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चूत नीलम की मस्त थी

हाय मेरा नाम अभय है और मैं आज आप लोगों को अपनी ममेरी बहन नीलम की मस्त चूत की कहानी सुनाने जा रहा हूं। नीलम, जिसकी जवानी कातिल थी, अठरहवे साल में ही जिसकी चूंचियां एकदम हिमालय की बुलंदियों को छू रही थीं, जिसकी गांड की गहराई मेरियाना ट्रेंच से भी गहरी हो गयी थी, जिसकी आंखों के लाल डोरे, बुड्ढों की जवानी जगा देते थे, वो लौंडीया मेरी ममेरी बहन थी। मैं उसे चोदने के बारे मे न सोचता अगर उसने एकदिन अपनी चूंचियां मुझसे न सटाई होतीं तो। तो आज आपको वो कहानी बताते हैं जिसको सुनकर आपका लंड कत्थक नृत्य करने लगेगा। और झांटे सुलगने लगेंगी एकदम से किसी मजेदार तिनके की तरह। तो उस दिन मैं अपने मामा के यहां गया हुआ था। गर्मियों के दिन थे सभी लोग गांव में छत पर सोते हैं चूकि बिजली पंखा गावो में तो रहता नहीं है।

मै भी नीलम के बगल के बेड में मामी के बगल में सोया हुआ था। चांदनी रात थी, नीलम साड़ी पहन के सोती थी पर उस दिन गरमी ज्यादा थी तो उसने पेटीकोट पहन के ही सोना मंजूर किया था। पता नहीं वो मुझे देख के नर्वस नही होती थी, अपनी कमसिन पुरजोर जवानी को दिखाने में साली को शरम नहीं आती थी और वो मेरे सामने वाले बेड पर छत पर ही पेटीकोट ब्लाउज पहन के सो गयी थी। मैं तो आज चोदने के लिए बेकरार था और सोच रहा था कि कैसे आज कोई चूत चोदूं। वैसे छत पर हर वराईटि की चूत सो रही थी। मामी की चालीस साल की पिलपिली चूत से लेकर अठरह की नीलम की चूत, फिर और भी मजेदार मजेदार श्रेणी की चूत। मैं सोच रहा था कि कैसे चोदूं कैसे चोदूं और मूतने के बहाने मैं उठा, और हर प्रकार की चूत का मुआयना लेने के लिए सब महिलाओं और लड़कियों के पास जा कर देखने लगा। अब लौंडिया सारी सो रही थी। सबसे पहले मैं आरती दी के पास गया।

उनको एक बेबी हो गया था और मैं जानता था कि उनकी चूत अभी एकदम खुली होगी, क्योकि अभी हालिया की डिल्लीवरी थी। मैं पक्की मजेदार टाईट चूत के चक्कर में था तो मैने उनको छोड़ दिया। फिर मैं मामी के बारे में सोचने लगा। मामी बहुत दिनों से चुदी नहीं थी क्योकि मामा जी बाहर रहते थे। फिर भी दो बच्चे होने के बाद तो चूत फट ही जाती है। अंत में मैं नीलम के बिस्तर के पास गया। वो अपनी चूत खोले साया उठाए सो रही थी, साली ने पैंटी भी ना पहनी थी।, उसकि झांटे चमक रही थी। काली झांटो में गोरी चमकदार चूत खोल कर निखर रही थी, मैं आराम से दस मिनट देख कर मूठ मारता रहा और फिर पास आकर उसकी झांटे छूनी शुरु कर दीं। वो सुगबुगा नहीं रही थी। अब वो एकदम से मस्त हो रही थी और सो रही थी तो मैने उसकी चूत में उंगली करनी शुरु कर दी। वो हिली नहीं तो मैने अपना लंड निकाल कर उस पर रगड़ना शुरु कर दिया और मूठ मारना शुरु कर दिया।

तभी मैने देखा वो जग गयी और मुस्कराने लगी। बोली भैया ये क्या कर रहे हो। प्लीज जाओ ना सो जाओ, पर अनमने ढग से उसने ऐसा कहा। अब वो मस्त होकर मेरा लंड देख रही थी मैने कहा इसे पकड़ो ना। उसने हिचकिचाते हुए पकड़ लिया मैं खुस हो गया। आधा काम बन चुका था उसने पकड़ के कहा कितना नाटी है ये तो मजेदार खिलोना है भैया। क्या मैं इसे किस कर लूं। मैने कहा हां क्यो नही? और उसने पकड़ के इसे किस कर लिया। उसके चुम्मा मिलने से लंड और खड़ा हो गया और दनदना के चोदने के लिए बेचैन हो गया मैं उसके पास बैठ कर उ सके चूंचे दबाने लगा। दबाते दबाते उसके चूंचे कड़े कर दिये और चूत गीली कर दी। नीलम ने अपनी चूत मेरे सामने कर के कहा लो अब इससे खेलो। मैने अपना हाथ उसके चूत में घुसाना शुरु कर दिया। पहले एक उंगली घुसाई और फिर दो उंगलियों से छेद करने लगा। वो कराहने लगी और उसे मजा आने लगा। फिर मैने उसकी चूत में अपना लंड घुसाने के लिए कहा तो उसने चूत फैला दी और कहा कि डालो अब। मैने अपना लंड अपने थूक से गिला किया और फिर उस्की गिली चूत में डालने के लिए मुहाने पर सुपाड़े को रखा। वो अपनी आंखे बंद कर चुकी थी।

बिंदास चूत मारी छत पर

मैने अब लंड को अंदर धकेलना शुरु किया। मजा आ रहा था उसे और तभी उसने मुझे अपने गले लगा लिया। उसने जैसे ही अपने पास खींचा लंड धक्के के साथ चूत में उसकी सील तोड़ता हुआ अंदर घुस गया। वो चिल्ला उठती अगर मैने उसका मुह न बंद कर दिया होता। अब वो मस्त होकर चुदवा रही थी। मैने चोदते चोदते उसकी चूत को लाल कर दिया और फिर उसके गांड में अपना लंड डालने के लिए उसे पीठ के बल सुला दिया। वो चुदवासी लौंडिया की तरह अपनी गांड मेरे मुह की तरफ करके सो गयी मैने उसकी गांड पर ढेर थूक दिया और उंगली अंदर बाहर करनी शुरु कर दी।

वो मस्त होकर गांड में उंगली कराने लगी और तभी मैने लंड का सुपाड़ा गांड मे धसाना शुरु किया। धंसाने के साथ ही वो चिल्लाने लगी और मैने फिर उसका मुह बंद करके गांड मारनी शुरु कर दी। वो मस्त गांड मरवाने लगी और मैं मारता रहा। आधे घंटे गांड मराने के साथ उसने मेरा लंड फिर से मुह मे लेकर चूसना शुरु कर दिया। गांड से निकला गंधेला लंड उसे टेस्टी लग रहा था और ये देख कर मैं और भी ज्यादा उत्साहित था। मैने उसकी चूत मारने के लिए उसको बकरी बना दिया और पीचे से गांड में उंगली करते हुए उसकी चूत मारना शुरु कर दिया। आह्ह्ह उह्ह उफ्ह अभय भैया प्लीज छोड़ो ना और वो चुदवाती रही। ये कार्यकरम पंद्रह मिन्ट तक चला और फिर मैने उसकी चूत मारके उसके चूंचों के उपर अपना वीर्य छिड़क दिया। वो फिर मेरा लंड चूसने लगी। फिर खड़ा करके उसने इस बार मेरे उपर चढ गयी और चुदने लगी। ये मारा वो मारा पूरे रात चूत मारा! देखिए लाईव चूत का प्रसारण सिर्फ यहां
 
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