सब कोई घर पहुंचते है और घर पहुंचते ही पूजा हमको मैसेज करने को फोन निकालती है पर उससे पहले हम उसको मैसेज कर चुके थे आई एम गोइंग तो मिस यू सो मच जान
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गाड़ी चलाने वक्त पूजा अपना मोबाइल नही देख पाई थी....
वो मैसेज पढ़ के हमको जवाब में बोली मेरा तो मन ही नही लग रहा जान आपके बिना....
हम तुरंत उसके मैसेज का जवाब दिए घर पहुंच गई अच्छे से वो बोली हा जान....
हम बोले अब जाओ खाना खाने फिर हम वीडियो कॉल करेंगे तो ही हम भी यह शुरू करेंगे खाना....
पूजा बोली मेरा मन नही है जान आप समझ रहे है ना....हम बोले अरे देखो ऐसे नही करो अभी गुलाब जामुन खा कर छोड़े है ना वहा वो रखो अपने थाली में फिर सुगंधा को भी तो खिलाएगी ना...
तो पूजा बोली अरे हा हम तो भूल ही गए थे....हम जवाब दिए चलो फिर दोनो कोई खाने बैठो फिर मैसेज करना तब तक हम पापा से बात कर लेते है....
उसके बाद हम पापा को फोन किए तो वो शायद बाहर निकले थे जिमी को ले कर वो बोले हा बेटा सही से बैठ गया हम बोले हा पापा आप अभी कहा निकले है वो बोले जिमी को टहलाने तुरंत लौट जायेंगे घर फिर मां से बात कराता हु.....
हम बोले ठीक है और गाड़ी सही से लगवा लीजिएगा...तो पापा बोले अरे बेटा पूजा बेटा को तुझको साथ में ले जाना चाहिए था बोल रहे थे ना अभी नया नया शादी है तुम दोनो का पर ना तू माना ना ही वो और जब तू चल दिया तो लौटने वक्त रो रही थी बेटा अच्छा नही लगा हमको एकदम हम आ कर तेरी मां को बताए तो वो भी यही बोली....हम बोले अरे पापा रोना स्वाभाविक है...शादी किए तो क्या घर बार से मुंह ही मोड़ ले अरे वो वहा है तो क्या हुआ आप लोग का सेवा भी तो जरूरी है ना कब तक मां खाना बनाएगी और घर का काम करेगी अकेले....
इतना दिन की ना दो दो बहु पहले से है पर बहु का सुख क्या होता है ना आपको पता है ना ही मां को और अपनी पूजा वैसी है नही वो अपने आप पे सह लेगी पर रिश्ता निभाना वो हमसे ज्यादा जानती है.....
तो पापा को मेरा ये बात अच्छा लगा इसलिए वो मजाक से बोले हा काहे की उमर में तुझसे बड़ी भी तो है इसलिए
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हम बुरी तरह झेप गए और बोले क्या पापा आप भी तो बोले अच्छा सुन चला तो गया है पर कोशिश करना की जल्दी पूजा को अपने साथ ले जाए अभी ज्यादा दिन नहीं छोड़ देना....हम बोले पूजा ही नही आप और मां भी इस बार आयेंगे हमारे साथ और आप अपना सब कुछ सेट कर लीजिएगा लास्ट मोमेंट पे ये नही की अभी ये काम है वो काम है और रहा बात जल्दी आने का तो वो अभी तो मुश्किल है बीस दिन का छुट्टी मार के वापिस जा रहे है इतना जल्दी तो नही ही मिलेगा फिर से....पर फिर भी हम देखते है जो होगा बताएंगे ही....
फिर फोन कट गया और इतने में टीटी आया और बोला साइड अप्पर बर्थ उधर तीस नंबर खाली है आप उसपे एडजस्ट हो जाइए या फिर आरा वाला जो चढ़ेगा उसको वहा भेज दीजिएगा....हम बोले अरे सर थैंक्यू सो मच हम यही रह जाते है जो आयेंगे उनको भेज देंगे वहा....
हम फिर पूजा को मैसेज किए सीट पूरा मिल गया तो वो खाना का थाली का फोटो भेजी और बोली चलिए अब आप भी शुरू कीजिए खाना.... हम बोले हा ठीक है निकालते है....
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उधर सुगंधा और पूजा दोनो ऊपर आ गई थी कमरे में खाना ले के क्युकी मां और पापा खा पी चुके थे और जिमी का खाना वो निकाल के रख दी थी उसके कटोरे में....और अब कोई काम नही था तो मां खुद पूजा को बोली की अब जा दुनू बहिन खा ला काहे कि सुगंधा बेटा भी तुम्हारे साथ किचन में ही लगी हुई थी....
पूजा और सुगंधा कमरे में बैठे थे खाने को....सुगंधा अपना खाना शुरू कर दी थी क्युकी उसको भूख लगा था वो पूजा को बोली भी की खाना शुरू कर दे पर वो बोली तू खा ना आराम से हम खाते है...
इधर हम खाना निकाल के पूजा को मैसेज किए खा रहे है हम...
मेरा मैसेज मिलते ही पूजा खाना शुरू की वो मेरा जूठा वाला गुलाब जामुन को थोड़ा थोड़ा खा रही थी तो सुगंधा बोली जीजा के जूठा खा खा के याद कर रही है
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....तो पूजा बोली हरामखोर कितना दिमाग लगाती है चुप चाप खा ना....
सुगंधा हमको मैसेज की तेरी बीवी पगलाने वाली है जल्दी ही....इसलिए जल्दी वापिस आ कर उसको ले जाना....ज्यादा दिन नही टिकेगी तेरे बिना
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पूजा पूछी की किसको मैसेज कर रही है....तो सुगंधा बोली तुझसे मतलब तू आराम से खाना खा....पूजा का मुंह बन गया...
इधर हम उसके मैसेज का स्क्रीनशॉट ले के पूजा को भेज दिए तो पूजा बोली तू मेरा रिपोर्ट उनको दे रही है रे चोट्टिन....सुगंधा हस के बोली अरे यार तुझको कैसे पता तो पूजा उसको अपना मोबाइल दिखाई तो सुगंधा सॉरी सॉरी बोल के हस दी...फिर दोनो कोई खाना खाई जबकि पूजा हमसे बात करती रही....
हम बोले खाना खाने के बाद सो जाना चुप चाप आज बहुत भागा दौड़ी हो गया है....हम भी सो जायेंगे क्युकी थकान लग रहा है....पूजा बोली मेरे को नींद आएगा आपको लगता है जान....
हम बोले हा सब आएगा जान तुम लेटेगी और देखना थकान तुमको खुद सुला देगा....
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वैसे भी तुम कुंभकरण की छोटी वर्जन है...
पूजा बोली भक्क आप तो और है...
वो मेरे को मेरा जूठा वाला गुलाब जामुन का फोटो भेजी तो सुगंधा उसको देखी और बोले हे भगवान अब आप ही कुछ कीजिए इसका...
पूजा उसको जीभ दिखा के चिढ़ा दी और मेरे को बोली ये इसको देखिए एक महीना तक तो रख नही सकते इसलिए इसको पूरा खा जाते है वरना एक एक दिन ओर एक महीना तक इसमे से खाते हम....
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हम बोले अरे मेरा जान मेरा तो होंठ तुम्हारे जीतना सुंदर भी नही है काला है फिर इतना भाव मत दो तो पूजा बोली अच्छा आप ना ज्यादा मत बोलिए वो मेरे है बस बात खतम और जैसे भी है खाते तो हम ही ना है....
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हम बोले अच्छा सुनो
वो बोली क्या
हम बोले आई लव यू
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वो बोली आई लव यू टू जान
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पर जान आई एम मिसिंग यू...
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हम उसका ध्यान हटाने के लिए बोले अच्छा बट आई एम किसिंग यू...लिकिंग यू बाइटिंग यू...
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पूजा बोली अरे अरे अब आप मेरा मन बहका रहे है ऐसे कीजिएगा...
हम बोले हा करेंगे अगर जहा बोली आई एम मिसिंग यू तो....इसलिए अब से ये मिसिंग विसिंग बंद जब ज्यादा याद सताए तो तुरंत फोन घुमा देना....
इतने में पापा पूजा को नीचे से आवाज दिए वो बोली आई पापा....
और हमको मैसेज की.....जान आते है हम पापा बुला रहे है नीचे....हम बोले हेडफोन ले लेना याद से और नीचे मौका मिले तो वीडियो कॉल करना.....
वो बोली जान तुरंत करती हु पर नेट भी तो सही से चलना चाहिए....
हम बोले अरे जानेमन तुम करना ना बात हो जायेगा.....
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फिर पूजा सुगंधा और खुद का खाया हुआ प्लेट ले के नीचे जाने लगी और सुगंधा को बोली तू लेट हम आ रहे है....पूजा जब कमरे से निकल रही थी तो पापा बोले सुगंधा बेटा को भी बुलाते आना बेटा....
फिर दोनो बहन नीचे आई तो पापा बोले चलो सब कोई एक एक राउंड लूडो खेलते है....
पूजा का तो मन नही था पर फिर भी वो पापा के कहने पे रुक गई....सुगंधा पापा और मां के साथ कमरे में बैठी जब तक पूजा किचन में आई और वीडियो कॉल की हमको हम उठाते के साथ बोले आई लव यू जान.....
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वो भी जवाब में आई लव यू टू बोली और बोली आप अभी तक लेटे नही हम बोले तुम लेट गई नही ना फिर अभी नींद भी नहीं आ रहा थोड़ा देर में खुद आ जायेगा अभी वो दूसरा आदमी आया था आरएसी वाला.....उसको दूसरा सीट ले भेज दिए....पूजा बोली हा ठीक किए....पूजा साफ से दिख तो रही थी पर वीडियो अटक जा रहा था बार बार....हम फोन काट दिए और मैसेज किए की जब गाड़ी बक्सर में रुकेगा तो कॉल करेंगे वीडियो हम तुम तब तक काम खतम कर के अपने रूम में चली जाना....
फिर पूजा बोली ठीक है तब तक आप थोड़ा लेट जाइए चेंज कीजिएगा की नही....हम बोले हा करेंगे...
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फिर कुछ देर बाद जब गाड़ी रुकी तो हम तुरंत वीडियो कॉल घुमाए पूजा को तो वो पापा लोग के पास बैठी थी और लूडो चल ही रहा था...फिर सब से बात हुआ थोड़ा....और फोन कट गया....
पूजा मैसेज की सॉरी जान मौका नही मिला ऊपर जाने का....हम बोले अरे कोई बात नही अभी मुगलसराय आएगा तो फिर से करेंगे तब तक खतम कर लेना जान....
पूजा का पूरा ध्यान हम पर ही था इसलिए वो एक बार भी गेम नही जीती.....जैसे तैसे कर के ये खेला खतम हुआ और फिर सुगंधा को पूजा ऊपर भेज दी और खुद नीचे रुक कर मां को दवाई दी और फिर उनके पैर दबा दी....साथ में पापा के पैर में भी तेल लगा कर दबा दी....आज वो थोड़ा जल्दी जल्दी दबा रही थी ताकि पापा और मां का आंख लगे कि वो भागे ऊपर....हुआ भी ऐसा ही मेर से बात हुए एक घंटा होने को था और पापा मां दोनो का आंख लग गया था....पूजा फटाफट उठी और मेन गेट चेक कर के ऊपर भागी.....और हमको मैसेज की जान ऊपर आ गए हम....आप सो गए क्या...हम तुरंत जवाब दिए अरे पगलाई क्या यहां हम खिड़की से बाहर देखते जा रहे स्टेशन पे स्टेशन पार हो रहा और मेरी जान से मेरा दूरी उतना ही बढ़ते जा रहा है
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पूजा बोली एई जान ऐसा नही बोलिए आपने और हम में दूरी आ ही नही सकता पागल....वीडियो कॉल करे कपड़ा चेंज करने जा रहे है सुगंधा भी सो चुकी है....
हम बोले आय हाय पर जान ट्रेन चल रहा है वीडियो क्लियर आएगा नही सो जाने दो अभी तुम चेंज करो और फिर ट्रेन रुकता है तो कॉल करते है हम....
पूजा उधर चेंज की और अपने बाल संवारी और बिस्तर पे मेरी पहनी हुई एक टीशर्ट को अपने तकिए के पास रखी और दीवार का टेक लगा कर बैठ गई और हमको वीडियो कॉल की....हम उठाए और बोले लाइट बुझाई नही....
वो बोली अरे जान लाइट बुझा देंगे तो दिखेंगे कैसे आपको....हम धीरे से बोले ब्रा नही पहनी है क्या जान तो वो बोली पहने है आप होते तो अभी कुछ नही पहने होते
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हम बोले हा ये तो है पर कोई नही अभी से देखते है अगला बार कब सोते है अपन साथ में....वो बोली आज सोलह तारीख है अगले बारह या तेरह तारीख तक....हम बोले अच्छा मतलब तुम कैलकुलेशन भी भुला गई एक महीना में तीस दिन होता है तो वो बोली अरे जान आपके बीवी है आपकी जान है थोड़ा तो रियायत बरतिए मेरे साथ....
हम दोनो का वीडियो बहुत ज्यादा फस रहा था तो हम बोले नॉर्मल फोन करते है रुको....पर हाय रे किस्मत उसमे भी आवाज ड्रॉप हो रहा था और बोगी में ज्यादातर लोग सो चुके थे एक मेरे बर्थ के ऊपर वाला लाइट और एक दो और लाइट पूरे बोगी में जल रहा था....इसलिए जोर से बोलने में भी ठीक नहीं लग रहा था की तभी गाड़ी एक स्टेशन पे रुका....हम उठे और गेट पे गए और बाहर देखे तो सिग्नल लाल हम बोले वाह बेटा और तुरंत वीडियो कॉल किए अपनी जान को...पूजा फोन उठाई और बोली ये कहा उतर गए आप....हम बोले नही जा पाएंगे तुम्हारे बगैर इसलिए कही कोई स्टेशन था तो चैन खींचे और उतर गए....
पूजा बोली बै झूट मत बोलिए...आप ट्रेन से बाहर क्यू उतरे है जाइए अंदर....हम बोले जा रे प्यार खुश होने के बजाय भगा रही है हमको ये नही की हा जल्दी से आ जाइए मेरे पास.....
पूजा एक अदा से बोली हम आपको जानते जान और आपका गाड़ी अभी किसी स्टेशन पे रुका होगा तो आप वीडियो कॉल कर दिए....वैसे सच में आ रहे है क्या जान....हम बोले नही....नही आ रहे तुम पहले ही डांट दी हमको की तभी गाड़ी हॉर्न बजा दिया....हम बोले लो सुनो चल दिया ये फिर से जाओ जा रहे तुमसे दूर....पूजा हमको चूमने वाला पोज बनाई और बोली अरे मेरी जान गुस्सा नही कीजिए वरना अभी हम नाइटी उतार देंगे फिर तो आप आ जाओगे मेरे पास....हम बोले हा सौ किलोमीटर ही तो आए है अभी लगभग लगभग तो सुबह तक तो पहुंच ही जायेंगे....
पूजा हस दी और बोली तो फिर आ जाइए जल्दी से मेरे पास ये देखिए आपका टीशर्ट रखे है अपने पास आज सुबह वाला....हम पुचकार के बोले उफ्फ कितना कष्ट में है मेरी डार्लिंग....फिर गाड़ी एक और हॉर्न बजाया और हम वापिस से ट्रेन में बैठ गए....
सीट पे आने के बाद हम पूजा को बोले मैसेज करते है क्युकी वीडियो फसने लगा था....
उसके बाद हम अपनी जान से मुगलसराय पार करने तक बात करते रहे......फिर बारह बजे के करीब मिर्जापुर आने पे हम दुबारा से बाहर निकल के पूजा को वीडियो कॉल किए और बोले अब बत्ती बुझाओ और सो जाओ....वो बोली जान नींद नही आ रहा हमको....नींद तो हमको भी नही आ रहा था पर फिर भी हम बोले हमको आ रहा जान क्युकी बोगी में सब कोई सो गया है.....हम ही जागे हुए है....
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फिर पूजा बोली अच्छा ठीक है फिर सोइए आप हम लेटते है पर नींद तो आने से रहा....हम बोले चुप चाप सो नही तो फिर तबियत बिगड़ेगा और अगर तबियत बिगड़ा तो देख लेना तुम....
फिर वो बोली अरे नही जान हम लेट जाते है नींद आ जायेगा हमको...आई लव यू उम्माह....तो पीछे से सुगंधा नींद में बोली अरे लतखोरनी सो जा ना काहे नींद खराब कर रही है अपन चुम्मा के फेरा में....
हम जोर से हस दिए तो पूजा बोली आप हस रहे है जान यहां हमको आग लगा हुआ है आपके एक चुम्मा के लिए....
हम बोले अरे अरे फायर ब्रिगेड वाला को फोन कर दे.... वो बोली हा कर दीजिए और उसमे आग बुझाने वाला पाइप ले के आप जाना....
हम बोले अब तुम मेरा मूड बना रही है...पूजा फिर हस दी और बोली अरे बाप रे नही नही आप अपना मूड मत बनाइए वहा गाड़ी में....चलिए अब सो जाइए आप हम परेशान नहीं करेंगे....
फिर हम बोले अच्छा सुनो ऐसा करते है तुम मेरे सपने में आना हम तुम्हारे और दोनो कोई इस तरह मिल लेंगे...पूजा बोली वाह बहुत अच्छा....पागल
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सुनिए आई लव यू
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हम बोले आई लव यू टू
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और बोले अब सुबह में कॉल करते है हम ठीक न....
वो बोली ठीक जान ध्यान रखियेगा अपना उम्माह और फिर फोन कट गया....
उसके बाद हम अपने बर्थ पे गए और लेटे पर नींद नही थी आंखो में....कुछ देर अपनी जान के साथ बिताए हुए पलों की तस्वीरें देखता रहा उधर पूजा अपना हनीमून वाला फोटो वीडियो देखती रही और मेरे टीशर्ट को अनगिनत बार चूमी.....वो मेरे सीने पे सर रख के सोना मिस कर रही थी और हम उसको अपने से सटाए हुए सुलाना
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कुछ देर बाद पूजा बत्ती जलते ही सो गई उसके बहते आंसुओ से तकिया थोड़ा भीग गया था....और मेरी टीशर्ट उसके हाथो में फसी थी
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इधर हम भी तकरीबन पौने दो बजे के आस पास सो गए या ये कहिए की आंख लग गया था....
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आधे से ज्यादा रात तो हमने युही बात कर के बिता दी थी और फिर जब आंख लगी तो ऐसी लगी की क्या ही बताए....
खैर मैं तो सो गया पर उधर पूजा थोड़ा देर सोई होगी की उसकी नींद फिर से खुल गई घड़ी में वक्त देखा तो सुबह के पौने पांच बज रहे थे....पूजा उठी और हमको मैसेज की गुड मॉर्निंग जान आई एम मिसिंग यू सो मच....जा रहे है काम करने आप उठिएगा तो कॉल कीजिएगा अभी सोइए आराम से....
वो पहले फ्रेश हुई और फिर सुगंधा को सोता छोड़ कर नीचे गई और नाश्ता का तैयारी की और फिर सब कुछ करने के बाद वापिस से ऊपर आई अभी सुबह के छः बज चुके थे वो सुगंधा को उठाई और बोली सग्गू उठ जा अब....हम नहा कर आते है...सुगंधा बोली हा ठीक है तू जा नहा कर आ हम उठते है....फिर पूजा अपना रूम साफ की और नहाने गई...
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जब पूजा नहा कर बाहर आई तब भी सुगंधा सो ही रही थी....पूजा उसको उठाने जा ही रही थी पर पहले सोची की तैयार हो जाती हु फिर उठाती हु...और जब वो पूरी तैयार हो गई तो उसने अपनी एक फोटो खींची और मुझे भेज दी....
और नीचे लिखी आपके बगैर देखिए कुछ फर्क दिखता है
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फिर वो सुगंधा को झकझोर के उठाती है और बोलती है और गधी उठ जा ना....सुगंधा उठती है और अलसाई हुए हस कर बोलती है कैसी बहन है सोने भी नही देती चैन से थोड़ा एक्स्ट्रा टाइम....पूजा बोली हमको क्या है सो जा पापा मां क्या सोचेंगे कैसी लड़की है सब कोई उठ चुका है और ये सोई है जब शादी हो जायेगा फिर भी ऐसे ही सोएगी तो सास बाहर निकाल देगी घर से.....
सुगंधा बोली अरे भक्क दी भोरे भोरे श्राप मत दे यार.....फिर पूजा हस देती है और बोलती है नही रे श्राप थोड़े दे रहे तुझको गधी चल अब उठ और फ्रेश हो जा फिर नहा के नीचे आ और सुन मेरा ये कुर्ती पायजामा का सेट नया है ये पहन लेना भोपाल में खरीदे थे समझी....
और फिर नीचे जाती है पूजा करती है और उसके बाद नाश्ता बनाना शुरू करती है इतना देर में पापा और मां भी उठ चुके थे और अब मां अपने प्लास्टर वाले हाथ की अभ्यस्त हो चुकी थी सिर्फ नहाने वक्त उनको पूजा का मदद चाहिए होता था....
पूजा नाश्ता बनाने टाइम भी मोबाइल चेक कर रही थी की हम मैसेज देखे की नही क्युकी जब तक हम मैसेज नही देखते तब तक हम सोए है....
इधर पापा जिमी को ले कर बाहर गए रोड पे और मां पूजा को आवाज दी उनको कुछ काम था....
फिर थोड़ी देर बाद सुगंधा नीचे आई पूजा का कुर्ती पायजामा उसको बहुत ढीला हो रहा था.....वो बोली अरे दी हमरा अंदर सब हवा हवाई हो रहा है
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पूजा बोली चल कोई न घर जायेगी तो अपने हिसाब से सेट कर लेना अभी तो यही है और साड़ी तू पहनेगी नही.....
फिर पापा वापिस आए और नहा धो कर बैठे नाश्ता के लिए....वो पूजा से पूछे की बेटा बात हुआ सुमित से तो वो बोली जी पापा रात में हुआ था अभी सो रहे है इसलिए हम फोन नही किए है.....थोड़ा देर में करेंगे....
फिर पापा,मां और सुगंधा तीनो को पूजा नाश्ता करवाई...सुगंधा नही करना चाह रही थी पर पापा और मां के कहने पे उसको करना पड़ा.....नाश्ता करते करते मां बोली की पूजा बेटा तू भी आ बैठ कर ले नाश्ता तो पूजा बोली करते है मां थोड़ा देर में उनसे बात कर के....
तो पापा बोले बेकार तुम बोल रही है जब तक सुमित नही खायेगा ये भी नही खायेगी...
पापा के ऐसे बोलने पे पूजा शर्मा गई बुरी तरह से और वहा पे सब कोई हस दिया सिवाय पूजा के....

इधर हम जबलपुर से आगे निकल गए थे पर सोए ही हुए थे.....पापा जब दुकान के लिए निकलने लगे तो सुगंधा को बोले बेटा चल तुझको छोड़ आते है तो सुगंधा बोली नही पापा जी हम ऑटो ले लेंगे तो पापा बोले अरे बेटा ऑटो ही ले लेना पर नुक्कड़ तक तो चल....और फिर सुगंधा से जाते वक्त पूजा बोली इस मंगलवार चलते है महावीर मंदिर काफी समय हुआ गए हुए क्यू मां जाए तो पापा बोले ए बेटा ऐसे करेगी ना तो तुरंत वापिस भेज देंगे भोपाल....हा बताओ तो मंदिर और कही बाहर जाने के लिए तुझको परमिशन कब से लेने का सूझने लगा या फिर हम लोग कोई हिटलर है की परमिशन लिए बगैर कही गई तो चालान काट देंगे....सब कोई हस दिया और पूजा बोली सॉरी पापा....तो मां बोली बेटा खाली बता के चली जाया कर की हा मां हा पापा यहां जा रहे है और पटना तो तू घुमले है भुलाएगी थोड़े ना......फिर ये तय हुआ की मंगलवार को पूजा मंदिर जायेगी सुग्गु के साथ और सुगंधा चल दी पापा के साथ....
पूजा उठी और जिमी को खाने को दे कर मां को दवाई दी और बोली मां कपड़े है थोड़े धोने डाल देती हु फिर आती हु आपके पास ऐसे कुछ चाहिए होगा तो बोलिएगा....मां बोली ठीक है बेटा जा....
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इधर पापा सुगंधा को अपने साथ लिए लिए दुकान चले गए....वहा पे भईया अभी दुकान खोल ही रहा था तो वो सुगंधा को देखा तो सुगंधा प्रणाम कर दी और फिर पापा से बोली पापा जी हम यहां से चले जायेंगे तो पापा बोले अरे रुक तो बेटा थोड़ा और आगे छोड़ देंगे हम....तो सुगंधा हस के बोली पापा आप नुक्कड़ का बोल के हमको आधा रास्ता पार करा दिए अब आप दुकान पे रहिए हम चले जायेंगे और प्रणाम कर के जाने लगी तो पापा उसको दो सौ रुपया दिए आशिर्वादी के रूप में और बोले पहुंच के खबर कर देना पूजा बेटा को ठीक ना....वो पैसा नही लेना चाह रही थी तो पापा बोले अब चुप चाप जाओ सीधा....फिर सुगंधा कुछ नही बोल पाई और निकल दी वहा से....
इधर मेरा भाई सुगंधा को देखा तो पूछा की ई इतना सुबह सुबह यहां सब ठीक ना....तो पापा बोले हा रे क्यू ऐसे काहे पूछ रहा तो भईया ताना मारा....ना हमको लगा की फिर कही गोली बंदूक किया का इसका बाप....पापा बोले अच्छा नही बोल सकता तो मत बोला कर....तुझको अपना बीवी बच्चा से फुरसत हो तो कुछ पता हो ना....पापा गुस्सा कर गए वो बताए की कैसे मां का हाथ टूटा और पूजा यही रही सुमित के जाने के बाद तो ये रुकी थी रात भर....
भईया बोला की अरे आप बताए कुछ नही कल भी आप दुकान पे आए थे ना जी....कल तो आप ऐसा कुछ नही बोले....तो पापा बोले वही ना बोले की बीवी बच्चा से फुरसत मिले तब ना तुझको याद आए की बाप मां भी यही रहता है....
फिर भईया कुछ नही बोला क्युकी पापा ऑलरेडी गुस्से में थे और वो भी बोलता तो बात बिगड़ता.....

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इधर मेरा नींद खुलता है एक चाय वाले के चिल्लाने पे.....हम हड़बड़ा कर उठते है और मोबाइल में टाइम देखते है सुबह के साढ़े नौ बजने वाले थे....फिर मोबाइल चेक करते है उसमे पूजा के मैसेज और फोटो थे....वो देखने के बाद पूजा को उसके फोटो के बारे में कहते है हम नही है तो क्या आंख में काजल नही लगाएगी होंठ एकदम सुना है पगलाई क्या चूड़ी भी कम पहनी है कैसा मुंह हो गया एक ही रात में और खूब रोई है ना कल रात में ठीक है इसका हिसाब हम तुमसे लेते है अभी.......पर उससे पहले अच्छे से तैयार हो कर एक मस्त वाला फोटो भेजो हमको और मेरा दिन बनाओ जल्दी से....
फिर नाश्ता का फोटो देखे तो बोले आ हा ये मेरे को नही दी ना....
पूजा कपड़े डाल रही थी रस्सी पे सूखने को जैसे ही फोन बजा वो कपड़ा छोड़ कर फोन पकड़ी और सीढ़ी पे बैठ गई और बिना मैसेज देखे वीडियो कॉल की तुरंत....और किस्मत देखो गाड़ी पिपड़िया स्टेशन पे लग रही थी....हम कॉल उठाए और गेट की तरफ चल दिए....और वो उधर से बरस पड़ी....जान आप सोए रह गए बताइए आपका सुबह से आवाज सुनने को नहीं मिला है हमको और ना ही आपका गुड मॉर्निंग किस्सी.....ना आप तैयार होते वक्त बदमाशी किए मेरे साथ....
हम बोले अरे मेरा जान सॉरी गजब का आंख लगा था मेरा....पर तुम आज सजी क्यू नही हो ऐसे रहेगी तो मां भी डांटेगी....पूजा मुंह बना के बोली आप नही है तो कौन देखेगा हमको...और क्यू सजे हम हा...आप रहते है तब ना आपको दिखलाने के लिए सजते है....हम बोले अरे नही जान तैयार हो जाओ अच्छे से जैसे होती है और फिर मेरे को एक मस्त वाला फोटो भेजो....ताकि मेरा दिन अच्छा जाए....कितना देर में भेजेगी अभी ये बोला ही था की गाड़ी चल दी....हम फिर भी बात करते रहे वो बोली भेजती हु थोड़ी देर में वैसे मेरा मन बिलकुल नही हम बोले मारेंगे ना जाओ जल्दी और अब मैसेज करते है जा रहे फ्रेश होने अगला स्टॉप मेरा ही है....वो बोली ध्यान रखियेगा अपना आई लव यू जान उम्माह....और विडियो कॉल कट गया....

इधर भईया दुकान खोलने के बाद वापिस घर गया और अपनी पत्नी को मां और दुकान पे हुए बात के बारे में बताया तो वो बोली आज दोपहर में मां से मिल आयेंगे हम दोनो....
जब सुगंधा घर पहुंची तो उसके पापा उससे पूछे और कैसा रहा दीदी के ससुराल का टूर एक रात का...और ये क्या पहनी है उतरन अपनी दीदी का....???
एक रात और उतरन पे वो ज्यादा जोर दे कर बोले थे तो सुगंधा से पहले उसकी मां बोली रहेगा कैसा कल सुमित बेटा चला गया भोपाल पूजा यही रह गई तो इसको रोक ली थी और नया सेट है देख के ही लग रहा है क्या आप भी....सुगंधा बोली अच्छा रहा पापा एक रात में कौन सा कुछ बिगड़ जाने वाला था दीदी अकेला फील करती इसलिए रोकी थी....और ये कुर्ती पायजामा का सेट भोपाल में ली थी तो आज जब हम तैयार हुए नहा कर तो वो हमको दी पहनने को.....
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तो पापा हस के बोले तो आज फिर चली जाना अपनी बहन के पास...आज भी तो अकेले ही है....तो सुगंधा की मां बोली अरे आप भी ना खाली फालतू का बात चलिए अब जाइए दुकान....तो सुगंधा बोली नही पापा रोज क्यू जायेंगे और भी तो लोग है ना वहा....
फिर उससे उसके पापा बोले और कब तक है पूजा बेटा पटना में तो ये बात पे सुगंधा बोली क्यों आप भी जाइयेगा मिलने दीदी से तो आराम से जाइए ना पापा अभी दीदी है यहां थोड़े दिन....तो पापा बोले कही छोड़ के तो नही भाग गया ना और जोर से हस दिए तो सुगंधा वहा से उठ कर चली गई...
तो पापा बोले अरे बेटा हम ऐसे ही मजाक कर रहे थे तू तो बुरा मान गई....
तो सुगंधा कमरे के अंदर से ही बोली नही पापा हम बुरा नही माने और सुमित जीजा ऐसे नही है वो तो दीदी के बिना जाते ही नही वो तो लास्ट मूमेंट पे मम्मी जी का हाथ टूट गया तो उनके कारण दीदी को रुकना पड़ा वरना पापा जी और मम्मी जी तो दीदी को रोकते ही नही....और हा जाइयेगा तो संभल कर जाइयेगा सुमित जीजा एक कुत्ता पोसे है साला एक नंबर का मुहनोच्वा है खदेरन सिंह को तुरंत पहचान लेता है और रगेद देता है
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सुगंधा अपने हिसाब से अपने बाप पे तंज कसी थी....उसके पापा उठे और बोले चलते है हम दुकान और चले गए....
पूजा की मां सुगंधा से बोली काहे को फालतू तू बोलती है ज्यादा मुंह चलने लगा है तेरा हा....शांति से रहा कर ना....फिर बात आई गई हो गई.....
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इधर पूजा कपड़ा जो बचा था उसको फैला कर नीचे गई और मां टीवी देख रही थी तो उनसे बोली मां हम ऊपर जाए तो मां बोली हा बेटा जा थोड़ा देर लेट ले सुबह से दौड़ रही है एक पैर पे तो पूजा बोली आह दीजिएगा कुछ जरूरत हो तो....
फिर मेरी डार्लिंग ऊपर आई और तैयार हो कर हमको कॉल की ये पूछने के लिए की कहा पहुंचे हम तो हम बोले अभी टाइम है थोड़ा तुम पहले हमको ये बताओ की कल रात कितना रोई है हा एक रात में चेहरा का दशा बिगाड़ ली है मना किए थे ना रोने से तो पूजा बोली डांट लीजिए जान आपका डांटना बनता है पर हम क्या करे आपको मिस कर रहे थे हम तो आप जानते ही है हमको...ऊपर से आपका टीशर्ट उफ्फ और फिर आपके साथ अपना सब फोटो वीडियो देख रहे थे....
अब इसमें मेरा गलती नही आप प्यार ही इतना किए है हमको की उसके बगैर रहा नही जाता....और हमको तो डांट दिए और खुद क्या किए....ये नही बताइएगा....हम हस कर बोले चोट्टीन कहिंकि....ये बताओ तैयार हुई फोटो भेजो ना....तो वो बोली अभी डांट रहे थे और अभी इतना बेताबी....
हम बोले अच्छा ठीक है बाबा सॉरी पर जान रोया मत करो ना मेरा कसम है फिर भी नही मानती है....वो बोली कसम दे के आप गलती किए थे जान....हम बहुत कमजोर है आपके मामले में नही रुका जाता......
हम बोले अरे कहना क्या चाहती है की हम रुलाते है.....
वो बोली आप दूर चले जाते है तो रुलाते है आप नही आपका दिया हुआ प्यार...सच में बहुत ज्यादा मिस कर रहे आपको.....बस भगवान जल्दी से ये एक महीना कट जाए.....
हम बोले कट जायेगा जान अभी तो पहला ही दिन है.....अच्छा छोड़ो ये तुम फोटो भेजो ना....
वो हस कर बोली अच्छा अच्छा भेजते है....हम बोले सुनो ना थोड़ा सेक्सी सा भेजना...वो बोली नही वहा आपका मूड नही बनाना हमको...यहां रहिएगा तो हम खुद आपसे लिपटते चिपटते रहते है समझे....हम बोले अच्छा ठीक है पर अपना प्यारा सा मुखड़ा तो दिखलाओ जैसी रोज दिखती हो.....और देर नहीं करना जल्दी से भेजो जान...
फिर पूजा अपना दो फोटो भेजी वो आंखो में काजल लगाई थी और लिपस्टिक भी हल्का सा और चेहरा सुंदर से कर के और दूसरे में अपनी साड़ी का पल्लू हटाई हुई थी और ब्लाउज का दो बटन खोले हुई थी और अंदर ब्रा का थोड़ा सा हिस्सा दिख रहा था.....और नीचे लिखी थी अभी बस इतना ही इससे ज्यादा नही जान...
आई लव यू
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फिर हम फोटो का जवाब दिए हा ये लग रही मेरी जान एकदम कड़क कट्टो माल
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....ऐसे ही रहा करो पगली
उस फोटो में वैसे बिलकुल अच्छी नहीं लग रही थी बीमा श्रृंगार के.....तो पूजा बोली नही जान आपके बिना हमको अच्छा नही लग रहा...आप आइए ना फिर खुद अपने हाथो से तैयार कीजिएगा....
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हम बोले बस थोड़ा वेट फिर करेंगे....अच्छा नाश्ता की तुम तो वो बोली आप किए बोलिए तो हम बोले अरे नही अभी कहा अभी तो उठे ही है तुम करो जा के हम उतरते है तो करते है नाश्ता पर वो बोली नही दोनो साथ में करेंगे आप पहले उतरिए ट्रेन से फिर....और वहा से भोपाल कैसे जाइयेगा तो हम बोले ट्रेन टू दूसरा शाम में है बस लेंगे क्या करेंगे...वो बोली नही जान आपको बस लगता है आपका तबियत बिगड़ जायेगा ऊपर से इतना गर्मी है हम बोले नही जान डेढ़ दो घंटे का बात है चले जायेंगे....पर वो मना की लेकिन हम जानते थे की दूसरा कोई ऑप्शन नहीं है तो उसके लिए बोले देखते है उतरने के बाद....फिर हम पापा और मां के बारे में पूछे वो सब कुछ बताई सुगंधा के जाने तक....फिर हम अपनी जान से ऐसे ही बात करते करते फ्रेश हो लिए और बाल में पानी मारे और झाड़ कर वापिस सीट पे आए और पूजा को फोटो भेजे और बोले हम्मम आई एम रेडी अब बताओ ज्यादा स्मार्ट तो नही लग रहे ना....वो बोली आप हैंडसम स्मार्ट और सेक्सी है पहले से जान मेरे....हम बोले अच्छा मक्खन लगा रही क्या तो वो बोली भक्क आपको अब मक्खन लगा कर क्या करेंगे आप मेरे ही तो है.....हम बोले अच्छा जान याद है कल इस वक्त तुम मेरे साथ कमरे में थी मेरी बाहों में....वो भी नंगी
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पूजा बोली बै जान मेरा मन खराब मत करिए आप एक तो पहले से ही हम आपको कितना मिस कर रहे है....
हम बोले अच्छा ठीक जान पगली है एकदम
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फिर हम देखे की ट्रेन पटरी बदल रहा तो हम बोले लग रहा इटारसी आ गया चलो अब बाहर निकलते है तो नाश्ता करेंगे फिर कॉल करते है ठीक ना....आई लव यू टेक केयर उम्माह....
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गाड़ी से उतरने के बाद हम दूसरा ट्रेन का तो जानते थे इसलिए सीधा बाहर निकले और पूजा को वीडियो कॉल किए और बोले चलो अपना खाना निकालो अभी जाओ जल्दी से....और हम उससे बात करते एक होटल में घुसे और खाना लिए रोटी चावल और अंडा करी और पूजा को दिखलाए तो वो बोली हम भी निकाल लिए है और फिर दोनो कोई बात करते हुए खाना खाए....खाने के बाद पूजा बोली बस से मत जाइयेगा आप तबियत बिगड़ेगा और अभी तुरंत खाना खाए है थोड़ा बैठ जाइए पर हम बोले सुनो कुछ नही होगा हम मैनेज कर लेंगे और अब बस पे बैठ कर फोन करते है और कॉल काट दिए....
अभी हम बस पे बैठे भी नही थे की पूजा मैसेज की बड़े भइया भाभी आए है...मैसेज कीजिएगा बैठ कर और अच्छे से जाइयेगा....
हम बोले ठीक है और कोई कुछ बकवास करे तो तुम ज्यादा रिएक्ट मत करना समझी ना....
वो बोली हा जान मिस यू लव यू
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हम बोले मारेंगे अभी ऐसे की तो
फिर वो बोली नही नही वहा से मत मरिए आ कर मरिएगा जान
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हम बोले आई लव यू टू
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और फिर बैठ बस में चल दिए भोपाल के लिए....ये जानते थे की बस लगता है हमको पर क्या ही करते दूसरा कोई ऑप्शन नहीं था....
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इधर भईया भाभी मां का हाल चाल लिए जब तक पूजा चाय बना के उनके लिए ले गई और उनको देते हुए प्रणाम की...तो भईया तो बोला खुश रहो पर भाभी पूछी और कैसी हो मैडम....तो पूजा मुस्कुरा के बोली ठीक है भाभी....चाय पीते हुए पूछी और वहा सब कैसा रहा भोपाल में....वो बोली नया शहर है तो एडजस्ट होने में समय लगा पर हो गए....लेकिन अपना पटना वाला बात नही वहा सबसे ज्यादा दिक्कत खाने पीने में होता है हम दोनो को जो चटपटा खाना का स्वाद इधर है वहा नही मिल पाता....तो मां भी बोली हा बेटा अपन घर अपने होता है....
फिर भईया पूछा उससे और नौकरी ठीक चल रहा उसका वहा....कितना पेमेंट है....पूजा बोली उनतीस हजार....तो भईया पूछा और तुमको कितना मिलता था बैंक में वो बोली चौबीस....भईया से पहले भाभी बोली अच्छा पेमेंट था जॉब नही छोड़ना चाहिए था करते रहना चाहिए था....
पूजा समझ गई की ये लोग पैसा पैसा कर रहा खाली इसलिए दुकान पे भी पापा से बकझक होता है....वो बोली नही इनके बदौलत ही हमको नौकरी लगा था और उससे पहले हम कितना ही कोशिश कर चुके थे पर नही हुआ....और जब इनसे शादी का बात चला तो उसी वक्त हम इनसे बोले थे की नौकरी छोड़ देंगे आपसे शादी के बाद क्युकी हमको इनके साथ रहना था और नौकरी में रहते हुए ये पॉसिबल नही था.... हमदोनो पैसा से ज्यादा जरूरी रिश्ता को निभाना समझते है इसलिए और शायद इसी लिए ये मेहनत कर के पहले अपना नौकरी सेट किए भगवान का शुक्र है की सब जगह साथ दिए.....
फिर भईया बोला की चलो बढ़िया बात है और सब अपना घर में वहा ठीक तो वो बोली हा भईया....
फिर भईया भाभी से बोला तुम रहेगी की चलेगी...तो मां बोली अरे अभी आई ही है चली कहा जायेगी तू भी बैठ ना तो फिर जाना....तो भईया बोला दुकान जाते है हम वहा काम होगा और वो निकल लिया ये बोल कर....और जाते जाते भाभी से बोला की आ जाना घर मिल कर के....
उनके जाने के बाद भाभी बोली तब हनीमून मना आई....तो पूजा शर्मा गई और मुस्कुराते हुए बोली हा भाभी मनाना क्या बस घूम आए....और क्या....
तो वो बोली कैसा है मुंबई...वो बोली अच्छा है खूबसूरत शहर है...
फिर भाभी बोली फोटो दिखाओ वहा का तो पूजा दिखलाई और मां भी देखी....पूजा जो टॉप पहनी थी उसके लिए वो बार बार जोर दे के बोली अच्छा लग रहा है ये टॉप बैकलेस है....है ना तो पूजा बोली जी....
फिर कुछ देर मुंबई के बारे में बात हुआ और उसके बाद भाभी जिमी के बारे में पूछी की ये कहा से मिल गया तो पूजा सब बात बता दी....
तो भाभी बोली इसका पैरा अच्छा नही रहा यहां के लिए आते के साथ देखी मां को गिरा दिया और एक दुख दे दिया....इसलिए इंसान कोई चीज लाता है घर में तो बड़ा से राय मशवरा कर के लाता है पर बाबू साहब को तो सब चीज अपने मन मुताबिक करना है बियाह से ले के खरीददारी तक.....
पूजा को बहुत गुस्सा आया जब वो मेरे बारे में भाभी को ऐसे बोलती देखी तो....
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मां बोली अरे ना बहु जिमी तनी चुलबुलिया है और का उस दिन खाना खा के आए थे बाहर से ये बंधा हुआ था ना और हमलोग को देख के लगा कूदने तो पूजा बेटा खोली ना इसका रसिया तो दौड़े लगा स्पीड में और उसी में आ कर टकरा गया हमसे....
अब ऊ तो अनबोलता जानवर है उसको क्या बोलेंगे पर तब भी सुमित मारा इसको....
अब जो होना था वो तो हो गया अब मारे से क्या फायदा अरे सब होनी लिखा रहता है क्या करेंगे....
तो भाभी बोली फिर भी मां आप मानिए चाहे न मानिए सुमित अपना मन का जब जब किया है कुछ ना कुछ आफत ही आया है.....
अब बियाह घड़ी भी देखे लीजिए मरते मरते वो लड़का बचा और अभी ये इसको उठा के ले आया तो आप पर ये आफत आ गया....
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पूजा का पारा बहुत ज्यादा हाई हो गया था पर वो खुद को रोके हुई थी...वो कुछ बोलती इससे पहले मां बोली ना ये सब फालतू का बात है अरे परिवार वाला समझने में थोड़ा गुस्सा किया और का....प्यार मोहब्बत के मामला में कही तुरंत मान जाता है कही समय लग जाता है और सुमित के पापा मेन थे उनके माने बगैर कुछ नही होता पर अपना सुमित उनको भरोसा दिलाया कि हम आपको झुकने नही देंगे पापा और आज है ना अपना जगह पर.....और जितना कमाता है उतने में अपना घर देखते हुए भला बुरा हम दोनो को भी देखता है....
तो भाभी बोली हम्मम गुस्सा किया तो इसका मतलब की गोली बंदूक से बात करिएगा सीधा....मार पीट तो कर ही लिए थे ना....
अब पूजा बोली भले हम दोनो के शादी के समय वो चीज हुआ जो नही होना चाहिए था पर उसके बावजूद वो मेरे मां पापा को उतना ही आदर सम्मान देते है जो पहले देते थे और हम भी पापा मम्मी के लिए हमेशा तैयार रहते है....
चाहे ये हो या हम जब जिसको आवाज आता है दौड़े आते है और कई बार बिना बोले भी हम दोनो समझ जाते है.....
अब ऐसा मत सोचिएगा की हम छोटे हो के जवाब दे रहे है और ना ही हम अपना एहसान नही गिना रहे पर हा ये जरूर है की कुछ लोग जो रिश्ते में बड़े है हम दोनो से उनसे कही बेहतर समझ है रिश्तों को ले कर....
और जिमी जो किया उसी के कारण हम यहां है मां के पास ताकि उनको और ज्यादा तकलीफ न हो.....
मेरा या जिमी का इस घर के लिए पैरा खराब है या नही ये तो भगवान जाने पर उनके लिए हम दोनो सबसे ज्यादा लकी है....इसलिए वो हम दोनो से प्यार भी करते है और हम दोनो भी....वैसे आप कभी कोई जीव जंतु पाले है नही ना क्युकी अगर पाले होते तो शायद ये बात आप बोलती ही नही.....
मां पूजा को बोली रे बेटा तू जा ऊपर हमको जरूरत होगा तो तुमको बुलाएंगे जाओ....और पूजा सर झुका के वहा से जूठा चाय का कप सब उठाई और चल दी किचन की तरफ और वहा वो सब बकायदा धो के रखी और बोली जा रहे है मां ऊपर और आ गई रूम में....
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कमरे में आते के साथ हमको वीडियो कॉल की....और इधर हम दो बार उलटी कर चुके थे बस में....मेरी हालत बहुत खराब हो रखी थी....पूजा का फोन उठाए तो वो हमको देखते के साथ बोली जान कहा पहुंचे आप....और आप ठीक है ना बस से मना किए थे ना जाने को क्यू गए आप....हम बोले अरे हम ठीक है जान कहा कुछ हुआ....
तो वो बोली खाइए मेरा कसम...हम हस दिए और उंगली से इशारा किए दो का.....वो बोली हे भगवान दो बार उलटी कर दिए बै जान अगर तबियत बिगड़ा ना फिर देखना आप....सही ही बोली वो की मेरा आपकी जिंदगी में आना अच्छा नही था.....
हम बोले अरे क्या हुआ कौन क्या बोला तुमको बताओ और ये रुवांसा सा मुंह क्यू बनाई हुई है....वो बोली कुछ नही जान पहले आप घर पहुंचिए और दवाई ले लीजिएगा रास्ते में से समझे और खाना कुछ मंगवा लीजिएगा गार्ड भईया से बोल के वो ला देंगे समझे....हम बोले अरे नही जान हम खाना भी ले लेंगे और दवाई भी और घर जा कर फ्रेश हो कर आराम करेंगे तो ठीक हो जायेगा समझी तुम टेंशन मत लो.....
तो वो बोली टेंशन कैसे नही ले मेरी जान को दो बार उलटी हो गया और हम आपके पास है नही आपका खयाल रखने को....
हम बोले तुम होती तो ये होता ही नही मेरी जान.....तो वो बोली अरे झूट मत बोलिए जान अभी तो कोई बोल रहा था की मेरा और जिमी का आना आपकी जिंदगी में आफत ले कर आया....
हम बोले भक्क मारेंगे ना क्या हुआ कौन ये फालतू का बकवास कर रहा भईया कुछ बोला क्या या भाभी....
पूजा बोली छोड़िए इन लोगो का काम ही है बोलना हमे बस पापा मम्मी से मतलब है बाकी दुनिया से नही.....सुनिए पहले आप घर पहुंचिए कितना देर और लगेगा....हम बोले सुनो मेरा बात जो ऐसा बोल रहा ना उसको अभी हम सुनाते है फोन कर के और घर पहुंच जायेंगे आधे घंटे में.....और हम फोन काट दिए.....पूजा तुरंत कॉल बैक की मेरे को और बोली आपको मेरा कसम अभी किसी को कोई फोन नही पहले आप घर पहुंचिए ठीक से मन शांत कीजिए इतना लंबा सफर किए है पागल....उसके बाद पहले हमसे बात कीजिएगा हम सब कुछ बताएंगे उसके बाद....समझे हम पूजा की तरफ नही देख रहे थे तो वो बोली इधर देखिए ना जान मेरे एई मेरी जान एई डार्लिंग ए माय लव इधर देखिए ना....अच्छा सुनिए ये देखिए तो इधर ब्लाउज में से कुछ बाहर देख रहा है.......और हम तुरंत उसके तरफ घूम गए तो वो हस के बोली अरे शैतान आदमी इतना प्यार से बुला रहे थे तो नही सुने और इसका नाम लेते ही घूम गए....तो हम भी हस दिए हौले से....वो बोली अच्छा आप घर पहुंचिए फिर दिखलाती हु पर उसके लिए पहले अपना मूड ठीक कीजिए और हमको एक चुम्मा दीजिए जोर का....
तो हम बोले सुनो दुनिया जाए मां चुदाने तुम मेरी जान है और तुम मेरा लकी चार्म हो समझी....
तुम मिली तो ही हम आज इस जगह पहुंचे है समझी ना.....तुम्हारे बगैर मेरा जिंदगी कुछ नही है समझी ना जैसे मां पापा मेरी दुनिया है वैसे ही तुम मेरी जान है और जिंदगी के लिए जान और दुनिया दोनो का होना जरूरी है बस....
पूजा बोली जानती हु जान इसलिए तो हम जवाब दे के आए है....आपकी पत्नी है इतना तो आपका मान रखने के लिए कर ही सकते है.....बिकॉज आई लव यू जान
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इतने में बस वाला बोला चेतक फाटक चेतक फाटक है कोई....हम खड़े हुए अपने सीट से तो कंडक्टर बोला ड्राइवर को धीमे पैसेंजर उतरेगा....और फिर हमको पूजा बोली पहले आप अच्छे से उतरिए फिर घर पहुंचिए उसके बाद बात करते है और आप दवाई और खाना ले लीजिएगा याद से ठीक ना....
हम बोले हा ठीक और फिर फोन कट गया....
हम बस में जो उल्टी किए जो हालत खराब था पूरा पेट का लौड़ा लग गया था....पूजा की बात सुन और उसका चेहरा देख के सब गुस्से में तब्दील हो गया था....जो रात होते होते हम किसी ना किसी पे उतारेंगे....
बस से उतर कर पहले एक टोटो पकड़े और पहुंचे अपने एरिया में वहा से दवाई लिए और खाना में हमको बिरयानी छोड़ कर कुछ दिखा ही नही लेना तो था कुछ हल्का पर जो महक उसमे से उठ रहा था ना खुद को रोक नहीं पाए पर उसके साथ में एक थम्सअप भी ले लिए थे डाइजेस्ट होने के लिए और फिर अपने अपार्टमेंट पहुंचे तो गार्ड पूजा जिमी और गाड़ी न देख के पूछा उसको थोड़ा शॉर्ट में सब बताए और पहुंचे अपने फ्लैट में........
 
इधर मेरा फोन कटने के बाद पूजा नीचे गई तो देखी की भाभी जा चुकी है....तो वो मां से पूछी मां आप बुलाई नही हमको और भाभी चली गई....तो मां बोली काहे ला फालतू मे मूहाठेटी उससे करने गई तू....बड़का बड़की के आचरण से तू वाकिफ है ना उसको आदत है कोई बात के तेल मसाला लगा कर बोलने का और इसी चक्कर में लड़ाई झगड़ा होता है....
पूजा बोली नही मां वो हमको बोली तब तक ठीक था पर इनके बारे में हम कुछ बर्दास्त नही कर सकते उनका कमाई तो नही ना खा रहे है ये...और शादी के वक्त आप भी तो गुस्सा की थी हम दोनो पे तो क्या हो गया हम आपसे अच्छे से बात व्यवहार नही करेंगे आपको अपना मम्मी जैसा मानते है या ये कहिए उनसे बढ़ कर मानते है....
तो मां उसको अपने पास बुलाई और उसके माथे पे चूम ली और बोली खुश रह मेरा बच्चा वो वक्त ऐसा था की हम तुझपे हाथ उठाए थे पर....
तो पूजा बोली बस अभी आप मेरा माथा चूम कर हमको उस मार का बदला प्यार दे दी अब वो भी खतम....
दोनो कोई हस दिया इस बात पे....फिर मां बोली अपना माई और हमरा में कोई फर्क नही करना सब बराबर होता है बेटा बाप मां समझी ना....जैसे हम वैसे वो कोई अंतर नही....
फिर पूजा बोली की मेरे जाने के बाद वो कुछ बोली क्या तो मां बोली नही बेटा थोड़ा देर ऐसे ही चुप रही फिर हम पोता पोती के बारे में पूछे दोनो को तो बाहर भेजी है पढ़ने को यहां तो है नही....फिर ऊ बोली की चलते है मां फिर आयेंगे और चली गई.... बीख लग गया होगा उसको तेरे बोलने पे और तू अपना तनख्वाह काहे बताई और सुमित का भी बता दी पगली ऐसे हर किसी को नही बताया करो बोल दिया कर जीने भर कमा लेते है बस...
पूजा बोली वो ऐसा बोल ही रही थी की हम बता दिए थोड़ा तो जलाना था ना मां....
फिर मां बोली अच्छा चल छोड़ इसको अपना सुमित पहुंचा वहा की नही....तो पूजा बोली हा पहुंच भी गए और तबियत बिगाड़ लिए है मना किए थे बस से जाने को पर ये जल्दी के चक्कर में चले गए बस से
तो मां बोली अरे वो बस से काहे गया है उसको लगता है बस....
तो पूजा बोली वही तो जितना खाना खाए थे सब उल्टी कर दिए और पेट पूरा हौड़ा गया....तो मां बोली दवाई लिया की नही यही से तुझको नही रोकना चाह रहे थे हम बताओ अब अकेले वहा बात कराओ थोड़ा....
पूजा वीडियो कॉल की हमको तो हम नहा धो कर निकले थे बाथरूम से कमरे में आ कर उसका फोन उठाए तो मां थी सामने....
अब मां लगी डांटने की बस से क्यू गया फिर उनको समझाए की ट्रेन नही था इसलिए बस से आना पड़ा मजबूरी थी....
तो मां बोली अभी तबियत खराब कर लिया ना तो हम बोले अब तबियत ठीक भी हो जायेगा आपका डांट खा लिए ना....
तो मां और पूजा दोनो कोई हस दिए....फिर हम बोले ये क्या सुन रहे है हम की मेरी बीवी का पैरा खराब है अपने घर में दोनो में से कौन बोला है ये बात....तो मां पूजा को देखी की उसको क्यू बताई ये बात...तो हम बोले पूजा हमसे कुच्छो नही छुपाती है मां अब उसको मत डांटने लगियेगा...तो मां बोली नही गुस्सा नही कर रहे बेटा पर तू तो जनता है ना अपना बड़ा भाई भौजाई को....हम बोले आप ये बताइए ना की ये बात बोला कौन दोनो में से तो मां बोली तेरी भौजाई....
फिर हम बोले हा तो उनका कौन सा पैरा अच्छा रहा आते के साथ लड़ाई झगड़ा करने लगी तब ना पापा तंग आ कर उसको बोले की तू अलग रह....अभी और हम आगे बोलते तो मां बोली अरे हो गया अब जाने दे तू अभी ज्यादा गुस्सा मत कर जा कुछ खाया की नही....हम बोले कहा अभी तो नहा कर बाहर ही आए है अब खायेंगे और दवाई भी ले लेंगे....
फिर मां बोली की ठीक ध्यान से रहना....और पूजा को फोन दे दी तो वो बात करते करते ऊपर आ गई और बोली जान आप नहा के आए है अभी हाय
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हम बोले अरे क्या हुआ तो वो बोली बस आप ऐसे बैठे है ऊपर से कुछ पहने भी नही है क्या लपेटे है....हम बोले तौलिया जान....खोल दू क्या.....
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तो पूजा बोली नही जान वरना फिर मेरा मन भटकेगा...अच्छा सुनिए रात में कॉल करिएगा ना आज तो हम बोले बेशक मेरा जान चलो अभी कपड़ा पहनते है हम फिर खाना खायेंगे और जान बूझ कर पूजा के सामने हम नंगे हो कर हाफ पैंट पहने है और फिर टीशर्ट डाल लेते है....और बिरयानी निकाल के बैठते है खाने को तो पूजा बोली बदमाश है आप एक नंबर के आखिर में दिखला ही दिए ना अब अभी हम क्या करे....हम बोले कुछ मत करो बस बाथरूम हो आओ एक बार बस....वो बोली गंदे आदमी....हम बोले अच्छा सुनो ना दिखाओ तो किस हाल में है मेरी छम्मक छल्लो तो वो बोली नही अभी नही रात में....
हम बोले अरे दिखलाओ ना तो वो बोली नही जान पहले खाना खाइए और फिर दवा ले कर आराम कीजिए तब तक हम खाना बना लेते है और थोड़ा बहुत काम है निपटा कर करते है बात आपसे ठीक ना आई लव यू जान मिस यू सो मच
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....और हम कुछ बोलते उससे पहले ही फोन कट गया.....
हम तुरंत कॉल बैक किए और बोले रे बदमाश लड़की फोन ऐसे क्यू काटी तो वो चिढ़ के बोली आप बदमाशी किए मेरा दिमाग खराब कर दिए आप....हम बोले हे भगवान क्या हो गया तो तुम नही देखी है हमको तो वो बोली अभी आप कहा है और हम कहा है ये आप नही देखे भक्क....
हम जोर से हस दिए फिर बोले अच्छा सुनो कही मत जाओ खाना वाना बनाने हम कुछ मंगवाए है वो खा लेना....
तो वो बोली नही कोई जरूरत नही है हम जा रहे है कुछ बना लेंगे....
हम बोले की एई मना किए ना अभी शांति से यही बैठो हम तुरंत कॉल करते है पापा का कॉल आ रहा है और काट दिए....
पापा का कॉल तो नही आ रहा था बल्कि हमको पापा को फोन करना था....पापा को कॉल किए और बोले कि घर जा रहे है आप पापा...तो पापा बोले हा जायेंगे क्यू क्या हुआ और तू पहुंचा की नही....हम बोले हा पापा अपने घर से ही बात कर रहे है....
फिर हम बोले की पूजा को हम अभी खाना बनाने से मना किए है सो आप ना पिज्जा वाला दुकान है ना आगे सामने चौराहा पे वहा से आप पिक कर लीजिएगा हम ऑर्डर किए है....तो पापा कुछ बोलते पर पूजा के कारण वो कुछ नही बोले बस बोले ठीक है पैसा कितना देना होगा वहा हम बोले कुछ नही देना होगा आपको बस लेना है जा कर आपका, मां का और पूजा तीनो का ऑर्डर किया हुआ है....फिर हम पापा को सारा बात बताए की कैसे कैसे क्या बोल के गई है भाभी तो वो भी गुस्सा किए और फिर बात समझ कर बोले अच्छा तो इसलिए पिज्जा ऑर्डर किया जा रहा हम बोले अरे नही पापा क्या आप भी मेरी पूजा वैसी नहीं है की ये सब का बात सुन के गुस्सा हो जाए बल्कि वो गुस्सा ही बहुत कम होती है....
वो तो हम यहां बिरयानी खा रहे है तो आप वहा दाल चावल क्यू खाइएगा इसलिए और गर्मी भी बहुत है आज तो थोड़ा उसको भी आराम मिल जायेगा....
पापा बोले अच्छा सुन ये सब बात को दिल में मत रखना वो अधकपार औरत है....हम बोले अधकपार है तो कपार हम सही कर देते है फोन कर के....तो पापा बोले अरे नही बेटा छोड़ उसको बेमतलब का कलेश नही करना अपने को....वक्त आने पे हम जवाब देंगे उसको तू कुछ मत बोलना....
फिर वो पहुंचे पिज्जा दुकान पे और हमको बोले की क्या क्या ऑर्डर किया है तो हम बोले तीन पिज्जा है दो आइसक्रीम है एक कोल्डड्रिंक होगा बस....और फिर उनको बताए की ऐसा ऐसा बोलिए काउंटर पे तो वो देगा....
पापा जैसा हम बताए तो वो बोले तो उनको बोला गया की आप थोड़ा वेट कर लीजिए अभी समय लगेगा....फिर हम पापा को बोले की आप ले कर घर पहुंचिए तब तक हम पूजा को बोल देते है.....
हम पूजा को फोन किए और बोले पापा आ रहे है ले कर खा लेना और सुनो थोड़ा आराम कर ले मेरी जान....
जैसे जिस हाल में छोड़ कर आया हु वैसी ही देखना चाहता हु वापिस आने पे....इसलिए अपना खयाल रखो तो वो बोली आप खाए हम बोले अरे कहा मेरी जान हमसे गुस्सा हो गई थी तो उसको मनाना था ना....इसलिए उसमे लग गए तो वो बोली मारेंगे ना हम कहा गुस्सा हुए आपसे पागल....
हम हस दिए और बोले फिर फोन क्यू काटी थी अचानक से बताना जरा....तो वो बोली बहुत गंदे है आप...हम बोले अरे अच्छा ठीक अभी जितना गलती कर रहे ना वापिस मिलेंगे तो उतना मुक्का मार लेना....
फिर वो बोली हा न ज्यादा बकवास नही पहले खाना खाइए पागल ठंडा हो गया होगा वो एकदम....
हम बोले चलो अब खा कर बात करते है तुम आराम करो पापा आवाज देंगे तो चली जाना और खा कर बताना कैसा रहा ठीक ना....वो बोली क्या भिजवाए है...हम बोले है ना कुछ तुम ही खायेगी आने पे देखना....और फिर पूजा एक किस दी और जवाब में हम भी फोन चुम्मी दिए और फोन कट गया...
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हम खाना खतम किए और दवा नही लिए स्किप मारे उसको और थम्सअप जो लाए थे उसको थोड़ा पिए.....
फिर अपना ऑफिस का कुछ काम था वो समेटे और अपना कपड़ा तैयार कर लिए कल पहन कर जाने वाला....
इतने में पूजा का मेसेज आया हमसे ज्यादा मां को पसंद आया पिज्जा और पापा भी मजे से खाए वो बोले हमको लगता था कि फालतू होता है ये सब पर कभी कभी चल सकता है....और जान आइसक्रीम के लिए थैंक्यू....इसलिए आपको बोलती हु इतना प्यार करते है की आपके बिना नही रहा जाता हमको अब बताइए अभी आप होते तो आपको किस करते ना हम स्ट्रॉबेरी फ्लेवर में.....
हम मैसेज का जवाब दिए सबर करो जान आज से ले कर मेरे आने तक रोज के हिसाब से जितना किस छूटेगा सब लेंगे एक एक कर के....
वो बोली वेट रहेगा जान हमको....
हम बोले चलो अभी खाओ और फिर आराम करना हम भी जा रहे सोने थोड़ा....

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और हम सोने के बजाय आ जाए किचन में क्युकी अब टेंशन था रात का खाना का सो उसके लिए किचन में गए जहा सब सामान रखती है पूजा और समान देखने के बाद निकल गए बाजार और वहा से कुछ सब्जी ले लिए और आटा चावल भी लिए क्युकी मुंबई जाने से पहले आटा खतम कर के गई थी पूजा और चावल भी थोड़ा ही था.....
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इन सब कामों में शाम का सात बज गया....बीच में पूजा फोन तो नही पर मैसेज की थी क्युकी उसके अकॉर्डिंग हम सो रहे थे
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हम मेसेज सब देखे नोटिफिकेशन में से पर व्हाट्सएप खोले नही....
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सब सामान ले कर घर आया वापिस...घर आने पे पूजा और जिमी के रहने से रौनक जो रहती थी वो थी ही नहीं एकदम सुनसान सा लग रहा था घर.....पूजा को बहुत मिस कर रहे थे हम फिर रात के लिए सोचा खाना बना ही लेता हु वरना अगर हम बैठे तो फिर आलस आ जायेगा और सो वो जायेंगे....
इसलिए पहले पूजा को वीडियो कॉल किए तो वो तुरंत उठाई और सीधा उम्ममाह चुम्मा दे दी और बोली आई लव यू जान और ये वो बहुत जोर से बोली थी.....हम बोले अरे क्या हो गया इतना जोर से बोल रही पिज्जा खा के बौरा गई क्या मां सुनेगी नही....
तो पूजा बोली अरे मां होंगी तब ना सुनेगी अभी हम और जिमी घर में अकेले है....मां पापा के साथ यही पास के मंदिर गई है दर्शन करने पापा दुकान नही गए आए तो बोले की आज दुकान नही जायेंगे कल जायेंगे अब....और हम खाना बना रहे रोटी बना चुके है सब्जी चढ़ा हुआ है अब आप फोन कर दिए है तो इसको भी बंद किए एंड लीजिए आपकी जान आपके पास आ गई....वो जा कर अपने कमरे में जाने के लिए बने सीढ़ी पे बैठ गई और बात करने लगी...
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हम बोले क्या चीज का सब्जी तो वो बोली परवल का खाना है आपको.....
हम बोले खाना तो है पर सब्जी नही तुमको खाना है वो भी पूरी नंगी कर के....
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पूजा बोली अच्छा फिर तो दिक्कत है जान...हम बोले क्यू क्या हुआ...वो बोली हमको खाने के लिए आपको यहां आना पड़ेगा ना तो कैसे आइएगा....हम बोले उम्मम्म्म डोरेमोन वाला एनीव्हेयर डोर मंगवाते है नोबिता से छीन के ले आयेंगे और उसी से पहुंच जाया करेंगे तुम्हारे पास और फिर इत्मीनान से खायेंगे....
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पूजा जोर से हसी और बोली वैसे जान ये एनीव्हेयर डोर कितना सही चीज है ना काश ऐसा सच में होता....
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हम बोले कोई नही है तो मेन गेट बंद की हुईं है या अल्हड़ जैसा यूंही घूम रही है तो पूजा बोली हमको कोई किडनैप नही कर लेगा जान पर फिर भी आपकी जानकारी के लिए बता दू गेट बंद है और फोन उधर ले जा के दिखलाई....
फिर हमसे बोली आप खाना क्या खाइएगा रात में....हम बोले अभी तो मार्केट से सब सामान ले के आए है....वो अपनी आंखे गोल करती हुई बोली अरे आप मार्केट कब गए हा इसका मतलब आप आराम नही किए है ना....
हम बोले अरे जान हम मजदूरी कर के थोड़े आए थे की थक जायेंगे....वो बोली जान आपको उल्टी हुआ था ना ऐसे कीजिएगा तो फिर आपका तबियत बिगड़ेगा की नही....हम बोले नही बिगड़ेगा क्युकी तुम्हारा प्यार मेरे साथ है ना....और रोज जो पूजा करती है उसमे मेरे लिए प्रार्थना नही करती क्या....वो बोली हाय जान कैसे बोलते है आपके सिवा किसके लिए प्रार्थना करेंगे....हम बोले तो फिर क्यू घबराती है अच्छा सुनो ना अभी क्या बना ले हम....वो बोली क्या क्या लाए है आप....हम उसको बताए तो वो बोली ये सब अभी छोड़ दीजिए बाहर से कुछ थाली वगैरह ऑर्डर कर लीजिए कल खाना बना लीजिएगा समझे....
हमको भी ये आइडिया ठीक लगा वैसे भी मेरा मन नही था सो छोड़ दिए और किचन से बाहर आते हुए बोले सुनो अभी तो घर में कोई नही है ना थोड़ा दिखलाओ ना वो अनजान बनते हुए बोली क्या दिखलाऊं जान....हम बोले ब्लाउज उतारो ना थोड़ा...वो बोली अच्छा मतलब की हम ब्लाउज उतार दे और मां पापा गेट पे आ जाए तो हम फस जाएं है ना....
तो हम बोले अरे मेरी जान ऐसे करेगी तड़पाएगी अपने जान को अब हा दिखलाओ ना थोड़ा सा चौबीस घंटे हुए इनको छुए नही है हम और अभी पता नही कितना दिन बिना छुए बिना दबाए बिना काटे रहना पड़ेगा....
वो इस्शह
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करते हुए बोली आप ना बहुत शैतान है मेरा मूड बनाने लग गए तुरंत में देखिए ऐसे मत बोला कीजिए....
इधर मेरा शहजादा सर ताने खड़ा हो गया था तो हम फोन उसके तरफ किए और बोले देखो इसको....
पूजा बोली जान ये तो गुस्सा में है...हम बोले इसीलिए तो कह रहे की थोड़ा दया दृष्टि इसपे भी कर दो....वो बोली अच्छा रुकिए और अपनी साड़ी का पल्लू नीचे की और अपने ब्लाउज के बटन की तरफ हाथ बढ़ाई ही थी की मां आवाज दी गेट पे से पूजा बेटा धम धम धम....
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पूजा हस दी और अपना साड़ी का पल्लू ठीक की और बोली बैड लक माय लव वेट कीजिए रात तक....
और वो गेट खोली तो मां और पापा अंदर आए और पापा जलेबी लिए हुए थे वो देखे की फोन पूजा के हाथ में है तो पूछे की सुमित है तो वो बोली जी पापा तो मां बोली लाओ थोड़ा बात कराओ....फिर फोन मां के पास आया और पापा मां दोनो कोई से बात हुआ थोड़ा देर.....
जब तक पूजा जलेबी ले आई निकाल के और पापा बोले खाना भी लगा ही दे बेटा खा लेता हु और सुनो अगर तुझको ऊपर अकेला महसूस होता है तो तू और ये दोनो कोई ऊपर सो जाना साथ में हम नीचे सो जायेंगे और जिमी तो है ही....
पूजा बोली नही पापा ऐसा कोई बात नही है आप परेशान मत होइए...
फिर मेरा फोन कट गया और सब का खाना पीना हुआ....
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इधर हम मार्केट गए और चिकन करी रोटी का लुफ्त उठाए और वापिस लौटा और फिर अपनी जान को मैसेज किए की कब तक फ्री हो जायेगी तो वो मैसेज का जवाब दी की आधे घंटे में जान...पापा और मां का पैर दबा रही हु फिर जिमी को खाना दे के ऊपर आती हु....
हम बोले आई एम वेटिंग फॉर यू माय लव...जल्दी आना मेरा मन में सेक्सी सेक्सी खयाल घुमड़ रहा है
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फिर वो बस ये इमोजी भेज के छोड़ दी
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इतने में हम सुगंधा को फोन लगाए तो मम्मी उठाई तो उनको प्रणाम किए और वो बोली अच्छे से पहुंच गया हम बोले जी मम्मी और आप ठीक है तो वो बोली हा बेटा...फिर पीछे से सुगंधा बोली लाओ मां हम बात करे और फिर वो बात की हम बोल तब रे गुंडी कल मेरी बीवी को ज्यादा तंग नही ना की है....
सुगंधा बोली अरे जीजा फोन स्पीकर पे था भक्क......मम्मी हस्ते हुए वहा से चली गई जबकि सुगंधा बोली क्या यार अभी तक वही हाल है....है ना
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हम बोले जा रे पागल लड़की अपना तो खयाल नहीं कम से कम मेरा तो इज्जत का खयाल कर ले थोड़ा....वो बोली अच्छा ऐसा नही है...
हम बोले और बता कैसा रहा अपना एक्स फ्रेंड प्रेजेंट जीजा के घर पे रुकने का एक्सपीरियंस....तो वो हस के बोली सब अच्छा था सुबह में पापा जी दुकान तक ले गए थे वहा से हम पैदल ही घर आ गए.....
तो हम बोले पापा क्या बोले...वो बोले क्या बोलेंगे पापा कुछ नही बस वही पूछे जो अभी तू पूछा...
फिर वो बोली अब रिजल्ट का वेट है देख क्या होता है...हम बोले अरे सब अच्छा ही होगा दोस्त काहे टेंशन लेती है और तू तो पढ़ी भी है हम तो खाली रिवीजन मारे है मेरा तो भगवान ही मालिक है....
फिर सुगंधा बोली देखते है चल और खाना क्या बनाया...तो हम बोले कुछ नही बाहर से खा के आए गए कल से बनायेंगे आज छुट्टी है....फिर इधर उधर का थोड़ा बात हुआ और फिर फोन कट गया....
...
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अब हमको नींद आने लगा था तो हम उठे और बाथरूम गए हल्का हुए और फिर बेड पे आ कर लेट गए....
पूजा को मैसेज किए ऊपर आई तो वो वीडियो कॉल की हम उठाए तो वो बोली हा अब बोलिए आ गए ऊपर नीचे मां पापा का पैर दबा रहे थे फिर पापा कोई पिक्चर लगा लिए पुराना और दोनो कोई वही देख रहे है...
जबकि हम बोले भी की अभी तो नींद आ रहा था आप दोनो को तो मां बोली अरे बेटा ये ऐसे ही है कभी भी कुच्छो करने लगते है....
हम मन ही मन बोले बेटा भी आप पे ही गया है
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हम बोले अच्छा हो गया तारीफ तो अब थोड़ा प्यार कर दो वर्चुअल वाला....वो बोली अच्छा मेरी जान रुकिए और फिर वो अपना साड़ी ब्लाउज उतारी और नाइटी पहन ली और बोली बस अभी के लिए इतना ही....
हम बोले तुम नही मानेगी बॉर्डर पार करवाइए के मानेगी है ना.....
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वो हस के बोली अच्छा रुकिए और नाइटी अपने कंधो से सरका कर अपनी ब्रा के स्ट्रैप को भी उसी तरह सरका दी और अपनी दोनो चुचियों को मेरे सामने कर दी और बोली लीजिए अब इनका मैं क्या करूं आप ही बताइए...
हम बोले हाय कितने रसीले लग रहे है काश की इनको अभी हम प्यार कर पाते
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एई जान तुम उड़ के आ जाओ मेरे पास....
वो हस के बोली पगलू मेरे और फिर अपना ब्रा और नाइटी सही कर ली और बोली आपको ऐसे दिखलाते रहूंगी ना तो मालूम चला की मेरी रातों की नींद उड़ गई समझे मेरी जान......
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हमको आपका बहुत याद आ रहा है और फिर से मेरा कल वाला टीशर्ट अपने सीने से लगा ली और उसको चूम ली....
हम बोले साला हमसे अच्छा तो ये टीशर्ट है हमको जलन हो रहा है उससे
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तो पूजा बोली ए जान ऐसे कीजिएगा पागल...हम आपके ही है कही भाग नही रहे हम....
हम बोले हा ये बात तो है अच्छा चलो मान लेते है की अभी हमारी शादी में एक महीना का समय बचा है बस...
वो बोली अच्छा इससे क्या होगा....हम बोले काट लेंगे ये सोच कर की एक महीने के जुदाई के बाद हनीमून पे कहा ले जायेंगे अपनी जान को....तो वो बोली सच्ची में जान....
हम बोले डिपेंड करता है की मेरी बीवी कितना प्यार करेगी हनीमून पे ले जाने के बाद....
वो आंखे चढ़ा के बोली अच्छा तो ये प्लानिंग है आपका....तो फिर ऐसा करते है हम आपको दिल खोल कर प्यार करेंगे....और उसके साथ साथ कपड़ा खोल कर भी.....
फिर दोनो कोई हस दिए और हम बोले कितने बकलोल जैसा बिहेव कर रहे हम दोनो
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तो पूजा बोली जान एक बात बताइए आपको मेरा प्यार कम मिलता है क्या जो आप बोल रहे की डिपेंड करता है की मेरी बीवी कितना प्यार करेगी....
हम बोले अरे नही रे मेरा जान पागल वो सब तो यूंही हसी मजाक कर रहे हम....
फिर पूजा अपने होंठ अपने दांतो में दबा कर बोली आह जान वैसे हम प्यार अगर कम भी करे तो आप निचोड़ लेना मेरे में से हम आपको तो मना नही ही करेंगे....
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और आप छोड़ते भी नही है हमको तो फिर हम दोनो कोई को एक दूसरे का प्यार हम वक्त ओवरफ्लो होते रहता है और होना भी चाहिए
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हम बोले हॉ जान......
ऐसे बोलेगी तो अभी ही फ्लाइट पकड़ के आ जायेंगे...
फिर पूजा बोली नही नही अभी तो आप पहुंचे है....वो कैलेंडर की तरफ दिखलाई और बोली ये देखिए आज का दिन काट लिए तो इसको भी काट दिए इसी तरह दिन काटना है बस....फिर ठीक एक महीने बाद आपकी बाहों में सोएंगे
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फिर वो मेरा टीशर्ट ले के लेट गई तो हम सुगंधा के बारे में बताए तो वो भी हस दी और बोली पागल मां क्या सोचती होगी....फिर वो बोली की इस मंगलवार मंदिर जायेंगे हम लोग साथ में तो आपको बताए नही थे अभी याद आया तो बता दिए....हम बोले ठीक है जानम....
फिर साढ़े दस बजे के करीब में पूजा बोली जान आप सो जाइए वरना कल ऑफिस जाने में लेट हो जायेगा और फिर हम और मेरी जान दोनो कोई थोड़ा वर्चुअल चुम्मा भेजे और सो गए
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अगले दिन सुबह जल्दी उठा और फोन चेक किया तो पूजा डार्लिंग का मैसेज हमसे पहले ही आ चुका था....गुड मॉर्निंग माय लव
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...मिस्ड यू सो मच
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उठियेगा तो कॉल कीजिएगा आई एम वेटिंग....
हम उसको कॉल किए तो वो अपने रूम में थी और बोली उठ गए आप हम बोले हा जान बहुत याद आया तुम्हारा अकेले घर काटने को दौड़ रहा बिलकुल अच्छा नही लग रहा पर कुछ कर भी तो नहीं सकते....
फिर वो बोली सुबह सुबह अपना मूड अच्छा रखिए ऐसे दुखी नही होते पागल...अच्छा ये लीजिए और एक जोरदार चुम्मा हमको दी वो तो हम मुस्कुरा दिए और बोले एक वॉइस नोट में भी भेज दो ना दिन भर उसको सुनते रहेंगे....तो वो बोली अच्छा ठीक भेज देती हु....
फिर हम बोले चलो फिर करते है ऑफिस निकलते वक्त बात....
उसके बाद हम अपने लिए खाना बनाए चावल दाल चोखा और भिंडी का भुजिया...और फिर नहा धो कर मस्त खाना खाए अब ब्रेकफास्ट, लंच, और डिनर वाली बकचोदी तो होने से रही हमसे अकेले.....फिर तैयार हुआ और अपनी जान को फोन लगाया और घर से निकल पड़े....
पूजा अभी किचन में थी पसीने पसीने हो रखी थी...हम बोले हाय जान कितनी सेक्सी लग रही हो.....
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वो बोली आपकी जान का यहां गर्मी से दिमाग खराब है....हम बोले अच्छा जी अभी यही गर्मी अगर हम दिए होते तो लिपटी रहती हमसे....तो वो शर्मा कर बोली बै जान आप भी ना तुरंत में मूड बदल देते है....
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उसके इस तरह बोलने पे हम हस दिए और बोले पगली थोड़ा देर हवा में बैठ जाओ ना इतना भी क्या अर्जेंसी है तो वो बोली नही जान एक ही बार बना के हट जाते है फिर टेंशन नही रहता वरना ऐसे दुबारा से गर्मी में आना पड़ता है....भोपाल में थे तब भी एक ही बार में खतम करते थे और अपने घर पे थे तब भी समझे मेरी जान.....
हम बोले अच्छा ठीक है.....पर हमको देखी बताओ तो ठीक ठाक लग रहे है ना....वो बोली यस माय हैंडसम हनी यू आर लुकिंग डैशिंग हमेशा की तरह....उम्माह
फिर हम भी उसको चुम्मा दिए और बोले करते है बात अब थोड़ा देर में ठीक ना....ध्यान रखना अपना और पहुंचे ऑफिस....
अपने बॉस से मिला और जरूरी कागजात थे कुछ उनको हैंडओवर किया और फिर शुरू किया अपना काम....
दोपहर में लंच टाइम हुआ तो मेरे को ये ध्यान ही नही रहा की मेरी जान मेरा वेट नही कर रही होगी और हम बेवकूफो जैसे दौड़ते भागते नीचे उतरे और पार्किंग में अपनी गाड़ी ढूंढ रहा हु
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फिर एकाएक याद आया मेरे को तो खुद पे ही हसी आ गया तो फिर रोड पे निकले और पास के एक होटल में गया वहा पे दो समोसा लिया और पूजा को फोन लगाए....वो उठाई और बोली आपका ही वेट कर रहे थे लंच क्या कीजिएगा आप....
हम उसको अपना समोसा का प्लेट दिखलाए तो वो बोली जान इससे पेट भर जाएगा आपका....हम बोले पेट भरे या ना भरे पर बाहर जरूर निकल आएगा
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वो भी हस दी और बोली भक्क कुछ और खा लेते जान....हम फिर उसको बतलाए की कैसे हम हड़बड़ हड़बड कर के नीचे आए और गाड़ी ढूंढ रहे थे तुम्हारे पास आने को.....
वो ये बात सुन के रूवांसी हो गई....बोली जान आपका बहुत याद आ रहा है हमको.....
हम बोले सामने ही तो है....वो बोली बै जान भक्क.....
फिर हम उसको प्यार से समझाएं तब जा के वो नॉर्मल हुई और उसको पूछे की तुम खाई की नही तो वो पगली दिखलाई की खाना ले के बैठे थे कि आपका फोन आएगा तो साथ में खायेंगे....
फिर हम बोले तो खाओ ना जान पर वो बोली नही आप दो समोसा खा रहे और हम ये इतना सारा ठूस ले....
हम बोले अरे बहुत गुस्सा करेंगे अभी देखना तुम ये गलथेथरी हमसे नही करना पागल नही तो....हम दो के बजाय चार खायेंगे पर तुम वो खाना खाओ जो ले के बैठी है.....मेरे ऐसे डांटने पे वो चुप चाप खाना खाई और हम भी तीन समोसे और एक रसगुल्ला ढकेले और बस लंच हो गया अपना....
फिर ऊपर ऑफिस जाने के लिए हम सीढ़ियों को पकड़े क्युकी उधर थोड़ा खाली खाली था क्युकी ज्यादातर लोग लिफ्ट इस्तेमाल करते है और हमको मेरी जान से बात करने का थोड़ा ज्यादा टाइम मिल जाता इसलिए सीढ़ियों का यूज किए......जाते जाते अपनी जान का मूड ठीक किए और बोले अब करते है बात रात में घर पहुंच कर....
वो हमको प्यार से चूमी और बोली आई लव यू बोल स्वीटहार्ट मिस यू सो मच.....
जवाब में हम उसको पाउट जैसा मुंह बना के चूमने का इशारा किये और फिर फोन कट गया....
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उसके बाद दिन भर काम किया एक मिनट का फुरसत नहीं मिला....
शाम को घर जाने समय भी सोचा की अब घर जा कर ही बात करते है फिर घर पहुंचे तो वहा अलग टेंशन की खाना क्या खाए अभी ऑफिस और खाना का सिस्टम बैलेंस करने में समय लगने वाला था हमको इसलिए मैगी बना लिए और खा पी के....शुरू किए अपनी जान से बात करने का.....
उधर पूजा भी पूरे शाम व्यस्त ही रही पर वो हमको बीच बीच में मैसेज कर रही थी कुछ अपनी फोटो भी भेजी थी.....
फिर बातो बातो में जब उसको बतलाए की आज मैगी खाए है तो बहुत गुस्सा हुई और कल के लिए धमकी भी दे दी की अगर कल से आप ऐसे लापरवाही बरते तो फिर देखिएगा हम क्या करते है....
इसी तरह खट्टी मीठी नोक झोंक के बीच अपने प्यार की हल्की फुल्की बरसात में दोनो कोई भीगे और नींद के आगोश में चले गए.....
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आज पूजा मंदिर जाने वाली थी सुगंधा के साथ इसलिए आज सुबह वो और जल्दी उठी और छः बजे तक नाश्ता वाश्ता बना कर रेडी थी और पापा मां भी जाग गए थे आज जल्दी और फिर सुगंधा का फोन आया की हम लोग डायरेक्ट मंदिर में ही मिलते है तो पूजा बोली नही रे गधी यहां से अकेले नही ना के सकते हम पागल तू और राहुल आ जा वैसे कौन कौन आ रहा....
तो सुगंधा बोली हम, मम्मी और पापा....
पापा का नाम सुन के पूजा फिर घबरा गई पर अभी हम नही थे तो वो बोली की ठीक है तो तू ही आ जा....
सुगंधा कुछ बोलती उससे पहले पापा फोन ले कर बोले अरे बेटा हम आ रहे तुझको लेने अपने पापा से तो तू मिली ही नही....तो पूजा बोली नही पापा अभी अकेले नही जाती ना कही और वो है नही वो होते तो हम आते ही घर.....
तो उसके पापा बोले अच्छा कोई बात नही चल थोड़ा अपने ससुर से मेरी बता करवा दे जरा....पूजा बोली करवाती हु पापा वो चाहती तो नही थी पर फिर भी वो पापा को फोन दी....
तो मेरे पापा अपने सो कॉल्ड समधी से बात किए और पूजा के पापा अपनी बेटी को आज रात रोकना चाहते थे तो पापा बोले अरे इसमें पूछने वाली क्या बात है यहां रहे या वहां दोनो तो इसके ही घर है....और फिर बात हो गई....
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पापा पूजा को बोले की बेटा आज पापा तुमको रोकेंगे तो रुक जाना ठीक ना....
पूजा अपना फोन ली और बात की पहले वो अपने पापा से बोली आप सुगंधा को भेज दीजिए पापा ताकि हम आ पाए पहले मंदिर तो चले....
फिर पूजा के पापा फोन सुगंधा को दिए तो सुगंधा बोली दी तू रुक हम आ रहे है और फिर फोन कट गया....
इधर पूजा मां पापा से बोली की हम वहा रुकेंगे नही पापा हम सिर्फ मंदिर जायेंगे और वहा से अगर घर गई तो दोपहर तक यहां आ जाऊंगी....
और पापा आप जबरदस्ती मत बोलिएगा रुक जाने क्युकी मेरा मन वहा बिलकुल नही मानता जाने को अब ये ही मेरा घर है....
पूजा अपने पापा से बात करने से ले कर अभी तक में एकदम पसीने पसीने हो गई थी....पापा और मां दोनो उसकी घबराहट का कारण अच्छे से समझ रहे थे इसलिए मां आगे बढ़ कर अपने आंचल से उसका मुंह पोंछी और उसको अपने गले से लगा ली और बोली अरे मेरा बेटा तेरे जो जी में आए वो कर जहा मर्जी हो वहा रह बस तू खुश रहा कर ऐसे घबरा क्यू रही है कुछ नही होगा अब....आ इधर बैठ और उसको ले कर आई और अपने बिस्तर पे बिठाई तभी.....

पापा भी पूजा के सर पे हाथ फेरे और बोले सुन मेरी बात हम और तेरी सासु मां भी चलेंगे तेरे साथ नहाए हुए तो है ही नाश्ता किए नही है वो आने के बाद करेंगे ठीक है चल हम रेडी हो जाते है तब तक तू अपनी सासू मां को रेडी करवा समझी....
और दूसरी बात इस तरह से घबराने का बिल्कुल जरूरत नहीं तुझको सुमित हमारे भरोसे तुझे यहां छोड़ कर गया है और तू हमारी जिम्मेदारी है समझी चल पगली तुरंत में देखो तो क्या हाल बना ली है इतना पसीने पसीने हो गई.....इतना घबराहट क्यू बेटा....
पूजा बस उनके तरफ देखी पर कुछ बोली नही....फिर पापा बोले अच्छा छोड़ हम चले रेडी होने....
कमरे से बाहर जाते ही पापा मां को आवाज दिए....
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ए सुनो इधर तो मां बाहर आई....तो पापा बोले.....
लगता है की कुछ तो बात है पर सुमित तो कुछ ऐसा बोला नही....ना पूजा बेटा कुछ बोली और अब क्या दिक्कत है अब तो ऐसा कुछ नही होना चाहिए था.....

मां जोर से बोली अरे अब कोई भी बात नही है....और अब कुछ किया तो जान मार देंगे हम खुद मेरा दोनो बच्चा के तरफ कोई आंख भी उठा के देखे ना....ये बोलते हुए वो अंदर कमरे में गई जहा पूजा ये सुन कर घबराहट के मारे अपना चेहरा नीचे किए जमीन की तरफ देख रही थी...मां पूजा के पीठ पे सहलाई और बोली रे बेटा चल उठ जा मुंह पे पानी मार और सुंदर से तैयार हो जा फिर से जैसे रहती है तू हमेशा.....
तुझको क्या लगता है हम दोनो को दिखता नही है की तेरा मन यहां बिलकुल नही लग रहा सुमित के जाने के बाद से....
सुमित जब यहां था तो कैसे सजी हुई रहती थी खुश रहती थी हा.....तू भी जिद्दी कम थोड़े है और वो उसको भोपाल से आने दो तब उसको भी बताते है....
हरामखोर को मना कर रहे थे की हम रह लेंगे पर फिर भी छोड़ कर यहां चला गया....पापा बोले अब अपना पारा मत बढ़ाओ आ जायेगा उसके लिए तुम जल्दी से ठीक होगी तब ना....
मां पापा की तरफ बढ़ कर बोली आप भी मत बोलिए आप भी उसके हा में हा मिला रहे थे उस दिन....
हा ना तो क्यू नही डांटे उसको और ले जाने बोले साथ में....जबकि आप देखे थे ना स्टेशन पे रो रही थी बच्ची मेरी.....
खाना पीना का दिक्कत होता तो होटल ना था खाना खा ही लेते और बड़का बड़की ऐसा भी नहीं है मुंह से बोल देते हम ना तो खाना वो भी आ के बना ही जाती....आज भी इतना डर है उसके मन में एक बार जहा चिल्ला के डांट देंगे तो जैसे बोलेंगे वैसे दोनो करेगा....
पापा बोले हम जानते है की तुम्हारा डर मानता है सब बच्चा अपना....पर जो इज्जत दिल से करे हमको वो स्वीकार है डरा धमका कर नही....और तुमको क्या लगता है हम बोलते तो नही होता पर क्यू बोले अभी तुझमें और हममें इतनी ताकत बची है की अपने बलबूते पे आराम से जिंदगी जी सकते है.....
पापा की ये बात सुन कर मां चुप हो गई तो पूजा जा के मां के पीछे से उनके गले लग गई और बोली हम अपनी मर्जी से रुके है मां जबरदस्ती नही....
तो मां हस के बोली तो फिर रो क्यू रही थी ये बता....
तो पूजा थोड़ा शरमा गई....फिर मां बोली चल अब जा....जा के जल्दी से चेहरा सही कर के आ अपना और हमको भी तैयार कर दे फिर चलते है सब साथ में सुगंधा बेटा भी आती होगी....
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फिर पूजा मां के सर में अपना सर सटाते हुए बोली हमको वो जबरदस्ती छोड़ कर नही गए है मां आपको चोट लगा था दिक्कत होता आपको ऐसे कैसे चले जाते हम अभी यही चोट उनको या हमको लगता तो आप जाने देती हम दोनो में से किसी को....
तो मां उसको डांटते हुए बोली चल अब तू हमको मत समझा जल्दी से जो काम बोले है वो करो और आओ....
पूजा फिर मुस्कुराते हुए चली गई वहा से और अपना चेहरा सही की और फिर नीचे आई तो मां अपना अलमीरा में साड़ी निकले हुए थी दो तीन....पूजा आते के साथ बोली ये वाला साड़ी आप पहनेंगी मां...
फिर पूजा मां को मदद करती है तैयार होने में अभी मां तैयार हो ही रही थी की सुगंधा आ गई और उसको पापा जिमी से बचाते हुए घर में ले आए फिर सुगंधा देखी सब कोई तैयार है तो वो भी खुश हुई की आज पूरा फैमिली मिलेगा....
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सब कोई तैयार हो के जब निकलने लगे तो मेरी डार्लिंग एक सेल्फी ली और हमको भेज दी....नीचे लिखी मिस यू स्वीटहार्ट....
हम उस वक्त अपने लिए नाश्ता बना रहे थे तो मैसेज देखे ही नही और इधर पूजा सोची की मंदिर पहुंच कर वीडियो कॉल करती हु....
खैर वो लोग गाड़ी से मंदिर पहुंचे और जिमी घर में ही रहा गेट पे बंधा हुआ...पूजा के पापा और मम्मी पहले ही पहुंचे हुए थे...पूजा को गाड़ी से उतरते देख पूजा के पापा को यकीन नही हुआ की उनकी बेटी गाड़ी चला कर सब को ले कर आई है....और फिर जब उनकी नजर मेरे पापा और मां पे गई तो उनकी घिग्घी बंध गई वो इन दोनो को एक्सपेक्ट नही कर रहे थे पर पूजा की मम्मी तुरंत आगे बढ़ी और मां पापा के पास पहुंची और हाथ जोड़ के इस्तकबाल की....वही पूजा के पापा को मजबूरी वश आना पड़ा हालांकि वो नही चाहते थे आना उनके पास....

पूजा अपनी मां को पैर छू के प्रणाम की....और वो आगे बढ़ी अपने पापा के पास जबकि सुगंधा, मेरे पापा, मेरी मां, और सुगंधा की मां सब बात करते हुए आ रहे थे.....
जब अपने पापा के पास पहुंची तो उनको भी प्रणाम की पर वो आशीर्वाद देने के बजाए ये पूछे....
अरे वाह रे मेरी बेटी...खुद से चरपहिया चला कर आई है कब सीखी....
तो पूजा मुस्कुरा कर बोली जब भोपाल गई तो तब से थोड़ा थोड़ा कर के सिखलाए ये हमको तो लोकल में थोड़ा बहुत चला लेती हू पर अभी उतना हाथ नही खुला है मेरा......
फिर पापा बोले बढ़िया है अब खाना पीना, घर के काम के साथ साथ ड्राइवरी भी कर रही है....बहुत ज्यादा लोड नही हो गया बेटा....कुछ दिन में कुछ और भी लाद देगा (उनका इशारा हमारे बच्चे के तरफ था)....

तो पूजा कुछ नही बोली वो नही चाहती थी की अभी वो कुछ बोले और तमाशा हो जाए.....
उसको चुप देख कर पापा बोले अरे बेटा हम ऐसे ही मजाक कर रहे है...चल इधर आ और पूजा के कंधे पे हाथ रख के आगे बढ़े वो बोले और सब हाल चाल कैसा है उस दिन तो तू घर आई नही और अगले दिन हमको जरूरी काम से निकलना पड़ गया वरना हम आते जरूर....

पूजा बोली सब अच्छा है पापा कोई दिक्कत नही....और आप आइए घर देखिए तो अपनी बेटी को जिस घर में ब्याहे है वो कैसा है.....
तो पापा बोले आयेंगे बेटा जल्दी ही....और अपना खयाल रखती है ना की नही क्युकी सुमित बेटा तो यहां है नही तेरे पास.....तो पूजा बोली पापा और मां है ना वो नही है तो.....
तो उसके पापा बोले फिर भी अपना खयाल खुद रखा कर....
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इतने में मेरा वीडियो कॉल आया पूजा के पास हम खाना खाने बैठे थे तो उसको कॉल किए....
फोटो देख लिए थे हम....वो उठाई तो हम बोले मंदिर पहुंच गई जान.....
हेडफोन था नही तो स्पीकर से डायरेक्ट आवाज आया....तो पूजा बोली मंदिर में है और कहा और हेडफोन नही है....
इतने में पूजा के पापा बगल से झांके तो हम बोले नमस्ते पापा जी....वो हमको आशीर्वाद दिए और बोले हा खुश रहो खुश रहो तब पूजा बेटा को यहां अकेले छोड़ के वहा मजे कर रहे हो....

हम मन ही मन बोले अरे लौड़ा का मजा....ये क्या आदमी है यहां साला मेरा प्राण वहा पटना में इसके पास है और ये चोदूमल टाइप बात कर रहा है.....
हम बोले अरे कैसा मजा पापा....घर से ऑफिस और ऑफिस से घर इसी में घूम रहे है बस....अब जीने के लिए काम तो करना पड़ेगा ना....वो बोले अच्छा तो अभी कब आना है वापिस पटना....हम बोले अभी है टाइम थोड़ा...आते है फिर आयेंगे घर फिर आपके दुकान से मैगी ला कर खायेंगे....तो पूजा हस दी और उसके पापा भी हस दिए और बोले हा बेटा जरूर और मैगी क्यू तू आ फिर अच्छा सा दावत रखा जाएगा....बढ़िया वाला तू आ तो सही....
इस बात पे भी उन्होंने अजीब तरह से बोला था जो मैने और पूजा दोनो ने नोटिस किया था.....
अभी हम कुछ बोलते की इतने में मेरे पापा पहुंचे उन दोनो के पास और पूजा के पापा से बोले कैसे है आप....हम लोग से तो आप मिले ही नही तो पूजा के पापा बोले अरे नही ऐसी बात नहीं है वो पूजा बेटा से थोड़ा बात करने लगा था....
आइए चलिए प्रसाद खरीदते है पीछे से मां, सुगंधा और मम्मी जी आई और पूजा उनके साथ हो ली....हम से सब कोई फोन पे ही हाय हेलो किया और फिर हम बोले इंजॉय करो और हम निकलते है ऑफिस....ठीक ना ध्यान रखना रोड पे मां आप भी अपना ध्यान रखना सही से....
फिर पूजा थोड़ा पीछे हुई तो हम उसको उड़ती हुई चुम्मी फेक के मारे इधर से
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उधर वो भी आंखो को मिच कर इजहारे मोहब्बत की और फिर फोन कट गया.....
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मंदिर में दर्शन पूजन के बाद पूजा के पापा बोले उसको घर चलने को तो मेरे पापा बोले अभी तो मुश्किल होगा भाई साहब हम तो दुकान चले जायेंगे और अभी सुमित की मां को कुछ कुछ जरूरत पड़ते रहता है....
तो सुगंधा की मां बोली हा भाई साहब ठीक कह रहे है और वैसे भी पूजा बेटा अभी यही है ना कभी भी आ जायेगी....
तो पूजा भी बोली हा मां हम मौका निकाल के आयेंगे....हम यहां आ रहे थे तो मां बोली चल हम भी चलते है अकेले क्या करेंगे तो पापा भी साथ हो लिए....
फिर पूजा के पापा बोले चल कोई ना अभी सेवा कर ले फिर इत्मीनान से आना अपने घर....
और फिर सब कोई आ गए अपने घर.....इधर रास्ते में पापा सोच रहे थे की कुछ तो बात है अभी भी जो पूजा परेशान हो रही हैं....वो हमसे बात करने का सोचे पर उससे पहले उन्होंने कुछ और सोचा था....
घर पहुंचने के बाद पूजा बोली हम आते हैं पापा ऊपर अरे से तब तक आप लोग बैठिए....उसके जाते ही पापा मां से बोले सुनो ऐसा करते है की कुछ दिन हो आते है भोपाल क्या बोलती हो....तो मां बोली आप मेरा मुंह का बात छीन लिए हम सोचे थे की घर आने के बाद आपसे बोलूंगी की सब कोई भोपाल चलते हैं.....
 
पूजा कपड़े बदल कर नीचे आई और पापा, मां दोनो को बोलती है की नाश्ता निकाल देती हु आप दोनो कर लीजिए काफी लेट हो गया है आज.....तो मां उसको आवाज दे कर कमरे में बुलाती है और कहती है की तू सुमित को बोल दे हम तीनो कल भोपाल के लिए निकलेंगे यहां से.....
पापा ड्राइवर कोई बुला लायेंगे ठीक ना....पूजा भोपाल जाने के नाम सुनते ही मुस्कुरा दी तो मां बोली हा ये हुआ ना देखे तुरंत में हसी आ गया चेहरा पे....
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पूजा शर्मा गई और अपना चेहरा नीचे कर ली.....क्युकी वो ये चीज एक्सपेक्ट नही कर रही थी.....
तो वो मां से बोली की अभी अचानक से क्या हो गया तो पापा बोले हुआ कुछ नही बस जाना है तो जाना है और क्या तू ही तो बोल रही थी की हमने भोपाल चलना है तो फिर चल.....
तू दोपहर तक उससे बात कर के पैकिंग वगैरह कर लेना समझी ना चल अब नाश्ता लगा दे बेटा खा कर निकलू दुकान के लिए....
पूजा फिर पापा और मां का नाश्ता निकाल दी तो पापा बोले चल इधर का काम खतम हो गया तेरा जा....जा के अपना पैकिंग का काम शुरू कर दे....
पूजा जी पाप कह के ऊपर चली गई और सबसे पहले हमको मैसेज की.....कल भोपाल आ रहे हम....
हम काम में व्यस्त थे तो मैसेज देख नही पाए....इधर पूजा डार्लिंग फटाफट अपना सब सामान पैक करने लगी थी....तो मां ऊपर आई और पापा दुकान जा चुके थे...मां बोली कर ली पैक सब तो पूजा बोली कर रहे है मां देख देख कर...अच्छा है कर ले फिर पापा और मेरा सामान भी पैक करवा देना ठीक ना.....पूजा बोली बस मां कर देते है आ कर आप नीचे आराम कीजिए ऊपर क्यू आई हमको आवाज देती ना क्या हुआ कुछ चाहिए था.....तो मां बोली अरे नही बेटा ऐसे ही आए तो पूजा बोली ठीक है आइए यही बैठिए फिर दोनो कोई साथ में चलेंगे...
इधर हम मेसेज पढ़े तो पूजा को फोन मिलाए....वो उठाई सामने मां बैठी ही थी तो पूजा बोली हा तो तैयार रहिएगा कल हम लोग निकल रहे है यहां से....तो हम बोले सुनो मेरी बात पहले अभी यहां आने से ज्यादा जरूरी मां का सेहत है उनका हाथ का प्लास्टर कट जाने दो वहा जो डॉक्टर देख रहा है वो ओके बोल देगा फिर ही यहां आयेगी मां....बीच इलाज में पचास डॉक्टर चेंज नहीं करना है शुरू से जो डॉक्टर केस हैंडल कर रहा है वही करेगा तो बेहतर है जान समझी....पूजा मेरा ये बात अच्छे से समझी पर वो फिर से मायूस हो गई तो मां उससे फोन मांग ली और हमको बोली क्या बोल रहा है बेटा तो फिर हम उनको भी सारा बात बताए तो वो बोली की अरे ऐसा थोड़े है वहा भी तो डॉक्टर होगा ना....
हम बोले की आप ठहरिए हम पापा से बात कर लेते है वो आपसे समझा के बताएंगे....
इधर मेरा लंच हो गया था तो हम पापा को फोन मिलाए और उनको भी अपना बात समझाए तो वो मेरी बात समझ कर रुकने को तैयार तो हो गए पर वो बोले अच्छा एक बात बता पूजा बेटा के घर में अभी भी कोई दिक्कत है क्या हम बोले नही तो क्यू क्या हुआ....
फिर पापा सुबह में हुआ सारा घटना बताए हमको तो हम उनको बोले अरे पापा पूजा मेरे साथ हुए हादसे को ले कर घबरा जाती है बहुत ज्यादा क्युकी पूजा के पापा कभी कभी बहुत टेढ़ा बात बोलते है जो उनके प्रति शक पैदा करता है....
पर अब हमे क्या पापा पूजा से मेरी शादी हो चुकी है वो मेरे साथ खुश है और मेरे को मतलब है आप तीनो से आपसे, मां से और मेरी पूजा से बस बाकी दुनिया का तो काम ही है चार बात बनाना और दूसरे में घर में आग लगाना....रही बात पूजा के पापा की तो अब वो कुछ नही करेंगे बस कोई कुछ बोलता होगा ना उनके परिवार में तो वही खुन्नस वो हमलोग को बात सुना कर उतारते है....
पर हम एक कान से सुन दूसरे से बाहर निकाल देते है ज्यादा लोड नही लेते हम.....और पूजा के अंदर घबराहट है वो बहुत नाजुक दिल की है बात बात पे रोने लगती है....और वो इसी कारण से अपने घर नही जाना चाहती वो शादी के बाद गई भी तो बस मेरे कारण क्युकी हम ही ले कर गए है या फिर मां हम दोनो को बुलाई है तब ही वरना ऐसे वो एकदम नही जाना चाहती.....उसके मन में एक डर सा बैठा हुआ है पापा....पगली है घबरा जाती है....

तो पापा बोले नही बच्चे वो तेरे से प्यार करती है बहुत फिकर करती है समझा साफ दिल की है वो....बहुत नसीब वाला है की उसके जैसी लड़की मिली है तुझे.....
पापा के मुंह से अपनी जान के लिए तारीफ सुन के हम हवा में ही उड़ने लगे
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फिर हम बोले अभी आप घर जाइयेगा तो मां को समझा कर बोलिएगा की दिन ही कितना हुआ है अभी चार दिन चोट लगे.....हाथ को थोड़ा स्टेबल रखने बोलिए तब ना हाथ का हड्डी अपने जगह से जल्दी जुड़ेगा.....और प्लास्टर कटते ही आप तीनो यहां के लिए आ जाइयेगा....उसके बाद हम खुद नही रुकने देंगे.....
पापा बोले चल ठीक है...
फिर हम पूजा को फोन मिलाए तो वो रूम में अकेले ही थी मां नीचे चली गई थी....पूजा बोली जान कितना अच्छा मौका था हम आपके पास आ रहे थे और आप मना कर दिए गंदे कहींके....जरा सा तरस नही आया अपनी जान पे आपको....
हम बोले ऐसा नही है पागल पर अपना मां का कंडीशन भी तो देखना पड़ेगा ना....पूजा बोली हा जान वो तो है पर आप जानते है ना हमको...ऊहूहुः आई एम मिसिंग यू बहुत ज्यादा जान भक्क कितना अच्छा था आ जाते आपके पास...
हम बोले हो गया बोल ली अब बताओ हम गलत किए या सही....
तो वो बोली आप गलत नही होते जान बट बात तो वही है ना आई एम मिसिंग यू....हम बोले बस गिन के पच्चीस दिन और मेरा जान उसके बाद तुमको कभी छोड़ कर नही जायेंगे हम....
पूजा बोली बाप रे पच्चीस दिन....हम कैसे काटेंगे आपके बगैर बाप रे....
हम बोले आई लव यू जान अब जल्दी से एक चुम्मी दो तो हम काम करने जाए जान फिर शाम को करेंगे बात.....पूजा हमको चुम्मा दी और फिर फोन कट गया...
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पूजा की तड़प को हम अच्छे से महसूस कर पा रहे थे पर अभी कुछ भी कर नही सकते थे और जबरदस्ती करना भाड़ी पर सकता था....
जब पापा शाम को घर आए तो उन्होंने भी मां को समझाया और ये तय हो गया की प्लास्टर कटने के बाद वो लोग भोपाल के लिए निकलेंगे....
इसी बीच कुछ दिन बीते और एक दोपहर सुगंधा पूजा से मिलने घर आई और बातो बातो में उसने पूजा की आईब्रो वगैरह देखी तो उसको ब्यूटी पार्लर चलने को बोली.....
पूजा हनीमून पर जाने से पहले ही ब्यूटी पार्लर गई थी सो वो भी तैयार हो गई चलने को और जा के मां से पूछी तो मां बोली जा बेटा हो आ पर ध्यान से जाना.....
दोनो बहन गाड़ी से ही निकली और पहुंच गई पार्लर वहा पे दोनो ने अपना अपना डेंटिंग पेंटिंग का काम करवाया
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उसके बाद दोनो पास के मार्केट में ही डोसा खाने गई और वापसी में पूजा को एक टैटू आर्टिस्ट का दुकान दिखा तो पूजा के मन में चूल मच गया की वो जा कर देखेगी की कैसे बनाया जाता है अगर अच्छा लगा तो बनवाएगी....
सुगंधा बोली की पहले अपने उनसे पूछ ले वरना वो गुस्सा करेंगे....पूजा बोली नही रे तू भी कैसन बहिन है थोड़ा तो रोमेंटिक बनने में मदद कर....तुझको पता है वो बहुत चीज करते रहते है मेरे लिए और हम एकदम बुद्धू है कितना बार तो अपना बात वो बोल के क्लियर करवाते है हमको तब हम समझते है....सुगंधा हस दी और बोली गजब है तू भी कौन बोलेगा की तेरा लव मैरिज हुआ है....
पूजा मुंह बना के बोली हा तो इसीलिए तो बोल रही की चल...
सुगंधा बोली अच्छा चल दोनो वहा उस दुकान में पहुंचते है....वहा दुकान में दोनो तरह के स्टाफ थे मेल फीमेल दोनो....
पूजा और सुगंधा को देख एक लेडी स्टाफ उनके पास आई और पूछी जी मैम बताइए..??
तो पूजा पहले उससे पूरा प्रोसेस जानी की कैसे कैसे क्या होता है...फिर वो बोली की मेरे हसबैंड के लिए बनवाना है तो कुछ आइडिया बताइए.......
वो लेडी दिखलाती है कुछ डिजाइंस और बताती भी है की कौन सा बेस्ट रहेगा.....फिर पूजा सुगंधा से बोलती है की अभी उनसे पूछ लेती हू वीडियो कॉल पे...
तो सुगंधा बोली अरे पागल हो गई क्या सही बोली तू बुद्धू है तू एक नंबर की अरे उनके लिए सरप्राइज़ रख ना पागल और जिसको सरप्राइज़ देना है उससे ही पूछेगी कि कौन सा बनवाऊ गजब है....
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तो पूजा भी सोची की हा ये अच्छा मौका है अपनी जान को चौंकाने का.....
फिर सुगंधा और पूजा दोनो मिल के एक सेलेक्ट करती है....अब अगला सवाल ये था की बनवाना कहा सही रहेगा....तो पूजा बोली हाथ पे बनवा लेती हू तो सुगंधा बोली देख ले बनवाने का तो तू बनवा लेगी पर अगर कही मम्मी या पापा गुस्सा किए तो फिर दिक्कत हो जायेगा इसलिए हाथ के बजाए ऐसी जगह बनवा जहा केवल वो देखे.....
पूजा शर्मा गई और एक मुक्का उसको मारी पीठ पे तो सुगंधा हसते हुए कराहते हुए बोली अरे हरामी हमको काहे मारी गलत थोड़े बोले है....
इतने में वो लेडी जो थी वो भी हसते हुए बोली सही बोल रही है आपकी बहन.....
आप मेरे हिसाब से अपने सीने पे बनवा सकती है या फिर पीठ पे कंधे के नीचे ये दोनो स्पॉट्स सही रहेंगे आपके टैटू सिलेक्शन के अकॉर्डिंग.....
फिर सुगंधा बोलती है सीने पे बनवा ले दी बस फाइनल हो गया....पूजा उसका हाथ पकड़ के धीरे से बोली अरे यार दुखेगा तो....
तो वो लेडी बोली नो मैम नही दुखेगा एक्चुअली हल्का सेंसेशन फील होगा पर पेनफुल नही है ये.....
उसके बाद पूजा अंदर गई जबकि सुगंधा वही बैठ गई लॉबी में ही...
तकरीबन आधे घंटे में उसका टैटू बन के रेडी हो गया....और बनने के बाद वो लेडी सुगंधा को बुलाने आई तो सुगंधा गई और पूजा का टैटू देख के बोली मस्त लग रहा है यार ये देख के तो पक्का वो फ्लैट हो जाएंगे तुझपे एक बार फिर से.....
पूजा बोली बस कर अब और मत चने के झाड़ पे चढ़ा....फिर पूजा को थोड़ा देर और कुछ ओइंटमेंट जैसा लगाया और उसके बाद दोनो बहन वहा से निकल आई....बाहर सुगंधा पूछी की दर्द भी हुआ तो वो बोली हा हुआ रे मेरा तो आंसू निकल गया बाप रे और ये तो पक्का है की वो सेंसेशन नही था....कमिनी कहिंकी साली बोली की पेनफुल नही है घंटा......वहा पे एकदम लाल लाल हो गया था मेरा....वो होते तो बिलकुल नही बनवाने देते हमको....
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तो सुगंधा बोली चल अब बनवा ली ना और इतना कुछ झेली तू पर टैटू मस्त लग रहा वो देखेगा तो फिर पहला रिएक्शन जो होगा वो बतलाना.....
पूजा उसको बोली पहला बात की उनको तू जीजा बुलाया कर या फिर सुमित जी बोल ले ये वो देखेगा वो बोलेगा मत बोला कर वरना मारेंगे हम बहुत जोर से हम तो बोलते ही नही है ऐसे फिर तू कैसे बोल रही है....
सुगंधा बोली ठीक है दीदी जी अब से उनको हम सुमित जी ही बोलेंगे....
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फिर दोनो बहन गोलगप्पा खाई और उसके बाद घर जाते वक्त पूजा गाड़ी में सुगंधा से पूछी की पापा अब भी कुछ बात रखे हुए है क्या मन में....
सुगंधा बोली देख उनका दिल दिमाग का कोई नही जानता अपने पापा ऐसे तो नही थे ना दी पर अब पता नही क्या हो गया है....बहुत ही अनप्रेडिकेटेबल बन गए है कभी लगता है सब अच्छा है पर कभी कभी तो समझ से परे हो जाते है और इधर तो पीने भी लगे है.....
पूजा गाड़ी साइड में कर के रोकी और बोली की क्या बोल रही है तू अपने पापा पीने लगे है....
सुगंधा बोली हा दी इधर एक डेढ़ महीने से पी रहे है आए दिन मां और पापा में बकझक हो जाता है पर अब मां उतना बात को खींचती नही है तो वही का वही रह जाता है बात....
खैर तू ये सब छोड़ अब इसको दिमाग में मत बिठा लेना मां भी बोलती है की मेरी बेटी खुश है बस....
पूजा बोली तो मतलब पापा मेरे कारण शराब और टप से उसकी आंखो से आंसू गिरा....
तो सुगंधा उसके गाल पे हाथ लगाते हुए बोली देख इसीलिए तुझे कुछ शेयर नही करती अब रो मत यार क्या तू भी एकदम मोम की गुड़िया के तरह करती है....
चल अब और सुन तेरे से पापा के पीने का कोई कनेक्शन नही है तो ज्यादा मत सोचने लग जाना...
फिर पूजा सुगंधा को घर से थोड़ा पहले ही छोड़ी और वापिस आ गई घर....
पूजा सोची की टैटू मां को दिखला दू पर फिर सोची की पता नही मां क्या सोचेंगी इसलिए रहने देती हु और वैसे भी टैटू थोड़ा नीचे था उसकी राइट चूची पे जो केवल हम देख सकते थे....
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वो दिन भी वैसे ही कटा जैसे बाकी दिन काट रहा था....पूजा अपने बाहर जाने के बारे में सुमित को बताई थी पर टैटू के बारे में नही बतलाई थी क्युकी वो एक सरप्राइज़ था उसके लिए....
अब पूजा भी अभ्यस्त हो गई थी अपने और सुमित के बीच ये हजार किलोमीटर की दूरी को ले कर.....उधर बेचारा सुमित का भी यही हाल था....
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मां के एक्सीडेंट हुए बीस दिन बीत गए थे और डॉक्टर से मिलने पे उन्होंने कहा था कि अच्छा रिकवरी कर रही है पर अभी दस से पंद्रह दिन और रखेंगे प्लास्टर....ये बात सुन के पूजा को एक और झटका लगा की फिर से दस पंद्रह दिन का टाइम....बीस दिन उसने कैसे काटे थे ये उसको ही पता है पर वो कुछ कर भी नही सकती थी....
लेकिन भगवान बहुत कुछ कर सकते है और उन्होंने किया भी ऐसा ही....
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इधर पूजा अपना सरप्राइज़ लिए बैठी थी और उधर सुमित ने पूजा के लिए एक अलग ही सरप्राइज़ प्लान कर लिया था.....
 
ऑफिस में तीन दिन की लगातार छुट्टी थी तो मैंने सोचा की ये तीन दिन अपनी डार्लिंग के साथ गुजारू इसके लिए हम पापा को फोन किया और बता दिया की कल से छुट्टी है और हम पटना आ रहे है....पापा ये सुन कर बहुत खुश हुए और बोले की चल अगर हम नही जा पाए तो क्या हुआ तू ही आ रहा है....फिर हम पापा से बोले की आप ये बात घर में किसी को मत बतलाइयेगा की हम आ रहे है खास कर पूजा को उसका रिएक्शन देखना है हमको.....पापा हस कर बोले चल ठीक है आ जा फिर कब निकल रहा......
हम बोले आज ऑफिस से दोपहर को लंच के बाद हाफ टाइम ड्यूटी कर के निकल जाऊंगा और शाम तक आ जायेंगे घर.....पापा बोले बहुत बढ़िया पूजा बेटा का खुशी देखने लायक होगा.....अच्छा क्या खायेगा ये तो बता तो हम बोले पापा आज बृहस्पत है तो पनीर ला देना आप और पूजा को बोलना की रात में परांठे बना दे जब तक वो बनाएगी हम पहुंच जायेंगे और उसके हाथो का गरम गरम खायेंगे आज....और आप भी घर सवेरे आ जाइयेगा ठीक ना....
पापा बोले हा हम तुझको लेने आ जायेंगे एयरपोर्ट पे.....हम बोले नही पापा आप घर पे ही रहिएगा हम जब पटना उतार जायेंगे तो आपको कॉल कर देंगे और मेरे आने पे वो जिमी कूदेगा इसलिए आप उसको ले कर टहलाने निकल जाइयेगा नही तो उसका कूदना सारा सरप्राइज़ खराब कर देगा....पापा हसते हुए बोले चल ठीक है जैसा तू बोले.....

पापा से बात करने के बाद पूजा को फोन किया क्युकी अभी तो ऑफिस जा ही रहा था....जैसे उससे रोज बाते करता था वैसे ही किया और उसे भनक तक नहीं पड़ने दिया की आज शाम को वो मेरी बाहों में होगी....
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बीच में एक दिन और छुट्टी थी तो उस वक्त पूजा पूछी भी थी की घर नही आइएगा तो उस वक्त हम उसको बोले थे की अभी आने जाने में ही एक दिन निकल जायेगा तो फिर आने का कोई मतलब नहीं बनता इसलिए इस बार की छुट्टी में पूजा हमसे ये पूछी ही नही....पर इस बार एक छुट्टी ज्यादा थी इसलिए ये प्लान बना लिया था मैने.....

हम तो उससे बात करते वक्त ही इतने एक्साइटेड थे की क्या बताए वो खुशी हमसे छुपाए ना छुप रही थी पर किसी भी तरह खुद को रोक रखा था.....
ऑफिस पहुंचा तो काम करने में भी मन नही लग रहा था बार बार ध्यान घड़ी की तरफ जा रहा था जैसे ही लंच हुआ की हम ऑफिस से निकले सीधा एयरपोर्ट के लिए.....फटाक से ऑटो लिया और पहुंचा एयरपोर्ट....
जैसे लंच टाइम में पूजा का फोन आता है तो फोन उठाया और बोला लंच करने आया हूं कलिग्स के साथ में तुम भी खा लो जान और जा सुनो लंच के बाद आज मीटिंग है तो शायद अब बात घर जाने के बाद ही होगी....
वो बोली अरे जान एक तो आप दूर है मेरे से उसपर से अब बात करने में भी दिक्कत भक्क़ ऐसे कैसे चलेगा जान आप मेरा तबियत खराब करवा दीजिएगा....
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हम हस कर बोले अरे नही मेरा जान ऐसे कैसे हम है ना जब शाम को घर पहुंचेंगे तो वीडियो कॉल पे मस्त मूड बना देंगे फिर बोलना तुम....ऐसा फीलिंग जगाएंगे की लगेगा की हम वही है तुम्हारे पास....
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वो बोली है ना भक्क जाइए खाली आप बात बनाते है कितना अच्छा मां पापा और हम आ रहे थे और आप मना कर दिए....
हम बोले अरे जान समझाए थे ना फिर भी वही बात....तो वो बोली समझते है जान पर इस दिल का क्या इस मन का क्या जो हर वक्त कहता है...

तुमको देखे बिना अब तो चैन मिलता नही....
दिल पे अब तो कोई जोर चलता नही....जादू है कैसा दिल की लगी में.... डूब गई हु किस बेखुदी में....

हम बोले आय हाय मेरी जान इतनी बेताब है....
पर मेरा जान हम भी क्या करे काम तो करना ही है ना....बस जान थोड़ा समय और फिर सब को जवाब हम देंगे....तुम्हारे दिल को भी तुम्हारे मन को भी और और और और तुम्हारे उसको भी
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चलो अब जाओ खाना खाओ इधर हम भी खा लेते है सब ले के बैठ गया है आज होटल में आया है सब खाने...फिर वो बोली ठीक है ध्यान रखियेगा अपना और मौका लगते ही कॉल कीजिएगा घर जाने का वेट मत कीजिएगा हम यहां टकटकी लगाए बैठे रहते है जान....आई लव यू आई मिस यू सो मच स्वीटहार्ट.....हम बोले आई लव यू टू जान चलो अब आते है....
फिर फोन कट गया और उसके बाद हम पहुंचे अपने बोर्डिंग पास और टिकट ले कर काउंटर पे और फिर सब कुछ क्लियर करवाते करवाते लंच पीरियड ओवर हो चला था तो पूजा को मैसेज कर दिए की मीटिंग इज ऑन आई लव यू जान
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तुरंत उसका रिप्लाई आया ठीक है मीटिंग कर लीजिए फिर करते है बात....आई लव यू टू जान मिस यू सो मच.....उसके बाद हम फोन किए फ्लाइट मोड में और फिर उड़ चले
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डेढ़ घंटे में दिल्ली पहुंचा और फिर वहा एक घंटे वेट करने के बाद दूसरा फ्लाइट था पटना में लिए.....पटना वाली फ्लाइट में बैठने के बाद पूजा की फोटो मोबाइल में देखते हुए मन ही मन सोचा की बस अब दो से ढाई घंटे और जान फिर बस तुम्हारे पास तुम्हारे बाहों में......
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इधर घर में पापा टाइम देखे तो दुकान से निकल चले पनीर लेने और पनीर के साथ साथ उन्होंने गुलाब जामुन भी ले लिए और समान लेते हुए वो घर पहुंचे जहा उन्होंने पूजा को सब सामान दिया और बोला की बेटा आज परांठे खाने का मन है सो पनीर की बढ़िया वाली सब्जी और परांठे बना ले....पूजा बोली जी पापा बना दूंगी पर अभी तो समय है ना....अभी शाम का नाश्ते में आप चाय और चूड़ा भूंजी हु वो ले लीजिए फिर बनाती हु....
पापा बोले हा चाय पिला दे पर चूड़ा नही खाऊंगा आज खाना ही खाऊंगा डायरेक्ट....दुकान पे मन नही लग रहा था तो यहां आ गया....इधर पूजा पनीर देखी तो उसका फोटो खींच कर हमको भेज दी की पापा लाए है आप होते तो खिलाती ना अच्छे से वहा आप रूखा सूखा खा रहे है.....पर मैसेज तो हमको डिलीवर हुआ ही नहीं....क्युकी हम तो हवा में थे
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पटना की धरती पे पाव रखते रखते हमको शाम में साढ़े छ बज चुके थे...घर पहुंचते पहुंचते साढ़े सात आराम से बज जाने थे तो वो भी टाइम ठीक ही था खाना के हिसाब से और अपनी जान के हाथ का खाने के चक्कर में दोपहर से कुछ खाया ही नही था....वैसे भी आज तो जम कर खाऊंगा अपनी जान के हाथो बना हुआ खाना भी और फिर अपनी जान को भी
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अपने मुहल्ले में जब पहुंचा तो पापा को फोन किया वो उठाए और बोले हा बोल....हम बोले आ गए है आप जिमी को ले कर निकलिए पापा....तो फिर पापा बोले चल आते है....सामने मां बैठी थी तो वो ऐसा दिखलाए की कोई उनका दोस्त फोन किया है....
पापा घर से बोल कर निकले की जिमी को टहला आता हु....पूजा किचन में थी और इस समय तक पापा और मां दोनो खा चुके थे....इधर वो हमको मैसेज जो को थी वो अभी भी डिलीवर नही हुआ था क्युकी इंटरनेट ऑन किए ही नही थे हम.....
और पूजा काम में व्यस्त थी इसलिए फोन नही मिलाई थी वैसे भी अब वो ऊपर कमरे में जाने के बाद ही बात करती थी आराम से और मां पापा भी जानते थे की ऊपर जाने के बाद पूजा को डिस्टर्ब नहीं करना है....
इधर पूजा डार्लिंग को हम जो सुबह में बोले थे की आज वीडियो कॉल पे मूड बना देंगे इसलिए वो किचन का काम जल्दी जल्दी खतम कर रही थी क्युकी आज वो नहाने का सोची थी.....इतने दिनो में एक दो बार दोनो कोई फोन सेक्स में इन्वॉल्व हुए थे पर ना हमको ये पसंद था ना ही मेरी पूजा डार्लिंग को....पर अपने जज्बातों के आगे हम दोनो कभी कभी घुटने टेक देते थे....
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इधर पापा हमसे मिले तो हम उनके पैर छुए और जिमी का तो उत्साह देखते बन रहा था....वो साला मेरे ऊपर ही चढ़ गया फिर पापा बोले चल जा घर हम आते है इसको टहला कर...
हम घर पहुंचे अंदर घुसे और सीधा मां के कमरे में गए दबे पाव और मां हमको देख कर एकदम अवाक हो गई......हम हंसते हुए उनके पाव छुए और इशारों में बोले की चुप रहने फिर उनसे पूछे की हाथ कैसा है तो वो बोली सब ठीक है बेटा जल्दी ही ठीक हो जाऊंगी.......वैसे अच्छा किया बेटा पूजा बहुत खुश होगी कितने दिन के लिए आया है तो हम बोले है अभी तीन दिन....तीसरे दिन रात में निकल जाऊंगा ट्रेन है....मां मेरे सर पे हाथ फेर के बोली जीता रह मेरे बच्चे जा....जा के उससे मिल ले मुंह सुख गया है उसका तेरे बगैर....
तो हम बोले अरे ऐसा कुछ नही है मां क्या आप भी.....
तो मां बोली जा ना तू सब समझता है पर नासमझ बनता है.....
पापा से मुलाकात हुआ अभी गए है तुरंत रोड पे.....
तो हम बोले हा पापा से मिल लिए है उनको सुबह ही बता दिए थे तो मां बोली अच्छा इसलिए पनीर बनवाए है आज ये और दुकान से भी जल्दी आ गए है....
फिर हम मुस्कुरा दिए और चल दिए ऊपर....
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हम दबे पाव ऊपर अपने कमरे में पहुंचे जहा देखा की पूजा डार्लिंग अभी नहा ही रही थी....हम धीरे धीरे अपना बैग साइड में रखे और अपने पलंग के पीछे जा के छुप गए और अपनी जान के बाहर निकलने का वेट करने लगे....पूजा मस्त नहा कर एक नाइटी में बाहर निकली......हमेशा की तरह बवाल लग रही थी गीले बालों में.....
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मन तो हुआ की जा के अपने बाहों में भर लूं पर खुद को रोका और वेट करने लगा सही मौके का.....
वो आई और अपने बाल पोंछते हुए बेड पे बैठी और मोबाइल निकाल के हमको जो मैसेज की है वो डिलीवर हुआ की नही वो चेक की और वो चेक करने के बाद फिर मोबाइल साइड में रखी और बोलते हुए उठी.....कहा है जान मैसेज भी नही देखे है मेरा......
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वो ड्रेसिंग टेबल के आइने के सामने जा कर अपने बाल कंघी से संवारने लगी.....बाल संवारने के बाद वो अपने चेहरे पे क्रीम लगाने लगी और ज्योही वो अपनी आंखे बंद कर के क्रीम चेहरे पे मलने लगी......तो हम तुरंत उठे और ठीक उसके पीछे पलंग पे बैठ गए.....जैसे ही वो क्रीम अपने चेहरे पे लगा कर आइने में देखी तो आइने में हम दिखे उसको पीछे बैठे हुए....
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वो एक झटके से पीछे मुड़ी और एकदम चौंक कर हमको देखती रही कुछ पलो तक.....
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हम उसको ऐसे देखते हुए बोले क्या देख रही है.....अपनी जान को गले भी नही लगाएगी.....
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वो पगली उठी और अपने मुंह पे हाथ रखते हुए पीछे चलने लगी और दीवाल से जा लगी और सिसकने लगी....
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हम उठे और आगे बढ़ कर उसके कमर में अपना हाथ डालते हुए उसको अपने आलिंगन में ले लिए और उसके माथे पे हल्के से चूम लिए और फिर उसकी आंसुओं से भरी आंखों पे चूम लिए और बोले अब रो मत पगली.....
हम ही है तुम्हारे जान तुम्हारे सुमित...
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मेरे चूमते ही वो जोरो से मेरे गले से लग गई और पूरे पीठ और सर पे हाथ फिराने लगी और उसके अंदर का दर्द आंखो के रास्ते बाहर आने लगा......सिसक सिसक के पगली रोने लगी.....वो कुछ बोलना चाह रही थी पर उसके बहते हुए आंसू कुछ बोलने नही दे रहे थे या ये कहे की वो बोल नही पा रही थी......
हम उसको खुद से और जोर से चिपका लिए और बोले आई मिस्ड यू सो मच जान....मिस्ड यू सो मच.....अब प्लीज रोना बंद करो पगली वरना चले जायेंगे वापिस....मेरे ऐसा बोलने पे वो कुनमुनायी थोड़ा आवाज की जैसे रोते रोते मना कर रही हो और साथ ही साथ अपनी बाहों के बंधन को और कस ली मेरे इर्द गिर्द और मेरे कंधे पे चूमी और फिर वो मेरे चेहरे को थामी और मेरे होंठो पे माथे पे नाक पे गाल पे गर्दन पे चुम्बनो की झड़ी लगा दी
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..
....
उसके मुंह से रोनी आवाज में सिसकते सिसकते पहला शब्द फूटा ज....जा....जान आप कब आए....हम हस कर बोले अभी थोड़ी देर पहले जान जब तुम नहा रही थी......और अब ये रोना बंद करो ना पागल....मेरे आने से खुशी नही हुआ क्या....
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वो प्यार से मुक्का दिखलाई तो हम बोले या तो रो लो या तो बोल लो या तो मार लो या तो प्यार कर लो.....वो रोते रोते हस दी और मेरे होंठ से अपने होंठ जोड़ दी....
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पूजा मेरी बाहों में एकदम टूट सी गई और एकदम मुझपे लद गई थी और मेरे होंठो को बेतहाशा चूमे चूसे जा रही थी और मेरे हाथ उसके चूतड़ों पे आने से खुद को रोक नहीं पाए और चूमते चूमते दोनो कोई पलंग के किनारे पे आ गए.......
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चूमने के बाद हम उसको अपने गोद में लिए पलंग पे बैठ गए और वो मेरे सीने पे एक के बाद एक प्यारे वाले मुक्के मारी और बोली गंदे कहिंके बताए भी नही की आ रहा हु....
हम हस कर उसके हाथ को पकड़े और बोले मेरी जान अगर पहले बता देता तो ये प्यारा सा चेहरा वो भी ऐसे रिएक्शन के साथ देखने को नहीं मिलता ना.....वो बोली कितने गंदे है आप जान और आ कर चुप चाप बैठ गए ये नही की आवाज दे दू....
हम फिर उसके चेहरे पे लटक रहे बालों को साइड किए और बोले अभी तो बोला की ये रिएक्शन देखने को नहीं मिलता ना रे पगली मेरी....
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वैसे कैसा लगा मेरा सरप्राइज़....वो मेरे होंठो पे एक बार और चूमी और बोली आपके आने से मेरे में जान वापिस आ गया वरना आपके जाने के बाद से बस दिन काटे है जिए नही एक भी दिन....हम बोले ऐसे मत बोल पगली मारेंगे ना....वो बोली आई मिस्ड यू सो मच जान....आप सोच भी नही सकते की इन बाहों के घेरे में खुद को महसूस करने के लिए कितना तड़प गए थे हम बाप रे वो चीज हम ही जानते है......आपके बाहों में सोने को....आपके हाथो से खाना का एक निवाला खाने को.....आपके हाथो के थप्पड़ को....आपके प्यार को....आपके हर एक चीज को.....मेरी जान अब प्लीज ऐसे मत कीजिएगा मेरे साथ....
हम बोले हा मेरी जान हम भी तो तुमको बहुत ज्यादा मिस किए ना....वहा घर घर लगता ही नहीं था....ऑफिस से आने के बाद तुम जो वेट करते रहती थी मेरा वो मंजर देखने के लिए मेरा जो हाल हुआ है ना हम ही जानते है.....और हर रात जो धमाचौकड़ी की आदत थी ओफ्फो क्या बोले....
पूजा मेरे इस बात पे जोर से मेरे को अपने बाहों में कस ली और मेरे गाल पे चूम कर बोली....ऑफिस से छुट्टी लिए आप क्या....हम बोले नही जान छुट्टी नही लिए आज हाफ डे लिए थे और कल परसों तरसो छुट्टी है और तरसों रात में ट्रेन है वापिस चला जाऊंगा....
इतना सुनते ही वो अपने पैर पटकने लगी और मेरे सीने पे फिर से मुक्के मारती हुई बोली नही जान नही प्लीज नही मत जाइयेगा हमको छोड़ के वरना हम पागल वागल हो जायेंगे....मां और पापा को बोलिएगा साथ में चलने को बस.....प्लीज ना.....
हम उसके चेहरे को अपने हाथो में लिए और बोले हा बाबा नही जायेंगे और मां पापा को भी बोलेंगे बस खुश....वो बोली हा पर आप ना....
ये बोलते हुए वो मेरा हाथ पकड़ी और अपने सर पे रख कर बोली...मेरा कसम है आपको जो आप हमको छोड़ कर गए तो....हम उसके बालो में हाथ फिराए और बोले चल गधी कहिंकी अब ज्यादा सेंटी मत हो वरना हम मेंटल हो जायेंगे....
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वैसे बवाल लग रही है मेरी जान....पर अभी क्यू नहाई....
तो वो बोली आप बोले थे मूड बना देंगे वीडियो कॉल पे और काम कर के आए थे तो पूरा बदन पसीने में लथपथ था तो नहा लिए थोड़ा.....
हम कुछ बोलते इससे पहले वो बोली....

अभी ही बता देती हु आप मेरे को साथ ले के चलना प्लीज ना.....
हम बस मुस्कुरा दिए....तो वो बोली भक्क जान नही आप हमको छोड़ कर नही जायेंगे बस बात खतम....हम बोले हा मेरी जान अब अपनी जान को खाना खिला दो सुबह के खाए हुए है....
वो आंखे गोल करते हुई बोली अरे आप कितने गंदे है उस वक्त आप बोले होटल आया हु कलीग्स के साथ लंच करने.....हम बोले अच्छा तो प्लेन कौन पकड़ता मेरा कलीग....
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वो मेरे सीने से लग गई और बोली मेरे लिए आप दोपहर से भूखे है जान बै ऐसे कीजिएगा....
हम बस प्यार से उसके होंठो पे चूम लिए....
तो वो बोली चलिए आप पहले फ्रेश हो लीजिए तब तक हम खाना ले कर आते है दोनो कोई साथ में खायेंगे....
पूजा नीचे गई तो मां अपने कमरे के दरवाजे के पास ही खड़ी थी....क्युकी पापा जिमी को घुमा कर वापिस आ गए थे और उसको बांध रहे थे....
पूजा का खुशी उसके चेहरे से ही झलक रहा था....पापा उसके तरफ बिना देखे मां से बोले....देख रही हो घर में रौनक लग रहा है अब जो पिछले बीस इक्कीस दिन से गायब था....तो मां बोली भक्क आप तो और है जानते थे की बेटा आ रहा है तो बतलाए काहे नहीं....पापा बोले सरपायीज खराब ना हो जाता.....
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पूजा हस दी और बोली सरप्राइज़ पापा....तो पापा बोले हा बेटा पता है वो तो हम जान बूझ कर ऐसे बोले ताकि तू थोड़ा हसे....
पापा मां के पास आते हुए पूजा से बोले अब खुश है ना की नही....तो पूजा बोली क्या पापा पहले हम रोते रहते थे क्या....तो मां बोली चल चल अब ज्यादा बाते ना बना सब मालूम है हमे.....
तो पूजा डार्लिंग शर्मा कर किचन में चली गई....
मां बाहर से ही बोली हम दोनो का सब कुछ हो गया है खाना पीना समझी ना अब आराम से जा के उसके साथ खाना पीना खा....अब हम लोग भी सो जायेंगे वैसे भी साढ़े आठ बजने को है समझी ना.....
पूजा बोली जी मां ठीक है और किचन में घुस गई खाना निकालने....इतने में हम फ्रेश हो कर नीचे आए और मां को आवाज देते हुए बोले अरे बेटा से अभी ही मुंह फेर ली क्या मां....
तो मां और पापा दोनो कोई कमरे से निकल मेरे पास आए और मां बोली ऐसे काहे बोला रे तुझसे कैसे और क्यू मुंह फेरेंगे....
तो बहु को मेरे पास ऐसे भगा रहे की हम खाली उसके लिए ही आए है....अरे मेरा मां बाप भी तो है....
तो पापा मेरा एक कान पकड़े और खींचते हुए कमरे में ले गए जबकि हम आह पापा अरे ना पापा आह ही करते रह गए.....
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फिर पापा और मां दोनो कोई अपने बीच में बिठाए और बोले....
बोल क्या बात है तभी मां मेरे बालो में हाथ घुमाते हुए बोली खबरदार ऐसा बात बोला दुबारा तो..... तुझसे भला कभी मुंह फेर सकते है हम दोनो कभी नही बेटा....
तो हम बोले नही मां ऐसे ही मजाक में बोले थे....तब इतना दिन में बहु खयाल रखी की नही....
तो मां हस कर पूजा को आवाज दी बोली इधर आ बेटा....
पूजा आई तो पापा बोले देख ले तेरा रिपोर्ट ले रहा है की तू अच्छे से खयाल रखी की नही सेवा की या नही.....अब बताओ क्या रिपोर्ट दे अच्छा या बुरा.....
तो मां बोली भक्क आप ना हद है अरे इतना बढ़िया से टाइम से खाना पीना सेवा सत्कार सब की है एक्को काम करने नही दी हमको जो हम कर सकते थे आराम से पर वो भी नही और आपको इसमें बुरा क्या दिख रहा है.....
तभी हम बोले मतलब की ई लड़की टेस्ट में पास हो गई है कितना नंबर से वो तो बताइए.....
पूजा मुंह बनाए खड़ी थी वही पे....मां बोली सौ में हजार....हम बोले अरे ई कौन सा हिसाब है....पापा बोले हम दोनो का हिसाब है बस....
पूजा जोर से हस दी और बोली जाइए ना लेते रहिए रिपोर्ट हम चले.....
हम बोले अरे यही रहो ना एक मिनट और हम मां से बोले फिर चले सब कोई भोपाल.....
तो पापा बोले बेटा इस महीने के आखिरी तक हम दोनो खुद भोपाल आ जायेंगे तेरे पास और तू इस बार अकेले नही जायेगा पूजा बेटा को साथ ले कर जाना समझा....
हम बोले क्यू आखिर तक क्यू रुकना है....पापा मेरे सर पे टपली मारे और बोले दुकान में जो पूंजी लगा रखे है उसको वापिस कर देंगे और थोड़ा बहुत बकाया है वो उठाऊंगा उसके बाद घर बंद कर के तेरे पास आ जाएंगे...
उसके बाद तू समझना....तो पूजा बोली अरे पापा समझना क्या है इसमें हम लोग आपके साथ रहेंगे इससे अच्छा क्या बात होगा....
तो मां बोली हा फिर तू यहां के जैसे उदास भी नही रहेगी.....तो पूजा बोली बै मां हम कोई उदास नही थे....
तो मां बोली हा आज सुबह के और अभी के चेहरे में कितना अंतर है हम सब देख पा रहे है.....
तो पूजा मुस्कुराते हुए शर्मा कर भाग गई....
हम पापा से बोले.....पापा पूजा को यही छोड़े जाऊंगा जब आप आइएगा तो ही पूजा आयेगी साथ में....
तो मां बोली अरे चोट्टा एक बार में समझ आता है की नही बोल दिए ना पूजा बेटा जाएगी तेरे साथ तो बस जायेगी.....तू समझता नही है बेटा की सब समझ के भी अंजान बनता है.....
पापा बोले अरे बेटा तू हमारी टेंशन क्यों लेता है तेरे जाने के बाद बमुश्किल दस बारह दिन का खेला है यहां फिर तो हम वहा आ ही जायेंगे.....
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हम बोले फिर भी पापा....तो मां हमको बोली चल उठ तो तू यहां से जा भाग ऊपर कल बात करते रहना जो करना है भाग तो और ये बात तय है की पूजा बेटा तेरे साथ परसो जायेगी बस.....
और पापा आराम से अपने बिस्तर पे लेट गए जबकि मां हमको कमरे से बाहर कर दी और हम भी मुस्कुराते हुए किचन की तरफ गए जहां पूजा खाना निकाल के उसको ढंक कर खड़ी थी.....हम उसको देखे तो बोले अरे ऊपर नही गई तो वो बोली आप हमको फिर से छोड़ कर जाने का बोल रहे थे ना.....
हम बोले नही जानेमन मां पापा जब आते तो तुम उनके साथ चली आती बस.....
तो पूजा मेरा हाथ पकड़ी और एक हाथ से थाली ली खाना का और ऊपर चल दी....
कमरे में आने के बाद थाली रख कर मेरे गोद में चढ़ गई और मेरे कान के निचले हिस्से को अपने मुंह में ले कर दात से काट दी....तो हम बोले आह पगली हो गई क्या....
वो बोली आपको मेरी हालत पे तरस नही आता जरा भी हा....जो आग आप रोज लगा कर बुझाते है उसका तपिश मेरे अंदर कितना उधम मचाए हुए है आपको अंदाजा भी है....आदत लगा दिए है आप जान और आपके बगैर मेरे को नींद तक ठीक से नही आता इसीलिए इतना काम कर लेते थे की थक के सो जाती थी.....और इतने दिन दूर रहने के बाद फिर से आप हमको अकेले छोड़ कर जाने का बात कर रहे है जबकि हम अपना कसम दिए है आपको....
हम बोले अरे तो हम भी कसम दिए है की नही रोया करो तो फिर क्यू रोती है....पूजा मेरे ऐसे बोलने पे बोली रोना भी आपके जुदाई में ही आता है स्वीटहार्ट या फिर आपको तकलीफ में देख कर या ऐसी कोई भी बात जिसमे आपकी पूजा आपसे दूर हो जाती है.....और इसमें कसम नही टूटती....हम कभी टूटने ही नही देंगे...
अब आपसे मेरा हाथ जोड़ कर विनती है हमको ले कर जाइयेगा अपने साथ और मां पापा सब समझते है वो मैनेज कर लेंगे जान एक हफ्ता....
हम बोले सुनो मेरी बात अभी मां के हाथ का प्लास्टर जब कटेगा तब उनको तुरंत तो नही छोड़ सकते ना काम करने के लिए....
पूजा बोली हम जानते थे आप यही बोलिएगा और हम क्या मां भी जानती थी इसलिए वो हमको बोली थी जब हम नीचे गए थे अभी तो की अगर आप ऐसा कुछ बोले तो बोलने के लिए की बड़ी भाभी खाना पीना आ के कर जायेगी ज्यादा सोचने के लिए नही और इस बात पे हम कुछ बोलते इससे पहले ही मां बोली की बहुत मारेंगी अगर कुछ भी जवाब दिए हम तो....अब आपको मार खाना है तो सुबह में मां पापा से ये बात कह के देखिएगा....
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हम पूजा को अपने गोद से उतारे और बोले फिर तो बात ही खतम हो गया ना जान आप मेरे साथ चल रही है पर ट्रेन से ही जायेंगे हम लोग जिमी अभी यही रहेगा और जब पापा आने का बोलेंगे तो हम तुम वापिस आयेंगे और फिर कार से लौटेंगे भोपाल....
पूजा खुश हो कर मेरे होंठो को चूम ली और एक हाथ नीचे ले जा कर मेरे लंड को पकड़ के सहला दी और बोली आज इसका बनवास पूरा हुआ है खाना खाने के बाद हिसाब कर देती हु इसका भी.....
हम उसकी चूत को नाइटी के ऊपर से अपने हाथ में ले लिए और दबाते हुए बोले बस आज तो इसका खैर नहीं....पूजा कसमसाती हुई बोली आह जान अभी उसको मत छेड़िए वरना खाना भी खाने नही देंगे हम....
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वैसे एक और सरप्राइज़ है जो हम आपके लिए कर रखे है....दिखलाती हु पहले मेरे हाथ का खाना खाइए....हम उसको अपने से चिपकाते हुए बोले अभी दिखलाओ ना अब तुम बोल दी है तो सबर नही होगा हमसे....
वो हस्ते हुए बोली नही खाना खाने के बाद प्लीज ना जान अभी नही....बस थोड़ा देर और....
फिर पूजा मेरे गोद में बैठ के ही हमको खिलाई और हम उसको खिलाए....कसम से क्या स्वाद था खाने में.....हम एक निवाला खाने के बाद उसकी उंगलियों में दाती काट लिए और बोले ये जादू हमको दे दो जो तुम खाने में डालती है.... अहा क्या खाना है कहा वो हम अपने हाथ का बेसवाद खाना खा रहे थे....पूजा कराहती हुई दूसरा निवाला मेरे मुंह में दी और बोली अब आपको हम खुद से दूर होने ही नही देंगे तो फिर इस जादू का जरूरत पड़ेगा ही नही....और ये बोल में वो मेरे नाक से नाक टकरा ली....
खाना खतम करने के बाद पूजा थाली में ही हाथ धुलवा दी अपना भी और मेरा भी और उसको पलंग के साइड में रखी और मेरे को बिस्तर पे धकेलते हुए मेरे ऊपर चढ़ गई और बोली हाय जान आपके ऊपर सोए कितना दिन हुआ....हम उसके बालो के जुड़े को खोले और हाथो को नीचे सरकाते हुए उसके चूतड़ों पे एक थप्पड़ मारे तो पूजा डार्लिंग आंखे बंद किए बोली आह जान एक और....हम बोले अरे क्या हो गया तो वो हस्ते हुए मेरे सीने में मुंह घुसा ली और बोली मारीए ना....हम उसकी नाइटी को उपर खींचना शुरू किए और जब उसके नंगे चूतड़ मेरे हाथ में आ गए तो एक करारा तमाचा जड़ दिए....
पूजा बस मेरे थप्पड़ को सही और उसका दर्द वो अपनी मुट्ठी भींच कर जाहिर कर दी....हम नाइटी ऊपर खींचते गए और वो उसके चुचियों के पास आ कर फस गया तो वो मेरे ऊपर से हट कर सीधी हो गई....
हम उठे और एक झटके में उसकी नाइटी को उतार दिए जिसमे वो अपने हाथ उठा कर मेरा साथ दी.....
आज मेरी जान कितने दिनों बाद प्रत्यक्ष रूप से मेरे सामने नंगी थी.....हमारे कमरे की लाइट अभी ऑन ही थी और आज वो ऑन ही रहने वाला था....पूजा जैसे ही नंगी हुई वो पलट गई और बोली आप अपना आंख बंद कीजिए एक मिनट जब हम बोलेंगे तब आंख खोलिएगा.....
हम बोले अरे ये क्या बात हुआ कुछ छुपा रही है क्या....पूजा बोली बै जान आप बंद कीजिए ना आंख.....
हम बंद किए और वो घूमी और मेरे सामने घुटनो के बल खड़ी हो गई और मेरे कंधे पे दोनो हाथ रखी और बोली हा अब देखिए....हम ज्यों ही आंख खोले मेरा ध्यान मेरी जान की चूची पे गया जिसपे उसने वो टैटू बनवाया था.....
एक हार्टबीट बताने वाली लाइंस से जुड़ा हुआ मेरा नाम और सुमित में आई के ऊपर डॉट के जगह दिल और उस दिल में पी लेटर लिखा था और वही लाइंस थोड़ा आगे जा कर खतम हो गई थी......
छोटा सा ही टैटू था ज्यादा बड़ा नहीं और पूजा वो बनवाई भी थी एकदम निप्पल के थोड़ा ऊपर.....
हम उसके उस चूची को अपने हाथो में लिए और बोले जान ये यहां क्यों कैसे मतलब क्या जान दर्द हुआ होगा ना......क्यू बनवाई ये क्या जरूरत था....
पूजा बोली आप कितना प्यारा प्यारा चीज करते है मेरे लिए तो हम सोचे की हम ये कर देते है अपने जान के लिए एक छोटा सा प्यारा सा निशानी....आपको पसंद आया ना जान.....
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हम उसकी चूची पे चूम लिए और कुछ बोलते इससे पहले वो मेरे बनियान को पकड़ी और उतार दी और फिर हमको थोड़ा धकेल के नीचे बिस्तर पे लिटा दी और मेरे हाफ पैंट को खींच कर उतार दी और मेरा लंड जो की अकड़ कर खड़ा था पहले से उसके आंखो के सामने आ गया...
वो उसको मुंह में लेने जा रही थी पर हम उसको खींच कर अपने ऊपर ले लिया और चूतड़ों को सहलाते हुए बोले ये टैटू बनाने का आइडिया कौन दिया....ये तो तय है की ये तुम्हारे दिमाग की उपज नहीं है.....
वो मुस्कुरा दी और मेरे गाल पे चूमते हुए बोली आप मेरे रग रग से वाकिफ है जान....
हम उसके गांड़ के छेद को उंगली से कुरेदते हुए बोले सुगंधा ही बताई होगी....वो कसमसाते हुए बोली हा आह हम्मम आपकी साली ही बताई थी पर फैसला मेरा था बनवाने का....
हम बोले अच्छा और ये नही सोची की हम गुस्सा करेंगे....और एक थप्पड़ उसके चूतड़ पे बजा दिए....
पूजा कराहती हुई बोली हा हम जानते थे पर ये भी जानते थे की मेरे जान हमसे गुस्सा हो ही नही सकते....
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और अब आप ये बताइए कैसा लगा ये टैटू....हम बोले बहुत ही अच्छा जान पर बनवाते वक्त दर्द हुआ होगा जान.....इसका कोई जरूरत नहीं था तुम हमको ऐसे ही पसंद हो बेदाग एकदम चिकनी.....और ये बनाया कौन....
वो बोली लेडी आर्टिस्ट थी उसी से बनवाए वो दो स्पॉट्स बताई थी एक कंधे के पास एक यहां सीने पे पर उसके हिसाब से थोड़ा ऊपर रहता पर हमको तो बस मेरी जान को दिखलाना था तो यहां बनवाए थोड़ा नीचे कर में सेक्सी सा....
हम उसको थोड़ा एडजस्ट किए और उसकी चूची को अपने हाथो में ले कर दबाने लगे और बोले जान ये दर्द दिया होगा बताओ मेरा नाम लिखवाने में ही तुम अपना आंसू बहाई कितना दुखा होगा....
पूजा बोली नही जान नही दुखा था....
हम बोले अच्छा मतलब अब हमको समझा रही हो दुखा होगा जान हम जानते है......
वो मुस्कुरा कर बोली थोड़ा सा दुखा था और लाल हो गया था पर अब देखिए एकदम सही है......
हम बोले अरे मेरा जान को दर्द हुआ वो भी मेरे कारण......और ये बोल कर उसकी उसकी चूची को चूसने लगे....वो मेरे सर को पकड़ कर अपनी चूची पे दबाने लगी और साथ ही साथ मादक आवाजे निकलने लगी......
चूची पे मुंह लगाते ही उसके निप्पल फूल गए थे जिसको हम चूसते चूसते दातों से काट भी ले रहे थे और तभी हम अपना हाथ नीचे ले जा कर पूजा की चूत को छुए तो पूजा तुरंत अपने पैर फैला दी और उसकी झरने के माफिक बह रही चूत को हम एक बार अपनी मुट्ठी में भर का दबाए और अगले ही पल दो उंगली पूजा की चूत में घुसा दिए.....इधर पूजा मेरे लंड को अपने हाथ में ले कर सहला रही थी.....
कुछ देर की चूची चुसाई और चूत में उंगली लेने के बाद पूजा हमसे अलग हुई और मेरे होंठो पे टूट पड़ी....हमदोमो एक मस्त वाले गहरे चुम्बन में खो गए....एक दूसरे के होंठो को चूसते काटते चूमते हुए हमे तकरीबन दस मिनट हो चुके थे और हम दोनो की ही सांसे फूलने लगी थी.....
तभी पूजा हाफ्ते हुए हमसे अलग हुई और नीचे झुक कर मेरे लंड को अपने मुंह में ले कर चूसने लगी.....हम उसके कमर पे हाथ लगाए और उसकी चूत को अपने तरफ खींचे और सीधा उसकी चूत पे मुंह लगा दिए.....
वो मेरे लंड को चूस रही थी जबकि हम उसकी चूत को और दोनो लोगो के ही उत्तेजना की कोई सीमा नही थी दोनो कोई कभी भी झड़ सकते थे और हुआ भी ऐसा ही थोड़े देर की चुसाई के बाद हम अपनी जान में मुंह में ही झड़ गए जबकि पूजा मेरे मुंह पे झड़ गई....
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झड़ने के बाद हम पूजा सीधी हुई और वापिस से मेरे होंठो को चूसने लगी जिसमे हम भी उसका पूरा साथ दिए....चुम्बन के बाद हम पूजा के पीठ और चूतड सहलाते हुए बोले क्या बात है जान कुछ ज्यादा ही गरम हो गई हो तुम तो....तुम्हारी मुनिया तो एकदम रुक ही नही रही बहे ही जा रही है....पूजा मेरे होंठ पे हल्के से काट ली और बोली बताए थे ना की जो आग आप लगाते थे मेरे अंदर उसका तपिश कितना बढ़ गया है मेरे अंदर आप सोच भी नही सकते.....
हम बोले अच्छा तो अगर हम नही आते फिर क्या करती...
वो बोली ऐसे कैसे नही आते आपको मेरा याद मेरा कमी महसूस नही हो रहा था क्या.....और अगर आप नही आते तो हम बस मां के प्लास्टर कटने का वेट कर रहे थे जैसे ही मां ठीक होती उनको ले कर हम पहुंच जाते भोपाल....
हम बोले मतलब तुम पूरा प्लानिंग कर रखी थी बस टाइम आने का वेट कर रही थी है ना....
वो बोली यस माय लव
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हम फिर पूजा को सीधा लिटाए और खुद उठ कर पूजा के पैरो के बीच आ कर लेट गए और उसकी बहती चूत को फैला कर देखने लगा....पूजा जब देखी की हम कुछ कर नही रहे बस उसकी चूत को देखे जा रहे है फैला कर....
तो वो बोली जान क्या कर रहे है आप आइए ना मेरे पास...हम उसकी चूत को एक बार फिर से चूमे और फटाक से पूजा के ऊपर चढ़ गए....पूजा मेरे चेहरे को थाम कर बोली क्या कर रहे थे आप आज प्यार करने में लेट क्यू आज तो ऐसे मत तड़पाइये स्वीटहार्ट
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हम हस दिए और फिर पूजा के गर्दन के पास चूमना शुरू किए और इधर पूजा अपने पैर फैला कर मेरे लंड को अपने चूत में पास रास्ता दे दी और पैर मेरे कमर पे लपेट ली थी.....हम उसके गर्दन और चुचियों पे चूमते हुए पूछे घुसा दू.....

पूजा कसमसाती हुई बोली आह हम्म्म्म और अपने लंड को पूजा के चूत पे ले आए जिसको पूजा हाथ नीचे ले जा कर खुद अपनी चूत पे सटायी और तभी प्यार से एक धीरे वाला झटका मारे और लंड एक गरम छुरी की तरह पूजा की मक्खन सी बहती चूत में पूरा समा गया.....और पूजा के हाथो के पंजे एक मादक सिसकी के साथ मेरे पीठ पे गड़ गए.....
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मैंने अपना लंड पूजा की चूत में कुछ पल स्थिर रखा और पूजा जिसने अपनी आंखे बंद कर रखी थी उसको बोला जान इधर देखो ना....पूजा आंखे बंद किए ही अपनी गर्दन थोड़ा पीछे की ओर उठा कर लरजते हुए एकदम मदहोशी वाली आवाज में बोली आह जान अभी कुछ नही आप बस हमको प्यार कीजिए रुकिए मत ना
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.....
हम पूजा के ठोडी पे चूमे और उसको चूमते हुए गर्दन की चमड़ी को अपने दातों में फसा कर चुभलाते हुए अपना लंड धीरे से वापिस बाहर खींचे और फिर शुरू हुआ एक घमासान युद्ध हम दोनो के अंदर जमे हुए वासना के बीच.....
झटके धीरे धीरे तेज होते गए और हम दोनो की सिसकियां भी.....कमरे में थप थप की आवाज तो आ हो रही थी साथ ही साथ पूजा के हाथो की चूड़ियां और पैरो की पायल कुछ ज्यादा ही तेज बज रही थी आज.....और पंखा चले होने के बावजूद हम दोनो पूरे पसीने में सराबोर हो चुके थे......पर इन सब से हमे कोई फर्क नही पड़ने वाला था आज.....
मेरे तेज तेज धक्कों का असर ये हुआ की आज फिर एक बार मेरी पीठ छिल दी गई थी
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पूजा के नाखून रूपी हथियार से हम घायल हो चुके थे पर कोई बात नही और इस चीज का एहसास होता भी तो कैसे दोनो कोई इतने दिनो बाद अपने संगम में मशगूल थे की कुछ सूझ ही नही रहा था.....
दो से ढाई मिनट की चुदायी में ही पूजा झरझरा कर झड़ गई थी और फिर भी उसकी सिसकियां कम नही हुई बल्कि वो तो और ज्यादा तेज हो गई थी और हमको अपने बाहों के घेरे में और जोर से कस ली थी.....
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कुछ पल पूजा पे सवार रह कर धक्के लगाने के बाद मै पूजा की चूत में लंड फसाए ही उठा और उसको पलट दिया.....
अब पूजा की चूत में पीछे से लंड अंदर बाहर हो रहा था और उसकी गांड़ के छेद में मैने अपने दोनो हाथो के अंगूठे को घुसा रखा था जो पूजा को दोहरी मार दे रहे थे....पूजा तकिए पे अपना सर कभी दाए करती तो कभी बाए कभी हवा में उठा कर अपनी उत्तेजना को दिखलाती तो कभी तकिए में मुंह घुसा कर सिसकती......हम पूजा के बालो को एक हाथ से पकड़ लिए और जब वो चेहरा ऊपर उठाती तो उसको बालो के सहारे खींच कर होंठो पे या गाल पे चूम लेते.....
...
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इधर चूत और गांड़ में एक साथ झटके और मैथुन का असर ये हुआ की कुछ देर में पूजा झड़ गई और झड़ते वक्त क्या अकड़ी थी मेरी डार्लिंग एकदम धनुष की तरह और सिसकारी भी उतनी ही लंबी और मादक.....
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हम अभी भी अपने खड़े लंड के साथ उसकी चूत की सर्विसिंग कर रहे थे....
मेरे लंड अभी भी ताबड़तोड़ अंदर बाहर हो रहा था जो कभी भी झड़ सकता था इसलिए पूजा उसको अपने अंदर तक महसूस करने के लिए सीधी हो गई और मेरे निकले हुए लंड को वापिस अपने हाथ से अपनी चिकनी चूत पे लगाई और हम तुरंत उसमे समा गए और पूजा ने अपने पैरो और हाथो के घरों में मुझे जकड़ लिया और मेरे गर्दन कंधे गाल होंठ सब जगह चूमने लगी फिर तकरीबन पांच मिनट के बाद हम अपना प्रेमरस लबालब पूजा डार्लिंग की चूत के हर एक कोने में भर दिए....
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और इस गरम गरम रस का एहसास पूजा पाते ही वो भी एक बार और झड़ गई....और फिर दोनो कोई सुस्ताने लगे एक दूसरे की बाहों में.....
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थोड़ी देर सुस्ताने के बाद पूजा मेरे लंड को अपने हाथो में लेते हुए बोली जान ये तो एकदम भर रखा था खुद को ऐसा लगा जैसा कोई बांध टूटा हो और बस सब तरफ पानी ही पानी अभी भी देखिए अंदर से बह कर सब जांघ पे लग रहा है और चादर पे भी गिरा हुआ है.....
हम पूजा को अपने से और चिपकाते हुए बोले अरे जान जब से गए थे तब से एक बार भी इसको परेशान नही किए थे गुस्सा होता था पर थोड़ा मालिश कर के शांत कर देते थे लेकिन उल्टी करवाए बिना.....
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पूजा मेरे छाती पे चूम ली और बोली हाय मेरी जान इस नन्ही सी जान को इतना कष्ट...
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हम बोले काहे का कष्ट ये तो बनवास काटने का तरीका था....वैसे भी अब सब कष्ट दूर हो गया देखी नही जी भर के अपना प्यार बरसाया तुमपे....
पूजा फिर से मेरे होंठ पे चूम ली और हम उसके बालो को पकड़ कर उसके होंठो को चूसने लगे....एक मस्त वाले चुम्बन के बाद मेरा लंड दुबारा से खड़ा हो चुका था....
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चुम्बन खतम होते ही पूजा फिर से मेरे लंड के तरफ झुकी और उसको ले कर चूसने लगी....उसके हाथो की चूड़ियां अलग ही आवाज कर रही थी और बीच बीच में वो चूड़ियां मेरे लंड से टकरा जाती जिसका एक खुरदुरा सा एहसास हो रहा था हमको....
लंड चूसते चूसते पूजा अब मेरे टट्टो को भी मुंह में ले रही थी इसका सबसे बड़ा कारण था की मैने आज सुबह अपनी झांटे साफ़ की थी....जिसके कारण सब कुछ एकदम मुलायम मुलायम था और पूजा को चूसने में भी मजा आ रहा था और हमको चुसवाने में.....
एक समय के बाद पूजा को हम खींचे और पलट कर सीधा वार उसकी गांड़ की तरफ किए पूजा खुद से उकडू हो कर लेटी थी....उसका सर तकिए पे था और गांड़ चूत कमर हवा में......
गांड़ के छेद और चूत को एक साथ पहले कुछ देर तक अपने मुंह से चूसे और पूजा अब बिल्कुल तैयार थी मेरे शहजादे को अपने अंदर लेने के लिए....हम अपना लंड उसकी चूत पे टिकाए और एक बार उससे भी थपथपाए जैसे मेरा लंड एक छड़ी हो और उससे उसको मार रहे हो.....फिर एक बार चूत के निचले सिरे से ले कर गांड़ के छेद तक फिराए और फिर थोड़ा दबाव बना कर लंड का टोपा उसकी चूत में घुसा दिए.....पूजा सोची की अभी एक झटका लगेगा और पूरा लंड अंदर पर हम ठहरे कमीने
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हम अपना लंड वापिस बाहर निकले और चूत के छेद के ठीक ऊपर सिकुड़ फैल रहे गांड़ की छेद को अपने हाथो से थोड़ा और फैलाए और एक बार में ही आधा लंड उसकी गांड़ में उतार दिए.....
पूजा के लिए ये एक्सपेक्टेड तो था पर अभी नही और नतीजतन पूजा की एक तेज चीख निकली जो उसने तकिए में दबा दी थी वरना अभी मां, पापा और जिमी तीनो ऊपर आ जाते....
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दर्द तो हमको भी हुआ था पर हम भी उसका गला घोट दिए
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पूजा जो उकड़ू थी वो सीधी हो कर लेट गई एकदम और अपना हाथ पीछे ले आई और अपने चूतड़ों पे सहलाने लगी....
हम अपने हाथो को सहारे खुद को हवा में ही रोक रखे थे पर लंड पूजा की गांड़ में फसा हुआ था.....
हम तुरंत पूजा की पीठ पे झुके और उसके गर्दन के पीछे से उसके कंधे और पीठ पे चूमने लगे.....और मेरा लंड तो उसकी गांड़ की कसावट में क्या फसा था....उसके लिए ये किसी फांसी से कम नहीं था
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पूजा और मैं दोनो जब थोड़ा शांत हुए तो हम पूजा से पूछे जान आगे बढ़ू तो वो बस अपना सर हिला कर हा बोली....हम थोड़ा सा लंड को बाहर निकाले और एक करारा झटका मारे और इस बार पूरा लंड पूजा की गांड़ में घुस गया था और इस बार भी पूजा की चीख निकली और मेरी भी पर हम पूजा में कंधे पे अपने मुंह को दबा दिए और पूजा डार्लिंग के पास तो तकिया था ही.....
फिर से कुछ पल रुकने के बाद हम वापिस से अपने बाहों के सहारे खड़ा हुए जबकि पूजा वैसे ही लेटी रही.....
नीचे देखा तो ऐसा लग रहा था की पूजा की गद्देदार गांड़ में कोई लाठी जैसा सामान बीचों बीच घुसा रखा है.....
धीरे धीरे लंड को वापिस बाहर खींचा तो साथ साथ पूजा की गांड़ का छल्ला भी खींचता हुआ बाहर की ओर आता था जो पूजा के गांड़ के एक दर्द की लहर छोड़ रहा था......
और लंड जब गांड़ के मुंह के पास आया और ज्योंहि दुबारा उसके अंदर घुसाने लगा पूजा डार्लिंग की चूत झड़ गई थी जिसका सबूत था पूजा का अकड़ना और इतने देर में पहली बार उसका चेहरा हवा में उठना......पर अब रुकने और सुस्ताने का समय गया गांड़ चुदायी का आनंद लेने का समय आ गया था और फिर शुरू हुआ हौले हौले लंड अंदर बाहर होने का सिलसिला....और पूजा की गांड़ की कसावट इतनी थी कि दो से तीन मिनट मुश्किल से मैं टीका होऊंगा और झरझरा कर पूजा की गांड़ में झड़ गया....
और फिर पस्त हो कर मैं पूजा के ऊपर ही लेट गया दोनो कोई के पसीने और कामरस से बिस्तर के बीचोबीच का हिस्सा तरबतर हो गया था.....
दस मिनट के बाद पूजा मेरे से बोली जान आप कितने जालिम है बाप रे कल सुबह हम चल भी पाएंगे कि नही भगवान ही जाने.....
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हम उसके ऊपर से उतरे और उसको अपने ऊपर ले लिए और शुरू किए करारे थप्पड़ लगाने उसके चूतड़ पे.....
पूजा बस इत्मीनान से मेरे हाथो के थप्पड़ खाती रही और आह उह हम्मम ईस्श करती रही और मेरे थप्पड़ से बचने के लिए वो अपने हाथो से अपनी चूतड़ों को ढक ली तो हम उसके एक हाथ को हटाए तो वो बोली आह जान.....
लाल हो गए होंगे वो....हम बोले तो अभी और लाल होने दो ना वो अपना हाथ हटा दी और हम फिर तकरीबन चार पांच थप्पड़ और लगाए और लास्ट में अपनी एक उंगली उसकी गांड़ में वापिस से घुसा दिए तो वो फिर से ऐठ गई और एक मादक सिसकी के साथ मेरे ऊपर ही झड़ गई.....
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हम बोले अरे मेरी जान को मेरे थप्पड़ों से भी फील आता है....वो मेरे सीने पे सर रखे हुए बोली आप छू देते है उसमे ही हमको फील आने लगता है यहां तो आपके ऊपर नंगी लेटी हु और आप मेरे पीछे मार मार के लाल पीला कर के उंगली से अपना मुहर भी लगा दिए तो क्या करती दर्द सहने का मौका कहा दिए आप.....इसीलिए तो बोलती हु की आप हसीन दर्द देते है जालिम कहिंके....और अपना सर उठा कर मेरे होंठो पे चूम ली....
हम बोले तो तुमको मेरा मारना पसंद है....पूजा बोली नही बाबा मार खाना किसको पसंद है....पर मेरी जान आपके लिए सब कुछ कुबूल है हमको...बिकॉज आई लव यू एंड यू आर माय लाइफलाइन
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हम मुस्कुरा कर उसको वापिस अपने से चिपका लिए और बोले आई लव यू टू जान मेरा
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उस रात हमने सुबह साढ़े चार बजे तक एक दूसरे को अपने अपने प्रेमरस से सराबोर किया और लास्ट में जब मैं पूजा की चूत में झड़ कर बगल में लेटा तो पूजा मेरे सीने पे हाथ रख के सटते हुए बोली आज रात तो हम दोनो सोए ही नही जान सुबह पता नही काम करेंगे की नींद में गिरते पड़ते रहेंगे इधर उधर....क्युकी मेरा बदन का कोना कोना आप तोड़ कर रख दिए है पर इस थकान के लिए तो मैं तरस गई थी आज एक ही बार में आप इतना प्यार कर दिए की संभाले नहीं संभल रहा.....
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और वो गधी के आंख में आंसू आ गया....हम बोले अरे मेरी रानी ये क्या रोने क्यू लगी....वो रोनी आवाज में बोली आपके लिए तरस गई थी जान और यहां कोई था भी नही की मन की बात शेयर करती....और आपको बार बार नही बोली क्युकी आपको लगता की मां पापा को छोड़ कर आने के लिए बेचैन है हम.....
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हम बोले अरे मेरी रानी मेरी जान क्या तुम भी हम नही समझते है की तुमको मेरी कितनी जरूरत है मेरे बगैर तुम्हारा क्या हाल हो रहा था यहां ये हमसे बेहतर कोई नही जानता जान....इसीलिए तो छुट्टी की भनक मिलते ही फ्लाइट से उड़ के आ गया तुम्हारे पास....और तुम है की रो रही है....मत रो पगली और उसके आंखो के आंसू पोंछ दिए और उनपे चूम लिए.....
वो मेरे हाथ को पकड़ के उठाई और मेरी हथेली चूमी और बोली जान आप इतना प्यार करते है की कभी कभी समझ ही नही आता की हम इतने खुशनसीब कैसे हो गए....
हम बोले एकदम चुप इसके आगे कुछ बोली तो अभी बहुत मारेंगे....तुम मेरी जिंदगी है जान है समझी और कौन अपनी जिंदगी से प्यार नही करता....पगली कहिंकी बस इससे आगे कुछ नही....
फिर कुछ देर उसको खुद से सटाए रहे हम और हमारे कमरे की रौशनी अभी भी चालू ही थी और मेरी जान सच में बहुत थक गई थी तो वो मेरे सीने से लगे ही सो गई
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पर हम उसके मासूमियत भरे चेहरे को यूहि देखते रहे....
सोचते रहे की कितना प्यार करती है मेरे से और मां पापा के लिए अपनी तकलीफ को दबाए रखी हमसे भी नही बतलाई की हम कही कुछ और न सोच ले पर सच तो ये है की जो दिक्कत मेरी जान को हुई वो सेम दिक्कत हमको भी हुआ क्युकी हम दोनो को एक दूसरे का भयंकर वाला आदत लगा था जो इन बीस बाइस दिनो तक अलग रहने पे पता चला की हम दोनो दूर रह ही नहीं सकते......
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तकरीबन सवा छः बजे हम उसके चूतड़ों को सहलाए और उसके माथे पे चूमे तो वो अपनी आंखे खोल के मुस्कुराई और बोली गुड मॉर्निंग माय लव....
आह आज क्या नींद आया भले थोड़ा देर सोए पर इत्मीनान से सोए
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और आप जान आपको कैसा नींद आया अपनी जान के साथ....हम हस के बोले मेरा पोजिशन देख के लगता है की हम सोए होंगे....
वो हड़बड़ा कर उठी और हम अंगड़ाई लेते हुए बिस्तर पे सीधा लेट गए....वो अपने मुंह पे हाथ रखते हुए बोली हाय मेरी जान आप मेरे चक्कर में दो ढाई घंटे वैसे ही पड़े रहे..... भक्क आप हमको उठाए क्यू नही और जगे जगे आप किए क्या जान.....
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हम बोले कुछ नही किए बस तुमको जी भर के देखे...
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सोचे की ई पगली मेरे से कितना प्यार करती है और एक हम है की इसको अकेले छोड़ कर चले गए थे.....
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वो प्यार से बोली कोई बात नही जान पर ये तो बताइए हमको ऐसे देखते हुए क्या मिला थोड़ा सो लेते तो शरीर को आराम मिल जाता ना....और हम भी पागल है आप अपने से सटाए तो हम सो ही गए आप उठा देते ना जान
हम बोले अरे तुम इतने सुकून से मेरे बाहों में सोई थी तो हमको कितना सुकून मिला ये हम ही जानते है....
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वो मेरे होंठ पे चूम ली और बोली चलिए उठते है और फ्रेश हो कर हम नहा के नाश्ता तैयार करते है तब तक आप गाड़ी धो लीजिए गंदा हो गया है.....
तो हम बोले गाड़ी क्यूं धोए गंदा तुम की और धोए हम....
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पूजा बोली हा आप धोइए फिर हम अपनी जान को धोने के एवज में दिन भर चूमेंगे जब भी मौका लगेगा आई विल किस यू....
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और आप जब चाहे इनको दबा लेना.....उसका इशारा उसकी चुचियों या चूतड़ों की तरफ था....
हम बोले बस दबा लेंगे जान ये तो थोड़ा कम है....वो मेरे कान अपने मुंह में ले कर चुभलाते हुए बोली मार भी लीजिएगा बस खुश चलिए अब उठते है....
और ये बोल के वो उठने लगी तो हम उसको वापिस से अपने ऊपर खींचे और बोले बड़ा जल्दी है जाने का अभी कितना बजा ही है साढ़े छः ही तो हुआ है और हम आए है तो मां पापा भी डिस्टर्ब नही करेंगे....
वो आंखे गोल करती हुई बोली भक्क पागल पापा को नाश्ता देना होता है सात सवा सात होते होते समझे चलिए अब छोड़िए आज लेट है हम और वो थोड़ा उठने का कोशिश की....
हम बोले नही छोड़ते बोलो क्या करेगी....वो बोली ऊहूह जान ऐसे कीजिएगा...हम बोले अरे जान आज थोड़ा लेट से ही नाश्ता होगा तो क्या दिक्कत है और नाश्ता छोड़ो बाहर से आ जायेगा आज लिट्टी घुघनी नाश्ता स्किप करो और डायरेक्ट खाना बनाना....
पूजा बोली तो फिर ये आइडिया पापा को कौन बताएगा.....इसके लिए उठना पड़ेगा ना....
हम बोले अरे पापा आवाज देंगे तब बोल देंगे...
वो बोली आप एकदम बेशर्म हो गए है क्या कमरे के अंदर से ही बोलिएगा तो अच्छा लगेगा पागल....
हम बोले अरे तो बात कर के टाइम वेस्ट क्यू कर रही है....इधर आओ ना मेरे पास और उसको अपने से चिपका लिए और बोले नहाने चलते है ना साथ में वहा पे भी थोड़ा प्यार कर लेंगे और वैसे भी कितने दिन हुए साथ नहाए.....
वो शर्मा कर बोली आप ना आज पक्का डांट पड़वाइएगा हमको मां से....हम बोले नही रे मेरी जान कोई नही डाटेगा तुमको हम है ना.....और फिर उसके होंठो को चूसने लगे और वो मेरे सोए हुए लंड को सहलाने लगी....जो की उसका हाथ लगते ही खड़ा होने लगा और चुम्बन खतम होते होते वो अपना बाम्बू वाला रूप ले चुका था.....
पूजा बोली ये इतना उतावला है देखिए तो...हम बोले सब तुम्हारी मुनिया का किया धरा है....
पूजा मेरे लंड को पकड़े उठी और बाथरूम के तरफ चल दी....वहा पहुंच कर हम सबसे पहले पानी चालू कर दिए तो पूजा बोली अरे जान पहले फ्रेश तो हो लेते है ना फिर न भींगेंगे.....
हम उसको खुद से सटा लिए और बोले आज तो एक लव बाइट बनता है जस्ट लाइक ये टैटू के जैसे.....और उसकी एक चूची को पकड़ के चूमते हुए बोले इस पर हम बनाते है....
वो मेरे कान के निचले हिस्से को मुंह में ले कर चुभलाते हुए और मेरे खड़े लंड को अपने हाथो में लेते हुए बोली अभी कुछ और करना है आपको जान....
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और मेरे होंठो को चूमने लगी....
चुंबन के बाद पूजा नीचे बैठी और मेरे लंड को चूसने लगी और हम उसके सर को पकड़ कर इत्मीनान से लंड चुसाई का मजा लेने लगे....
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कुछ देर की चुसाई के बाद हम आज कितने दिनों के बाद पूजा के मुंह में ही झड़ गए.....
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झड़ने के बाद पूजा मेरे माल लगे मुंह के साथ उठी और बोली जान एक लंबे समय के बाद ये किए हम है ना.....हम उसको पकड़ के गिर रहे पानी के तरफ किए और भींगाते हुए बोले हा और अब मेरी बारी....
और उसके दोनो हाथ पकड़ के दीवाल से सटाते हुए उसके गर्दन और चुचियों पे चूमने लगे और फिर जिस चूची पे टैटू नही था उसके एक जगह को अपने दातों से पकड़े और लगे चूसने काटने....जबकि पूजा अपनी आंखे बंद किए अपने दर्द को सहती रही और पानी की ठंडक उसे कही न कही आराम दे रही थी और जब जब मेरे दातों का दबाव कुछ ज्यादा होता तो पूजा छटपटाती जिसमे उसकी एक दो चूड़ियां चटक कर टूट गई थी.......
लगभग पांच मिनट चूसने के बाद जब उसकी चूची को हम छोड़े तो पूजा के मुंह से एक कराह निकली जैसे कोई चीज से उसे मुक्ति मिली हो....
और वो अपनी गीली आंखो से अपनी चूची के तरफ देखी जहा निप्पल से थोड़ा ऊपर एक लाल निशान अपना रूप ले रहा था.....
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हम बोले मिशन सक्सेसफुल...
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पूजा मेरे हाथो से अपने हाथ छुड़ाती हुई मेरे चेहरे को पकड़ के बोली बाप रे जान आप ना बहुत ज्यादा बदमाश हो गए है.....देखिए तो मेरी चूड़ी भी तोड़ दिए और ये उफ्फ कितना ज्यादा दर्दनाक था और जब आप छोड़े तो ऐसा लगा जैसे कुछ वैक्यूम जैसा छूटा
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हम उसके हाथो को उलट पुलट के देखे की कही कांच तो नही लग गया मेरे लव बाइट के चक्कर में....पर ऐसा कुछ नही हुआ था....
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हम उसके चूतड़ों को थामते हुए बोले बदमाशी हम नही करेंगे तो कौन करेगा बताओ ना....और ये देखो तो अब दो तीन दिन तक अपना पल्लू मत हटाना ब्लाउज पर से वरना आगे तुम जानती ही हो.....
पूजा बोली कुछ नही होता स्वीटहार्ट ये आपके और मेरे बीच का प्यार का छोटा छोटा निशानी है....
तो हम बोले अरे अरे तो लाओ ना एक और बनाते है....वो बिदक कर मेरे हाथो के घेरे से बाहर निकल कर बाथरूम की सीट पर बैठती हुई बोली अब मेरी बारी आपको दिन भर में कही भी पकड़ में हम बना देंगे देखिएगा पूरा मूवमेंट हम कैच किए है की आप कैसे कैसे मुंह और अपना दात चलाए है....
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हम बोले अरे बेटा तो ये भी प्लानिंग कर ली तुम....वो हस दी और बोली अब आप देखते जाइए ना....
फिर दोनो कोई साथ में नहाए और कमरे में आते वक्त भी हम पूजा को अपने बदन से सटाए हुए थे और उसकी चुचियों को थामे हुए थे.....आइने के सामने आ कर खड़े हुए और बोले आज मेरी जान को हम तैयार करेंगे....वो कुछ नही बोली बस मुस्कुरा कर अपनी सहमति दे दी.....
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हम अलमीरा से अपने पसंद की एक साड़ी, ब्लाउज और पेटीकोट निकाले और इस बीच पूजा अपना और मेरा बदन पोछी और मेरा एक हाफ पैंट और टीशर्ट निकाली बाकी कोई कपड़ा नहीं....
हम बोले अरे मेरा अंडरवियर तो वो बोली आज आप भी मेरे तरह रहिए....हम बोले अरे मेरा जान ऐसे बोलेगी तो हम नंगे ही रह लेते है....
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पूजा मेरे होंठो को चूम कर बोली पर मां पापा का क्या जान.......हम उसकी चुचियों को अपने हाथो में ले कर बोले हा ये तो समस्या है रे बाबा
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पूजा बोली भक्क आप बस ऐसे ही रहिए जो पहन रहे है बाद बाकी हम समझ लेंगे....
हम बोले जो हुकुम मेरी रानी पर अपने शहजादे को संभालना ये ऐसे बात बात पे अपना सर उठा लेता है....
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वो बोली आप रहिए ना जान इसको तो हम देख लेंगी और फिर मेरे को हाफ पैंट पहना दी जबकि टीशर्ट के लिए हम मना किए बोले तुम्हारे बाद पहनेंगे....

वो अभी भी नंगी थी तो हम अपनी जान को ब्लाउज पहनाए पर उसके बटन नही लगाए और दोनो चुचियों ब्लाउज के बीच से झांकती हुई इतनी सेक्सी लग रही थी की हम उनको दबाने लग जा रहे थे तो पूजा मेरा हाथ पकड़ते हुए अपनी चुचियों पे दबाते हुए ही बोली ऐसे कीजिएगा ना तो पहन चुके हम साड़ी....
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हम बोले अरे क्या करू ये मेरे हाथो को छोड़ना ही नही चाहते....फिर वो बोली हटिए हम खुद पहन लेते है....
हम बोले अरे नही नही अच्छा अब बदमाशी नही करेंगे.....
वो कुनमुनाती हुई बोली जान मां पापा के नाश्ता के लिए बहुत लेट हो चुका है और मत करवाइए अगर डांट पड़ा ना तब बताएंगे हम आपको.....
हम बोले अरे नही पड़ेगा कोई डांट वाट फिर हम उसको पेटीकोट पहनाए और ब्लाउज के बटन भी लगा दिए....फिर फटाफट साड़ी पहनाए जिसमे वो भी मेरी मदद की उसके बाद हम बड़े ही प्यार से उसके बाल संवारे और फिर अपने पसंद का एक लिपस्टिक दिए लगाने को तो वो बोली अरे घर में लिपस्टिक क्यू जान वो भी इतना डार्क वाला.....रुकिए हम सेलेक्ट करते है और ढूंढने के लिए झुकी तो हम बोले अरे हम दिए ना यही लगाओ....तो वो मुंह बिचका के उसको लगा ली....फिर हम काजल और परफ्यूम उठाए और काजल उसको दिए लगाने को और परफ्यूम फुसफुस उसको ऊपर से नीचे तक जहां जहां हमको लगा लगाते गए जबकि वो हाथो मे काजल लिए बोली अरे अरे क्या कर रहे है जान आप.....
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हम हस कर बोले अरे चुप रहो ना.....फिर हम परफ्यूम और काजल जो वो लगा चुकी थी उसको रखे और फिर क्रीम का ट्यूब उठाए और अपने हाथो पे निकाले और उसमे से बिंदु टाइप उसके चेहरे माथे नाक और गले पे लगा दिए जिसको वो अपने हाथो से मिला ली.....
फिर हम नेलपॉलिश का डब्बा उठाए और उसके हाथो को पकड़ कर एक एक उंगली में लगाए और फिर पैरो के उंगली में भी लगाने बैठे तो वो बोली नही जान आप पैर में मत लगाइए हम लगा लेते है....हम बोले शांति से खड़ी रहो ना जान प्लीज नही तो अभी फिर बदमाशी करने लगेंगे हम....
पर वो कुनमुनाती हुई खड़ी रही और बीच बीच में बोलती रही चलिए हो गया अब इधर आइए पर हम अपना काम कर के ही उठे....
फिर हम बोले एक मिनट रुको और अपना बैग जो कल रात से एक कोने में रखा था उसमे से एक डिब्बा निकाले और उसको देख के पूजा बोली ये क्या है जान....
हम उस डब्बे में से पायल निकाले और उसको दिखलाते हुए बोले ये जब पहन के इधर उधर घूमेगी ना तो मेरा इश्क बजेगा हाय
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और फिर उसके पैरो में एक एक कर के पायल पुराना वाला उतारे और नया वाला पहना दिए....
पूजा हस कर बोली पागल है आप एकदम इसका क्या जरूरत था भला अभी....हम बोले अपनी जान को तकलीफ दिए ना हम इतने दिन उसका हर्जाना है एक तरह से....वो मेरे कंधे पकड़ के बोली नही जान आप मेरे पास आ गए बस यही चाहिए था मेरे को....
फिर हम मुस्कुरा कर ड्रेसिंग टेबल से सिंदूर का डब्बा उठाए और उसके तरफ घूम गए तो वो एक टक हो कर हमको देखने लगी.....
और हम बोले ये अपने प्यार भरे रिश्ते की सबसे बड़ी निशानी मेरी जान और उसके मांग में सिंदूर भर दिए....
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वो मेरे गले से लग गई और बोली इतना प्यार आप ही कर सकते है हमको इस धरती पे और कोई नही कर सकता....
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मां पापा के प्यार की भी सीमा होती होगी पर मेरे जान आपके प्यार की कोई सीमा नही है मेरे लिए ये बात हम जानते है और आप ये हाथ...
वो मेरे हथेली को पकड़ती हुई बोली ये हाथ हमसे कभी नही छुड़ाईयेगा....
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हम बोले कभी नही रे मेरा जान और अब अकेले भी नही छोड़ेंगे तुमको ये पिछले कुछ दिन पहली और आखिरी बार थे अब दुबारा कभी नही....
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फिर उसको आइने के तरफ घूमा दिए और उसके पीछे सटते हुए उसके कंधे पे अपना मुंह रखे और आइने में देखते हुए बोले हाय कितनी सुंदर लग रही है देखना मां पापा जरूर टोकेंगे....वो बोली सब आपके आने से हुआ है जान वरना सजते तो हम रोज थे पर आज आप सजाए है हमको....
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हम बोले जितनी बार देखते है उतना बार प्यार हो जाता है हमको तुमसे....वो मेरे नाक को पकड़ के दबाती हुई बोली आई लव यू जान और घूम के एक हल्का सा चुम्मा मेरे होंठो पे चिपका दी और उसके होंठो की लिपिस्टिक थोड़ी सी मेरे होंठो पे लग गई जिसको हम चाट के साफ कर लिए तो वो प्यार से पाउट वाला शकल बनाई और बोली चलिए हटिए अब नीचे जाना है....
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फिर आठ बजे के करीब में दोनो कोई नीचे उतरे तो देखे की मां चाय ले कर पी रही है और पापा जिमी के साथ बाहर गए हुए है....
हम पूजा को चिढ़ाने के लिए मां से बोले देख रही हो मां मेरे आते के साथ ही बहु का टाइम टेबल बिगड़ गया है....
मां चाय पीते पीते सरक गई और खांसते हुए हस कर बोली कुत्ता कहिंका खाली उसको छेड़ते रहता है....
इधर मेरी डार्लिंग मेरे कमर में चिमटी काटते हुए मां के पास दौड़ कर गई और मां का पीठ सहलाते हुए बोली मां देर से आंख खुला वरना हम टाइम पे रहते है रात में ये आपके लाड़ले साहब खाना खाने के बाद गप्प लड़ाते रहे और खुद भी जागे रहे और हमको भी जगाए रहे....ये बोल के पूजा मेरे तरफ देखी जैसे कितना बड़ा झूट वो सफाई के साथ बोल दी....
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वो आगे बोली और आप भी ना चाय क्यू बना लिए हमको आवाज क्यू नही दी
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मां बोली अरे बेटा वो सब छोड़ ये देख तू आज कितनी सुंदर लग रही है बाप रे यही खुशी तो तेरे चेहरे पे हम दोनो ढूंढ रहे थे उतने दिनो से जो आज आया है इधर आ इधर आ दोनो कोई कही मेरा ही नजर ना लग जाए.....और मां पास में टेबल पे रखे पर्स से कुछ पैसे निकाली और हमको बुलाई और फिर दोनो के सर से वार के अपने पल्लू में बांध ली धीरे धीरे और बोली शाम को निकलेंगे बाहर तो ये किसी गरीब को दे देंगे और फिर पूजा में माथे पे चूम कर बोली ऐसे ही खुश रहा कर भगवान तुम दोनो को ऐसे ही खुश रखे.....
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फिर पूजा मां के पाव छुई और बोली आप खुद से चाय क्यू बनाई मां
तो मां उसको आशीर्वाद देते हुए बोली अरे कोई बात नही अभी तो नहाई थोड़े देर पहले और फिर तेरे पापा जबरदस्ती चाय बनाए बोले आज हम पिलाते है तुमको चाय ठहरो.....हम कितना बोले पर माने ही नही बोले रुको तो और फिर बना के ले आए......
फिर मां हस्ते हुए बोली और जानती है रात का जितना दूध बचा था सब का चाय ही बना दिए वो बेचारे जिमी के लिए भी नही छोड़े....
पूजा और हम दोनो कोई हस दिए...फिर मां आगे बोली चाय अभी गरम ही होगी जा तू भी ले ले और इसको भी दे...
फिर पूजा किचन में गई और हम मां के पास बैठे और उनसे हाल चाल पूछे फिर बोले की आज डॉक्टर के यहां हो आते है बोलेंगे की ट्रैवल करना है इनको तो कुछ उपाय कर देने के लिए हो सकता है वो परमिशन दे दे....
अभी हम ये बात बोल ही रहे थे की पीछे से पापा आवाज दिए और बोले एकदम जिद्दी है रे राते ना समझाए है....
पूजा आ कर चाय हमको दी और खुद भी ली और पापा से पूछी चाय के लिए तो पापा पूजा को देख के हंसते हुए बोले अरे बेटा ये इतनी सुंदर परी कौन है हम तो इतना दिन में एक बार भी नही देखे.....
पूजा एकदम से शर्मा गई तो पापा बोले देख रही हो इस चोट्टा के आते ही कितना बड़ा बदलाव आया है अपनी बच्ची में....तो मां बोली हा हम भी अभी यही बात बोले है....
तो पापा बोले ऐसे ही खुश रहना बच्चे और रही बात चाय की तो अभी तो पी कर ही बाहर गया था....
इतने पे हम बोले पापा आज नाश्ता बाहर से करते है लिट्टी घुघनी ले आते है मोड़ वाले दुकान से बहुत दिन हुए खाए....भोपाल में तो पोहा का भरमार है लिट्टी विट्टी का कुछ अता पता नही....
पापा हस दिए बोले चल साथ में हम दोनो वही नाश्ता कर लेंगे और फिर हम दुकान चले जायेंगे और तू मां और पूजा बेटा के लिए नाश्ता घर लिए आना....
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फिर दोनो बाप बेटा गाड़ी से निकले और हम एक जगह गाड़ी धुलने को दे दिए और पापा के साथ नाश्ता कर के वहा से घर आ गए.....पूजा और मां नाश्ता करने बैठी जब तक हम वापिस बाहर गए और अपनी गाड़ी को धुलवा कर वापिस ले आए....
इतने देर में पूजा कपड़े धो कर सूखने को डाल चुकी थी और दोपहर का खाना तैयार करने में लगी थी....हम जब अंदर गए तो मां लेटी हुई थी अधकच्चे नींद में और मेरी जान कमर में अपने पल्लू को खोंसे हुए अपना काम निपटा रही थी और सुबह से उसका मेकअप में एक रत्ती भी फर्क नहीं पड़ा था....
हम दबे पाव उसके पास गए और उसको पीछे कमर से पकड़ लिए....तो वो चौंकने के बजाय अपना सर घुमा कर मेरे गाल पे चूम ली....हम बोले अरे तुमको कैसे पता की हम आ रहे है....
वो हस कर बोली गाड़ी लगा रहे थे तब ही हम देख लिए थे समझे मेरी जान....
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फिर हम बोले अच्छा तो खाना में क्या बना रही है...वो बोली आज वेज पुलाव टाइप से बना दे रहे है और साथ में धनिया का चटनी और आलू गोभी का सब्जी है बस....
हम बोले हम्मम तो उसमे तो अभी टाइम है ना चलो ऊपर अभी....वो आंखे गोल करती हुई बोली आप जाइए ऊपर पागल....
हमको ये सब निपटाने दीजिए फिर आते है हम ऊपर और ये बोल के वो अपना काम करने लगी...
हम उसके पीछे से उससे चिपक के खड़े हो गए और उसकी चुचियों को अपने हाथो में थाम लिए तो वो हड़बड़ा कर दूर हट गई मुझसे और बोली आप पगला गए क्या मां कमरे में ही है कभी भी बाहर आ जाएंगी.....
हम वापिस से उसको अपने से सटाए और बोले तुम एकदम बताही है....शांत रहो ना थोड़ा देर कुछ कर थोड़े रहे है हम....
वो बोलते रह गई की आप ना बहुत तेज है तुरंत हमको बहका देंगे और फिर सब कुछ गड़बड़ हो जायेगा प्लीज ना जान....
पर हम फिर से उसकी चुचियों को अपने हाथो में ले लिए और वो मेरे हाथो पे अपने हाथ लगा लि और अपनी आंखे बंद कर ली....
और हम उसके गर्दन पे चूम लिए और बोले बस इतना ही तो करना था हमको और तुम है की हमको अपने पास आने देने से भी घबरा जाती है....
वो अपनी आंखे खोल कर मेरे हाथो को अपनी चुचियों पे दबाती हुई बोली आप ना फालतू का बात मत कीजिए हम आपको मना करेंगे वो भी अपने पास आने से.... हुह कैसा बात कर दिए जान आप और ये बोल के वो मेरे ठोड़ी पे चूम ली और मेरे हाथो को अपने चुचियों पे से हटाते हुए बोली अब बस अभी के किए इतना ही अब जाइए आप कमरे में थोड़ा सो लीजिए....
हम बोले नही हम यही है अपनी जान के पास और हम परेशान नही करेंगे ठीक है तुम अपना काम करो बस...
पूजा मुस्कुराती हुई बोली हम समझ गए खाना बन गया आज का....
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हम थोड़ी देर शांति से अपनी जान को काम करते देखते रहे पर हम उससे सट कर ही खड़े थे....अभी थोड़ा देर ही हुआ होगा काम करते पूजा एकाएक पलटी और मेरे होंठो से अपने होंठ जोड़ दी....हम भी तुरंत उसके चूतड़ों वो अपने हाथ जमाए और उसको चूमने लगे.....चूमते चूमते हम पूजा की साड़ी को ऊपर खींचने लगे तो वो अपने हाथ पीछे ले जा कर रोकना चाही पर हम ठहरे जिद्दी आशिक
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पूरा ऊपर उठा कर ही माने और अब पूजा के नंगे चूतड़ों मेरे हाथ में थे....इधर आगे से मेरा लंड उसकी नंगी चूत पे पैंट के ऊपर से हिलोड़े मार रहा था की मुझे अंदर आना है....और हुआ भी ऐसा ही पूजा देखी की हम मानेंगे नही इसलिए वो मेरे पैंट में से लंड को बाहर निकाली और अपनी चूत पे लगा लि और अगले ही पल मेरा लंड पूजा डार्लिंग की चूत में समा गया....
ये किचन वाली जुगलबंदी हम दोनो पूजा में घर पे करते थे चोरी छिपे शादी से पहले और वहा भी वही डर रहता था जो यहां हो रहा था की कही मां पकड़ ना के कही कोई देख ना ले.....
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कुछ झटको के बाद पूजा चुम्बन तोड़ते हुए जोर जोर से सांसे लेते हुए बोली बोली थी ना मैं की आप बहुत तेज है आह उम्मम इस्शह जान हम उसको थोड़ा सा उचकाए और किचन के स्लेप के कोने पे बिठा दिए और हौले हौले झटके देते रहे जिसमे पूजा मेरे कंधे पकड़ के भरपूर साथ दे रही थी पर मेरे लाए हुए पायल साले इतना शोर मचा रहे थे की क्या ही बोले....
पूजा चाह कर भी अपने पैरो को हिलने से नही रोक पा रही थी....हम वापिस से उसको जमीन पे उतारे और थोड़े तेज तेज धक्के लगाने लगे....
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और कुछ देर में हम दोनो एक साथ झड़ गए और झड़ते वक्त पूजा मेरे होंठो को अपने होंठो में फसा कर इतने जोर से दांतो में फसा कर चूसी की एक जगह से खून आ गया और हम दर्द में अपने मुंह से हल्के से कराह दिए.....
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पूजा बोली जान आपको दर्द हुआ क्या....हम कुछ नही बोले बस अपना होंठ उलट कर उसको दिखलाए जिसमे से खून रहा था......पूजा बोली हाय मेरी जान आई एम सॉरी उफ्फ हम भी न जान आई एम सॉरी पर ये इसमें आप भी बराबर में जिम्मेदार है आप मेरे से इतने सट के खड़े थे की हम खुद को रोक ही नही पाए भक्क ये क्या कर दिए हम कल रात में आपका पीठ छिल दिए थे और अभी ये....हम बोले दे दी ना लव बाइट
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पूजा बोली नही मेरी जान आपको हम उतना दर्द दे ही नही सकते कभी बाप रे....तो हम बोले इसका मतलब हम दर्द दिए तुमको....
पूजा मेरे दोनो गाल अपनी उंगलियों से दबा के हिला कर बोली आपको हक है मेरी जान और वो हक हम ही आपको दिए है....ताकि आप हमको समय समय पे अपनी निशानी देते रहिए....तभी हम उसके नंगे चूतड़ों पे चट से एक थप्पड़ लगा दिए तो पूजा अपनी आंखे बंद कर के उस दर्द को महसूस करती हुई बोली एक और....
पर हम मुस्कुरा के उसके चूतड़ों को सहलाते हुए उसके सर से अपना सर सटा लिए और बोले तुम ना पगली है एकदम....इधर मेरा माल पूजा की चूत से निकल कर उसके जांघो पे बह रहा था तो वो बोली अभी ये बिस्तर पे करते तो पूरा अंदर जाता ना बाहर बह रहा है अब क्या करे...
हम उसके होंठो पे चूम कर बोले ऐसे ही रहने दो खाना खाने के बाद नहा लेना....वो बोली नही जान मेरा ध्यान उसपे ही रहेगा और खाना सही से बन ही नहीं पायेगा धो लेती हू....हम बोले चलो हम धो देते है....
वो मेरे को धकेलते हुए बोली नही बाबा आप मत धोईये वरना मालूम चला की हम दोनो वहा नहा लिए....और ये बोल के वो तेज तेज चलते हुए बाथरूम में भाग गई....
हम अपना हुलिया सही किए और बेसिन में हाथ धो कर वही किचन में खड़े रहे वो वापिस आई और मेरा हाथ पकड़ के बोली आप जाइए ना जान खाना नही बनाने दीजिएगा हमको....हम बोले अरे बनाओ ना हम कुछ कह थोड़े रहे है...वो हस कर बोली है ना अभी भी आप कहा कुछ कर रहे थे....और ये बोल के वो वापिस अपना काम करने लगी जबकि हम उससे दूर हट कर किचन की दीवाल से लग कर खड़े हो गए जबकि वो काम करती रही....
फिर कुछ देर बाद वो कुकर का ढक्कन जोर से आवाज कर के लगाई और कुनमुनाती हुई मेरे तरफ घूम कर अपने पैर पटकते हुए बोली जाइए ना जान आप ऐसे खड़े है तो हमको कुछ सही से सूझ ही नही रहा की क्या कर रहे है बीच बीच में भूल जा रहे है ऊहूहुहू बै जाइए ना....
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हम उसके पास गए और उसको फिर से अपने आलिंगन में ले लिए और बोले अरे पगली हो गई क्या हम कहा कुछ किए एक शब्द बोले भी नही फिर भी मेरे नाम पे बिल फाड़े जा रही है....
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वो मेरे कंधे पे दांत काट कर बोली आप समझ के भी नासमझ बनियेगा ज्यादा हमको ऐसे देख रहे है आप हम डिस्टर्ब हो रहे है ना....
हम फिर से उसके साड़ी को उठाने लगे तो इस बार वो बिलकुल नही रोकी और हम एक बार फिर से उसके नंगे चूतड़ों को मसलते हुए बोले...क्या करे तुम इतनी सुंदर लग ही रही है की कंट्रोल नही हो रहा....क्या करे की कंट्रोल हो जाए तुम ही बताओ....वो मेरे होंठो पे चूम कर बोली जान आप हमको आधा घंटा दीजिए ना पक्का हम काम खतम कर के आते है ऊपर.....फिर आपको अच्छे से बताते है हम की कैसे कंट्रोल होगा.....
हम बोले नही तुम आराम से काम करो हम कुछ नही कर रहे
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पूजा बोली हम्मम तो मेरी जान ऐसे नही मानिएगा आप है ना रुकिए और गैस स्टोव की तरफ घूमी और जोर से आवाज लगाई मां....
हम मां का नाम सुन के किचन से तुरंत बाहर निकल कर सीढ़ियों पे दौड़ते हुए अपने कमरे में भाग गए.....
मां हड़बड़ाती हुई अपने कमरे से बाहर निकली और बोली क्या हुआ बेटा बोल....पूजा बोली खाना निकाल दे मां तैयार है....
मां बोली अरे बेटा मेरा आंख लग गया था रुक जा अभी थोड़े देर में खाऊंगी सुमित कहा है उसको बोलते है पापा को खाना पहुंचा आएगा या उनको घर ही बुला लाए फिर सब कोई साथ में खाते है.....मां हमको आवाज दी तो हम बोले आ रहे है मां रुको....
फिर नीचे गए तो मां बोली पापा को फोन कर के बुला ले खाना खाने को और इधर आ साथ में बैठ....और मां वापिस कमरे में चली गई थी....
हम कमरे में जाने से पहले किचन में घुसे और पूजा की चूची को पकड़ में बोले हमसे चालाकी हा हमसे चालाकी और पूजा कसमसाती हुई बोली नही जान खाना वाला काम खतम करना था ना सॉरी सॉरी आह जान....हम फिर से उसको अपने से सटा लिए और उसके चेहरे को अपने हाथो में लेते हुए बोले यही सब तो वहा मिस करते थे जान.....और उसके माथे पे चूम लिए और बोले चलो अब पापा को बुला लाते है फिर खाते है साथ में.....
पूजा मेरे से लिपट गई और बोली आई लव यू स्वीटहार्ट आई लव यू सो मच
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पूजा को हम अपने से लिपटाए ही रखे और दूसरे हाथ से पापा को फोन लगाए और उनको बोले घर आ जाइए खाना खाने तो पापा बोले तुम लोग बैठो हम आ रहे है दस मिनट में और फिर फोन कट गया....
हम फोन अपने जेब में रखे और पूजा के ब्लाउज में हाथ डाल कर उसकी चूची को मसलते हुए बोले जल्दी से खाना का प्रोग्राम खतम करो फिर इनको खाऊंगा मैं....
पूजा मुस्कुराते हुए बोली जैसा आपका हुकुम मेरी जान...
फिर उसकी चूची को पकड़े हुए ही एक चुम्बन रसीद कर दिए उसके होंठो पे और फिर उससे अलग हो कर मां के कमरे में गए.....
मां हमको देख के बोली इधर आ बैठ और मेरी बात ध्यान से सुन तू पूजा बेटा को साथ में ले कर जा और हम दोनो यहां से तेरे जाने के बाद आते है पर बेटा एक बात बता तेरे पापा तो शुरू से दुकान के आदि रहे है वहां वो चले तो आयेंगे पर बेटा वो दिन भर करेंगे क्या ये कुछ सोचा है क्युकी देख वो दुकान जाते है थोड़ा बहुत काम करते है माल लाना बेचना करना बहुत सी जगह पे पैसों के चक्कर में आना जाना होता है तो उनके शरीर का थोड़ा व्यायाम हो जाता है पर बेटा भोपाल जाने के बाद उनका ये सब छूट जायेगा बेटा तो थोड़ा सोच इस बारे में.....
हम मां को बोले की मां आपका बात हम समझ गए पर आप ये बताइए वहा पापा काम करने के बजाय सुबह शाम टहल लिया करेंगे पास में ही एक पार्क है वहां आप, पापा, जिमी और पूजा टहल आइएगा.....
और दोपहर में आराम और वहां जाने के बाद ऐसा तो है नही की कोई काम नही होगा अभी हमारा घर सेट कहा हुआ है अच्छे से तो आप दोनो अपने नजरिए से उसको अच्छे से सवारिएगा फिर ना लगेगा कि हम अपने मां पापा के साथ रह रहे है....
और खाने पीने का सब सामान पापा ही लाया करेंगे जा के और जो काम उनसे नही हो पाएगा उसके लिए हम है पूजा है सब अच्छा होगा मां और सबसे बड़ी बात की नया नया शहर होगा हम सब कोई कितना मजा करेंगे छुट्टियों में धीरे धीरे कर के पूरा मध्य प्रदेश घूम लेंगे और अब तो अपनी गाड़ी भी है बस फिर क्या.....
मां बोली चल जब तूने इतना कुछ सोच रखा है फिर हम बेकार में सोचे जा रहे थे....और प्यार से मेरे सर पे हाथ फेर दी..
हम बोले कल सुबह डॉक्टर के यहां हो आते है एक बार ठीक ना तो मां बोली चल ठीक है....
इतने में पापा घर आए और आंगन में मुंह हाथ धोने लगे और पूजा खाना ला कर कमरे में रखने लगी....
पापा कमरे में आए और अपना मुंह पोंछते हुए हमसे बोले काहे बे क्या पट्टी पढ़ा रहा है अपनी मां को...
हम बोले अरे कुछ नही पापा और ये पट्टी क्या होता है बात हो रहा था वहा जाने के बाद क्या क्या करना है....
पापा बोले करना क्या है आराम ही आराम होगा अब तो पर एक बात है आज दुकान पे सब बात मैं तेरे भाई को बतलाया तो बड़े उखड़े स्वर में बोला की जब जा ही रहे है तो दुकान का चिंता छोड़ दीजिए हम देख लेंगे यहां का सब आप अपना वहा सब सेटल कर लीजिए....अब इसका दो मतलब निकलता है एक ये की या तो वो हमारे बारे में अच्छा सोच कर बोल रहा हो की यहां का सब कुछ वो अकेले हैंडल कर लेगा आप परेशान मत होइए.....
या फिर ये हो सकता है की अब आप दुकान छोड़ ही दीजिए कभी वापस आइएगा भी तो दुकान में कोई दावेदारी नही रहेगा....
इतने में हम बोले अरे ऐसे कैसे दावेदारी नही होगा आपके पास दुकान का पेपर होगा ना पापा आपके नाम पे तो फिर ऐसे कैसे....
पापा एक लंबा सास छोड़ते हुए मेरे हाथ को अपने हाथ में लेते हुए बोले नही बेटा तेरे जन्म से पहले की दुकान है साढ़े आठ सौ रुपए में खरीदी थी सौ साल के लीज पेे और उस समय कच्ची पर्ची पे सलाना किराया लगता था दो ढाई रुपए जो बढ़ते बढ़ते आज सात हजार आ पहुंचा है पर एक बार बीच में कॉर्पोरेशन वाले दुकान कब्जाने आए थे समझा उस वक्त जो पर्ची पे किराया कटता था उसको दिखलाने पे बोले ये अब वैद्य नही है अब पक्के कागजात बन चुके है कई दुकानों के आप कहा थे उस वक्त ये दुकान गैरकानूनी है मुख्य सड़क में आती है इसकी जमीन.....
तब के टाइम ना मेरे को कालाजार हो रखा था उतना सेहत सही नही था की भाग दौड़ कर सकू तो आस पास के दुकानदारों और तिवारी ने कॉरपोरेशन वालो से बहुत समझा कर एक महीने का समय मांगा था पेपर पक्के करवाने का और घुस दिया था पांच सौ......तभी तेरे भाई ने ही भाग दौड़ कर के दुकान के पक्के कागजात बनवाए थे और उसके कुछ नीच प्रवृत्ति के साथी दोस्त हरमजादे उसके कान में ये बात भर दिए की एक भाई का तो नौकरी हो ही जायेगा आज ना कल और अब ये दुकान ही तेरा भविष्य है तू अपने नाम करा ले पेपर और तभी से दुकान उसके नाम है....
ये बोलते हुए पापा की आंखे भर आई और वो आगे बोले जब मुझे ये बात की जानकारी हुई तो मैंने उसको बोला की तूने धोखा दिया है बगैर पूछे तू ऐसा कैसे किया.....तो वो बोला की पापा दुकान मेरे नाम हो या आपके बैठेंगे तो हम दोनो ही ना....फिर तेरी मां भी उस समय अपने बेटे के मोह में पड़ गई थी की घर का बड़ा बेटा है जिम्मेदारी उठाना चाहता है तो आप क्यू आना कानी कर रहे है....उसके बाद मैं भी धीरे धीरे इस बात को अपने मन में दबा दिया पर आज आए दिन लड़ाई झगड़े माल रखने को ले कर इसी बात का सबूत है की मालिकाना हक मेरा है तो हमको ज्यादा समान रखना है आप बेफालतू के समान मत रखिए....पर तकलीफ माल रखने और बेचने की नही है बेटा तकलीफ ये है की इस दुकान की एक एक ईट मैने संजोई है अपने खून पसीने से उस दुकान को खड़ा किया है और इतना सब कुछ अपनी जिंदगी में पाया एक बेटे को नौकरी दिलवाई तुझको पढ़ाया लिखाया दो दो बेटियों की पढ़ाई लिखाई से ले कर शादी ब्याह सब कुछ उसी दुकान की कमाई से किया है और वो महज एक दुकान नही हम सब का पेट पालने वाली मां है और इसको बिसराना मेरे बस की बात नही....
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पूजा अब तक खाना ला कर रख चुकी थी पर पापा की बाते सुन कर वो भी चुप चाप खड़ी थी और हम भी उनकी बाते सुन रहे थे....तो मां पापा के कंधे पे हाथ रखती हुई बोली दुकान के बारे में हम उससे सीधे सीधे पूछ कर आते है आप ज्यादा मत सोचिए उस वक्त हम ही आपको रोके थे ना टोकने से पर आज उस गलती को सुधारना मेरा जिम्मा है चलिए पहले अच्छे मन से खाना खाइए और एक बात आप याद रखियेगा की दुकान के कागजात पे नाम किसी का भी हो वो धरती तो आपकी ही है ना उससे आपको कोई अलग नही कर सकता....
चलिए ए बेटा पूजा ला खाना निकाल इधर और वो पापा का हाथ पकड़ कर उनको बोली चलिए खाना खाइए ना फिर करते है बात हम और आप घबराते क्यू है अपना सुमित है ना अपने साथ....
हम तब से एकदम चुप थे क्युकी दुकान का ये मामला काफी पुराना था और पापा उतने दिनो तक इस दुख को अपने अंदर दबाए रखे रहे क्या बीता होगा उनपे जब भईया दुकान के कागजात पे अपना नाम बतलाया होगा....
अब हमको लगने लगा था की भोपाल ले कर जाने का फैसला शायद गलत हो मेरा और पापा शायद इस दुख को अब और ज्यादा ले कर नही चलना चाहते हो इसलिए उस दिन वो बोले थे की घर बंद कर के चल चलेंगे फिर तू समझना.....
अब मेरी समझ में हर बात आ रही है अब हमको कुछ न कुछ करना ही होगा इस दुकान के मामले में....
खैर पापा मेरे को गुमसुम बैठा देख कर बोले अरे लड़का तुझको क्या हुआ चल खाना खा और मेरी तरह ज्यादा मत सोच सब ठीक होगा रे....
हम मुस्कुरा कर बोले अरे पापा सब ठीक ही है और आगे और अच्छा होते जायेगा देखिएगा....
फिर पूजा हम सब के साथ खाना ले कर बैठी और सब ने खाना खाया और पापा पूजा के द्वारा बनाए गए पुलाव के बारे में बोले बढ़िया बनाई बेटा अच्छा है शाम में अगर बचा रहा तो हल्का कालीमिर्च दे के फ्राई कर देना शाम में भी खायेंगे हम....
पूजा बोली जी पापा हम कर देंगे अभी आप खाना खा कर आराम कीजिए और ज्यादा टेंशन नही लिजिए हम लोग है ना सब ठीक हो जायेगा....
पापा मुस्कुरा कर पूजा के सर पे हाथ फेर के बोले जानते है बेटा तुम दोनो ही तो हो और कौन है यहां....
हम पापा को बोले अरे आप अब फिर से ये सब मत सोचने लग जाइए आराम कीजिए थोड़ा देर हम और मां हो कर आते है.....
पापा बोले सुन ज्यादा बकरबकर करने का जरूरत नहीं है जो बात हो शांति से करना और फिर देखो वो क्या बोलता है.....
मां बोली बोलेगा क्या बोलेंगे तो हम चलिए आप आराम कीजिए थोड़ा हम दोनो आते है.....
पापा हम दोनो को जाते समय एक बार भी रोके नहीं इसका साफ साफ मतलब था की पापा भी भईया के मन के बात जानना चाहते थे....
मां थोड़ा अपना साड़ी ठीक करने लगी जब तक पूजा सब जूठा बर्तन उठा कर किचन में रखने गई तो हम उसके पीछे गए और उसको बोले सुनो अभी नीचे हो रहना पापा के पास जिमी है ही....
पूजा बोली सुनिए ज्यादा गुस्सा नही कीजिएगा....तो हम पूजा के चेहरे को अपने हाथो में लेते हुए बोले हा हम जानते है की गुस्सा नही करना है पर उस दिन मेरी जान को जो सुनाई थी उसका हिसाब तो आज ही होगा जान भूलते नही हम कुछ भी और खास कर जब वो बात मेरी जिंदगी से जुड़ी हो....
पूजा मेरा हाथ जोर से दबा कर बोली फालतू का बात नही....अभी सिर्फ और सिर्फ दुकान का बात कर के वापिस आइए ठीक ना और मां को भी समझाइएगा की आराम से बात करने....
फिर दोनो मां बेटा पापा के बाइक से निकल गए दुकान
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दुकान पहुंचे तो भईया हमको देख के बोला अरे कब आया हम बोले कल रात में आए है और कल शाम को जा रहे....
मां को देख के बोला अरे आप यहां क्यूं आई है ऐसे हालात में आराम करना चाहिए ना.....
मां दुकान के अंदर घुसी और भईया से सीधा सवाल पूछी की हम और तेरे पापा इस महीने यहां से जा रहे है पता तो होगा ही....
भईया बड़ी ही मासूमियत से बोला हा बाउजी बता रहे थे की जाना है....
तो मां बोली हा तो दुकान के बारे में बता देते है जैसे वो बैठते थे वो जब भी यहां वापिस आयेंगे वो बैठेंगे और उनके माल का सब देखभाल तुझको करना है और अगर कुछ बिकता है तो उसका हिसाब भी तू रखेगा और जब ये आयेंगे तो हिसाब दे देना बता इसमें तुझको कोई दिक्कत है....
भईया बोला अरे भाई दुकान हम देख रेख कर ही रहे है और बाऊजी सुबह में ही सब जो माल उनका है वो पूछे की क्या करे वापिस कर दे या यही रहने दू तो उनको भी बोले की वापिस कर दीजिए हम अपना माल और बढ़ा कर उधर रखेंगे....
मां बोली नही उनका कोई माल नही जायेगा वापिस जो भी है वो यही रहेगा जैसा रहता है और जब भी वापिस आयेंगे वो फिर जब बैठेंगे तो बाकी देख लेंगे वो....
भईया बोला पर इसका जरूरत क्या है बेकार में....
हम बोले अरे बेकार में क्या आप देखभाल कर देना थोड़ा इसमें तो कोई दिक्कत वाली बात नही होनी चाहिए.....बाप मां का सेवा ही है एक तरह से ये भी....
भईया बोला की अरे सुन मेरा बात अभी जा रहे है सब कोई तो वापिस तुरंत तो आयेंगे नही फिर जब वो आयेंगे तो माल ला के फिर से रख लेंगे हम मना थोड़े कर देंगे....
मां बोली है ना बेटा वाह क्या दिमाग लगाया है की एक बार केवल वो दुकान तो छोड़े फिर सब अख्तियार कर लेंगे और फिर दिखला देंगे ठेंगा....भूल गया क्या की वो हम ही थे जो इनको मना किया था दुबारा पेपर बनवाने से वरना जो पेपर अपने नाम करा कर तू इतना तेज बन रहा है ना वो कुछ नही होता अरे थोड़ा तो लिहाज कर ले......
भईया बोला फालतू का बात मत निकालो मां समझी ना पेपर जो है सो है और अगर यही करना है तो लगा दो हिस्सा सब कुछ का फिर जहा जिसको जाना है जाए इत्मीनान से....
हम बोले जिंदगी भर पैसा पैसा करते रह जाओगे कुछ नही होगा और मां पापा के जीतेजी हिस्सा लगाने का बात करते हो दिमाग है की जोरू के फेरा में वो भी खतम हो गया....
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मां हमको बोली रे चुप कर और फिर भईया से बोली सुन बंटवारा तो होने से रहा और हम ये बात बोल देते है दुकान में जैसे वो बैठते थे वैसे ही बैठेंगे और अगर तुझको लगता है की एक कागज पे अपना नाम लिखवा लेने से तू मालिक है इस दुकान का और जो जी में आएगा वो करेगा तो सुन मेरा बात अब ध्यान से....
अभी तू इसी दुकान के कमाई से अपना मकान बना लिया है ना ठीक है और दुकान तू बोल रहा की मालिकाना हक तेरा है तो फिर मालिकाना हक जमा के दिखला दे और निकाल दे सब सामान तेरे बाप का अगर है हिम्मत केलेजे में तेरे तो हम भी देखेंगे कि कैसे तू निकालता है और कैसे यहां के लोग तुझको ये करने देते है....
और ये बोल कर मां मेरा हाथ पकड़ी और दुकान से बाहर निकल गई......
 
हम और मां घर पहुंचे तो पापा पूछे की क्या बात हुआ क्युकी मां गुस्से में तमतमाई हुई थी और पूजा चुप चाप खड़ी थीं....वो हम दोनो के लिए पानी ले कर आई.....
मां को हम बोले पानी पियो मां और अपना गुस्सा शांत करो आप और भईया ऐसा कुच्छो नही करेगा उसमे इतना हिम्मत नही है मां पापा के साथ लड़ना झगड़ना अलग बात है जहा बर्तन होते है वहा ढनढनाने का आवाज आता ही है.....
मां बोली नही बेटा वो मालिकाना हक दिखला रहा है ना हम भी तो देखे की क्या होता है मालिकाना हक मकान बना लिया है तो सोचता होगा कि अब इस घर में क्या ही हिस्सा लेंगे दुकान हो ही गया मकान हो ही गया अब क्या सब तो सेट है पर उसका ये गलत फहमी हम दूर कर देते है....केवल वो हाथ तो लगाए समान में....
पापा बोले अरे बोलेगी वहा हुआ क्या....फिर हम सारा बात बता दिए एक सास में तो पापा मां के कंधे पे हाथ रखते हुए बोले तुझको बोलते थे ना आज वही बात आया ना सामने...मां पापा के तरफ मुंह कर के बोली अरे आप चिंता क्यू करते है इतना आसान नहीं है जी की आपका ही जन्मा हुआ आपको आपके ही गद्दी से उतार दे.....
अभी उसको उस गद्दी पे बिठाने वाली हम खड़े है ना देखते है आप एकदम चिंता नहीं कीजिए ना हम चिंता करेंगे और जैसे आप दुकान जाते थे वैसे ही जाइयेगा फिर देखते है हम भी.....
फिर मां हमसे बोली रे तू मेरा बात ध्यान से सुन अभी भोपाल आने का चक्कर छोड़ते है कुछ दिन और तू पूजा बेटा को ले के कल निकल भोपाल अच्छे से नौकरी कर और अपना बाल बच्चा कर के दुनिया बसा ले हमारे सामने.....
ये बोलते हुए मां का गला रूंध गया और मेरे गाल पे हाथ फेरते हुए बोली की बेटा अब हमारी सेहत भी गिर रही है दिन पर दिन और ऊपर से ये कलह कलेश अंदर से इंसान को बीमार बना देते है इसलिए कह रही हु समझा....
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अभी हम कुछ बोलते उतने में भईया और भाभी दोनो आया घर पे उनके साथ तिवारी जी और आंटी भी थी......
भईया रोने लगा मां के घुटने के पास जमीन पे बैठ के और उनको बोला गलती हो गया मां हम उस समय गलत बोले हमको वो सब नही बोलना चाहिए था मेरा दिमाग खराब हो गया था मां....
मां भईया के तरफ देख भी नहीं रही थी वही भाभी एक साइड खड़ी थी और शायद उनकी आंखे भी नम थी....
पूजा तिवारी अंकल आंटी को कुर्सी ला कर दी बैठने को और किचन में गई चाय बनाने....बैठते के साथ तिवारी जी पापा से बोले अरे क्या हुआ अभी सुबह तो सब कुछ ठीक था दोनो बाप बेटा में....
पापा कुछ बोलते उनसे पहले मां बोली नही भाई साहब इसको मालिकाना हक का घमंड हो गया है अब देने के समय ये नही सोचे थे ना की पीठ में छुरा मारेगा पर अब गलती किए है तो उसको पलट तो नही सकते इसलिए तो बोल कर आई थी की है हिम्मत तो निकाल दे सब सामान फिर जो होना होगा वो होगा ही....
तो तिवारी आंटी बोली नही भाभी ऐसा थोड़े हो जायेगा भईया जी और इनका (तिवारी जी) सब का जीवन कट गया वही उसी जगह पे आमने सामने और ये भी (भईया) कोई नया तो है नही सब कुछ भईया जी (पापा) के छतरछाया में ही सीखा है तो फिर दगाबाजी कैसे कर देगा....
वो तो जब आप दुकान से निकली थी तो ये (तिवारी जी) देखे थे तो जा के पूछे इससे (भईया) की क्या बात है फिर बात पता चला तो हमको ले कर और इसको भी बोले की अपनी घरवाली को ले कर चल बात कर के सब मामला सलटाओ....ये बोल रहा की गलती बात बोल दिए है नही बोलना चाहिए था अब अपना बच्चा है बच्चा ही गलती करता है भाभी जाने दीजिए....
माफी मांग रहा है ना माफ कीजिए और सब बात खतम कीजिए अपना छोटा सा परिवार है सब अच्छे से मिल जुल के रहिए.....
अब पापा बोले देख भोपाल जाने का इसलिए फैसला लिए थे की अभी नया नया शादी है वहा बहु दिन भर अकेले रहती है हम लोग जायेंगे तो थोड़ा सा हमारे लिए भी चेंज हो जायेगा और इन दोनो को भी अच्छा लगेगा कब से कह रहा है की आप दोनो के साथ रहना है अभी इसकी मां का हाथ टूटा तो पूजा बेटा को छोड़ कर गया हुआ था कल रात में आया तो हम दोनो बोले की लौटेगा तो साथ में ले जाना हम दोनो दस बारह दिन में आते है उसी के लिए सोचे थे की को माल अपना है उसको दुकान में ही रखे रहने देंगे और बकाया जो है उसको लौटा देंगे फिर जायेंगे तो ये बोलने लगा ऐसे ना वैसे तो क्या करते थक हार कर हम ये बात यहां पे बताए वरना आज तक कभी जो हम बोले हो की दुकान पे दिक्कत है....
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भईया बोला पापा देखिए मेरा बात सुनिए आप हमको घर से निकाल दिए थे लड़ाई झगड़ा के कारण तो हम किराया के घर में रह कर अपना मकान बनाए और उसी स्तिथि में मेरा दोनो बाल बच्चा पलाया पोसाया....
मां चीख कर बोली घर से निकालते नही तो क्या करते ये तेरी ऐश्वर्या राय जो मुंह लटका के खड़ी है इसका तेवर उस समय आसमान पे था बोलती थी कुछ तो करती थी कुछ....जरा भी बात सुनने का मन ही नही होता था इसको जो जी में आए वो करना है और तेरे आंख पे भी पट्टी बंधा था जोरू का जो ये बोले वही सही.....
बात यहां थोड़ा सा है उसको तिल का ताड़ बना के तुझको ये बताए और तू मंझला से लड़ता था ( बैंक वाला भाई उस वक्त वो तैयारी करता था और हम तो छोटे थे ) तो कौन मां बाप ये सब फालतू का बात बर्दास्त करेगा तब पर भी तुझको बहुत समझाए बहुत मौका दिए तेरे पापा तुझको शुरू से कुछ नही बोले जनता है क्यू.....
क्युकी जब तू दुकान का पेपर अपने नाम करवा लिया था और जब से हम तेरे तरफ से बोले थे की बड़ा बेटा है जिमेकदारी उठाने दीजिए उसी समय से ये तेरे और मेरे मामले में बोलते ही नही थे....अब ना समझ आ रहा है धीरे धीरे हमको की ये कितना सहे है हर बार पर कुछ बोले नही.....
हर दूसरे दिन लड़ाई झगड़ा कभी खाना के लिए तो कभी कपड़ा के लिए तो कभी कही जाने के लिए कभी कुछ खरीदने में....
वो दिन भूले नहीं है बेटा जब तू रात में खाना बाहर से बनवा के लाता था और सीधे अपने कमरे में पैक हो जाता था जैसे तेरे लाए हुए खाने के लिए ही हम लोग बैठे रहते थे की तू ले के आएगा तो हम लोग किस्म किस्म का खायेंगे अभी छोटी बेटी मेरी तैयार है गवाही में पर काहे लिए ये सब बात निकाल कर कुछ फायदा नही पर बताना जरूरी है ताकि तुझको पता चले की तू क्या किया और हम लोग क्या किए.....
घर में कुछ खर्च है कुछ पैसा मांगे तो वैसे ही टेढ़ा बोली की सब हम ही करेंगे जब घर में आदमी बढ़ता है तो खर्च भी तो बढ़ेगा ना तो तू सोचता था की अपना कमाई अलमारी में दबा के रखे और बाप के पैसा पे ही सब कुछ करे जैसे करते आए है अरे तो फिर शादी किए काहे लिए की बेटा घर की जिम्मेदारी में बाप का बराबर हाथ बटाएगा पर यहां तो ऐसा कुछ हुआ नहीं जो तिलक में पैसा चढ़ा तुझको पच्चीस हजार उसमे तेरी पत्नी का गहना कपड़ा लत्ता ही कर दिए ताकि कल को ये (भाभी) ना बोले की मेरा पैसा अपना निजी खर्च में इस्तेमाल कर लिए....
और उस दुकान का क्या तू दुकान ले के पैदा हुआ था की वो भी तिलक में चढ़ा था तुझको हा....उसमे अपने बाप का ही पैसवा लगा है ना जिसको तू संभाल में चलाया तब ना आज जा के इतना कमा रहा की खुद का घर हो गया और कुछ पैसा बचा भी रहा है अरे भगवान करे की तू आगे बढ़ पर अपने ही बाप के छाती पे पैर रख के आगे बढ़े ये तो हम होने देने से रहे.....
फिर मां तिवारी जी के तरफ मुंह कर के बोली जानते है भईया मेरा दो बेटी तीन बेटा है ना बेटी लोग तो जब तक रही साथ देबे की पर बहु में एक ठो ये छोटकी को छुड़ा कर किसी से कोई सुख नहीं जानते है....
बेटा लोग अपना अपना समय पर किया है बैंक वाला भी है ना वो भी किया है अपना बीवी से छुपा के ही करे पर किया है और ये भी किया है पर वैसे किए का क्या फायदा की एक हाथ से किए और दूसरे हाथ से खुद ही बर्बाद भी किए.....
ये छोटका है ना अभी इसका जो कुछ भी है सब आप लोग के सामने है ना शादी बियाह नौकरी सब कुछ पर साथ में है ना इसको इतना सद्बुद्धि दिए है भगवान की ये है नही तो बैंक वाला के जैसे ये भी जा सकता था ना अपना पत्नी को ले कर......
मां भईया के तरफ देख के आगे बोली....
काहे ये तेरा छोटा भाई है ना लव मैरिज किया है तेरा तो बियाह हम लोग खुद से ढूंढ के किए थे ना.....
हा उस बच्ची (पूजा) को देख तेरी पत्नी से कम सुंदर थोड़े है पर तेरी ऐश्वर्या राय से गुण में आदर सम्मान सत्कार में सब कुछ में कही आगे है....और तेरा छोटा भाई भी अभी शादी का कितना महीना हुआ है....
एक महीना होने को आएगा एक हफ्ता में छोड़ के गया हुआ है की मां को हाथ में चोट है तो तुम देखभाल करना और ये लड़की भी रही और हर दिन टाइम से सब चीज कर के दी दोनो कोई को....
तेरी बीवी उस दिन आई तो उल्टा इसी को इल्जाम लगा के चार बात सुना कर गई और इसको तो छोड़ उस अनबोलते जानवर तक को नहीं छोड़ी मनहूस है ये है वो है उसको भी बोल कर गई......
काहे नही की हा मां कोई जरूरत होगा तो बोलिएगा हम है....

कल इसको ( हम ) वापिस जाना है हम बोले ले के जाने को साथ में इसका मन नही है बोल रहा की अभी यही रहेगी जब मां ठीक हो जाएगी तब आना.....
और इसके जाने के लिए हम ये भी बोले की बड़की को बुला लेंगे वो आ के कर देगी पर हम जानते है की उतना करने के लिए भी इसका (बड़ी भाभी) दिल नही मानेगा....
हम ये नही बोल रहे की हम दोनो के सेवा में कोई लटका रहे पर जहां जरूरत हो वहा कोई सहारा तो दे....या उस सहारे का उम्मीद रखना भी गलत है...
बाप मां होने के नाते इतना तो हक रख सकते है ना अपना बच्चा पे की नही....
मां इतना कुछ बोली तो उनको जोर से खांसी आ गया तो पूजा मां को पानी दी पीने को और पापा, हम, तिवारी आंटी अंकल सब कोई बोले अरे अब हो गागा ज्यादा मत चिल्लाइए वरना तबियत खराब हो जायेगा अब छोड़िए.....
तिवारी जी बोले जी भाभी आपका बात एकदम सही है बाप मां जैसे एक समय में बच्चा को संभालता है वैसे ही एक समय आने पे बच्चा को संभालना चाहिए पर आज का समय बहुत तेजी से बदल रहा है लेकिन अपना बच्चा सब औरों जैसा नही है ये लोग भटक सकता है थोड़ा देर के लिए पर उससे आगे नही बढ़ेगा समझे आप अब चुप रहिए थोड़ा देर अब ये (भईया) बोलेगा बोल रे कोई दिक्कत है तुझको अभी भी....
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भईया अब भी वही जमीन पे बैठा था और एकदम चुप था वही भाभी के आंख से भी आंसू टप टप टपक रहा था.....
पापा बोले सुन दुकान का कागज तू अपना ही नाम पे रख कोई दिक्कत नही बेटा पर मेरी भी मनोस्थिति को समझ.....और ये जो इतना बात अभी तेरी मां बोली वो सब उसके अंदर का गुस्सा था जो तू बखूभी समझ रहा है....हम उस मामले में कुछ नही बोलेंगे पर बेटा थोड़ा तू भी हाथ आगे बढ़ा ले थोड़ा हम बढ़ाते है और ये सब हम लोग के बाद तुम सब की ही तो है हम थोड़े ना अपने साथ ले कर जायेंगे ऊपर.....
हम पापा को बोले अरे बै पापा ये सब फालतू का बात मत कीजिए अभी क्या आप भी......
फिर पापा भईया के कंधे पे हाथ रख कर उसको हिलाए और बोले की बोल ना....
इतने में मां बोली अरे आप अब कुछ मत कीजिए बहुत किए बाल बच्चा के लिए आप इतना कोई बाप नही करेगा पर जिसके आंख में शर्म का पानी बचा ही नहीं हो वो क्या करेगा छोड़िए और आप क्यू घबराते है ये तो सीढ़ी पे सीढ़ी है आज आपके साथ किया है कल इसके बच्चे इसके साथ करेंगे.....
पापा मां को उंगली दिखाते हुए बोले चुप रहो बददुआ नही देते अपने बच्चे को रे पगली गुस्सा में कुछ से कुछ बोलते जा रही है.....चुप रहो एकदम हमको बात करने दो अभी....

मां चुप हो कर दूसरी तरफ देखने लगी तो भईया को पापा जमीन से उठा कर अपने बगल बिठाए और बोले अब बोल भी तू बड़ा बेटा है घर का....भईया बोला गलती हो गया पापा सब समझ गए हम एक एक बात क्लियर हो गया हमको....वो उठे और मां के पैर छू कर बोले गलती हो गया मां माफ कर दे आगे से ये सब बात नही बोलेंगे.....पीछे से भाभी भी मां के पैर छुई और वो भी माफी मांगने लगी बोली भूल चूक माफ कर दीजिए मां बहुत बड़ा गलती कर दिए है हम लोग पर आप माफ कर दीजिएगा तो सब गुनाह माफ हो जायेगा और रोने लगी.....
पापा और तिवारी अंकल आंटी चुप होने के लिए बोल रहे थे पर कोई फर्क नही पड़ रहा था और मां थी की अभी भी उनके तरफ नही देख रही थी तो तिवारी आंटी मां के पास आई और बोली जाने दीजिए अब पछतावा हो रहा है ना....
पापा फिर मां का बाह पकड़ के बोले अभी हाथ टूटा हुआ नही तो मारती अभी और फिर इसी हाथ से चीनी वाला परांठा सेक के देती खाने को ( मां पहले भईया को देती थी बना कर गुस्सा करने के बाद ) तो इस बात पे मां हस दी और पापा के तरफ देखने लगी....फिर भईया के बालो में हाथ घुमा के बोली उठ जा और जा के मुंह धो आ....और साथ में भाभी को भी बोली उठने के लिए....
पर वो दोनो वैसे ही झुके हुए थे फिर मां दोनो के कंधे को बारी बारी से पकड़ के उठने बोली तो वो लोग उठे और फिर मां भईया और भाभी दोनो के आंसू पोंछी और बगल में बिठाई....

मां भी भरी आंखों से बोली अब रो मत दिल जल गया था मेरा इसलिए इतना बोले.....तुझपे भरोसा किए थे ना बेटा और वो भरोसा तोड़ दिया तू कही न कही इसलिए बोले हम इतना.....
भईया मां का हाथ पकड़ के बोला नही मां हम समझ गए गलती मेरा है ऐसे नही बोलना चाहिए था और पापा के साथ भी ऐसे नही करना था हमको बस पैसा और रसूख के बहकावे में आ कर पता नही क्या से क्या कर दिए अपने हाथो ही अपना घर तोड़ लिए....
मकान बना लिए है पर वो केवल मकान है घर कभी लगा ही नहीं अनजान मुहल्ला है अभी तक वो न उतना किसी से बोल चाल ना किसी से दोस्ती और हर सन्डे अपने इसी मुहल्ले में आता हु दोस्तों से मिलता हु थोड़ा देर रहता हु तो एहसास होता है की अपना घर अपना ही होता है चाहे कही भी बस जाओ....पर ये बात कभी अपने मुंह से जाहिर नही कर पाया किस मुंह से बोलता....

तो पापा बोले अब जाने दे ये सब बाते और ताली कभी एक हाथ से नही बजती थोड़ी तेरी तो थोड़ी मेरी अब बस कर ये सब और ये घर भी तो तुम सब का ही है आगे जब समय आएगा तो तोड़ कर बढ़िया से सब भाई एक साथ रहने लायक बना लेना....
तो हम बोले अरे नही तोड़ना क्यू है ऐसे में ही सब हो जायेगा ऊपर बन जायेगा तोड़ेंगे क्यू....भईया भी मेरी हा में हा मिलाया....
पूजा के लिए ये सब कुछ चौकाने वाला था क्युकी भईया भाभी अलग क्यू हुए और क्या मामला था ये सब से वो अभी तक अनभिज्ञ थी.....पर अब जब सब कुछ दूध का दूध पानी का पानी हो गया था तो वो भी सब चीज समझ रही थी पर अभी तक वो रिएक्ट नही की थी और यहां उसका रिएक्ट करना बनता भी नही था फिर भी वो भाभी को बोली भाभी चलिए अब मुंह धो लिजिए आप भी ऐसे अच्छी नही लग रही आप चलिए....फिर तिवारी आंटी भी बोली हा बेटा जा अभी फिर से ऐश्वर्या बन के आ और देवरानी है ही साथ में जा मेकअप का समान भी होगा ना जा जा जा जल्दी जा और पूजा उनको कमरे से बाहर ले गई जहा भाभी अपने उस दिन के बातो के लिए पूजा को सॉरी बोली तो पूजा बोली कोई बात नही भाभी और हम भी सॉरी है उस दिन के लिए क्युकी जवाब तो हम भी आपको दिए थे ना.......

फिर दोनो कोई वापिस जब कमरे में आई तो तिवारी अंकल और आंटी बोले चल हो गया अब सब ठीक है और दोनो बाप बेटा मिल के दुकान चलाओ जैसे चलाते आ रहे हो....
और आज सब परिवार एक जुट हुआ है सब गिला शिकवा दूर हुआ है तो कुछ बढ़िया सा बनाया जाए खाने में क्यू सुमित बेटा क्या बोलता है....
हम बोले अरे अंकल जरूर चलिए फिर मटन लाया जाए....तो अंकल बोले अरे वाह तू मेरे मुंह का बात छीन लिया फिर हम पापा से बोले क्यू पापा ठीक है ना ले आते है तो पापा अपने जेब से एक हजार रुपया दिए बोले जा जो तुझको मुनासिब लगे ले आ आज दोनो बहु दोनो सास मिल के खाना बनाएगी फिर सब साथ में खायेंगे.....
फिर जाने से पहले पूजा और भाभी दोनो साथ में मिल कर चाय बनाई और सब कोई पिया और फिर हम और तिवारी अंकल बाजार निकले और इधर पूजा और भाभी अपना रात का खाना का तैयारी में लगी....

जब बाजार के लिए निकले तो तिवारी अंकल बोले उस वक्त जब भाभी और तू दुकान से निकले तो हम दुकान पे गए और ये (भईया) गुस्से में लाल हो रखा था बकर बकर किए जा रहा था फिर हम बहुत जोर से डांटे तो सकपका गया और फिर समझाए की बाप का कितना भी तू एहसान लौटा देगा फिर भी तू उसका कर्ज कभी नही उतार पाएगा और अगर तू अपने बाप को दुकान से बाहर करेगा तो फिर यहां का आदमी सब उठ जायेगा जो की ठीक नही होगा समझा और बाप मां से दगाबाजी कर के अपने खुद के नजरो में तू गिर जायेगा क्युकी देख बेटा शुरू से घर में क्या क्या हुआ सब जानते है हम और तेरी बीवी भी कम नहीं है बहुत सी बाते वो बहुत ज्यादा लगा बुझा कर बोलती है आज भी और उस वक्त भी बोलती होगी और फिर जो भी घर दुकान है बाद में तुम सब का ही होगा ना रे की खाली दुकान से सब कुछ हो जायेगा कल को बेटा बेटी का बियाह करोगे तो परिवार साथ नही रहेगा तो कैसे करेगा सब अकेले हो जायेगा कर लोगे सामने वाला पूछेगा नही की दादा दादी कहा है चाचा चाची कहा है....थोड़ा अकल से काम ले......

इतने में जनता है उसकी बीवी खाना लिए टिफिन में दुकान पे आ गई और जब उसको सब बात मालूम चला तो वो लगी वही अपने पति पे ही रौब झाड़ने ये पहले ही असमंजस में था उठा और एक खींच के तमाचा मारा फिर तो उसको (भाभी) तारा ही दिख गया और उसके बाद वो खूब सुनाया अपनी पत्नी को फिर हम उन दोनो को शांत करवाए और बोले घर जा के आराम से पापा मां से बात कर और फिर हम तेरी आंटी को बुलाए दुकान पे ही उसके बाद तेरे घर पहुंचे और वहा जो हुआ तू जानता ही है....
हम बोले चलिए अंकल ये मामला भी कभी ना कभी उठना ही था अच्छा हुआ आज हो गया और फुल एंड फाइनल हो गया अब सब सही है.....
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फिर शाम को सब लेडीज मिल के मटन पुलाव बनाई और उसके बाद मीठे में रसगुल्ला आया था जो सब ने मिल कर खाया और इस बीच जिमी से भाभी और भईया दोनो का इंट्रोडक्शन भी हो गया और भाभी को समझ आया की जिमी कितना चुलबुला दिमाग का है......
खाना बनने के दरमियान ये तय हुआ की कल जब हम और पूजा चले जायेंगे तो भाभी यहां मां पापा का खयाल रखेंगी और हम दोनो निश्चिंत हो कर जा सकते है भोपाल के लिए......
फिर तिवारी अंकल आंटी और भईया भाभी सब कोई रात ग्यारह बजे के करीब अपने घर गए और हम छोड़ने गए थे अपने गाड़ी में.....
उस रात मेरी जान बहुत थक गई थी एक तो कल रात में वो सही से सोई नहीं और फिर सुबह में भी हम उसको परेशान करते ही रहे और दोपहर के बाद तो रायता ही फैल गया उसके बाद खाना पीना बनाने में सब के साथ इतना काम की....की बेचारी थक के चूर हो गई थी एकदम और वो कमरे में आई पौने एक के करीब में और आने के बाद वो अपनी साड़ी उतारी और सिर्फ ब्लाउज पेटीकोट में मेरे सीने से लग के लेट गई तो हम उसके चूतड़ों को सहलाते हुए बोले अरे जान बहुत थक गई है ना.....
वो आंखे बंद किए लेटी थी और उसी हाल में मेरे सीने पे चूमते हुए बोली थोड़ा सा जान तो हम बोले ये कपड़े उतार दो हम अपना स्पेशल वाला मालिश कर देते है जो माथेरान में किए थे.....और हाथ थोड़ा बढ़ा कर उसके पेटीकोट का नाडा खोल दिए और उसको सरका कर उसके नंगे चूतड़ों को सहलाने लगे तो भी वो लेटी ही रही तो हम उसके गांड़ के छेद को कुरेदे तो वो मेरे सीने के इर्द गिर्द अपनी बाहें लपेटी और बोली कुनमुनाती हुई बोली.....म्म्म्म जान अभी कुछ नही आप भी सोइए और हमको भी अपने सीने से लगाए सुलाइए हम सुबह तक एकदम फिट हो जायेंगे बस आप इसको वो मेरे बनियान को पकड़ती हुई बोली इसको उतार दीजिए प्लीज.....हम थोड़ा सा उठे और अपना बनियान उतार दिए और वो अपने दोनो हाथ फैला कर सीधी लेट गई तो हम तुरंत उसके ब्लाउज के हुक खोलने लगे और वो फिर ब्लाउज और ब्रा दोनो उतरवा ली और मेरे सीने से सट के लेट गई जबकि उसका पेटीकोट उसके घुटनो तक आ चुका था मेरे सहलाने से पर अभी थकान ज्यादा हावी था मेरी जान पे इसलिए उसको सोने दिए हम आराम से और खुद भी सो गए......
 
सुबह के करीब साढ़े चार बजे मेरी नींद खुली चूड़ियों की खनखनाहट और उनके खुरदुरेपन से....नाईट बल्ब की रौशनी में सामने देखा पूजा बिलकुल नंगी मुझे अपने बाहों में लिए एक करवट हो कर सो रही है पर बीच बीच में वो अपने हाथ बार बार एडजस्ट कर रही थी जिससे उसकी चूड़ियां मेरे पेट से टकरा रही थी और आवाज भी कर रही थी.....
हम उसको एक बार ऊपर से नीचे तक निहारे शादी के बाद उसका बदन भर सा गया था और उसकी चूचियां भी थोड़ी बड़ी हो गई थी पहले के मुकाबले पर उसके निप्पल जस के तस थे और मेरा बनाया हुआ लव बाइट उसकी गोरी चूची पे लालिमा लिए बैठा था मन तो किया की एक और बना दू पर ये दर्दनाक होता था इसलिए अभी इसको दूर ही रखे.....और बाल तो उसने मेरे कहने पे ही कमर तक बढ़ाए थे वरना उसके हिसाब से ब्रा के स्ट्रैप तक बाल काफी होते है पर असल में उसको गर्मी लगती है ज्यादा बालो से पर मेरे पसंद के कारण उसने बढ़ा रखे थे....और मेरे दिए हुए पायल और उंगलियों में बिछिया अलग ही छटा बिखेर रही थी और गले मंगलसूत्र एक तरफ हो कर चुचियों के नीचे फसा था.....
जिस पूजा से मैं पहली बार मिला था उस पूजा और इस पूजा में बहुत अंतर था पर ये बात तो थी की पूजा का प्यार और समर्पण मेरे लिए बहुत ज्यादा था और यही हाल मेरा भी था हम दोनो सच में एक जान दो जिस्म थे और इस बात का अंदाजा हमे इन बीस बाइस दिनो की दूरी में अच्छे से पता चला था....
खैर सुबह सुबह का समय और बगल में मेरी जानेमन नंगी लेटी हो और मेरा शहजादा अकड़ ना दिखलाए ऐसा हो ही नही सकता....
पर अभी हम पूजा को तंग करना मुनासिब नहीं समझे क्युकी उसकी ऊपर नीचे हो रही छाती बता रही थी की वो नींद में है.....फिर हम भी थोड़ा एडजस्ट होने के बहाने उसको अपने से और चिपका लिए और सो गए क्युकी अभी से उठ कर कोई फायदा था नही.....

अगली बार नींद खुली जब मेरी जान मेरे को होंठो पे चुम्मा दी जोर का और गुड़ मॉर्निंग माय लव बोली.....हम आंखे खोलते ही उसको अपने आलिंगन में ले लिए और वापिस से उसके होंठो पे चूम कर बोले गुड मॉर्निंग स्वीटहार्ट....
वो बोली चलिए उठिए साढ़े छे बज रहा है आज मंदिर चलते है बहुत दिन हुआ साथ में मंदिर गए तो हम बोले ठीक है जानेमन चलते है पर जान ऐसे सूखे सूखे गुड मॉर्निंग अच्छा नही लग रहा....वो मुस्कुरा कर मेरे होंठो से फिर से जुड़ गई और एक मस्त वाले चुम्बन के बाद बोली चलिए अभी के लिए इतना ही चलिए अब उठिए...
हम बोले अरे क्यू थोड़ा तो कुछ एक्स्ट्रा में इसको देखी है (मेरा लंड) कुछ नही मिला तो मुंह फूला लेगा.....वो मेरा गाल पकड़ के बोली ऐसे कैसे मुंह फूला लेगा हम है ना आप उठाएगा तब ना मिलेगा उसको.....
हम समझ गए उसका कहने का मतलब.....
फिर हम बोले आज भोपाल के लिए निकलने वाले है जानेमन पैकिंग करना होगा ना कल तो मौका ही नही लगा....वो बोली आप टेंशन क्यों लेते है अरे कपड़ा ही तो है नही भी ले कर गई तो कोई बात नही जैसे अभी लेटी हु आपके साथ वैसे ही रह लेंगे दिन भर रात भर और बाद बाकी आप समझना क्या करना है क्या नही.....
हम उसके चूतड़ों को थामे और एक करारा तमाचा लगाते हुए बोले आय हाय फिर तो हम कही नही जायेंगे घर में ही जमे रहेंगे....पूजा कसमसा कर बोली उफ्फ फिर तो मजा ही आ जायेगा इतने दिनो का सब हिसाब क्लियर करेंगे आपके इससे और वो मेरे लंड को हाथ में ले कर सहला दी.....
हम बोले अभी ही कर लो ना एक बार हिसाब और ये देखी है हम उसकी चूची पे बने लव बाइट के निशान के तरफ देख के बोले कितना लाल हो रखा है....
वो हस कर बोली नही जान लाल नही है पागल कितना सुंदर तो लग रहा है आप बनाए है पागल और ये अभी रहेगा दो तीन दिन अच्छा है और अब उठिए जान पहले मंदिर चलते है ना फिर नाश्ता वगैरह भी बनाना होगा चलिए उठिए.....
और फिर वो उठ गई हमको भी उठाई और साथ में बाथरूम में गए जहा पर नहाने धोने के दौरान हम दोनो एक बार अपना समागम कर ही लिए.....

नहा कर कमरे में जब आए तो अपनी जान को आज फिर से तैयार करने में हम मदद किए और उसने मुझे दोनो ने एक दूसरे में मन से आज कपड़े पहने थे....नीचे आने से पहले हम पूजा को अपने आलिंगन में ले कर बोले हम कितने बड़े खुशनसीब है की तुम्हारे जैसी सुंदर, खूबसूरत और समझदार लड़की को अपनी प्रेमिका अपनी पत्नी के रूप में पाए है......
बला की खूबसूरत लग रही हो देखना मां देखेगी तो आज फिर से नजर उतारेगी....वो मेरे कमर को थामते हुए बोली सब कुछ आपसे जुड़ा है जान कितना बार तो बोले है एक बार और बोलते है की आप है तो सब कुछ है मेरे पास मेरा रूप मेरा मन मेरा दिल मेरा दिमाग मेरा सब कुछ इन शॉर्ट बोले तो यू आर माय वर्ल्ड आपमें ही घूमती रहती हु हर समय.....
फिर मेरे गाल पे हौले से चूम ली क्युकी ज्यादा जोर से चूमती तो लिपिस्टिक लग जाता....

फिर दोनो कोई नीचे उतरे तो देखे मां और पापा बैठ कर बात कर रहे थे और जिमी खुला हुआ था तो हमे देखते ही दौड़ कर हमारे पास आ गया और मेरे पे चढ़ गया फिर हम उसको थोड़ा प्यार किए और पूजा तब तक मां पापा को बता दी की मंदिर जा रहे है फिर आते वक्त कुछ नाश्ता लेते आयेंगे और फिर किचन में गई जहा फटाक से चाय बना के ला के मां पापा को दे दी और पापा बोले की उधर से घर आएगा की ससुराल भी जायेगा....
हम पूजा का मुंह देखे और बोले देखते है पापा उनलोगो को तो पता ही नही है की हम आए है पर यहां आएंगे पहले नाश्ता करेंगे सब कोई साथ में फिर ही जाना है की नही देखेंगे और अभी आपके बाइक से ही जायेंगे तो पापा बोले अरे गाड़ी से जा ना हम बोले अरे नही पापा बहुत दिन हुए बाइक पे गए कही दोनो कोई को....
फिर पापा मुस्कुरा कर चाभी दे दिए और हम दोनो निकल गए मंदिर अपने मुहल्ले से निकलने तक पूजा डार्लिंग एकदम संस्कारी बहु बन कर बैठी रही और जब हम मेन रोड पर आ गए तो वो मेरे कमर में हाथ डाल के बैठी और बोली कितने दिन बाद आपके साथ बाइक पे बैठे ना जान लगता है शादी के पहले ही हम लोग ऐसे बाइक पे गए थे कही है ना.....
हम बोले हा जब अपना रूम ले रखे थे तब वैसे आज मंदिर के बाद घर चलेगी या नही....
वो बोली कहा
हम बोले राजेंद्र नगर और कहा पागल....वो थोड़ा रुकी और बोली चलिए हो आयेंगे वैसे भी आज तो हमलोग लौट ही जायेंगे भोपाल तो एक बार हो ही आते है.....
हम बोले मन में कोई बात नही है ना डर भय....
तो पूजा मेरे कंधे पे चिकोटि काट के बोली आप सब समझते है जान फिर भी ऐसा है तो नही जायेंगे छोड़िए....
हम बोले अरे नही रे तुम घबरा ना जाती है इसलिए बोले तो ये तय रहा की कोई घबराहट वाली बात नही और हम चल रहे है.....
फिर दोनो कोई मंदिर पहुंचे दर्शन पूजन किए उसके बाद जब वापिस बाहर निकल रहे थे तो एक तोता वाला बाबा बैठा था तो पूजा उत्सुकता वश बोली चलिए ना अपना भी हाथ दिखवाते है....
हम बोले अरे क्यू अब क्या चाहिए सब कुछ तो है अपने पास पर वो बोली अरे आप भी ना चलिए ना बस....
दोनो कोई जब उसके पास पहुंचे तो बाबा जी ने तोते को बाहर निकाला और वो नाम पूछे और कुछ बड़बड़ाए और तोते ने एक पोस्टकार्ड जैसा पर्चा उठा लिया जिसको देख के बाबा पूजा को बोले बहुत अच्छा समय चल रहा है तुम्हारा आगे भी अच्छा ही होगा सब कुछ फिर उसने कुछ एक्स्ट्रा पूजा करने के लिए बोला....
इसके बाद पूजा अभी कुछ पूछने वाली ही थी की हम अपना हाथ दिखा के बोले मेरा भविष्य आप देख के बतलाइए ये कार्ड से नही तो बाबा मेरा हाथ देख कर थोड़ा गंभीर हो गए और फिर एक दो बार ऊपर कर के देखे और बोले सब कुछ तो अच्छा है बेटा जीवन में तरक्की भी खूब मिलेगी जितना आज पा रहे हो उससे कही अधिक तुम्हारे किस्मत में है....सब कुछ अपने मेहनत और आत्मविश्वास के बल पर पा सकते हो....
हम बोले बाबा संतान सुख कब तक है तो वो बोला जल्द ही है बेटा कुछ महीने और इस साल का जाड़ा आते आते प्रबल योग बना हुआ है....
पूजा ये सुन कर बहुत खुश हुई और मेरा बाह दबा दी धीरे से पर तभी बाबा बोला पर बेटा तुम अल्पायु हो....
ये सुन कर हम थोड़ा अचकचाए और बोले बाबा क्या बोले सुने नही....
बाबा दुबारा बोला बेटा तुम अल्पायु हो....पूजा ये सुन चुकी थी पहली ही बार में इसलिए वो हमको बाह से पकड़ी और खड़ी हो गई और हमको बोली आप इक्कीस रुपया रख दीजिए और चलिए यहां से....हम भी ज्यादा बात को खींचे नही क्युकी ये बाबा लोग का ठगने का एक तरीका होता है कुछ से कुछ बता कर फिर यज्ञ और जाप के नाम पे पैसा ऐंठने का.....चुप चाप पैसा रखे और वहां से चलते बने दोनो कोई....
पर मेरी जानेमन का मूड ऑफ हो चुका था और साथ ही साथ उसकी आंखे आंसुओ से भरी हुई थी.....
हम बोले अरे क्या उसकी बाते सुन कर रो रही है तो वो बोली नही जान हम रो नही रहे पर वो ऐसा कैसे बोल सकता है कितना बड़ा बात वो कह दिया....
हम उसका हाथ अपने हाथ में लिए और बोले अरे पगली इतना कष्ट झेल कर ये हाथ थामे है और इतना जल्दी छोड़ देंगे भक्क पागल अभी तो बहुत लंबा सफर काटना है हमे साथ में समझी और अभी से ये चेहरा उदास की ना तो देखना शाम को छोड़ कर चले जायेंगे भोपाल....वो चलते चलते रुक गई और मेरी तरफ देख के रोनी आवाज में बोली बहुत गंदे है आप हम बता दे रहे है आप छोड़ कर गए न आज तो देखिएगा फोन वोन सब बंद कर के बैठ जायेंगे हम फिर जब आप वापिस आओगे तब ही हमसे बात करना.....
हम बोले अरे बाबा रे इतना बड़ा धमकी पर ये धमकी तो हम एक मिनट में चुम्मा में बदल सकते है पर अभी नही मंदिर में है ना.....
तो वो मुस्कुरा दी.....तो हम बोले हा ये हुई ना मेरी पूजा फिर दोनो कोई मंदिर से निकले तभी एक फूल दुकान पे हमको गजरे वाला फूल दिखा जो गजरा तो नही था पर उसको बनाया जा सकता था....हम पूजा को बोले तुम चप्पल काउंटर से अपने और मेरे चप्पल निकलवाओ हम आ रहे है एक मिनट में....
वो बोली की कहा जा रहे है पर हम उसको टोकन दे कर जा चुके थे....फूल वाले के पास पहुंचे और उसको बोल के गजरा बनवाए और उसको ले कर पहुंचे अपनी जान के पास...
वो बोली अरे आप कहा भाग गए थे क्या था हम उसको गजरा दिखलाते बोले मेरी जान का मूड ऑफ हो गया था ना इसलिए उसको इन फूलो की भीनी भीनी खुशबू से ठीक करना था समझी चलो घूमो हम पहना देते है....
वो मुस्कुराई और बोली जान वो बाबा ऐसे बोला ना मेरा दिल धक्क से हो कर रह गया था आपसे जुड़ा बात था ना जान परेशान कैसे नही होती....
हम बोले अरे अभी ना समझाया हम है अभी तुम्हारे साथ बुढ़ापा तक और बुढ़ापे में भी ऐसे ही परेशान करेंगे समझी सो बी रेडी नो टर्न बेबी....
फिर पूजा घूमी और हम उसके बालो में गजल लगा दिए और फिर दोनो कोई नाश्ता लिए और पूजा आज अपने लिए रसमलाई ली और फिर दोनो कोई पहुंचे घर वहा सब कोई पहले प्रसाद खाए फिर नाश्ता किए और बाबा वाली बात का जिक्र ना पूजा की ना ही हम....
उसके बाद पापा दुकान जाने से पहले पूजा को बोले बेटा वहा जायेगी तो कुछ बात का लोड मत ले लेना पिछली बार की तरह जैसे यहां रहती है खुशमिजाज वैसे ही जाना और आना और अगर हम सुने की मन दुखी की हो तो फिर हम आज बहुत गुस्सा करेंगे.....

मां बोली एकदम ठीक बोले आप ये क्या बात हुआ भला अपने ही घर जा कर आने के बाद घबरा जाती है वैसे नही करना बेटा ठीक ना....
तो पूजा भी मुस्कुरा कर बोली नही पापा ऐसा कुछ नही सोचेंगे....फिर वो दुकान के लिए निकल गए....
मां से पूछी दोपहर के खाने के लिए और वो किचन में आने से पहले हमको बोली खिचड़ी चढ़ा देती हु और फिर चोखा बना कर निकलते है घर के लिए तब तक आप ले जाने वाला समान सब देख लीजिए ना जान.....
और हम इतने बुद्धू थे की भोपाल से आने की खुशी में वापिस जाने का टिकट बनाए ही नही थे और ये बात ध्यान से उतर गई थी बिलकुल मेरे....
खैर हम ऊपर गए और अपन दोनो कोई का समान जो था उसको समेटे और जो थोड़ा बहुत छूट रहा था वो पूजा आ कर देख के रख लेती.....
पर अब असल दिक्कत थी की ट्रेन का टिकट क्युकी गाड़ी से जाने में हमे सुबह ही निकलना होता था पर अभी निकलता तो एक दिन का ऑफिस तो पक्का छूट जाता जो हम नही चाहते थे इसलिए अपने एक दोस्त को फोन किए की कुछ जुगाड बैठ जाए पर वो बोला की शाम तक रुक जा कुछ होता है तो बताता हु पर चांस कम ही है.....
हम बोले देख ले भाई अर्जेंट है तो वो बोला ओके भाई देखते है....
उसके बाद हम सुगंधा को फोन किए और उसको बोले क्या बेटा अपनी बहन के पास एक दिन के बाद गईं ही नही तो वो बोली अरे नही मौका ही नही लगा जाने का आज हो आती हु दीदी के पास....
हम बोले अरे छोड़ रे तू हम ही आते है तेरी दीदी को ले कर तुझे मिलाने ठीक ना बढ़िया सा कुछ बना के रख आज लंच तेरे यहां ही करेंगे....
वो चौंक कर बोली अरे तू पटना में है कब आया....
हम बोले अरे तू बस तैयार रख बाकी बाते आने के बाद समझी ना....
वो बोली चल ठीक है आ जा फिर...
 
सुगंधा से बात करने के बाद हम नीचे जाने को हुए की तभी पूजा डार्लिंग कमरे में आई और बोली समान सब देख के रख लिए जान आप नीचे खाना तैयार ही है लगभग लगभग बस चोखा बनाना है फिर निकलते है और अपना ट्रेन कितने बजे का है वो तो आप बताए ही नही.....
हम एक लंबा सास छोड़े और बोले टिकट ही नही बनवाए है हम....
पूजा आंखे गोल करती हुई बोली अरे जान अब क्या करेंगे और आप टिकट क्यू नही बनवाए भला....
हम उसके पास गए और उसको अपने आलिंगन में लेते हुए बोले तुमसे मिलने का खुशी इतना हावी था की कुछ और सूझ ही नही रहा था बस कैसे भी यहां पहुंचना था अब ट्रेन का टिकट अगर नही मिला तो फिर रात वाला फ्लाइट लेंगे और क्या लास्ट ऑप्शन वही है ना क्युकी गाड़ी तो ले कर जाने से रहे एक दिन जायेगा पूरा उसमे और कल ऑफिस एक बजे तक भी पहुंच जायेंगे तो कोई प्राब्लम नही होगा.....

पूजा मेरे गाल पर चूम कर बोली आप ना एकदम पागल है मेरे....टिकट बनाना ही भूल गए गजब और हस दी....
फिर हम बोले चलो अब तैयार हो जाओ आज मां को हम पूछते है की सलवार सूट पहना कर ले जाऊ क्या....तो पूजा बोली नही जान पागल मां बोली है ना यहां साड़ी और वहा भोपाल में सूट पहन सकते है फिर क्यू....
हम बोले अरे हम पूछ कर आते है तब तक तुम इनको उतारो और उसकी एक चूची को मसलते हुए हम नीचे चले गए.....
नीचे जा कर मां से पूछे तो मां कुछ सोची फिर बोली जा ले जा वैसे भी गाड़ी में बैठ कर तो जायेगी पर सर पे दुपट्टा का पल्लू ले लेगी....
हम खुश होते हुए ऊपर आए तो मेरी जान नंगी घुसी हुई थी बाथरूम में.....हम भी फटाफट अपने कपड़े उतारे और पीछे से गए और एक करारा तमाचा मारे उसके चूतड़ों पे तो वो चिहुंक कर बोली अरे जान डरा दिए आप और बस मौका चाहिए इनको मारने का है ना....
हम उसके चूतड़ों को मसलते हुए बोले ये तो मुंह निकाले हमको देख रहे थे की आओ और मारो तो बस वैसे तुम्हारा छोटा बाबू भी रेडी है बोलो तो उससे भी एक राउंड मार लगा दु.....वो मेरे छाती पे मुक्का मारते हुए बोली सब समय यही बर्बाद कर लेंगे तो फिर कब जायेंगे कब आयेंगे और जान ट्रेन का कुछ हुआ....हम उसको अपने आलिंगन में लेते हुए बोले अरे हो जायेगा और अगर नही हुआ तो कल सुबह गाड़ी से निकलेंगे और क्या एक दिन ऑफिस ऑफ रहेगा इतना टेंशन क्यों लेती है अपने जानेमन के होते हुए चलो अब मां परमिशन दे दी है अब कोई मस्त टाइप सूट निकालो और फिर एकदम कट्टो पीस बन के चलो ले चलते है.....
वो मेरे नाक को पकड़ के बोली आपके साथ डेट पे नही जाना है जान घर जा रहे है और वहां आप हम्पे लाइन थोड़े मारीएगा वैसे आप अपना पसंद का सूट दे दीजिए पहनने को बस....
हम बोले अरे लगना तो चाहिए ना की तुम मेरे साथ खुश हो क्युकी वहा कुछ लोगो को तो ये भ्रांति पैदा हो रखा है मन में की हम अपनी जान से खाली काम करवाते है तो वो दूर करना है ना....
पूजा मेरे कंधे पे हाथ रखती हुई बोली आप ये सब मत सोचिए जान हम आपके साथ बहुत खुश है बस आपको हमसे मतलब होना चाहिए ना की बाकी दुनिया से.....
हम बोले अरे नही जान तुम छोड़ो नही समझेगी बस जैसा बोल रहे वैसे बन कर चलो और हा तैयार होने में कोई कसर नहीं छोड़ना है ठीक ना....
पूजा मुस्कुरा दी और बोली आप ना...हम बोले हा पता है हम ना चलो चलो....

फिर दोनो कोई मुंह हाथ धोए और वापिस कमरे में आए और फिर पूजा एक मस्त सूट पहनी जो हम अपना पसंद से उसको निकाल के दिए थे और हम एज युजुअल एक शर्ट और कॉटन पैंट पहने और निकल पड़े और पूजा क्या लग रही थी एकदम बला की खूबसूरत.....
जाते जाते मां को बोले की ध्यान से रहना थोड़ी देर में आते है और कुछ जरूरत हो तो बड़ी भाभी को बुला दे....
पर मां मेरा कोई बात सुनी ही नही वो पूजा को देख के बोली अरे बेटा तू कुछ भी पहन ले एकदम से परी बन जाती है इधर आ इधर आ और फिर पूजा के माथे पे चूम ली और बोली दुपट्टा का घूंघट बना के निकल तुरंत में नजर लग जायेगा और हमको बोली जल्दी से जा और जल्दी लौट आना आज ही निकलना है ना तुमलोग को....
हम बोले हा मां निकलना तो है पर अभी कुछ दिक्कत है देखते है...मां बोली क्या दिक्कत....
पूजा हस्ते हुए बोली ये जाने का टिकट ही नही बनाए है....मां बोली हे भगवान अब....कैसे जायेगा दोनो कोई....रात में गाड़ी से नही जाना है....
हम बोले हा मां अभी एक को बोले है टिकट के लिए हो गया तो ठीक नही तो कल सुबह निकल जायेंगे...
तो मां बोली हा ठीक है और तू इत्मीनान से जा हम बड़की को बुला लेते है थोड़ा देर के लिए बेफिक्र हो कर जा....

फिर दोनो कोई वहा से निकले और चल दिए हम अपने ससुराल के तरफ...जब पूजा के पापा के दुकान के पास पहुंचे तो हम पूजा को बोले हो ले क्या दुकान पे तो वो मेरी तरफ देखी पर कुछ बोली नहीं लेकिन उसकी नजरो ने सब कुछ बयान कर रही थी की नही जाना है दुकान पे....
फिर हम भी इग्नोर मारे और पहुंचे घर पे जहां सुगंधा और मम्मी बाहर वाले कमरे में ही बैठी थी....हम दोनो मम्मी के पैर छू कर आशीर्वाद लिए और फिर मम्मी पूजा को देख कर बोली कितनी सुन्दर लग रही है बेटा तू....
तो सुगंधा बोली सब सुमित जीजा के आने का असर है....
पूजा उसको मुक्का दिखलाई और फिर सब कोई बैठे एक साथ और शुरू हुआ बातो का सिलसिला....
हाल चाल लेने के बाद मम्मी बोली सुगंधा बताई की तुम दोनो आ रहे हो और सुमित बेटा बोला की कुछ बढ़िया सा बना के रखने तो इसको नॉन वेज पसंद है ना तो फटाफट चिकन मंगवाए राहुल से और बनाई है सग्गू ही....
हम मजाक से बोले फिर तो बेड़ा गर्क हो गया होगा चिकन का....सुगंधा बोली अरे खा के तो देख उंगली चाटते रह जायेगा....
हमको इस तरह से बोलते देख पूजा सुगंधा को बोली अरे तुझको कितना बार समझाए है की अब ये तेरे दोस्त नही जीजा है....
सुगंधा हाथ जोड़ के बोली हा दीदी जी गलती हो गया....आप खा के देखिए जीजा जी बहुत अच्छा बना है...फिर सब कोई हस दिए...
पूजा हमसे बोली आप सरप्राइज़ नही रख सकते थे हमारे आने का बात वही सोचे की ये लोग वेट कर रहा था हमारे आने का क्युकी आने पे वो रिएक्शन नहीं दिखा जो दिखना चाहिए था....
फिर मम्मी बोली अरे ना बेटा कैसा बोलती है तू आई और हम खुश नहीं हो भक्क....
फिर हम बोले अरे जीजा बाद में पहले दोस्त ही है हम उसके....और फिर मम्मी से पूछे की पापा को पता है हमलोग आए है.....
तो मम्मी बोली की राहुल बताया ही होगा जब चिकन लाने गया होगा तो....
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....

ये बात बोलते वक्त मम्मी एकदम नॉर्मल रही इसका मतलब चीजे अब पहले के मुकाबले सुधार रही है वरना हमारे आने पे मम्मी थोड़ा पैनिक कर जाती थी जो इस बार नही हुई थी और ये अच्छी बात थी....
फिर मम्मी बोली चलो अब खाना लगाते है गरम गरम ही है खा लो फिर बैठेंगे सब कोई साथ में बहुत दिन हुआ कितना सारा बात करना है और फिर दोनो बहन किचन में गई और मम्मी को हम अपने पास ही बिठाए रखे....
जब दोनो बहन वहा से चली गई तो हम मम्मी से बोले की पापा अब भी कुछ बोलते है क्या या सब कुछ ठीक है....
मम्मी मेरे इस सवाल पे थोड़ा अचकचा गई पर बोली नही बेटा अभी तो ऐसा कुछ नही बोलते है...मिला जुला कर सब कुछ ठीक है और रहना भी चाहिए अब ऐसा कोई बात नही होगा उनके मन में....
तब हम बोले चलिए फिर ठीक है अच्छा हुआ आखिर पापा भी सही हो गए ये बात पूजा को इतना सुकून देगी ना की आप सोच भी नही सकती....
मम्मी बोली हा हम जानते है बेटा पर अभी सब ठीक है....इतने में सुगंधा दो प्लेट ले कर आई और उसके पीछे पूजा दो प्लेट ले कर आई....तो हम बोले पापा को भी बुला लेते है कॉल कर के तो पूजा बोली अरे वो तो दुकान पे होंगे ना अभी कैसे आयेंगे....
हम बोले मम्मी बता रही थी की सब कुछ ठीक है पहले से और अब कोई दिक्कत वाली बात नही...
तभी मम्मी बोली हा बेटा अब ऐसा कोई बात नही करते ना बोलते है वो तो सब कुछ अब ठीक है....
पूजा बोली तो फिर जब सुगंधा मेरे यहां एक रात रुक कर अगली सुबह आई थी तो क्या क्या बोले थे वो और क्यू बोले थे....
सुगंधा बोली अरे छोड़ ना और मम्मी तुम क्यों उनका बात निकलती है....
मम्मी बोली नही बेटा हम नही वो तो सुमित बेटा पूछ रहा था....
हम सुगंधा से बोले अरे क्या बोले पापा तुमको उस दिन ठहरी थी....तो पूजा बोली छोड़िए ना आप कहा का बात ले के बैठ रहे है छोड़िए चलिए खाना खाइए....
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हम भी ज्यादा जोर नही दिए और सब कोई बैठे खाने को अभी खाना शुरू करते ही की उतने में राहुल आ गया और मेरे और पूजा दोनो के पैर छुआ और बैठ गया....
तो पूजा बोली कितना काम करता है तू धूप में अपना शरीर पे ध्यान नहीं दे रहा क्या कैसा हो गया है तू....
तो राहुल बोला अरे ये सब तो चलते रहता है दी बाहर काम करने वालो के लिए ये सब नॉर्मल है आप अपना सुनाओ सब अच्छा...
हम बोले हा सब बढ़िया है और पापा कहा है वो बोला आ रहे है दुकान बंद कर दिए है उनको पता है की आप लोग आ रहे है तो वो भी आ ही रहे है रास्ता में रुके है तरबूज ले रहे थे तो हम आगे आ गए....
तभी पापा घर में एंटर हुए तो हम और पूजा दोनो कोई उनके पाव छुए और वो आशीर्वाद देते हुए बोले तब मेरे तोता मैना उड़ते उड़ते आखिर अपने खड़ूस हिटलर बाप के पास आ ही गए....
इस बात पे हम हस दिए और बोले नही पापा ऐसा कोई बात नही है परसो आए ही थे रात में हम तो कल घर पे ही रहा और आज यहां आ गया पिछली बार भी नही आ पाया था....
फिर पापा पूजा से बोले क्यू रे तू उस दिन बोली की घर आऊंगी और आई नही ऐसा क्या बात है भाई बताओ जरा हमको भी....

पापा ऐसा बिहेव कर रहे थे जो की हम दोनो के लिए unexpected था पर पूजा बहुत सतर्क थी उनके मामले में इसलिए एकदम शांत मन से जवाब दी नही पापा घर में ही व्यस्त रहती थी इतना की मौका ही नही लगा और अकेले आने जाने में भी अच्छा नही लगता ना....सग्गू उस दिन गई तो फिर एक बार भी आई ही नहीं और उधर मां की हालत को देखते हुए हम भी कही नही निकल पाए....
तो पापा बोले अरे चल छोड़ आ जा खाना खाते है वरना मेरे चक्कर में ये ठंडा हो जायेगा....
फिर सुगंधा बाकी के दो थाली और लगाई और फिर सब ने खाना खाया....
सुगंधा ने सच में मस्त चिकन बनाया था मजा ही आ गया खा कर....
खाना खाने के बाद हम सुगंधा को अपने पास बुलाई और मजाक से बोले ए बावर्ची हम तुम्हारे पकाए मुर्गे से बहुत खुश हुए ये लो और एक रुपया उसको दे दिए हाथ में तो पूजा जोर से हसी और बोली ले रख ले मेहनताना अपना....
पूजा के साथ साथ बाकी लोग भी हस दिए पर सुगंधा तुनक कर वहां से जाने लगी तो पूजा उसको रोकी और उसके हाथ में एक पांच सौ का नोट थमाई और बोली ले रख ले मां भिजवाई है तेरे लिए....
पर सुगंधा मना करने लगी लेकिन हम और पूजा दोनो जबरदस्ती उसको दे दिए तो पापा बोले रख ले प्यार से दे रहे है पगली और वो बोले की जो तरबूज लाए है ना जा उसको काट के रूह अफजा में मिला कर शरबत जैसा बना ले चिकन के बाद सब का टेस्ट बदल जाएगा....
बर्फ है ना फ्रिज में तो मम्मी बोली हा है फिर शरबत बन के आया और सब कोई पिया और उसी दौरान बाते भी चलती रही और पापा ने भोपाल का पता भी ले लिया मुझसे बोले कभी मन हुआ तो हम लोग आएंगे वहां....क्यू सुमित बेटा घुमाओगे ना भोपाल तो हम बोले अरे पापा ये भी कोई पूछने का बात है...
फिर वो आराम करने गए जबकि बाकी हम लोग सब कोई लूडो खेले सिवाय मम्मी के वो हम लोग को बस देख के बीच बीच में गोटी काटने के वक्त हो रहे बहस में सपोर्ट करती......

इन सब कामों में कब शाम के चार बज गए पता ही नही चला....पापा जब दुकान जाने को हुए तो हमलोग को बोले चलो चलते है और आराम से जाना तुम दोनो और जल्दी से अब नाना नानी बना दे हम लोग को खुश खबरी कब देगा....
मम्मी बोली अरे मिलेगा ही इतना भी क्या जल्दी है....
पापा बोले अरे जल्दी है ना कैसा बात करती हो और उनके इस बात से तो हम दोनो ही बुरी तरह शर्मा गए थे सो कोई जवाब नही दिए...
और वो दुकान के लिए निकल गए उनके जाने के बाद मम्मी को हम लोग बोले चलते है मां अब जाना भी है और फिर वहा से हमलोग निकले घर के लिए....
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अभी रास्ते में ही थे की मेरे उस दोस्त का फोन आया की इमरजेंसी कोटा में टिकट हो गया है सेकंड ऐसी में पर रात बारह बजे वाले गाड़ी में जो अगले शाम को सात बजे इटारसी उतारती तो मतलब कुछ भी कर लू एक दिन का ऑफिस तो अब्सेंट लगना ही लगना है....
पूजा बोली हो गया ना टिकट जाने दीजिए एक दिन एब्सेंट से कोई पहाड़ नही टूट पड़ेगा....और वो खुश हो कर मेरे बाहों में अपने बाह फसा कर मेरे कंधे पे अपना सर रख ली....और हम लोग पहुंचे घर जहा बड़ी भाभी मां के साथ बैठी थी और जिमी नही था...पूछने पे पता चला की पापा आए हुए है दुकान से वो उसको बाहर ले कर गए है....हम मां को टिकट का बता दिए की हो गया है तो वो भी चैन की सास ली और बोली चल अब तैयारी कर ले जा कर जो थोड़ा बहुत समान है सब....
पूजा मां से पूछी की आप और पापा खाना खाए थे की नही और आप भाभी कब आई तो भाभी बोली हम खिलाए है दोनो कोई को तुमलोग के जाने के बाद थोड़ा देर में हम आ गए थे...
फिर पूजा बोली चलिए फिर हम चाय बनाते है आ कर तुरंत फिर सब कोई चाय पियेंगे और तब तक पापा भी आ जायेंगे.....
ये बोल कर पूजा और हम दोनो कोई अपने कमरे में गए चेंज किए और पूजा सब सामान चेक की लगभग लगभग समान सब हम रख चुके थे जो थोड़ा बहुत बचा हुआ था वो डार्लिंग मेरी संभाल के रख ली....
अब हम लोग एकदम रेडी थे जाने को से नीचे जाने से पहले पूजा को हम अपने बाहों में भरते हुए बोले आज पापा का बिहेवियर बहुत बदला हुआ नही लगा....वो बोली हा बदला तो है पर ये असलियत में बदला है की नही कौन जानता है खैर इतना अब नही सोचना हमको इस बारे में हम दोनो एक दूसरे के साथ है बस ये मायने रखता है नाकी कौन क्या सोच रहा क्या कर रहा....
हम बोले शुक्र है प्रभु की हमारी बीवी अपने मायके से आने के बाद घबराई नही....पूजा मुस्कुरा कर बोली नही जान घबरहाटा तो आज भी होता है वो गलियारे का मंजर हम कभी नही भूलेंगे और न ही राहुल का वो गोली चलाना....ये बोलते हुए पूजा का एक आसू मेरे बाह पे आ कर गिरा...हम अभी कुछ बोलते इससे पहले वो मेरे गले से लग गई और बोली...
हम आपके बगैर नहीं रह सकते और खबरदार जो आप हमको धोखा दिए....ये बोलते हुए पूजा सिसक सिसक के रोने लगी और बोली कोई नही है आपके अलावा मेरा इस दुनिया में....मेरी दुनिया आप हो जान आपके बगैर कुछ नही....आप नही तो हम भी नही.....हम बोल देते है....
पता नही सब को क्या दिक्कत है मेरे प्यार से पहले मेरा ही अपना बाप भाई आपके जान का दुश्मन बन गया था और आज सुबह वो बाबा....
हम उसके चेहरे को थामे और आंसू पोंछ कर बोले बहुत मारेंगे सुबह ही न समझाए थे और पापा, राहुल का मैटर अब खतम हो चुका है जाने दो और अब रोना बंद चलो अब नीचे चाय बनाना है एंड सुनो जब ट्रेन में चलेंगे तो कुछ ढीला ढाला पहनना रांची वाला एक्सपीरियंस दुबारा से लेना है हमको.....पूजा जो अभी तक सुबक रही थी मुस्कुरा दी और एक मुक्का मारी मेरे सीने पे और बोली आप ना एकदम गंदे है अभी क्या बात कर रहे थे हम और आप क्या बोलने लगे....
हम उसके चूतड़ों पे हाथ लगाते हुए बोले अच्छा तो कोई बात नही मत पहनना कोई जबरदस्ती थोड़े कर रहे हम भोपाल जाने के बाद पहनने ही नही देंगे कुछ भी हम.....पूजा मेरे गर्दन के पास चूम कर बोली हम मना किए क्या अभी नही ना फिर....

उसके बाद हम उसके सर से सर टकरा कर हस दिए फिर दोनो कोई नीचे उतरे और फिर ससुराल जाने के बाद क्या क्या हुआ ये सब बात हुआ और फिर भाभी बोली की हम यही रह रहें है आज से भईया अप डाउन करेंगे पापा बता रहे थे की चार पांच दिन में प्लास्टर भी कट जायेगा तो फिर थोड़े दिन फिजियोथेरेपी चलेगा अगर जरूरत रहा तो.....
इतने में मां बोली फिर हम दोनो वहा आ जायेंगे फिर तू समझना....पूजा बोली अरे मां इसमें समझना क्या है कुछ नही जैसे आप यहां रहती है वैसे ही वहा रहिएगा बस जगह नया होगा और मेरे लिए अच्छा है ये कही अकेले जाने ही नही देते थे हमको आप रहिएगा तो हम आपके और पापा के साथ घूमेंगे....
हम बोले अच्छा बेटा ये प्लानिंग है ठीक है घूम लेना और घुमा भी देना....
फिर रात का खाना भईया भाभी के साथ ही हुआ सब कोई का और फिर ग्यारह बजे भईया और पापा दोनो कोई साथ में निकले हम लोग के स्टेशन छोड़ने....घर से निकलते वक्त मां पूजा के जाने से थोड़ी इमोशनल हो गई इतने दिन में दोनो के बीच अच्छा खासा अटैचमेंट हो गया था...पर फिर भाभी बोली अब पूजा का जगह हम ले लेंगे तो सब कोई हस दिया और पूजा बोली मेरे जगह पे आप रहिए या हम आपके पे बात तो एक ही है ना भाभी बस मां पापा का सेवा ही तो करना है और क्या....
इसी तरह थोड़ा खट्टी मीठी यादें समेटे हम दोनो चल दिए भोपाल....
 
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