सौम्या की चूत से पानी बाहर निकलने लगा

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Antarvasna, sex stories in hindi: मेरा नाम पारस है और ये कहानी मेरी और मेरे सच्चे प्यार की है। मैं एक ऑफिस में काम करता हूँ। ऑफिस के काम के लिए कुछ दिनों के लिए दिल्ली जाना था इसलिए मैं कुछ दिनों के लिए दिल्ली चला गया। जब मैं अपने ऑफिस के काम के सिलसिले में दिल्ली गया तो पापा और मम्मी ने मुझसे कहा कि बेटा तुम वहां से वापस कब लौटोगे तो मैंने उन्हें बताया कि वहां से मैं तीन-चार दिन में लौट आऊंगा। मैं दिल्ली से तीन-चार दिन बाद अपना काम खत्म कर के वापस लौट आया था जब मैं वापस लौटा तो उस दिन मैं घर पर ही था। मां की तबीयत ठीक नहीं थी उन्होंने मुझे कहा कि राजेश बेटा तुम मुझे हॉस्पिटल ले चलो मेरी तबीयत आज बिल्कुल भी ठीक नहीं है मैं अपने आपको काफी ज्यादा कमजोर महसूस कर रही हूं। मैंने मां को कहा कि ठीक है मां मैं तुम्हें हॉस्पिटल लेकर चलता हूं।

मैं मां को हॉस्पिटल लेकर गया तो डॉक्टर ने उन्हें कुछ दवाइयां लिख कर दे दी और रेस्ट करने की सलाह दी। मैं मां को लेकर घर चला आया था और मैंने मां को कहा कि आप आराम कर लीजिए। मैंने मां को कहा की क्या इस बारे में पापा को पता नहीं था तो मां कहने लगी कि मेरी तबीयत आज सुबह ही खराब हुई तब तक तुम्हारे पापा ऑफिस चले गए थे इसलिए मैंने सोचा कि उन्हें परेशान करना ठीक नहीं होगा। मैंने मां को कहा कि कोई बात नहीं अब आप आराम कर लीजिए। मां आराम करने लगी और मैं भी अपने रूम में चला गया था मैं अपने रूम में चला गया उसके बाद मैं अपने रूम में ही लेटा हुआ था। शाम के वक्त पापा घर लौटे तो पापा ने कहा कि राजेश बेटा तुमने मुझे बताया नहीं की तुम्हारी मम्मी की तबियत खराब है।

मैंने पापा को कहा कि पापा मुझे लगा कि आपको डिस्टर्ब करके कोई फायदा नहीं है और वैसे भी मैं जल्दी घर लौट आया था तो मैं मां को हॉस्पिटल लेकर चला गया था अब मां आराम कर रही है और मां अब पहले से ठीक है, मां ठीक होने लगी थी। मैं काफी समय बाद अपने दोस्त वरुण को मिला था जब मैं वरुण को मिला तो वरुण ने मुझे बताया कि उसकी सगाई होने वाली है। मैंने वरुण को कहा कि लेकिन कुछ दिनों पहले जब तुम मुझे मिले थे तब तो ऐसा कुछ भी नहीं था वरुण ने मुझे कहा कि उस वक्त ऐसा कुछ नहीं था लेकिन अब मैं सगाई कर रहा हूं और मैं काफी ज्यादा खुश हूं कि मेरी सगाई शोभा के साथ हो रही है। मैंने वरुण को कहा क्या तुम शोभा के साथ सगाई कर रहे हो? शोभा हमारे कॉलेज में हमारे साथ ही पढ़ा करती थी वरुण ने मुझे कहा हां। मुझे तो इस बारे में कुछ भी मालूम नहीं था कि शोभा और वरुण का रिलेशन चल रहा है।

जब उस दिन मुझे वरुण ने अपने और शोभा के रिलेशन के बारे में बताया तो मैंने वरुण को कहा चलो यह तो अच्छा हुआ कि तुम्हें शोभा जैसी लड़की मिल रही है शोभा बहुत ही अच्छी लड़की है। वरुण मुझे कहने लगा कि राजेश मुझे मालूम है शोभा बहुत ही अच्छी लड़की है इसलिए तो मैं शोभा से शादी करने के लिए तैयार हो गया हूं मैं चाहता हूं कि हम दोनों की शादी जल्द से जल्द हो जाए। वरुण ने मुझे अपनी सगाई में इनवाइट किया और वरुण की सगाई में गया हुआ था। जब मैं वरुण की सगाई में गया तो उस वक्त शोभा को मैंने बधाई थी और कहा कि चलो अब तो तुम दोनों की शादी भी हो जाएगी और मुझे काफी अच्छा लग रहा है कि तुम दोनों एक साथ हो। शुरुआत में शोभा और वरुण के बीच बिल्कुल भी नहीं बना करती थी जब हम लोग कॉलेज में पढ़ते थे तो वह दोनों एक दूसरे से बात भी नहीं करते थे लेकिन ना जाने म दोनों के बीच प्यार कैसे हो गया और वह दोनों एक दूसरे से सगाई कर रहे हैं। उन दोनों की सगाई काफी अच्छे से हुई उसके बाद मैं अपने घर लौट आया था, जब मैं अपने घर लौटा तो मुझे काफी ज्यादा नींद आ रही थी और मैं जल्दी ही सो गया था।

अगले दिन जब मैं ऑफिस जा रहा था तो हमारी कॉलोनी में रहने वाली सौम्या मुझे दिखी। सौम्या बहुत ज्यादा सुंदर है लेकिन हम दोनों की कभी बात नहीं हो पाई थी। मैं सौम्या को देखकर अपनी नजरो को अक्सर झुका लिया करता और उससे बात ही नहीं कर पाता था। उस दिन मैंने सौम्या से बात की जब मैंने सौम्या से बात की तो उसने भी मुझसे बड़े अच्छे तरीके से बात की मैं काफी ज्यादा खुश हो गया था। मैंने सौम्या को कहा मुझे बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा है मेरी अब तुमसे बात हो पाई। सौम्या ने मुझे अपने बॉयफ्रेंड के बारे में बताया और कहा उसका रिलेशन अब उसके साथ नहीं है। मैंने सौम्या से कहा लेकिन तुम जैसे लड़की को तुम्हारे बॉयफ्रेंड ने कैसे छोड़ दिया। सौम्या मुझे कहने लगी उसने मेरे प्यार को कभी समझा ही नहीं तो सिर्फ मेरे साथ टाइमपास कर रहा था और इसे ज्यादा हम दोनों के बीच कुछ भी नहीं था। मैं चाहता था मैं सौम्या से अपने दिल की बात कहूं और यह बिल्कुल सही मौका था। मैंने सौम्या को अपने दिल की बात कह दी थी जिससे कि वह बहुत ज्यादा खुश हो गई थी। जब मैंने सौम्या को अपने दिल की बात कही तो उसने मेरे प्यार को स्वीकार कर लिया था वह काफी ज्यादा खुश हो गई थी।

एक दिन की बात है, मेरी पीठ में दर्द हो रहा था। सौम्या ने कहा मैं आपके बदन की मालिश अभी कर देती हूं और उसने मेरे बदन की मालिश करनी शुरू की। जब वह मेरे बदन की मालिश कर रही थी तो मेरे अंदर एक अलग ही उत्तेजना जाग रही थी। जब उसने अपने हाथों मे मेरे लंड को लेकर हिलाना शुरू किया तो मुझे बहुत ज्यादा मजा आता। मै बिल्कुल भी अपने आप को रोक नहीं पा रहा था। उसने मेरे लंड को अपने हाथों में लेकर उसे हिलाना शुरू किया वह बहुत अच्छे से मेरे लंड को हिला रही थी। मेरा मोटा लंड पूरी तरीके से तन कर खड़ा हो चुका था। मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा था जब मैंने सौम्या से कहा तुम मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर चूसो।

सौम्या ने भी उसे तुरंत ही अपने मुंह में लेकर चूसना शुरू किया। जब वह मेरे मोटे लंड को सकिंग कर रही थी तो मुझे बहुत ज्यादा मजा आ रहा था और सौम्या को भी बड़ा मजा आ रहा था। हम दोनों पूरी तरीके से उत्तेजित हो रहे थे। अब हमारी उत्तेजना इतनी ज्यादा बढ़ चुकी थी कि मैं बिल्कुल भी रह नहीं पा रहा था। मैंने सौम्या को कहा मुझसे बिल्कुल भी रहा नहीं जाएगा। वह मुझे कहने लगी तुम मेरी चूत का रसपान कर लो। मैंने भी सौम्या के कपड़े उतारकर उसकी चूत को चाटना शुरू किया। सौम्या की चूत को चाट कर मुझे मजा आ रहा था। सौम्या की चूत से बहुत ज्यादा पानी बाहर की तरफ को निकल रहा था मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा था जब मैं सौम्या कि चूत को चाट रहा था। हम दोनों की गर्मी बढने लगी थी।

हम दोनों पूरी तरीके से उत्तेजित होने लगे थे हम दोनों को इतना ज्यादा मजा आने लगा था कि सौम्या ने मुझे अपने पैरों के बीच में जकडने की कोशिश की वह मेरे सर को अपने पैरों के बीच में जकड रही थी और मेरे बालों को खींच रही थी। जब मैंने अपने लंड को सौम्या की चूत पर लगाया तो उसको मजा आने लगा था। सौम्या की योनि से पानी बाहर की तरफ को निकलने लगा था। उसकी चूत से इतना अधिक गर्म पानी बाहर निकलने लगा था मुझसे बिल्कुल भी रहा नहीं जा रहा था। ना तो सौम्या रह पाई और ना ही मैं। मैंने सौम्या कि चूत पर अपने मोटे लंड को सटाकर अंदर की तरफ धकेलना शुरू किया। जैसे ही मैंने अपने मोटे लंड को सौम्या की योनि के अंदर डालकर तेजी से धक्के मारने शुरू किए तो मुझे और भी ज्यादा मजा आने लगा और सौम्या को भी बहुत ज्यादा मजा आने लगा था।

वह मुझे कहने लगी मेरे अंदर की आग पूरी तरीके से बढ़ने लगी है अब मुझे बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा है। मैंने सौम्या को कहा मुझे भी बहुत ज्यादा मजा आ रहा है। अब हम दोनों ही एक दूसरे के साथ जमकर सेक्स का मजा ले रहे थे। मैंने सौम्या के दोनों पैरों को पकड़ा हुआ था मैंने उसे तब तक धक्के मारे जब तक उसका पूरा शरीर ठंडा नही पड़ गया वह झड़ चुकी थी। मुझे समझ आ गया था अब सौम्या मेरा साथ नहीं दे पाएंगी इसलिए मैंने अपने माल को उसकी चूत मे गिरा दिया था और अपनी इच्छा को पूरा कर लिया। थोड़ी देर तक हम दोनों साथ में लेट रहे उसके बाद मुझे एहसास हुआ मुझे सौम्या को दोबारा से चोदना चाहिए।

मैंने दोबारा से सौम्या के साथ सेक्स किया मैंने सौम्या कि चूत के अंदर बाहर अपने लंड को करना शुरू किया सौम्या को भी मजा आ रहा था। सौम्या की चूत से मेरा माल अभी भी बाहर निकल रहा था और मेरे अंदर की गर्मी अभी भी बढी हुई थी। मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा था जब मैंने सौम्या कि चूत के अंदर बाहर अपने लंड को किया। मैने सौम्या की इच्छा को पूरा कर दिया था। हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत ज्यादा खुश थे। हम दोनों को बहुत अच्छा लगता जब भी हम दोनो सेक्स का मजा लेते। वह मेरे साथ सेक्स का भरपूर मजा लेती और हम दोनों ही एक दूसरे का साथ बडे अच्छे से दिया करते।
 
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