तुम भी चोदू निकले

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Antarvasna, hindi sex kahani: मैं अपनी पढ़ाई के लिए दिल्ली चला आया था मैं मेरठ का रहने वाला हूं मेरठ से दिल्ली की दूरी ज्यादा तो नहीं है लेकिन दिल्ली के एक अच्छे कॉलेज में मुझे दाखिला मिल चुका था इसलिए मैं दिल्ली आ गया। जब मैं दिल्ली आया तो मुझे इस बात की बड़ी खुशी थी कि जिस कॉलेज में मैं दाखिला चाहता था उसी कॉलेज में मुझे एडमिशन मिल चुका था और यह मेरे सपने सच होने जैसा था। मैं अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था और उसी दौरान मेरी मुलाकात प्रकाश से हुई। मैं दिल्ली में एक हॉस्टल में रहता था वहां से मेरे कॉलेज की दूरी ज्यादा नहीं थी इसलिए मैं पैदल ही जाया करता था मैं जब अपने कॉलेज से वापस लौटता तो मेरी मुलाकात प्रकाश से हो जाया करती थी। प्रकाश उम्र में मुझसे बड़ा था वह मेरे हॉस्टल के पास ही रहता था उसका घर हमारे हॉस्टल के पास ही था इसलिए प्रकाश से मेरी अच्छी दोस्ती हो चुकी थी और हम दोनों अक्सर एक दूसरे से मिलते रहते थे।

एक दिन मेरी छुट्टी थी तो उस दिन प्रकाश ने मुझे कहा कि क्या तुम क्रिकेट खेलने का शौक रखते हो मैंने प्रकाश से कहा हां मैं क्रिकेट खेलने का शौक रखता हूं। वह मुझे कहने लगा चलो तो फिर आज हम लोग मैच खेल आते हैं मैंने उसे कहा लेकिन हम लोगों को कहां जाना होगा वह कहने लगा कि तुम मेरे साथ चलो। मैं प्रकाश के साथ चला गया हम लोग एक बड़े से ग्राउंड में चले गए और वहां पर प्रकाश के कुछ दोस्त भी थे उस दिन मैंने काफी समय बाद क्रिकेट खेला था लेकिन मुझे बड़ा अच्छा लगा और उसके बाद मैं और प्रकाश वापस लौट आए। मैंने प्रकाश से कहा यार आज तो काफी देर हो चुकी है लगता है मुझे अब निकल लेना चाहिए प्रकाश कहने लगा कोई बात नहीं तुम आज मेरे घर पर ही रुक जाना। मैंने प्रकाश से कहा तुम्हें मालूम तो है ना हमारे हॉस्टल में जो गार्ड है वह दरवाजा बंद कर देता है और उसके बाद किसी को भी नहीं आने देता और यदि हॉस्टल में इस बात का पता चला कि मैं आज लौटा नहीं तो मेरे घर में वह लोग फोन कर देंगे। हॉस्टल के बड़े ही सख्त नियम है इसीलिए मेरे पिताजी ने मुझे उस हॉस्टल में रखवाया था क्योंकि वह चाहते थे कि मैं ऐसे ही किसी भी जगह ना रहूं जिससे कि मेरी पढ़ाई में फर्क पड़े।

मुझे पापा से बहुत ही ज्यादा डर लगता है मैंने प्रकाश से कहा दोस्त मैं अभी चलता हूं प्रकाश कहने लगा ठीक है मैं भी तुम्हें नहीं रोकूंगा और मैं वहां से अपने हॉस्टल चला आया। मैं जब हॉस्टल पहुंचा तो उस वक्त खाने का भी टाइम हो चुका था और मेरा रूममेट मुझे कहने लगा कि चलो आकाश खाना खाने तो मैंने उससे कहा ठीक है फिर चलो। हम दोनों ही साथ में खाना खाने के लिए चले गए हम दोनों साथ में बैठकर खाना खा रहे थे और बात भी कर रहे थे मैंने रमन से पूछा रमन मुझे एक बात बताओ क्या हम लोग अपने रूम में भी खाना बना सकते हैं। रमन मुझे कहने लगा यहां पर तो खाना बनाना अलाउड नहीं है और यदि किसी को इस बारे में मालूम पड़ा तो हमें ही परेशानी होगी। मैंने रमन से कहा यार यह खाना मुझसे ज्यादा दिन तक नहीं खाया जाएगा मैं बहुत ही ज्यादा परेशान हो चुका हूं और मेरे मुंह में रोटी का एक निवाला भी नहीं जाता। रमन कहने लगा तुम्हें भी आदत हो जाएगी तुम चिंता मत करो मैंने उसे कहा यह खाना खाकर तो मैं बीमार ही पड़ जाऊंगा। रमन ने कहा कि कोई बीमार नहीं पड़ेगा तुम्हें जब इस खाने की आदत हो जाएगी तो तुम्हें भी यह खाना अच्छा लगने लगेगा। रमन ने मुझसे कहा कि आकाश तुम आज कहां थे तो मैंने रमन को बताया आज मैं क्रिकेट खेलने के लिए चला गया था। रमन मुझे कहने लगा कि तुमने मुझे भी नहीं बताया नहीं तो मैं भी तुम्हारे साथ चल लेता मैं पूरे दिन आज रूम में ही था और बोर हो गया था। मैंने रमन से कहा ठीक है अगले दिन जब मैं जाऊंगा तो तुम्हें जरूर बता दूंगा रमन कहने लगा हां यार तुम मुझे जरूर बता देना। रमन और मैं टेबल से उठे और हाथ धोकर अपने रूम में चले गए। मैं जब रूम में गया तो मैंने देखा मेरे फोन पर प्रकाश का फोन आया हुआ है मैंने तुरंत ही प्रकाश को फोन किया और प्रकाश से पूछा कि तुमने क्या मुझे फोन किया था। प्रकाश कहने लगा हां मैंने तुम्हें फोन किया था मैंने प्रकाश से पूछा लेकिन हुआ क्या है जो तुमने मुझे आज फोन किया।

प्रकाश कहने लगा मैंने तुम्हें इसलिए फोन किया था कि तुम्हारी किस दिन छुट्टी है मैंने प्रकाश से कहा अब तो मैं तुम्हें अगले हफ्ते ही मिल पाऊंगा। प्रकाश कहने लगा यार क्या तुम मेरे साथ अपनी छुट्टी के दिन मेरी मौसी के घर चल सकते हो मैंने प्रकाश से कहा ठीक है लेकिन तुम देख लो यदि तुम्हारे साथ कोई और आने को तैयार है तो तुम उसे ले जा सकते हो। प्रकाश कहने लगा नहीं आकाश तुम ही मेरे साथ चलना अगले हफ्ते मैं तुम्हारा इंतजार करूंगा मैंने प्रकाश से कहा ठीक है अगले हफ्ते मैं तुम्हें मिल जाऊंगा। एक हफ्ते तक मैं अपने कॉलेज गया और जिस दिन छुट्टी थी उस दिन मैंने प्रकाश को सुबह के वक्त फोन कर दिया था प्रकाश मुझे कहने लगा कि मैं तुम्हारा घर पर ही इंतजार कर रहा हूं तुम घर पर आ जाओ। मैं तैयार होकर प्रकाश के पास चला गया और प्रकाश ने अपनी गाड़ी निकाली, प्रकाश अपनी कार बहुत कम ही निकाला करता था उसके पापा उसे कार चलाने नहीं देते थे क्योंकि उससे पहले भी प्रकाश का एक्सीडेंट हो चुका था इसलिए वह उसे कार चलाने नहीं देते थे। उस दिन हम दोनों ही प्रकाश की मौसी के घर गये, हम लोग जब प्रकाश की मौसी से मिले तो उसकी मौसी की उम्र ज्यादा नहीं थी प्रकाश की मौसी प्रकाश से बात कर रही थी और मैं चुपचाप बैठा हुआ था।

तभी मेरी नजर एक फोटो पर पड़ी जिसमें एक लड़की नजर आ रही थी मैं उस फोटो को निहारता रहा और वह लड़की मेरे सामने आ गई। उसे देखकर मेरे होश ही उड़ गए मेरी आंखों के सामने जैसे कोई चांद का टुकड़ा आ गया हो उस टुकड़े को पाने के लिए मैंने अपनी पूरी कोशिश करनी शुरू कर दी। मैंने प्रकाश के मोबाइल से उसकी मौसी की लड़की रीना का नंबर भी चोरी कर लिया मेरे पास रीना का नंबर आ चुका था। रीना से मैं बात करने लगा हम लोग फोन पर ही बात करते थे मैंने रीना को अपने बारे में कुछ भी नहीं बताया था। एक न एक दिन तो उसे मुझे बताना ही था इसलिए मैंने उसे सब कुछ बता दिया और उसके बाद हम लोगों ने मिलने का फैसला किया। रीना ने मुझसे पूछा क्या तुम मुझे पहले दिन से चाहने लगे थे मैंने रीना से कहा मैं तुम्हें पहले दिन से ही चाहने लगी थी लेकिन तुम्हें मेरे बारे में शायद अभी पूरी बात नहीं मालूम है। रीना ने मुझे बताया कि उसका एक बॉयफ्रेंड भी था जिसके साथ उसका ब्रेकअप हो जाने के बाद वह अलग ह गए। उस दिन मैंने रीमा से कहा अब तुम यह बात रहने दो। मैने रीना से कहा क्या हम लोग अब अपने आगे रिश्ते को बढ़ा सकते हैं तो रीना ने मुझे कहा हां क्यों नहीं हम लोगों ने अपने रिश्ते को आगे बढ़ाया। वह मुझसे अपने बॉयफ्रेंड की हर एक बात किया करती एक दिन मैने रीना और उसके बॉयफ्रेंड के बीच हुए अंतरंग संबंध की बात भी पूछ ली तो रीना थोड़ा घबराने लगी थी लेकिन उसने मुझे बता ही दिया। जब रीना ने मुझे अपने और अपने बॉयफ्रेंड के बीच हुए अंतरंग संबंध की हर एक कहानी बता दी तो मेरा दिल भी उसके लिए धड़कने लगा था और उसकी चूत मारने के लिए मैं बेताब होने लगा था।

मैं चाहता था कि रीना मुझे मिले और रीना ने एक दिन मुझे अपने घर पर बुला लिया हम दोनों के बीच अश्लील बातें तो होती ही रहती थी लेकिन अब मैने रीना को चोदने के बारे में भी सोच लिया था। उसकी चूत मारने के लिए मैं बेताब था मैंने जब रीना को अपनी बाहों में लिया तो वह कहनी लगी आकाश थोड़ा आराम से करो। मैं रीना के स्तनों को दबा रहा था और उसे भी अच्छा लग रहा था लेकिन जब मैंने उसकी चूतड़ों को दबाना शुरु किया और मेरा लंड उसकी चूतड़ों से टकराने लगा तो वह उत्तेजित होने लगी। मैंने रीना से कहा कि तुम अपने कपड़े उतार दो उसने अपने कपड़े उतारते हुए मुझे कहा मुझे तुम्हारे लंड को अपने मुंह में लेना है। मैंने भी रीना से कहा तुम मेरे लंड को अपने मुंह में ले लो। रीना ने मेरे मोटे लंड को मुंह में समा लिया और उसे वह बड़े अच्छे से सकिंग करने लगी 2 मिनट तक ऐसा करने के बाद मैंने रीना के बदन के हर एक हिस्से को चाटना शुरू किया।

जिस प्रकार से मैं उसके बदन को चाट रहा था उससे उसे भी मजा आ रहा था वह भी पूरी तरीके से मुझे महसूस कर पा रही थी। मैंने जब करीना की योनि को चाटकर उसको चरम सीमा पर पहुंचा दिया तो वह मुझसे अपनी चूत मरवाने के लिए तैयार हो चुकी थी। मैंने भी अपने मोटे लंड को उसकी योनि के अंदर डाल दिया मेरा लंड आसानी से उसकी योनि में नहीं जा रहा था इसलिए मुझे थोड़ी ताकत लगानी पड़ी और मेरा लंड उसकी योनि में प्रवेश हुआ तो मुझे बड़ा अच्छा महसूस हुआ। मैंने उसे अब तेज गति से धक्के देने शुरू कर दिए मै जिस गति से उसे चोद रहा था उससे मुझे बड़ा आनंद आ रहा था और उसे भी मजा आ रहा था। मैंने उसकी चूत के मजे बहुत देर तक लिए और उसकी चूत का मैंने भोसडा बना कर रख दिया था। रीना मुझे कहने लगी आकाश तुमने तो आज मेरी चूत की हालत खराब कर दी है मैंने उसे कहा लेकिन मैंने तुम्हारी जैसी टाइट और कमसिन चूत की लड़की आज तक नहीं देखी। वह मुझे कहने लगी अच्छा तो तुमने भी पहले सेक्स संबंध बनाए हैं मैंने उससे कहा हां मैंने भी पहले एक दो बार संबंध बनाए हैं लेकिन तुम्हारी जैसी लड़की के साथ अब तक सेक्स संबंध नहीं बनाएं।
 
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