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Sex stories in hindi, antarvasna: महिमा हमारी कॉलोनी में ही रहती थी और मैं महिमा को बहुत पसंद करता था लेकिन कभी भी मैं महिमा से अपने दिल की बात कह ना सका शायद यही वजह थी कि महिमा को कभी इस बारे में कुछ पता ही नहीं चला और महिमा की सगाई हो गई। महिमा की सगाई हो चुकी थी और वह मेरी जिंदगी से भी दूर हो चुकी थी महिमा मेरी जिंदगी से बहुत ज्यादा दूर जा चुकी थी क्योंकि अब वह विदेश में रहती थी इसलिए मैं उससे कई वर्षों तक मिला नहीं था। मैं भी अपनी जिंदगी में अब आगे बढ़ चुका था और मेरी जिंदगी में अब सब कुछ अच्छे से चलने लगा था। पापा के बिजनेस में हुए नुकसान की वजह से हम लोगों की घर की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी जिस वजह से मुझे नौकरी करनी पड़ी। कुछ समय तक तो मैं पापा के बिजनेस को संभाल रहा था लेकिन जब पापा का काफी बड़ा नुकसान हुआ तो उसके बाद मैंने नौकरी करनी शुरू कर दी।

मैं नौकरी कर के खुश था और पापा ज्यादातर घर पर ही रहते थे। एक बार मैं अपने ऑफिस के टूर से बेंगलुरु जा रहा था जब मैं बेंगलुरु जा रहा था तो उस दौरान फ्लाइट में मेरी मुलाकात गरिमा के साथ हुई गरिमा से मिलकर मुझे अच्छा लगा। गरिमा भी मुंबई की रहने वाली थी गरिमा अपने किसी काम से बेंगलुरु जा रही थी उस दौरान मैंने गरिमा का नंबर ले लिया था। मुझे गरिमा का नंबर मिल चुका था और जब मैं बेंगलुरु से वापस लौटा तो मैंने सोचा कि क्यों ना गरिमा को फोन किया जाए। मैंने गरिमा को फोन किया तो गरिमा ने भी मुझसे फोन पर बात की और उसे मुझसे बात करके काफी अच्छा लगा। जिस प्रकार से उसने मुझसे बात तो मुझे काफी अच्छा लगा उसके बाद से गरिमा और मैं एक दूसरे से बातें करने लगे थे। हम दोनों एक दूसरे से मिलना चाहते थे और मैं जब गरिमा को मिला तो गरिमा को बहुत अच्छा लगा और वह काफी खुश थी। मैं जब भी गरिमा को मिलता तो उसे हमेशा ही अच्छा लगता और वह मुझे कहती कि मुझे तुम्हारा साथ अब अच्छा लगने लगा है। मैं भी यह बात अच्छे से समझ चुका था कि गरिमा के दिल में मेरे लिए कुछ तो चल रहा है और वह मुझसे प्यार करने लगी है मैं इस मौके को छोड़ना नहीं चाहता था और मैंने गरिमा को अपने दिल की बात कह दी। जब मैंने गरिमा को अपने दिल की बात कही तो उसे काफी अच्छा लगा और वह बहुत खुश थी कि अब वह मेरे साथ रिलेशन में रहने लगी है। हम दोनों एक दूसरे के साथ काफी अच्छा समय बिताते और मैं जब भी गरिमा के साथ होता तो मुझे अच्छा लगता गरिमा भी चाहती थी कि मैं उसकी फैमिली से मिलूं।

उसने अपने बर्थडे के दिन मुझे अपनी फैमिली से मिलवाया तो मुझे उन लोगों से मिलकर काफी अच्छा लगा गरिमा ने मेरे बारे में अपने परिवार को सब कुछ बता दिया था। गरिमा चाहती थी कि हम दोनों अब इस बात को अपने घर वालों को बता दे और हम लोगों ने अपने घर वालों को इस बारे में बता दिया था। इस बात से ना तो गरिमा के परिवार को कोई एतराज था और ना ही मेरे परिवार को, हम दोनों का रिश्ता सबने स्वीकार कर लिया था। गरिमा का भी मेरे घर पर अक्सर आना जाना लगा रहता था और मैं भी गरिमा के घर पर उससे मिलने के लिए चला जाया करता तो मुझे काफी अच्छा लगता था। एक दिन मैं गरिमा के साथ कॉफी शॉप में बैठा हुआ था उस दिन हम दोनों एक दूसरे से बातें कर रहे थे हम दोनों अपने रिलेशन को लेकर बात कर रहे थे। हम दोनों चाहते थे कि अब हम दोनों शादी के बंधन में बन जाए गरिमा इस बात के लिए तैयार थी और वह मुझे कहने लगी कि मैं इस बात के लिए तैयार हूं। मैंने गरिमा को कहा कि अगर तुम मुझसे शादी कर लोगी तो मुझे काफी अच्छा लगेगा। अब हम दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया था गरिमा को यह बात काफी अच्छी लगी और उसने अपनी फैमिली से इस बारे में बात की तो उसके परिवार को कोई ऐतराज नही था।

उन लोगों ने जब मुझसे गरिमा की शादी करवाने की बात कही तो मैं काफी खुश था हमारे घर वालो ने उसके बाद गरिमा और मेरी शादी का दिन तय कर दिया। कुछ समय बाद मेरी और गरिमा की शादी भी हो गयी और गरिमा मेरी पत्नी बन चुकी थी, वह मेरी जिंदगी में आ चुकी थी तो मैं काफी खुश था कि गरिमा और मैं साथ में काफी खुश हैं। हम दोनों एक दूसरे के साथ समय बिताया करते है जब भी मुझे टाइम मिलता तो मैं गरिमा के साथ टाइम स्पेंड किया करता या फिर उसके साथ कहीं घूमने के लिए चला जाया करता। गरिमा भी जॉब कर रही थी इसलिए वह जब शाम के वक्त अपने ऑफिस से घर लौटती तो गरिमा और मैं साथ में समय बिताया करते। एक दिन गरिमा ने मुझे कहा कि रोशन मैं सोच रही थी कि आज हम लोग पापा मम्मी से मिल ले तो मैंने गरिमा को कहा ठीक है हम लोग आज उनसे मिलने चलते हैं। हम लोग उस दिन गरिमा के घर चले गए हम लोग जब गरिमा के पापा मम्मी से मिले तो वह लोग काफी खुश हुए और मुझे भी काफी अच्छा लगा की इतने दिनों बाद हम लोग उन्हें मिले हैं। हम लोग उस दिन उनके घर पर ही रहे क्योकि अगले दिन मेरी छुट्टी थी और गरिमा के ऑफिस की भी छुट्टी थी।

हम लोग अगले दिन जब अपने घर आए तो गरिमा मुझे कहने लगी कि रोशन आज हम लोग मूवी देख आते हैं मैंने गरिमा को कहा ठीक है और उस दिन हम दोनों मूवी देखने के लिए चले गए। हम दोनों ने उस दिन साथ में मूवी देखी और हम दोनों को ही काफी अच्छा लगा जब हम दोनों ने साथ में मूवी देखी। गरिमा और मैंने एक साथ उस दिन काफी अच्छा समय बिताया हम दोनों को काफी अच्छा लगा। मैंने गरिमा को कहा गरिमा आज मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करना है। गरिमा मेरी बाहों में आ गई और वह मुझे कहने लगी रोशन मुझे भी आज तुम्हारे साथ सेक्स करना है। हम दोनों ही एक दूसरे के लिए तड़प रहे थे। मैंने जैसे ही गरिमा के होंठों को चूमना शुरू किया तो वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। मैंने गरिमा के होठों को काफी देर तक चूमा। मैंने गरिमा के होठों से खून भी निकाल दिया था गरिमा मुझे कहने लगी मेरी तड़प को आज तुमने पूरी तरीके से बढ़ा दिया है। मैंने गरिमा को कहा तुमने भी तो आज मेरी गर्मी को पूरी तरीके से बढा कर रख दिया है। जब मैंने अपने कपड़े उतारे तो गरिमा ने मेरे लंड को अपने हाथों में लिया और मेरा लंड गरिमा केकी चूत मे जाने को तैयार था। गरिमा ने मेरे लंड को अच्छी तरीके से चूसा। वह बहुत ज्यादा मजे मे आ गई थी।

वह जिस प्रकार से मेरे लंड को चूस रही थी उस से मेरी गर्मी बहुत बढ़ रही थी। मैंने गरिमा को कहा मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है गरिमा मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर चूसने लगी। हम दोनों को अच्छा लगने लगा था और हम दोनों के अंदर की गर्मी बढ़ने लगी थी। हम दोनों के अंदर की गर्मी बहुत बढने लगी थी। मैं गरिमा के कपडो को उतार चुका था मैंने गरिमा को कहा मुझसे रहा नहीं जा रहा है मेरे अंदर की गर्मी अब इतनी ज्यादा बढ़ गई कि मैंने गरिमा की चूत मे अपने लंड को घुसा दिया। गरिमा की चूत के अंदर मेरा लंड जाते ही वह चिल्लाकर मुझे कहने लगी आपने आज मेरी चूत को फाड़ कर रख दिया है। मैंने गरिमा के दोनों पैरों को चौड़ा किया और उसकी चूत के अंदर बाहर में अपने लंड को करने लगा। जब मैं ऐसा कर रहा था तो उसे बहुत ज्यादा मजा आने लगा और वह मुझे कहने लगी आप मुझे ऐसे ही चोदते जाइए मेरी गर्मी को आपने अब बहुत ज्यादा बढ़ा दिया है। मैंने गरिमा को कहा मुझे ऐसा ही कुछ लग रहा है मैं गरिमा को बड़ी तेजी से धक्के मार रहा था और गरिमा मेरा साथ काफी अच्छे से दे रही थी जब मैं ऐसा करती तो मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लगता। मैं गरिमा को लगातार तेजी से चोद रहा था।

वह चाहती थी मै उसे घोड़ी बनाकर चोदो। मैंने गरिमा की चूत के अंदर अपनी लंड को धीरे-धीरे डाला जैसे ही मेरा लंड गरिमा की योनि में प्रवेश हुआ तो उसकी चूत से बहुत ज्यादा पानी बाहर की तरफ को निकल रहा था। वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है अब गरिमा मेरा साथ दे रही थी। मैं उसे बड़े अच्छे तरीके से धक्के मार रहा था। मैंने जब गरिमा को इस प्रकार से चोदा तो गरिमा को भी मजा आने लगा और वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। मैंने गरिमा के साथ जमकर सेक्स का मजा लिया उसे मैंने तब तक चोदा जब तक मेरा माल गरिमा की चूत में नहीं गिर गया। जब मेरा माल गरिमा की चूत मे गिरा तो वह खुश हो गई और कहने लगी आज तुमने मेरे इच्छा को पूरा कर दिया है। मैंने गरिमा को कहा क्या इससे पहले मैंने तुम्हारी इच्छा को कभी पूरा नहीं किया।

वह मुझे कहने लगी नहीं रोशन मेरा कहने का मतलब यह नहीं था लेकिन आज मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आया, तुम्हारा माला भी मेरी चूत से बाहर निकल रहा है। मेरा माल अभी भी गरिमा की चूत से बाहर की तरफ को टपक रहा था। गरिमा ने मेरे लंड को अपने हाथों में लेकर उसे हिलाना शुरू किया और आधे घंटे के बाद मेरा लंड एकदम से कठोर हो चुका था वह दोबारा से गरिमा की चूत में जाने के लिए तड़प रहा था। मैंने भी लंड को गरिमा की चूत में अपने लंड को सेट कर उसकी इच्छा को पूरा कर दिया। जिस प्रकार से मैंने उसकी चूत के मजे लिए उससे वह बहुत ज्यादा खुश हो गई थी। उसने मुझे कहा आज मुझे मजा आ गया मैंने गरिमा को कहां मजा तो मुझे भी बहुत आ गया जिस प्रकार से मैंने आज तुम्हारे साथ सेक्स का जमकर मजा लिया है। मैंने अब गरिमा की चूत में अपने माल को गिरा दिया था।
 
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