चूत का मजा पलंग पर ही है

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Antarvasna, hindi sex story: मैं और मेरा दोस्त बस में ट्रेवल कर रहे थे और मेरे को सामने ही एक लड़की बैठी हुई थी जो कि बार बार हम दोनों की तरफ देख रही थी। मुझे पहले तो कुछ समझ में नहीं आया कि आखिर वह हमारी तरफ क्यों देख रही है लेकिन फिर मैंने उससे बात करनी चाही तो उसने भी मुझसे बात की और वह कहने लगी की मुझे ऐसा लग रहा है जैसे कि मैंने आपको पहले भी कहीं देखा है। मुझे नहीं मालूम था कि वह मेरी छोटी बहन की सहेली काजल है लेकिन उस दिन जब हम दोनों का परिचय हुआ तो हम दोनों उस दिन के बाद से एक दूसरे से काफी बातें करने लगे थे। हम दोनों को बहुत ही अच्छा लगता जब भी हम दोनों एक दूसरे के साथ में होते हैं काजल और मेरे बीच प्यार बढ़ने लगा था और हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत खुश है।

जिस तरीके से मैं और काजल एक दूसरे के साथ में समय बिताया करते थे उससे काजल को बहुत ही अच्छा लगता था लेकिन अब हम दोनों एक दूसरे से दूर होने लगे थे। हम दोनों के दूर होने की मुख्य वजह थी कि काजल के पापा और मम्मी उसके लिए लड़का ढूंढने लगे थे। जब काजल ने मुझे यह बात बताई तो मैंने काजल को कहा कि तुम्हें पहले मुझे बताना चाहिए था लेकिन अब बहुत देर हो चुकी थी और काजल की सगाई हो चुकी थी। मुझे भी काजल से दूर होना पड़ा और फिर मैं उसे भूलने की कोशिश कर रहा था लेकिन काजल को भुला पाना इतना आसान नही था।

एक दिन मैंने काजल से बात करने की कोशिश की लेकिन काजल मुझसे बात नहीं करना चाहती थी वह कहने लगी कि हम दोनों एक दूसरे से दूर रहे तो ज्यादा ठीक रहेगा इसलिए मैंने काजल को भुलाने की कोशिश की। उसे भुलाकर मैं अब अपनी जिंदगी में आगे बढ़ चुका था और मैं कुछ समय के लिए विदेश नौकरी करने के लिए चला गया। मैं जब नौकरी कर रहा था तो उसी कंपनी में मेरी काफी अच्छी दोस्ती होने लगी थी और मुझे बहुत ही अच्छा लगता जब भी मैं अपने दोस्तों के साथ में होता। मैं ज्यादातर समय अपने दोस्तों के साथ में ही रहता और मेरी जिंदगी में अब काफी हद तक बदलाव हो चुका था। मैं पूरी तरीके से बदलने लगा था लेकिन जब भी मुझे काजल का ख्याल आता तो मुझे हमेशा ही ऐसा लगता कि जैसे मेरी जिंदगी से कुछ ना कुछ तो मिस हो चुका है। काफी समय के बाद मैं जब अपने घर लौटा तो पापा और मम्मी बहुत ही ज्यादा खुश हुए और मुझे भी बहुत ही अच्छा लगा क्योंकि मैं काफी दिनों के बाद अपने घर पर गया था।

मुझे पता चला कि काजल की अब शादी हो चुकी है तो मैं यह सुनकर बहुत ही ज्यादा दुखी हो गया था। हालांकि काजल को मैं भुला चुका था लेकिन फिर भी उसके लिए थोड़ा बहुत प्यार मेरे दिल में तो था ही। काजल मेरी जिंदगी से पूरी तरीके से दूर हो चुकी थी और मैं चाहता था कि कोई ऐसा हो जो कि मुझे समझ सके और पापा और मम्मी के कहने पर मैं शादी करने के लिए तैयार हो चुका था। मैं जब पहली बार अनीता से मिला तो मुझे अनीता से मिलकर काफी ज्यादा अच्छा लगा और अनीता भी मुझे अच्छे से समझने लगी थी। मेरी और अनीता की पहली ही मुलाकात थी पहली मुलाकात में हम दोनों ने एक दूसरे से काफी बातें की और हम दोनों एक दूसरे को समझने लगे थे। मैं चाहता था कि अनीता के साथ ही मैं शादी करूं और फिर अनीता के साथ मेरी सगाई हो गई। अनीता के साथ मेरी सगाई हुई तो मुझे इस बात की बहुत ही ज्यादा खुशी थी और अनीता भी बहुत ज्यादा खुश थी।

हम दोनों एक दूसरे का साथ अच्छे से दे रहे थे और अब समय बीतने के साथ साथ हम दोनों एक दूसरे के नजदीक भी आते चले गए। एक दिन अनीता ने मुझे कहा कि आज हम लोग मूवी देखने के लिए चलते हैं उस दिन हम लोग मूवी देखने के लिए चले गए। मैं और अनीता साथ में बैठे हुए थे मुझे अनीता के साथ में बहुत ही अच्छा लगा अनीता को भी बहुत अच्छा लग रहा था। हम दोनों ने साथ में काफी अच्छा टाइम स्पेंट किया उसके बाद हम घर लौट आए थे। मुझे अनीता के साथ में बात करना बहुत ही अच्छा लगता मैंने अनीता को फोन किया और उसके साथ में मैं काफी देर तक बात ही कर रहा था। हम दोनों की बाते काफी देर तक हुई और उसके बाद मैंने फोन रख दिया। मैं फोन रख चुका था तभी पापा ने मुझे आवाज देकर कहा कि रजत बेटा खाना खाने के लिए आ जाओ तो मैं खाना खाने के लिए चला गया। हम लोग खाने की टेबल पर बैठे हुए थे और खाना खाते वक्त एक दूसरे से बातें कर रहे थे पापा ने मुझे कहा कि बेटा तुमने शादी के बारे में कुछ सोचा है कि तुम्हें शादी कब करनी है।

मैंने पापा से कहा कि हां पापा आप जब कहे मैं शादी करने के लिए तैयार हूँ। पापा और मम्मी चाहते थे कि मेरी शादी अनीता के साथ जल्द से जल्द हो जाए इसलिए उन लोगों ने मुझे समझाया और मैंने भी उन्हें कहा कि मैं अनीता के साथ शादी करने के लिए तैयार हूं। मैं अनीता के साथ जल्द से जल्द शादी करना चाहता था। जब पापा और मम्मी ने मुझे यह बात कही तो मैंने भी अब अनीता से शादी करने का फैसला कर लिया था हम दोनों ने एक दूसरे से इस बारे में बात की तो अनीता भी शादी के लिए तैयार थी। उसने मुझे कहा कि मैं शादी के लिए तैयार हूँ।

हम दोनों की शादी होने वाली थी शादी की सारी तैयारियां हो गई और अनीता और मेरी शादी बड़े ही धूमधाम से हुई। हम दोनों की शादी हो जाने के बाद हम दोनों बहुत ही ज्यादा खुश थे। अनीता को अपनी पत्नी के रूप में पाकर मैं बड़ा खुश था और अनीता भी मेरे साथ में बहुत ज्यादा खुश थी। जिस तरीके से अनिता और मैं एक दूसरे के साथ में समय बिताते उससे हम दोनों को बहुत ही ज्यादा अच्छा लगता। हम दोनो एक दूसरे के साथ बहुत ही ज्यादा खुश है और जब भी हम दोनों एक दूसरे के साथ होते तो हम दोनों को बड़ा मजा आता। एक दिन मैं काफी ज्यादा थका हुआ महसूस कर रहा था उस दिन अनीता ने मुझे कहा आज आप बहुत थके हुए नजर आ रहे हैं।

मैंने अनीता को कहा तुम मेरी थकान को दूर कर दो। अनीता ने मुझे कहा मैं आपकी थकान को अभी दूर कर देती हूं। उसमें मेरे बदन को दबाना शुरू किया मैंने उसे कहा लगता है आज तुम्हारे साथ मुझे सेक्स करना होगा। अनीता इस बात पर मुस्कुराने लगी और कहने लगी वैसे भी आपका अधिकार मुझ पर है आपको मेरे साथ सेक्स करना है तो आप कर लीजिए। अनीता इस बात पर बड़ी खुश थी मैंने जब अनीता के बदन से कपड़ों को उतार कर उसकी चूत को सहलाने शुरू किया तो वह मचलने लगी वह बहुत ही ज्यादा खुश हो चुकी थी। वह मुझे कहने लगी आप मेरी गर्मी को ऐसे ना बढ़ाइए मैं तड़प रही हूं। वह बहुत ज्यादा तड़पने लगी थी मैं भी बहुत ज्यादा तड़प रहा था हम दोनों पूरी तरीके से गर्म हो चुके थे। मैंने अनीता से कहा क्या मैं तुम्हारी चूत को चाट लूं। अनीता इस बात पर खुश हो गई और मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू किया। मैंने अनीता के दोनों पैरों को आपस में मिला लिया था और उसकी चूत को चाट कर मुझे अच्छा लग रहा था उसकी चूत पर अब मैंने अपने लंड को लगाया।

उसकी योनि से बहुत ज्यादा गर्म पानी बाहर की तरफ को निकल रहा था और उसे मज़ा आ रहा था वह बहुत ज्यादा गरम हो चुकी थी। मुझे भी बड़ा अच्छा लग रहा था मैंने उसकी योनि पर अपने लंड को लगाकर अंदर की तरफ डालना शुरू किया धीरे धीरे कर के मेरा लंड उसकी योनि के अंदर प्रवेश हो गया। मेरा लंड उसकी योनि में प्रवेश हो चुका था मुझे बड़ा मजा आने लगा था जिस तरीके से मै और अनीता एक दूसरे के साथ सेक्स का मजा ले रहे थे। हम एक दूसरे एक दूसरे की गर्मी को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं कर पा रहे थे। मैंने अनीता से कहा मुझसे तुम्हारी गर्मी बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं हो रही है।

वह मेरा साथ बड़े अच्छे से दे रही थी और उसकी सिसकारियां मेरे अंदर एक अलग ही करंट पैदा कर रही थी जिससे कि मैं बहुत ही ज्यादा उत्तेजित हो रहा था और वह बहुत ज्यादा खुश हो गई थी। वह मुझे कहने लगी मुझसे बिल्कुल भी रहा नहीं जाएगा। मैंने उसे कहा तुम मेरी साथ ऐसे ही देते जाओ। वह मेरा साथ अच्छे से दे रही थी लेकिन वह अब झड़ने वाली थी। उसने मुझे अपने पैरों के बीच में जकड़ना शुरू कर दिया था। जब उसने ऐसा किया तो मैंने उसे कहा मेरा माल अब तुम्हारी चूत में गिरने वाला है।

मेरा माल अनीता की चूत में जा चुका था मेरा माल जैसे ही अनीता की चूत में गिरा तो वह बहुत खुश हो गई और उसके बाद मुझसे चिपक कर लेटी हुई थी। थोड़ी देर बाद मेरा लंडक्षदोबारा से तन कर खड़ा होने लगा। मेरा लंड खड़ा हो चुका था मैंने अनीता को कहा मैं तुम्हारी चूत का मजा दोबारा से लेना चाहता हूं। मैंने उसकी चूत पर अपने लंड को रगड़ना शुरू किया तो वह बहुत ही ज्यादा उत्तेजीत होने लगी। वह बहुत ज्यादा उत्तेजित हो चुकी थी वह मुझे कहने लगी तुम मेरी योनि में अपने लंड को घुसा दो। मैंने उसकी योनि में अपने लंड को घुसा दिया। मैंने उसकी चूतड़ों को अपनी तरफ किया हुआ था जिससे कि मुझे उसकी चूत पर प्रहार करने में मजा आ रहा था उसकी चूतडो का रंग लाल होने लगा था और वह मुझसे अपने चूतडो को बड़ी तेजी से मिलाई जा रही थी।

मै उसे बड़ी तेजी से चोदे जा रहा था। मैंने उसे कहा मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है वह कहने लगी तुम मुझे बस ऐसे ही धक्के मारते जाओ। मेरे अंदर की गर्मी को तुम ऐसे ही बढ़ाते जाओ। मैं बहुत ज्यादा खुश हो चुका था जिस तरीके से वह मेरे साथ में शारीरिक सुख का मजा ले रही थी। अनीता की गर्मी पूरी तरीके से बढ चुकी थी। मैं उसे संतुष्ट कर चुका था मेरे अंदर की गर्मी पूरी तरीके से बढी हुई थी और मैं बहुत ज्यादा खुश था। अनीता और मैंने सेक्स का मजा लिया अनीता मुझे हमेशा ही सेक्स का मजा देती है और हम दोनों बहुत ही ज्यादा खुश है जिस तरीके से हम दोनों सेक्स करते हैं। उससे हम दोनों को ही मजा आ जाता है।
 
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