महिमा की चूत में लंड डालने का फैसला

sexstories

Administrator
Staff member
Antarvasna, desi kahani: आकाश और मैं साथ में बैठे हुए थे हम दोनों एक दूसरे को काफी दिनों बाद मिले थे और एक दूसरे से बातें कर रहे थे। आकाश कुछ दिनों के लिए घर आया हुआ था तो मैं और आकाश एक दूसरे से मिलना चाहते थे आकाश हमारी कॉलोनी में ही रहता है और वह मेरा काफी पुराना दोस्त है। हम दोनों एक दूसरे को काफी सालों से जानते हैं और आकाश ने मुझे बताया कि जल्द ही वह शादी करने वाला है। आकाश बेंगलुरु में रहता है और वह काफी लंबे समय बाद अपने घर पर आया था तो मैं और आकाश उस दिन मिले थे। आकाश ने उस रात हमारे घर पर ही डिनर किया और फिर वह अपने घर चला गया था।

जब वह अपने घर गया तो उसके अगले दिन आकाश और मैं साथ में घूमने के लिए जाने वाले थे। अगले दिन जब हम लोग साथ में घूमने के लिए गए तो आकाश ने मुझे शोभिता से मिलवाया। शोभिता और आकाश की मुलाकात बेंगलुरु में ही हुई थी और उन दोनों के बीच में काफी अच्छी दोस्ती हो गई जिसके बाद वह दोनों एक दूसरे से शादी करना चाहते थे। आकाश ने मुझे जब शोभिता से मिलवाया तो मुझे शोभिता से मिलकर काफी अच्छा लगा और हम लोगों ने उस दिन काफी अच्छा समय साथ में बिताया। आकाश और मैं घर आ चुके थे क्योंकि आकाश कुछ दिनों तक घर पर ही रहने वाला था इसलिए उसने मुझे कहा कि जब तुम अपने ऑफिस से लौट आओगे तो मुझे मिलना।

अगले दिन सुबह मैं अपने ऑफिस चला गया था और शाम के वक्त मैं अपने ऑफिस से घर लौटा तो मैंने आकाश को फोन किया। मैंने जब आकाश को फोन किया तो हम दोनों एक दूसरे से मिलना चाहते थे और हम दोनों एक दूसरे से मिले। जब हम दोनों ने एक दूसरे से मुलाकात की तो हम दोनों को ही अच्छा लगा और आकाश ने मुझे कहा कि वह कल बेंगलुरु जा रहा है। मैंने आकाश को कहा कि लेकिन तुम तो कुछ दिनों तक और घर पर रहने वाले थे। आकाश मुझे कहने लगा कि नहीं मैं बेंगलुरु जा रहा हूं, वह कुछ जरूरी काम से बेंगलुरु जा रहा था। आकाश अब बेंगलुरु जा चुका था और हम दोनों काफी समय तक मिल नहीं पाए थे। अब आकाश की शादी तय हो चुकी थी और जब आकाश की शादी हुई तो उस दौरान आकाश ने मुझे महिमा से मिलवाया महिमा से मिलकर मुझे काफी अच्छा लगा।

महिमा और मेरी काफी अच्छी दोस्ती होने लगी थी हम दोनों के बीच की दोस्ती अब प्यार में बदलने लगी थी और हम दोनों एक दूसरे को डेट करने लगे थे। महिमा पुणे में ही रहती है और हम दोनों एक दूसरे को अक्सर मिला करते थे। जब भी हम दोनों एक दूसरे से मुलाकात किया करते तो हम दोनों को बहुत ही अच्छा लगता था। हम दोनों भी उसके बाद शादी करना चाहते थे और मैंने अपनी फैमिली से इस बारे में बात की तो उन्हें इससे कोई भी ऐतराज नहीं था और महिमा के परिवार वालों को भी इससे कोई एतराज नहीं था। हम दोनों की शादी के लिए सब तैयार हो चुके थे और जल्द ही हम दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया था। हम दोनों की शादी हो जाने के बाद हम दोनों एक दूसरे के साथ में बहुत ही ज्यादा खुश हैं और एक दूसरे के साथ बहुत अच्छा समय हम दोनों बिताया करते हैं।

महिमा और मेरी जिंदगी में सब कुछ अच्छे से चल रहा है महिमा चाहती थी कि हम लोग कुछ दिनों के लिए घूमने के लिए जाएं और हम दोनों ने जयपुर जाने का प्लान बनाया। जयपुर घूमने के लिए जब हम लोग गए तो वहां पर मुझे मेरा एक पुराना दोस्त भी मिला जो की मेरे साथ ही पढ़ा करता था लेकिन अब वह जयपुर में ही रहता है और उसका नाम रोहित है। रोहित ने मुझे उस दिन अपने घर पर डिनर के लिए इनवाइट किया पहले तो मैंने उसे मना किया परंतु फिर मुझे उसकी बात माननी पड़ी और मैं रोहित के घर डिनर के लिए चला गया मेरे साथ महिमा भी थी। रोहित की पत्नी से मिलकर मुझे काफी अच्छा लगा और रोहित से मुलाकात करके तो मुझे काफी अच्छा लगा था और उसे भी बड़ा अच्छा लगा था। रोहित ने मुझे कहा कि यदि तुम फिर कभी जयपुर आओ तो मुझे जरूर बताना। वहां से डिनर करने के बाद हम लोग होटल में लौट आए थे और कुछ दिनों तक हम लोग जयपुर में ही रहे उसके बाद हम लोग वापस पुणे आ गए।

जब हम लोग पुणे आए तो मुझे अपने ऑफिस के काम के चलते बिल्कुल भी समय नहीं मिल पा रहा था। मैं अपने ऑफिस के काम में काफी ज्यादा बिजी रहने लगा था जिस वजह से मैं महिमा को बिल्कुल भी समय नहीं दे पाता था। इस बात को लेकर कई बार महिमा और मेरे बीच में झगड़े भी हो जाया करते थे परंतु किसी तरीके से मैं मैनेज कर लिया करता था और सब कुछ हम दोनों की जिंदगी में ठीक चल रहा था। मैं बहुत ही ज्यादा खुश था जिस तरीके से मैं और महिमा एक दूसरे के साथ थे। एक दिन महिमा और मैं शॉपिंग करने के लिए गए हुए थे उस दिन जब हम लोग शॉपिंग करने के लिए गए तो महिमा ने उस दिन काफी शॉपिंग कर ली थी और मुझे भी काफी अच्छा लगा था जिस तरीके से मैंने और महिमा ने उस दिन साथ में समय बिताया था। महिमा ने उस दिन मुझे कहा कि वह घर पर अकेले बोर हो जाया करती है तो वह भी जॉब करना चाहती है लेकिन मैंने उसे मना कर दिया था।

महिमा चाहती थी कि वह जॉब करे और उसने मुझे इस बात के लिए मना भी लिया था और अब वह एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने लगी थी। महिमा और मुझे समय मिल ही जाया करता था जब भी हम दोनों एक दूसरे के साथ होते तो हम दोनों को बहुत ही अच्छा लगता। हम दोनों एक दूसरे के साथ में काफी अच्छा टाइम स्पेंड किया करते और एक दूसरे के साथ हम दोनों बहुत ही ज्यादा खुश हैं। हमारी शादीशुदा जिंदगी बहुत ही अच्छे से चल रही है। मेरे और महिमा के बीच सब कुछ अच्छा है मुझे महिमा को चोदने का मन होता तो मैं उसके साथ सेक्स कर लिया करता था। हम दोनो के बीच सेक्स हर रोज होता था। एक रात मैं और महिमा लेटे हुए थे हम दोनों एक दूसरे की बाहों में थे। हम दोनों बहुत ज्यादा खुश थे मेरा प्रमोशन भी हुआ था मैं बहुत ही खुश था।

हम दोनो उस रात एक दूसरे की बाहों थे मैं महिमा के बदन को भहसूस करने लगा था वह बहुत ज्यादा गर्म होती जा रही थी और मेरी गर्मी भी बढ़ती जा रही थी। मैं उसके स्तनो को दबाने लगा वह रह नहीं पा रही थी महिमा ने मुझसे कहा मेरी गर्मी बढ़ चुकी है अब मुझसे रहा नहीं जाएगा। मैंने महिमा के स्तनों को दबाना शुरू कर दिया था उसके स्तनों को दबाने के बाद मेरी गर्मी भी बढ़ती जा रही थी महिमा बिल्कुल भी रह नहीं पा रही थी। वह मुझे कहने लगी मुझसे बिल्कुल भी रहा नहीं जा रहा है। मैं और महिमा एक दूसरे की गर्मी को बहुत ज्यादा बढ़ा चुके थे। अब हम दोनों चाहते थे हम दोनो एक दूसरे के साथ सेक्स करे। मैंने महिमा को कहा तुम मेरे लंड को अपने मुंह में ले लो महिमा ने मेरे लंड को हाथो मे ले लिया और वह उसे हिलाने लगी मेरा लंड कठोर होता जा रहा था। महिमा ने मेरे लंड से पानी निकाल दिया था और मुझे मजा आने लगा था मैं महिमा के साथ सेक्स के मजे लेना चाहता था मैं तडप रहा था। महिमा ने मेरे लंड पर अपनी जीभ को लगाया और वह मेरे लंड को चाटने लगी।

मुझे बहुत अच्छा लग रहा था जिस तरीके से वह मेरे लंड को अपने मुंह में लेने लगी थी। वह मेरी गर्मी को बढ़ाए जा रही थी। वह पूरी तरीके से गर्म हो चुकी थी। वह मेरे लंड को अब अपने गले तक ले रही थी और बडे अच्छे से मेरे लंड को सकिंग कर रही थी जिस से मेरी आग बढती जा रही थी। मेरी गर्मी बहुत अधिक बढा चुकी थी मै बिल्कुल भी रह नहीं पा रहा था।

मैंने महिमा की चूत के अंदर अपने लंड को डालने का फैसला कर लिया था मैंने महिमा को कहा तुम अपने कपडे उतार दो उसने अपने कपड़े उतारे। मैं महिमा के सुडौल स्तनों को चूसने लगा था मुझे अच्छा लग रहा था जिस तरह से मै उसके स्तनों का रसपान कर रहा था। मैंने महिमा के स्तनों का रसपान बहुत देर तक किया। मैं उसकी गर्मी को बढ़ा चुका था महिमा मुझे बोली मेरी चूत से पानी निकल आया है। वह इतनी अधिक गर्म हो चुकी थी वह बिल्कुल भी रह नहीं पा रही थी ना तो मैं अपने आपको रोक पा रहा था ना ही महिमा अपने आपको पा रही थी। मैं और महिमा काफी ज्यादा गरम हो चुके थे।

मैंने महिमा की पैंटी को उतारकर एक किनारे रख दिया और मैंने महिमा की चूत को चाटना शुरू कर दिया था। जब मैं महिमा की योनि को चाट रहा था मुझे मजा आने लगा था और महिमा को भी बड़ा मजा आ रहा था। महिमा की चूत से निकलता हुआ पानी बहुत ही अधिक हो चुका था। मैंने महिमा से कहा मुझे मजा आ रहा है। वह रह नहीं पा रही थी महिमा गरम हो चुकी थी। मैंने जब महिमा की गिली योनि के अंदर अपने लंड को डाला तो वह चिल्लाकर बोली मुझे अच्छा लग रहा है।

मै महिमा की चूत के अंदर बाहर अपने लंड को किए जा रहा था। महिमा की चूत से पानी बाहर निकल आया था मुझे बहुत ही अच्छा लगने लगा था जिस तरीके से मै उसकी चूत के मजे ले रहा था महिमा की सिसकारियां बढ़ती जा रही थी। अब वह समय नजदीक आ चुका था जब उसकी गर्मी बढ चुकी थी और मेरी गर्मी भी बहुत ज्यादा बढ़ चुकी थी। मैं उसे तेजी से चोद रहा था। मैं उसे जिस तेज गति से चोद रहा था उस से वह रह नहीं पा रही थी और मैं उसे बहुत ही तेजी से चोद रहा था जिससे महिमा का शरीर हिलता जा रहा था मेरा माल मेरे लंड तक आ चुका था और मैंने उसकी चूत में अपने माल को गिरा दिया था वह खुश हो गई थी।
 
Back
Top