ऑफिस में तीन दिन की लगातार छुट्टी थी तो मैंने सोचा की ये तीन दिन अपनी डार्लिंग के साथ गुजारू इसके लिए हम पापा को फोन किया और बता दिया की कल से छुट्टी है और हम पटना आ रहे है....पापा ये सुन कर बहुत खुश हुए और बोले की चल अगर हम नही जा पाए तो क्या हुआ तू ही आ रहा है....फिर हम पापा से बोले की आप ये बात घर में किसी को मत बतलाइयेगा की हम आ रहे है खास कर पूजा को उसका रिएक्शन देखना है हमको.....पापा हस कर बोले चल ठीक है आ जा फिर कब निकल रहा......
हम बोले आज ऑफिस से दोपहर को लंच के बाद हाफ टाइम ड्यूटी कर के निकल जाऊंगा और शाम तक आ जायेंगे घर.....पापा बोले बहुत बढ़िया पूजा बेटा का खुशी देखने लायक होगा.....अच्छा क्या खायेगा ये तो बता तो हम बोले पापा आज बृहस्पत है तो पनीर ला देना आप और पूजा को बोलना की रात में परांठे बना दे जब तक वो बनाएगी हम पहुंच जायेंगे और उसके हाथो का गरम गरम खायेंगे आज....और आप भी घर सवेरे आ जाइयेगा ठीक ना....
पापा बोले हा हम तुझको लेने आ जायेंगे एयरपोर्ट पे.....हम बोले नही पापा आप घर पे ही रहिएगा हम जब पटना उतार जायेंगे तो आपको कॉल कर देंगे और मेरे आने पे वो जिमी कूदेगा इसलिए आप उसको ले कर टहलाने निकल जाइयेगा नही तो उसका कूदना सारा सरप्राइज़ खराब कर देगा....पापा हसते हुए बोले चल ठीक है जैसा तू बोले.....
पापा से बात करने के बाद पूजा को फोन किया क्युकी अभी तो ऑफिस जा ही रहा था....जैसे उससे रोज बाते करता था वैसे ही किया और उसे भनक तक नहीं पड़ने दिया की आज शाम को वो मेरी बाहों में होगी....
बीच में एक दिन और छुट्टी थी तो उस वक्त पूजा पूछी भी थी की घर नही आइएगा तो उस वक्त हम उसको बोले थे की अभी आने जाने में ही एक दिन निकल जायेगा तो फिर आने का कोई मतलब नहीं बनता इसलिए इस बार की छुट्टी में पूजा हमसे ये पूछी ही नही....पर इस बार एक छुट्टी ज्यादा थी इसलिए ये प्लान बना लिया था मैने.....
हम तो उससे बात करते वक्त ही इतने एक्साइटेड थे की क्या बताए वो खुशी हमसे छुपाए ना छुप रही थी पर किसी भी तरह खुद को रोक रखा था.....
ऑफिस पहुंचा तो काम करने में भी मन नही लग रहा था बार बार ध्यान घड़ी की तरफ जा रहा था जैसे ही लंच हुआ की हम ऑफिस से निकले सीधा एयरपोर्ट के लिए.....फटाक से ऑटो लिया और पहुंचा एयरपोर्ट....
जैसे लंच टाइम में पूजा का फोन आता है तो फोन उठाया और बोला लंच करने आया हूं कलिग्स के साथ में तुम भी खा लो जान और जा सुनो लंच के बाद आज मीटिंग है तो शायद अब बात घर जाने के बाद ही होगी....
वो बोली अरे जान एक तो आप दूर है मेरे से उसपर से अब बात करने में भी दिक्कत भक्क़ ऐसे कैसे चलेगा जान आप मेरा तबियत खराब करवा दीजिएगा....
हम हस कर बोले अरे नही मेरा जान ऐसे कैसे हम है ना जब शाम को घर पहुंचेंगे तो वीडियो कॉल पे मस्त मूड बना देंगे फिर बोलना तुम....ऐसा फीलिंग जगाएंगे की लगेगा की हम वही है तुम्हारे पास....
वो बोली है ना भक्क जाइए खाली आप बात बनाते है कितना अच्छा मां पापा और हम आ रहे थे और आप मना कर दिए....
हम बोले अरे जान समझाए थे ना फिर भी वही बात....तो वो बोली समझते है जान पर इस दिल का क्या इस मन का क्या जो हर वक्त कहता है...
तुमको देखे बिना अब तो चैन मिलता नही....
दिल पे अब तो कोई जोर चलता नही....जादू है कैसा दिल की लगी में.... डूब गई हु किस बेखुदी में....
हम बोले आय हाय मेरी जान इतनी बेताब है....
पर मेरा जान हम भी क्या करे काम तो करना ही है ना....बस जान थोड़ा समय और फिर सब को जवाब हम देंगे....तुम्हारे दिल को भी तुम्हारे मन को भी और और और और तुम्हारे उसको भी
.......
चलो अब जाओ खाना खाओ इधर हम भी खा लेते है सब ले के बैठ गया है आज होटल में आया है सब खाने...फिर वो बोली ठीक है ध्यान रखियेगा अपना और मौका लगते ही कॉल कीजिएगा घर जाने का वेट मत कीजिएगा हम यहां टकटकी लगाए बैठे रहते है जान....आई लव यू आई मिस यू सो मच स्वीटहार्ट.....हम बोले आई लव यू टू जान चलो अब आते है....
फिर फोन कट गया और उसके बाद हम पहुंचे अपने बोर्डिंग पास और टिकट ले कर काउंटर पे और फिर सब कुछ क्लियर करवाते करवाते लंच पीरियड ओवर हो चला था तो पूजा को मैसेज कर दिए की मीटिंग इज ऑन आई लव यू जान
तुरंत उसका रिप्लाई आया ठीक है मीटिंग कर लीजिए फिर करते है बात....आई लव यू टू जान मिस यू सो मच.....उसके बाद हम फोन किए फ्लाइट मोड में और फिर उड़ चले
डेढ़ घंटे में दिल्ली पहुंचा और फिर वहा एक घंटे वेट करने के बाद दूसरा फ्लाइट था पटना में लिए.....पटना वाली फ्लाइट में बैठने के बाद पूजा की फोटो मोबाइल में देखते हुए मन ही मन सोचा की बस अब दो से ढाई घंटे और जान फिर बस तुम्हारे पास तुम्हारे बाहों में......
..
....
इधर घर में पापा टाइम देखे तो दुकान से निकल चले पनीर लेने और पनीर के साथ साथ उन्होंने गुलाब जामुन भी ले लिए और समान लेते हुए वो घर पहुंचे जहा उन्होंने पूजा को सब सामान दिया और बोला की बेटा आज परांठे खाने का मन है सो पनीर की बढ़िया वाली सब्जी और परांठे बना ले....पूजा बोली जी पापा बना दूंगी पर अभी तो समय है ना....अभी शाम का नाश्ते में आप चाय और चूड़ा भूंजी हु वो ले लीजिए फिर बनाती हु....
पापा बोले हा चाय पिला दे पर चूड़ा नही खाऊंगा आज खाना ही खाऊंगा डायरेक्ट....दुकान पे मन नही लग रहा था तो यहां आ गया....इधर पूजा पनीर देखी तो उसका फोटो खींच कर हमको भेज दी की पापा लाए है आप होते तो खिलाती ना अच्छे से वहा आप रूखा सूखा खा रहे है.....पर मैसेज तो हमको डिलीवर हुआ ही नहीं....क्युकी हम तो हवा में थे
पटना की धरती पे पाव रखते रखते हमको शाम में साढ़े छ बज चुके थे...घर पहुंचते पहुंचते साढ़े सात आराम से बज जाने थे तो वो भी टाइम ठीक ही था खाना के हिसाब से और अपनी जान के हाथ का खाने के चक्कर में दोपहर से कुछ खाया ही नही था....वैसे भी आज तो जम कर खाऊंगा अपनी जान के हाथो बना हुआ खाना भी और फिर अपनी जान को भी
अपने मुहल्ले में जब पहुंचा तो पापा को फोन किया वो उठाए और बोले हा बोल....हम बोले आ गए है आप जिमी को ले कर निकलिए पापा....तो फिर पापा बोले चल आते है....सामने मां बैठी थी तो वो ऐसा दिखलाए की कोई उनका दोस्त फोन किया है....
पापा घर से बोल कर निकले की जिमी को टहला आता हु....पूजा किचन में थी और इस समय तक पापा और मां दोनो खा चुके थे....इधर वो हमको मैसेज जो को थी वो अभी भी डिलीवर नही हुआ था क्युकी इंटरनेट ऑन किए ही नही थे हम.....
और पूजा काम में व्यस्त थी इसलिए फोन नही मिलाई थी वैसे भी अब वो ऊपर कमरे में जाने के बाद ही बात करती थी आराम से और मां पापा भी जानते थे की ऊपर जाने के बाद पूजा को डिस्टर्ब नहीं करना है....
इधर पूजा डार्लिंग को हम जो सुबह में बोले थे की आज वीडियो कॉल पे मूड बना देंगे इसलिए वो किचन का काम जल्दी जल्दी खतम कर रही थी क्युकी आज वो नहाने का सोची थी.....इतने दिनो में एक दो बार दोनो कोई फोन सेक्स में इन्वॉल्व हुए थे पर ना हमको ये पसंद था ना ही मेरी पूजा डार्लिंग को....पर अपने जज्बातों के आगे हम दोनो कभी कभी घुटने टेक देते थे....
..
...
इधर पापा हमसे मिले तो हम उनके पैर छुए और जिमी का तो उत्साह देखते बन रहा था....वो साला मेरे ऊपर ही चढ़ गया फिर पापा बोले चल जा घर हम आते है इसको टहला कर...
हम घर पहुंचे अंदर घुसे और सीधा मां के कमरे में गए दबे पाव और मां हमको देख कर एकदम अवाक हो गई......हम हंसते हुए उनके पाव छुए और इशारों में बोले की चुप रहने फिर उनसे पूछे की हाथ कैसा है तो वो बोली सब ठीक है बेटा जल्दी ही ठीक हो जाऊंगी.......वैसे अच्छा किया बेटा पूजा बहुत खुश होगी कितने दिन के लिए आया है तो हम बोले है अभी तीन दिन....तीसरे दिन रात में निकल जाऊंगा ट्रेन है....मां मेरे सर पे हाथ फेर के बोली जीता रह मेरे बच्चे जा....जा के उससे मिल ले मुंह सुख गया है उसका तेरे बगैर....
तो हम बोले अरे ऐसा कुछ नही है मां क्या आप भी.....
तो मां बोली जा ना तू सब समझता है पर नासमझ बनता है.....
पापा से मुलाकात हुआ अभी गए है तुरंत रोड पे.....
तो हम बोले हा पापा से मिल लिए है उनको सुबह ही बता दिए थे तो मां बोली अच्छा इसलिए पनीर बनवाए है आज ये और दुकान से भी जल्दी आ गए है....
फिर हम मुस्कुरा दिए और चल दिए ऊपर....
..
...
हम दबे पाव ऊपर अपने कमरे में पहुंचे जहा देखा की पूजा डार्लिंग अभी नहा ही रही थी....हम धीरे धीरे अपना बैग साइड में रखे और अपने पलंग के पीछे जा के छुप गए और अपनी जान के बाहर निकलने का वेट करने लगे....पूजा मस्त नहा कर एक नाइटी में बाहर निकली......हमेशा की तरह बवाल लग रही थी गीले बालों में.....
मन तो हुआ की जा के अपने बाहों में भर लूं पर खुद को रोका और वेट करने लगा सही मौके का.....
वो आई और अपने बाल पोंछते हुए बेड पे बैठी और मोबाइल निकाल के हमको जो मैसेज की है वो डिलीवर हुआ की नही वो चेक की और वो चेक करने के बाद फिर मोबाइल साइड में रखी और बोलते हुए उठी.....कहा है जान मैसेज भी नही देखे है मेरा......
वो ड्रेसिंग टेबल के आइने के सामने जा कर अपने बाल कंघी से संवारने लगी.....बाल संवारने के बाद वो अपने चेहरे पे क्रीम लगाने लगी और ज्योही वो अपनी आंखे बंद कर के क्रीम चेहरे पे मलने लगी......तो हम तुरंत उठे और ठीक उसके पीछे पलंग पे बैठ गए.....जैसे ही वो क्रीम अपने चेहरे पे लगा कर आइने में देखी तो आइने में हम दिखे उसको पीछे बैठे हुए....
वो एक झटके से पीछे मुड़ी और एकदम चौंक कर हमको देखती रही कुछ पलो तक.....
हम उसको ऐसे देखते हुए बोले क्या देख रही है.....अपनी जान को गले भी नही लगाएगी.....
वो पगली उठी और अपने मुंह पे हाथ रखते हुए पीछे चलने लगी और दीवाल से जा लगी और सिसकने लगी....
हम उठे और आगे बढ़ कर उसके कमर में अपना हाथ डालते हुए उसको अपने आलिंगन में ले लिए और उसके माथे पे हल्के से चूम लिए और फिर उसकी आंसुओं से भरी आंखों पे चूम लिए और बोले अब रो मत पगली.....
हम ही है तुम्हारे जान तुम्हारे सुमित...
मेरे चूमते ही वो जोरो से मेरे गले से लग गई और पूरे पीठ और सर पे हाथ फिराने लगी और उसके अंदर का दर्द आंखो के रास्ते बाहर आने लगा......सिसक सिसक के पगली रोने लगी.....वो कुछ बोलना चाह रही थी पर उसके बहते हुए आंसू कुछ बोलने नही दे रहे थे या ये कहे की वो बोल नही पा रही थी......
हम उसको खुद से और जोर से चिपका लिए और बोले आई मिस्ड यू सो मच जान....मिस्ड यू सो मच.....अब प्लीज रोना बंद करो पगली वरना चले जायेंगे वापिस....मेरे ऐसा बोलने पे वो कुनमुनायी थोड़ा आवाज की जैसे रोते रोते मना कर रही हो और साथ ही साथ अपनी बाहों के बंधन को और कस ली मेरे इर्द गिर्द और मेरे कंधे पे चूमी और फिर वो मेरे चेहरे को थामी और मेरे होंठो पे माथे पे नाक पे गाल पे गर्दन पे चुम्बनो की झड़ी लगा दी
..
....
उसके मुंह से रोनी आवाज में सिसकते सिसकते पहला शब्द फूटा ज....जा....जान आप कब आए....हम हस कर बोले अभी थोड़ी देर पहले जान जब तुम नहा रही थी......और अब ये रोना बंद करो ना पागल....मेरे आने से खुशी नही हुआ क्या....
वो प्यार से मुक्का दिखलाई तो हम बोले या तो रो लो या तो बोल लो या तो मार लो या तो प्यार कर लो.....वो रोते रोते हस दी और मेरे होंठ से अपने होंठ जोड़ दी....
पूजा मेरी बाहों में एकदम टूट सी गई और एकदम मुझपे लद गई थी और मेरे होंठो को बेतहाशा चूमे चूसे जा रही थी और मेरे हाथ उसके चूतड़ों पे आने से खुद को रोक नहीं पाए और चूमते चूमते दोनो कोई पलंग के किनारे पे आ गए.......
चूमने के बाद हम उसको अपने गोद में लिए पलंग पे बैठ गए और वो मेरे सीने पे एक के बाद एक प्यारे वाले मुक्के मारी और बोली गंदे कहिंके बताए भी नही की आ रहा हु....
हम हस कर उसके हाथ को पकड़े और बोले मेरी जान अगर पहले बता देता तो ये प्यारा सा चेहरा वो भी ऐसे रिएक्शन के साथ देखने को नहीं मिलता ना.....वो बोली कितने गंदे है आप जान और आ कर चुप चाप बैठ गए ये नही की आवाज दे दू....
हम फिर उसके चेहरे पे लटक रहे बालों को साइड किए और बोले अभी तो बोला की ये रिएक्शन देखने को नहीं मिलता ना रे पगली मेरी....
वैसे कैसा लगा मेरा सरप्राइज़....वो मेरे होंठो पे एक बार और चूमी और बोली आपके आने से मेरे में जान वापिस आ गया वरना आपके जाने के बाद से बस दिन काटे है जिए नही एक भी दिन....हम बोले ऐसे मत बोल पगली मारेंगे ना....वो बोली आई मिस्ड यू सो मच जान....आप सोच भी नही सकते की इन बाहों के घेरे में खुद को महसूस करने के लिए कितना तड़प गए थे हम बाप रे वो चीज हम ही जानते है......आपके बाहों में सोने को....आपके हाथो से खाना का एक निवाला खाने को.....आपके हाथो के थप्पड़ को....आपके प्यार को....आपके हर एक चीज को.....मेरी जान अब प्लीज ऐसे मत कीजिएगा मेरे साथ....
हम बोले हा मेरी जान हम भी तो तुमको बहुत ज्यादा मिस किए ना....वहा घर घर लगता ही नहीं था....ऑफिस से आने के बाद तुम जो वेट करते रहती थी मेरा वो मंजर देखने के लिए मेरा जो हाल हुआ है ना हम ही जानते है.....और हर रात जो धमाचौकड़ी की आदत थी ओफ्फो क्या बोले....
पूजा मेरे इस बात पे जोर से मेरे को अपने बाहों में कस ली और मेरे गाल पे चूम कर बोली....ऑफिस से छुट्टी लिए आप क्या....हम बोले नही जान छुट्टी नही लिए आज हाफ डे लिए थे और कल परसों तरसो छुट्टी है और तरसों रात में ट्रेन है वापिस चला जाऊंगा....
इतना सुनते ही वो अपने पैर पटकने लगी और मेरे सीने पे फिर से मुक्के मारती हुई बोली नही जान नही प्लीज नही मत जाइयेगा हमको छोड़ के वरना हम पागल वागल हो जायेंगे....मां और पापा को बोलिएगा साथ में चलने को बस.....प्लीज ना.....
हम उसके चेहरे को अपने हाथो में लिए और बोले हा बाबा नही जायेंगे और मां पापा को भी बोलेंगे बस खुश....वो बोली हा पर आप ना....
ये बोलते हुए वो मेरा हाथ पकड़ी और अपने सर पे रख कर बोली...मेरा कसम है आपको जो आप हमको छोड़ कर गए तो....हम उसके बालो में हाथ फिराए और बोले चल गधी कहिंकी अब ज्यादा सेंटी मत हो वरना हम मेंटल हो जायेंगे....
वैसे बवाल लग रही है मेरी जान....पर अभी क्यू नहाई....
तो वो बोली आप बोले थे मूड बना देंगे वीडियो कॉल पे और काम कर के आए थे तो पूरा बदन पसीने में लथपथ था तो नहा लिए थोड़ा.....
हम कुछ बोलते इससे पहले वो बोली....
अभी ही बता देती हु आप मेरे को साथ ले के चलना प्लीज ना.....
हम बस मुस्कुरा दिए....तो वो बोली भक्क जान नही आप हमको छोड़ कर नही जायेंगे बस बात खतम....हम बोले हा मेरी जान अब अपनी जान को खाना खिला दो सुबह के खाए हुए है....
वो आंखे गोल करते हुई बोली अरे आप कितने गंदे है उस वक्त आप बोले होटल आया हु कलीग्स के साथ लंच करने.....हम बोले अच्छा तो प्लेन कौन पकड़ता मेरा कलीग....
वो मेरे सीने से लग गई और बोली मेरे लिए आप दोपहर से भूखे है जान बै ऐसे कीजिएगा....
हम बस प्यार से उसके होंठो पे चूम लिए....
तो वो बोली चलिए आप पहले फ्रेश हो लीजिए तब तक हम खाना ले कर आते है दोनो कोई साथ में खायेंगे....
पूजा नीचे गई तो मां अपने कमरे के दरवाजे के पास ही खड़ी थी....क्युकी पापा जिमी को घुमा कर वापिस आ गए थे और उसको बांध रहे थे....
पूजा का खुशी उसके चेहरे से ही झलक रहा था....पापा उसके तरफ बिना देखे मां से बोले....देख रही हो घर में रौनक लग रहा है अब जो पिछले बीस इक्कीस दिन से गायब था....तो मां बोली भक्क आप तो और है जानते थे की बेटा आ रहा है तो बतलाए काहे नहीं....पापा बोले सरपायीज खराब ना हो जाता.....
पूजा हस दी और बोली सरप्राइज़ पापा....तो पापा बोले हा बेटा पता है वो तो हम जान बूझ कर ऐसे बोले ताकि तू थोड़ा हसे....
पापा मां के पास आते हुए पूजा से बोले अब खुश है ना की नही....तो पूजा बोली क्या पापा पहले हम रोते रहते थे क्या....तो मां बोली चल चल अब ज्यादा बाते ना बना सब मालूम है हमे.....
तो पूजा डार्लिंग शर्मा कर किचन में चली गई....
मां बाहर से ही बोली हम दोनो का सब कुछ हो गया है खाना पीना समझी ना अब आराम से जा के उसके साथ खाना पीना खा....अब हम लोग भी सो जायेंगे वैसे भी साढ़े आठ बजने को है समझी ना.....
पूजा बोली जी मां ठीक है और किचन में घुस गई खाना निकालने....इतने में हम फ्रेश हो कर नीचे आए और मां को आवाज देते हुए बोले अरे बेटा से अभी ही मुंह फेर ली क्या मां....
तो मां और पापा दोनो कोई कमरे से निकल मेरे पास आए और मां बोली ऐसे काहे बोला रे तुझसे कैसे और क्यू मुंह फेरेंगे....
तो बहु को मेरे पास ऐसे भगा रहे की हम खाली उसके लिए ही आए है....अरे मेरा मां बाप भी तो है....
तो पापा मेरा एक कान पकड़े और खींचते हुए कमरे में ले गए जबकि हम आह पापा अरे ना पापा आह ही करते रह गए.....
फिर पापा और मां दोनो कोई अपने बीच में बिठाए और बोले....
बोल क्या बात है तभी मां मेरे बालो में हाथ घुमाते हुए बोली खबरदार ऐसा बात बोला दुबारा तो..... तुझसे भला कभी मुंह फेर सकते है हम दोनो कभी नही बेटा....
तो हम बोले नही मां ऐसे ही मजाक में बोले थे....तब इतना दिन में बहु खयाल रखी की नही....
तो मां हस कर पूजा को आवाज दी बोली इधर आ बेटा....
पूजा आई तो पापा बोले देख ले तेरा रिपोर्ट ले रहा है की तू अच्छे से खयाल रखी की नही सेवा की या नही.....अब बताओ क्या रिपोर्ट दे अच्छा या बुरा.....
तो मां बोली भक्क आप ना हद है अरे इतना बढ़िया से टाइम से खाना पीना सेवा सत्कार सब की है एक्को काम करने नही दी हमको जो हम कर सकते थे आराम से पर वो भी नही और आपको इसमें बुरा क्या दिख रहा है.....
तभी हम बोले मतलब की ई लड़की टेस्ट में पास हो गई है कितना नंबर से वो तो बताइए.....
पूजा मुंह बनाए खड़ी थी वही पे....मां बोली सौ में हजार....हम बोले अरे ई कौन सा हिसाब है....पापा बोले हम दोनो का हिसाब है बस....
पूजा जोर से हस दी और बोली जाइए ना लेते रहिए रिपोर्ट हम चले.....
हम बोले अरे यही रहो ना एक मिनट और हम मां से बोले फिर चले सब कोई भोपाल.....
तो पापा बोले बेटा इस महीने के आखिरी तक हम दोनो खुद भोपाल आ जायेंगे तेरे पास और तू इस बार अकेले नही जायेगा पूजा बेटा को साथ ले कर जाना समझा....
हम बोले क्यू आखिर तक क्यू रुकना है....पापा मेरे सर पे टपली मारे और बोले दुकान में जो पूंजी लगा रखे है उसको वापिस कर देंगे और थोड़ा बहुत बकाया है वो उठाऊंगा उसके बाद घर बंद कर के तेरे पास आ जाएंगे...
उसके बाद तू समझना....तो पूजा बोली अरे पापा समझना क्या है इसमें हम लोग आपके साथ रहेंगे इससे अच्छा क्या बात होगा....
तो मां बोली हा फिर तू यहां के जैसे उदास भी नही रहेगी.....तो पूजा बोली बै मां हम कोई उदास नही थे....
तो मां बोली हा आज सुबह के और अभी के चेहरे में कितना अंतर है हम सब देख पा रहे है.....
तो पूजा मुस्कुराते हुए शर्मा कर भाग गई....
हम पापा से बोले.....पापा पूजा को यही छोड़े जाऊंगा जब आप आइएगा तो ही पूजा आयेगी साथ में....
तो मां बोली अरे चोट्टा एक बार में समझ आता है की नही बोल दिए ना पूजा बेटा जाएगी तेरे साथ तो बस जायेगी.....तू समझता नही है बेटा की सब समझ के भी अंजान बनता है.....
पापा बोले अरे बेटा तू हमारी टेंशन क्यों लेता है तेरे जाने के बाद बमुश्किल दस बारह दिन का खेला है यहां फिर तो हम वहा आ ही जायेंगे.....
..
....
हम बोले फिर भी पापा....तो मां हमको बोली चल उठ तो तू यहां से जा भाग ऊपर कल बात करते रहना जो करना है भाग तो और ये बात तय है की पूजा बेटा तेरे साथ परसो जायेगी बस.....
और पापा आराम से अपने बिस्तर पे लेट गए जबकि मां हमको कमरे से बाहर कर दी और हम भी मुस्कुराते हुए किचन की तरफ गए जहां पूजा खाना निकाल के उसको ढंक कर खड़ी थी.....हम उसको देखे तो बोले अरे ऊपर नही गई तो वो बोली आप हमको फिर से छोड़ कर जाने का बोल रहे थे ना.....
हम बोले नही जानेमन मां पापा जब आते तो तुम उनके साथ चली आती बस.....
तो पूजा मेरा हाथ पकड़ी और एक हाथ से थाली ली खाना का और ऊपर चल दी....
कमरे में आने के बाद थाली रख कर मेरे गोद में चढ़ गई और मेरे कान के निचले हिस्से को अपने मुंह में ले कर दात से काट दी....तो हम बोले आह पगली हो गई क्या....
वो बोली आपको मेरी हालत पे तरस नही आता जरा भी हा....जो आग आप रोज लगा कर बुझाते है उसका तपिश मेरे अंदर कितना उधम मचाए हुए है आपको अंदाजा भी है....आदत लगा दिए है आप जान और आपके बगैर मेरे को नींद तक ठीक से नही आता इसीलिए इतना काम कर लेते थे की थक के सो जाती थी.....और इतने दिन दूर रहने के बाद फिर से आप हमको अकेले छोड़ कर जाने का बात कर रहे है जबकि हम अपना कसम दिए है आपको....
हम बोले अरे तो हम भी कसम दिए है की नही रोया करो तो फिर क्यू रोती है....पूजा मेरे ऐसे बोलने पे बोली रोना भी आपके जुदाई में ही आता है स्वीटहार्ट या फिर आपको तकलीफ में देख कर या ऐसी कोई भी बात जिसमे आपकी पूजा आपसे दूर हो जाती है.....और इसमें कसम नही टूटती....हम कभी टूटने ही नही देंगे...
अब आपसे मेरा हाथ जोड़ कर विनती है हमको ले कर जाइयेगा अपने साथ और मां पापा सब समझते है वो मैनेज कर लेंगे जान एक हफ्ता....
हम बोले सुनो मेरी बात अभी मां के हाथ का प्लास्टर जब कटेगा तब उनको तुरंत तो नही छोड़ सकते ना काम करने के लिए....
पूजा बोली हम जानते थे आप यही बोलिएगा और हम क्या मां भी जानती थी इसलिए वो हमको बोली थी जब हम नीचे गए थे अभी तो की अगर आप ऐसा कुछ बोले तो बोलने के लिए की बड़ी भाभी खाना पीना आ के कर जायेगी ज्यादा सोचने के लिए नही और इस बात पे हम कुछ बोलते इससे पहले ही मां बोली की बहुत मारेंगी अगर कुछ भी जवाब दिए हम तो....अब आपको मार खाना है तो सुबह में मां पापा से ये बात कह के देखिएगा....
...
.....
हम पूजा को अपने गोद से उतारे और बोले फिर तो बात ही खतम हो गया ना जान आप मेरे साथ चल रही है पर ट्रेन से ही जायेंगे हम लोग जिमी अभी यही रहेगा और जब पापा आने का बोलेंगे तो हम तुम वापिस आयेंगे और फिर कार से लौटेंगे भोपाल....
पूजा खुश हो कर मेरे होंठो को चूम ली और एक हाथ नीचे ले जा कर मेरे लंड को पकड़ के सहला दी और बोली आज इसका बनवास पूरा हुआ है खाना खाने के बाद हिसाब कर देती हु इसका भी.....
हम उसकी चूत को नाइटी के ऊपर से अपने हाथ में ले लिए और दबाते हुए बोले बस आज तो इसका खैर नहीं....पूजा कसमसाती हुई बोली आह जान अभी उसको मत छेड़िए वरना खाना भी खाने नही देंगे हम....
वैसे एक और सरप्राइज़ है जो हम आपके लिए कर रखे है....दिखलाती हु पहले मेरे हाथ का खाना खाइए....हम उसको अपने से चिपकाते हुए बोले अभी दिखलाओ ना अब तुम बोल दी है तो सबर नही होगा हमसे....
वो हस्ते हुए बोली नही खाना खाने के बाद प्लीज ना जान अभी नही....बस थोड़ा देर और....
फिर पूजा मेरे गोद में बैठ के ही हमको खिलाई और हम उसको खिलाए....कसम से क्या स्वाद था खाने में.....हम एक निवाला खाने के बाद उसकी उंगलियों में दाती काट लिए और बोले ये जादू हमको दे दो जो तुम खाने में डालती है.... अहा क्या खाना है कहा वो हम अपने हाथ का बेसवाद खाना खा रहे थे....पूजा कराहती हुई दूसरा निवाला मेरे मुंह में दी और बोली अब आपको हम खुद से दूर होने ही नही देंगे तो फिर इस जादू का जरूरत पड़ेगा ही नही....और ये बोल में वो मेरे नाक से नाक टकरा ली....
खाना खतम करने के बाद पूजा थाली में ही हाथ धुलवा दी अपना भी और मेरा भी और उसको पलंग के साइड में रखी और मेरे को बिस्तर पे धकेलते हुए मेरे ऊपर चढ़ गई और बोली हाय जान आपके ऊपर सोए कितना दिन हुआ....हम उसके बालो के जुड़े को खोले और हाथो को नीचे सरकाते हुए उसके चूतड़ों पे एक थप्पड़ मारे तो पूजा डार्लिंग आंखे बंद किए बोली आह जान एक और....हम बोले अरे क्या हो गया तो वो हस्ते हुए मेरे सीने में मुंह घुसा ली और बोली मारीए ना....हम उसकी नाइटी को उपर खींचना शुरू किए और जब उसके नंगे चूतड़ मेरे हाथ में आ गए तो एक करारा तमाचा जड़ दिए....
पूजा बस मेरे थप्पड़ को सही और उसका दर्द वो अपनी मुट्ठी भींच कर जाहिर कर दी....हम नाइटी ऊपर खींचते गए और वो उसके चुचियों के पास आ कर फस गया तो वो मेरे ऊपर से हट कर सीधी हो गई....
हम उठे और एक झटके में उसकी नाइटी को उतार दिए जिसमे वो अपने हाथ उठा कर मेरा साथ दी.....
आज मेरी जान कितने दिनों बाद प्रत्यक्ष रूप से मेरे सामने नंगी थी.....हमारे कमरे की लाइट अभी ऑन ही थी और आज वो ऑन ही रहने वाला था....पूजा जैसे ही नंगी हुई वो पलट गई और बोली आप अपना आंख बंद कीजिए एक मिनट जब हम बोलेंगे तब आंख खोलिएगा.....
हम बोले अरे ये क्या बात हुआ कुछ छुपा रही है क्या....पूजा बोली बै जान आप बंद कीजिए ना आंख.....
हम बंद किए और वो घूमी और मेरे सामने घुटनो के बल खड़ी हो गई और मेरे कंधे पे दोनो हाथ रखी और बोली हा अब देखिए....हम ज्यों ही आंख खोले मेरा ध्यान मेरी जान की चूची पे गया जिसपे उसने वो टैटू बनवाया था.....
एक हार्टबीट बताने वाली लाइंस से जुड़ा हुआ मेरा नाम और सुमित में आई के ऊपर डॉट के जगह दिल और उस दिल में पी लेटर लिखा था और वही लाइंस थोड़ा आगे जा कर खतम हो गई थी......
छोटा सा ही टैटू था ज्यादा बड़ा नहीं और पूजा वो बनवाई भी थी एकदम निप्पल के थोड़ा ऊपर.....
हम उसके उस चूची को अपने हाथो में लिए और बोले जान ये यहां क्यों कैसे मतलब क्या जान दर्द हुआ होगा ना......क्यू बनवाई ये क्या जरूरत था....
पूजा बोली आप कितना प्यारा प्यारा चीज करते है मेरे लिए तो हम सोचे की हम ये कर देते है अपने जान के लिए एक छोटा सा प्यारा सा निशानी....आपको पसंद आया ना जान.....
हम उसकी चूची पे चूम लिए और कुछ बोलते इससे पहले वो मेरे बनियान को पकड़ी और उतार दी और फिर हमको थोड़ा धकेल के नीचे बिस्तर पे लिटा दी और मेरे हाफ पैंट को खींच कर उतार दी और मेरा लंड जो की अकड़ कर खड़ा था पहले से उसके आंखो के सामने आ गया...
वो उसको मुंह में लेने जा रही थी पर हम उसको खींच कर अपने ऊपर ले लिया और चूतड़ों को सहलाते हुए बोले ये टैटू बनाने का आइडिया कौन दिया....ये तो तय है की ये तुम्हारे दिमाग की उपज नहीं है.....
वो मुस्कुरा दी और मेरे गाल पे चूमते हुए बोली आप मेरे रग रग से वाकिफ है जान....
हम उसके गांड़ के छेद को उंगली से कुरेदते हुए बोले सुगंधा ही बताई होगी....वो कसमसाते हुए बोली हा आह हम्मम आपकी साली ही बताई थी पर फैसला मेरा था बनवाने का....
हम बोले अच्छा और ये नही सोची की हम गुस्सा करेंगे....और एक थप्पड़ उसके चूतड़ पे बजा दिए....
पूजा कराहती हुई बोली हा हम जानते थे पर ये भी जानते थे की मेरे जान हमसे गुस्सा हो ही नही सकते....
और अब आप ये बताइए कैसा लगा ये टैटू....हम बोले बहुत ही अच्छा जान पर बनवाते वक्त दर्द हुआ होगा जान.....इसका कोई जरूरत नहीं था तुम हमको ऐसे ही पसंद हो बेदाग एकदम चिकनी.....और ये बनाया कौन....
वो बोली लेडी आर्टिस्ट थी उसी से बनवाए वो दो स्पॉट्स बताई थी एक कंधे के पास एक यहां सीने पे पर उसके हिसाब से थोड़ा ऊपर रहता पर हमको तो बस मेरी जान को दिखलाना था तो यहां बनवाए थोड़ा नीचे कर में सेक्सी सा....
हम उसको थोड़ा एडजस्ट किए और उसकी चूची को अपने हाथो में ले कर दबाने लगे और बोले जान ये दर्द दिया होगा बताओ मेरा नाम लिखवाने में ही तुम अपना आंसू बहाई कितना दुखा होगा....
पूजा बोली नही जान नही दुखा था....
हम बोले अच्छा मतलब अब हमको समझा रही हो दुखा होगा जान हम जानते है......
वो मुस्कुरा कर बोली थोड़ा सा दुखा था और लाल हो गया था पर अब देखिए एकदम सही है......
हम बोले अरे मेरा जान को दर्द हुआ वो भी मेरे कारण......और ये बोल कर उसकी उसकी चूची को चूसने लगे....वो मेरे सर को पकड़ कर अपनी चूची पे दबाने लगी और साथ ही साथ मादक आवाजे निकलने लगी......
चूची पे मुंह लगाते ही उसके निप्पल फूल गए थे जिसको हम चूसते चूसते दातों से काट भी ले रहे थे और तभी हम अपना हाथ नीचे ले जा कर पूजा की चूत को छुए तो पूजा तुरंत अपने पैर फैला दी और उसकी झरने के माफिक बह रही चूत को हम एक बार अपनी मुट्ठी में भर का दबाए और अगले ही पल दो उंगली पूजा की चूत में घुसा दिए.....इधर पूजा मेरे लंड को अपने हाथ में ले कर सहला रही थी.....
कुछ देर की चूची चुसाई और चूत में उंगली लेने के बाद पूजा हमसे अलग हुई और मेरे होंठो पे टूट पड़ी....हमदोमो एक मस्त वाले गहरे चुम्बन में खो गए....एक दूसरे के होंठो को चूसते काटते चूमते हुए हमे तकरीबन दस मिनट हो चुके थे और हम दोनो की ही सांसे फूलने लगी थी.....
तभी पूजा हाफ्ते हुए हमसे अलग हुई और नीचे झुक कर मेरे लंड को अपने मुंह में ले कर चूसने लगी.....हम उसके कमर पे हाथ लगाए और उसकी चूत को अपने तरफ खींचे और सीधा उसकी चूत पे मुंह लगा दिए.....
वो मेरे लंड को चूस रही थी जबकि हम उसकी चूत को और दोनो लोगो के ही उत्तेजना की कोई सीमा नही थी दोनो कोई कभी भी झड़ सकते थे और हुआ भी ऐसा ही थोड़े देर की चुसाई के बाद हम अपनी जान में मुंह में ही झड़ गए जबकि पूजा मेरे मुंह पे झड़ गई....
झड़ने के बाद हम पूजा सीधी हुई और वापिस से मेरे होंठो को चूसने लगी जिसमे हम भी उसका पूरा साथ दिए....चुम्बन के बाद हम पूजा के पीठ और चूतड सहलाते हुए बोले क्या बात है जान कुछ ज्यादा ही गरम हो गई हो तुम तो....तुम्हारी मुनिया तो एकदम रुक ही नही रही बहे ही जा रही है....पूजा मेरे होंठ पे हल्के से काट ली और बोली बताए थे ना की जो आग आप लगाते थे मेरे अंदर उसका तपिश कितना बढ़ गया है मेरे अंदर आप सोच भी नही सकते.....
हम बोले अच्छा तो अगर हम नही आते फिर क्या करती...
वो बोली ऐसे कैसे नही आते आपको मेरा याद मेरा कमी महसूस नही हो रहा था क्या.....और अगर आप नही आते तो हम बस मां के प्लास्टर कटने का वेट कर रहे थे जैसे ही मां ठीक होती उनको ले कर हम पहुंच जाते भोपाल....
हम बोले मतलब तुम पूरा प्लानिंग कर रखी थी बस टाइम आने का वेट कर रही थी है ना....
वो बोली यस माय लव
हम फिर पूजा को सीधा लिटाए और खुद उठ कर पूजा के पैरो के बीच आ कर लेट गए और उसकी बहती चूत को फैला कर देखने लगा....पूजा जब देखी की हम कुछ कर नही रहे बस उसकी चूत को देखे जा रहे है फैला कर....
तो वो बोली जान क्या कर रहे है आप आइए ना मेरे पास...हम उसकी चूत को एक बार फिर से चूमे और फटाक से पूजा के ऊपर चढ़ गए....पूजा मेरे चेहरे को थाम कर बोली क्या कर रहे थे आप आज प्यार करने में लेट क्यू आज तो ऐसे मत तड़पाइये स्वीटहार्ट
.....
हम हस दिए और फिर पूजा के गर्दन के पास चूमना शुरू किए और इधर पूजा अपने पैर फैला कर मेरे लंड को अपने चूत में पास रास्ता दे दी और पैर मेरे कमर पे लपेट ली थी.....हम उसके गर्दन और चुचियों पे चूमते हुए पूछे घुसा दू.....
पूजा कसमसाती हुई बोली आह हम्म्म्म और अपने लंड को पूजा के चूत पे ले आए जिसको पूजा हाथ नीचे ले जा कर खुद अपनी चूत पे सटायी और तभी प्यार से एक धीरे वाला झटका मारे और लंड एक गरम छुरी की तरह पूजा की मक्खन सी बहती चूत में पूरा समा गया.....और पूजा के हाथो के पंजे एक मादक सिसकी के साथ मेरे पीठ पे गड़ गए.....
मैंने अपना लंड पूजा की चूत में कुछ पल स्थिर रखा और पूजा जिसने अपनी आंखे बंद कर रखी थी उसको बोला जान इधर देखो ना....पूजा आंखे बंद किए ही अपनी गर्दन थोड़ा पीछे की ओर उठा कर लरजते हुए एकदम मदहोशी वाली आवाज में बोली आह जान अभी कुछ नही आप बस हमको प्यार कीजिए रुकिए मत ना
.....
हम पूजा के ठोडी पे चूमे और उसको चूमते हुए गर्दन की चमड़ी को अपने दातों में फसा कर चुभलाते हुए अपना लंड धीरे से वापिस बाहर खींचे और फिर शुरू हुआ एक घमासान युद्ध हम दोनो के अंदर जमे हुए वासना के बीच.....
झटके धीरे धीरे तेज होते गए और हम दोनो की सिसकियां भी.....कमरे में थप थप की आवाज तो आ हो रही थी साथ ही साथ पूजा के हाथो की चूड़ियां और पैरो की पायल कुछ ज्यादा ही तेज बज रही थी आज.....और पंखा चले होने के बावजूद हम दोनो पूरे पसीने में सराबोर हो चुके थे......पर इन सब से हमे कोई फर्क नही पड़ने वाला था आज.....
मेरे तेज तेज धक्कों का असर ये हुआ की आज फिर एक बार मेरी पीठ छिल दी गई थी
पूजा के नाखून रूपी हथियार से हम घायल हो चुके थे पर कोई बात नही और इस चीज का एहसास होता भी तो कैसे दोनो कोई इतने दिनो बाद अपने संगम में मशगूल थे की कुछ सूझ ही नही रहा था.....
दो से ढाई मिनट की चुदायी में ही पूजा झरझरा कर झड़ गई थी और फिर भी उसकी सिसकियां कम नही हुई बल्कि वो तो और ज्यादा तेज हो गई थी और हमको अपने बाहों के घेरे में और जोर से कस ली थी.....
कुछ पल पूजा पे सवार रह कर धक्के लगाने के बाद मै पूजा की चूत में लंड फसाए ही उठा और उसको पलट दिया.....
अब पूजा की चूत में पीछे से लंड अंदर बाहर हो रहा था और उसकी गांड़ के छेद में मैने अपने दोनो हाथो के अंगूठे को घुसा रखा था जो पूजा को दोहरी मार दे रहे थे....पूजा तकिए पे अपना सर कभी दाए करती तो कभी बाए कभी हवा में उठा कर अपनी उत्तेजना को दिखलाती तो कभी तकिए में मुंह घुसा कर सिसकती......हम पूजा के बालो को एक हाथ से पकड़ लिए और जब वो चेहरा ऊपर उठाती तो उसको बालो के सहारे खींच कर होंठो पे या गाल पे चूम लेते.....
...
....
इधर चूत और गांड़ में एक साथ झटके और मैथुन का असर ये हुआ की कुछ देर में पूजा झड़ गई और झड़ते वक्त क्या अकड़ी थी मेरी डार्लिंग एकदम धनुष की तरह और सिसकारी भी उतनी ही लंबी और मादक.....
हम अभी भी अपने खड़े लंड के साथ उसकी चूत की सर्विसिंग कर रहे थे....
मेरे लंड अभी भी ताबड़तोड़ अंदर बाहर हो रहा था जो कभी भी झड़ सकता था इसलिए पूजा उसको अपने अंदर तक महसूस करने के लिए सीधी हो गई और मेरे निकले हुए लंड को वापिस अपने हाथ से अपनी चिकनी चूत पे लगाई और हम तुरंत उसमे समा गए और पूजा ने अपने पैरो और हाथो के घरों में मुझे जकड़ लिया और मेरे गर्दन कंधे गाल होंठ सब जगह चूमने लगी फिर तकरीबन पांच मिनट के बाद हम अपना प्रेमरस लबालब पूजा डार्लिंग की चूत के हर एक कोने में भर दिए....
और इस गरम गरम रस का एहसास पूजा पाते ही वो भी एक बार और झड़ गई....और फिर दोनो कोई सुस्ताने लगे एक दूसरे की बाहों में.....
...
....
थोड़ी देर सुस्ताने के बाद पूजा मेरे लंड को अपने हाथो में लेते हुए बोली जान ये तो एकदम भर रखा था खुद को ऐसा लगा जैसा कोई बांध टूटा हो और बस सब तरफ पानी ही पानी अभी भी देखिए अंदर से बह कर सब जांघ पे लग रहा है और चादर पे भी गिरा हुआ है.....
हम पूजा को अपने से और चिपकाते हुए बोले अरे जान जब से गए थे तब से एक बार भी इसको परेशान नही किए थे गुस्सा होता था पर थोड़ा मालिश कर के शांत कर देते थे लेकिन उल्टी करवाए बिना.....
पूजा मेरे छाती पे चूम ली और बोली हाय मेरी जान इस नन्ही सी जान को इतना कष्ट...
हम बोले काहे का कष्ट ये तो बनवास काटने का तरीका था....वैसे भी अब सब कष्ट दूर हो गया देखी नही जी भर के अपना प्यार बरसाया तुमपे....
पूजा फिर से मेरे होंठ पे चूम ली और हम उसके बालो को पकड़ कर उसके होंठो को चूसने लगे....एक मस्त वाले चुम्बन के बाद मेरा लंड दुबारा से खड़ा हो चुका था....
चुम्बन खतम होते ही पूजा फिर से मेरे लंड के तरफ झुकी और उसको ले कर चूसने लगी....उसके हाथो की चूड़ियां अलग ही आवाज कर रही थी और बीच बीच में वो चूड़ियां मेरे लंड से टकरा जाती जिसका एक खुरदुरा सा एहसास हो रहा था हमको....
लंड चूसते चूसते पूजा अब मेरे टट्टो को भी मुंह में ले रही थी इसका सबसे बड़ा कारण था की मैने आज सुबह अपनी झांटे साफ़ की थी....जिसके कारण सब कुछ एकदम मुलायम मुलायम था और पूजा को चूसने में भी मजा आ रहा था और हमको चुसवाने में.....
एक समय के बाद पूजा को हम खींचे और पलट कर सीधा वार उसकी गांड़ की तरफ किए पूजा खुद से उकडू हो कर लेटी थी....उसका सर तकिए पे था और गांड़ चूत कमर हवा में......
गांड़ के छेद और चूत को एक साथ पहले कुछ देर तक अपने मुंह से चूसे और पूजा अब बिल्कुल तैयार थी मेरे शहजादे को अपने अंदर लेने के लिए....हम अपना लंड उसकी चूत पे टिकाए और एक बार उससे भी थपथपाए जैसे मेरा लंड एक छड़ी हो और उससे उसको मार रहे हो.....फिर एक बार चूत के निचले सिरे से ले कर गांड़ के छेद तक फिराए और फिर थोड़ा दबाव बना कर लंड का टोपा उसकी चूत में घुसा दिए.....पूजा सोची की अभी एक झटका लगेगा और पूरा लंड अंदर पर हम ठहरे कमीने
हम अपना लंड वापिस बाहर निकले और चूत के छेद के ठीक ऊपर सिकुड़ फैल रहे गांड़ की छेद को अपने हाथो से थोड़ा और फैलाए और एक बार में ही आधा लंड उसकी गांड़ में उतार दिए.....
पूजा के लिए ये एक्सपेक्टेड तो था पर अभी नही और नतीजतन पूजा की एक तेज चीख निकली जो उसने तकिए में दबा दी थी वरना अभी मां, पापा और जिमी तीनो ऊपर आ जाते....
दर्द तो हमको भी हुआ था पर हम भी उसका गला घोट दिए
पूजा जो उकड़ू थी वो सीधी हो कर लेट गई एकदम और अपना हाथ पीछे ले आई और अपने चूतड़ों पे सहलाने लगी....
हम अपने हाथो को सहारे खुद को हवा में ही रोक रखे थे पर लंड पूजा की गांड़ में फसा हुआ था.....
हम तुरंत पूजा की पीठ पे झुके और उसके गर्दन के पीछे से उसके कंधे और पीठ पे चूमने लगे.....और मेरा लंड तो उसकी गांड़ की कसावट में क्या फसा था....उसके लिए ये किसी फांसी से कम नहीं था
पूजा और मैं दोनो जब थोड़ा शांत हुए तो हम पूजा से पूछे जान आगे बढ़ू तो वो बस अपना सर हिला कर हा बोली....हम थोड़ा सा लंड को बाहर निकाले और एक करारा झटका मारे और इस बार पूरा लंड पूजा की गांड़ में घुस गया था और इस बार भी पूजा की चीख निकली और मेरी भी पर हम पूजा में कंधे पे अपने मुंह को दबा दिए और पूजा डार्लिंग के पास तो तकिया था ही.....
फिर से कुछ पल रुकने के बाद हम वापिस से अपने बाहों के सहारे खड़ा हुए जबकि पूजा वैसे ही लेटी रही.....
नीचे देखा तो ऐसा लग रहा था की पूजा की गद्देदार गांड़ में कोई लाठी जैसा सामान बीचों बीच घुसा रखा है.....
धीरे धीरे लंड को वापिस बाहर खींचा तो साथ साथ पूजा की गांड़ का छल्ला भी खींचता हुआ बाहर की ओर आता था जो पूजा के गांड़ के एक दर्द की लहर छोड़ रहा था......
और लंड जब गांड़ के मुंह के पास आया और ज्योंहि दुबारा उसके अंदर घुसाने लगा पूजा डार्लिंग की चूत झड़ गई थी जिसका सबूत था पूजा का अकड़ना और इतने देर में पहली बार उसका चेहरा हवा में उठना......पर अब रुकने और सुस्ताने का समय गया गांड़ चुदायी का आनंद लेने का समय आ गया था और फिर शुरू हुआ हौले हौले लंड अंदर बाहर होने का सिलसिला....और पूजा की गांड़ की कसावट इतनी थी कि दो से तीन मिनट मुश्किल से मैं टीका होऊंगा और झरझरा कर पूजा की गांड़ में झड़ गया....
और फिर पस्त हो कर मैं पूजा के ऊपर ही लेट गया दोनो कोई के पसीने और कामरस से बिस्तर के बीचोबीच का हिस्सा तरबतर हो गया था.....
दस मिनट के बाद पूजा मेरे से बोली जान आप कितने जालिम है बाप रे कल सुबह हम चल भी पाएंगे कि नही भगवान ही जाने.....
हम उसके ऊपर से उतरे और उसको अपने ऊपर ले लिए और शुरू किए करारे थप्पड़ लगाने उसके चूतड़ पे.....
पूजा बस इत्मीनान से मेरे हाथो के थप्पड़ खाती रही और आह उह हम्मम ईस्श करती रही और मेरे थप्पड़ से बचने के लिए वो अपने हाथो से अपनी चूतड़ों को ढक ली तो हम उसके एक हाथ को हटाए तो वो बोली आह जान.....
लाल हो गए होंगे वो....हम बोले तो अभी और लाल होने दो ना वो अपना हाथ हटा दी और हम फिर तकरीबन चार पांच थप्पड़ और लगाए और लास्ट में अपनी एक उंगली उसकी गांड़ में वापिस से घुसा दिए तो वो फिर से ऐठ गई और एक मादक सिसकी के साथ मेरे ऊपर ही झड़ गई.....
..
....
हम बोले अरे मेरी जान को मेरे थप्पड़ों से भी फील आता है....वो मेरे सीने पे सर रखे हुए बोली आप छू देते है उसमे ही हमको फील आने लगता है यहां तो आपके ऊपर नंगी लेटी हु और आप मेरे पीछे मार मार के लाल पीला कर के उंगली से अपना मुहर भी लगा दिए तो क्या करती दर्द सहने का मौका कहा दिए आप.....इसीलिए तो बोलती हु की आप हसीन दर्द देते है जालिम कहिंके....और अपना सर उठा कर मेरे होंठो पे चूम ली....
हम बोले तो तुमको मेरा मारना पसंद है....पूजा बोली नही बाबा मार खाना किसको पसंद है....पर मेरी जान आपके लिए सब कुछ कुबूल है हमको...बिकॉज आई लव यू एंड यू आर माय लाइफलाइन
हम मुस्कुरा कर उसको वापिस अपने से चिपका लिए और बोले आई लव यू टू जान मेरा
..
....
उस रात हमने सुबह साढ़े चार बजे तक एक दूसरे को अपने अपने प्रेमरस से सराबोर किया और लास्ट में जब मैं पूजा की चूत में झड़ कर बगल में लेटा तो पूजा मेरे सीने पे हाथ रख के सटते हुए बोली आज रात तो हम दोनो सोए ही नही जान सुबह पता नही काम करेंगे की नींद में गिरते पड़ते रहेंगे इधर उधर....क्युकी मेरा बदन का कोना कोना आप तोड़ कर रख दिए है पर इस थकान के लिए तो मैं तरस गई थी आज एक ही बार में आप इतना प्यार कर दिए की संभाले नहीं संभल रहा.....
और वो गधी के आंख में आंसू आ गया....हम बोले अरे मेरी रानी ये क्या रोने क्यू लगी....वो रोनी आवाज में बोली आपके लिए तरस गई थी जान और यहां कोई था भी नही की मन की बात शेयर करती....और आपको बार बार नही बोली क्युकी आपको लगता की मां पापा को छोड़ कर आने के लिए बेचैन है हम.....
हम बोले अरे मेरी रानी मेरी जान क्या तुम भी हम नही समझते है की तुमको मेरी कितनी जरूरत है मेरे बगैर तुम्हारा क्या हाल हो रहा था यहां ये हमसे बेहतर कोई नही जानता जान....इसीलिए तो छुट्टी की भनक मिलते ही फ्लाइट से उड़ के आ गया तुम्हारे पास....और तुम है की रो रही है....मत रो पगली और उसके आंखो के आंसू पोंछ दिए और उनपे चूम लिए.....
वो मेरे हाथ को पकड़ के उठाई और मेरी हथेली चूमी और बोली जान आप इतना प्यार करते है की कभी कभी समझ ही नही आता की हम इतने खुशनसीब कैसे हो गए....
हम बोले एकदम चुप इसके आगे कुछ बोली तो अभी बहुत मारेंगे....तुम मेरी जिंदगी है जान है समझी और कौन अपनी जिंदगी से प्यार नही करता....पगली कहिंकी बस इससे आगे कुछ नही....
फिर कुछ देर उसको खुद से सटाए रहे हम और हमारे कमरे की रौशनी अभी भी चालू ही थी और मेरी जान सच में बहुत थक गई थी तो वो मेरे सीने से लगे ही सो गई
पर हम उसके मासूमियत भरे चेहरे को यूहि देखते रहे....
सोचते रहे की कितना प्यार करती है मेरे से और मां पापा के लिए अपनी तकलीफ को दबाए रखी हमसे भी नही बतलाई की हम कही कुछ और न सोच ले पर सच तो ये है की जो दिक्कत मेरी जान को हुई वो सेम दिक्कत हमको भी हुआ क्युकी हम दोनो को एक दूसरे का भयंकर वाला आदत लगा था जो इन बीस बाइस दिनो तक अलग रहने पे पता चला की हम दोनो दूर रह ही नहीं सकते......
तकरीबन सवा छः बजे हम उसके चूतड़ों को सहलाए और उसके माथे पे चूमे तो वो अपनी आंखे खोल के मुस्कुराई और बोली गुड मॉर्निंग माय लव....
आह आज क्या नींद आया भले थोड़ा देर सोए पर इत्मीनान से सोए
और आप जान आपको कैसा नींद आया अपनी जान के साथ....हम हस के बोले मेरा पोजिशन देख के लगता है की हम सोए होंगे....
वो हड़बड़ा कर उठी और हम अंगड़ाई लेते हुए बिस्तर पे सीधा लेट गए....वो अपने मुंह पे हाथ रखते हुए बोली हाय मेरी जान आप मेरे चक्कर में दो ढाई घंटे वैसे ही पड़े रहे..... भक्क आप हमको उठाए क्यू नही और जगे जगे आप किए क्या जान.....
हम बोले कुछ नही किए बस तुमको जी भर के देखे...
सोचे की ई पगली मेरे से कितना प्यार करती है और एक हम है की इसको अकेले छोड़ कर चले गए थे.....
वो प्यार से बोली कोई बात नही जान पर ये तो बताइए हमको ऐसे देखते हुए क्या मिला थोड़ा सो लेते तो शरीर को आराम मिल जाता ना....और हम भी पागल है आप अपने से सटाए तो हम सो ही गए आप उठा देते ना जान
हम बोले अरे तुम इतने सुकून से मेरे बाहों में सोई थी तो हमको कितना सुकून मिला ये हम ही जानते है....
..
...
वो मेरे होंठ पे चूम ली और बोली चलिए उठते है और फ्रेश हो कर हम नहा के नाश्ता तैयार करते है तब तक आप गाड़ी धो लीजिए गंदा हो गया है.....
तो हम बोले गाड़ी क्यूं धोए गंदा तुम की और धोए हम....
पूजा बोली हा आप धोइए फिर हम अपनी जान को धोने के एवज में दिन भर चूमेंगे जब भी मौका लगेगा आई विल किस यू....
और आप जब चाहे इनको दबा लेना.....उसका इशारा उसकी चुचियों या चूतड़ों की तरफ था....
हम बोले बस दबा लेंगे जान ये तो थोड़ा कम है....वो मेरे कान अपने मुंह में ले कर चुभलाते हुए बोली मार भी लीजिएगा बस खुश चलिए अब उठते है....
और ये बोल के वो उठने लगी तो हम उसको वापिस से अपने ऊपर खींचे और बोले बड़ा जल्दी है जाने का अभी कितना बजा ही है साढ़े छः ही तो हुआ है और हम आए है तो मां पापा भी डिस्टर्ब नही करेंगे....
वो आंखे गोल करती हुई बोली भक्क पागल पापा को नाश्ता देना होता है सात सवा सात होते होते समझे चलिए अब छोड़िए आज लेट है हम और वो थोड़ा उठने का कोशिश की....
हम बोले नही छोड़ते बोलो क्या करेगी....वो बोली ऊहूह जान ऐसे कीजिएगा...हम बोले अरे जान आज थोड़ा लेट से ही नाश्ता होगा तो क्या दिक्कत है और नाश्ता छोड़ो बाहर से आ जायेगा आज लिट्टी घुघनी नाश्ता स्किप करो और डायरेक्ट खाना बनाना....
पूजा बोली तो फिर ये आइडिया पापा को कौन बताएगा.....इसके लिए उठना पड़ेगा ना....
हम बोले अरे पापा आवाज देंगे तब बोल देंगे...
वो बोली आप एकदम बेशर्म हो गए है क्या कमरे के अंदर से ही बोलिएगा तो अच्छा लगेगा पागल....
हम बोले अरे तो बात कर के टाइम वेस्ट क्यू कर रही है....इधर आओ ना मेरे पास और उसको अपने से चिपका लिए और बोले नहाने चलते है ना साथ में वहा पे भी थोड़ा प्यार कर लेंगे और वैसे भी कितने दिन हुए साथ नहाए.....
वो शर्मा कर बोली आप ना आज पक्का डांट पड़वाइएगा हमको मां से....हम बोले नही रे मेरी जान कोई नही डाटेगा तुमको हम है ना.....और फिर उसके होंठो को चूसने लगे और वो मेरे सोए हुए लंड को सहलाने लगी....जो की उसका हाथ लगते ही खड़ा होने लगा और चुम्बन खतम होते होते वो अपना बाम्बू वाला रूप ले चुका था.....
पूजा बोली ये इतना उतावला है देखिए तो...हम बोले सब तुम्हारी मुनिया का किया धरा है....
पूजा मेरे लंड को पकड़े उठी और बाथरूम के तरफ चल दी....वहा पहुंच कर हम सबसे पहले पानी चालू कर दिए तो पूजा बोली अरे जान पहले फ्रेश तो हो लेते है ना फिर न भींगेंगे.....
हम उसको खुद से सटा लिए और बोले आज तो एक लव बाइट बनता है जस्ट लाइक ये टैटू के जैसे.....और उसकी एक चूची को पकड़ के चूमते हुए बोले इस पर हम बनाते है....
वो मेरे कान के निचले हिस्से को मुंह में ले कर चुभलाते हुए और मेरे खड़े लंड को अपने हाथो में लेते हुए बोली अभी कुछ और करना है आपको जान....
और मेरे होंठो को चूमने लगी....
चुंबन के बाद पूजा नीचे बैठी और मेरे लंड को चूसने लगी और हम उसके सर को पकड़ कर इत्मीनान से लंड चुसाई का मजा लेने लगे....
कुछ देर की चुसाई के बाद हम आज कितने दिनों के बाद पूजा के मुंह में ही झड़ गए.....
झड़ने के बाद पूजा मेरे माल लगे मुंह के साथ उठी और बोली जान एक लंबे समय के बाद ये किए हम है ना.....हम उसको पकड़ के गिर रहे पानी के तरफ किए और भींगाते हुए बोले हा और अब मेरी बारी....
और उसके दोनो हाथ पकड़ के दीवाल से सटाते हुए उसके गर्दन और चुचियों पे चूमने लगे और फिर जिस चूची पे टैटू नही था उसके एक जगह को अपने दातों से पकड़े और लगे चूसने काटने....जबकि पूजा अपनी आंखे बंद किए अपने दर्द को सहती रही और पानी की ठंडक उसे कही न कही आराम दे रही थी और जब जब मेरे दातों का दबाव कुछ ज्यादा होता तो पूजा छटपटाती जिसमे उसकी एक दो चूड़ियां चटक कर टूट गई थी.......
लगभग पांच मिनट चूसने के बाद जब उसकी चूची को हम छोड़े तो पूजा के मुंह से एक कराह निकली जैसे कोई चीज से उसे मुक्ति मिली हो....
और वो अपनी गीली आंखो से अपनी चूची के तरफ देखी जहा निप्पल से थोड़ा ऊपर एक लाल निशान अपना रूप ले रहा था.....
हम बोले मिशन सक्सेसफुल...
पूजा मेरे हाथो से अपने हाथ छुड़ाती हुई मेरे चेहरे को पकड़ के बोली बाप रे जान आप ना बहुत ज्यादा बदमाश हो गए है.....देखिए तो मेरी चूड़ी भी तोड़ दिए और ये उफ्फ कितना ज्यादा दर्दनाक था और जब आप छोड़े तो ऐसा लगा जैसे कुछ वैक्यूम जैसा छूटा
....
हम उसके हाथो को उलट पुलट के देखे की कही कांच तो नही लग गया मेरे लव बाइट के चक्कर में....पर ऐसा कुछ नही हुआ था....
हम उसके चूतड़ों को थामते हुए बोले बदमाशी हम नही करेंगे तो कौन करेगा बताओ ना....और ये देखो तो अब दो तीन दिन तक अपना पल्लू मत हटाना ब्लाउज पर से वरना आगे तुम जानती ही हो.....
पूजा बोली कुछ नही होता स्वीटहार्ट ये आपके और मेरे बीच का प्यार का छोटा छोटा निशानी है....
तो हम बोले अरे अरे तो लाओ ना एक और बनाते है....वो बिदक कर मेरे हाथो के घेरे से बाहर निकल कर बाथरूम की सीट पर बैठती हुई बोली अब मेरी बारी आपको दिन भर में कही भी पकड़ में हम बना देंगे देखिएगा पूरा मूवमेंट हम कैच किए है की आप कैसे कैसे मुंह और अपना दात चलाए है....
हम बोले अरे बेटा तो ये भी प्लानिंग कर ली तुम....वो हस दी और बोली अब आप देखते जाइए ना....
फिर दोनो कोई साथ में नहाए और कमरे में आते वक्त भी हम पूजा को अपने बदन से सटाए हुए थे और उसकी चुचियों को थामे हुए थे.....आइने के सामने आ कर खड़े हुए और बोले आज मेरी जान को हम तैयार करेंगे....वो कुछ नही बोली बस मुस्कुरा कर अपनी सहमति दे दी.....
हम अलमीरा से अपने पसंद की एक साड़ी, ब्लाउज और पेटीकोट निकाले और इस बीच पूजा अपना और मेरा बदन पोछी और मेरा एक हाफ पैंट और टीशर्ट निकाली बाकी कोई कपड़ा नहीं....
हम बोले अरे मेरा अंडरवियर तो वो बोली आज आप भी मेरे तरह रहिए....हम बोले अरे मेरा जान ऐसे बोलेगी तो हम नंगे ही रह लेते है....
पूजा मेरे होंठो को चूम कर बोली पर मां पापा का क्या जान.......हम उसकी चुचियों को अपने हाथो में ले कर बोले हा ये तो समस्या है रे बाबा
पूजा बोली भक्क आप बस ऐसे ही रहिए जो पहन रहे है बाद बाकी हम समझ लेंगे....
हम बोले जो हुकुम मेरी रानी पर अपने शहजादे को संभालना ये ऐसे बात बात पे अपना सर उठा लेता है....
वो बोली आप रहिए ना जान इसको तो हम देख लेंगी और फिर मेरे को हाफ पैंट पहना दी जबकि टीशर्ट के लिए हम मना किए बोले तुम्हारे बाद पहनेंगे....
वो अभी भी नंगी थी तो हम अपनी जान को ब्लाउज पहनाए पर उसके बटन नही लगाए और दोनो चुचियों ब्लाउज के बीच से झांकती हुई इतनी सेक्सी लग रही थी की हम उनको दबाने लग जा रहे थे तो पूजा मेरा हाथ पकड़ते हुए अपनी चुचियों पे दबाते हुए ही बोली ऐसे कीजिएगा ना तो पहन चुके हम साड़ी....
हम बोले अरे क्या करू ये मेरे हाथो को छोड़ना ही नही चाहते....फिर वो बोली हटिए हम खुद पहन लेते है....
हम बोले अरे नही नही अच्छा अब बदमाशी नही करेंगे.....
वो कुनमुनाती हुई बोली जान मां पापा के नाश्ता के लिए बहुत लेट हो चुका है और मत करवाइए अगर डांट पड़ा ना तब बताएंगे हम आपको.....
हम बोले अरे नही पड़ेगा कोई डांट वाट फिर हम उसको पेटीकोट पहनाए और ब्लाउज के बटन भी लगा दिए....फिर फटाफट साड़ी पहनाए जिसमे वो भी मेरी मदद की उसके बाद हम बड़े ही प्यार से उसके बाल संवारे और फिर अपने पसंद का एक लिपस्टिक दिए लगाने को तो वो बोली अरे घर में लिपस्टिक क्यू जान वो भी इतना डार्क वाला.....रुकिए हम सेलेक्ट करते है और ढूंढने के लिए झुकी तो हम बोले अरे हम दिए ना यही लगाओ....तो वो मुंह बिचका के उसको लगा ली....फिर हम काजल और परफ्यूम उठाए और काजल उसको दिए लगाने को और परफ्यूम फुसफुस उसको ऊपर से नीचे तक जहां जहां हमको लगा लगाते गए जबकि वो हाथो मे काजल लिए बोली अरे अरे क्या कर रहे है जान आप.....
हम हस कर बोले अरे चुप रहो ना.....फिर हम परफ्यूम और काजल जो वो लगा चुकी थी उसको रखे और फिर क्रीम का ट्यूब उठाए और अपने हाथो पे निकाले और उसमे से बिंदु टाइप उसके चेहरे माथे नाक और गले पे लगा दिए जिसको वो अपने हाथो से मिला ली.....
फिर हम नेलपॉलिश का डब्बा उठाए और उसके हाथो को पकड़ कर एक एक उंगली में लगाए और फिर पैरो के उंगली में भी लगाने बैठे तो वो बोली नही जान आप पैर में मत लगाइए हम लगा लेते है....हम बोले शांति से खड़ी रहो ना जान प्लीज नही तो अभी फिर बदमाशी करने लगेंगे हम....
पर वो कुनमुनाती हुई खड़ी रही और बीच बीच में बोलती रही चलिए हो गया अब इधर आइए पर हम अपना काम कर के ही उठे....
फिर हम बोले एक मिनट रुको और अपना बैग जो कल रात से एक कोने में रखा था उसमे से एक डिब्बा निकाले और उसको देख के पूजा बोली ये क्या है जान....
हम उस डब्बे में से पायल निकाले और उसको दिखलाते हुए बोले ये जब पहन के इधर उधर घूमेगी ना तो मेरा इश्क बजेगा हाय
और फिर उसके पैरो में एक एक कर के पायल पुराना वाला उतारे और नया वाला पहना दिए....
पूजा हस कर बोली पागल है आप एकदम इसका क्या जरूरत था भला अभी....हम बोले अपनी जान को तकलीफ दिए ना हम इतने दिन उसका हर्जाना है एक तरह से....वो मेरे कंधे पकड़ के बोली नही जान आप मेरे पास आ गए बस यही चाहिए था मेरे को....
फिर हम मुस्कुरा कर ड्रेसिंग टेबल से सिंदूर का डब्बा उठाए और उसके तरफ घूम गए तो वो एक टक हो कर हमको देखने लगी.....
और हम बोले ये अपने प्यार भरे रिश्ते की सबसे बड़ी निशानी मेरी जान और उसके मांग में सिंदूर भर दिए....
वो मेरे गले से लग गई और बोली इतना प्यार आप ही कर सकते है हमको इस धरती पे और कोई नही कर सकता....
मां पापा के प्यार की भी सीमा होती होगी पर मेरे जान आपके प्यार की कोई सीमा नही है मेरे लिए ये बात हम जानते है और आप ये हाथ...
वो मेरे हथेली को पकड़ती हुई बोली ये हाथ हमसे कभी नही छुड़ाईयेगा....
हम बोले कभी नही रे मेरा जान और अब अकेले भी नही छोड़ेंगे तुमको ये पिछले कुछ दिन पहली और आखिरी बार थे अब दुबारा कभी नही....
फिर उसको आइने के तरफ घूमा दिए और उसके पीछे सटते हुए उसके कंधे पे अपना मुंह रखे और आइने में देखते हुए बोले हाय कितनी सुंदर लग रही है देखना मां पापा जरूर टोकेंगे....वो बोली सब आपके आने से हुआ है जान वरना सजते तो हम रोज थे पर आज आप सजाए है हमको....
हम बोले जितनी बार देखते है उतना बार प्यार हो जाता है हमको तुमसे....वो मेरे नाक को पकड़ के दबाती हुई बोली आई लव यू जान और घूम के एक हल्का सा चुम्मा मेरे होंठो पे चिपका दी और उसके होंठो की लिपिस्टिक थोड़ी सी मेरे होंठो पे लग गई जिसको हम चाट के साफ कर लिए तो वो प्यार से पाउट वाला शकल बनाई और बोली चलिए हटिए अब नीचे जाना है....
..
...
फिर आठ बजे के करीब में दोनो कोई नीचे उतरे तो देखे की मां चाय ले कर पी रही है और पापा जिमी के साथ बाहर गए हुए है....
हम पूजा को चिढ़ाने के लिए मां से बोले देख रही हो मां मेरे आते के साथ ही बहु का टाइम टेबल बिगड़ गया है....
मां चाय पीते पीते सरक गई और खांसते हुए हस कर बोली कुत्ता कहिंका खाली उसको छेड़ते रहता है....
इधर मेरी डार्लिंग मेरे कमर में चिमटी काटते हुए मां के पास दौड़ कर गई और मां का पीठ सहलाते हुए बोली मां देर से आंख खुला वरना हम टाइम पे रहते है रात में ये आपके लाड़ले साहब खाना खाने के बाद गप्प लड़ाते रहे और खुद भी जागे रहे और हमको भी जगाए रहे....ये बोल के पूजा मेरे तरफ देखी जैसे कितना बड़ा झूट वो सफाई के साथ बोल दी....
वो आगे बोली और आप भी ना चाय क्यू बना लिए हमको आवाज क्यू नही दी
मां बोली अरे बेटा वो सब छोड़ ये देख तू आज कितनी सुंदर लग रही है बाप रे यही खुशी तो तेरे चेहरे पे हम दोनो ढूंढ रहे थे उतने दिनो से जो आज आया है इधर आ इधर आ दोनो कोई कही मेरा ही नजर ना लग जाए.....और मां पास में टेबल पे रखे पर्स से कुछ पैसे निकाली और हमको बुलाई और फिर दोनो के सर से वार के अपने पल्लू में बांध ली धीरे धीरे और बोली शाम को निकलेंगे बाहर तो ये किसी गरीब को दे देंगे और फिर पूजा में माथे पे चूम कर बोली ऐसे ही खुश रहा कर भगवान तुम दोनो को ऐसे ही खुश रखे.....
फिर पूजा मां के पाव छुई और बोली आप खुद से चाय क्यू बनाई मां
तो मां उसको आशीर्वाद देते हुए बोली अरे कोई बात नही अभी तो नहाई थोड़े देर पहले और फिर तेरे पापा जबरदस्ती चाय बनाए बोले आज हम पिलाते है तुमको चाय ठहरो.....हम कितना बोले पर माने ही नही बोले रुको तो और फिर बना के ले आए......
फिर मां हस्ते हुए बोली और जानती है रात का जितना दूध बचा था सब का चाय ही बना दिए वो बेचारे जिमी के लिए भी नही छोड़े....
पूजा और हम दोनो कोई हस दिए...फिर मां आगे बोली चाय अभी गरम ही होगी जा तू भी ले ले और इसको भी दे...
फिर पूजा किचन में गई और हम मां के पास बैठे और उनसे हाल चाल पूछे फिर बोले की आज डॉक्टर के यहां हो आते है बोलेंगे की ट्रैवल करना है इनको तो कुछ उपाय कर देने के लिए हो सकता है वो परमिशन दे दे....
अभी हम ये बात बोल ही रहे थे की पीछे से पापा आवाज दिए और बोले एकदम जिद्दी है रे राते ना समझाए है....
पूजा आ कर चाय हमको दी और खुद भी ली और पापा से पूछी चाय के लिए तो पापा पूजा को देख के हंसते हुए बोले अरे बेटा ये इतनी सुंदर परी कौन है हम तो इतना दिन में एक बार भी नही देखे.....
पूजा एकदम से शर्मा गई तो पापा बोले देख रही हो इस चोट्टा के आते ही कितना बड़ा बदलाव आया है अपनी बच्ची में....तो मां बोली हा हम भी अभी यही बात बोले है....
तो पापा बोले ऐसे ही खुश रहना बच्चे और रही बात चाय की तो अभी तो पी कर ही बाहर गया था....
इतने पे हम बोले पापा आज नाश्ता बाहर से करते है लिट्टी घुघनी ले आते है मोड़ वाले दुकान से बहुत दिन हुए खाए....भोपाल में तो पोहा का भरमार है लिट्टी विट्टी का कुछ अता पता नही....
पापा हस दिए बोले चल साथ में हम दोनो वही नाश्ता कर लेंगे और फिर हम दुकान चले जायेंगे और तू मां और पूजा बेटा के लिए नाश्ता घर लिए आना....
..
...
फिर दोनो बाप बेटा गाड़ी से निकले और हम एक जगह गाड़ी धुलने को दे दिए और पापा के साथ नाश्ता कर के वहा से घर आ गए.....पूजा और मां नाश्ता करने बैठी जब तक हम वापिस बाहर गए और अपनी गाड़ी को धुलवा कर वापिस ले आए....
इतने देर में पूजा कपड़े धो कर सूखने को डाल चुकी थी और दोपहर का खाना तैयार करने में लगी थी....हम जब अंदर गए तो मां लेटी हुई थी अधकच्चे नींद में और मेरी जान कमर में अपने पल्लू को खोंसे हुए अपना काम निपटा रही थी और सुबह से उसका मेकअप में एक रत्ती भी फर्क नहीं पड़ा था....
हम दबे पाव उसके पास गए और उसको पीछे कमर से पकड़ लिए....तो वो चौंकने के बजाय अपना सर घुमा कर मेरे गाल पे चूम ली....हम बोले अरे तुमको कैसे पता की हम आ रहे है....
वो हस कर बोली गाड़ी लगा रहे थे तब ही हम देख लिए थे समझे मेरी जान....
फिर हम बोले अच्छा तो खाना में क्या बना रही है...वो बोली आज वेज पुलाव टाइप से बना दे रहे है और साथ में धनिया का चटनी और आलू गोभी का सब्जी है बस....
हम बोले हम्मम तो उसमे तो अभी टाइम है ना चलो ऊपर अभी....वो आंखे गोल करती हुई बोली आप जाइए ऊपर पागल....
हमको ये सब निपटाने दीजिए फिर आते है हम ऊपर और ये बोल के वो अपना काम करने लगी...
हम उसके पीछे से उससे चिपक के खड़े हो गए और उसकी चुचियों को अपने हाथो में थाम लिए तो वो हड़बड़ा कर दूर हट गई मुझसे और बोली आप पगला गए क्या मां कमरे में ही है कभी भी बाहर आ जाएंगी.....
हम वापिस से उसको अपने से सटाए और बोले तुम एकदम बताही है....शांत रहो ना थोड़ा देर कुछ कर थोड़े रहे है हम....
वो बोलते रह गई की आप ना बहुत तेज है तुरंत हमको बहका देंगे और फिर सब कुछ गड़बड़ हो जायेगा प्लीज ना जान....
पर हम फिर से उसकी चुचियों को अपने हाथो में ले लिए और वो मेरे हाथो पे अपने हाथ लगा लि और अपनी आंखे बंद कर ली....
और हम उसके गर्दन पे चूम लिए और बोले बस इतना ही तो करना था हमको और तुम है की हमको अपने पास आने देने से भी घबरा जाती है....
वो अपनी आंखे खोल कर मेरे हाथो को अपनी चुचियों पे दबाती हुई बोली आप ना फालतू का बात मत कीजिए हम आपको मना करेंगे वो भी अपने पास आने से.... हुह कैसा बात कर दिए जान आप और ये बोल के वो मेरे ठोड़ी पे चूम ली और मेरे हाथो को अपने चुचियों पे से हटाते हुए बोली अब बस अभी के किए इतना ही अब जाइए आप कमरे में थोड़ा सो लीजिए....
हम बोले नही हम यही है अपनी जान के पास और हम परेशान नही करेंगे ठीक है तुम अपना काम करो बस...
पूजा मुस्कुराती हुई बोली हम समझ गए खाना बन गया आज का....
..
....
हम थोड़ी देर शांति से अपनी जान को काम करते देखते रहे पर हम उससे सट कर ही खड़े थे....अभी थोड़ा देर ही हुआ होगा काम करते पूजा एकाएक पलटी और मेरे होंठो से अपने होंठ जोड़ दी....हम भी तुरंत उसके चूतड़ों वो अपने हाथ जमाए और उसको चूमने लगे.....चूमते चूमते हम पूजा की साड़ी को ऊपर खींचने लगे तो वो अपने हाथ पीछे ले जा कर रोकना चाही पर हम ठहरे जिद्दी आशिक
पूरा ऊपर उठा कर ही माने और अब पूजा के नंगे चूतड़ों मेरे हाथ में थे....इधर आगे से मेरा लंड उसकी नंगी चूत पे पैंट के ऊपर से हिलोड़े मार रहा था की मुझे अंदर आना है....और हुआ भी ऐसा ही पूजा देखी की हम मानेंगे नही इसलिए वो मेरे पैंट में से लंड को बाहर निकाली और अपनी चूत पे लगा लि और अगले ही पल मेरा लंड पूजा डार्लिंग की चूत में समा गया....
ये किचन वाली जुगलबंदी हम दोनो पूजा में घर पे करते थे चोरी छिपे शादी से पहले और वहा भी वही डर रहता था जो यहां हो रहा था की कही मां पकड़ ना के कही कोई देख ना ले.....
कुछ झटको के बाद पूजा चुम्बन तोड़ते हुए जोर जोर से सांसे लेते हुए बोली बोली थी ना मैं की आप बहुत तेज है आह उम्मम इस्शह जान हम उसको थोड़ा सा उचकाए और किचन के स्लेप के कोने पे बिठा दिए और हौले हौले झटके देते रहे जिसमे पूजा मेरे कंधे पकड़ के भरपूर साथ दे रही थी पर मेरे लाए हुए पायल साले इतना शोर मचा रहे थे की क्या ही बोले....
पूजा चाह कर भी अपने पैरो को हिलने से नही रोक पा रही थी....हम वापिस से उसको जमीन पे उतारे और थोड़े तेज तेज धक्के लगाने लगे....
और कुछ देर में हम दोनो एक साथ झड़ गए और झड़ते वक्त पूजा मेरे होंठो को अपने होंठो में फसा कर इतने जोर से दांतो में फसा कर चूसी की एक जगह से खून आ गया और हम दर्द में अपने मुंह से हल्के से कराह दिए.....
पूजा बोली जान आपको दर्द हुआ क्या....हम कुछ नही बोले बस अपना होंठ उलट कर उसको दिखलाए जिसमे से खून रहा था......पूजा बोली हाय मेरी जान आई एम सॉरी उफ्फ हम भी न जान आई एम सॉरी पर ये इसमें आप भी बराबर में जिम्मेदार है आप मेरे से इतने सट के खड़े थे की हम खुद को रोक ही नही पाए भक्क ये क्या कर दिए हम कल रात में आपका पीठ छिल दिए थे और अभी ये....हम बोले दे दी ना लव बाइट
पूजा बोली नही मेरी जान आपको हम उतना दर्द दे ही नही सकते कभी बाप रे....तो हम बोले इसका मतलब हम दर्द दिए तुमको....
पूजा मेरे दोनो गाल अपनी उंगलियों से दबा के हिला कर बोली आपको हक है मेरी जान और वो हक हम ही आपको दिए है....ताकि आप हमको समय समय पे अपनी निशानी देते रहिए....तभी हम उसके नंगे चूतड़ों पे चट से एक थप्पड़ लगा दिए तो पूजा अपनी आंखे बंद कर के उस दर्द को महसूस करती हुई बोली एक और....
पर हम मुस्कुरा के उसके चूतड़ों को सहलाते हुए उसके सर से अपना सर सटा लिए और बोले तुम ना पगली है एकदम....इधर मेरा माल पूजा की चूत से निकल कर उसके जांघो पे बह रहा था तो वो बोली अभी ये बिस्तर पे करते तो पूरा अंदर जाता ना बाहर बह रहा है अब क्या करे...
हम उसके होंठो पे चूम कर बोले ऐसे ही रहने दो खाना खाने के बाद नहा लेना....वो बोली नही जान मेरा ध्यान उसपे ही रहेगा और खाना सही से बन ही नहीं पायेगा धो लेती हू....हम बोले चलो हम धो देते है....
वो मेरे को धकेलते हुए बोली नही बाबा आप मत धोईये वरना मालूम चला की हम दोनो वहा नहा लिए....और ये बोल के वो तेज तेज चलते हुए बाथरूम में भाग गई....
हम अपना हुलिया सही किए और बेसिन में हाथ धो कर वही किचन में खड़े रहे वो वापिस आई और मेरा हाथ पकड़ के बोली आप जाइए ना जान खाना नही बनाने दीजिएगा हमको....हम बोले अरे बनाओ ना हम कुछ कह थोड़े रहे है...वो हस कर बोली है ना अभी भी आप कहा कुछ कर रहे थे....और ये बोल के वो वापिस अपना काम करने लगी जबकि हम उससे दूर हट कर किचन की दीवाल से लग कर खड़े हो गए जबकि वो काम करती रही....
फिर कुछ देर बाद वो कुकर का ढक्कन जोर से आवाज कर के लगाई और कुनमुनाती हुई मेरे तरफ घूम कर अपने पैर पटकते हुए बोली जाइए ना जान आप ऐसे खड़े है तो हमको कुछ सही से सूझ ही नही रहा की क्या कर रहे है बीच बीच में भूल जा रहे है ऊहूहुहू बै जाइए ना....
...
.....
हम उसके पास गए और उसको फिर से अपने आलिंगन में ले लिए और बोले अरे पगली हो गई क्या हम कहा कुछ किए एक शब्द बोले भी नही फिर भी मेरे नाम पे बिल फाड़े जा रही है....
वो मेरे कंधे पे दांत काट कर बोली आप समझ के भी नासमझ बनियेगा ज्यादा हमको ऐसे देख रहे है आप हम डिस्टर्ब हो रहे है ना....
हम फिर से उसके साड़ी को उठाने लगे तो इस बार वो बिलकुल नही रोकी और हम एक बार फिर से उसके नंगे चूतड़ों को मसलते हुए बोले...क्या करे तुम इतनी सुंदर लग ही रही है की कंट्रोल नही हो रहा....क्या करे की कंट्रोल हो जाए तुम ही बताओ....वो मेरे होंठो पे चूम कर बोली जान आप हमको आधा घंटा दीजिए ना पक्का हम काम खतम कर के आते है ऊपर.....फिर आपको अच्छे से बताते है हम की कैसे कंट्रोल होगा.....
हम बोले नही तुम आराम से काम करो हम कुछ नही कर रहे
पूजा बोली हम्मम तो मेरी जान ऐसे नही मानिएगा आप है ना रुकिए और गैस स्टोव की तरफ घूमी और जोर से आवाज लगाई मां....
हम मां का नाम सुन के किचन से तुरंत बाहर निकल कर सीढ़ियों पे दौड़ते हुए अपने कमरे में भाग गए.....
मां हड़बड़ाती हुई अपने कमरे से बाहर निकली और बोली क्या हुआ बेटा बोल....पूजा बोली खाना निकाल दे मां तैयार है....
मां बोली अरे बेटा मेरा आंख लग गया था रुक जा अभी थोड़े देर में खाऊंगी सुमित कहा है उसको बोलते है पापा को खाना पहुंचा आएगा या उनको घर ही बुला लाए फिर सब कोई साथ में खाते है.....मां हमको आवाज दी तो हम बोले आ रहे है मां रुको....
फिर नीचे गए तो मां बोली पापा को फोन कर के बुला ले खाना खाने को और इधर आ साथ में बैठ....और मां वापिस कमरे में चली गई थी....
हम कमरे में जाने से पहले किचन में घुसे और पूजा की चूची को पकड़ में बोले हमसे चालाकी हा हमसे चालाकी और पूजा कसमसाती हुई बोली नही जान खाना वाला काम खतम करना था ना सॉरी सॉरी आह जान....हम फिर से उसको अपने से सटा लिए और उसके चेहरे को अपने हाथो में लेते हुए बोले यही सब तो वहा मिस करते थे जान.....और उसके माथे पे चूम लिए और बोले चलो अब पापा को बुला लाते है फिर खाते है साथ में.....
पूजा मेरे से लिपट गई और बोली आई लव यू स्वीटहार्ट आई लव यू सो मच