मैं जिगर अमदाबाद से हूँ। यह सेक्स स्टोरी मेरी और मेरी एक बहुत पक्के दोस्त की बहन की है, उसका नाम सबा है, उसकी उम्र 27 साल है वो अविवाहित है। उसकी हाइट 5’4″ है और फिगर 34-28-34 है।
मेरा उस दोस्त के घर काफ़ी आना-जाना था, उसकी फैमिली के सभी लोग मुझे जानते थे, मैं उनके लिए एक फैमिली मेंबर की तरह ही हो गया था।
इस तरह मेरी सबा से ‘हाय.. हैलो..’ हो जाती थी, जब दोस्त के घर जाता था तो सबा से भी कुछ न कुछ बातें होती रहती थीं।
एक दिन मैंने अपनी सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट प्रोफाइल पर सबा की एड रिक्वेस्ट देखी तो मैंने एक्सेप्ट कर लिया। उस टाइम तक मुझे यह नहीं पता था कि यह वो ही सबा है क्योंकि उसने अपनी फोटो नहीं लगाई हुई थी।
एक दिन ऐसे ही मैं ऑनलाइन था तो वो भी ऑनलाइन आ गई। मेरे पूछने पर उसने सही बता दिया कि वो मेरे दोस्त की बहन है।
खैर.. फिर यूं ही लगभग रोज ही उससे काफ़ी-काफ़ी देर देर तक चैट होती रहती थी। अब हम काफ़ी खुल गए थे और खूब बातें करते.. गपशप करते।
एक बार सबा ने पूछा- आपकी कोई गर्लफ्रेंड भी है?
मैंने बताया- अभी तो नहीं है.. लेकिन एक थी।
उसने पूछा- कौन थी..?
मैंने कहा- मेरी कॉलेज और यूनिवर्सिटी दिनों में एक लड़की थी.. लेकिन अब वो अपनी फैमिली के साथ विदेश चली गई है।
उसने पूछा- तो क्या कभी उसने आपको ‘खुश’ भी किया था?
मैं उसके इस सवाल पर थोड़ा चौंका, फिर भी मैंने खुलते हुए कह दिया- हाँ कई बार..
उसने कहा- वाऊ.. कैसे?
मैंने उसके इस सवाल पर एक आँख मारने वाला स्माइली भेजते हुए लिखा- हर तरह से..
वो कहने लगी- वाह यार.. क्या बात है।
इसके बाद मैंने पूछा- सबा आपका कोई ब्वॉयफ्रेण्ड?
उसने कहा- नहीं यार.. हमारी ऐसी किस्मत कहाँ..
मैंने कहा- यह क्या बात हुई.. इसमें किस्मत का मतलब.. आप क्यूट हैं, सुन्दर और आकर्षक हैं.. आपका कोई तो होगा, लेकिन आप बता नहीं रही हो।
मेरी बात पर उसने पूछा- मैं ब्यूटीफुल कैसे हूँ.. जरा बताओ तो सही?
मैंने कहा- यार आपकी काफी अच्छी लुक है.. आपकी सुंदर आँखें.. और लवली स्माइल बहुत अच्छी लगती है।
उसने कहा- और..
मैंने कहा- आपका कलर भी फेयर है.. डीसेंट पर्सनालिटी है।
उसने कहा- और..?
मैंने कहा- अब मैंने कभी ऐसे देखा नहीं.. बस यही पता है।
उसने कहा- यह भी क्या बात हुई..? अब जब आओ तब ठीक से देखना.. फिर बताना?
मैंने कहा- ओके..
दो दिन बाद मैं उनके घर गया तो हमेशा की तरह सबा से भी बात हुई। उस टाइम तो बस ‘हैलो.. हाय..’ ही हुई कुछ देर हम सब (मैं सबा और फ्रेंड) बैठे हुए बातें करते रहे।
फिर मेरा दोस्त अहसान के फोन पर किसी की कॉल आई तो वो बोला- यार मेरे सेल पर किसी की कॉल आई है.. मैं अभी आता हूँ।
वो कुछ टाइम के लिए वहाँ से उठ कर चला गया।
अब सबा ने आहिस्ता से कहा- आज फिर यह ना कह देना कि मैंने ज्यादा गौर से नहीं देखा।
यह कह कर वो मुस्कुरा दी और मैं भी हँस दिया।
फिर रात को सबा से बात हुई तो उसने फिर से पूछा- आज तो देखा था ना.. अब बताओ?
मैंने फिर से उसकी सुन्दरता के बारे में लिखा और साथ ही कहा- आपकी हाइट भी अच्छी है और ड्रेसिंग भी अच्छी करती हो।
उसने कहा- और?
मैंने कहा- आपके लम्बे बाल बहुत अच्छे लगते हैं।
इसके बाद मैंने पूछा- अब मेरे बारे में बताओ।
उसने कहा- एक तो आपकी हाइट बहुत अच्छी है, आपके लम्बे हाथ और लम्बी उंगलियां बहुत अच्छी लगती हैं और आप बातें बहुत मजे की करते हैं.. बातों के दरमियान हल्के-फुल्के जोक्स भी मारते हैं वो बहुत इंट्रेस्टिंग होते हैं।
‘हम्म…’
उसने पूछा- मेरे बारे में और कुछ भी कहना चाहते हो?
मैंने कहा- अगर आपके सैंडिलों का डर ना हो.. तो एक बात कहूँ कि आपका फिगर भी बहुत अच्छा है, वेरी बैलेंन्स्ड..
उसने कहा- ओह्ह रियली.. थैंक्यू!
मैंने कहा- आप इतनी गुड लुकिंग हो कि यक़ीन नहीं आता कि आपका कोई ब्वॉयफ्रेण्ड नहीं होगा।
उसने कहा- यार यह क्या बात हुई? देखो आप से भी तो अच्छी फ्रैंकनेस है.. दोस्ती है.. लेकिन आपने भी तो कभी ऑफर नहीं किया। जबकि मुझे आपसे बात करते समय गर्लफ्रेंड के जैसे ही लगता रहा है।
मैंने कहा- अगर मैं ऑफर करूँ तो?
उसने कहा- पहले करो तो.. फिर बताऊँगी।
इतना लिख कर वो ऑफलाइन हो गई, मैं सोचता ही रह गया।
फिर कुछ दिन शहर से बाहर रहने के कारण ऑनलाइन नहीं आ सका। जब आया तो देखा कि उसके काफ़ी मैसेज आए हुए थे।
पहले एक-दो मैसेज में बस पूछा था- कहाँ हो?
आगे कुछ ख़ास नहीं पूछा होने से मेरा ख़याल था कि उसे अहसान से मेरे शहर से बाहर होने का पता लग गया था।
मेरा उस दोस्त के घर काफ़ी आना-जाना था, उसकी फैमिली के सभी लोग मुझे जानते थे, मैं उनके लिए एक फैमिली मेंबर की तरह ही हो गया था।
इस तरह मेरी सबा से ‘हाय.. हैलो..’ हो जाती थी, जब दोस्त के घर जाता था तो सबा से भी कुछ न कुछ बातें होती रहती थीं।
एक दिन मैंने अपनी सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट प्रोफाइल पर सबा की एड रिक्वेस्ट देखी तो मैंने एक्सेप्ट कर लिया। उस टाइम तक मुझे यह नहीं पता था कि यह वो ही सबा है क्योंकि उसने अपनी फोटो नहीं लगाई हुई थी।
एक दिन ऐसे ही मैं ऑनलाइन था तो वो भी ऑनलाइन आ गई। मेरे पूछने पर उसने सही बता दिया कि वो मेरे दोस्त की बहन है।
खैर.. फिर यूं ही लगभग रोज ही उससे काफ़ी-काफ़ी देर देर तक चैट होती रहती थी। अब हम काफ़ी खुल गए थे और खूब बातें करते.. गपशप करते।
एक बार सबा ने पूछा- आपकी कोई गर्लफ्रेंड भी है?
मैंने बताया- अभी तो नहीं है.. लेकिन एक थी।
उसने पूछा- कौन थी..?
मैंने कहा- मेरी कॉलेज और यूनिवर्सिटी दिनों में एक लड़की थी.. लेकिन अब वो अपनी फैमिली के साथ विदेश चली गई है।
उसने पूछा- तो क्या कभी उसने आपको ‘खुश’ भी किया था?
मैं उसके इस सवाल पर थोड़ा चौंका, फिर भी मैंने खुलते हुए कह दिया- हाँ कई बार..
उसने कहा- वाऊ.. कैसे?
मैंने उसके इस सवाल पर एक आँख मारने वाला स्माइली भेजते हुए लिखा- हर तरह से..
वो कहने लगी- वाह यार.. क्या बात है।
इसके बाद मैंने पूछा- सबा आपका कोई ब्वॉयफ्रेण्ड?
उसने कहा- नहीं यार.. हमारी ऐसी किस्मत कहाँ..
मैंने कहा- यह क्या बात हुई.. इसमें किस्मत का मतलब.. आप क्यूट हैं, सुन्दर और आकर्षक हैं.. आपका कोई तो होगा, लेकिन आप बता नहीं रही हो।
मेरी बात पर उसने पूछा- मैं ब्यूटीफुल कैसे हूँ.. जरा बताओ तो सही?
मैंने कहा- यार आपकी काफी अच्छी लुक है.. आपकी सुंदर आँखें.. और लवली स्माइल बहुत अच्छी लगती है।
उसने कहा- और..
मैंने कहा- आपका कलर भी फेयर है.. डीसेंट पर्सनालिटी है।
उसने कहा- और..?
मैंने कहा- अब मैंने कभी ऐसे देखा नहीं.. बस यही पता है।
उसने कहा- यह भी क्या बात हुई..? अब जब आओ तब ठीक से देखना.. फिर बताना?
मैंने कहा- ओके..
दो दिन बाद मैं उनके घर गया तो हमेशा की तरह सबा से भी बात हुई। उस टाइम तो बस ‘हैलो.. हाय..’ ही हुई कुछ देर हम सब (मैं सबा और फ्रेंड) बैठे हुए बातें करते रहे।
फिर मेरा दोस्त अहसान के फोन पर किसी की कॉल आई तो वो बोला- यार मेरे सेल पर किसी की कॉल आई है.. मैं अभी आता हूँ।
वो कुछ टाइम के लिए वहाँ से उठ कर चला गया।
अब सबा ने आहिस्ता से कहा- आज फिर यह ना कह देना कि मैंने ज्यादा गौर से नहीं देखा।
यह कह कर वो मुस्कुरा दी और मैं भी हँस दिया।
फिर रात को सबा से बात हुई तो उसने फिर से पूछा- आज तो देखा था ना.. अब बताओ?
मैंने फिर से उसकी सुन्दरता के बारे में लिखा और साथ ही कहा- आपकी हाइट भी अच्छी है और ड्रेसिंग भी अच्छी करती हो।
उसने कहा- और?
मैंने कहा- आपके लम्बे बाल बहुत अच्छे लगते हैं।
इसके बाद मैंने पूछा- अब मेरे बारे में बताओ।
उसने कहा- एक तो आपकी हाइट बहुत अच्छी है, आपके लम्बे हाथ और लम्बी उंगलियां बहुत अच्छी लगती हैं और आप बातें बहुत मजे की करते हैं.. बातों के दरमियान हल्के-फुल्के जोक्स भी मारते हैं वो बहुत इंट्रेस्टिंग होते हैं।
‘हम्म…’
उसने पूछा- मेरे बारे में और कुछ भी कहना चाहते हो?
मैंने कहा- अगर आपके सैंडिलों का डर ना हो.. तो एक बात कहूँ कि आपका फिगर भी बहुत अच्छा है, वेरी बैलेंन्स्ड..
उसने कहा- ओह्ह रियली.. थैंक्यू!
मैंने कहा- आप इतनी गुड लुकिंग हो कि यक़ीन नहीं आता कि आपका कोई ब्वॉयफ्रेण्ड नहीं होगा।
उसने कहा- यार यह क्या बात हुई? देखो आप से भी तो अच्छी फ्रैंकनेस है.. दोस्ती है.. लेकिन आपने भी तो कभी ऑफर नहीं किया। जबकि मुझे आपसे बात करते समय गर्लफ्रेंड के जैसे ही लगता रहा है।
मैंने कहा- अगर मैं ऑफर करूँ तो?
उसने कहा- पहले करो तो.. फिर बताऊँगी।
इतना लिख कर वो ऑफलाइन हो गई, मैं सोचता ही रह गया।
फिर कुछ दिन शहर से बाहर रहने के कारण ऑनलाइन नहीं आ सका। जब आया तो देखा कि उसके काफ़ी मैसेज आए हुए थे।
पहले एक-दो मैसेज में बस पूछा था- कहाँ हो?
आगे कुछ ख़ास नहीं पूछा होने से मेरा ख़याल था कि उसे अहसान से मेरे शहर से बाहर होने का पता लग गया था।