चूत का भोसडा बना डाला

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Hindi sex kahani, antarvasna: गौतम मेरे ऑफिस में जॉब करता है हम दोनों काफी अच्छे दोस्त हैं हम दोनों की दोस्ती आज से दो साल पहले हुई थी जब मैंने नया नया ऑफिस ज्वाइन किया था। गौतम उससे पहले से ही ऑफिस में जॉब किया करता था और फिर गौतम के साथ मेरी काफी अच्छी दोस्ती होने लगी। गौतम का मेरे घर पर भी काफी आना-जाना है और गौतम को मेरे परिवार वाले अच्छे से पहचानते हैं। मेरे बड़े भैया की शादी थी तो मैंने गौतम से कहा कि गौतम तुम्हें भैया की शादी में आना है गौतम मुझे कहने लगा कि राजेश तुम अगर मुझे बुलाओगे नहीं तो भी मैं तुम्हारे भैया की शादी में जरूर आऊंगा मैंने गौतम को कहा हां गौतम तुम्हें शादी में पक्का आना है। गौतम भैया की शादी में आया जब गौतम भैया की शादी में आया तो उसके साथ एक लड़की भी थी मैंने उस लड़की को पहली बार ही गौतम के साथ देखा था। गौतम ने मुझे जब उस लड़की से मिलवाया तो मुझे पता चला कि वह गौतम के मामा जी की लड़की है और कुछ दिनों के लिए वह दिल्ली आई हुई है, वह चंडीगढ़ में रहती है और उसका नाम अनामिका है। अनामिका से गौतम ने मेरा परिचय करवाया और उसके बाद जब भी अनामिका से मैं मिलता तो मुझे अच्छा लगता।

गौतम ने मुझे बताया कि अनामिका अब अपने कॉलेज की पढ़ाई दिल्ली में रहकर ही करना चाहती है और वह गौतम की फैमिली के साथ ही रहने लगी थी। मेरा गौतम के घर पर काफी आना-जाना था इस वजह से मुझे अनामिका से बात करने का मौका मिल जाता था उससे बात करना मुझे बहुत अच्छा लगता। हम दोनों को एक दूसरे से प्यार होने लगा था हमारे बीच की बात हमने गौतम को चलने नहीं दी हम दोनों एक दूसरे को मिलते रहते। मुझे डर था कि यदि मैंने गौतम से कभी इस बारे में कुछ कहा तो गौतम को बुरा ना लग जाए इसलिए मैंने कभी भी गौतम को इस बारे में नहीं बताया और ना ही अनामिका चाहती थी कि गौतम को इस बारे में पता चले। हम दोनों एक दूसरे से मिलते और एक दूसरे से फोन पर बात किया करते। हम दोनों के रिलेशन को काफी समय हो चुका था तो मैं चाहता था कि गौतम को मै इस बारे में बता दूँ। एक दिन अनामिका और मैं हम दोनों कॉफी शॉप में बैठे हुए थे मैंने उस दिन अनामिका से कहा कि अनामिका क्या हमें गौतम को इस बारे में बता देना चाहिए तो अनामिका ने मुझे कहा नहीं मैं नहीं चाहती कि भैया को इस बारे में कुछ पता चले।

अनामिका ने मुझे साफ तौर पर मना कर दिया था लेकिन मैं चाहता था कि मैं गौतम को इस बारे में बता दूं। मैंने अनामिका को मना लिया और उसके बाद हम दोनों इस बारे में गौतम को बताना चाहते थे और फिर गौतम को हम दोनों ने अपने रिलेशन के बारे में बता दिया। गौतम मुझे कहने लगा कि अगर तुम दोनों एक दूसरे को पसंद करते हो तो भला मुझे उससे क्या एतराज होगा मैंने गौतम को कहा कि गौतम मैंने तुम्हें इसलिए नहीं बताया कि कहीं तुम्हें बुरा ना लग जाए और तुम ऐसा ना सोचो कि मेरे और अनामिका के बीच कुछ गलत चल रहा है हम दोनों एक दूसरे को बहुत प्यार करते हैं। गौतम को इस बात से कोई एतराज नहीं था। गौतम को भी अब यह बात पता चल चुकी थी कि अनामिका और मेरा रिलेशन एक दूसरे के साथ है और हम दोनों काफी ज्यादा खुश थे। जब हम दोनों एक दूसरे के साथ समय बिताया करते तो हमे काफी अच्छा लगता है। अनामिका का कॉलेज भी पूरा होने वाला था हम दोनों के रिलेशन को दो साल हो चुके थे और अनामिका के ग्रेजुएशन की पढ़ाई भी पूरी होने वाली थी। जब अनामिका की पढ़ाई पूरी होने वाली थी तो एक दिन मैंने उससे कहा कि अनामिका तुमने आगे का क्या प्लान बनाया है तो अनामिका मुझे कहने लगी कि मैं दिल्ली में ही जॉब करना चाहती हूं और उसके बाद अनामिका ने अपने लिए नौकरी तलाशनी शुरू कर दी।

अनामिका को जल्द ही एक अच्छी कंपनी में जॉब मिल गई और जब उसे जॉब मिली तो उसके बाद भी हम दोनों एक दूसरे को मिला करते थे। अनामिका जब भी अपने घर चंडीगढ़ जाती तो मुझे काफी अकेला पन महसूस हुआ करता क्योंकि मैं और अनामिका एक दूसरे के साथ आधे से ज्यादा समय बताया करते थे लेकिन जब भी वह चंडीगढ़ जाती तो मुझे काफी ज्यादा अकेला महसूस होता। अनामिका और मेरे बीच का प्यारा दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा था और हम दोनों का रिलेशन भी काफी आगे बढ़ चुका था। मैं चाहता था कि अनामिका से मैं शादी के बारे में बात करूं क्योंकि मेरी शादी की उम्र भी हो चुकी थी। मैंने जब अनामिका से इस बारे में बात की तो अनामिका ने मुझे कहा कि राजेश मैं चाहती हूं कि हम थोड़े समय बाद शादी करें मैं अभी शादी के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं हूं। अनामिका ने मुझे शादी करने के लिए मना कर दिया था हम दोनों एक दूसरे को थोड़ा और समय देना चाहते थे मैंने अनामिका की बात का सम्मान किया और अनामिका को भी इस बात से अच्छा लगा। मैं उसकी हर एक बात को मान लिया करता तो अनामिका को भी बहुत अच्छा लगता था। मुझे अनामिका से मिलना होता तो मैं अनामिका को उस दिन फोन कर दिया करता और अनामिका और मैं एक दूसरे को मिल लिया करते थे। एक दिन अनामिका ने मुझे बताया कि गौतम की सगाई को लेकर घर में बात चल रही है मैंने अनामिका से पूछा कि क्या गौतम को कोई लड़की पसंद है तो वह कहने लगी कि नहीं। गौतम के परिवार वालों ने उसके लिए एक लड़की देखी थी और जल्द ही गौतम की सगाई हो गई। जब गौतम की सगाई हुई तो गौतम अपनी सगाई से काफी खुश था।

अनामिका और मेरे बीच काफी बार किस तो हुआ था लेकिन कभी भी हम दोनों के बीच शारीरिक संबंध बन नहीं पाए थे हालांकि हम दोनों फोन सेक्स के माध्यम से कई बार एक दूसरे की गर्मी को शांत कर दिया करते लेकिन अब मैं चाहता था मैं अपनी इच्छा की पूर्ति करूं और अनामिका के साथ में सेक्स करू। मैंने जब अनामिका से इस बारे में बात की तो अनामिका पहले काफी ज्यादा घबरा रही थी लेकिन अब अनामिका ने भी मुझे कहा कि ठीक है मैं तुम्हारे साथ सेक्स करने के लिए तैयार हूं। वह मेरे साथ सेक्स करने के लिए तैयार हो चुकी थी। हम दोनों ने एक दूसरे के साथ शारीरिक संबंध बनाने का फैसला कर लिया था। मेरे पास काफी अच्छा मौका भी था क्योंकि मेरी फैमिली कुछ दिनों के लिए जयपुर जा रही थी। मेरे पास बहुत ही अच्छा मौका था मैने आनामिका को अपने पास बुला लिया। अनामिका भी मेरे पास आ गई जब वह घर पर आई तो वह काफी घबरा रही थी। मैंने अनामिका की जांघ को सहलाना शुरु किया। उसकी गर्मी बढ़ने लगी अब धीरे-धीरे वह गर्म होने लगी थी मुझे अच्छा लगने लगा था। मैं जब अनामिका के होठों को चूमने लगा तो वह पूरी तरीके से गर्म होने लगी और मुझे कहने लगी मुझे अच्छा लग रहा है। अनामिका को मजा आने लगा था और मुझे भी खूब मजा आ रहा था।

मैंने अनामिका की गर्मी को बढ़ाने का पूरा फैसला कर लिया था। मैंने जब अपने लंड को बाहर निकाला तो अनामिका ने मेरे मोटे लंड को देखा पहले तो अनामिका मुझे कहने लगी तुम्हारा लंड कितना ज्यादा मोटा है। मैंने अनामिका से कहा तुम अब अपने मुंह के अंदर समा लो। अनामिका ने तुरंत ही मेरे लंड को अपने मुंह के अंदर समा लिया। जब वह मेरे मोटे लंड को अपने मुंह के अंदर लेने लगी तो उसे बहुत ज्यादा मजा आने लगा था। मुझे भी बहुत ज्यादा मजा आ रहा था। हम एक दूसरे की गर्मी को बढ़ा रहे थे उसे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा था। वह बहुत ज्यादा मजे मे आने लगी थी हम दोनों ही पूरी तरीके से गर्म हो चुके थे। मैंने अनामिका के बदन से कपड़े उतार कर जब उसके स्तनों को चूसना शुरू किया तो अनामिका को मजा आने लगा। वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा है। मैंने अनामिका के बदन की गर्मी को पूरी तरीके से बढ़ाकर रख दिया था। मै अनामिका के स्तनों को चूसता तो मुझे अच्छा लगता। मैंने जब उसकी योनि पर अपने लंड को लगाकर चाटना शुरू किया तो मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आने लगा था और उसके अंदर की गर्मी बहुत ही ज्यादा बढ़ने लगी थी। उसकी चूत से पानी निकल रहा था। मैंने अनामिका को कहा तुमने मेरे अंदर की गर्मी को पूरी तरीके से बढ़ा दिया है। वह मुझे कहने लगी मुझे भी काफी ज्यादा अच्छा लग रहा है अब हम दोनों एक दूसरे के बदन की गर्मी को महसूस करना चाहते थे।

मैं बहुत ज्यादा खुश हो गया था जब मैंने अनामिका की चूत पर अपने लंड को लगाया। मेरा लंड अनामिका की चूत के अंदर धीरे-धीरे प्रवेश होने लगा जैसे ही मेरा लंड अनामिका की चूत के अंदर गया तो मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लगने लगा। अनामिका भी बहुत ज्यादा खुश हो गई थी जब मेरा लंड अनामिका की चूत के अंदर जाने लगा। मैंने उससे कहा मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा है वह मुझे कहने लगी मेरे अंदर की गर्मी को भी तुम बढ़ा रहे हो। अब हम दोनों के अंदर की गर्मी बढ़ने लगी थी। मैने अनामिका की चूत मे एक जोरदार झटके के साथ अपने लंड को अनामिका की योनि के अंदर प्रवेश करवा दिया। मुझे मजा आने लगा मुझे इतना मजा आने लगा था कि मैं बिल्कुल भी रह नहीं पा रहा था और ना ही अनामिका अपने आपको रोक पा रही थी। अनामिका मुझे कहने लगी मुझसे बिल्कुल भी रहा नहीं जा रहा है। मैंने अनामिका को कहा मुझसे अब बिल्कुल नहीं रहा जा रहा है। हम दोनों के अंदर की गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी जिस वजह से अनामिका अपनी सिसकारियो से मेरी गर्मी को बढा रही थी। वह मुझे बहुत ज्यादा गर्म करने की कोशिश करती। वह ऐसा करती तो मेरे अंदर की गर्मी बढ़ती जाती और मैं उसे बड़ी तेजी से धक्के मारने शुरू कर देता। जब मेरा मुझे लगने लगा था मेरे लंड से मेरा माल गिरने को है तो मैंने अपने वीर्य की पिचकारी से अनामिका की चूत को नहला कर उसके साथ पहली बार सेक्स का सुख लिया। हम दोनों ही एक दूसरे के साथ सेक्स का मजा लेकर बहुत ज्यादा खुश थे।
 
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