दिल झूम ऊठा चुदाई करके

sexstories

Administrator
Staff member
Antarvasna, hindi sex kahani: घर में भैया की शादी की तैयारियां चल रही थी और सब लोग बहुत खुश थे। जब भैया की शादी हो गई तो उसके बाद भैया कुछ समय तक घर पर रहे और फिर वह अपनी जॉब पर चले गए। भैया विदेश में नौकरी करते हैं और फिर वह विदेश जा चुके थे मैंने भी अपनी जॉब से रिजाइन दे दिया था और उसके बाद मैंने अपनी जॉब के लिए दूसरी जगह ट्राई किया। मेरी जॉब दूसरी कंपनी में लग चुकी थी और मुझे जॉब के लिए कोलकाता जाना था मैंने इस बारे में काफी सोचा और आखिरकार मैं जॉब करने के लिए कोलकाता चला ही गया। जब मैं कोलकाता गया तो मेरे लिए कोलकाता बिल्कुल ही नया शहर था कोलकाता में मेरे दोस्त ने हीं मेरी वहां पर रहने में मदद की और उसने ही मेरे लिए कोलकाता में एक घर देख लिया था और मैं वहां पर रहने लगा था।

मैं अपनी जॉब से काफी ज्यादा खुश था और मेरी जॉब अच्छे से चल रही थी मैं जब अपनी जॉब पर जाता तो अक्सर मैं एक लड़की को देखा करता था वह उसी कॉलोनी में रहती थी जहां मैं रहता था लेकिन वह किसी से कभी बात नहीं करती थी। एक दिन मैंने उसे बस स्टॉप पर देखा जब मैंने उसे देखा तो मैंने सोचा कि मैं उससे बात करूं लेकिन फिर मैं सोचने लगा कि क्या मेरा उससे बात करना ठीक रहेगा क्योंकि मैं उसे जानता भी तो नहीं था इसलिए मैंने उस लड़की से बात नहीं की। मैंने उससे बात नहीं की और काफी दिनों के बाद जब वह लड़की मुझे दोबारा से बस स्टॉप पर दिखी तो मैंने उससे बात करने की सोची और मैंने उससे बात कर ही ली। मैंने उसे अपना परिचय दिया तो उसने भी मुझे अपना नाम बताया उसका नाम अंजलि है। यह पहला ही मौका था जब मैंने अंजलि से बात की थी और मुझे अंजलि से बात कर के काफी अच्छा लग रहा था अंजलि से बात कर के मैं काफी खुश था मैंने उससे काफी देर तक बातें की।

उसके बाद से अंजलि हमेशा ही मुझसे बात किया करती थी अंजलि कॉलोनी में किसी से भी बात नहीं करती थी मुझे यह बात तब पता चली जब अंजली ने मुझे इस बारे में बताया। अंजलि ने मुझे बताया कि हमारी कॉलोनी में एक लड़का रहता था वह उसे बहुत ज्यादा परेशान करता था जिस वजह से वह कॉलोनी में किसी से बात नहीं करती थी। उस लड़के की वजह से अंजली के परिवार वालों को भी काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा क्योंकि उस लड़के ने अंजली के घर पर जाकर ना जाने उसके पापा मम्मी को भी क्या कुछ कहा जिससे कि अंजलि को काफी ज्यादा डर लगता था लेकिन अंजलि सिर्फ मुझसे ही बात करती थी। अंजलि जब मुझसे बातें किया करती तो मुझे अंजलि से बात करना काफी अच्छा लगने लगा था और मैं अपने आपको काफी खुश महसूस करता हूं। हम लोग एक दूसरे से काफी बातें किया करते थे अंजलि और मैं एक दूसरे के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बताने की कोशिश करने लगे थे। अंजलि ने मुझे जब पहली बार अपने परिवार वालों से मिलवाया तो मुझे अंजलि के परिवार वालों से मिलकर अच्छा लगा। उन लोगों ने मुझे अंजलि के दोस्त के रूप में स्वीकार कर लिया था और उन्हें मेरे और अंजलि के मिलने से कोई एतराज नहीं था।

मैंने अंजलि को नहीं बताया कि मैं उससे प्यार करने लगा हूं क्योंकि मुझे डर था कि मैंने इस बारे में अंजलि को बताया तो अंजलि कहीं नाराज ना हो जाये इसलिए मैंने अंजलि से अभी तक इस बारे में कोई भी बात नहीं की थी। अंजलि के साथ मैं बहुत खुश था मुझे इस बात की खुशी थी कि कम से कम अंजलि मेरी दोस्त बनकर ही सही लेकिन मेरे साथ रह तो रही है हम दोनों एक दूसरे को अक्सर मिला करते थे। कुछ दिनों के लिए मुझे अपने घर जाना था मैंने जब यह बात अंजलि को बताई तो अंजलि ने मुझे कहा कि तुम घर से कब लौट आओगे तो मैंने अंजलि को कहा कि मैं घर से जल्द ही लौट आऊंगा। अंजलि ने मुझे कहा कि जब तुम घर पहुंच जाओगे तो मुझे फोन करना मैंने अंजलि को कहा ठीक है। अगले दिन अंजलि मुझे रेलवे स्टेशन तक छोड़ने के लिए आई मुझे नहीं मालूम था कि अंजलि के दिल में मेरे लिए क्या चल रहा है लेकिन मैंने अंजलि को कभी भी अपने प्यार का इजहार नहीं किया था। मैं अपने घर जयपुर पहुंच चुका था जब मैं जयपुर पहुंचा तो मैंने अंजलि को फोन किया।

जब मैंने अंजलि को फोन किया तो उसने मुझसे कहा कि कमल क्या तुम घर पहुंच चुके हो तो मैंने अंजलि से कहा की मैं घर पहुंच चुका हूं। अंजलि और मेरे बीच काफी ज्यादा बातें होती थी इसलिए मेरी मम्मी को यह बात पता चल चुकी थी उन्होंने मुझसे कहा कि बेटा तुम अक्सर फोन पर किसी लड़की से बात करते हो। मैंने सोचा कि क्यों ना मैं अंजलि के बारे में मां को बता दूँ और फिर मैंने मां को अंजलि के बारे में सब कुछ बता दिया था। जब मैंने मां को अंजलि के बारे में बताया तो मां को भी काफी अच्छा लगा, मां ने मुझसे कहा कि क्या अंजलि और तुम एक दूसरे को प्यार करने लगे हो तो मैंने मां से कहा कि मां ऐसा तो कुछ भी नहीं है मैं सिर्फ अंजलि को अपना अच्छा दोस्त मानता हूं और अंजलि भी मुझे अपना दोस्त मानती है। मां ने उसके बाद मुझे इस बारे में नहीं पूछा। मैं कुछ दिनों तक अपने घर पर ही रहने वाला था और उस दौरान मेरी अंजलि से सिर्फ फोन पर ही बातें हो पाती थी हम लोग एक दूसरे से फोन पर ही बातें किया करते थे हम दोनों को एक दूसरे से फोन पर बातें करना अच्छा लगता और हम दोनों एक दूसरे से फोन पर घंटों बातें किया करते थे।

मुझे कोलकाता जाना था तो मैंने जब यह बात अंजलि को बताई तो अंजलि ने कहा कि कमल तुम कोलकाता कब आ रहे हो तो मैंने कहा कि मैं आज शाम को ही कोलकाता के लिए निकल रहा हूं। शाम के वक्त मैं जब रेलवे स्टेशन गया तो मैंने अंजलि से भी फोन पर बात की और जब मैं कोलकाता पहुंच गया तो अंजलि ही सबसे पहले मुझे मिली। अंजलि बहुत खुश थी और वह मुझे कहने लगी कि मैं सोच रही थी कि मैं तुमसे कुछ कहूँ मैंने अंजलि को कहा कि लेकिन तुम्हें मुझसे क्या कहना है तो अंजलि ने मुझसे कहा कि कमल मैं तुमसे प्यार करती हूं। यह बात सुनकर मैं बहुत ज्यादा खुश हो गया मैंने अंजलि को कहा कि अंजलि क्या तुम मुझसे यह कहना चाहती थी। अंजलि मुझे कहने लगी की हां, मुझे पता ही नहीं चला कि कब मैं तुमसे प्यार करने लगी लेकिन मैं तुमसे बहुत ज्यादा प्यार करती हूं और मुझे तुमसे बातें करना भी अच्छा लगता है। मैं इस बात से बहुत ज्यादा खुश था कि अंजलि मुझसे प्यार करने लगी है और उस दिन के बाद हम दोनों के बीच रिलेशन चलने लगा। हम दोनों एक दूसरे को डेट करने लगे थे क्योंकि अंजली मुझे पहले से ही पसंद थी इसलिए मुझे इस बात की बहुत ज्यादा खुशी थी। अंजलि और मैं एक दूसरे के साथ अच्छा समय बिता पा रहे थे। क्योंकि अंजलि और मेरे बीच अब रिलेशन चलने लगा था इसलिए हम दोनों एक दूसरे के साथ काफी ज्यादा खुश थे। मै अंजलि के साथ इतना ज्यादा खुश था कि अंजलि जब भी मुझसे मिलने के लिए आती तो मुझे काफी अच्छा लगता। हम दोनों एक दूसरे के साथ समय बिताया करते। हम दोनों को एक दूसरे का साथ काफी अच्छा लगता जब भी मैं अंजलि के साथ होता तो मुझे बहुत ही अच्छा लगता। एक दिन अंजलि मुझसे मिलने के लिए आई उस दिन रविवार का दिन था और मैं घर पर ही था।

अंजलि जब मुझसे मिलने के लिए आई तो मैंने अंजलि से कहा क्या अंजलि आज हम लोग कहीं घूमने चलें। अंजलि कहने लगी हां मैं भी तुमसे यही कहना चाहती थी। मैंने अंजलि से कहा मैं अभी कपड़े चेंज कर लेता हूं, मैं अपने रूम में कपड़े चेंज करने के लिए गया। जब मैं अपने बेडरूम में गया तो अंजलि भी मेरे बेडरूम मे आ गई। मै उसे देखकर अपने आपको रोक ना सका और उसे अपनी बाहों में ले लिया। जब अंजलि को मैंने अपनी बाहों में लिया तो उसे मज़ा आने लगा और मुझे भी बहुत ज्यादा मजा आने लगा था। मैंने अंजलि को कहा मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा है अंजलि भी मुझे कहने लगी मुझे भी बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा है। मैंने अंजलि के कपड़ों को उतारकर अंजलि के बदन को महसूस करना शुरू कर दिया। जब मै उसके बदन को महसूस कर रहा था तो मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा था और अंजलि को भी बहुत ज्यादा मजा आ रहा था। हम दोनों के अंदर की गर्मी इस कदर बढ़ने लगी कि मैंने अंजलि की चूत के अंदर अपनी उंगली डालने की कोशिश की लेकिन उसकी चूत में मेरी उंगली नहीं गई। अब मैंने अपने लंड को बाहर निकाला अंजलि ने उसे अपने हाथ में लेते हुए काफी देर तक हिलाया। अंजलि मेरे लंड को हिलाने के बाद जब उसने मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर उसे चूसना शुरू किया तो उसे काफी ज्यादा अच्छा लगने लगा और मुझे भी बहुत ज्यादा मजा आने लगा था। मैंने अंजलि से कहा मुझे बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा है और बहुत ज्यादा मजा आ रहा है। अब हम दोनों एक दूसरे के साथ पूरी तरीके से गर्म होने लगे थे। मैंने अंजलि को कहा मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा है अब अंजलि ने मेरा साथ देना शुरू कर दिया और मुझे कहा मेरी चूत के अंदर लंड घुसा दो।

मैने उसकी योनि पर अपने लंड को लगाकर धीरे धीरे अंदर की तरफ डालना शुरू किया जैसे ही मेरा मोटा लंड अंजलि की योनि के अंदर घुसा तो मैंने अंजलि को कहा मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा है। मैंने जब अंजलि की योनि के अंदर से निकलते हुए खून को देखा तो मैं बहुत ज्यादा खुश था अंजलि की सील पैक चूत देखकर मैं बहुत ही ज्यादा खुश हो गया था। मैंने अंजलि से कहा मुझे अब तुम्हें चोदने मे बहुत ज्यादा मजा आ रहा है। अंजलि मुझे कहने लगी मुझे भी तुम्हारे साथ सेक्स करने मे बहुत अच्छा लग रहा है। मैंने अंजलि के साथ सेक्स का मजा लिया और अंजलि के साथ काफी देर तक सेक्स किया। अंजलि को अब इतना ज्यादा मजा आने लगा था कि मैंने अंजलि की चूत में निकलते हुई आग को बढा कर रख दिया था। मैंने अंजलि की चूत से निकलती हुई आग को इतना ज्यादा बढ़ा कर रख दिया था। उसने मुझे अपने पैरों के बीच में जकडकर अपने अंदर की गर्मी को पूरी तरीके से बढ़ा दिया। मैंने जब अंजलि से कहा मुझे तुम्हारी चूत मे अपने माल को गिराना है तो अंजलि ने कहा अब तो सब कुछ हो चुका है मैं तुम्हारी हो चुकी हूं। अंजलि और मैं एक दूसरे की बाहों में थे मेरा माल अंजलि की चूत मे जा चुका था। अंजलि बहुत ही ज्यादा खुश हो गई थी जब उसकी योनि के अंदर मैंने अपने माल को गिराया और अपनी इच्छा को पूरा कर लिया।
 
Back
Top