सपना के मस्त देसी स्तन

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Hindi sex stories, antarvasna: कोलकाता से मैं फ्लाइट में दिल्ली के लिए आ रहा था और फ्लाइट में ही मेरी मुलाकात सपना के साथ हुई। सपना से मैं जब मिला तो मुझे उससे मिलकर बड़ा अच्छा लगा सपना और मेरी बातचीत काफी अच्छी होती है। सपना जब दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंची तो वहां से वह अपने घर चली गई थी और मैं भी अपने घर आ चुका था। मैं कोलकाता में पिछले दो वर्षों से नौकरी कर रहा हूं और मैं काफी लंबे समय के बाद घर आया था। जब मैं अपने घर पहुंचा तो मुझे काफी अच्छा लगा और अपने परिवार के साथ काफी लंबे समय के बाद मैं इतना अच्छा समय बिता पा रहा था। मैं शायद सपना को अपने दिल और दिमाग से भुला चुका था लेकिन मेरी मुलाकात एक दिन कोलकाता में सपना के साथ हो गई।

जब मेरी मुलाकात सपना के साथ हुई तो हम दोनों एक दूसरे से बातें करने लगे हम दोनों की थोड़ी देर तक ही बातें हुई लेकिन मैंने सपना का नंबर ले लिया था। अब सपना का नंबर मेरे पास आ चुका था जिसके बाद मैं और सपना एक दूसरे से मैसेज पर बातें किया करते। जब भी हम दोनों एक दूसरे से बातें करते तो हम दोनों को बहुत अच्छा लगता और अब हम दोनों एक दूसरे से फोन पर बातें भी करने लगे थे। मेरे और सपना के बीच की दोस्ती काफी ज्यादा बढ़ने लगी जिससे कि हम दोनों के बीच में नजदीकियां भी बढ़ती जा रही थी। मैं काफी खुश भी था कि सपना के साथ मैं अब बातें करने लगा हूं और उससे मिल भी लिया करता हूं। जब भी हमको समय मिलता है तो हम दोनों एक दूसरे से मुलाकात कर लिया करते हैं और हम दोनों को बड़ा अच्छा लगता है जब भी मैं और सपना एक दूसरे के साथ में होते है।

एक दिन मैं और सपना साथ में थे, हम दोनों साथ में थे तो मैंने सपना से कहा कि क्यों ना आज हम लोग मूवी देखने चलें। उस दिन मेरी ऑफिस की छुट्टी थी और मैं भी घर पर ही बोर हो रहा था इसलिए मैंने उस दिन सपना को मिलने के लिए बुलाया था। हम दोनों एक दूसरे को मिले तो उसके बाद हम दोनों मूवी देखने के लिए चले गए। जब हम लोग मूवी देखने के लिए गए तो मैंने टिकट ली और सपना और मैंने उस दिन मूवी देखी तो हम दोनों को बहुत ही अच्छा लगा। सपना बहुत ही ज्यादा खुश थी मैं भी बहुत ज्यादा खुश था जिस तरीके से सपना के साथ मैंने मूवी देखी। सपना ने मुझे एक दिन अपने एक दोस्त से मिलने के लिए कहा तो मैं उसे मना ना कर सका क्योंकि सपना और मेरे बीच काफी ज्यादा बनने लगी थी। हम दोनों एक दूसरे को दिल ही दिल प्यार भी करने लगे थे लेकिन अभी तक हम दोनों एक दूसरे से अपने दिल की बात कह नहीं पाए थे। मैं सपना की हर एक बात को मान लिया करता था जिससे कि मुझे बहुत अच्छा लगता और सपना को भी मेरे साथ में अच्छा लगता था। मैं सपना के साथ उसके दोस्त से मिलने चला गया था।

मैं जब सपना के दोस्त आकाश को मिला तो मुझे आकाश से मिलकर अच्छा लगा आकाश और सपना साथ में पढ़ा करते थे। मुझे उस दिन आकाश से बात कर के अच्छा लगा और उससे जिस प्रकार से मेरी मुलाकात हुई और मैं आकाश को मिला उससे मुझे बहुत ही अच्छा लगा था। हम लोग कुछ देर बाद आकाश से मिलकर वापस लौट आए थे। मुझे जब सपना ने आकाश की जिंदगी के बारे में बताया तो मुझे भी यह सुनकर बड़ा बुरा लगा कि आकाश की फैमिली में कोई भी नहीं है और आकाश अकेला ही रहता है। मुझे इस बारे में पता नहीं था मुझे सपना ने बताया कि आकाश की शादी कुछ समय पहले हुई थी लेकिन उसकी वाइफ ने उसे डिवोर्स दे दिया है जिसके बाद से वह अकेला ही रहता है। आकाश मानसिक तौर पर काफी ज्यादा परेशान है इसलिए सपना उससे मिलने के लिए जाती रहती है। आकाश के माता पिता का देहांत काफी वर्ष पहले ही हो चुका था जिसके बाद आकाश ने अपनी जिम्मेदारी खुद उठाई और सब कुछ उसकी जिंदगी में ठीक चल रहा था।

उसकी शादी भी हो चुकी थी लेकिन अब आकाश का डिवोर्स हो जाने के बाद आकाश काफी ज्यादा परेशान है इसीलिए सपना उस दिन मुझे आकाश से मिलवाने के लिए लेकर गई थी। आकाश से मिलकर हम दोनों वापस लौट आए थे हम दोनों का मिलना एक दूसरे से होता ही रहता था लेकिन अभी भी हम दोनों ने एक दूसरे से अपने दिल की बात नहीं कही थी। एक दिन जब हम साथ में बैठे हुए थे तो मुझे एहसास हुआ कि मुझे सपना से अपने दिल की बात कह देनी चाहिए। उस दिन मैंने सपना से अपने दिल की बात कह दी और हम दोनों का रिलेशन उस दिन के बाद चलने लगा था। हम दोनों का रिलेशन अच्छे से चलने लगा था और हम दोनों बड़े खुश थे जिस तरीके से मैं और सपना एक दूसरे के साथ रिलेशन में थे।

मैं सपना के साथ बहुत ज्यादा खुश हूं और सपना भी मेरे साथ काफी ज्यादा खुश है जिस तरीके से मेरा और सपना का रिलेशन चल रहा है अब हम दोनों चाहते थे कि हम दोनों अपने रिलेशन को आगे बढ़ाएं और अपने परिवार को इस बारे में बता दे। मैंने भी जब सपना से इस बारे में बात की तो सपना तैयार हो चुकी थी और सपना ने अपनी फैमिली से इस बारे में बात की तो सपना के परिवार वालों ने मुझे मिलने के लिए घर पर बुलाया। जब उन्होंने मुझे मिलने के लिए घर पर बुलाया तो हम दोनों के रिलेशन से किसी को कोई एतराज नहीं था और हम दोनों की शादी की बात अब आगे बढ़ने लगी थी। मैंने भी सपना के साथ शादी करने का फैसला कर लिया था और मैं बड़ा खुश था जिस तरीके से हम दोनों ने एक दूसरे के साथ शादी करने का फैसला कर लिया था। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि सपना और मैं एक दूसरे के इतने करीब आ जाएंगे कि हम दोनों एक दूसरे से शादी करने के बारे में सोच लेंगे।

हम दोनों अब एक दूसरे से शादी करने के लिए तैयार थे। सपना ने भी मुझसे कहा की वह भी अब शादी करने के लिए तैयार है। हम दोनों की शादी हो जाने के बाद हम दोनों का शादीशुदा जीवन बड़े अच्छे से चलने लगा था और मैं भी बहुत ज्यादा खुश था जिस तरीके से मेरी शादी सपना के साथ हुई। हम दोनों एक दूसरे के साथ बड़े अच्छे तरीके से अपने जीवन को आगे बढ़ा रहे थे। मैं और सपना शादी के बाद घूमने के लिए कुछ दिनों के लिए शिमला चले गए थे। हम लोग शिमला में कुछ दिनों तक रहे फिर वहां से हम लोग वापस लौट आए थे। जब हम लोग वापस लौटे तो मुझसे सपना ने कहा कि मैं चाहती हूं कि अब मैं अपने ऑफिस से रिजाइन दे दूँ। मैंने भी सपना से कहा कि अगर तुम ने इस बारे में सोच लिया है तो मुझे इससे कोई एतराज नहीं है।

सपना ने भी अब ऑफिस से रिजाइन दे दिया था सपना घर पर ही रहने लगी थी। मैं सुबह के वक्त ऑफिस जाता और शाम को घर लौट आता हम दोनों का रिलेशन बड़ा ही अच्छे से चल रहा था। मैं सपना को ज्यादा से ज्यादा समय देने की कोशिश करता। सपना को यह बड़ा अच्छा लगता था जिस तरीके से मैं और सपना एक दूसरे के साथ होते हैं और एक दूसरे के साथ समय बिताने की कोशिश किया करते। एक दिन मैं जब घर लौटा तो उस दिन सपना और मैं साथ में बैठे हुए थे। सपना को मैंने कहा तुम मेरे लिए कॉफी बना दो। सपना मेरे लिए कॉफी बनाने के लिए चली गई, मैं भी किचन में चला गया। मैं जब किचन में गया तो मैंने अपने हाथ को सपना की गांड पर रखा और सपना को अपनी बांहो मे ले लिया था। वह कहने लगी तुम आज मूड मे नजर आ रहे हो।

सपना के अंदर मेरे साथ सेक्स करने की आग लगी हुई थी वह भी चाहती थी वह मेरे साथ सेक्स संबंध बनाए। मैंने जब सपना को कहा हम लोग बेडरूम में चले तो सपना मेरे साथ बेडरूम में आ गई। उसके बाद जब मैंने और सपना ने एक दूसरे को किस किया तो हम दोनों मचलने लगे। सपना और मैं बेडरूम में थे मैंने सपना की गर्मी को बढ़ा दिया था। वह अब गरम हो चुकी थी। अब हम दोनों बिल्कुल भी रह नहीं पा रहे थे ना तो मैं अपने आपको रोक पा रहा था और ना ही सपना अपने आपको रोक पा रही थी मैंने अपने कपड़े उतार दिए थे। मैंने अपने लंड को जब बाहर निकाला तो सपना ने उसे अपने मुंह में लेना शुरू किया वह मेरे लंड को चूसने लगी। वह जिस तरीके से मेरे लंड को चूस रही थी उससे मुझे मज़ा आ रहा था और उसे भी मजा आने लगा था। अब हम दोनों गर्म होने लगे थे मैंने सपना के कपड़े उतारते हुए उसके स्तनों को चूसना शुरु किया।

सपना के स्तनों को चूसने के बाद मैंने जब उसकी योनि को कुछ देर तक चाटा तो मैंने सपनों को कहा मैं तुम्हारी चूत मारना चाहता हूं। सपना ने अपने पैरों को खोल लिया था और मेरा मोटा लंड सपना की चूत में चला गया था। मेरा लंड सपना की चूत के अंदर जाते ही वह चिल्लाने लगी और मुझे मजा आने लगा था वह जिस तरीके से मेरा साथ दे रही थी। हम दोनों एक दूसरे के साथ जमकर सेक्स का मजा ले रहे थे। मेरा लंड सपना की चूत के अंदर बाहर होता मुझे मजा आ जाता। सपना भी बड़ी खुश थी वह जिस तरीके से मेरा साथ दे रही थी। हम दोनों ने एक दूसरे के साथ काफी देर तक सेक्स संबंध बनाए।

करीब 10 मिनट के बाद जब मेरा लंड छिल चुका था तो सपना ने कहा अब मैं अपने मुंह में तुम्हारे माल को लेना चाहती हूं। मैंने अपने लंड को बाहर निकालते हुए सपना के मुंह पर लगाया और उसने मेरे लंड को अपने मुंह में ले लिया वह उसे चूसने लगी। मुझे बड़ा अच्छा लगा वह जिस तरीके से मेरे लंड को चूस रही थी। उसके बाद हम दोनो ने कॉफी पी। सपना और मेरे बीच अक्सर सेक्स संबंध बनते ही रहते थे। जब भी हम दोनों के बीच में शारीरिक संबंध बनते तो हम दोनों को बड़ा अच्छा लगता और सपना मेरी हर एक जरूरतों को पूरा कर दिया करती। वह जिस तरीके से मेरी जरूरत को पूरा करती उससे मैं बहुत ज्यादा खुश हूं।
 
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