चोदकर माहौल बन गया

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Antarvasna, hindi sex stories: राघव और मैं हमारे ऑफिस के कैंटीन में बैठे हुए थे हम लोग उस वक्त लंच कर रहे थे मैंने राघव से पूछा राघव सब कुछ ठीक तो चल रहा है तो वह मुझे कहने लगा कि सोहन तुम्हें क्या बताऊं कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। वह बहुत ज्यादा परेशान नजर आ रहा था मैंने उससे उसकी परेशानी का कारण पूछा लेकिन उसने मुझे कुछ नहीं बताया परन्तु जब मैंने उसे दो-तीन बार इस बारे में पूछा तो आखिर उसे मुझे बताना हीं पड़ा। वह कहने लगा कि आज कल मेरी पत्नी के साथ मेरी बिल्कुल भी बन नहीं रही है और हम दोनों के अक्सर झगड़े होने लगे हैं कई बार तो मुझे लगता है कि मुझे उसे डिवोर्स दे देना चाहिए। मैंने राघव से कहा लेकिन तुम्हारे झगड़े की वजह क्या है तो राघव मुझे बताने लगा कि उसके और उसकी पत्नी के झगड़े की वजह का कारण उसकी पत्नी का उस पर शक करना है। मैंने राघव को कहा लेकिन तुम तो बहुत ही नेक इंसान हो तो तुम्हारी पत्नी तुम पर शक क्यों करती है।

राघव कहने लगा इस बारे में तो मुझे भी नहीं पता की आखिर वह मुझ पर शक क्यों करती है हमारी शादी को आज 5 वर्ष हो चुके हैं और मैंने कभी भी अपनी पत्नी पर शक नहीं किया लेकिन मेरी पत्नी अक्सर मुझ पर शक करती है और जब भी मैं घर जाता हूं तो वह हमेशा मुझसे झगड़ती हैं। मुझे भी कुछ समझ नहीं आ रहा था की क्या वजह क्या है लेकिन मेरे और राघव के बीच बहुत अच्छी दोस्ती है तो मैंने राघव को कहा कि चलो मैं तुम्हारी मदद करता हूं। मैंने एक दिन राघव की पत्नी से इस बारे में बात की उसकी पत्नी ने मुझे कुछ नहीं बताया मुझे लगा कि राघव को अपनी पत्नी से डिवोर्स ले लेना चाहिए आखिर उसकी पत्नी और उसके बीच कुछ ठीक भी तो नहीं चल रहा था और जल्द ही राघव ने उससे डिवोर्स लेने का फैसला कर लिया था। हालांकि राघव की पत्नी उसे डिवोर्स नहीं देना चाहती थी लेकिन उन दोनों का कोर्ट में काफी लंबे समय तक केस चला और अभी कुछ दिनों पहले ही उन दोनों का डिवोर्स हुआ है। राघव और मैं एक दिन हमारे ऑफिस में काम कर रहे थे उस दिन राघव मुझे कहने लगा कि आज मुझे तुमसे कुछ बात करनी है तो मैंने उसे कहा ठीक है हम लोग जब ऑफिस के बाद फ्री हो जाएंगे तो हम लोग बात कर लेंगे। जब हम लोग ऑफिस के बाद फ्री हुए तो उस दिन राघव ने मुझे बताया कि उसके मामा जी ने उसके लिए एक लड़की देखी है।

मैंने राघव से कहा से कहा कि तो उसमें बुरा क्या है तुम शादी कर लो अब तो तुम्हारा डिवोर्स भी हो चुका है। वह मुझे कहने लगा कि मैं तुमसे इस बारे में कुछ बात करना चाहता हूं तो मैंने उसे कहा कि हां कहो ना। वह मुझसे कहने लगा कि क्या मुझे शादी करनी चाहिए? मैंने उसे कहा की हां तुम्हें बिल्कुल शादी करनी चाहिए। राघव कहने लगा मुझे अब शादी क्यो करनी चाहिए क्या इसका जवाब तुम्हारे पास है तो मैंने उसे कहा इसका जवाब तो मेरे पास नही है लेकिन तुम्हे दोबारा से अपनी जिंदगी शुरू करनी चाहिए। राघव अब शादी के लिए तैयार हो चुका था और राघव की जल्द ही शादी हो गई उन लोगों ने कोर्ट मैरिज की थी। मैंने अभी तक शादी नहीं की थी और मैं भी अब शादी के लिए लड़की देख रहा था मेरे परिवार वालों ने ना जाने मेरे लिए कितनी ही लड़कियां देखी लेकिन मुझे कोई लड़की समझ ही नहीं आ रही थी। एक दिन मेरे मामा जी ने मेरे लिए एक लड़की का रिश्ता भिजवाया वह लोग लखनऊ में रहते हैं। जब उन्होंने वह रिश्ता भिजवाया तो मेरी मां को तो लड़की पहली ही नजर में पसंद आ गई थी और मां ने मुझे जब उसकी तस्वीर दिखाई तो मुझे लड़की बहुत ही अच्छी लगी। हम लोग उनके घर जाने वाले थे तो मुझे भी कुछ दिनों के लिए अपने ऑफिस से छुट्टी लेनी थी मैंने अपने ऑफिस से छुट्टी ले ली और अब हम लोग लखनऊ चले गए। हम लोग लखनऊ गए तो मैंने जब पहली बार सरिता को देखा तो मुझे सरिता से मिलकर बहुत ही अच्छा लगा हम लोगों ने आपस में बात भी की। सरिता और मेरे रिश्ते को लेकर हमारे परिवार वाले भी तैयार हो चुके थे सरिता और मेरी जल्दी सगाई होने वाली थी हम लोगों की सगाई दिल्ली में होने वाली थी। दिल्ली में जब हम दोनों की सगाई हो गई तो उसके बाद एक दिन मैं और सरिता फोन पर बात कर रहे थे सरिता मुझे कहने लगी कि वह शादी के बाद जॉब करना चाहती है। मैंने सरिता को कहा कि इसमें मुझे कोई दिक्कत नहीं है यदि तुम्हें लगता है कि तुम्हें जॉब करनी चाहिए तो तुम जॉब कर सकती हो, मैंने सरिता से उस दिन काफी देर तक बात की।

मेरी शादी की तैयारियां शुरू हो चुकी थी और शादी के कार्ड भी हमने अपने रिश्तेदार को भिजवा दिए थे और अब जल्द ही मेरी शादी होने वाली थी। मैंने अपने दोस्तों को भी अपनी शादी में बुलाया था हम दोनों की शादी दिल्ली में ही होने वाली थी और हम लोगों ने सारा अरेंजमेंट दिल्ली में ही किया हुआ था। कुछ ही दिनों में मेरी और सरिता की शादी हो गई सरिता मेरी पत्नी बन चुकी थी और मैं बहुत खुश था क्योंकि मैं जैसी पत्नी चाहता था सरिता बिल्कुल उसी के अनुरूप थी। हम दोनों अब एक दूसरे के हो चुके थे शादी की पहली रात तो मैं सरिता के साथ बड़े अच्छे से बिताना चाहता था। सरिता कमरे में मेरा इंतजार कर रही थी सुहागरात की पहली रात जब मैं और सरिता एक दूसरे के साथ बैठे हुए थे तो मैंने उसका हाथ पकड़ लिया। सरिता मुझसे बात करने लगी वह मुझसे खुलकर बात कर रही थी मैं सरिता की तरफ देख रहा था कुछ देर तक मैंने उससे बात की करीब 1 घंटे तक हम दोनों एक दूसरे से बात करते रहे फिर जब मैंने कमरे की बत्ती बुझा दी तो वह मेरी बाहों में आने लगी थी।

मैं भी उसे महसूस करने लगा था मैंने उसके बदन को महसूस किया और उसके होंठों को मैं बड़े अच्छे से चूमने लगा था मैं उसके होठों को जिस प्रकार से चूम रहा था उससे मुझे बड़ा मजा आ रहा था वह बहुत ज्यादा उत्तेजित होती जा रही थी उसकी उत्तेजना बढ़ने लगी थी मैं बिल्कुल भी रह नहीं पा रहा था वह भी बिल्कुल नहीं रह पा रही थी। हम दोनों एक दूसरे के लिए बहुत ज्यादा तड़पने लगे थे मैंने उसे कहा मुझे तुम्हारी चूत के अंदर अपने लंड को डालना पड़ेगा तो वह मुस्कुराने लगी। मैंने उसके कपड़े उतारकर उसक ब्रा को खोल दिया उसके स्तनों को जब मैंने अपने हाथों से दबाया तो वह तड़पने लगी थी। उसकी उत्तेजना बहुत ज्यादा बढने लगी थी मैंने उसके स्तनों को अपने मुंह में ले लिया था मैं उसके स्तनो को बड़े अच्छे से चूसने लगा मैने उसके स्तनों का पूरी तरीके से चूसा वह बहुत ही ज्यादा गरम हो चुकी थी। मैंने अब अपने लंड को बाहर निकाला जब मै उसकी चूत पर लंड को रगडता तो उसे मज़ा आने लगा जब मेरे लंड से पानी बाहर आ गया तो मेरा लंड पूरी तरीके से गर्म हो चुका था। उसकी चूत से पानी बाहर निकलने लगा था उसकी योनि से इस कदर पानी निकाल रहा था कि मैं बिल्कुल भी अपने आपको रोक नहीं पाया मैंने अपने लंड को उसकी चूत के अंदर धीरे-धीरे धकेलना शुरू किया मेरे लंड उसकी चूत के अंदर चला गया जब मेरा लंड उसकी चूत को फाडता हुआ अंदर की तरफ गया तो वह बहुत जोर से चिल्लाई और मुझे कहने लगी मेरी चूत से खून निकल आया है उसकी योनि से बहुत ज्यादा खून निकलने लगा था। वह बहुत ज्यादा तड़पने लगी थी उसने मुझे अपने पैरों के बीच में कस कर जकड़ लिया था मैं उसके स्तनों को दबा रहा था मुझे बहुत ही मजा आ रहा था। मैंने उसके स्तनों को बहुत देर तक चूसा अब मेरी गर्मी इतनी ज्यादा बढ़ चुकी थी कि मैंने उसे कहा मुझे तुम्हें चोदना में बड़ा मजा आ रहा है।

उसकी चूत से अब कुछ ज्यादा ही खून बाहर निकलने लगा था मुझे उसको धक्के मारने में बड़ा आनंद आता। मेरा लंड भी बहुत ज्यादा मोटा होने लगा था जल्दी ही मेरा वीर्य बाहर की तरफ गिर गया जैसे ही मेरा माल बाहर गिरा तो मैंने अपने लंड को साफ़ किया और उसकी चूत को मैंने साफ किया मैंने दोबारा उसकी चूत मे लंड लगाया उसकी चूत से अभी भी वीर्य बाहर की तरफ निकल रहा था उसकी चूत से निकलता हुआ वीर्य कुछ अधिक होने लगा था मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। जब मैं उसको धक्के मार रहा था तो मैंने उसके दोनों पैरों को अपने हाथों से पकड़ लिया था मैंने उसकी मोटी जांघ को कसकर पकड़ा हुआ था मुझे बहुत अच्छा लग रहा था।

उसकी चूत और मेरे लंड की टक्कर से जो गर्मी पैदा होती वह एक अलग माहौल पैदा कर रही थी उससे मुझे मजा आता कुछ देर बाद मैंने उसे बिस्तर पर उल्टा लेटा दिया। जब मैंने उसे उल्टा लेटाया तो उसकी चूत के अंदर बाहर में लंड को करने लगा उसकी चूत के अंदर बाहर मेरे अपने लंड हो रहा था तो मुझे बहुत मजा आ रहा था और वह मेरा साथ बड़े ही अच्छे से दे रही थी उसकी चूतड़ों को मैंने पूरी तरीके से मसल कर रख दिया था। उसकी चूतड़ों पर मैं जिस प्रकार से प्रहार करता उससे एक अलग ही आवाज पैदा होती और मुझे ऐसा लगता जैसे बस में उसे चोदता जाऊ। मैंने उसे बहुत देर तक ऐसे ही चोदा जब मुझे एहसास होने लगा कि मैं ज्यादा समय तक अपने आपको रोक नहीं पाऊंगा तो मैंने उसे कहा मैं तुम्हारी चूत में वीर्य गिराने जा रहा हूं और उसकी चूत के अंदर मैंने अपने वीर्य को गिराकर अपनी पहली रात को सफल बना दिया। हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत ज्यादा खुश थे सरिता मेरा बहुत ही ध्यान रखती है वह मेरा हर एक जरूरतों को ध्यान रखती है सेक्स को लेकर तो मुझे कभी कमी होने ही नहीं देती।
 
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