नमिता की चूत को चोदा

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Antarvasna, hindi sex story: मैं कानपुर का रहने वाला हूं और मैं अपने पिताजी के व्यापार को संभाल रहा हूं। मेरे बड़े भैया की शादी हो जाने के बाद घर में सब कुछ बदलता चला गया क्योंकि मेरे और भैया के बीच में बिल्कुल भी नहीं बनती थी इसलिए पापा ने फैसला किया कि हम दोनों अब अलग ही रहे हैं। हम लोग अलग रहने लगे थे मैं अपने परिवार के साथ पापा और मम्मी के साथ ही रहता हूं और भैया भाभी के साथ रहते हैं। अब हम दोनों अलग रहने लगे थे इसलिए मैंने अपना नया कारोबार शुरू कर लिया था। मैं अपने काम से खुश हूं और जिस तरीके से मेरा काम चल रहा है उससे मुझे बहुत खुशी है। एक दिन मैं आयुष को मिलने के लिए उसके घर पर गया क्योंकि आयुष की तबीयत ठीक नहीं थी इसलिए मुझे उसको मिलने के लिए उसके घर पर जाना पड़ा।

जब मैं आयुष को मिला तो आयुष ने मुझे कहा कि तुमने बहुत ही अच्छा किया जो तुम मुझसे मिलने के लिए आ गए। मैं आयुष को एक महीने बाद मिल रहा था और आयुष ने मुझे कहा कि मेरी तबीयत अब पहले से ठीक है। आयुष की तबीयत अचानक से बिगड़ गई थी जिससे कि उसे अस्पताल लेकर जाना पड़ा था लेकिन मुझे इस बारे में कुछ खबर नहीं थी। जब मुझे इस बारे में जानकारी मिली तो मैं आयुष को मिलने के लिए उसके घर पर गया और आयुष की तबीयत में काफी सुधार था। मैं उस दिन जब घर लौटा तो मेरी मुलाकात उस दिन रास्ते में नमिता से हुई नमिता से मैं काफी लंबे समय बाद मिल रहा था। नमिता हमारी कॉलोनी में ही रहती है और नमिता से मेरी काफी अच्छी बातचीत है लेकिन उससे काफी लंबे अरसे बाद मेरी मुलाकात हुई थी तो मुझे नमिता से मिलकर अच्छा लगा और नमिता भी मुझसे मिलकर काफी खुश थी।

हम दोनों एक दूसरे से काफी देर तक बातें करते रहे फिर मैं घर वापस लौट आया था। जब मैं घर वापस लौटा तो उस दिन पापा और मम्मी ने मुझसे कहा कि बेटा हम लोग कुछ दिनों के लिए बनारस जा रहे हैं। मैंने उन्हें कहा कि क्या वहां कोई जरूरी काम है तो उन्होंने कहा कि नहीं वहां हमें किसी की शादी में जाना है। हमारे कोई दूर के रिश्तेदार है उनकी शादी बनारस में थी इसलिए पापा और मम्मी कुछ दिनों के लिए वहां जाना चाहते थे। वह लोग अब बनारस चले गए थे मैं घर पर अकेला ही था इसलिए मैं खाना बाहर से ही खा कर घर लौटा करता। जब मैं घर लौटता तो उस वक्त मुझे रात हो जाया करती थी। काफी दिनों बाद मुझे नमिता मिली जब मैं नमिता से मिला तो नमिता ने मुझे कहा कि वह कुछ दिनों के लिए अपने दीदी के घर गई हुई थी। मेरी नमिता से काफी देर तक बातें हुई नमिता मेरी काफी अच्छी दोस्त है और जब भी मुझे नमिता की जरूरत होती तो वह हमेशा ही मेरी मदद के लिए तैयार रहती।

नमिता को मैं काफी सालों से जानता हूं नमिता बहुत ही चुलबुली किस्म की है और वह काफी शरारती भी है लेकिन नमिता ने हमेशा ही मेरा साथ दिया है। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि नमिता और मेरे बीच में प्रेम संबंध चलने लगेगा। हम दोनों का प्रेम संबंध चलने लगा था और हम दोनों काफी खुश थे जिस तरीके से हम दोनों एक दूसरे के साथ रिलेशन में हैं। मेरा और नमिता का रिलेशन काफी अच्छा से चल रहा है और अब यह बात मेरे परिवार वालों को भी पता चल चुकी थी इसलिए वह लोग चाहते थे कि हम दोनों शादी कर ले। मैंने जब नमिता से इस बारे में कहा तो नमिता ने मुझे कहा कि उसे अपने पापा और मम्मी से इस बारे में बात करनी पड़ेगी। नमिता के पापा को अभी तक हम दोनों के रिलेशन के बारे में कुछ जानकारी नहीं थी लेकिन जब उन्हें हम दोनों के रिलेशन के बारे में पता चला तो वह मुझसे मिलना चाहते थे।

हालांकि वह मुझे जानते हैं लेकिन फिर भी वह चाहते थे कि हम लोग मुलाकात करें और मैं जब नमिता के घर पर गया तो नमिता के पिता ने मुझसे पूछा क्या तुम नमिता से प्यार करते हो। मैंने उन्हें कहा हां मैं नमिता से प्यार करता हूं और उससे मैं शादी करना चाहता हूं। वह मेरे परिवार को काफी सालों से जानते हैं इसलिए उन्हें इस रिश्ते से कोई एतराज नहीं था और अब हम दोनों के परिवार वालों की रजामंदी से हम दोनों की सगाई तय हो चुकी थी। जब हम दोनों की सगाई हुई तो मैंने अपने दोस्तों को भी अपनी सगाई में बुलाया था। मेरी और नमिता की सगाई हो जाने के बाद हम दोनों बहुत ही खुश हैं जिस तरीके से हम दोनों का मिलना होता और हम दोनों एक दूसरों को समझते हैं उससे मुझे काफी अच्छा लगता है। नमिता और मैं एक दूसरे को बहुत प्यार करते हैं मैं नमिता के साथ रिलेशन में खुश हूं और कोशिश करता हूं कि हम दोनों साथ में ज्यादा समय बिताया करें। मुझे जब भी मौका मिलता है तो मैं नमिता के साथ समय बिताने की कोशिश किया करता हूं और जिस तरीके से नमिता और मेरा रिलेशन चल रहा है वह काफी अच्छा है।

नमिता मुझसे बहुत प्यार करती है और मैं भी नमिता से बहुत प्यार करता हूं इसलिए हम दोनों चाहते थे कि हम दोनों अब जल्दी से शादी कर ले। जब हम दोनों की शादी का दिन तय हो गया तो हम दोनों बड़े खुश थे और हम दोनों की शादी हो जाने के बाद नमिता ने घर की सारी जिम्मेदारी को बखूबी निभा लिया था। सब लोग इस बात से बड़े खुश हैं कि नमिता ने घर की सारी जिम्मेदारी को अच्छे से निभाया है और सब कुछ बहुत ही अच्छे से चल रहा है। नमिता और मैं एक दूसरे के साथ बहुत खुश हैं और जिस तरीके से हम दोनों का शादीशुदा जीवन चल रहा है उससे मुझे काफी खुशी है कि नमिता मुझे बहुत ही अच्छे से समझती है और मैं भी नमिता को अच्छे से समझता हूं। एक दिन नमिता ने मुझे कहा कि आज मुझे शॉपिंग के लिए जाना है और उस दिन नमिता के साथ मैं शॉपिंग के लिए चला गया।

हम दोनों शॉपिंग करने के बाद जब वापस घर लौट रहे थे तो रास्ते में गाड़ी खराब हो गई मैंने नमिता से कहा कि हम लोग ऑटो से ही घर चलते हैं। नमिता ने कहा ठीक है हम लोग ऑटो से ही घर चलते हैं और हम लोग पर पहुंच चुके थे अगले दिन से मैं अपने काम पर बिजी रहने लगा था नमिता के साथ जब भी मैं होता तो मुझे अच्छा लगता। हम दोनों एक दूसरे के साथ अपने रिलेशन को बड़े ही अच्छे से चला रहे हैं। जिस तरीके से हम दोनों का रिलेशन चल रहा है उससे मुझे बहुत ही खुशी है कि नमिता और मैं एक दूसरे को बहुत ज्यादा प्यार करते हैं। नमिता और मै एक दूसरे के साथ सेक्स करने के लिए तडपते है।

नमिता और मैं एक दूसरे से बातें कर रहे थे और बातें करते-करते मेरा हाथ नमिता की जांघ पर लगा तो वह गर्म होने लगी। मैं भी गर्म हो चुका था हम दोनों की गर्मी बढ़ने लगी थी। मैंने नमिता से कहा मैं तुम्हारी चूत में लंड घुसाना चाहता हूं। जब उसने मेरे लंड को अपने हाथों में लेकर उसे हिलाना शुरू किया और अपने मुंह में मेरे लंड को लिया तो मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था। अब वह बहुत ज्यादा खुश थी वह जिस तरीके से मेरे मोटे लंड को अपने मुंह में ले रही थी उसकी गर्मी बढ़ती ही जा रही थी और मेरी गर्मी भी बहुत बढ चुकी थी। मैं और नमिता एक दूसरे के साथ बहुत ही ज्यादा खुश है और जिस तरीके से वह मेरे लंड को चूस रही थी उस से वह मेरी गर्मी को बढ़ा रही थी।

मैंने उसे बिस्तर पर लेटा दिया और उसके कपड़े उतारकर जब मैंने उसकी ब्रा को खोला तो वह मचलने लगी। मैंने उसके स्तनों को दबाना शुरू किया और उसके निप्पल पर अपनी जीभ को लगाकर मैंने उसकी उत्तेजना को बहुत ज्यादा बढ़ा दिया था। वह उत्तेजित हो चुकी थी और मेरी गर्मी लगातार बढ़ती जा रही थी। मैं जब उसकी चूत पर अपनी जीभ को लगाकर उसकी योनि को चाटता तो उसकी चूत से चिकना पदार्थ बाहर निकल रहा था और मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था जिस तरीके से वह मेरा साथ दे रही थी। मैंने उसकी चूत पर अपने लंड को अंदर की तरफ डालना शुरू किया। मेरा मोटा लंड उसकी चूत के अंदर तक जा चुका था और मुझे बहुत ही मजा आया जब मेरा लंड उसकी चूत में घुस चुका था। हम दोनों एक दूसरे का साथ अच्छे से दे रहे थे लेकिन जैसे ही मैंने उसकी चूत के अंदर अपने वीर्य को गिराया तो वह बहुत ज्यादा खुश थी और मैं भी काफी खुश था जिस तरीके से हम दोनों ने एक दूसरे के साथ सेक्स के मजे लिए थे। हम दोनों को बहुत ही अच्छा लगा जब हम दोनों ने एक दूसरे की गर्मी को बढ़ा दिया था।

नमिता की चूत से मैंने अपने लंड को बाहर निकाला और उसकी चूत पर अपने लंड को लगाया तो मेरा लंड उसकी चूत के अंदर चला गया था। मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था की हम दोनो एक दूसरे के साथ बहुत ही ज्यादा खुश हैं जिस तरीके से हमने एक दूसरे के साथ सेक्स संबंध बनाए। हम दोनों की गर्मी अब शांत हो चुकी थी लेकिन दोबारा से हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत ही अच्छी तरीके से सेक्स संबंध बना रहे थे। मेरा लंड आसानी से नमिता की चूत के अंदर बाहर हो रहा था और वह बहुत ज्यादा तड़पती जा रही थी उसकी तडप बढ़ती जा रही थी। मेरे अंदर की गर्मी भी बढ़ चुकी थी। मैंने नमिता से कहा मैं बहुत ही ज्यादा खुश हूं कि हम दोनों ने एक दूसरे की गर्मी को पूरी तरीके से बढ़ा दिया है। जिस तरीके से तुमने मेरा साथ दिया उससे मुझे बहुत ही खुशी है। नमिता के चेहरे पर मुस्कुराहट थी और उसकी मुस्कराहट देख मैं बहुत ज्यादा खुश था।
 
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