स्वाद चूत का चख लिया

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Sex stories in hindi, Antarvasna: मैं अपने बिजनेस टूर के सिलसिले में जयपुर गया हुआ था जयपुर में ही मुझे अपना नया बिजनेस शुरू करना था लेकिन किसी वजह से मैं जयपुर में अपना नया बिजनेस सेटअप शुरू नहीं कर पाया और मैं वापस दिल्ली लौट आया। जब मैं दिल्ली वापस लौटा तो मेरे परिवार वाले मुझे कहने लगे कि शोभित बेटा अब तुम शादी कर लो। मैं शादी करने के बिल्कुल भी पक्ष में नहीं था क्योंकि मैंने आज से दो वर्ष पहले शादी की थी लेकिन मेरी शादी ज्यादा समय तक चल नहीं सकी और मेरे और मेरी पत्नी के बीच में झगड़े शुरू हो गए जिस वजह से हम दोनों का डिवोर्स हो गया था इसलिए मैं नहीं चाहता था कि मैं अब शादी करूं। हमारे घर पर पापा के फैमिली फ्रेंड अक्सर आया करते थे एक दिन जब उनकी बेटी कावेरी घर पर आई हुई थी तो उसे देखकर पापा और मम्मी चाहते थे कि मैं कावेरी से शादी कर लूं लेकिन मैं कावेरी से शादी करने की बिल्कुल भी पक्ष में नहीं था। हालांकि कावेरी बहुत ही अच्छी लड़की है वह बहुत समझदार भी है परंतु मुझे लगता था कि मैं अब अपने शादीशुदा जीवन को आगे नहीं चला पाऊंगा परंतु कावेरी और मेरे बीच बातें होने लगी थी जिस कारण हम दोनों एक दूसरे के साथ समय बिताने लगे और धीरे-धीरे हम दोनों एक दूसरे को समझने भी लगे थे।

कावेरी और मैं एक दूसरे को बहुत समय देने लगे थे जिस वजह से मैं कावेरी को अपना दिल दे बैठा था। हम दोनों के परिवार वाले तो चाहते ही थे कि हम दोनों की शादी हो जाए इसलिए उन लोगों को मेरे और कावेरी के रिश्ते से कोई भी ऐतराज नहीं था। हम दोनों के रिश्ते को घरवालों की मंजूरी मिल चुकी थी और मैंने भी अब सोच लिया था कि मैं दोबारा से अपना नया जीवन शुरू करूंगा। मैंने अपना नया जीवन शुरू किया और मैं कावेरी के साथ शादी कर चुका था, कावेरी और मैं एक दूसरे के साथ शादी कर के बहुत ही ज्यादा खुश थे और हम दोनों ज्यादा से ज्यादा समय साथ में बिताने लगे थे। मैं कावेरी को हर वह खुशी देने की कोशिश करता जो उसे चाहिए होती समय के साथ अब हम दोनों का रिश्ता और भी ज्यादा मजबूत होता चला गया और कावेरी ने घर की सारी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाना शुरू किया। पापा और मम्मी भी कावेरी से बहुत खुश थे और मैं भी कावेरी के साथ अपने रिश्ते से बहुत ज्यादा खुश था। मुझे लगता था कि शायद मेरा डिवोर्स हो जाने के बाद अब दोबारा शादी के बारे में ना ही सोचूं तो ठीक है लेकिन कावेरी के मेरी जिंदगी में आने से मेरी जिंदगी पूरी तरीके से बदल गई और मेरे जीवन में सब कुछ ठीक हो गया।

मैं अब पहले से ज्यादा खुश रहने लगा था और मुझे कभी भी कोई परेशानी होती तो मैं कावेरी के साथ अपनी फीलिंग को शेयर कर लिया करता। कावेरी मेरे बिजनेस में भी मेरा सपोर्ट करने लगी थी और वह मेरे साथ ऑफिस का काम भी संभालने लगी। मैं चाहता था कि कावेरी मेरे साथ ऑफिस का काम ना संभाले लेकिन फिर भी वह मेरी बात नहीं मानी और कहने लगी कि शोभित मुझे आपके साथ अच्छा लगता है और वह ऑफिस का काम भी अच्छे से संभालने लगी थी। हम दोनों की शादी को एक वर्ष हो चुका था और पता ही नहीं चला कि कब शादी को एक वर्ष हो गया। हम दोनों ने अब कहीं जाने का फैसला किया, हम दोनों चाहते थे कि हम दोनों घूमने के लिए गोवा जाये। जब मैंने इस बारे में कावेरी से कहा तो कावेरी भी बहुत ज्यादा खुश थी। हम लोग अपने हनीमून पर गए थे और उसके बाद मैं चाहता था कि मैं और कावेरी कुछ समय के लिए कहीं घूमने के लिए जाए। हम लोग घूमने गोआ चले गए गोवा में हम दोनों ने काफी अच्छा समय साथ में बिताया हम दोनों ही बहुत ज्यादा खुश थे और कुछ दिन बाद हम दोनों वापस दिल्ली लौट आए थे।

हम दोनों जब दिल्ली लौटे तो कुछ दिन कावेरी की तबीयत कुछ ठीक नहीं थी। कावेरी ने मुझे कहा कि शोभित मेरी तबीयत ठीक नहीं है मैंने कावेरी को कहा कि आखिर तुम्हे क्या हुआ तो कावेरी ने मुझे कहा कि मुझे बहुत कमजोरी महसूस हो रही है। मैंने कावेरी को कहा कि मैं तुम्हें डॉक्टर के पास ले चलता हूं और फिर मैं कावेरी को डॉक्टर के पास ले गया। मैं जब कावेरी को डॉक्टर के पास ले गया तो डॉक्टरों ने कुछ दवाई दी और मुझे कहा कि आप अपनी पत्नी का ध्यान रखिए। मैंने भी उसके बाद कावेरी का ध्यान रखा और कावेरी भी बहुत ज्यादा खुश थी कि मैं उसकी देखभाल कर रहा हूं। कावेरी धीरे धीरे ठीक होने लगी थी कावेरी और मेरे रिश्ते से मेरे परिवार वाले भी काफी ज्यादा खुश थे। मुझे अपने बिजनेस टूर के सिलसिले में कुछ दिनों के लिए लखनऊ जाना था तो मैं लखनऊ जाने की तैयारी कर रहा था कावेरी ने मेरा सामान पैक कर लिया था क्योंकि रात की फ्लाइट थी इसलिए मुझे घर से जल्दी निकलना था। कावेरी मुझसे कहने लगी कि आप टाइम पर खाना खा लीजिएगा मैंने कावेरी को कहा ठीक है मैं टाइम पर खाना खा लूंगा तुम चिंता मत करो तुम पापा मम्मी की देखभाल करना। मैं उस दिन घर से निकला तो मुझे एयरपोर्ट पहुंचने में काफी टाइम लग चुका था।

मैं फ्लाइट में बैठ गया और जब मैं लखनऊ पहुंच गया तो जिस होटल में मैंने बुकिंग की थी उस होटल में मैं गया और रूम में पहुंचते ही मुझे काफी गहरी नींद आने लगी थी तो मैं सो चुका था। अगले दिन जब मैं सुबह उठा तो कावेरी का मुझे फोन आया और वह मुझे कहने लगी कि शोभित क्या आप उठ चुके हैं तो मैंने कावेरी को कहा हां। मुझे जल्दी निकलना था इसलिए मैंने कावेरी से कहा कि अभी मैं चलता हूं मैं तुमसे बाद में बात करूंगा। कावेरी कहने लगी ठीक है शोभित आप मुझसे बाद में बात कर लीजिएगा। मैं अपने बिजनेस मीटिंग से चला गया था जब मैं वापस लौटा तो उस दिन मैंने देखा रिसेप्शन पर एक लड़की थी। वह लड़की मुझे अपनी और आकर्षित कर रही थी और उसके चेहरे की मासूमियत ने मेरे दिल पर जादू कर दिया था। मैंने उस से बात की और उससे बात कर के मुझे अच्छा लगा। मैंने उसका नाम पूछा उसका नाम सुहानी है सुहानी से बात कर के मुझे अच्छा लग रहा था और उसे भी मुझसे बात करना काफी अच्छा लग रहा था। सुहानी पर मैंने ऐसा जादू चलाया कि वह मेरे रूम में आने के लिए तैयार हो गई। वह रूम में आई तो उसे यह बात अच्छे से पता थी कि हम दोनों के बीच शारीरिक संबंध बनने वाले हैं। मैंने दरवाजा बंद कर लिया सुहानी मेरे साथ बैठी हुई थी जब वह मेरे साथ बैठी थी तो मुझे बहुत अच्छा लग रहा था मैं उससे बात कर रहा था मेरे अंदर की गर्मी बढ़ रही थी और सुहानी के अंदर से भी गर्मी बाहर निकल रही थी। मैंने सुहानी की जांघ पर अपने हाथ को फेरना शुरू किया तो वह उत्तेजित होने लगी। वह इतनी ज्यादा उत्तेजित हो चुकी थी वह मुझे कहने लगी मुझसे बिल्कुल भी रहा नहीं जा रहा है।

मैंने सुहानी को कहा मुझसे भी रहा नहीं जाएगा। मैंने जब अपने मोटे लंड को सुहानी के सामने किया तो उसने मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर उसे सकिंग करना शुरू किया और वह बड़े अच्छे से मेरे लंड को चूसने लगी। वह जिस प्रकार से मेरे लंड को चूस रही थी उससे मुझे मज़ा आ रहा था और उसको भी बड़ा मजा आने लगा था। उसने मेरे लंड से पानी बाहर निकाल कर रख दिया था। मैंने सुहानी को कहा मैं तुम्हारे बदन से कपड़े उतारना चाहता हूं। सुहानी ने मुझे कहा आप मेरे बदन से कपड़े उतार लीजिए। मैंने सुहानी के कपड़े उतारकर उसे अपने सामने किया तो उसके बदन को देख कर मैं बहुत ज्यादा उत्तेजित होने लगा था और मैंने सुहानी को कहा मैं अब तुम्हारी चूत को चाटना चाहता हूं। मैंने सुहानी की चूत को चाटना शुरू किया सुहानी की चूत पर एक भी बाल नहीं था और उसके गोरे बदन को महसूस करने में मुझे मजा आ रहा था। मैंने जब उसके स्तनों के बीच में अपने लंड को रगड़ना शुरू की है तो मेरा माल बाहर की तरफ आने लगा था और मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था। मेरे अंदर की गर्मी बढ़ रही थी और मैंने सुहानी को कहा अब मैं तुम्हारी योनि में अपने लंड को डालना चाहता हूं। मेरे लंड से पानी बाहर निकल चुका था उसे कुछ देर तक सुहानी ने अपने मुंह में लेकर सकिंग किया जब मेरा लंड पूरी तरीके से गर्म हो चुका था तो मैंने सुहानी की गरमा गरम योनि पर अपने लंड को रगडने की कोशिश की। मैंने उसे कहा तुम अपने पैरों को खोलो उसने अपने पैरों को खोला और जब मैंने उसकी चूत के अंदर अपने लंड को घुसाया तो सुहानी जोर से चिल्लाने लगी और मुझे कहने लगी मुझे बड़ा मजा आ रहा है। मैंने अब सुहानी की चूत के अंदर अपने लंड को घुसा दिया था मेरा लंड सुहानी की योनि में प्रवेश हो चुका था मैं जिस प्रकार से सुहानी की चूत के अंदर अपने लंड को अंदर बाहर करने की कोशिश कर रहा था उससे सुहानी को मजा आने लगा था और मुझे भी बहुत ज्यादा आनंद आ रहा था।

मैं और सुहानी एक दूसरे के साथ जमकर सेक्स संबध बनाए जा रहे थे हम दोनों ने एक दूसरे के साथ 5 मिनट तक शारीरिक संबंध बनाए। अब मैं ज्यादा देर तक अपने आपको रोक नहीं पाया और मैंने सुहानी को कहा मुझे तुम्हारी चूत दोबारा से मारनी है। मैंने सुहानी की चूतडो को अपनी तरफ किया और उसकी चूत में मैंने अपने लंडत्रको घुसा दिया। सुहानी की चूत में मेरा लंड प्रवेश हो चुका था और मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था जब मैं उसे चोद रहा था। मेरे धक्के और भी ज्यादा तेज हो रहे थे सुहानी अपनी चूतडो को मुझसे मिलाती तो मुझे बहुत अच्छा लगता। मैने उसकी चूतड़ों का रंग लाल कर दिया था। जब मुझे लगने लगा शायद अब मैं ज्यादा देर तक अपने आपको रोक नहीं पाऊंगा तो मैंने सुहानी की योनि में अपने माल को गिरा दिया। सुहानी की योनि में जब मेरा माल गिरा तो वह कहने लगी अब मैं चलती हूं। उसने अपने कपड़े पहने और मैं बिस्तर पर लेटा हुआ था उसके बाद मैंने सुहानी का नंबर ले लिया। जब भी मेरा लखनऊ जाना होता तो सुहानी को मैं फोन कर दिया करता हूं वह भी मेरे लंड को अपनी चूत में लेने के लिए तैयार रहती है मुझे बड़ा मजा आता है जब भी मैं उसके साथ शारीरिक संबंध बनाता हूं।
 
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