रानी के चूंचे सबसे ऊंचे

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खुले चूंचे जो मिलते हैं दबा लेता हूं, झट से चोद लूं ऐसी मेरी रफ्तार नहीं।

हाय दोस्तों आज मैं आप सब को अपने मुहल्ले की रानी की चूंचे दबाने की कहानी सुनाने जा रहा हूं। वो दीवानी लड़की अपनी जवानी के चरम उफान पर थी और मैं उसके पीछे पड़ा था, सच तो ये है कि उसके पीछे मुहल्ले के सारे लड़के पड़े हुए थे। पर मेरी बात कुछ और थी, मैने उसको अपने शीशे में उतारने के लिए हर कोशिश की थी और आज कल वो मुझे अच्छे से लाइन दे रही थी।

आज मैं उसकी गली में उसके चूंचे दबाने की फिराक में खड़ा था, लू चल रही थी और कोई भी गली में न था, सब दुबके पड़े थे अपने अपने घरों में कि रानी अपने घर से निकली और निकल के गली के मोड़ पर जैसे ही आई, मैं छुप के देख रहा था और मैं उससे टकरा गया, इस तरह से जैसे ही मैं उससे ट्कराया, वो मुस्करा उठी, मेरे हाथ अनायास उसके चूंचे पर चले गये और जब मैने दबा दिया तो बोली " क्यों बे कमीने, तुम्हारे घर में मां बहन नहीं है क्या? मैने कहा " है तो सही पर तुम्हारे भाईयों की तरह मैं माधरचोद और बाहनचोद नहीं हूं"

इस बात पर वो मुस्करा के बोली कि ऐसा करते हैं, चल आज चलते हैं देखते हैं तुम्हारे लंड में कितना दम है, तुम आजकल बहुत बेचैन हो रहे हो। तेरे जैसे बहुत देखे हैं मैंने लंडूरे। मैं उसको अपने घर ले गया। पापा मम्मी आफिस गये हुए थे और मैने उसको अपने कमरे में बुला लिया। मैने कहा " कि तुम्हें कौन सी स्टाइल अच्छी लगती है चुदाई की तो बोली कि " मुझे बाथरुम में चुदने का बहुत शौक है"

मैं उसे अपने बाथरुम में ले गया, बाथ टब में पानी और साबुन की झाग बनाई और जब वो रानी अपने जींस उतार दी, तो मुझे लगा कि वाह क्या जांघें हैं, एकदम भरी हुई मस्त मस्त और जब मैने उसकी जींस के बाद उसकी टाप उतरती हुई देखी तो ऐसा लगा कि मारे खुशी के बेहोश हो जाउंगा। साली ने अंदर तो कुछ नहीं पहना था, उसकी मस्त मस्त चूंचे, जैसा कि कंवारी लड़कियों के होते हैं, गोल गोल पर टाइट टाइट, उनको देख कर मैं पागल होने लग गया था और फिर जब मैने उसको पकड़ लिया जाकर तो उसने मेरे होटों पर किस करना शुरु कर दिया। वो भी मस्त होकर मेरे होटों पर फ्रेंच किस दे रही थी और फिर जब उसने मुझे पकड़ के दबोच लिया और मेरी पैंट में हाथ डालकर मेरे लंड का अंदाजा लगाने लगी तो मैं पागल सा होने लग गया।

बाथरुम में चूंचे चूसे गांड मारी

मैने आराम से उसको चोदने के लिए अपने पैंट के बटन को खोल दिया। वो मुझे छोड़ कर बाथ टब में जाकर लेट गयी। अपने चिकने बदन पर साबुन का घोल मलते हुए उसने मस्त मस्त अदायें दिखानी शुरु कर दीं थीं और इसलिए मेरा लंड खड़ा हो चुका था। वो लेटी थी और मैं उसके उपर 69 की पोजिशन में लेट कर के उसके मुह में लंड डाल चुका था उसकी जांघें पानी के अंदर थीं और मैने मुह लगा के उसकी चूत को चाटना शूरु कर दिया था, जैसे ही मैने उसकी चूत की फांकों पर जीभ फिराई, वैसे ही उसने मचलना शुरु कर दिया था, मैंने उसके मुह में लंड अंदर धकेल दिया था और वो एकदम से हकबकाती हुई उसे चूस रही थी। मैने उसकी भगनाशा को अपने मुह में लेते हुए हल्के दांतों से छेड़ते हुए दबाना शुरु कर दिया था। वो एकदम मस्त हो चुकी थी और मैने उसको चोदने के लिए अपने हाथों से उसकी चूत के फांक खोल दिये थे।

थोड़ी देर में ही वो टब के अंदर कुतिया स्टाइल में खड़ी थी, उसकी चूत और गांड में साबुन लगा पानी चिकनाहट पैदा कर रहा था और मैने उसकी छेद को उंगली डालकर चेक किया जो कि एकदम बिंदास लग रहे थे, चुदने को तैयार कोई अवरोध नहीं। और तभी मैने उसको पकड़ कर के उसकी गांड के छेद पर लंड रखा और उसके चूंचे पकड़ के मसलने शुरु कर दिये। मैने उसकी गांड में लंड डालकर हल्का धक्का दिया था कि सर सराते हुए लौड़ा अंदर चला गया, हल्के हाथों से उसकी एक चूंचे को मलते हुए दूसरे हाथ से मैने उसके भगनाशा और चूत को मसलना जारी रखा। उसके हर उत्तेजना बिंदु पर दबाव पड़ रहा था, उसकी चूत मैं पहले से ही रगड़ रहा था, गांड में लँड था और चूंचे पर मसलने का काम अनवरत चल रहा था, ट्ब के पानी में छ्पा छ्प आवाज के साथ चुदाई चल रही थी और मैने उसको चोदना जारी रखा। आध घंटे में मैने उसकी गांड में अपना मोटा वीर्य छोड़ दिया और फिर वो बैठ कर मेरा लंड चूसने लगी।

उसको अभी चूत मराने की दरकार थी, जरा सी देर में लंड फिर से खड़ा हो गया और मैने उसको चोदने के लिए अपना लंड उसकी टांगो के बीच पोजिशन किया। वो अपनी टांगे मेरे कंधे पर रख के निश्चिंत थी और मैने उसके मुह में एक उंगली देते हुए उसके दायें और बायें चूंचे को पकड़ कर मिला दिया और दोनों के निप्पलों को एक में टकराने लग गया। वाह्, अब दोनों ही एकदम से बिंदास हो कर एक दूसरे को चोद रहे थे, रानी एकदम से तिलमिला रही थी, मेरे लंड के वार से, उसकी गांड तो पहले से ही घायल हो चुकी थी और इस बार चूंचे के साथ चूत की दुर्दशा करते हुए मैने उसको जन्नत का अहसास कराना शुरु कर दिया था।

बीच बीच में जब मुझे झड़ जाने की आशंका होती, मैं अपना लंड चूत में से खींच कर के उसकी चूत की घुंडी पर रगड़ देता। वो मस्त होकर अपने चूतड़ उछालने लग जाती। फिर मैं उसके उपर आकर उसके चूंचे को मुह में लेता हुआ चूत मारने लगा। वो मुझसे चिपक गयी, भीगे बदन में आग फैली हुई थी, जो पानी में लगाने वाली आग की कहावत को तय करती है। हम दोनों ने अपनी अपनी वासना शांत की और फिर उस दिन के बाद ये प्यार का सिलसिला चलता रहा। अगर आपको मस्त मस्त देसी लड़कियों के चूंचे देखने हैं तो यहां क्लिक करके सजीव चैट करें।
 
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