ठरकी पड़ोसी ने ली दीदी की क्लास

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Tharki Padosi Ne Li Didi Ki Class

हाय फ्रेंड्स। मेरा नाम पल्लवी देसाई (उम्र २०) है। मैंने आपको इस कहानी के माध्यम से एक ऐसी रोमांचक घटना बताई है, जो कुछ दिनों पहले मेरी दीदी मल्लिका के साथ घटित हुई थी।

इस घटना के बाद, मेरी मल्लिका दीदी का अपने खूबसूरत होने का घमंड बिलकुल टूट गया था। अब उसके पैर आकाश में नहीं बल्कि जमीन पर आ गए हैं। यह कहानी कुछ इस तरह शुरू होती है-

मल्लिका दीदी एक्ट्रेस बनने के सपने देखती रहती थी। वह महंगे मेकअप लगाकर और अच्छे कपड़े पहनकर डिस्को-टेक, क्लब में घुमा करती थी। मेरे माँ-पिताजी नौकरी करने में इतने व्यस्त थे, इसलिए उनको मल्लिका दीदी के कारनामों के बारे में पता नहीं चलता था।

दीदी उन दोनों से पैसे माँगा करती थी, जो वह फोटो स्टूडियो में जाकर उड़ाती थी। कुछ महीने पहले, हमारे पास वाले मकान में एक अभिनव अंकल रहने आए थे। वह पेशे से एक फ़ोटोग्राफर है, जो कैलेंडर मॉडल्स की तस्वीरें खींचते हैं।

जब मेरी दीदी को पता चला, तब वह ख़ुशी के मारे पागल हो गई थी। अभिनव अंकल के साथ दीदी की जान-पहचान हो जाने बाद, वह उसकी पोट्रैट बनाने लगे। दीदी के ख़ूबसूरती की तारीफ़ करके, अंकल उसे बड़े-बड़े सपने दिखाने लगे थे।

दीदी दोपहर को अभिनव अंकल के घर जाया करती थी। एक बार मैंने देखा कि मल्लिका दीदी अपने अलमारी में एक बॉक्स छिपा रही थी। दीदी जब बाथरूम में गई, तब मैंने अलमारी में से बॉक्स खोलकर देखा था।

उसमें एक डिज़ाइनर ब्रा और पैंटी थी जो काफ़ी महंगी थी। उतनी महंगी ब्रा और पैंटी तो न मेरी माँ पहनती थी और न तो मेरी दीदी। दीदी के आने से पहले मैंने बॉक्स को उसकी जग़ह पर रख दिया था।

अगले दिन, दोपहर के वक़्त मेरी दीदी रोज़ की तरह अभिनव अंकल के घर चली गई। उसके जाने के बाद, मैंने दीदी की अलमारी खोलकर उस बॉक्स को ढूँढ़ा। बॉक्स उस जग़ह पर नहीं था।

मुझे पता लगाना था कि उस दिन दीदी किस तरह की फ़ोटोग्राफ़ी करने के लिए अभिनव अंकल के घर गई थी। दीदी के पास अंकल के घर की डुप्लीकेट चाबी थी। मैंने उसके बैग से चाबी निकाली और अभिनव अंकल के घर की ओर चली गई।

चाबी लगाकर मैंने दरवाज़ा बिना कोई आवाज़ किए खोला और अंदर जाकर बंद कर दिया। दबे पाँव अंदर के कमरे की तरफ़ चलकर मैं झाँककर देखने लगी।

मल्लिका दीदी ब्रा और पैंटी पहने अलग-अलग पोज़ में टेबल पर बैठे हुए अपने सौंदर्य का प्रदर्शन कर रही थी। अभिनव अंकल उकसी तस्वीरें खींचते हुए उसे अगले पोज़ीशन के बारे में बता रहे थे।

कुछ देर बाद, अंकल अपना कैमरा रखकर मल्लिका दीदी के पास जाकर खड़े हो गए। वह मल्लिका दीदी के बदन को छूकर उसके पोज़ को ठीक कर रहे थे। मल्लिका दीदी के चूचियों से लेकर उसकी चूतड़ तक, सब जग़ह अपना हाथ लगाकर वह दीदी को उत्तेजित करने लगे।

[मल्लिका दीदी:] क्या से सब करना ज़रूरी है अभिनव सर?

[अभिनव अंकल:] ऑफ़ कोर्स बेबी, एक मॉडल को अपना बदन फोटोग्राफर को अर्पण कर देना चाहिए। तभी तो उसकी खूबसूरती फ़ोटो में उभरकर दिखेगी।

[मल्लिका दीदी:] लेकिन मुझे डर लग रहा है सर.

[अभिनव अंकल:] तुम बिलकुल डरो मत। बस मेरा साथ देते जाओ और मज़े करो। देखना मैं तुमको एक सुपर-मॉडल बनाऊँगा।

अभिनव अंकल मल्लिका दीदी की चूचियों पर हाथ घुमाकर उसे उकसाने लगे थे। दीदी ने अपने हाथों को चूत के हिस्से के पास ले जाकर उन्हें पैरों से दबाने लगी। तभी अंकल के शर्ट की जेब से कंडोम के २ पैकेट नीचे फ़र्श पर गिर गए।

दीदी उसे देखकर शर्मा गई थी। अभिनव अंकल ने कंडोम के पैकेट को उठाकर बिस्तर के ऊपर फ़ेंक दिया। उन्होंने मल्लिका दीदी के मोटे चूतड़ को पकड़कर उठाया और उसे बिस्तर पर लेटा दिया।

बिस्तर पर लेटाने के बाद, मल्लिका दीदी की पैंटी के अंदर अपनी हथेली घुसाकर उसकी चूत को रगड़ने लगे। मल्लिका दीदी अपने जाँघों से अभिनव अंकल की हथेली दबाकर मज़े ले रही थी।

अभिनव अंकल अपने कपड़े उतारकर मल्लिका दीदी के ऊपर कूद पड़े। उसके गोल-मटोल लटकते हुए चूचियों को दबोचकर उन्हें दबाने लगे। मल्लिका दीदी अभिनव अंकल के होंठों को अपने मुँह में भरकर उनकी चुम्मियाँ ले रही थी।

अभिनव अंकल ने मल्लिका दीदी की ब्रा और पैंटी को उतार फेंका और उसे अपने ऊपर चढ़ा लिया। मल्लिका दीदी की मोटी और गोरी गाँड़ की दरार में उँगलियाँ फ़साकर अभिनव अंकल उसे फ़ैलाने लगे।

दीदी अपने हाथ को नीचे ले जाकर अभिनव अंकल के मोटे लौड़े को हिलाने लगी। दोनों एक दूसरे के होंठों को चूस-चूसकर उसकी चुम्मियाँ ले रहे थे। अभिनव अंकल ने अपनी बिच वाली उँगली मल्लिका दीदी की गाँड़ की छेद में घुसा दी और उसे अंदर-बाहर करने लगे।

मल्लिका दीदी सिसकियाँ लेते हुए अभिनव अंकल की चुम्मियाँ लेने लगी थी। अभिनव अंकल ने अपनी बिच वाली उँगली को मल्लिका दीदी की गाँड़ की छेद से निकालकर अपने मुँह में भर दिया। उसके बाद उसी उँगली को मल्लिका दीदी के मुँह में घुसा दिया।

मल्लिका दीदी उठकर अभिनव अंकल के चेहरे पर अपनी चौड़ी गाँड़ को रखकर बैठ गई। उसने पहले अपनी गाँड़ को अभिनव अंकल के चेहरे पर रखकर आगे-पीछे करके घिसना शुरू। अभिनव अंकल अपनी ज़ुबान बाहर निकालकर उसकी चूत की दरार और गाँड़ की छेद चाटने लगे।

अभिनव अंकल ने उत्साहित होकर मल्लिका दीदी के चूतड़ को पकड़ लिया और उन्हें फैलाकर अपनी ज़ुबान को उसकी गाँड़ की छेद के अंदर घुसाने लगे। मल्लिका दीदी अभिनव अंकल के मुँह पर अपनी गाँड़ को ऊपर-नीचे उछालने लगी थी।

अभिनव अंकल ने अपनी उँगलियों से मल्लिका दीदी की चूत की पँखुड़ियों को फ़ैलाना शुरू किया। मल्लिका दीदी की चूत को खोलकर वह अपनी उँगली चूत पर रगड़ने लगे थे।

मल्लिका दीदी अभिनव अंकल का खड़ा हुआ मोटा लौड़ा देखकर आगे झुक गई। उनके लौड़े को पूरी तरह से तनकर खड़ा करने के बाद, मल्लिका दीदी ने बिस्तर पर पड़े कंडोम के पैकेट को खोलकर कंडोम को अंकल के लौड़े पर चढ़ाया।

मल्लिका दीदी अंकल के मोटे लौड़े को अपने मुँह में घुसाकर अच्छे से चूसने लगी। थोड़ी देर बाद, मल्लिका दीदी अभिनव अंकल के ऊपर चढ़कर बैठ गई।

अभिनव अंकल ने एक कपड़ा अपने पेट पर रखा और दीदी की चूत में ज़ोर से धक्का मारकर अपना लौड़ा उसकी चूत में घुसा दिया। दीदी अंकल की जाँघों को दबाकर ज़ोर से चीख़ उठी।

जैसे ही अंकल ने अपना लौड़ा दीदी की चूत से निकाला, चूत से ख़ून निकलने लगा। दीदी ने कपड़े से अपनी चूत को साफ़ किया और लौड़े पर से कंडोम निकालकर फ़ेंक दिया।

दूसरे कंडोम को लौड़े पर चढ़ाकर दीदी ने अभिनव अंकल के लौड़े को पकड़कर अपनी चूत की दरार पर घिसना शुरू किया और फिर अंदर घुसा दिया।

अभिनव अंकल मल्लिका दीदी की गाँड़ को पकड़कर उसे अपने मोटे लौड़े पर ऊपर- नीचे उछालने लगे। मल्लिका दीदी ज़ोर से चिल्ला रही थी। वह पूरी तरह से मस्त और गरम हो चुकी थी।

उसकी गाँड़ की छेद भी खुल गई थी, जिसमें अभिनव अंकल ने कुछ देर बाद अपनी उँगली घुसाकर अंदर-बाहर करने लगे। ज़ोर-ज़ोर से अभिनव अंकल मल्लिका दीदी को अपने मोटे लौड़े पर उछालने लगे जिससे मल्लिका दीदी चिल्लाकर अपनी हवस को जताने लगी।

कुछ देर तक अभिनव अंकल मल्लिका दीदी की ज़ोर-ज़ोर से चुदाई करते रहे और फिर रुक गए। अभिनव अंकल ने उठकर मल्लिका दीदी को अपने गोद में बिठा लिया और उसकी गाँड़ को पकड़कर अपने मोटे लौड़े पर उछालना लगे।

मल्लिका दीदी के मोटे चूचे अभिनव अंकल की छाती से टकरा रहे थे।अभिनव अंकल और मल्लिका दीदी एक दूसरे की ज़ुबान बाहर निकालकर चाटने लगे। कुछ देर बाद, अभिनव अंकल ने मल्लिका दीदी को घोड़ी बनाकर बिस्तर पर लेटा दिया।

अभिनव अंकल ने मल्लिका दीदी की हिलती हुई गाँड़ को देखकर उसके चूतड़ पर थप्पड़ मारकर उसके चीख़ें निकाल दिए। अभिनव अंकल ने मल्लिका दीदी की गाँड़ की छेद पर अपने मोटे लौड़े की नोक को रखा और धीरे से धक्का मारकर उसे अंदर घुसा दिया।

धीरे-धीरे धक्के मारते हुए अभिनव अंकल मल्लिका दीदी की गाँड़ को चोद रहे थे। मल्लिका दीदी की ज़ोर-ज़ोर से गाँड़ चोदते वक़्त अभिनव अंकल उसकी चूत को अपनी उँगलियों से रगड़ रहे थे।

गाँड़ के अंदर घुसते मोटे लौड़े ने मल्लिका दीदी की हवस को इतना बढ़ा दिया था कि मल्लिका दीदी की चूत से चिपचिपे पानी की धार अभिनव अंकल की हथेली पर निकल गया।

कुछ देर बाद, अभिनव अंकल मल्लिका दीदी की कमर को पकड़कर धीरे से अपने मोटे लौड़े को उसकी गाँड़ के अंदर-बाहर कर रहे थे। कुछ देर बाद, अभिनव अंकल अपने मोटे लौड़े को मल्लिका दीदी की फैली हुई चूत के अंदर घुसाकर उसकी चुदाई करने लगे थे।

फिर आगे झुककर मल्लिका दीदी के उछलते चूचियों को पकड़कर उन्हें दबाने लगे। अभिनव अंकल ज़ोर-ज़ोर से मल्लिका दीदी की चूत पर अपने मोटे लौड़े को पटक रहे थे। मल्लिका दीदी चिल्लाकर अभिनव अंकल को उकसाह रही थी।

कुछ समय और मल्लिका दीदी की चुदाई करने के बाद अभिनव अंकल ने अपना मोटा लौड़ा मल्लिका दीदी की चूत से निकाल दिया। मल्लिका दीदी के पैर काँपने रहे थे और तभी उसने पेशाब की तेज़ धार अपनी चूत से निकाल दी।

थोड़ी देर बाद, मल्लिका दीदी मुड़कर अभिनव अंकल के मोटे लौड़े को चूसने लगी थी। उसने लौड़े पर से कंडोम उतार दिया और ज़ोर-ज़ोर से अभिनव अंकल का मोटा लौड़ा अपने मुँह के अंदर-बाहर करने लगी थी।

अभिनव अंकल ने मल्लिका दीदी का सर पकड़कर उसके मुँह के अंदर अपने लौड़े का माल निकाल दिया था। मल्लिका दीदी मुस्कुराते हुए अभिनव अंकल के लौड़े का माल पी गई। अंकल अपने कपड़े पहनने लगे और दीदी बाथरूम में चली गई।

मैंने दुबारा दबे पाँव चलकर दरवाज़ा खोला और बाहर चली गई। कुछ दिनों बाद, अभिनव अंकल ने दूसरी मॉडल को अपने स्टूडियो में लाना शुरू कर दिया था।

उस मॉडल को देखकर मल्लिका दीदी को उसके साथ खेले गए खेल के बारे में एहसास हुआ। उस दिन मल्लिका दीदी को अपनी असली औक़ात के बारे में पता चला।
 
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