सुहागरात को चूत और लंड साथ साथ

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Antarvasna, hindi sex story: मेरी शादी को 5 वर्ष हो चुके हैं लेकिन मैं अपने शादीशुदा जीवन से बिल्कुल भी खुश नहीं था। मेरे परिवार वालों के कहने पर ही मैंने अनीता से शादी की थी लेकिन अनीता और मेरे बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा था अनीता के परिवार वाले मेरे परिवार वालों को पहले से ही जानते थे इसलिए उन लोगों ने मुझसे अनीता की शादी करवाने की बात कही और पापा और मम्मी भी इस बात के लिए मान गए। हम दोनों की शादी तो हो गई लेकिन हम दोनों के दिल कभी मिल ही नहीं पाए क्योंकि अनीता किसी और लड़के को ही चाहती थी परंतु उसके परिवार वालों ने उसकी शादी मुझसे करवा दी जिस वजह से अनीता और मेरे बीच कहीं न कहीं दूरियां पैदा होती गई।

मैंने कोशिश भी की थी कि हम दोनों के बीच सब कुछ ठीक हो जाए लेकिन हम दोनों के बीच कुछ भी ठीक नहीं हो पाया था और यही वजह थी कि मेरे और अनीता के बीच दूरियां बहुत ज्यादा बढ़ने लगी और अब ऐसा समय आ चुका था कि हम दोनों का अलग हो जाना ही बेहतर था इसलिए हम दोनों ने अलग हो जाना ही ठीक समझा। मेरे और अनीता की रजामंदी से हम दोनों ने अलग होने का फैसला कर लिया था हालांकि मेरे परिवार वाले और अनीता के परिवार वालों ने हम दोनों को काफी समझाने की कोशिश की लेकिन मैं अब अनीता के साथ बिल्कुल भी नहीं रह सकता था। अनीता मेरे साथ खुश नहीं थी और मैं समझ चुका था कि वह मेरे साथ ज्यादा समय तक नहीं रह पाएगी इसी वजह से हम दोनों ने एक दूसरे से अलग होने का फैसला कर लिया था और यह फैसला सही भी था। अनीता और मेरा डिवोर्स हो चुका था और वह मेरी जिंदगी से जा चुकी थी लेकिन उसके बावजूद भी हम दोनों के बीच बातें होती रहती थी और मैं अनीता से जब भी बात करता तो उससे बात करके मुझे अच्छा लगता।

एक दिन मैं अपने ऑफिस के टूर के सिलसिले में कोलकाता गया हुआ था तो जिस फ्लाइट में मैं ट्रेवल कर रहा था उसी फ्लाइट में मेरे बगल में सुनैना बैठी हुई थी सुनैना बड़ी अच्छी और बिंदास किस्म की लड़की है। उससे मेरी पहली मुलाकात और बातचीत फ्लाइट में ही हुई थी हम दोनों को एक दूसरे से बात करके अच्छा लगा। मैंने सुनैना के साथ काफी अच्छे से बात की और वह काफी खुश भी थी जब मैं उससे बात कर रहा था। एक समय ऐसा आया जब सुनैना और मैं एक दूसरे के काफी करीब हो गए हम दोनों ने कभी सोचा भी नहीं था कि हम दोनों एक दूसरे के इतने करीब हो जाएंगे लेकिन मुझे यह डर सता रहा था कि कहीं सुनैना को मैं अपने डिवोर्स के बारे में बताऊँ और वह कहीं मुझे छोड़कर ना चली जाए। इस बात से मैं काफी ज्यादा घबराया हुआ था और यह बात मैंने अभी तक सुनैना से छुपाई हुई थी लेकिन मैं चाहता था कि उसे मैं अपने बारे में सब कुछ बता दूं। शायद उसे यह सब बताना ठीक ही था और मैंने सुनैना को भी इस बारे में बताने का फैसला कर लिया था। काफी दिनों बाद मैं और सुनैना एक दूसरे को मिल रहे थे जब हम दोनों एक दूसरे से मुलाकात कर रहे थे तो हम दोनों ही काफी खुश थे।

उस दिन मैं बहुत ज्यादा घबराया हुआ भी था तो सुनैना ने मुझे कहा कि राजीव आज तुम बहुत घबराए हुए नजर आ रहे हो तो मैंने उसे कहा कि नहीं सुनैना ऐसी कोई भी बात नहीं है लेकिन वह जान चुकी थी कि कोई ना कोई तो ऐसी बात है जो मैं उससे छुपा रहा हूं। उस दिन मैंने सुनैना को अपने डिवोर्स के बारे में बता दिया मुझे लगा था कि शायद सुनैना मुझे छोड़ कर चली जाएगी लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। सुनैना ने मुझे कहा कि राजीव मैंने तुमसे प्यार किया है और मैं सिर्फ तुमसे ही प्यार करती हूं इससे आगे मैंने कभी भी और कुछ सोचा नहीं था। मुझे इस बात की बड़ी खुशी थी कि सुनैना के साथ में मैं समय बिता पा रहा हूं क्योंकि सुनैना और मैं जिस तरीके से एक दूसरे का साथ दे रहे थे और हम दोनों एक दूसरे को बहुत अच्छे से समझते थे यही वजह थी कि हम दोनों का प्यार दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा था और हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत खुश थे। अब तो हम दोनों एक दूसरे को समझने लगे थे मुझे सुनैना के साथ में हमेशा ही अच्छा लगता है जब भी मैं और वह एक दूसरे के साथ में टाइम स्पेंड किया करते है। एक दिन मैंने सुनैना को अपने मम्मी पापा से मिलवाने के बारे में सोचा और उस दिन मैंने सुनैना को अपने घर पर बुला लिया। जब सुनैना घर पर आई तो वह पापा मम्मी से मिली, पापा मम्मी को मैंने सुनैना के बारे में पहले ही बता दिया था और मैं चाहता था कि मैं सुनैना से जल्द से जल्द शादी कर लूँ। हम दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया था।

हम दोनों ने जल्द से जल्द शादी करने का फैसला कर लिया था और फिर हम दोनों की शादी होने वाली थी क्योंकि सब लोग हमारी शादी के लिए मान चुके थे। हम दोनों ने कोर्ट मैरिज की और सुनैना बहुत ही खुश थी जब हम दोनों ने कोर्ट मैरिज की। सुनैना के चेहरे पर बहुत खुश थी क्योंकि हम दोनों अपना आगे का जीवन साथ में बताने वाले थे। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि एक छोटी सी मुलाकात हो जाने पर हम दोनों की शादी हो जाएगी। वह फ्लाइट की मुलाकात हम दोनों के लिए बहुत ही यादगार रही। जब भी मैं इस बारे में सोचता हूं तो मुझे हमेशा ही अच्छा लगता है कि सुनैना मुझे उस दौरान मिली थी। अगर वह मुझे उस दौरान नहीं मिलती तो शायद हम दोनों कभी एक दूसरे के इतने नजदीक भी नहीं आ पाते और एक दूसरे को हम लोग कभी भी इतना प्यार नहीं कर पाते। मेरी और सुनैना की सुहागरात की पहली रात थी हम दोनों अपनी सुहागरात को यादगार बनाना चाहते थे।

मैं और सुनैना एक दूसरे से बात कर रहे थे हम दोनों जब एक दूसरे से बातें कर रहे थे तो हम दोनों को ही अच्छा लग रहा था। अब मेरे अंदर की गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी। मैंने लाइट को बुझा दिया मैंने सुनैना के होठों को चूमना शुरू किया तो सुनैना ने लाइट को खोल दिया और कहने लगी मुझे अंधेरे में बड़ा डर लगता है। यह बात सुनकर मैं सुनैना के होठों को अच्छे से चूमने लगा उसे भी मजा आने लगा था मेरे अंदर की गर्मी बढ़ने लगी थी और सुनैना भी कहीं ना कहीं गर्म होती जा रही थी। वह बहुत ज्यादा गर्म हो चुकी थी और वह बिल्कुल भी रह नहीं पा रही थी। जब मैंने सुनैना के स्तनों को दबाना शुरू कर दिया तो मैं उसके स्तनों को दबा रहा था मुझे मजा आने लगा था हम दोनो को बड़ा मजा आ रहा था। जिस तरीके से वह मेरा साथ दे रही थी हम दोनों एक दूसरे की गर्मी को बढाए जा रहे थे। मैंने सुनैना के कपड़ों को उतारना शुरू कर दिया था। जब मैं उसके कपड़े उतारने लगा तो वह गर्म होने लगी और मुझे कहने लगी मेरी गर्मी को तुमने बहुत ज्यादा बढ़ा कर रख दिया है। मैंने सुनैना को कहा तुमने मेरी गर्मी को बहुत ज्यादा बढ़ा दिया है। हम दोनो एक दूसरे के साथ बहुत ही ज्यादा गरम हो चुके थे और हम दोनों एक दूसरे की गर्मी को बिल्कुल भी नहीं झेल पा रहे थे।

मैंने सुनैना के कपड़े उतारकर उसके स्तनों को चूसना शुरू कर दिया था। उसके स्तनों का रसपान कर के मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था मैं उसके स्तनों को बहुत अच्छे से चूसे जा रहा था और मुझे बड़ा मजा आ रहा था। जब मैं ऐसा करने लगा तो सुनैना और मैं एक दूसरे के साथ बहुत ही ज्यादा गर्म होने लगे थे हम दोनों इतने ज्यादा उत्तेजित होने लगे थे मैंने सुनैना की योनि को चाटना शुरू कर दिया था और उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था। मै उसकी योनि को चाट रहा था तो मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था सुनैना पूरी तरीके से गर्म होती जा रही थी और वह मुझे कहने लगी मेरी गर्मी को तुमने बहुत ज्यादा बढ़ा दिया है। अब हम दोनों पूरी तरीके से गरम हो चुके थे। मैंने सुनैना को कहा मुझसे बिल्कुल भी रहा नहीं जाएगा। वह मुझे कहने लगी रहा तो मुझसे भी नहीं जाएगा हम दोनों पूरी तरीके से गर्म हो चुके थे और एक समय ऐसा लगा जब मैंने अपने लंड को बाहर निकाल कर सुनैना के मुंह पर लगा दिया वह उसे अच्छे से चूसने लगी और जिस तरीके से वह मेरे लंड को चूस रही थी उससे उसे मज़ा आने लगा और वह मेरे लंड को देर तक चूसती रही। मैंने सुनैना की चूत पर अपने लंड को लगा दिया सुनैना की चूत पर मेरा लंड लगते ही मैंने उसकी योनि के अंदर धीरे धीरे कर के अपने मोटे लंड को घुसाना शुरू किया।

उसकी चूत में लंड जाते ही वह चिल्लाने लगी और मुझे कहने लगी मुझे अच्छा लगने लगा है मुझे भी बड़ा मजा आ रहा था जिस तरीके से हम एक दूसरे के साथ मजा ले रहे थे और हम एक दूसरे का साथ अच्छे से दे रहे थे। मेरा लंड सुनैना की चूत में जाते ही वह जोर से चिल्लाने लगी और वह मुझे कहती मुझे बहुत ज्यादा अच्छा महसूस हो रहा है। मुझे उसे चोदने में बहुत ही मज़ा आ रहा था और मैं उसके लगातार तेजी से धक्के मार रहा था। सुनैना की सिसकारियां मुझे और भी ज्यादा गर्म कर रही थी मैं उसे जिस तरीके से चोद रहा था उससे उसे बड़ा ही आनंद आने लगा था और एक समय ऐसा आया जब मेरा वीर्य बाहर निकलने को तैयार हो चुका था। मैंने सुनैना से कहा मैं तुम्हारी चूत में अपने माल को गिराने वाला हूं। वह कहने लगी तुम अपने माल को मेरी चूत में गिरा दो मैंने उसकी चूत मे माल को गिरा दिया। मेरा माल उसकी चूत में जा चुका था मुझे बहुत ही अच्छा लगा जिस तरीके से हम दोनो ने एक दूसरे का साथ दिया और हम दोनों को एक दूसरे के साथ सेक्स करके बड़ा ही मजा आया। हम लोगों ने अपनी सुहाग रात को यादगार बना दिया था और जिस तरीके से मैंने सुनैना की चूत का मजा लिया उससे मुझे बड़ा ही मजा आया और सुनैना भी बहुत ज्यादा खुश हो चुकी थी।
 
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