहा कि मामा आप मेरे लिए खाना लगा दीजिए। मां ने मेरे लिए खाना लगाया और खाना खाने के बाद फिर मैं अपने रूम में चला आया जब मैं अपने रूम में आया तो मैं सोना चाहता था मुझे नींद आ रही थी और मैं सो गया। जब मैं उठा तो उस वक्त शाम के 5:00 बज रहे थे। मैं उठा तो मां ने मेरे लिए चाय बनाई और मैं चाय पीने के बाद अपनी कॉलोनी के पार्क में चला गया। वहां पर जब मैं गया तो उस दिन मैं ममता से मिला ममता मेरी अच्छी दोस्त है।
ममता के साथ मैंने काफी देर तक बातें की और ममता से मैंने उसके हालचाल पूछे। ममता ने मुझे बताया कि उसने कुछ दिनों पहले ही एक नई कंपनी ज्वाइन की है और वह बहुत ही ज्यादा खुश है। ममता के चेहरे पर खुशी देख कर मुझे भी अच्छा लग रहा था उसके बाद हम दोनों ने दूसरे से काफी देर तक बातें की। ममता और मेरी बात काफी देर तक होती रही फिर ममता मुझे कहने लगी कि रोहित अभी मैं चलती हूं मैं तुमसे कभी और मुलाकात करूंगी। यह कहकर वह वहां से चली गई, ममता अब जा चुकी थी। ममता और मैं जब भी एक दूसरे को मिलते तो हमेशा ही हमे अच्छा लगता था। मैं भी उसके बाद घर लौट आया था और जब मैं घर लौटा तो मां ने मुझसे कहा रोहित बेटा आकाश तुमसे मिलने के लिए आया हुआ था और वह थोड़ी देर पहले ही गया है। मैंने मां से कहा कि आकाश ने तो मुझे कोई फोन नहीं किया। मैंने जब अपनी जेब में अपना फोन देखा तो मेरा फोन मेरी जेब में नहीं था मैंने अपने रूम में देखा तो मेरा फोन मेरे रूम में ही छूट गया था इसी वजह से मुझे मालूम नहीं चल पाया मुझे लगा था कि फोन मेरी जेब मे हीं है। फोन लेने के बाद मैंने तुरंत आकाश को फोन किया, मैंने जब आकाश को फोन किया तो वह मुझे कहने लगा मैं तुम्हारे घर की तरफ आया था तो सोचा कि तुमसे मिलता हुआ चलूं।
मैंने आकाश को कहा कहीं कोई जरूरी काम तो नहीं था आकाश मुझे कहने लगा कि नहीं रोहित कोई जरूरी काम नहीं था बस ऐसे ही तुम्हारे घर की तरफ आया था तो सोचा कि तुमसे मिलता हुआ चलूं इसलिए मैं तुमसे मिलने के लिए घर पर आ गया था। बात करने के बाद मैंने फोन रख दिया और उसके बाद मैं और आकाश उसके काफी दिनों तक मिल नहीं पाए थे। आकाश अपने किसी जरूरी काम से है कुछ दिनों के लिए हैदराबाद गया हुआ था इसलिए उस से मेरी कुछ दिनों तक मुलाकात हो नहीं पाई थी। एक दिन मैंने ममता को फोन किया जब मैंने ममता को फोन किया तो उसे मैंने मिलने के लिए कहा ममता मुझे कहने लगी की ठीक है मैं ऑफिस खत्म होने के बाद तुमसे मिलती हूं। मैं ममता को मिलने के लिए चला गया उस दिन जब मैं ममता को मिला तो ममता ने मुझे अपनी सगाई के बारे में बताया। मुझे बहुत ही अच्छा लगा की ममता की सगाई हो चुकी है मैंने ममता को उसकी सगाई की बधाइयां दी और उसके बाद भी हम दोनों ने काफी देर तक बातें की फिर मैं घर लौट आया था। ममता की शादी होने वाली थी तो उसने मुझे अपनी शादी का कार्ड भिजवाया और कहा कि रोहित तुम्हें मेरी शादी में जरूर आना है।
अगले दिन ममता से मेरी फोन पर काफी देर तक बातें हो रही थी मैं ममता से काफी देर तक बातें करता रहा और ममता भी बहुत ज्यादा खुश थी। मैं और ममता एक दूसरे से काफी देर तक बातें करते रहे उसके बाद मैंने फोन रख दिया था। कुछ दिनों के बाद ममता की शादी थी तो मैं उसकी शादी में गया हुआ था उस दिन ममता बहुत ही खुश नजर आ रही थी मैं भी ममता को मिला और मैंने उसकी शादी की उसे दोबारा से बधाइयां दी। ममता की अब शादी हो चुकी थी उसके बाद भी हम लोग एक दो बार मिले थे लेकिन उसके बाद मैं काफी समय से ममता को मिल नहीं पाया था और ना ही उससे मेरा कोई संपर्क हो पाया था। एक दिन मुझे ममता का फोन आया वह मुझसे कहने लगी रोहित मुझे तुमसे मिलना था क्या तुम मेरे घर पर आ सकते हो? मैंने ममता को कहा हां मैं तुमसे मिलने के लिए तुम्हारे घर पर आ जाता हूं और मैं उस दिन उसके ससुराल में चला गया। यह पहली बार था जब मैं ममता के ससुराल में गया था इससे पहले मैं कभी भी ममता के ससुराल में नहीं गया था उसके घर पर जाकर मुझे काफी अच्छा लगा। ममता के चेहरे पर खुशी थी लेकिन उस दिन उसके घर पर कोई भी नहीं था। मैंने ममता को कहां घर पर कोई भी नजर नहीं आ रहा है ममता कहने लगी हां सब लोग बाहर गए हुए हैं।
मैंने ममता से उस दिन काफी बातें की और उसे उसकी शादी के बारे में पूछने लगा। ममता ने मुझे बताया उसका शादीशुदा जीवन बहुत ही अच्छे से चल रहा है उस दिन मैंने ममता से उसके और उसके पति के बारे में पूछा तो मुझे पता ने मुझे कहा वह मुझे बहुत खुश रखते ।हैं ममता के पति उसे खुश रखते थे लेकिन ममता की जरूरतों को पूरा नहीं कर पाते थे यह बात मुझे उसकी बातो से महसूस हुई। मैंने ममता के हाथ को पकड़ा तो मै उसके हाथों को सहलाने लगा वह गर्म होने लगी थी। वह बहुत गर्म हो चुकी थी वह बिल्कुल भी रह नहीं पा रही थी और ना ही मैं रह पा रहा था। मैंने ममता के होठों को चूम लिया जब मैंने ममता के होठों को किस किया तो अब हम दोनों ही एक दूसरे के लिए तड़पने लगे थे। हम दोनों बहुत ज्यादा तड़पने लगे थे मैंने ममता के सामने अपने लंड को किया और उस से कहां तुम मेरे लंड को चूस लो। ममता मेरे लंड को सकिंग करने लगी थी। ममता को बड़ा मजा आ रहा था जिस तरीके से वह मेरे लंड को चूस रही थी उसने मेरे लंड से पानी बाहर निकाल दिया था और मेरी गर्मी को बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी। मैं और ममता एक दूसरे की गर्मी को बढ़ाए जा रहे थे मैंने ममता से कहा तुम अपने कपड़ों को खोल दो। ममता ने अपने कपड़े उतार दिए।
ममता अपने कपड़े उतार चुकी थी मैंने जब ममता से कहा मुझे तुम्हारे स्तनों को चूसना है तो ममता इस बात पर मुस्कुराने लगी। मैं उसके सुडौल स्तनों का रसपान करने लगा था। वह बहुत ही ज्यादा खुश हो गई थी। मै जब उसके निप्पल को चूस रहा था तो उसे मज़ा आ रहा था और मुझे भी काफी मज़ा आने लगा था जिस तरीके से मैं उसके निप्पल को चूस कर उसकी गर्मी को बढ़ाए जा रहा था अब वह बहुत ही ज्यादा गर्म होने लगी थी। वह बहुत उत्तेजित होने लगी थी मैंने देखा ममता की योनि से पानी बाहर निकल रहा है मैंने उसकी चूत पर अपनी उंगली को लगाया तो मेरी उंगली पर उसका चिपचिपा पदार्थ लग गया जिसके बाद मैंने उसकी गर्म योनि को चाटना शुरू किया। मुझे उसकी गर्म योनि को चाट कर मजा आ रहा था तो मुझे मजा आने लगा था और उसे भी बहुत अच्छा लग रहा था जिस तरीके से वह मेरा साथ दे रही थी अब हम दोनों ही खुश हो चुके थे।
उसने मुझे कहा मुझे तुम्हारे मोटे लंड को अपनी चूत में लेना है वह बहुत ही ज्यादा उत्तेजित हो चुकी थी अब वह मेरे लंड को लेने के लिए तैयार थी। मैंने उसकी योनि पर अपने लंड को लगाया तो मेरा मोटा लंड उसकी चूत के अंदर तक जा चुका था। मेरा लंड उसकी योनि में जाते ही वह जोर से चिल्लाने लगी और मुझे कहने लगी मुझे तुम ऐसे ही धक्के मारते रहो। मैं उसे बड़ी तेज गति से चोद रहा था और मुझे उसे चोदने में काफी ज्यादा मजा आ रहा था। हम दोनों एक दूसरे का साथ अच्छे से दे रहे थे जब मैं उसकी चूत के अंदर बाहर अपने लंड को कर रहा था तो वह मुझे कहती मुझे और तेजी से चोदते जाओ। मैं उसे तेजी से धक्के मार रहा था जब मेरे अंडकोषो से माल बाहर की तरफ आने को तैयार था तो मैंने उसकी चूत में अपने माल को गिरा दिया था। ममता बहुत ज्यादा खुश थी मैंने अपने लंड को बाहर निकाला तो ममता की योनि से मेरा माल टपक रहा था मुझे बड़ा ही मजा आया जिस तरीके से मैंने और ममता ने एक दूसरे का साथ दिया था। ममता को मेरे लंड को लेने की आदत पड चुकी थी और हम दोनों के बीच में सेक्स संबंध होते ही रहते थे। जब भी हम दोनों के बीच में सेक्स संबध होते तो हम दोनों को बहुत ही मजा आता। वह मुझे कहती मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लगता हम दोनों एक दूसरे के साथ बड़े खुश है।
आकाश मुझे कहने लगा की ठीक है मैं तुमसे मुलाकात करता हूं और फिर मैं अपने घर चला आया था। मैं घर लौट आया था जब मैं घर लौटा तो मां मुझे कहने लगी कि रोहित बेटा तुम खाना खा लो मैंने मां से कहा नहीं मां मेरा खाना खाने का अभी मन नहीं है मैं थोड़ी देर बाद खाना खा लूंगा। वह लोग अब दोपहर का लंच करने लगे और मैं अपने रूम में लेटा हुआ था थोड़ी देर बाद मुझे भूख लगी तो मैंने मां से कहा कि मामा आप मेरे लिए खाना लगा दीजिए। मां ने मेरे लिए खाना लगाया और खाना खाने के बाद फिर मैं अपने रूम में चला आया जब मैं अपने रूम में आया तो मैं सोना चाहता था मुझे नींद आ रही थी और मैं सो गया। जब मैं उठा तो उस वक्त शाम के 5:00 बज रहे थे। मैं उठा तो मां ने मेरे लिए चाय बनाई और मैं चाय पीने के बाद अपनी कॉलोनी के पार्क में चला गया। वहां पर जब मैं गया तो उस दिन मैं ममता से मिला ममता मेरी अच्छी दोस्त है।
ममता के साथ मैंने काफी देर तक बातें की और ममता से मैंने उसके हालचाल पूछे। ममता ने मुझे बताया कि उसने कुछ दिनों पहले ही एक नई कंपनी ज्वाइन की है और वह बहुत ही ज्यादा खुश है। ममता के चेहरे पर खुशी देख कर मुझे भी अच्छा लग रहा था उसके बाद हम दोनों ने दूसरे से काफी देर तक बातें की। ममता और मेरी बात काफी देर तक होती रही फिर ममता मुझे कहने लगी कि रोहित अभी मैं चलती हूं मैं तुमसे कभी और मुलाकात करूंगी। यह कहकर वह वहां से चली गई, ममता अब जा चुकी थी। ममता और मैं जब भी एक दूसरे को मिलते तो हमेशा ही हमे अच्छा लगता था। मैं भी उसके बाद घर लौट आया था और जब मैं घर लौटा तो मां ने मुझसे कहा रोहित बेटा आकाश तुमसे मिलने के लिए आया हुआ था और वह थोड़ी देर पहले ही गया है। मैंने मां से कहा कि आकाश ने तो मुझे कोई फोन नहीं किया। मैंने जब अपनी जेब में अपना फोन देखा तो मेरा फोन मेरी जेब में नहीं था मैंने अपने रूम में देखा तो मेरा फोन मेरे रूम में ही छूट गया था इसी वजह से मुझे मालूम नहीं चल पाया मुझे लगा था कि फोन मेरी जेब मे हीं है। फोन लेने के बाद मैंने तुरंत आकाश को फोन किया, मैंने जब आकाश को फोन किया तो वह मुझे कहने लगा मैं तुम्हारे घर की तरफ आया था तो सोचा कि तुमसे मिलता हुआ चलूं।
मैंने आकाश को कहा कहीं कोई जरूरी काम तो नहीं था आकाश मुझे कहने लगा कि नहीं रोहित कोई जरूरी काम नहीं था बस ऐसे ही तुम्हारे घर की तरफ आया था तो सोचा कि तुमसे मिलता हुआ चलूं इसलिए मैं तुमसे मिलने के लिए घर पर आ गया था। बात करने के बाद मैंने फोन रख दिया और उसके बाद मैं और आकाश उसके काफी दिनों तक मिल नहीं पाए थे। आकाश अपने किसी जरूरी काम से है कुछ दिनों के लिए हैदराबाद गया हुआ था इसलिए उस से मेरी कुछ दिनों तक मुलाकात हो नहीं पाई थी। एक दिन मैंने ममता को फोन किया जब मैंने ममता को फोन किया तो उसे मैंने मिलने के लिए कहा ममता मुझे कहने लगी की ठीक है मैं ऑफिस खत्म होने के बाद तुमसे मिलती हूं। मैं ममता को मिलने के लिए चला गया उस दिन जब मैं ममता को मिला तो ममता ने मुझे अपनी सगाई के बारे में बताया। मुझे बहुत ही अच्छा लगा की ममता की सगाई हो चुकी है मैंने ममता को उसकी सगाई की बधाइयां दी और उसके बाद भी हम दोनों ने काफी देर तक बातें की फिर मैं घर लौट आया था। ममता की शादी होने वाली थी तो उसने मुझे अपनी शादी का कार्ड भिजवाया और कहा कि रोहित तुम्हें मेरी शादी में जरूर आना है।
अगले दिन ममता से मेरी फोन पर काफी देर तक बातें हो रही थी मैं ममता से काफी देर तक बातें करता रहा और ममता भी बहुत ज्यादा खुश थी। मैं और ममता एक दूसरे से काफी देर तक बातें करते रहे उसके बाद मैंने फोन रख दिया था। कुछ दिनों के बाद ममता की शादी थी तो मैं उसकी शादी में गया हुआ था उस दिन ममता बहुत ही खुश नजर आ रही थी मैं भी ममता को मिला और मैंने उसकी शादी की उसे दोबारा से बधाइयां दी। ममता की अब शादी हो चुकी थी उसके बाद भी हम लोग एक दो बार मिले थे लेकिन उसके बाद मैं काफी समय से ममता को मिल नहीं पाया था और ना ही उससे मेरा कोई संपर्क हो पाया था। एक दिन मुझे ममता का फोन आया वह मुझसे कहने लगी रोहित मुझे तुमसे मिलना था क्या तुम मेरे घर पर आ सकते हो? मैंने ममता को कहा हां मैं तुमसे मिलने के लिए तुम्हारे घर पर आ जाता हूं और मैं उस दिन उसके ससुराल में चला गया। यह पहली बार था जब मैं ममता के ससुराल में गया था इससे पहले मैं कभी भी ममता के ससुराल में नहीं गया था उसके घर पर जाकर मुझे काफी अच्छा लगा। ममता के चेहरे पर खुशी थी लेकिन उस दिन उसके घर पर कोई भी नहीं था। मैंने ममता को कहां घर पर कोई भी नजर नहीं आ रहा है ममता कहने लगी हां सब लोग बाहर गए हुए हैं।
मैंने ममता से उस दिन काफी बातें की और उसे उसकी शादी के बारे में पूछने लगा। ममता ने मुझे बताया उसका शादीशुदा जीवन बहुत ही अच्छे से चल रहा है उस दिन मैंने ममता से उसके और उसके पति के बारे में पूछा तो मुझे पता ने मुझे कहा वह मुझे बहुत खुश रखते ।हैं ममता के पति उसे खुश रखते थे लेकिन ममता की जरूरतों को पूरा नहीं कर पाते थे यह बात मुझे उसकी बातो से महसूस हुई। मैंने ममता के हाथ को पकड़ा तो मै उसके हाथों को सहलाने लगा वह गर्म होने लगी थी। वह बहुत गर्म हो चुकी थी वह बिल्कुल भी रह नहीं पा रही थी और ना ही मैं रह पा रहा था। मैंने ममता के होठों को चूम लिया जब मैंने ममता के होठों को किस किया तो अब हम दोनों ही एक दूसरे के लिए तड़पने लगे थे। हम दोनों बहुत ज्यादा तड़पने लगे थे मैंने ममता के सामने अपने लंड को किया और उस से कहां तुम मेरे लंड को चूस लो। ममता मेरे लंड को सकिंग करने लगी थी। ममता को बड़ा मजा आ रहा था जिस तरीके से वह मेरे लंड को चूस रही थी उसने मेरे लंड से पानी बाहर निकाल दिया था और मेरी गर्मी को बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी। मैं और ममता एक दूसरे की गर्मी को बढ़ाए जा रहे थे मैंने ममता से कहा तुम अपने कपड़ों को खोल दो। ममता ने अपने कपड़े उतार दिए।
ममता अपने कपड़े उतार चुकी थी मैंने जब ममता से कहा मुझे तुम्हारे स्तनों को चूसना है तो ममता इस बात पर मुस्कुराने लगी। मैं उसके सुडौल स्तनों का रसपान करने लगा था। वह बहुत ही ज्यादा खुश हो गई थी। मै जब उसके निप्पल को चूस रहा था तो उसे मज़ा आ रहा था और मुझे भी काफी मज़ा आने लगा था जिस तरीके से मैं उसके निप्पल को चूस कर उसकी गर्मी को बढ़ाए जा रहा था अब वह बहुत ही ज्यादा गर्म होने लगी थी। वह बहुत उत्तेजित होने लगी थी मैंने देखा ममता की योनि से पानी बाहर निकल रहा है मैंने उसकी चूत पर अपनी उंगली को लगाया तो मेरी उंगली पर उसका चिपचिपा पदार्थ लग गया जिसके बाद मैंने उसकी गर्म योनि को चाटना शुरू किया। मुझे उसकी गर्म योनि को चाट कर मजा आ रहा था तो मुझे मजा आने लगा था और उसे भी बहुत अच्छा लग रहा था जिस तरीके से वह मेरा साथ दे रही थी अब हम दोनों ही खुश हो चुके थे।
उसने मुझे कहा मुझे तुम्हारे मोटे लंड को अपनी चूत में लेना है वह बहुत ही ज्यादा उत्तेजित हो चुकी थी अब वह मेरे लंड को लेने के लिए तैयार थी। मैंने उसकी योनि पर अपने लंड को लगाया तो मेरा मोटा लंड उसकी चूत के अंदर तक जा चुका था। मेरा लंड उसकी योनि में जाते ही वह जोर से चिल्लाने लगी और मुझे कहने लगी मुझे तुम ऐसे ही धक्के मारते रहो। मैं उसे बड़ी तेज गति से चोद रहा था और मुझे उसे चोदने में काफी ज्यादा मजा आ रहा था। हम दोनों एक दूसरे का साथ अच्छे से दे रहे थे जब मैं उसकी चूत के अंदर बाहर अपने लंड को कर रहा था तो वह मुझे कहती मुझे और तेजी से चोदते जाओ। मैं उसे तेजी से धक्के मार रहा था जब मेरे अंडकोषो से माल बाहर की तरफ आने को तैयार था तो मैंने उसकी चूत में अपने माल को गिरा दिया था। ममता बहुत ज्यादा खुश थी मैंने अपने लंड को बाहर निकाला तो ममता की योनि से मेरा माल टपक रहा था मुझे बड़ा ही मजा आया जिस तरीके से मैंने और ममता ने एक दूसरे का साथ दिया था। ममता को मेरे लंड को लेने की आदत पड चुकी थी और हम दोनों के बीच में सेक्स संबंध होते ही रहते थे। जब भी हम दोनों के बीच में सेक्स संबध होते तो हम दोनों को बहुत ही मजा आता। वह मुझे कहती मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लगता हम दोनों एक दूसरे के साथ बड़े खुश है।