परिपक्व लड़की साक्षी प्रधान की चुदाई

sexstories

Administrator
Staff member
मैं एक प्राइवेट फर्म में जबलपुर में 3 सालों से काम कर रहा था।वहां मैं सेल्स मेनेजर के पोस्ट पर था,मेरे अंदर बहुत सारे सेल्स एग्जीक्यूटिव काम करते थे ।कुछ लोगों ने 2 महीने पहले ही ज्वाइन किया था उसमे से एक साक्षी प्रधान नाम की काफी खुबसूरत परिपक्व लड़की थी ।वैसे तो वो काफी अच्छी थी पर सेल्स टारगेट उससे पूरा नहीं हो पाता था,वो काफी परेशान रहा करती थी और अक्सर मुझसे सलाह लिया करती थी।धीरे-धीरे उसका सेल बढ़ने लगा और हमारी दोस्ती भी बढ़ने लगी।उससे अक्सर मिलना जुलना होने लगा,कभी-कभी तो वो मेरे घर भी आ जाया करती थी।उसकी बड़ी चुंचियां और भरी चुतड देख कर मेरा लंड खड़ा हो जाया करता था।मैं उसको चोदने की फिराक में रहने लगा,मैंने उसका सेल्स टारगेट बढ़ा दिया और उसपर प्रेशर बढाने लगा।वो परेशान होकर मेरे पास आई,मैंने कहा इस परेशानी से निजात तो मैं दिलवा दूंगा पर इसके बदले मुझे क्या मिलेगा।

वो मेरा मतलब समझ चुकी थी,उसने कहा आप जो कहेंगे वो मैं कर दूंगी।मैंने उस परिपक्व लड़की से कहा-कल मेरे फ्लैट पर आ जाओ वहीँ बैठ कर डिसकस करेंगे और हां साडी में आना,साडी में तुम बहुत ही खुबसूरत लगती हो।उसने कहा -ठीक है और मुस्कुराते हुए चली गई।अगले दिन वो तैयार होकर सही टाइम पर मेरे घर आ गई,अन्दर आते ही मैंने उसे पकड़ कर अपनी तरफ खींच और उसके होठों को मुंह में लेकर चूसने लगा।होठ चूसते-चूसते मैं उस परिपक्व लड़की साक्षी प्रधान की बड़ी गांड को भी दबा रहा था।वो मेरे लंड को अपने हाथों से सहला रही थी,मेरा लंड तन कर खड़ा हो गया था।तभी वो पीछे मुड़ी और मेरे लंड को अपनी गांड से रगड़ने लगी,मैं उसके चुंचे दबाने लगा।मैंने उसके ब्लाउज को फाड़ कर अलग कर दिया और उसके चुन्चों को बरी-बरी से चूसने लगा।कुछ देर बाद वो नीचे झुक कर मेरे लंड को अपने मुंह में भर लिया और चूसने लगी।मज़ा आने के कारण मेरे मुंह से आवाज़ निकल गई,अब वो परिपक्व लड़की साक्षी प्रधान मस्त होकर मेरा लंड चूस रही थी,मेरा लंड तन कर सख्त हो गया था।

लंड मुंह से निकाल कर परिपक्व लड़की साक्षी प्रधान मेरे उपर आ गई और अपनी चुन्ची मेरे मुंह में डालने लगी।मुझे भी मज़ा आ रहा था मैंने उसकी चुन्ची को मुंह में लेकर चूसने लगा।वो परिपक्व लड़की साक्षी प्रधान मस्त होकर अपनी चुन्ची चुसवा रही थी और मेरे खड़े लंड को सहला रही थी।कुछ देर बाद उस परिपक्व लड़की साक्षी प्रधान ने कहा-अब जल्दी से मेरी चूत में अपना लंड डाल कर चोद डालो ,मुझे बर्दाश्त करना मुश्किल हो रहा है।मैंने कहा -तुम टेंशन मत लो आज मैं तुम्हारी सारी गर्मी को कर दूंगा ।परिपक्व लड़की साक्षी प्रधान ने अपने सारे कपडे उतार दिए ,उसकी चूत फूली हुई और लंड खाने के लिए पानी बहा रही थी।परिपक्व लड़की साक्षी प्रधान मेरा लंड मसलते हुए चूस रही थी और मैं उसकी चूत चूस रहा था वो बोली-अब मत तडपाओ डाल दो मेरी चूत में अपना मुसल लंड ।मैंने उस परिपक्व लड़की साक्षी प्रधान को पीठ के बल लेटा कर चूत के छेद पर लंड रख कर धक्का मारा और लंड चूत में जड़ तक घुसा दिया।वो दर्द के मारे चीख उठी।

मैं उस परिपक्व लड़की साक्षी प्रधान के निप्पल को चूसने लगा और कभी -कभी अपने दातों से काट भी लेता था,दांत लगते ही कराह उठती थी।वो अपने चूत को मेरे मुंह पर रख कर बैठ गई,उसके चूत से बड़ी मादक सुगंध आ रही थी,मैं कुछ देर तक उनकी चूत सूंघता रहा और फिर उसकी चूत चाटने लगा,वो भी झुक के मेरे लंड को मुंह में भर कर चूस रही थी ।काफी देर बाद वो उठी और मेरे खड़े लंड पर अपनी गीली चिकनी चूत रख कर बैठ गई।मेरा लंड सरसराता हुआ उसकी चूत में घुस गया,और वो मेरे लंड पर उछलने लगी ।मैं भी उसकी भारी गांड को पकड़कर नीचे से धक्का लगाने लगा।काफी देर बाद वो बोली मैं थक गई अब तुम उपर आकर मेरी चूत की चुदाई करो और उठ कर चित होकर लेट गई।मैं उठा और उनकी टांगों को फैला कर चौड़ा कर दिया अब मुझे उनकी चिकनी चूत की छेद नज़र आ रही थी।छेद पर अपना लंड लगा कर एक जोर का धक्का मारा और फिर चुदाई करने लगा।वो अपनी गांड उठा उठा कर चुदाई का मज़ा ले रही थी,उसके मुंह से मादक सिसकियाँ निकल रही थी,वो बोले जा रही थी और जोर से चोदो,फाड़ दो मेरी चूत।

मैं तूफानी रफ़्तार से चुदाई कर रहा था।कुछ देर बाद उसने मुझे कस कर जकड लिया और झड़ने लगी,मैं भी कुछ देर और धक्का मार कर उसकी चूत में ही झड गया और निढाल होकर उसके उपर लेट गया।वो मेरे बालों में अपना हाथ डाल कर सहलाने लगी।कुछ देर बाद मेरा लंड सिकुड़ कर उसके चूत से बाहर आ गया ।वो मुझसे चिपक कर सोई हुई थी,मेरा लंड उसके जिस्म के गर्मी से फिर से सर उठाने लगा।मैं उसकी बड़ी गांड को सहलाने लगा और चाटने लग।मैंने उसकी बड़ी गांड की दरार को फैलाया तो उसकी बड़ी गांड का भूरा छेद दिखाई दिया जो बहुत हो प्यारा लग रहा था।मैं उनकी बड़ी गांड को ललचाई नज़रों से देखते हुए ,दबाने लगा । साक्षी प्रधान की बड़ी गांड गद्देदार थी,अपनी बड़ी गांड को इस तह देखते हुए साक्षी प्रधान ने देखा और कहा -कही मेरा गांड मारने का इरादा तो नहीं है ।मैंने कहा -तुम्हारी इतनी प्यारी गांड है की बिना इसको मारे मैं रह भी नहीं सकता ।मैंने वही पड़ी तेल की शीशी से तेल लेकर उनकी गांड पर लगा कर मसलने लगा,थोडा तेल उनकी गांड की छेड़ पर डाल दिया और अपनी एक ऊँगली डाल दी ।

मैं कुछ देर तक उनकी गांड में ऊँगली करता रहा फिर मैंने साक्षी प्रधान को अपनी तरफ घुमा कर लंड चूसने के लिए कहा।वो मेरे कमर को पकड़ कर झुक गई और मुंह में लंड लेकर चूसने लगी।वो मेरा लंड चूस रही थी और मैं तेल लगी हुई अपनी उँगलियों को उसकी बड़ी गांड में अंन्दर-बाहर कर रहा था ।मैंने अपने खड़े लंड को साक्षी प्रधान की बड़ी गांड से लगा कर रगडते हुए अंदर की ओर धक्का दिया,उसके मुंह से चीख निकल गई मेरा लंड उसकी बड़ी गांड में आधा घुस चूका था ।मैं रुक गया और उसके चुंचे को सहलाने लगा।कुछ देर बाद उसे रहत मिली तो एक जोर का धक्का मारा और पूरा लंड जड़ तक अंदर घुसा दिया।वो चिल्लाने लगी ,उई माँ मर गई ,बाहर निकाल लो अपने लंड को ।मैं धक्का लगा कर उसकी बड़ी गांड चोदने लगा,धीरे-धीरे उसे भी मजा आने लगा ।अब वो हर धक्के पर अपनी बड़ी गांड पीछे करके मज़ा ले रही थी ।काफी देर तक उसकी गांड चोदने के बाद मैं साक्षी प्रधान की बड़ी गांड में झड गया |
 
Back
Top