ट्रेन में ज्यादातर लोग मुंबई जाने वाले थे और हमे जाना था केवल इटारसी तक और इस बार की सीट बड़ी उटपटांग मिली थी दोनो अपर बर्थ थी आमने सामने ये अलग ही बखेड़ा हो गया था.....पर अब क्या ही कर सकते थे पर हम ठहरे पागल प्रेमी सो लग गए जुगाड में और टीटी महोदय से मिल कर फर्स्ट ऐसी में अपनी सीट एक्सचेंज करवा ली और कुछ पैसे उसे मेहरबानी के तौर पे दे दिए....और उस टीटी ने हमारी सीट किसी आरएसी वाले को अलॉट कर दी....
फिर दोनो लव बर्डस पहुंच गए अपने केबिन में जिसमे चार सीटें थी कूप नही मिला था पर यहां केबिन में भी हम दोनो ही थे और जो बाकी दो लोग थे वो इलाहाबाद से आने वाले थे मतलब की सुबह तक तो हमलोग आराम से प्राइवेसी में रह सकते थे.....
पूजा बोली जान ये तो चार सीट है इसमें फिर जब उसको बताए तो वो मेरे गाल खींच कर बोली की आप ना कितना जुगाड लगाना जानते है.....हम उसकी एक चूची को दबा कर बोले सब तुम्हारे इन दोनो का किया धरा है इनको पी पी कर हम दिमाग से तेज हो गए है जानेमन....मेरे ऐसे बोलने पे वो हस दी और बोली पागल है आप.....
खाना पीना तो घर से ही कर के आए थे और पूजा जो सलवार सूट पहन कर मंदिर गई थी वही पहने ट्रेन में भी आ गई थी....सब सामान सेट करने के बाद बत्ती बुझाए और परदे वगैरह सेट कर के हम पूजा को अपने से सटाए लोअर बर्थ पे हो टेक लगा कर लेट गए और चादर ओढ़ लिए....और मेरे दोनो हाथ पूजा की चुचियों पे जमने में समय नहीं गवाए तो वो एक अदा से बोली जान रांची के बाद ये फर्स्ट ऐसी में हमलोग आज आए है ना ये सब दुबारा से होते देख के लग रहा की हम लोग रांची से पटना आ रहे है....हम उसके गाल पे चूमे और बोले है रांची में बाद आज ही आए है पर इस बार एक बदलाव है वो ये की तुम मेरी बीवी है अब किसी राहुल और दूसरे के देखने का डर नही है....
पूजा हस कर मेरे हाथो को अपने हाथो में ले कर चूम ली और बोली यस माय लव फिर इसी तरह थोड़े देर के जुगलबंदी के बाद दोनो कोई एक दूसरे की बाहों में सिमटे ही सो गए....
सुबह में नींद खुली तो कोई हमारे केबिन का दरवाजा खटखटा रहा था हम उठे और पूजा को भी उठाए तो वो अल्सायी सी उठी और बोली क्या हुआ जान क्यू उठा दिए कितना अच्छा सपना देख रहे थे हम....
हम बोले दूसरे लोग जो आने वाले थे वो आ गए है....वो बोली अरे भक्क तेरी की वो उठी और अपने बाल संवारने लगी जो अस्त व्यस्त हो रखे थे वही हाल कपड़ो का भी था वो उसको भी सही की और हम फिर दरवाजा खोले एक अधेड़ उम्र के अंकल आंटी थे जिनकी बुकिंग थी इलाहाबाद से....कुली उनका सामान अंदर रखा और उन्होंने उसे पैसे दिए और वो चलता बना....हम पूजा से पूछे चाय पियेगी लाए...तो वो बोली नही अभी ब्रश करेंगे तब...हम बोले अरे पी लो फिर करते रहना ब्रश....और गाड़ी से नीचे उतर कर थोड़ा पीछे जा कर चाय लिए दो कप और आ गए वापिस तो पूजा नही थी फिर चाय रख कर वापिस डब्बे में देखा तो वो पगली दूसरे कोने पे ब्रश कर रही थी....
हम उसके पास गए और बोले अरे चाय ठंडा हो जायेगा फिर पीना गरम पानी के जैसे...
वो कुछ बोली नहीं बस अपना मुंह धोना जारी रखी और उसके बाद वो वापिस अपने केबिन में आई तब तक चाय ठंडी हो चुकी थी पर वो उसको उठा कर एक घूंट में पी गई और बोली चाय बढ़िया था जी....
हम हस दिए तो और साथ में वो अंकल आंटी भी हस दिए....वो लोग अपनी बेटी के यहां जा रहे थे मुंबई फिर पूरा दिन इसी तरह बीत गया और रात तकरीबन साढ़े आठ बजे हम लोग इटारसी स्टेशन उतरे और इस बार हमे भोपाल जाने के लिए दूसरी गाड़ी तुरंत ही मिल गई जो सामने के प्लेटफॉर्म पे लगी थी.....अब समस्या ये थी की अगर हम जनरल टिकट लाने जाते है तो ये ट्रेन छूटने के पूरे पूरे चांसेज थे इसलिए हम सोचे की अब टीटी आएगा तो देखा जाएगा फिलहाल ऐसे ही चल दिए.....पूरे रास्ते पूजा घबराई हुई थी टीटी को ले कर पर भगवान का शुक्र है की टीटी बाबा प्रकट नहीं हुए और हम सकुशल भोपाल उतर गए.....
भोपाल स्टेशन के बाहर से ही हमने रात का खाना पैक करवा लिया था और फिर ऑटो ले कर पहुंचे अपने अपार्टमेंट के गेट पे जहा अपने गार्ड भाई से मुलाकात हुई और वो पूजा को वापिस देख के बहुत खुश हुआ........उससे दो टूक बात कर के हम लोग अपने फ्लैट मे पहुंचे और घर का हाल देख के पूजा बोली जान कहाँ कुछ हुआ है जैसे गई थी वैसे ही तो है........हम हस कर बोले अरे अभी तो आई हो सास ले लो फिर किचन मे जाना उसके बाद बोलना क्युकी हम जो खाना बनाने का प्रोग्राम कर रहे थे उसमे और कही नहीं पर किचन का बैंड बजा हुआ था........
वो हस कर बोली कोई बात नहीं अभी देखती हु और वो किचन मे चली गई और वहा का मंजर देखने के बाद वही से चिल्ला कर बोली जान लग रहा है यहा पे परमाणु हमला हुआ है......आप खाना बनाए है की कुछ और ही कीये है बाप रे......और ये बोलते हए वो बाहर हॉल मे आ गई इधर हम समान कमरे मे रख कर वापिस बाहर आए और हस्ते हुए पूजा को अपनी बाहों मे भर लिए और बोले आई एम सॉरी माय लव क्या करे तुम्हारे बगैर इस घर मे रहने का मन ही नहीं करता था इसलिए जल्दी जल्दी मे सब रायता फैला दिए हम पर उसके लिए तुम कोई भी सजा दो हमको मंजूर है और जो किचन का दुर्गति हम कीये है उसको हटाने मे हम तुम्हारा हेल्प कर देंगे........
तो वो बोली अरे नहीं जान मेरे हम आपको सजा क्यू देने लगे और किचन का सफाई हम कर लेंगे वैसे भी मेरी जान इतना लंबा समय काट लिए मेरे बगैर ये कम बात थोड़े है और ये बोल कर वो हमको चूम ली........हमबोले चलो अब फ्रेश हो कर खाना खा कर सोने चलते है वैसे भी देखो तुम्हारा खिला हुआ चेहरा कितना थका हुआ लग रहा है........वो बोली अभी आपके साथ अपने बेड पे सोएंगे ना फिर देखिएगा सब कुछ खिल जाएगा मेरा भी और आपका भी....
हम उसके चूतड़ों को दबाते हुए बोले अच्छा जी फिर तो बढ़िया से फ्रेश होना....वो आंखे गोल करती हुई बोली एई अभी कोई बदमाशी नही सोएंगे और कल सुबह ऑफिस के लिए जब निकलिएगा तो साथ में हम चलेंगे और थोड़ा घर का समान ले आयेंगे......
हम बोले नही कल शाम में जब लौटेंगे तो ही चलेंगे अकेले कहा जाएगी.....
वो बोली मेरे डार्लिंग पतिदेव फिर कल दोपहर में लंच में क्या खायेंगे....हम बोले अरे इतना सारा होटल है चल चलेंगे खाने कुछ साथ में आधे घंटे की तो बात है जान....
वो बोली नही आप लेते आइएगा यहीं खा लेंगे दोनो कोई अब थोड़ा देर के लिए क्या बाहर जाना फिर आना....हम बोले चलो ये भी ठीक है....
उसके बाद दोनो कोई नहा ही लिए क्युकी पूरे दिन का थकान हावी हो रखा था....कुछ देर बाद हम दोनों कमरे मे बैठ कर खाना खा रहे थे........खाना खाने के बाद पूजा डार्लिंग किचन मे गई जबकि हम सोचे की घर पे बात कर लेते है वैसे जब भोपाल उतरे थे तो उनको बता दिए थे पर फिर एक बार बात कर ही लेते है.....
रात के ग्यारह बज रहे थे जब कॉल किए तो मां उठाई तो हम बोले मां आप सोए नही तो वो बोली पूजा बेटा चली गई है तो लग रहा की कुछ भुला गया है एकदम सुना लग रहा घर आंगन अपना दिन भर उसका पायल बजते रहता था ना आज एकदम सुनसान लग रहा घर जिमी भी अच्छे से नही खाया....
हम पूजा को आवाज दिए और बोले की देखो मां क्या कह रही हम बोले थे ना की सुबह से मां टोकी नही है तुम्हारे जाने को ले कर और देखो अभी टोक दी....तुमसे सब कोई को प्यार हो जाता है फिर पूजा मां से बात की और उनको बोली की जल्दी से हाथ का प्लास्टर कटवा कर ठीक हो जाइए फिर ये जा कर आप दोनो को यहां ले आयेंगे....तभी हम पीछे से बोले आज दिन भर भाभी सेवा की या नही.....
तो मां बोली हा बेटा अकल ठिकाने आ गया वही बहुत है और अभी अब ठीक है तो मन में कोई कुढ़ने वाली बात नही सो जल्दी ही ठीक हो कर हम आ रहे है तभी पापा मां से फोन मांग लिए और बोले सुन दुकान का सब माल आज सेट किए एक तरफ और तेरा भाई बोला की जैसे है वैसे ही रहने दीजिए उसमे से भी बिकेगा ही सामने रहेगा तो....जनता है अब निश्चिंत हो कर भोपाल आ सकते है हम दोनो कोई.....
फिर थोड़ा देर और बात हुआ और फिर फोन कट गया....
उसके बाद पूजा को हम अपनी बाहों में समेटे और लेट गए बिस्तर पे तो वो मेरे सीने पे अपनी उंगलियां घुमाती हुई मेरे होंठो पे चूम ली और बोली जान मां आ जायेगी तो घर में और ज्यादा रौनक रहेगा हमारा फैमिली कंप्लीट हो जायेगा....हम उसके पेट पे हाथ रख के बोले अरे ऐसे कैसे अभी इसमें एक मेंबर है ना जिसको तुम खा रखी है....क्या पता कब बाहर निकालेगी तुम बेचारा बच्चा मेरा......
पूजा मेरे सीने पे एक मुक्का मारी और तुनकते हुए बोली कैसा बात करते है आप मेरा बच्चा हम खा गए हे भगवान....हम हस दिए और बोले अच्छा अच्छा खाई नही पर पेट में दबा कर रखी है....इस बार पूजा मेरे सीने पे दात काट ली तो हम कसमसाते हुए बोले अच्छा बेटा ये तुमको नया आदत लगा है दात काटने का तो वो बोली हा आप भी तो काटते है....हम उसके ऊपर सवार होते हुई बोले तो लाओ ना काट ले और वो अपने आप को सिमटा ली और हस्ते हुए बोलने लगी आई एम सॉरी जान आई एम सॉरी.....
इसी तरह दोनो कोई अठखेलियां करते हुए एक दूसरे की बाहों में समाए सो गए.....
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अगली सुबह नींद खुली तो मेरी डार्लिंग मेरे पास नही थी मतलब वो जाग चुकी थी और काम कर रही थी....
हम उठे और बाहर हॉल में आए तो देखे की पूजा किचन का साफ सफाई कर के अपना कपड़ा धोने को डाल रही थी....हम अलसाय हुए चलते गए उसके पापा और पीछे से उसको अपने आलिंगन में ले लिए तो वो हस कर बोली अरे मेरे जान उठ गए आप....हम बोले तुम कब उठी तो वो बोली एक घंटा हुआ...हम बोले उतना सवेरे उठने का क्या जरूरत खाना तो बनाना है नही....तो वो बोली ऐसे कैसे नही बनाना अभी आप फ्रेश हो कर नहा धो लीजिए फिर दोनो कोई सब्जी मंडी चकते है थोड़ा बहुत तो समान आ ही जायेगा....हम उसकी चुचियों को हौले से दबाते हुए बोले मेरी स्मार्ट बीवी सब कुछ प्लान कर के रखती है....वो कसमसाती हुई मेरे तरफ घूमी और मेरे चेहरे को अपने हाथ में थाम कर बोली सब आपके साथ रहते रहते सीखे है जान वरना हम तो एकदम बुद्धू प्राणी थे...आपसे छुपा थोड़े है जान...हम उसके गाल पे चूम लिए तो वो बोली चलिए अब ज्यादा समय बरबाद नही करना है रोमांस शाम में करेंगे अभी बाजार जाना है जान....और मेरे हाथो के घेरों से बाहर निकलने लगी तो हम बोले अरे एक सेकेंड रुको तो तुम्हारे इस चेहरे को जी भर के देख तो लेने दो ऑफिस जाने से पहले आज कितने दिन बाद तुम्हारे इस खूबसूरत चेहरे को देख कर जाऊंगा आज तो पूरा दिन गुड ही गुड बीतेगा....
वो मुस्कुरा कर बोली आप भी ना जान
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फिर थोड़ी देर बाद दोनो कोई मार्केट में थे जो जरूरी सामान था वो सब खरीद ही लिए हम दोनो शाम हम रुकने का जरूरत ही नही पड़ा....
इन सब में साढ़े नौ बज गए थे सो बाहर ही नाश्ता कर लिए और वापिस घर आ कर हम फटाफट तैयार हुए और जब ऑफिस के लिए निकलने लगा तो पूजा अचानक से मेरे गले लग गई और बोली जल्दी आइएगा लंच में हमको आपसे ज्यादा देर दूरी बर्दाश्त नहीं होता....हम उसके पीठ पे सहलाते हुए बोले अरे पगली मेरी बस ढाई बजने का वेट करो फिर तो हम छः बजे घर आ ही जायेंगे....पूजा बोली हा ठीक है जल्दी जल्दी ये टाइम कटे फिर आपसे ऐसे ही गले मिलेंगे हम......
पर हम हस दिए उसके इस बात पे टी वो मेरा मुंह देखने लगी....और उसको मेरा ये बात थोड़ा लेट समझ में आया तो वो जोर से बोली गंदे आदमी और मेरे सीने पे प्यार से मुक्के मारती हुई बोली हमसे मजाक मत कीजिए इन मामलों में समझ रहे है आप ना.....हम हस्ते हुए बोले हा मेरी जान टेंशन मत लो यू गए यू आए....
फिर मेरे दोपहर में घर आने तक पूजा डार्लिंग मोबाइल पे मैसेज करती कुछ कुछ देर में आई मिस यू जान
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हमको भी जब मौका मिलता तो उसको जवाब दे देते.....
जब दोपहर में हम लंच करने पहुंचे मेरी डार्लिंग के पास तो वो गरम गरम चावल दाल सब्जी बना कर मेरा वेट कर रही थी दरवाजे के पास...फिर दोनो कोई प्यार से एक दूसरे के साथ लंच किए और फिर एक मस्त वाले चुम्बन के बाद हम वापिस ऑफिस आ गए....
शाम को जब घर लौटने लगा तो दो नारियल पानी खरीदा और ले कर पहुंचा घर जहा पूजा एकदम तैयार हो कर मेरा वेट कर रही थी....
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ब्लू कलर की साड़ी में और आंखो में काजल होंठो पे लिपिस्टिक पैरो में पायल हाथो में चूड़ियां बाल संवारे हुए एकदम अप्सरा सी खड़ी थी दरवाजे पे....
हम घर में घुसते ही पहले दरवाजा बंद किए और उसको अपने बाहों में भर कर बोले आज तो बवाल लग रही हो जान मन तो कर रहा की सब कुछ यही पे छोड़ कर पहले तुम्हारे इस हुस्न को आंखो में भर ले और फिर और फिर और फिर....ये बोलते हुए हम उसके होंठो पे हौले से चूम लिए....
पूजा बोली सब आपका ही है जान हम भी पहले थोड़ा सुकून से बैठ तो लीजिए....हम बोले अरे ऐसे कैसे बैठ जाए तुम्हारे जिस्म की ये भीनी भीनी खुशबू चैन पड़ने दे तब ना....वैसे तुम ऐसे ही वेट करते रहती हो जान देखना कही कोई और न आ जाए.....वो मुस्कुरा कर मेरे कंधे पे एक मुक्का मारी और जोर से बोली आप इतना बुड़बक समझते है हमको जब भी लिफ्ट का आवाज आता है तो हम देखते है की कौन है और एक बात बताए आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ की हम बाहर देखे हो और आप ना हो हमेशा आप ही रहते है मेरे जान दूसरा कोई नही समझे आई एम वेरी स्मार्ट......और एक बात आपके अलावा कोई और मेरी तरफ आ ही नही सकता क्युकी आपके प्यार का एक घेरा रहता है मेरे चारो तरफ मजबूत वाला अभी जैसा आप बनाए हुए है जिसको तोड़ पाना नामुमकिन है सो आप निश्चिंत रहिए....और मेरे होंठ पे चूम ली और पूछी कैसा रहा ऑफिस....तो हम सोफा तक आए उसको साथ में लिए और टेबल पे अपना बैग और नारियल पानी रखे और उसको घुमा कर अपने गोद में लिए सोफे पे बैठे और उसके हाथ को अपने हाथ में ले कर बोले आज सुबह तुम्हारा चेहरा देख कर गया था ना दिन एकदम बढ़िया रहा उतना दिन से वर्क लोड काफी हो जा रहा था और कुछ न कुछ का मीटिंग चल ही रहा था और छुट्टी में भी उधर लगातार डिले हुआ पर आज देखो अपनी जान का गुड मॉर्निंग किस ले कर और खूबसूरत चेहरा देख कर गए थे तो सब कुछ अच्छा रहा एकदम परफेक्ट इसलिए तो ये नारियल पानी ले कर आए ताकि तुम्हारे इस चेहरे का ये नूर ये चमक कभी कम न हो..
वो शर्माती हुई बोली बस बस हो गया अब कितना तारीफ कीजिएगा और हम कितना बार बोले है मेरा ये चमक धमक सब कुछ आपसे है जान ये नारियल पानी से नही पागल
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और अभी इसको फ्रिज में रख दे रहे है सुबह में पियेंगे दोनो कोई अभी फटाफट हाथ मुंह धो लिजिए फिर चाय बनाते है हम.....उसके बाद थोड़ा टाइम हो जायेगा तो खाना लगा देंगे....
हम उसकी एक चूची को कस कर दबा कर बोले और इनको कब खायेंगे दो दिन होने को आए इनका रस पिए.....आज सुबह भी तुम पहले नहा ली थी और अगर कल से ऐसा किए ना तो देखना दुबारा से नहाना पड़ेगा हम नही जानते....वो मेरे कान के निचले भाग को अपने मुंह में कर चुभलाते हुए बोली जो हुकुम मेरी जान आज सुबह में काम भी तो था इसलिए नहा ली थी पर कल से नही करेंगे लेकिन मेरी जान जब मां पापा आ जायेगे फिर..फिर क्या कीजिएगा...??
हम बोले उसका टेंशन क्यों लेती है हम बहुत बड़े वाले गुंडे है घुस जायेंगे तुम्हारे साथ ही बाथरूम में याद नहीं है क्या जब तुम्हारे घर में सब के रहते हुए हम तुम्हारे इन रसगुल्लों का रस पी लेते थे और कितना बदमाशी कर लेते थे....पूजा मुस्कुरा कर बोली सब याद है जान ये देखिए वो सब याद कर के मेरा रोंगटा खड़ा हो गया....हम बोले वो समय ही ऐसा था जान की सोच कर एक्साइटमेंट होता है....
पूजा उठ कर मेरे तरफ घूम गई और वापिस से मेरे गोद में बैठी और बोली आई लव यू स्वीटहार्ट आई लव यू सो मच
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फिर हम फ्रेश हुए और पूजा तब तक चाय बनाई और साथ में मां से वीडियो कॉल पे बात भी कर रही थी.....
मां उसको देख के बगल में बैठी भाभी से बोली देख इसका चेहरा दोनो कोई साथ में रहता है ना तो इसका चेहरा ही अलग दिखता है....पूजा बोली क्या मां आप भी...
मां बोली बहुत बड़ा गलती हुआ बेटा तुम दोनो को इतना दिन दूर कर दिए थे....दुबारा कभी ऐसा नहीं करेंगे...
पीछे से हम बोले अरे नही मां क्या बोल रहे है आप....मां डांटते हुए बोली तू चुप कर हम सब देख कर ही बोल रहे बेटा...बस दोनो कोई ऐसे ही हमेशा खुश रहना मेरा बच्चा और वही से चूम ली फिर चाय पीते पीते थोड़ा देर बात हुआ फिर फोन कट गया और चाय भी खतम हो गया....
हम पूजा को अपने गोद में उठा लिए और ले कर आ गए बेडरूम में और बिस्तर पे धीरे से लिटाते हुए बोले अब कंट्रोल नही होता डार्लिंग और फिर कुछ देर हमारा बिस्तर एक बार फिर से हमारे प्यार वाली लड़ाई का गवाह बना और कमरा हमारी सिसकियों से गूंजता रहा....
झड़ने के बाद पूजा मेरे सीने पे सर रखे हुए बोली जब अपना बेटा या बेटी आ जायेगा तब आपको ये सब कम मिलने लगेगा...हम ये सुनते ही उसके चूतड़ों पे एक करारा तमाचा लगाए और बोले उसको आने दो उसके आने से उसके बाप के बदमाशी में कोई कमी नही होगा बल्कि वो तो और बढ़ जायेगा जब इनमे दूध आ जायेगा फिर तो आहा हम तो पी पी कर खाली कर दिया करेंगे....वो अपनी दोनो चुचियों को अपने हाथो से छुपाती हुई बोली नही ये मेरा टूनमुनिया सब के लिए रिजर्व रहेगा....हम उसके दोनो हाथो को अलग कर के उसकी दोनो चुचियों को कुछ सेकंड्स तक चूसे और बोले ऐसे ही पी लिया करेंगे देखते है कौन रोकता है हमको....
पूजा बोली अरे कैसे पापा है अपना ही बच्चा का दूध पी जाइयेगा....हम बोले अरे डब्बा वाला पियेगा ना...वो बोली नही जान ऐसे कैसे और मां भी तो रहेगी ना देखेगी तो डांटेगी ही हमको...फिर उनको क्या बोलेंगे की आपका बेटा ही पी जाता है मेरा दूध...हम जोर से हस दिए और बोले अच्छा सुनो ऐसा करते है इन दोनो में से एक मेरा रिजर्व रहेगा बस बात खतम....पूजा हस कर बोली दोनो के सामने ब्लाउज उतार के लेट जाऊंगी जिसको जो मन करेगा वो पकड़ लेना अपना....हम बोले हा ये ठीक है फिर दोनो कोई हस दिए एक दूसरे की बातो पे
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फिर दोनो कोई उठे और पूजा अपना नाइटी डाली जबकि हम हाफ पैंट और वो पूछी की खाना ले आऊ जान....तो हम बोले हा ले आओ खाना खा कर फिर तुम्हारा रस भी तो पीना है....
वो बोली तो अभी क्या पिए आप मन नही भरता है आपका....हम उसको फिर से अपने से सटा कर बोले अरे इससे मेरा मन भला कभी भर सकता है अगर किसी बड़े बाप की औलाद होता और पैसे कमाने की इतनी जद्दोजेहद ना होती तो फिर बताता तुमको की मन कितने से भरता कितने से नही.....
वो बोली अच्छा ठीक है मेरी जान फिर से पी लेना आप आपके ही है
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इसके बाद वो किचन में गई और खाना निकाल कर हॉल में ले आई...
दोनो कोई खाना खाए और फिर पूजा बर्तन समेट कर किचन में गई और हम वापिस से कमरे में आ कर बिस्तर पे लेट गए....कुछ देर बाद जब पूजा कमरे में आई तब तक मेरा आंख लग चुका था सो वो भी आ कर मेरे से सट कर लेट गई....
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सुबह उठने के बाद से फिर वही भाग दौड़ वाला रूटीन शुरू हो गया...घर से ऑफिस....ऑफिस से घर....
पर एक चीज जो बदलता था रोज वो था मेरी जान के साथ मेरा प्यार जो की दिन पर दिन बढ़ता ही गया और मेरी जान पहले से ज्यादा खुश रहने लगी थी और अब तो मां पापा के आने में ज्यादा दिन नही रह गया था सो हम उनके रहने के लिए भी दूसरा कमरा जो अभी तक केवल पूजा रूम के रूप में इस्तेमाल होता था उसी में सब सामान सेट कर दिए थे.....

अगले कुछ दिनों तक सब कुछ ऐसे ही चलता रहा उधर पटना में मां का हाथ बिलकुल ठीक हो गया था और पापा का दुकान के तरफ से भी बचा खुचा टेंशन खत्म हो गया था इसलिए हम दोनो महीने की अंतिम शुक्रवार को रात वाली फ्लाइट से पटना पहुंचे और अगले दिन सुबह में मां पापा हम पूजा और जिमी सब कोई अपनी गाड़ी से भोपाल के लिए चल दिए....और घर की चाभी भईया भाभी के पास दे दिए ताकि समय समय वो घर का साफ सफाई कर सके.....जाते समय माहोल थोड़ा इमोशनल हो गया था पर फिर भी सब कुछ अच्छा रहा...

जब हम लोग भोपाल अपने फ्लैट में पहुंचे तो एक अलग ही एहसास पैदा हुआ मन में ऐसा लगा जैसे सब कुछ था अपने पास एकदम भरा भरा लग रहा था अपना घर....पूजा अब एकदम हाउसवाइफ के रूप में ढल गई थी लेकिन मेरे लिए वो मेरी पूजा ही थी एकदम प्यारी सी कोमल स्वभाव की और प्यार लेने देने में तो हम उसको माहिर बना ही दिए थे
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और हम तो ठहरे ही आशिक मिजाज
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मां पापा भी भोपाल आ कर एक नया अनुभव कर रहे थे और अब इस घर की भी बहुत सी जिम्मेदारियां पापा ने ले ली थी उनका कहना था की जैसे हम वहा रहते है वैसे ही अब यहां भी रहे क्युकी घर के मुखिया वो है....पर उनके हर कदम पे हम साथ खड़े रहते थे ताकि वो कही लड़खड़ाए तो हम उनको थाम सके....
अब अपना घर का रूल चेंज हो गया था पहले हम दोनो कही भी शुरू हो जाते थे पर अब हमारा दायरा अपने कमरे में और कभी कभार किचन में छेड़ छाड़ तक सीमित था....पर लंच के समय और ऑफिस से आने वक्त जैसे पूजा इंतजार करती थी वो उसने नही छोड़ा था और इसके लिए ना मां टोकी न ही पापा क्युकी वो जानते थे की पूजा हमसे बहुत प्यार करती है....

हर सुबह पापा, मां और जिमी तीनो नीचे अपार्टमेंट के ही लॉन में टहलते और उसी में थोड़ा बहुत आस पड़ोस के रहने वालों से भी मेल जोल बना लिए थे...उस दरमियान हम और मेरी जान कभी कभी रोमांस के सागर में डुबकी लगा लेते थे...
सुबह के टहलने के बाद सब कोई साथ में नाश्ता करते और हम ऑफिस के लिए निकलते जबकि पापा और मां हर तीसरे चौथे दिन कोई न कोई जगह घूमने जाते जो नजदीक में ही होती थी और दोपहर में लंच के समय पे मां पापा अधिकतर बार सोए रहते या फिर सब कोई हॉल में टीवी देख रहा होता....
शाम को मां और पूजा दोनो मिल कर खाना बनाती थी पूजा के लाख मना करने के बावजूद मां पूजा के साथ ही रहती किचन में और कभी कुछ अपने हाथ का बनाना हो तो वो बनाती थी.....
कुल मिला कर हम अब फूल फैमिली लाइफ जी रहे थे....
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इसी तरह शादी के आठ महीने होने को आए और इस महीने तीज का व्रत था जिसको पूजा मां के साथ मिल कर करने वाली थी और ये उसका पहला निर्जला व्रत होने वाला था मेरे लिए......
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कल तीज का व्रत था और आज की शाम हम जब ऑफिस से आए तो पूजा वैसे ही दरवाजे के पास खड़ी थी और मेरे घर में घुसते ही मेरे गले से लग गई तो हमको समझते देर न लगी की मां पापा घर पर नही है क्युकी जिमी कूदते हुए मेरे पास नही आया था....हम भी तुरंत उसको अपने आलिंगन में ले लिए और बोले क्या बात है जान आज तो मूड में लग रही हो....
पूजा मेरे होंठ पे चूम कर बोली आपको तो बस एक ही चीज चाहिए रहता है हर वक्त....हम उसको अपने गोद में चढ़ा कर बोले अरे तो हम तुमसे तुम्हारे अलावा और मांग ही क्या सकते है तुम अपने प्यार के रस में डूबा कर हमको रसगुल्ला बनाए रखो बाकी तो तुम खुद हमको सब कुछ दे देती हो जान....
पूजा बोली कल पहला तीज का व्रत है मेरा बहुत ज्यादा घबराहट हो रहा जान....हम बोले अरे नही पागल घबराना नहीं है इससे बड़ा बड़ा परीक्षा पास की हो जान तुम तो और ये तो एक व्रत है और हम तो रहेंगे ही न तुम्हारे पास....
पूजा बोली क्यू कल ऑफिस नही जाना है....
हम उसके माथे पे चूम कर बोले कल मेरी जान का पहला तीज का व्रत है और हम उसको छोड़ कर ऑफिस चले जाए ऐसा हो सकता है क्या भला....कल नो ऑफिस ड्यूटी कल केवल वाईफ ड्यूटी करेंगे हम....
पूजा हस कर मेरे सीने से लग गई और बोली थैंक्यू सो मच जान आप नही जानते आप ये चीज कर के मेरा मन कितना हल्का कर दिए....आप साथ में रहिएगा तो दिन यू कट जायेगा मेरा....
हम अपना जूता दरवाजे के पास उतारे और उसको अपने आलिंगन में लिए ही सोफे तक आए और उसको सोफे पे बिठा दिए तो वो बोली अरे अरे....जान आप अभी तो आए है पहले फ्रेश हो लीजिए तब तक हम चाय बनाते है फिर दोनो कोई साथ में पियेंगे....
हम अपना बैग उतार कर साइड में रखे और जमीन पर घुटनो के बल बैठ कर पूजा के चेहरे को थाम कर बोले अभी कही नही जाना है मेरी डार्लिंग अपना रोमांस केवल कमरे तक थोड़े ही रह जायेगा....
पूजा बोली मां पापा नीचे ही गए हुए है आपको दिखे नही आते वक्त क्या....हम बोले नही जानेमन अगर दिख जाते तो और जल्दी आते तुम्हारे पास...वो हस कर मेरे नाक को पकड़ के हिलाते हुए बोली पागल हम कही भागे थोड़े जा रहे है यही तो है आपके पास....
हम मुस्कुराते हुए बोले

तुम सामने बैठो मुझे प्यार करने दो....
बेचैन है धड़कन इजहार करने दो....
चाहत का अब दिलबर इकरार करने दो....
बेचैन है धड़कन इजहार करने दो....
तुम सामने बैठो मुझे प्यार करने दो

और ये बोल गुनगुनाते हुए हम अपने बैग का चैन खोले और उसमे से एक गुलाब, एक बड़ा वाला चॉक्लेट, एक जोड़ा इयररिंग, एक साड़ी और एक डब्बा चूड़ी निकाले और उसकी गोद में रख दिए और गुलाब के साथ चॉक्लेट उठा कर उसको देते हुए बोले फॉर माय लविंग एंड केयरिंग वाइफ.....
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पूजा मेरे हाथ से वो ले ली और मेरे होंठो पे चूम कर बोली आई लव यू जान आई लव यू सो मच एंड थैंक्यू फॉर दिस चॉक्लेट.....
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और एक टक हमको देखने लगी तो हम बोले अगर आंसू टपकाई तो बताते है तुमको अभी.....फिर वो अपने होंठो को आपस में दबा के दूसरी तरफ देखने लगी तो हम उसके चेहरे को पकड़ कर घुमाए और बोले हा जानते है जानते है इतना प्यार करने वाला कैसे मिल गया ये वो ब्ला ब्ला तो वो मुस्कुरा दी और प्यार से मेरे सीने पे एक मुक्का मारी और फिर हम उठे और सोफे पे बैठ कर उसको अपने गोद में बिठा लिए और वो बैठते ही मेरे गले से लग गई......तो हम बोले कल यही सब को पहनना समझी.....
देख के बताओ कैसा है पसंद आया की नही....
वो बोली हा जान ये भी कोई कहने की बात है और आप जो लाए वो सब हमको पसंद ही होता है क्युकी आप मेरा पसंद अच्छे से जानते है....फिर हम उसके होंठो पे उंगली फिरा कर बोले मन तो बहुत कुछ करने का हो रहा है पर अभी रहने देते है चलो अब अपने हाथो से बना कुछ बढ़िया सा खिला दो भूख लगा है....वो थोड़ा झुकी और मेरे को चूम ली तो हम भी वापिस से उसको पकड़े और उसके होंठो को चूसने लगे और मेरे हाथ उसके ब्लाउज में घुसने से रोक नहीं पाए खुद को....
एक गहरे वाले चुम्बन के बाद जब हम अलग हुए तो दोनो कोई बुरी तरफ हांफ रहे थे पूजा मेरे सीने पे अपना सर सटा कर बोली आप ना तुरंत में हमको बेचैन कर देते है उफ्फ अब मेरा काम में मन बिलकुल नही लगेगा भक्क....
हम बोले अरे हम तो बोले ही थे की भूख लगा है कुछ बढ़िया सा बना के खिला दो तो तुम खिलाई तो और फिर से उसकी चूची को दबा दिए तो कसमसा कर मेरे हाथ पे अपना हाथ रख कर बोली बै जान प्लीज ना....हम बोले इतना दिक्कत लग रहा है तो जल्दी से इसको उतार दो ना ताकि हम थोड़ा और खा ले इशशह.....और ये ब्रा इतना टाइट क्यों है हा...पूजा बोली सब आपका करस्तानी का नतीजा है दिन पर दिन ये सब छोटा होते जा रहा तो कितना नया खरीदेंगे इसलिए जो है उसी को पहन लेते है....
हम उसके कमर को पकड़ के अपने से और सटाते हुए बोले तो पहनना ही क्यों है ऐसे ही रहा करो ना केवल ब्लाउज में....पूजा बोली पहले हम यहां ब्रा नही पहनते थे पर अभी मां पापा के आने के बाद से पहनते है....अच्छा नही लगता ऐसे जान पागल कहिंकेे.....
हम बोले अच्छा चलो कोई नही पर अभी तो उतार दो अभी कौन है यहां पे....वो मेरे को फिर से एक टक देखने लगी और फिर अपनी साड़ी का पल्लू नीचे कर के मेरे तरफ अपना सीना कर दी....और उसकी चुचियों के बीच की घाटी देख के ही मेरे लंड में एक बिजली सी कौंधी जो पूजा को उसके जांघो पे महसूस हुआ....वो मेरे कंधे पे हाथ रखते हुए बोली अब आपका भी मन गुलाटी मार रहा है स्वीटहार्ट....
हम बोले हा क्यू नही मारेगा सामने ऐसे मंजर को देख के रुकना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है और फिर हम उसके ब्लाउज के बटन खोले और फिर एक ही झटके में दोनो चुचियों को ब्रा की कैद से आजाद किए तो देखे की चारो ओर ब्रा के स्ट्रैप का दाग हो गया है....हम उसपे हाथ फिरा कर बोले आज के बाद इतना टाइट ब्रा पहनी ना तो देखना सब तोड़ के फेक देंगे ये क्या हाल बना रखी है अपना कुछ नही सोचती हो....और उस ब्रा के हुक को खोले और उसको सोफे के एक साइड में फेक दिए....
पूजा थोड़ा सहम गई मेरे ऐसे डांटने पे फिर बोली नही जान ये सब ब्रा अभी नया ही है....हम बोले अरे छोटा हो गया है तो फिर क्यू पहनना हटा दो ना गरीब दुखिया हो क्या जो ब्रा खरीदने के लिए पैसा नही है चलो अभी खरीदवा देते है कितना खरीदेगी....
पूजा हस कर बोली अच्छा मेरी जान आप गुस्सा मत कीजिए ये दाग तुरंत चला जायेगा....
हम उसके चेहरे पे चूमे और बोले नही जान गुस्सा नही कर रहे ये देखी है उफ्फ और फिर जहा जहा दाग हो रखा था वहा वहा चूमे तो पूजा कसमसाती हुई बोली बस अब उस सब जगह पे मेरे जान का एंटीवायरस लग गया है अब सब दाग यू गायब हो जायेगा....
हम हस कर उसकी एक चूची पे थप्पड़ लगाए और बोले बाते बनाना कोई तुमसे सीखे...वो कसमसाती हुई बोली हा और हम आपसे सीखते है मेरे जान.....
फिर दोनो कोई हस दिए और फिर पूजा अपना ब्लाउज पहनने के लिए उठाने लगी तो हम बोले चलो आज साथ में नहाते है.....
वो आंखे गोल करती हुई बोली नही जान मां पापा कभी भी आ जायेंगे और गड़बड़ हो जायेगा.....हम बोले इसलिए तो कह रहे की बातो में टाइम वेस्ट मत करो और चलो जल्दी से पर वो फिर से कुछ बोलने वाली थी इसलिए उसको हम लिए दिए अपने बाहों में उठाए और घुस गए बाथरूम में.....और वहा तुरंत शॉवर चालू कर दिए वो बोली अरे अरे पागल अपना पर्स और मोबाइल सब कुछ भीगेगा....हम थोड़ा पीछे हुए और पर्स मोबाइल को एक जगह पे रख दिए और फिर से उसको अपने बाहों में भर के बोले अब कुछ नही भीगेगा....और फिर धीरे धीरे दोनो कोई अपने जन्मजात वाले अवस्था में आ कर एक दूसरे के रस से सराबोर होने पे उतारू थे और मेरी जान तो मेरे सोफे पे किए खेल से और उत्तेजित थी सो मेरी हर हरकत का जवाब वो हमसे भी ज्यादा कामुकता के साथ दे रही थी....
दोनो कोई जब एक दूसरे के गीले बदन से सटते तो वो फिसलन भरा एहसास और भी आग भड़का रहा था हमारे अंदर.....पानी के नीचे खड़े हो कर एक दूसरे को चूमने में जो पानी और पूजा के लिपिस्टिक का मिला जुला स्वाद आ रहा था वो अलग ही मजा दे रहा थे....तकरीबन बीस मिनट से दोनो कोई बाथरूम में अपने काम क्रीड़ा में व्यस्त थे.....पूजा की चूत में झड़ने के बाद दोनो कोई जब थोड़े शांत हुए तो पूजा बोली जान अब हमे निकालना चाहिए मां पापा किसी भी वक्त आ जायेंगे....हम उसके चूतड़ों को मसलते हुए बोले आ जायेंगे तो क्या हो गया जब तक हम दरवाजा खोलेंगे तौलिया लपेट के तुम ऐसे ही रूम में चली जाना और क्या और मां पापा सब समझते है आखिर हमारी लव मैरिज है....
तो पूजा हस दी और मेरे छाती पे दात से काट कर बोली आप ना एकदम बेशर्म होते जा रहे है.....
हम उसके गांड़ को छेड़ते हुए बोले होने दो ना कोई दिक्कत नही है जान....
थोड़ी देर और चुहलबाजी के बाद दोनो कोई बाथरूम से बाहर आए और अपने कपड़े पहने...पूजा अपने बाल सवार रही थी तो हम उसको पीछे से अपने आलिंगन में लेते हुए बोले तुम्हारे लिए तो साड़ी लाए ही है साथ में मां के लिए भी लाए है वो बैग में आगे वाले चैन में रखा है....
पूजा बोली अच्छा किए वरना हम अपने पास रखे हुए साड़ी में से कोई देते मां को पहनने को जो यूज नही किए है क्युकी ऐसे अच्छा नही लगता....
हम बोले अरे पगली है दोनो के लिए ले आए थे पगली पर जान केवल साड़ी ही लाए है...
पूजा बोली अरे कोई बात नही मां उतने में ही खुश हो जाएंगी आप देखिएगा ना आने तो दीजिए अपने हाथ से जा के दीजिएगा....
फिर मेरी जान अपने रूप में चार चांद लगा के चल दी किचन में बाकी का काम निपटाने और हम हॉल में बैठ कर टीवी देखने लगे अभी थोड़ा देर ही हुआ होगा की दरवाजे पे दस्तक हुआ...
हम गेट खोले तो सामने तीनो कोई थे सब अंदर आए और फिर सोफे पे विराजमान हो गए जबकि हमारा जिमी पूजा के पास जा के बैठ गया की कुछ खाने को मिलेगा....

इधर हम मां पापा से पूछे की बड़ा देर लगा दिए कहा रह गए थे तो मां बोली अरे कही नही बेटा नीचे ही थे और पता है घास पे खाली पैर टहलने में बड़ा अच्छा लगता है और तेरे पापा का भी मन लग गया है नीचे सब लोग के साथ अब तो कुछ कुछ लोगो से इनकी अच्छी दोस्ती हो गई है और अपना गार्ड भी बिहार का ही है तुम दोनो के बारे में बता रहा था की बहुत अच्छे है सुमित सर और दीदी जी.....
तो पापा बोले अच्छे लोग है मिलनसार स्वभाव के समय अच्छा कट जाता है....इतने में पूजा डार्लिंग हमलोग के पास आई और मां पापा को पानी दी पीने को जबकि मेरे को चाय और उनके लिए भी चाय रखी....तो हम बोले तुम्हारा चाय तो वो बोली नही हम नही पियेंगे....
तो मां हस कर बोली ज्यादा चाय पीने से रंग दबेगा इसलिए नही पियेगी है ना पूजा बेटा....तो वो हस दी और बोली नही मां क्या आप भी....मेरा मन नही है अभी....तो मां बोली आज रात में बारह एक बजे के करीब में उठ कर चाय और शरबत पी लेंगे दोनो कोई उससे थोड़ा राहत रहता है पूरे दिन....
हम चाय रखे और उठ कर अपने कमरे में गए और मां के लिए लाई हुई साड़ी बाहर ले कर आया और मां के हाथो में रखते हुए बोला कल आपके पहनने के लिए लाए है कैसा है देख के बताइए....
पापा साड़ी उठा कर बोले टेस्ट बढ़िया हो रहा है तेरा भी इन मामलों में एक नंबर है साड़ी क्यू जी पापा मां से पूछे....
तो मां बोली अरे देखने तो दीजिए पहले और पापा मां को साड़ी दे दिए वो उसको थोड़ा खोल कर देखी और बोली अच्छा है बेटा पर महंगा दिया होगा ना....
पूजा बोली अरे सस्ता महंगा क्या होता है पसंद पसंद होता है बस और आपके सुपुत्र अपने मन से पसंद कर के लाए है आपके मन मुताबिक और ये आप पर खिलेगा....
तो हम मां को बोले मां साड़ी तो ले लिए पर बाकी कुछ नही ले पाए तो मां बोली अरे वो सब मेरे पास है मैच लगा कर पहन लेंगे तू ये लाया वही बहुत है बेटा....
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फिर उस रात सब कोई साथ में खाना खाए और सोने के लिए गए तो कमरे में आते ही हम पूजा को खुद से लिपटा कर बोले कल तुम्हारे साथ साथ हम भी व्रत में रहेंगे पूजा नही करेंगे पर अपनी जान की सलामती के लिए भूखे तो रह ही सकते है और तुमको मेरा कसम है जो ये करने से मना की तो....
पूजा तुनक कर बोली बै नही आप भूखे क्यू रहिएगा पागल है क्या नही नही ये सब नही जान....
हम बोले क्यू भाई तुम रह सकती हो और हम नही....पूजा हस कर बोली आपको फिल्मी भूत चढ़ा है ये सब सीन फिल्मों में अच्छा लगता है असलियत में नही होता है जान ये सब और मां जब सुनेगी ना तो वो भी यही बोलेंगी....
हम बोले अरे कोई कुछ भी बोले जैसे मेरी सलामती के लिए मेरी जान भूखी प्यासी रहेगी तो हम क्यों नहीं....
और हम ये कर रहे है बस बात खतम अब आओ इधर मेरे पास थोड़ा परेशान करे हम तुमको....पूजा हस्ते हुए मेरे को बिस्तर पे धकेल के खुद मेरे ऊपर चढ़ गई और बोली परेशान क्या होता है जानेमन आप तो प्यार करते है हमको और तुरंत मेरे होंठो पे अपने होंठ चिपका दी और चूमते चूमते हम उसके कंधे से नाइटी को सरका दिए....वो चुम्बन तोड़ कर बोली आज इसको मत उतारिए मां कभी भी आवाज दे देगी तो उठ कर जाना होगा तुरंत...
हम फिर भी नाइटी उसके बदन से पूरा उतार दिए और बोले मां जब दरवाजा खटखटाएगी तो हम लोग सोए रहेंगे और उठने में समय लगेगा ना जानेमन तब तुम पहन लेना इसको और इसको पहनने में समय ही कितना लगेगा फिलहाल तो हम ये तुमको पहनने देने से रहे....
पूजा एक गहरी सास छोड़ते हुए बोले आप नही मानिएगा फिर वो मेरे हाफ पैंट को भी खींच दी तो मेरा खड़ा लंड एक स्प्रिंग की तरह उछल कर बाहर आ गया जिसको वो अपने हाथो में लेते हुए बोली ये हर वक्त तैयार रहता है....
हम उसको लिटाते हुए बोले हा ये तो रहता है क्युकी इसकी सहेली भी तो रेडी रहती है और ये बोल कर उसकी चूत में अपनी उंगलियां घुमाए तो वो गीली थी तो पूजा एक मुक्का मेरे कंधे पे मारी और बोली तुरंत में जांच चालू कर देते है आप गंदे कहिंके हमको भी बिगाड़ दिए है आप....
हम बोले अरे ये तो लब है हमरा लब....पूजा जोर से हस दी और बोली ज्यादा सरदार खान बनने का जरूरत नहीं है....
हम बोले अरे नही....नही बन रहे सरदार खान वरना एक बंगालन को उठा लाते तो पूजा गुस्से में मेरे को तीन चार चांटे छाती और बाह पे मारी और बोली ज्यादा मत बोलिए नही तो उसको भी मार देंगे और खुद भी मर जायेंगे फिर बनते रहिएगा सरदार खान....
हम बोले अरे मां रे मां जोर से लगा स्वीटहार्ट...पूजा जहा जहा मारी थी तुरंत वहा वहा पे फूंक मार के चूम ली और बोली आप क्यू बोलने लगते है ये सब मेरा दिल जल जाता है....
हम उसको खुद से चिपकाते हुए बोले अरे तुमको छुड़ा कर किसी और पे ध्यान जा ही नहीं सकता मेरा अरे ध्यान तो दूर उस नजर से ना देखे हम किस और को....क्युकी तुम ही ना हो मेरी लव और उसके होंठो पे चूम लिए तो वो भी मेरे को अपने आलिंगन में लेते हुए बोली आई लव यू स्वीटहार्ट....
हम बोले आई लव यू टू मेरा जान पर ये मारी उसका क्या उसका हरजाना....पूजा अपने चूतड़ों की तरफ इशारा कर के बोली ये तैयार है आपकी सजा पाने को दे दीजिए....
हम दांत दिखाते हुए उसके चूतड़ों को सहलाए और बोले आज हाथ से अपने इससे (लंड) से मारेंगे....
पूजा बोली अच्छा मतलब हम थोड़ा सा किए और आप उतना कीजिएगा ये क्या बात हुआ....हम बोले यही बात हुआ और फिर थोड़ी देर में मेरा छोटा शहजादा उसकी गांड़ के हर कोने का निरीक्षण कर के आया और उसी बीच उसकी चूत की सैर भी उसको करवा दिए....झड़ने के बाद हम दोनो एक दूसरे से लिपटे लेटे रहे और थोड़ी देर में हमें नींद आ गई.....
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तकरीबन पौने दो बजे के आस पास मां हमे जगाने आई तो पूजा हड़बड़ा कर उठी और हम तो ऐसे पसरे हुए थे जैसे की कितना मेहनत मजदूरी कर के आए हो....
पर पूजा के पायल की छमछम और उसकी चूड़ियों की खनखनाहट से मेरी भी नींद खुल गई तो हम देखे की वो नाइटी डाल के अपने बाल बांधते हुए दरवाजा खोलने जा रही है और मेरे ऊपर चादर डाल दी थी.....
हमको याद आया की अभी चाय और वो सब पीना है तो फटाक से उठे और उसको बोले रुको जान एक मिनट हम भी है साथ में....और अपना पैंट पहने तो पूजा दरवाजा खोली तो मां वहा नही थी शायद किचन में चली गई थी....
पूजा आगे गई तो मां चाय चढ़ा चुकी थी और वो मां से मेरे बारे में बोली की ये भी बोल रहे भूखे रहने को....
मां हस कर बोली हा अच्छा ये बात है तो कर के देख ले होश ठिकाने पे आ जायेगा दोपहर होते होते....
हम पीछे से आते हुए बोले अरे क्या मां बच्ची को डरा रही हो तो मां हस दी और बोली औरत जितना सहनशक्ति मर्दों में नही होता है बेटा मत कर बेकार में परेशान होगा तू....
हम फिर वही बात दोहराए जो पूजा के सामने बोले थे तो मां बोली अच्छा मेरे बाप कर ले वैसे भी तेरा प्यार मोहब्बत वाला मामला है ना...हम क्या जाने हो सकता है तू आराम से कर ले और एक तरह से ये अच्छा ही है इससे तुमदोनो में प्यार और मजबूत होगा भगवान करे की तुम लोग जल्दी से दो से तीन हो जाओ फिर अपना परिवार पूरा हो जाएगा.....
हम मां को हाथ जोड़ के झुक के प्रणाम किए और बोले धन्यवाद माता परमिशन देने हेतु....
तो दोनो सास बहू हस दी फिर तीनो कोई चाय पीए और अपना जिमी हमे उठा हुआ देख कर कन्फ्यूज हो रखा था की ये अभी क्या खिचड़ी पका रहे है पर चाय पीने बैठे तो उसको भी थोड़ा दे दिया जिसको वो पिया तो नही बस उसके आगे पिछे नाक से सूंघ कर छोड़ कर अपने जगह पे जा के बैठ गया.....
चाय पीने के बाद थोड़ा रुक कर दही चीनी खाए और शरबत पिए और उसके बाद चल दिए सोने के लिए अब इंतजार था सुबह होने का.....

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सुबह में कोई उठने की जहमत नहीं उठाया पर मां पापा अपने कमरे में जागे हुए थे और मां बिस्तर पे ही लेटी हुई थी पापा अखबार पढ़ रहे थे पढ़ते पढ़ते वो मां से बोले चलते है सुमित को बोलने की नाश्ता कर के ऑफिस के लिए निकले....
तो मां बोली नही आज वो ऑफिस नही जा रहा और छोड़ दीजिए उन दोनो को अभी दोनो कोई उपवास में है....
तो पापा हैरान होते हुए हस कर बोले ये क्या नया है जी....पापा के ऐसे हसने पे मां भी हस दी और बोली आप शायद भूल रहे है अपने दोनो बच्चे लव मैरिज किए है तो ये सब उनके आपस में प्यार जताने का तरीका है जो आप और हम समझ नही सकते आप बस इससे मतलब रखिए की हमारे दोनो बच्चे खुश है बस....
पापा बोले चलो फिर हम ही नाश्ता कर के आते है बाहर से और वो कमरे से बाहर निकल गए....

थोड़ी देर बाद जब पापा लौटे तो हम और पूजा हॉल में बैठे थे और टीवी देख रहे थे तो पापा बोले और बेटा सब ठीक तेरी मां हमको बताई तेरे फौलादी कदम के बारे में तो हम हस दिए और पूजा वहा से शर्मा के कमरे में भाग गई....
उसको ऐसे जाते देख पापा भी हस दिए और बोले धन्य हो भाई तुम दोनो भी....पर अच्छा लगा और नया बात मालूम चला की हम मर्द लोग भी तीज जैसा व्रत रखने का क्षमता रखते है....पार कर लेगा ना
हम बोले हा पापा एकदम वैसे आप नाश्ता कर आए क्या...
पापा बोले हा अभी तो कर के आया और जिमी को भी करवा लाया पर यहां पे साला अपने टाइप का नाश्ता नही मिलता यार मजा नही आया....पूजा वापिस से हॉल में आते हुए बोली पापा कुछ बना दे क्या हम आप बोलिए हम वही बना देते है आपके पसंद का....
तो पीछे से मां बोली खबरदार अभी कोई काम करने का सोची भी तो जा के चुप चाप आराम करो दोनो कोई....रे बेटा तू इनके लिए दोपहर में खाना बाहर से मंगवा देना बस ये खा लेंगे और फिर शाम में पूजा करने के बाद भी खाना तू बाहर से ही मंगवा देना दिन कट जायेगा समझा.....
फिर पापा, हम और मेरी जान टीवी देखने लगे जबकि मां कमरे में जा के वापिस लेट गई.....
थोड़ा देर बाद पूजा बोली हम जा के थोड़ा लेट जाते है वो चली गई....फिर हम पापा से बोले अभी हम दोनो बाजार चलेंगे ठीक ना....तो पापा बोले किसलिए खाना तो तू ऑनलाइन मंगवाएगा ना....हम बोले अरे आप चलिए ना पापा बस फिर देखिएगा....
दोपहर होने को आई थी दोनो बाप बेटा मेन गेट बाहर से लॉक कर के निकले और पहुंच गए मंडी वहा से थोड़ा फल लिए जो पूजा करने समय इस्तेमाल होता और फिर पहुंचे फूल दुकान पे जहां हम अपनी जान के लिए गजरा बनवाए तो पापा बोले एक और बनवा ले मेरी वाली के लिए तो हम उनका मुंह देख कर हस दिए तो पापा बोले घूरता क्या है हम भी तो दे सकते है ना अपनी बीवी को....
फिर हम गजरा के साथ साथ एक गुलाब खरीदे जो की पेड़ से तोड़ा हुआ था और साइज में काफी बड़ा था जिसकी खुशबू दूर से ही नाक में समा रही थी....हम मन ही मन सोचे आज तो मेरी जान बवाल लगेगी

दोनो कोई थोड़ा बहुत जरूरी सामान ले कर और पापा को खाना खिला कर घर पहुंचे....अभी तक दोनो कोई सोई ही हुई थी
सब सामान मां के कमरे में रखे और फिर पापा हमसे बोले की किस मंदिर जायेगा कुछ मालूम है तो हम बोले सब सेट है पापा बगल में ही मंदिर है जहां सब लेडीज जायेगी इस अपार्टमेंट की....
फिर हम भी थोड़ा सा लेट गए जा कर क्युकी अब उपवास का असर दिखने लगा था पर कुछ बोला नहीं वरना किरकिरी हो जाती मेरी....
पेट में तो ऐसा लग रहा था की उसमे जेनरेटर चालू है और डीजल खतम होने को है जल्दी नही दिया तो इंजन सीज कर जायेगा....
पर अब ओखली में सर दे ही दिया था तो मूसल से क्या डरना....

शाम साढ़े पांच बजे के करीब में मां आवाज दी पूजा को वो उसको नहाने बोल रही थी और नहा कर रेडी होना था क्युकी पूजा करने का टाइम हो रहा था अब....
पूजा एकदम कमजोर प्राणी के जैसा बिहेव कर रही थी वो उठी और अपना सर पकड़ कर बोली जान सर भारी लग रहा है बहुत ज्यादा...हम बोले दिन भर सोएगी तो सर भारी लगेगा ही चलो नहा लो और देखो तो हम अपनी जान के लिए क्या क्या लाए है...वो मेरी तरफ देखी और बोली आप बाहर क्यू गए थे जान तबियत बिगड़िएगा क्या अपना....
हम बोले अरे नही जान कुछ नही होगा और अगर कुछ हुआ भी तो तुम अपने प्यार का डोज दे के ठीक कर देना....
वो बोली है ना हुआ तो मेरी बला से गंदे आदमी...फिर हम बिस्तर पे चढ़ कर उसके हाथ को पकड़ कर बोले आज मेरी जान जब तैयार होगी तो सबसे अलग लगेगी...वो मेरे चेहरे को अपने हाथो में ले कर बोली क्यू मेरे जान आज मुझमें क्या जुड़ेगा ऐसा भला जो हम सबसे अलग लगेंगे.....
हम बोले वो तो जब तुम तैयार होगी तब ही पता चलेगा.....
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अभी हम अपनी जान से बात ही कर रहे थे की मां उसको आवाज दी तो वो बोली हटिए हम आते है...उसके जाने के बाद हम हॉल में बैठ गए...
फिर वो थोड़े देर बाद मां के साथ बाहर आई तो उसके हाथो में मेंहदी रचा हुआ था.....
हमको दिखलाती हुई बोली ये देखिए कैसा है...हम मजाक से बोले ये क्या गोबर लगा लि है अपने हाथ पे...तो मां हस दी मेरा बात सुन के और बोली भक्क पगला कहिंका....
पूजा तुनक कर बोली इसमें आपका नाम लिखे है ढूंढ कर दिखलाईए जरा फिर पता पड़ेगा की गोबर है की क्या है.....
हम बोले अच्छा बेटा चैलेंज.....और हम उसके दोनो हाथो को पकड़े और एक ही सेकंड में अपना नाम ढूंढ लिए और इतरा कर बोले देखी....
तो पापा बोले हा तो वो मेंहदी है तेरे दिमाग में गोबर भरा है साले फिर सब कि हस दिया सिवाय मेरे.....
फिर कमरे में आने के बाद पूजा बोली जान थोड़ा चेहरे पे से बाल हटा दीजिए ना हटाते हटाते मेरा गर्दन दुख रहा है....हम उसके पास गए और उसके बालो को समेट कर क्लचर लगा दिए और फिर उसके गर्दन पे चूम कर बोले कहा दर्द कर रहा बताओ हम ठीक किए देते है....वो शरारत से बोली सीने में भी हो रहा दर्द थोड़ा और हम उसके नाइटी के क्लीवेज पे चूमे और थोड़ा सा मुंह अंदर घुसाने लगे थे की तभी हम रुके और अपनी जान को बोले बहुत तेज हो तुम चलो अब जाओ तो नहाने वरना हम रोमांस के मूड में आ जाएंगे और अभी ताकत नहीं वेस्ट करना....पूजा मुस्कुरा कर मेरे गाल पे चूम ली और बोली मेरे पागल आप आराम कीजिए हम आते है नहा कर....
वो नहाने गई और उधर मां भी अब तैयार होने को थी....पूजा के जाने के बाद मां मेरे कमरे में आई और हमको दो सोने के कंगन दिखलाते हुए बोली की ये तेरी दादी के है आज ये वो पहनेगी...हम मां से बोले मां ये बहुत सुंदर है पर आप पहनिए ना उसको तो आप पहले ही दे रखी है....

मां बोली अरे बुद्धू है क्या ये मेरी सास हमको आज के दिन ही दी थी और पूजा का ये पहला तीज है तो उसकी सास होने के नाते ये हम उसको दे रहे है....
हम बोले ठीक है मां वो बोली वो जब तैयार हो कर बाहर निकलेगी ना फिर उसको पहनाएंगे हम खुद से.....और तू भी तैयार हो जा साथ में चलेगा ना....देख कैसा मुंह हो गया तेरा एकदम सुखा हुआ बहुत बुझा रहा है ना तुझको मना कर रही थी ना पूजा भी और हम भी तो तू नही माना....
हम बोले अरे कोई नही मां ये सब तो चलता रहता है और आपको पता नही है मेरे ऐसा करने से पूजा को बहुत खुशी हुआ भले वो जो भी बोले....इतने में मां बोली हा बेटा होगा नही तू है ही इतना प्यारा ऐसे ही हमेशा खुश रह और अब तैयार हो जा दिन तो कट गया अब बस रात है वो भी यू कट जायेगा और ये गजरा लाए है मेरे लिए तू बोला क्या लेने तो हम बोले नही मां हम पूजा के लिए ले रहे थे तो पापा बोले एक मेरी वाली के लिए भी लेले और हम हस दिए तो मां बोली रे......
मां थोड़ा शरमा गई थी फिर बोली अच्छा छोड़ ये सब पूजा के बाद तू भी नहा ले फिर हम भी नहा कर तैयार होते है और ये बोल कर मां चली गई......

इधर हम पूजा के लिए लाया हुआ सब कपड़ा और बाकी साजो सामान ड्रेसिंग टेबल पे रखे और खुद के पहनने के लिए भी कपड़े निकाल लिए....
कुछ देर में पूजा कमरे में आई नहा कर और हमको बोली जल्दी जाइए आप भी नहा कर आइए फिर मां जायेंगे हॉल में बैठी है मां....
हम बोले हा जा ही रहे है और फिर हम भी नहाने गए और जब हम नहा कर कमरे में आए तो पूजा अभी सिर्फ अपना बाल संवारी थी और कुछ नही की थी....हम बोले अरे क्या हुआ रेडी नही हुई तो वो बोली आम दिनों में आप हमको अपने हाथो से तैयार करते है और आज नही कीजिएगा जान आपका वेट कर रहे थे....
हम बोले अरे अरे मेरी जान इतना प्यार आय हाय....और जा के उसको अपने आलिंगन में ले लिए तो वो मुस्कुरा कर बोली आई लव यू जान और एक फ्लाइंग किस दी तो हम बोले अरे पास में खड़े है फिर ये हवाबाजी वाला चुम्मा क्यू....तो वो बोली अरे अभी आप ताजा ताजा नहा कर आए है पूजा करने से पहले जूठा नही करेंगे पूजा कर के आते है फिर सब कसर निकलेंगे हम....
हम बोले अच्छा फिर तो जल्दी करना पड़ेगा...
पूजा हस कर बोली पागल कहिंकेे चलिए अब तैयार होते है...
फिर हम उसकी नाइटी को उतार कर एक एक कर के उसको सब कपड़ा पहनाए और फिर शुरू हुआ सोलह श्रृंगार....
कपड़ा पहनाने के दौरान हम एक बार भी पूजा के साथ छेड़खानी नही किए तो वो बोली जान आप खुद को कैसे रोके हुए है वो हम समझ सकते है पर कोई नही सबर का फल मीठा होता है....हम बोले गलत इस सबर का फल मीठा नही खट्टा मीठा होता है.....पूजा मेरे कंधे पे एक मुक्का मारी और बोली गंदे आदमी......हम बोले हा इसी गंदे आदमी के लिए भूखी प्यासी है मेरी अप्सरा जैसी बीवी....पूजा बोली हा और नही तो क्या....
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अपने बाल तो वो पहले ही संवार ली थी, क्रीम पाउडर, काजल, लिपिस्टिक ये सब वो लगा लि थी....हम उसके हाथो और पैरो की उंगली में नेलपॉलिश लगाए हा ये अलग बात है की पहले वाला रिमूव किए बिना ही नया चढ़ा दिए....
गले में मंगलसूत्र तो था ही....अपनी शादी में समय का एक छोटा सा हार था वो पहनाए हालांकि वो मना कर रही थी पर हम फिर भी पहना दिए....नाक की कील को उतार कर शादी वाला नथिया पहनाए....और फिर हाथों में चूड़ियां, लहटी और एक अंगूठी पहनाए और फिर पैरो में पायल और बिछिया....
फिर अपना फूस फूस वाला सेंट या डियो वो मार के एकदम खुश्बू से तरबतर कर दिए....
इन सब के बाद सिंदूर उठाए और उसकी मांग में भरे और ये बात हम हर बार नोटिस करते थे की जब भी हम मांग में सिंदूर भरते थे वो अपनी आंखे बंद कर लेती थी....
आज हम पूछ ही लिए अरे इतना भी सिंदूर नही उठाते है की तुम्हारी आंखों में चला जायेगा जो हर बार अपना आंख बंद कर लेती है....
पूजा अपनी आंखे खोल कर बोली बै पागल आप मेरी मांग जब जब भरते है तब तब हम उस लम्हे को अपने अंदर समेट लेते है क्युकी ये ऐसा लम्हा होता है जो हर सुहागन के लिए अनमोल होता है और मेरी जान आप तो खुद में अनमोल है तो फिर....
हम बोले जा रे मेरी पगली बीवी जब ऐसा बात है तो अपने आंखो से देखेगी ना होते हुए ये चीज....तो मेरे कंधे पे हाथ रखते हुए बोली नही हम फिर इमोशनल हो के रो देंगे और आप फिर डांटीयेगा हमको....हम उसके चहरे को थाम कर बोले अरे ना रे गधी पर बेफालतू का रोएगी तो गुस्सा करेंगे नही मेरा दिया हुआ कसम को तोड़ती है तुम....
पूजा बोली अरे भक्क नही क्या जान आप भी....
हम बोले अच्छा चलो चलो इधर आओ और फिर उसके पीछे खड़े हो कर उसको आइने में देखते हुए बोले देख रही है कितना सुंदर लग रही है मेरी बीवी....मन तो कर रहा की खा जाए तुमको....और तुम्हारी ये खुशबू आहा.....
पूजा मेरे गाल पे हाथ लगाते हुए बोली सब आपसे है जान आपसे है....चलिए अब आप भी तैयार हो जाइए....

और फिर हम भी कुर्ता और जींस पहन कर तैयार हुए तो वो अलमीरा में से अपने बैग में से एक सोने का चैन निकाली और हमको पहनाते हुए बोली हा अब लग रहे ना मेरे राजकुमार प्रिंस चार्मिंग....
हम बोले ये कहां से आया तो वो बोली आया ना कही से जादू कर के ले आए आपके लिए बस...फिर वो अपनी शादी वाला अंगूठी हमको पहनाई और फिर कंघी से मेरे बाल सेट की चेहरे पे क्रीम दी लगाने को और फिर वही फूस फूस......उसके बाद वो बोली हा अब कंप्लीट हुआ और फिर दोनो कोई आइने में एक दूसरे को देखे तो पूजा मुंह घुमा कर मेरे गाल पे चूमने चली थी पर उसको चूमने से पहले याद आ गया तो रुक गई और बोली जा अभी तो लेट है इसमें....हम तुनक के बोले अरे क्या यार अच्छा भला चुम्मा मिल रहा था खैर कोई नही बाद में सुध समेत लेंगे....
फिर दोनो कोई कमरे से बाहर आए तो मां अपने कमरे में रेडी हो चुकी थी और पापा उनके बालो में गजरा लपेटने की जद्दोजेहद में थे...
मां हम दोनो को देख के बोली अरे हटिए आप पूजा बेटा ये लगा दे ना....तो वो मुस्कुराते हुए बोली मां कितनी सुंदर लग रही है आप देखी है आइने में....मां बोली चल अब तू भी बाते ना बना तब से ये अलग ही लगे हुए है....
फिर हम सब हस दिए....
पूजा मां के बालो में गजरा लगाते हुए बोली ये कब आया मां....तो पीछे से हम उसके बालो में गजरा लपेटने लगे और बोले दोपहर मैडम....
अपने बालो में गजरा लगा देख के पूजा कुछ बोली तो नही पर आंखो ही आंखो में वो अपनी खुशी जाहिर कर दी.....
हम तुरंत अपनी जानेमन के बालो में गजरा लगा दिए तो पापा बोले रे चोट्टा ये हमको भी बता देता लगाने को बड़ा आसान है.... खामखा अपनी बीवी के सामने हुज्जत करवा लिए हम....
मां हस के बोली बै आप तो और है नया चीज है कभी लगाए ही नही है तो कैसे पता चलेगा....

हम बोले अच्छा भाई हो गया लग गया अब सब रेडी है तो चले पूजा करने....
तो मां बोली अरे रुक ना पहले अपनी चांद सी बहू को देख तो ले सच बात है तुम दोनो को एक दूसरे से अलग नहीं रहना चाहिए देखिए जी कितनी सुंदर लग रही है फिर मां बोली एक मिनट अभी तो और सुंदर लगेगी...

और वो दादी वाला कंगन निकाली और पूजा के हाथो में एक एक कर के पहना देती है....और बोली की ये कंगन हमको सुमित की दादी दी थी मेरे पहले तीज पे आज ये हम तुझको देते है तेरे पहले तीज पे....
पूजा बोली पर मां इस्पे तो बड़ी भाभी लोग का हक है ना हम कैसे....मां पूजा को एक थप्पड़ दिखलाते हुए बोली मारेंगे ना अभी तो सब हक और बेहक निकल जायेगा.....
मां बोली मेरी भी तीन बड़ी जेठानी है सबसे छोटे है हम फिर भी हमको मिला और हमको तो मेरी सास सबके सामने पहनाई थी....तो क्यू नही कोई मांग लिया या कुछ बोला क्युकी वो सब जानते थे की वो क्या है सुमित की दादी के नजर में और हम क्या है....
वही हाल तेरा है समझी और तू तो समझदार बहु है मेरी फिर ये सब मत बोल और बता कैसा लगा ये....
मेरे ना चाहते हुए भी पूजा के आंखो से आंसू टपक ही गया और सुबकते हुए मां और पापा दोनो के पैर छू ली तो आशीर्वाद देते हुए पापा बोले लो मोम की गुड़िया जैसा अब रोने लगी समझाओ....
मां पूजा की ठुड्ढी पकड़ के उसके आंसू पोंछते हुए बोली अरे बेटा तू रोने क्यू लगी हर छोटी छोटी बात में रोने लग जाती है क्या हुआ अच्छा नही है कंगन.....

तो पूजा बोली नही मां अच्छा है पर हम.....
और वो फिर से सुबकने लगी तो पीछे से हम बोले अरे सब काजल बह जाएगा चुप रहो नही तो बंदरिया लगेगी...तो पूजा कुनमुना कर एक मुक्का मेरे पे मारने को उठाई पर मारी नही और फिर हम तीनो हस दिए पर पूजा का सुबकना बंद नही हुआ....
फिर मां बोली चल अब रोना बंद कर और जा कमरे में जा के अपना चेहरा ठीक कर और फिर चलते है मंदिर....
पापा बोले अरे ऐसे कैसे फोटो तो खींचवाओ दो चार....
हम बोले हा पापा आज तो फोटो बनता है.....फिर हम पूजा को ले कर कमरे में गए वहा हम बोले जान बोले थे ना आज तुम सबसे अलग लगेगी देखी हम गलत नही बोलते....
वो बोली क्यू ऐसा क्या हो गया....हम हस्ते हुए बोले ये बंदरिया जैसा चेहरा किसी और के पास नही होगा ना वहा....वो मुस्कुरा दी पर इस बार मेरे को मुक्का मार के बोली गंदे आदमी....
फिर वो अपना हुलिया ठीक की और बाहर जाने से पहले हम पीछे से उसको अपने आलिंगन में लिए और तकरीबन दस पंद्रह फोटो खींचे अलग अलग पोज में और फिर बाहर निकले तो मां के साथ भी फोटो शूट हुआ
पापा मां का एक साथ फिर चारो कोई का एक साथ फिर पापा मेरा और पूजा का फोटो खींचे....
...
.....

फिर पापा जिमी के साथ घर में रुके जबकि हम तीनो मंदिर पहुंचे पूजा करने गाड़ी से वहा पूजा में तकरीबन ढाई घंटा लग गया शाम सात बजे घर वापिस आए और वहा इतना भिड़ था की दोनो सास बहू का हुलिया पसीने में तरबतर हो गया था और थकान भी उतना ही हो गया और अब सच में शरीर जवाब देने लगा था मेरा और पूजा, मां का भी कमोबेश यही हाल था....
घर पहुंचे तो पापा बोले चलो अब सब आराम से कपड़े बदलो और लेट जाओ कोई काम नही है....
पर हम बोले पापा खाना हम ऑर्डर कर देते है घर पे ही आ जायेगा आप खा लीजिएगा और जिमी के लिए दूध ब्रेड है वो खा लेगा....

सब कोई कपड़ा चेंज कर के हॉल में बैठे क्युकी वहा गर्मी से हालत खराब हो रखा था पर यहां ठीक थे हम लोग थोड़ा देर सुस्ताने के बाद हम पापा का खाना ऑर्डर मारे और फिर सुगंधा का फोन आया तो उससे भी हम और पूजा बात किए....मेरी डार्लिंग मेरे कारनामे के बारे में उसको भी बतलाई तो वो मम्मी को बता दी फिर वो भी हमको दुआ दी....
वो भी पूजा कर के बैठी थी तो फोन की थी....फिर आज का खींचा हुआ कुछ फोटो हम भेजे सुगंधा को तो दोनो मां बेटी हम दोनो को देख के बहुत खुश हुई....
मम्मी को एक सुकुन था की उनकी बेटी ने सही जीवनसाथी चुना है जो उसको खुश रखता है और उनकी बेटी के साथ साथ पूरा परिवार खुश है किसी भी मां बाप को क्या चाहिए खास कर बेटी के मां बाप को पर पूजा के पापा का अकल अभी भी ठिकाने पे नही आया था.....

थोड़ा देर हुआ होगा मां पूजा को ले कर अपने कमरे में गई कुछ बात करने जबकि पापा और हम हॉल में बैठे टीवी देख रहे थे लेकिन मेरा तबियत अब खराब होने लगा था सिर दर्द से फटा जा रहा था और पानी की गजब की तलब लगी थी इसलिए हम वहा से उठ कर अपने कमरे में आ कर आंखे बंद कर के लेट गए क्युकी अगर पूजा को पता चलता तो वो बहुत परेशान होती और फिर वो भी तो व्रत में ही थी ना....
पर कहते है ना की जब आपका कोई करीबी तकलीफ में हो तो आपको महसूस हो जाता है और हम वहा से बिना कुछ बोले आ के लेट गए थे और मेरे ऐसे लेट जाने पे पूजा को अटपटा लगा क्युकी मंदिर से आने के बाद हम पूजा के करीब जाने का कोशिश नही किए थे जबकि जाने से पहले कितने उतावले थे हम दोनो....
पूजा हमको हॉल में ना पा कर कमरे में आई तो देखी की हम लेटे हुए है....मेरे पास आ कर मेरे बगल में बैठी और मेरे सर पे हाथ फेरी और पूछी क्या हुआ जान....हम उसके हाथ को अपने हाथ में फसा कर बोले कुछ नही जान इधर आ के लेटो मेरे पास अब तुम भी आराम करो बहुत हैरासमेंट हो चुका है अब तक....
पूजा बोली अभी आते है एक मिनट रुकिए और वो वापिस हॉल में गई और मेन गेट बंद की और फिर पापा से बोली की आप भी लेट जाइए पापा तो पापा बोले की नही अभी नही बेटा तू जा आराम कर हम बाद में चले जायेंगे और फिर पूजा डार्लिंग मेरे पास आ के लेट गई और आज ये पहला बार था की पूजा हमको अपने आलिंगन में ले कर सुला रही थी वरना हमेशा वो मेरे बाहों के घेरे में सोती थी.....
मेरा सर अपने सीने पे रख कर मेरे सर के बालो में हाथ फिराने लगी और बोली आज आप बहुत ज्यादा परेशान हो गए जान बगैर खाए पिए....हम बोले तो तुम भी तो हुई ना तुमको कौन सा आदत है....पूजा बोली हा हमको भी हुआ पर आपसे कम क्युकी आप बाजार गए समान ले कर आए फिर अभी पूजा करवाने ले कर गए और हम तो आज सिर्फ आराम किए....
हम आंखे बंद किए ही उसको बोले हा तो कोई बात नही अब तुम्हारे पास सो रहे है ना बस थोड़ा सर दबा दो हम सो जायेंगे और फिर मेरी जान मेरे बालो में हाथ घुमाने लगी और हल्के हल्के दबाने लगी फिर दोनो कोई कब सो गए पता ही नही चला.....

सुबह जब नींद खुली तो मां दरवाजे पे दस्तक दे रही थी....पूजा भी अभी ही उठी थी वो जा के दरवाजा खोली तो मां बोली उठ जा बेटा व्रत तोड़ते है....हम भी उठने लगे तो मां बोली अरे तू अभी लेट जब हम लोग नहा लेते है फिर तू उठना उसके बाद साथ में व्रत तोड़ते है और ये सुनते ही हम वापिस से नींद की आगोश में चले गए क्युकी नींद अभी भी हावी थी हम पर....तकरीबन डेढ़ घंटे बाद पूजा हमको उठाई और बोली जान चलिए अब आप भी जल्दी से फ्रेश हो लीजिए फिर तीनो कोई व्रत तोड़ते है....
हम उठ कर बेड पे बैठे तो ऐसा लगा की पूरा दुनिया घूम गया हो और हम अपना सर पकड़ के झुक गए तो पूजा मेरा कंधा पकड़ के बोली अरे आप ठीक है ना....हम हा में सर हिलाए फिर वो मेरे बाह को पकड़ के बोली चलिए हम ले चलते है बाथरूम तक....हम बोले ऐसे नही गोद में उठा कर ले चलो हमको...
पूजा बोली बै जान अगर मेरे बस में होता तो वो भी कर देती और ये बोल के वो मेरे को गोद में लेने जैसा मुद्रा बनाई तो हम बोले अरे बस करो मेरी पहलवान बीवी साला कमजोरी तुमको लगना चाहिए था तो हमको लग रहा है हम भी न एकदम नाजुक प्राणी है....
पूजा मुस्कुरा कर बोली ऐसा नही है जान चौबीस घंटो तक खाना पानी छोड़ना मजाक थोड़े है पर हा इस व्रत में ये पता चल गया की आप कमजोर है इसलिए आपको इतना ज्यादा महसूस हो रहा है....खाना पीना आपको लग नही रहा इस सैटरडे को डॉक्टर के पास चल चलेंगे और इसमें कोई बहाना नही जाना है मतलब जाना है बस चलिए अब उठिए और वो हमको बाह से पकड़ के उठाई और साथ ले कर चली बाथरूम तक तो मां बोली क्या हुआ बेटा...और पापा हमको देख के हस्ते हुए बोले अरे आशिक बेटा पंक्चर हो गया क्या तू....
मां पापा को बोली बै आप तो और है क्या हुआ पूजा बेटा तब तक हम बाथरूम में घुस चुके थे पूजा बोली अरे मां कमजोरी बुझा रहा है....मां बोली हाय मेरा बच्चा कभी ये सब किया नही है ना इसलिए अच्छा कोई ना अभी खा कर थोड़ा आराम कर लेगा तो ठीक लगेगा....
हम जब नहा कर बाहर आए तो पूजा, मां और पापा हॉल में बैठे थे और सामने टेबल पे चना का घुघ्नी और पकौड़ी और शरबत चाय सब रखा था....हम कमरे में गए ही नही और वहा उनके पास आ कर बैठ गए तो मां बोली ले पहले शरबत पी फिर कपड़े पहन कर आ उसके बाद चाय पीना....
हम पूछे की पहले ये बताईए की ये सब बना कब तो पूजा बोली आप जब सो रहे थे तो हम और मां नहा कर पूजा कर आए मंदिर से और फिर हम आ कर ये बनाए ताकि आप उठे और फ्रेश होने के बाद तुरंत कुछ खा ले....
मां बोली कितना बोली की शरबत पी ले कम से कम पर ये नही ही पी बोली की उनके साथ ही पियेंगे....
अब तुमदोनो जल्दी से व्रत खतम करो बाबा....हम मां का बात सुन कर पूजा को देखने लगे तो मां बोली सुन पहले पूजा घर में जा और भगवान जी को प्रणाम कर के आ फिर पीना....
हम उठे और प्रणाम कर के फिर अपने कमरे में जा के कपड़ा पहन के ही आए और फिर अपनी जान के साथ शरबत पी के व्रत तोड़े कसम से वो पानी का पहला कतरा जब कंठ से पार हुआ ना वो फीलिंग हम शब्दो में बयान नही कर सकते....ऐसा लगा जैसे आत्मा तृप्त हो गई हो अंदर तक और एक ही बार में पूरा ग्लास खाली कर दिए फिर तुरंत जग से वापिस ग्लास भरे और उसको भी पी गए फिर तीसरा फिर चौथा तब जा के कही हम रुके और पूजा हस कर बोली अब ताकत आ गया आप के अंदर....
हम बोले हा अब जान में जान आया तो पापा मां को बोले जीत गई तुम और अपनी जेब से एक पांच सौ का नोट निकाल कर मां को थमा दिए और वो पैसा मां हमको दे दी और बोली जो मन हो वो खा लेना तुमदोनो....
पूजा बोली ये पैसा किस चीज का.... मां बोली तेरे पापा शर्त लगाए थे की उनका बेटा व्रत बीच में तोड़ देगा और वो हार गए....हम पापा के तरफ देख के बोले सही में पापा हम पर ही दाव खेल गए आप वो भी पूजा के मामले में....
पापा बोले अरे जा ना साले आशिक पांच सौ सबेरे सबेरे हरवा दिया कुछ खा लेना था कल ही हम तेरे सामने खाना खाए होटल में फिर भी तेरा मन नही पिघला....
हम बोले अरे पापा क्या आप भी फिर हम चारो कोई पूजा वाला प्रसाद खाए उसके बाद पकौड़ी और घुघ्नी का धजिया उड़ा दिए खास कर के हम और पूजा....खाने के बाद मां बोली चल अब थोड़ा आराम कर ले कमरे में दस बजे तक निकालना ऑफिस ठीक ना...
हम बोले अरे नही अभी अब सोएंगे लेटेंगे नही वरना फिर पूरा दिन ढिलमिलायेल चलेंगे ऑफिस में....
तो मां बोली अच्छा ठीक है तो पापा के साथ बाहर से हो आ थोड़ा मन हल्का हो जायेगा....तो पापा बोले काहे लिए हम सब ले आयेंगे दूध पेपर तू बैठ बेटा यही फिर ऑफिस चला जायेगा तो वहा थोड़े ना आराम मिलेगा तुझको....
पूजा नाश्ता तैयार करने जाने लगी तो हम बोले अरे रहने दो ना नाश्ता तो हो ही गया अब खाना बनाना दोपहर का मेरे चले जाने के बाद....
फिर पूजा बोली क्यू नाश्ता नही करना हम सब कोई एक साथ बोले नही हो गया....तो वो फिर चुपचाप आ के मेरे पास बैठ गई और बोली इस सैटरडे हम चल रहे है डॉक्टर के पास एक नॉर्मल चेकअप के लिए समझे ना...
मां पूछी क्यू क्या हुआ...
हम बोले अरे कुछ नही मां आपकी बहू थोड़ा मेंटल हो गई है उसी के लिए जाना है....पूजा बोली है ना सही बोले अभी हम ही बिस्तर पे सर पकड़ के बैठे थे और गोल गोल घुम रहे थे....
फिर पापा बोले अरे बेटा भूखे रहने से हो जाता है तो पूजा बोली हम भी तो भूखे रहे ना पापा और हम लड़की है मेरे को होना चाहिए था पर यहां तो इनको ही हो गया....
पापा बोले नाजुक आशिक है मेरा बेटा और इस बात पे सब कोई हस दिए सिवाय मेरे....
..
...

खैर कुछ देर बाद हम ऑफिस के लिए निकले और तकरीबन बारह बजे सुगंधा का फोन आया की ग्रेजुएशन का रिजल्ट आ गया है और हम जा रहे है कॉलेज रिजल्ट लाने...
तो हम बोले अरे यार तू तो आज बम ही फोड़ दी सुबह सुबह ऐसा कर ना मेरा भी थोड़ा ले आना ना....वो बोली अरे ऐसे कैसे हमको दे देगा बिना रजिस्ट्रेशन कार्ड के....
हम बोले हा ये तो बात है अच्छा ऐसा कर कम से कम मेरा रिज़ल्ट तो देख के बतला दे....वो बोली हा वो कर सकते है चल हम करते है फोन कॉलेज पहुंच कर पर अगर मेरे से ज्यादा नंबर लाया रहा तो पार्टी देना पड़ेगा....
हम बोले हा भुक्खड़ इंसान ले लेना पार्टी पर अगर तेरा नंबर ज्यादा रहा तो फिर तू खिलाएगी....वो बोली चल ना हम कुछ नही करने वाले ऐसा तू कमा रहा है हम कमा थोड़े रहे है....
हम बोले चल ठीक है बाबा अभी तू जा जल्दी से और अपना और मेरा रिज़ल्ट बता....
व्रत का जो भारीपन अभी तक शरीर में लग रहा था वो अब फुर्र हो गया था अब बस रिजल्ट जानने का बेचैनी था हमको....

थोड़े देर बाद हम लंच करने के लिए घर निकले और अभी घर पहुंच ही रहे थे की मेरे रिजल्ट का फोटो सुगंधा मेरे मोबाइल पे भेज दी और अपना भी रिजल्ट का भेजी और नीचे में मायूसी भरा मेसेज....
तू शादी बियाह कर के नौकरी कर रहा फिर भी तेरा ज्यादा नंबर है मेरे से अब तुझको पार्टी देना पड़ेगा बाय...
हम पहले अपना रिजल्ट देखे और फिर सग्गू का मजा ही आ गया मेरा नंबर उससे ज्यादा था और ये खुशखबरी लिए हम लिफ्ट से बाहर निकले तो मेरी जान दरवाजे के ओट से झांक रही थी और जब हम उसके पास पहुंचे तो उसके कमर में हाथ लगाए तो वो हमसे छिटक के दूर हो गई क्युकी हॉल में पापा और मां दोनो बैठे थे और एक्साइटमेंट में हम ये भूल गए थे की घर में मां पापा भी है....
पूजा को ऐसे छिटक के दूर होते देख मां पूछी क्या हुआ बेटा...
हम सामने आते हुए बोले हुआ नही कुछ हम है मां....और आपका बेटा ग्रेजुएट हो गया वो भी फर्स्ट क्लास में....
पापा जोर से बोले अरे जियो मेरे लाल कर दिया कमाल....फिर मां और पूजा दोनो हस दी जबकि हम उन दोनो के पाव छू कर आशीर्वाद लिए और अपने रिजल्ट का फोटो पूजा को दिखलाए और वो पापा को....
पापा बोले अभी तो लंच कर के ऑफिस चला जा शाम को सेलिब्रेट करेंगे और ये बात से हम हा में हा मिलाएं.....
खाना खाने के बाद दो मिनट के लिए हम कमरे में आए तो पूजा समझ गई की हम उसको ढूंढ रहे है और वो जैसे ही कमरे में आई हम उसको अपने आलिंगन में लिए और एक मस्त वाला चुम्मा लिए उसके होंठो का....
तो वो बोली कांग्रेट्स माय लव....और फिर से मेरे होंठो पे चूम ली....हम बोले इतना रूखा सूखा कांग्रेट्स से काम नही चलेगा आज रात में जब आयेंगे तब कुछ स्पेशल चाहिए....वो बोली क्या चाहिए मेरे जान को बोलिए तो.....
हम बोले आने के बाद बताएंगे तब तक के लिए इंतजार करो मेरा जान अब चलते है हम और कमरे से निकल गए ऑफिस के लिए.....

शाम को जब घर आया तो आते के साथ हम सब को बोले की रेडी हो जाइए खाना बाहर ही खायेंगे आज और फिर एक मूवी देखने चलेंगे तो मां और पापा दोनो कोई बोले की पिक्चर वगैरह तुम दोनो जाओ ये सब हमारे बस का बात नही उतना शोर में...
पूजा और हम दोनो को समझाए की ऐसा कुछ नही होता पर वो दोनो शायद हम दोनो को थोड़ा क्वालिटी टाइम स्पेंड करने का मौका देना चाह रहे थे....
खैर हम सब लोग बाहर गए खाना खाए और हमारा जिमी आज फिर गार्ड भाई के पास रहा थोड़ी देर अब वो भी बड़ा हो रहा था पर हरकते साले की बच्चे वाली ही थी.....
खाना खा कर वापिस से मां पापा को अपार्टमेंट के गेट पे छोड़े जहा से वो लोग जिमी को अपने साथ ले कर घर में गए और हम और मेरी जान नाईट शो का मजा लेने चल दिए.....
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उस रात पिक्चर देख के जब बाहर निकला तो गाड़ी में बैठने से पहले पूजा अचानक मेरा हाथ पकड़ी और ऐसा मुंह बनाई जैसे वो किसी तकलीफ में हो हम पूछे की क्या हुआ सब ठीक....
तो पूजा बोली हा जान पता नही हल्का सा लड़खड़ा गए थे हम....
हम बोले लो हमको डॉक्टर के पास जाने बोल रही थी और यहां मैडम को खुद जरूरत है....
वो बोली भक्क पागल ऐसा कुछ नही है और आपको तो हम ले के चलेंगे ही डॉक्टर के पास और एक बार अपना भी चेकअप कर लेंगे क्युकी पीरियड्स आ ही जा रहा आप देख ही रहे है....
हम बोले अरे आता है तो आने दो जब वो होना रहेगा तब ही होगा जान टेंशन मत लो तुम.....
वो मुस्कुरा कर बोली हा जान चलिए अब घर चले ज्यादा रात हो गया है....हम गाड़ी में बैठे और जब वो बैठी तो हम उसके ऊपर झुक कर बोले लग रहा है की मेरा लव डोज कम पड़ रहा है आज रात फिर डबल डोज देते है और ये बोल कर उसकी एक चूची को दबा दिए तो वो मेरे बाह में हाथ फसा कर मेरे कंधे पे सर रख कर बोली डबल डोज के चक्कर में कल ऑफिस छूटेगा आपका लेट से सोइयेगा तो फिर नींद देर से खुलेगा आपका भी और मेरा भी....
हम बोले कोई दिक्कत नही जान हम रात भर तुमको सोने ही नही देंगे और न खुद सोएंगे.....
पूजा हस्ते हुए एक अदा से बोली बाप रे फिर तो मेरा कल पूरा दिन आधे नींद में ही गुजरेगा....
हम बोले नही देखना एकदम फ्रेश फ्रेश फील करोगी जान....पूजा बोली अरे मेरी जान ये सब करने के लिए पहले घर तो पहुंचे फिर ना हम उसके माथे पे चूम लिए और चल दिए वहा से.....
थिएटर से थोड़ा आगे बढ़े ही थे की एक जगह पे आइस्क्रीम और चाय के रेड़ी लगे हुए थे जहा कुछ अमिरजादे लैला मजनू इश्क फरमा रहे थे और उनको देख के पूजा बोली जान आइसक्रीम खाना है....
हम बोले अभी आइसक्रीम गला खराब करेगी क्या वो बोली बै जान प्लीज ना खाना है हमको मन हो रहा है मेरा.....
हम हस कर गाड़ी वही पे रोके और बोले चलो फिर मेरी जान के मन की बात को हम पूरा नहीं करे ऐसा हो सकता है.....
पूजा मुस्कुरा दी और मेरे साथ चल दी फिर उसको आइसक्रीम दिलाए वो बोली आप कौन सा लीजिएगा....हम बोले तुम लो ना हम लेते है फिर....पूजा अपने पसंद का एक ले ली और फिर हम पैसे दे के बोले चलो....वो बोली आप अपना तो लीजिए....
हम उसका हाथ पकड़े और गाड़ी के पास ले आए और बोलें तुम खायेगी तो तुम्हारे होंठो से हम खा लेंगे हम....वो मुस्कुराते हुए मेरे नाक को पकड़ के हिलाते हुए बोली क्या जान आप भी इतना प्यार क्यू करते है हमसे....
हम रोड पे ही उसके कमर में हाथ घुसा में उसको अपने से सटाते हुए बोले प्यार किए है तभी तो तुमको अपनी जान बनाए फिरते है और फिर तुमको प्यार नही करेंगे तो किसको करे बताओ......
पूजा मेरे ऐसे कमर में हाथ घुसाने से हड़बड़ा गई और छूटना चाहती थी क्युकी रोड पे जो भी लोग थे उनमें से कुछ हमे देखने लगे थे.....पर मेरी पकड़ मजबूत थी और वो छूट नही पाई फिर वो बोली अच्छा अच्छा हम समझ गए अब छोड़िए सब देख रहे है....
हम बोले देखने दो ना मेरी बीवी है मेरी जान....पूजा मुस्कुराती हुई बोली हा जान हो गया अब चलिए घर चले.....
अपार्टमेंट पहुंच कर गाड़ी पार्किंग में लगाने के बाद जब लिफ्ट में पहुंचे तो पूजा हमसे लिपट गई और मेरे होंठो पे चूम ली तो हम बोले अरे अब डर नही लग रहा की कोई देख लेगा....वो बोली नही नही लग रहा उस वक्त हम हड़बड़ा गए थे थोड़ा पर अभी नही.....

फिर हम लोग घर पहुंचे तो दरवाजा पापा ही खोले वो भी बेचारे हमारे कारण जाग रहे थे....
हमारे घर में घुसते ही वो टीवी ऑफ किए और बोले चल अब मैं चला सोने तेरी मां तो आई और थोड़ी देर बाद सो गई थी....
हम पापा को बोले ठीक है पापा जाइए अब आप भी आराम कीजिए खामखा हम दोनो के चक्कर में आप भी जगे रहे....
तो पापा बोले अरे बेटा कोई बात नही कौन सा सुबह उठ कर नौकरी पे जाना है अब तू भी जा के आराम कर काफी रात हो गई है वैसे पिक्चर कैसी रही....
पूजा बोली अच्छी थी पापा....
पापा बोले चलो मजा किए ना दोनो कोई यही काफी है चलो गुड नाइट....
फिर हम दोनो भी गुड नाईट बोल के अपने कमरे में आए....पूजा अपने कपड़े उतारने लगी जबकि हम तो तुरंत ही अपने प्राकृतिक स्वरूप में आ कर उससे लिपट के बोले कपड़े बदलने का क्या जरूरत है बस उतार दो.....पूजा रुक गई और बोली अभी बाथरूम जायेंगे हम तो आप क्या चाहते है ऐसे ही जाए हम और अगर मां या पापा कोई उधर आ गया तो बस.....
हम बोल अरे नही वो तो गए सोने और ज्यादा दिक्कत है तो हम तुमको अपने बदन से चिपका के एकदम छुपा के ले चलेंगे और उसको खुद से चिपका लिए और उसकी चुचियों को मसल दिए जोर से....तो पूजा कसमसाते हुए बोली इशशह नही जान नाइटी पहन के जायेंगे और आ कर उतार देंगे पक्का....
हम बोले अरे नही तो वो बोली हा तो....प्लीज ना जान दो मिनट में आई और फिर वो भी अपने बदन पे बस नाइटी डाल कर बाथरूम भागी और उसके पीछे हम भी नंगे ही बाथरूम में आ गए तो वो बोली अरे आप पागल है जान....
हम बोले कुछ नही होता जानेमन बस तुम अपना काम करो हम अपना फिर दोनो कोई थोड़ा फ्रेश हुए और जब पूजा निकलने लगी तो हम उसके बदन से नाइटी उतार कर हाथ में ले लिए और उसको अपने गोद में उठा लिए.....पूजा अपनी दबी हुई आवाज में जान नही जान नही ही करती रह गई.....

हवा की फुर्ती से हम अपनी जान को गोद में उठाए लिए कमरे के अंदर आ कर दरवाजे के पास खड़े हो कर उसको चूमने लगे और वो भी हमको पूरे मन से चूमने लगी और एक मीठी वाली जुगलबंदी के बाद पूजा हाफते हुए बोली जान अब तो गोद से उतार दीजिए....हम बोले अभी नही और उसको थोड़ा हवा में उछाले और अपना खड़ा लंड सीधा उसकी चूत में घुसा दिए वो एक बार को चीखी और हम बोले अरे पगली धीरे जरा कौन सा पहला बार घुसा है....
पूजा एक मुक्का मारते हुए मेरे कंधे पे सर रख के झुक गई और बोली पागल हम की आप आह एकदम बेदर्दी के जैसे अंदर कर दिए उसको थोड़ा प्यार कर लेते.....आह अब उतारिए न कब तक गोद में लिए रहिएगा....
हम बोले अभी नही और फिर धीरे धीरे उसको अपने हाथो में थाम आगे पिछे करने लगे और दो तीन बार के बाद पूजा भी अब हौले हौले सिसकियां लेने लगी थी.....
हम उसके होंठो को पकड़ने की कोशिश किए तो वो देखी नही क्युकी उसकी आंखे बंद थी पर उसको जैसे एहसास हो गया था की हम उसको चूमना चाह रहे है और वो अपनी आंखे खोली और सीधा मेरे होंठो को अपने होंठो से जोड़ दी.....और चूमते चूमते बोली आह उम्म्म आप ना कहा कहा से ये आइडिया लाते है उम्मम्म जान इश्सिश्स....
हम उसके चूतड़ों को थाम रखे थे पर पूजा को आज कुछ ज्यादा ही एक्साइट करना चाह रहे थे हनीमून के जैसे इसलिए थोड़े देर बाद हम उसके गांड़ मे छेद को अपने उंगलियों से दबाना शुरू किए और कुछ ही पलों में हम एक पूरी उंगली पूजा की गांड़ में घुसा दिए तो वो एक बार और जोर से सिसकी और तुरंत ही झड़ गई......वो मेरी आंखों में देखी और फिर बोली जान प्लीज निकाल लीजिए वहां से.....आगे और पीछे दोनो में एक साथ हमसे नही सहा जाता.....
हम बोले कोई बात नही सहेगी तब ना आदत लगेगा.....
पूजा सिसकते हुए बोली नही जान आह उम्म्म और वो एक बार फिर से जोर की सिसकी लेते हुए झड़ गई....
और बोली बस जान बस अब उतार दीजिए ऐसे हवा में उछलते उछलते मेरा कमर दर्द करने लगा है हमसे नही संभलेगा आपका ये डबल डोज.....
हम उसको उसी तरह हाथो में थामे बिस्तर पे ले आए और उसको ज्यों ही लिटाए वो हमको खुद पे खींच के अपने बाहों में घेरे में कस ली और नीचे अपने पैरो को में कमर पे लपेट ली और मेरे कान के निचले हिस्से को अपने मुंह में लेते हुए मदहोशी भरी आवाज में बोली आप हमको पागल बनाते है हा कितने तरीके से ये कीजिएगा हम्मम और इधर मेंरा लंड सटासट उसकी चूत में अंदर बाहर हो रहा था....
हम अभी उसकी किसी भी बात का कोई जवाब नही दे रहे थे क्युकी हम झड़ने के करीब थे पर पूजा अपनी हरकतों से हमको मजबूर कर रही थी बोलने को हम थोड़ा नीचे झुक कर उसकी एक चूची को अपने मुंह में भरे और उसके निप्पल पे जोर से काट लिए तो वो चिहुंक कर बोली आह जान....
कमरे में पंखा अपनी रफ्तार से घूम रहा था पर हम दोनो के बदन पसीने में भीग चुके थे....
कुछ धक्कों के बाद हम और मेरी जान दोनो कोई एक साथ झड़ने लगे और पूजा मेरे पीठ में अपने नाखून तो लगाई ही लगाई पर ऊपर मेरे गर्दन के पास अपने होंठो और दांतो से नक्काशी कर दी और एक परफेक्ट लव बाइट बना दी पर आज नाखून से खून नही बहा.....
लेकिन हम उसके इस दो तरफा हमले से छिलमिला कर आवाज किए आह इश्शह....
तो पूजा अपनी नक्काशी पूरी कर के अपना सांस संभालती हुई बोली सॉरी सॉरी जान पर इसमें मेरा कोई गलती नही सब आप के कारण हुआ है....लाइए देखे किधर लगा....
हम उसके ठोड़ी पे हल्के से दात से काट लिए और बोले कुछ नही हुआ है पगली पर हमको लग रहा की अपने प्यार की निशानी आज तुम दे दी हो हमको वो भी यहां पे और उसको ऐना गर्दन दिखलाए जो अभी एकदम लाल हो रखा था....
पूजा उसपे चूम ली और बोली आप सिखलाए थे ना उसको आज कर के देखे उस दिन से मौका ही नही लग रहा था......
हम बोले अच्छा चलो अब तुम रेडी रहना वो मेरे छाती के निप्पल को अपने मुंह में ले कर चुभ्ला दी तो हमको गुदगुदी हुआ....
हम बोले अरे मेरा इसमें कोई मजा नही तुम्हार वाले में मजा आता है....
वो बोली आपको मेरे वाले में मजा आता है और हमको आपके वाले में और हस दी.....
हम बोले तुमको इतना तरीका बदल बदल के प्यार करते है ताकि तुम हमसे बोर ना हो जाओ और हल्के से हस दिए तो पूजा मेरे को बिस्तर पे पलटते हुए मेरे ऊपर आ गई और मेरे दोनो हाथो को पकड़ कर अपनी चुचियों पे रखती हुई बोली....हम आपसे बोर वोर नही होने वाले और आप ये जो हरकत करते है ना दोनो तरफ से वो मत किया कीजिए पगला जाते है हम अभी आपको नाखून गड़ जाता मेरा तो हमको पाप लगता ना और एक तो लग ही गया गर्दन के पास वैंपायर जैसा काट लिए हम......भगवान भी बोलते होंगे की कल जिसके लिए भूखी प्यासी रह कर पूजा की है आज उसी का खून बहाने पे तुली है....
हम हस कर उसके चूतड़ों पे चपत लगाते हुए बोले ऐसा नही है जान क्या तुम भी नाखून लग जाता तो लग जाता ये कोई पहला बार तो हो नही रहा....
वैसे मजा आया की नही उस वक्त तुम जो चिल्लाई अगर मां पापा सुने होंगे तो....पूजा मेरे सीने पे सर घुमा कर रखते हुए बोली नही सुनी होंगी इतना भी जोर से नही चिल्लाए थे हम और आप वैसे किए ही क्यों थे एक पल को लगा की बाप रे क्या किए आप....हम बोले अगर अभी बाल होता ना नीचे तब मालूम चलता इसलिए बोलते है साफ रखा करो....वो बोली अब तो उसपे बाल आए जमाना हो गया जान जब से आप हमला किए है उसपे बाल नही रहने देते हम क्युकी हमको आपका पसंद पता है ना....बिकॉज आई लव यू....हम बोले आई लव यू टू और फिर दोनो कोई बिस्तर पे एडजस्ट हो कर एक दूसरे की बाहों में लिपटे सो गए

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रात में ढाई बजे तक धमा चौकड़ी मचा कर सोए थे सुबह लेट होना तय था पर मेरी जान मेरे साथ प्यार निभाते निभाते अपने घर के प्रति भी उतनी ही जिम्मेदार थी वो सुबह तय समय पे उठी और मेरे गिरफ्त से जब वो बाहर निकल रही थी तो हम उसको नींद में वापिस अपने पास खींच लिए और बोले अरे सो जाओ ना अभी क्यू जाना है....
वो मेरे गाल और माथे पे चूम कर बोली आप सोइए जान हमको काम है और ये बोल कर वो मेरे गिरफ्त से बाहर निकल गई तो हम हल्का सा आंख खोल कर बोले मत जाओ ना वो अपना नाइटी जो जमीन पे पड़ा हुआ था उसको लाइट जला कर उठाई और पहनते हुए बोली हम नही जायेंगे तो नाश्ता कौन बनाएगा और फिर आपको ऑफिस भी तो जाना है ना....
हम एक लंबा सास छोड़ते हुए वापिस से नींद की आगोश में चले गए और वो अपनी ड्यूटी में लग गई.....
अगली बार जब आंख खुली तो सुबह के साढ़े सात बज रहे थे हम एक झटके में उठे और तुरंत अपना तौलिया लपेटे और बाथरूम की तरफ भागे तो देखे की मां हॉल में बैठी सब्जी काट रही है और पूजा घर की सफाई कर के शायद आटा गूंथ रही थी पापा और जिमी गायब थे....
हम बाथरूम में जो घुसे तो फिर नहा कर ही बाहर आए और बाहर आते के साथ पूजा को आवाज दिए और अपने कमरे में आ गए....मेरे पीछे ही पूजा भी आई और बोली हुकुम जनाब...हम बोले एक चुम्मा एक कप आपके हाथो की जादुई चाय और एक प्यार भरा नाश्ता....
पूजा हस दी और बोली जो हुकुम मेरे आका...मां शायद पूजा का आवाज सुन ली तो बोली अरे अभी अलिफ लैला बनने लगा क्या तुम दोनो....पूजा मुझसे आ कर लिपटती हुई बोली नही मां कोई अलिफ लैला नही बन रहे आपके साहबजादे का कुछ फरमाइश हो रहा था वो ही सुन कर बोले....और एक झटके में मेरे होंठो पे चूमी और जाने को पलट ही रही थी की हम उसको वापिस से अपने तरफ घुमाए तो वो बोली अरे जान अभी के लिए बस इतना ही बाकी लंच टाइम में अभी आप रेडी हो कर आइए नाश्ता कीजिए फटाफट साढ़े आठ से ऊपर हो रहा है....
हम बोले कल रात उतना थकाए फिर भी अभी एकदम फ्रेश लग रही हो और आज तो कल से भी ज्यादा सुंदर लग रही है बोलो तो एक बार उजला टीका लगा दे....
पूजा मेरे सीने पे एक मुक्का मारी और बोली हर वक्त बस यही चाहिए हम उदास जैसा चेहरा बना कर बोले अच्छा ठीक है जाओ हम आ रहे है....पूजा हमको ऐसे नही देख सकती थी इसलिए तुरंत मेरे हाथ को पकड़ी और अपनी चूची पे रखवाती हुई बोली तुरंत में मेरी जान को गुस्सा आ जाता है और मेरे होंठो पे चूम ली और बोली अभी खुश या और कुछ....हम मुस्कुरा कर बोले नही जान इतना डोज काफी है बस एक बार यहां भी चूमने दो ना और तुरंत नीचे बैठ गए और उसकी साड़ी को उठा कर उसकी चूत को चूमने लगे तो वो कसमसाती हुई बोली आह जान अभी आप सब गड़बड़ करवाएगा....
हम बोले अरे कुछ गड़बड़ नही होगा आह आज फिर से चिकनी की हो क्या एकदम मक्खन लग रही है ऊपर से ये चाशनी मजा ही आ गया...अब पूजा मेरे सर को पकड़ कर अपनी चूत पे दबाने लगी और हौले हौले सिसकियां लेने लगी....हम अभी ज्यादा परेशान नही कर सकते थे इसलिए उठ गए तो पूजा हमको ऐसे देखी की हम बंद क्यू किए फिर वो जल्दी से घूमी और कमरे का दरवाजा को हौले से सटा दी और उसके पीछे कुर्सी लगा दी और तुरंत मेरे को पकड़ के बिस्तर पे गिरा कर मेरे ऊपर बैठ गई और बोली गंदे आदमी आग लगा कर अधूरा छोड़ने का सोचे भी कैसे हा और तुरंत मेरे होंठो को चूसने लगी और हम पीछे से उसकी साड़ी को उठाने लगे तो वो एडजस्ट हो कर उसको उठाने में मदद की और फिर हम तुरंत चुम्बन तोड़ कर उसको बिस्तर ले लिटा कर उसकी चूत को चूसने लगे और कुछ सेकंड ही चूसे होंगे की वो झड़ गई और क्या झड़ी थी वो....
झड़ने के बाद वो हमको वापिस अपने ऊपर खींची और बोली हो गया मिल गया शांति इसलिए आपको मना कर रही थी पर आप तो आप है गंदे आदमी जरा भी खयाल नहीं है बीवी का....
हम बोले अरे क्यू घबराती है मां भी तो समझती है ना सब कुछ एकदम बुद्धू है मेरी पूजा....और उसको फिर से चूम लिए और उसकी चूची को मसलते हुए खड़े हो गए....
पूजा अपनी चूची को छूते हुए उठी और मेरे कमर पे लपटे ढीले हो चुके तौलिए को खोल कर गिरा दी और मेरे लंड को पकड़ कर चूम ली और बोली तुम्हारा डोज उधार रहा दोपहर में पूरा कर लेना....और फिर एक बार उसके टोपे को चूमी और खड़ी हो कर मेरे गले पे बने निशान को देख के बोली इसको छुपा लीजिएगा गलत जगह बना दिए हम....
हम बोले कोई बात नही कोई पूछेगा तो बता देंगे एक बड़ी बिल्ली काटी है....पूजा अपना चेहरा छुपाते हुए बोली बै जान और वहा से भाग गई....हम फिर अपने खड़े महाराज को शांत किए और तीर तैयार हो कर बाहर निकले....तो हॉल में पापा और मां दोनो बैठे थे और पापा तुरत मेरे गले के निशान को देख लिए तो बोले अरे ये क्या हुआ रे कोई कीड़ा चाट लिया क्या तो मां भी वो निशान देखी तो बोली हा रे ये क्या हुआ रे....तो हम बोले कुछ नही है मां लाल हो रखा है ठीक हो जायेगा....तो मां बोली ध्यान रखा कर ये सब का नही तो डॉक्टर को दिखवा ले एक बार संशय दूर कर ले क्या पता क्या हो....हम बोले कुछ नही है आप लोग चाय पीए तो पापा बोले हा बेटा तू पी और नाश्ता कर के निकल टाइम हो रहा है दफ्तर का....
हम बोले हा पापा और इतने में मेरी जान नाश्ता निकाल लाई तो हम बोले अरे तुम भी बैठो और इसी में खा लो फिर चाय लाना....पूजा बोली अरे नही आप खाइए ना फिर हम खाते है अभी समय है मेरे खाने में....मां जोर से बोली अरे अब कब खायेगी वो बोल रहा तो खा ले साथ में हम लोग तो खा ही लिए ना अभी कौन है जिसको तुझको खिलाने का पड़ा है चल खा चुप चाप जो घटेगा हम देंगे खबरदार जो उठी तो सुबह से नाच रही है इधर से उधर....
पूजा चुपचाप बैठ गई खाने को और फिर दोनो कोई खाए और जो घटा वो मां ला कर दे दी और फिर चाय पीए और निकल गए ऑफिस....
उसी हफ्ते पूजा हमको डॉक्टर के पास ले गई थी जहां वो मेरा चेकअप कर के बोला कोई दिक्कत नही है वो भूखे रहने के कारण कमजोरी लग रहा होगा बाकी ही इज अब्सोल्यूटली फिट एंड फाइन....
फिर भी मैडम आपकी तसल्ली के लिए एक टॉनिक लिख रहा हु ये दीजिए हेल्थ बूस्ट करेगा ये....
ये सुन कर पूजा के मन से जैसे बहुत बड़ा टेंशन हल्का हुआ हो....हम बोले हो गया चेकअप हम ठीक है और ये टॉनिक मेरे साथ साथ तुम भी पीना अकेले नही पीने वाले हम इसको तो पूजा बोली अच्छा ठीक है जान चलिए अब....
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कुछ दिन इसी तरह बीते और हमारी शादी की पहली सालगिरह आने वाली थी अगले महीने जिसके लिए हम और मेरी जान दोनो कोई बहुत एक्साइटेड थे ये करेंगे ऐसे करेंगे मेरे ऑफिस जाने के बाद भी पूजा मां पापा के साथ यही सब डिस्कस करते रहती की उस दिन क्या करना है पार्टी रखनी है या फिर घर में ही मनाएंगे यहां मनाएंगे की पटना जायेंगे और ज्यादातर चांस था की पटना जायेंगे हम लोग....
खैर एक दिन ऑफिस में थे हम की पापा पूजा के फोन से हमको कॉल किए और बोले की बेटा पूजा बेटा की तबियत खराब है तू घर आ जा हमे हॉस्पिटल जाना है....ये सुनते ही मेरा दिमाग ही उड़ गया हम तुरंत भागे अपने सीनियर के पास और उसको सिचुएशन बता कर पहुंचे घर की तरफ अभी लिफ्ट के पास पहुंचे ही थे की सामने से पापा, मां और मेरी जान निकल रहे थे....मां पूजा का हाथ थामे हुए थी जबकि पूजा अपना एक हाथ मां के कंधे पे रखे हुए थी....उसको ऐसे देख के हम घबरा कर बोले अरे क्या हो गया तुम को दोपहर तक तो ठीक थी हा क्या हुआ कुछ उल्टा पुल्टा खा ली क्या....पूजा बस ना में सर हिला दी तो मां बोली अरे डॉक्टर के पास ले चल ना देख नही रहा कुछ बोल नहीं पा रही है सब सवाल जवाब यहीं पे करना है तुझको फिर हम तुरंत गाड़ी निकाले और फिर वापिस आ कर अपनी जान को गोद में उठाए और गाड़ी में पिछली सीट पे आधा लिटा दिए और उसका सर मां अपने गोद में ले ली और निकले हॉस्पिटल के लिए....
हम मां से पूछे की क्या हुआ मां अभी तो मां बोली अरे बेटा हम लोग तो तेरे जाने के बाद लेटे हुए थे कमरे में की तभी पूजा बेटा कमरे में आई और बोली मां अजीब लग रहा है देखिए ना जी कैसा तो हो रहा और फिर दीवाल पकड़ कर वही बैठ गई फिर बोली सर घूम रहा है मां और जब तक हम पकड़ते बेहोश जैसा हो गई तो फिर पापा इसके चेहरे पे पानी मारे फिर ये होश में आई तो तुझको फोन लगाए....
पापा बोले अरे कुछ नही होगा सब ठीक होगा बस डॉक्टर एक बार देख ले....और पापा मेरा हाथ दबा दिए धीरे से क्युकी हम बहुत ज्यादा चिंतित हो गए थे अपनी जान के लिए और वो चिंता मेरे चेहरे से झलक रहा था.....
खैर हम लोग पहुंचे हॉस्पिटल में वहा उसको स्ट्रेचर पे लिटा दिया हरामखोर सब ये देख के हम बहुत ज्यादा घबरा गए और मेरा सास फूलने लगा तो मां और पापा बोले अरे तू ऐसे करेगा तो कैसे काम चलेगा कुछ नही हुआ है ठीक है वो चल अब अंदर चल.....
जनरल वार्ड में पूजा को आ कर एक डॉक्टर अटेंड किया और फिर वो उसका बीपी और पता नही क्या क्या चेक किया और तुरंत उसको एक बोतल पानी चढ़ाने को लगा दिया ड्रिप का निडल उसके हाथ में घुसते ही जितना दर्द उसको हुआ उससे कही ज्यादा हमको तकलीफ हुआ....हम उसके हथेली में अपना हाथ फसा लिए थे और अब मेरा आंसू बह निकला......पूजा आंखो ही आंखो में रोने को मना की पर ये मासूम दिल माने तो कैसे माने....
वो देखी की हम अभी भी अपनी आंखों में आसू भर रखे है तो धीरे आवाज में बोली मत रोइए न जान और मेरा हाथ दबा दी तो हम उसको उंगली से चुप रहने का इशारा किए तो वो मुस्कुरा दी और अपने होंठ से पाउट जैसा मुंह बना की तो मां हस दी और बोली एकदम बच्चे हो तुम दोनो.....
तो रोते रोते मेरा भी हसी छूट गया और पूजा का भी....मां पूजा के सिरहाने बैठी थी जबकि हम उसका हाथ पकड़े उसके बगल में....वो डॉक्टर भी थोड़ा हस दिया और बिना कुछ बोले ड्रिप लगा कर जाने लगा तो हम उससे पूछे की हुआ क्या है कुछ बताइएगा तो वो बोला बीपी लो है और कमजोरी भी है थोड़ा पर अभी एक और मैम आ कर चेक करेंगी तो वही बतलाएंगी आप टेंशन मत लिजिए....
तकरीबन दस मिनट बाद एक लेडी डॉक्टर आई तो वो हमको और पापा को बाहर जाने बोली....पापा तो निकल गए पर हम पूजा का हाथ छोड़ना नही चाह रहे थे पर डॉक्टर का फालतू का चोंचला के कारण जाना ही पड़ा हमको....
फिर कुछ देर बाद वो डॉक्टर बाहर आई और मेरे हाथ में एक पर्ची थमाते हुए बोली कंग्रीचुलेशन मां बनने वाली है वो पर थोड़ी कमजोर है और एक और कन्फ्यूजन है उसको क्लियर करने के लिए ये अल्ट्रासाउंड और उसके साथ साथ कुछ जांच है वो करवा के रिपोर्ट ले के हमसे मिलिए आधे घंटे में हम प्रायोरिटी मेंशन कर दिए है जल्दी हो जायेगा एंड डोंट वरी शी इज ऑल राइट......

उसके मुंह से ये शब्द मां बनने वाली है सुन कर मेरा तो दिल धक्क् से हो गया विश्वास ही नहीं हुआ एक बार को....जितना टेंशन अभी तक था वो सब काफूर हो गया था और दर्द के जगह खुशी के आंसू बहने लगे थे आंखो से....पापा बोले अबे साले अब क्यू रो रहा है गधा ये तो खुशी की बात है चल अंदर उससे मिल तो ले....और है पर्ची हमको दे हम देखते है आगे तू जा उसके पास....हम अंदर गए तो देखे की मां पूजा का माथा चूम रही है और उसके चेहरे को बार बार अपने हाथो से सवार रही थी....हम मां के पास पहुंचे तो मां मेरे भी माथे पे चूम ली और बोली मुबारक हो बेटा तू बाप बनेगा और हम एक बार फिर से दादी बनेंगे....
आज तूने मेरी हर खुशी मेरी झोली में डाल दी मेरे बच्चे खुश रह हमेशा और वो बोली तेरे पापा कहा गए तो हम बोले वो गए है अल्ट्रासाउंड का पता करने अभी करवाना है....
वो बोली तू बैठ अपनी जान के पास हम आते है उनके पास से...मां के जाते ही हम पूजा की तरफ देखे जो मेरी तरफ भरी आंखों से देख रही थी तो मेरा भी आंख फिर से भर आया और हम उसको वैसे लेटे हुए में ही सीने से लग गए और वो भी एक हाथ से हमको अपने आलिंगन में भरने का भरपूर कोशिश की और धीरे से बोली कंग्रीचुलेशन वुड बी डैडी और मेरे बालो में चूम ली फिर हम उससे अलग हो कर उसके हाथ को अपने हाथ में ले कर चूमे और धीरे से बोले मुबारक हो जान पगली ध्यान नही रखती है तुम अपना इसलिए देखो कितना कमजोरी आ गया हा अब घर चलेगी फिर बताते है हम तुमको....पूजा मुस्कुरा कर धीमे आवाज में बोली अब आप जो बोलिएगा वो करेंगे हम प्रॉमिस....हम उसको एक थप्पड़ दिखलाए और रुंधे हुए गले से बोले पहले से करती तो ये नही होता ना....पूजा कुछ बोली नहीं बस मुस्कुरा दी और जो हाथ हम पकड़े हुए थे उसको अपनी तरफ झुका कर चूम ली....

इतने में पापा और मां दोनो आए साथ में एक नर्स थीं.....पापा पूजा के सर पे हाथ फेर के आशीर्वाद दिए और बोले अब से अपना ध्यान रखना चालू कर दे समझी ना वरना हम गुस्सा करेंगे फिर....तो मां बोली बै आप तो और है
नर्स जो थी वो पूजा के ड्रिप को बंद की और बोली चलिए अनट्रासाउंड है ना आपका...
फिर हम चारो चल दिए वहा से और पहुंचे अल्ट्रासाउंड रूम के बाहर वहा दो मिनट में ही पूजा को अंदर ले के गई वो नर्स और फिर पांच मिनट बाद मां को वो नर्स बुला कर अंदर ले गई और तकरीबन दस मिनट बाद मां जब बाहर आई तो हम पूछे की क्या हुआ मां अंदर तो मां खुश हो कर बोली अरे बेटा जुड़वा बच्चे है तेरे....ये सुन कर हम मां का मुंह देखने लगे तो पापा बोले अरे बेटा डबल खुशी है ये तो अब रो मत वरना मारेंगे एक खींच के गधा....दोनो का दोनो एक जैसा है वो भी बात बात में रो देती है और तू भी हट...
पापा मां के कंधे पे हाथ रख कर बोले अब अपना कंधा मजबूत कर लेना दो दो पोते पोतिया आ रहे है एक को तुम संभालना एक को हम....मां बोली अरे ये भी कोई कहने की बात है....
हम सब खुश थे और मेरे और पूजा से ज्यादा मां और पापा खुश थे....थोड़ी देर बाद पूजा वैसे ही स्ट्रेचर पे लेटी हुई बाहर आई और वो लेडी डॉक्टर रिपोर्ट्स ले के हमारे पास और बोली ढाई महीने की प्रेगनेंसी है और ट्विंस है और रही बात कमजोरी की तो इनकी प्रेगनेंसी डिटेक्ट होने में टाइम लग गया इस वजह से जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स की कमी हुई बॉडी में जो दिक्कत कर गया लेकिन अब सब ठीक है सब दवाइयां टाइमली खाना है और इनको खुद पे ज्यादा ध्यान देना है और स्ट्रेस बिल्कुल नही लेना है और आपके ट्विंस एकदम सेफ है बस आज से आप सब को इनका स्पेशल केयर करना है बाकी सब रूटीन चेकअप के दौरान हम बताते रहेंगे....
तो मां बोली अच्छा गाड़ी से कही आने जाने में कोई दिक्कत नही है ना मैडम तो डॉक्टर बोली अभी कही नही अगले चेकअप के बाद बताएंगे.....
फिर हम बोले की अभी घर ले जाए न तो वो बोली अभी नही अभी एक दो टेस्ट और है उसके बाद दो इंजेक्शन है वो देने के बाद बॉडी में ताकत आएगा फिर अभी के जैसे लेट कर नही जाना पड़ेगा खुद से चल के जायेगी ये तब तक आप दवाइयां वगैरह ले लीजिए और वो नर्स मां के साथ पूजा को ले के वापिस उसी वार्ड में ले गई.....
पापा बोले ये खुश खबरी अपने ससुराल वालो को भी दे दे हम भी तेरे भाई और बहन को बता देते है....
हम बोले अभी नही पापा अभी किसी को नही बताना है थोड़ा रुक जाते है घर चलते है पहले फिर बताएंगे.....
जांच करवाने, इंजेक्शन दिलवाने में और दवाइयां वगैरह लेने में रात हो गया पूजा को दोनो इंजेक्शन थोड़े टाइम के अंतराल पे दिया गया था और अब वो पहले से बेहतर महसूस कर रही थी और उठ कर बैठी थी तो जब हम उसके पास पहुंचे तो उसको एक तरफ से अपने आलिंगन में ले कर पूछे की ठीक हो अब तो वो मेरे तरफ देख कर बोली हा जान हम ठीक है और आप....
हम बोले हमको क्या हुआ है भला....तो वो बोली आप रोने लगे थे ना...हम बोले आज कितना इंजेक्शन घुसा तो वो मुस्कुरा दी और बोली कोई बात नही जान पर बहुत दुखा....हम कुछ बोलते इससे पहले मां बोली अरे चल अब खुश हो जा दो दो बच्चे आ रहे है मेरे और हम है ना तुझको एकदम हृष्ट पुष्ट तंदुरुस्त बना देंगे अब ज्यादा चिंता नही चल मेरी बच्ची घर चल आराम करना....
पापा हमको ले कर रिसेप्शन काउंटर पे गए और वहा हमने बिल भरा और फिर पूजा डार्लिंग को ले कर हॉस्पिटल से निकले....और वो मेरा हाथ पकड़ के आराम आराम से चल रही थी और ये देख के हम तीनो सुकून की सास लिए की पूजा अब ठीक है.....
रास्ते में हम एक मंदिर के पास रुके वहा पे हम लोग बाहर से ही उनको प्रणाम कर के धन्यवाद दिए इस खुशी भरे पल को हमारी झोली मे डालने को और फिर पापा ने वहा बैठे गरीब और फकीरों को दान दिया और वहा से निकल कर हमने मिठाई खरीदी और पहुंच गए घर....
बेचारा हमारा जिमी घर में बंद था और भौंक भौंक कर थक के सो गया था हमे देख कर वो तुरंत आवाज कर कर के शिकायत करने लगा की कहा भाग गए थे छोड़ कर पर हम उसको संभाले और सबसे पहले उसको मिठाई खिलाए तो वो शांत हुआ.....
घर आने के बाद मां बोली एक कामवाली का पता करती हु वो घर का काम करेगी और खाना हम बनायेंगे....तो पूजा बोली नही मां काम नही करेंगे तो मोटी हो जायेंगे जो अच्छा नही होगा तो मां बोली अरे कुछ मोटी वोटी नही होएगी तू हम है ना और ये काम करने का बहाना मत ढूंढ क्युकी अब तेरा एक भी नही चलेगा मेरे सामने.....
क्यू रे आशिक कोई दिक्कत है तुझको.... हम बोले नही मां कोई दिक्कत नही बस आप पूजा के साथ साथ अपना और पापा का भी खयाल रखिएगा ये नही की बहु के चक्कर में अपना सेहत डाउन कर लिए....तो मां बोली तू बकवास ना कर बस देखता जा....
फिर मां पूजा को नहाने बोली और हम दोनो बाप बेटा अपने आप को फ्रेश किए फिर पूजा नहा कर बाहर आई अब वो पहले से बहुत बेहतर महसूस कर रही थी....
फिर सब कोई साथ में बैठे तो सबसे पहले मां मिठाई निकाली और पहले पूजा को खिलाए फिर खुद भी खाए.....घर का माहोल खुशनुमा हो रखा था.....
फिर पापा बोले अरे ये खबर पूजा बेटा के घर पे और अपने घर पे भी तो दे देते है तो मां बोली नही अभी नही डंका पीटने का कोई जरूरत नही है आराम से देंगे पहले पूजा बेटा पहले की तरह स्वस्थ हो जाए फिर वो खुद देगी....
तो पूजा बोली मम्मी को बता देती हु वो खुश हो जायेगी और सुगंधा भी बहुत खुश होगी....
तो मां बोली अच्छा सुन आज नही कल बताना आज आराम कर और बेटा तू खाना बाहर से मंगवा ले ठीक ना कल से सब कुछ सेट करते है हम.....
मां पूजा से पूछी की कोई दिक्कत नही ना बेटा मना की तो बताने को तो पूजा मां का हाथ पकड़ के बोली अरे मां क्या आप भी आज बताए या कल बताना तो है ही बस फिर और आप ये सब मत सोचा कीजिए....
जब हम कमरे में जाने लगे तो मां मेरे पास आ कर बोली रे चोट्टा खबरदार आज से पूजा बेटा को परेशान किया तो....पूजा ये सुन के शर्मा के कमरे में घुस गई जबकि हम मां को हाथ जोड़ के बोले आपका हुकुम सर आंखों पर माते.....
मां हस्ते हुए वहां से चली गई.....
थोड़ा देर बाद खाना आ गया तो हम सब कोई खाना खाए और पूजा का आज से तो दूध दवाई एक्स्ट्रा केयर चालू ही हो गया.....
फिर चल दिए सोने बिस्तर पे पूजा रोज की तरह मेरे से लिपट कर लेटी थी हम बोले आज परेशान नही करेंगे आज तो तीन तीन सुई भुका है मेरी जान को वैसे कहा लगाया तो पूजा मेरे छाती पे काट ली और बोली गंदे कहिंके बाह में पड़ा है कही और नही समझे आप....
हम बोले हम होते तो यही देते और ये बोल कर उसके चूतड़ों को सहला दिए तो वो बोली आपका अपना इंजेक्शन होता तो ले लेते पर वो वाला नही लेना है हमको....
फिर हम हस कर बोले चलो अच्छा है वैसे जान ये ट्विंस कैसे आ गए...वो हस कर बोली और दीजिए डबल डोज मना करते थे ना अब देखिएगा....
हम बोले कोई नही जान एक बेटा और एक बेटी हो जाए तो फिर तो मजा ही आ जाए तो पूजा बोली देखते है जान वैसे कल जब मम्मी और सुगंधा को बताएंगे तो उनका खुशी देखने लायक होगा है ना....
हम बोले हा चलो अब सो जाओ कल दोनो कोई मिल कर बताएंगे...पूजा बोली ऐसे कैसे सो जाए नींद ही नहीं आएगा हमको और ये बोल कर वो मेरे होंठ चूमने लगी और एक मस्त वाले चुम्बन के बाद हम दोनो एक दूसरे की बाहों में लिपटे सो गए.....
 
अगली सुबह जब नींद खुली तो मेरी जान हमको देख के हस रही थी...हम उसको अपने आलिंगन में लेते हुए बोले अरे ये क्या उठ कर हमको देख के मुस्कुरा रही है उठाई क्यू नही....पूजा बोली जान बहुत खुश है हम और इस खुशी से हमको रूबरू करवाने वाले आप है मां बनना पता है कितना बड़ा सौभाग्य होता है वो भी जुड़वे और ये बोल कर वो मेरे होंठो पे चूम ली....हम बोले अरे मेरी जान हम अकेले थोड़े इसमें भागीदार है तुम भी तो पूरा साथ दी ना मेरा तब ना हो पाया ये वरना आज कल के लड़के लड़कियां तो दो तीन साल तक बच्चे के बारे में सोचते भी नही....
पूजा बोली बै बाकी दुनिया का नही पता हमको...हम तो बस अपना जानते है और आपको जानते है बस और वैसे भी बच्चे तो हम दोनो को पसंद है ना....हम उसकी चुचियों को दबाते हुए बोले जान तुम्हारी इन रसभरे संतरो का रस तो हमको नहीं मिलेगा ना पीने को क्युकी अब तो दो हकदार जिनका हक हमसे ज्यादा होगा वो आ रहे है तो फिर और ये बोल कर हम उसकी चुचियों को नाइटी के ऊपर से ही चूम लिए.....तो पूजा हल्का सा उठी और अपने नाइटी को कंधे के नीचे सरकाते हुए अपनी दोनो चूचियां मेरे सामने कर दी और बोली जान वो दोनो हर वक्त थोड़े ना लिपटे रहेंगे इससे जब वो सो रहे होंगे तो उन दोनो के पापा को पीने मिलेगा ये और हक तो आपका ज्यादा है स्वीटहार्ट पहले आप आए तब तो वो आ रहे है ना ये बात कभी नही बोलिएगा की मेरे पे आपके अलावा किसी और का हक हो जायेगा हम सिर्फ आपके है केवल आपके...हम बोले अरे तो उन दोनो के हिस्से का दूध हम पी जायेंगे तो चलेगा ना....पूजा बोली नही जान फिर तो मेरे बच्चे भूखे रह जायेंगे और रोएंगे फिर हम आपको कैसे पिलाएंगे इनको और वैसे भी आप अपने बच्चे का हिस्से थोड़े ना पी जाइयेगा.....हम उसकी चुचियों पे मुंह लगाते हुए बोले अरे जान बहुत दूध बनेगा इनमे देखो तो क्या लग रहे है ये एकदम भरे भरे....पूजा सिसकियाते हुए बोले आह जाआआन इशशस वो सब तब का तब देखेंगे फिलहाल चलिए उठिए वरना हम फिर आपको जाने नही देंगे....हम उसकी चुचियों पे से मुंह हटाते हुए बोले एई तुम्हारी अभी कही नही जाना है यहां से उठ कर सीधा बाथरूम जायेगी फ्रेश होएगी और फिर कुछ नाश्ता बन जायेगा तब नाश्ता कर के दवाई लेना समझी आज से सब कुछ चेंज है तुम्हारा कोई मनमानी नही चलेगा....

पूजा अपने बदन पे अटकी हुई नाइटी को अपने कमर से होते हुए पूरा उतार दी और मेरे पे झुकते हुए बोली आप बदमाशी कर के हमको ज्ञान दे रहे है हा....हम हस्ते हुए उसकी चिकनी चूत पे हाथ लगाए जो पूरी गीली हो रखी थी....हम तुरंत नीचे झुके और उसके पैरो को फैला कर उसकी चूत पे मुंह लगा दिए और फिर लगे चूसने और तब तक चूसे जब तक की मेरी जान झड़ नही गई....
इस वक्त हम पूजा के पैरो के बीच थे और वो अपने पैरो को फैलाए लेटी हुई अपनी सांसों को काबू करने में लगी थी....हम उसकी चूत को छेड़ते हुए बोले जान डिलीवरी के बाद तो ये बड़ी हो जाएगी जितनी कसी हुई अभी है दो दो जब निकलेंगे तो शत्यनाश हो जायेगा इसका....पूजा हाफ़ते हुए हस दी और अपने सर पे हाथ रखते हुए बोली अरे मेरी जान वो थोड़े टाइम के बाद नॉर्मल हो जायेगा पागल...
फिर हम बोले तब तो ठीक है वाणी दिक्कत ही हो जाता हमको...पूजा बोली बै आप तो और है....वैसे आप अभी अपने छड़ी का इस्तेमाल क्यू नही किए....हम बोले अरे मेरे छड़ी से कही मेरे लल्ला लल्ली को सर वर पे चोट लग जायेगा तो....पूजा बहुत जोर से हसी और उठ कर मेरे को खींच कर अपने ऊपर लेटे हुए बोली ऐसा कही होता है भला आप तो मतलब कुछ भी बोलते है पागल....हम बोले अरे प्रेगनेंसी में सेक्स नही एलॉउड होता है ना तो फिर कहा से घुसा लेता....वरना तुमको तो पता है हमको थोड़ा सा भी मौका मिलता है तो हम तुरंत इसके अंदर सैर कर आते है......
पूजा मुस्कुराते हुए मेरे अधखड़े लंड को अपने हाथो में लेते हुए बोली अरे मेरी जान उन दोनो के चक्कर में मेरे इस हीरे को क्यू बनवास दे रहे है अभी बहुत समय है बनवास में....वैसे भी आप जैसे पीरियड्स में नही मानते है आगे नही तो पीछे से घुस जाते है तो फिर....हम बोले अरे पीरियड्स और इसमें अंतर है ना जान....वो बोली अच्छा हम जब डॉक्टर के पास जायेंगे ना तो पूछ लेंगे पर आप टेंशन नही लीजिएगा आपकी जान आपको यू तड़पने नही देगी कुछ न कुछ तो जुगाड बैठा ही लेंगे.....
हम उसके होंठो को चूमे और बोले अरे अभी जैसे जैसे ये बाहर आने को तैयार होते जायेंगे इनके लिए सब बंदोबस्त भी करना होगा ना.....वरना बाहर आने पे बोलेंगे जा हमारे बाप ने हमारे लिए कुछ इंतजाम ही नही किया....
और ये बोलते हुए हम उसके पेट पे झुक कर चूम लिए और कान लगाते हुए बोले क्यू रे बेटा लोग बोलेगा ना....
अंदर से कुछ आवाज नही हलचल नही पा कर हम पूजा के नाभी पे मुंह लगा के जोर से बोले अरे बोल ना रे बोलता काहे नही....
तो पूजा मेरे सर पे हाथ फेरते हुए बोली अरे जान आप भी क्या करने लगे वो थोड़े ना बोलेंगे अभी....हा कुछ महीनो बाद पैर चलाना शुरू करेंगे फिर महसूस कीजिएगा.....
हम फिर से उसके नाभी पे मुंह लगाए और बोले अरे बेटा ज्यादा तंग किए ना हमारी जान को तो फिर बाहर आने पे चूतड़ीया लाल करेंगे समझे....
पूजा मेरे कंधे पे एक मुक्का मारी और बोली मारेंगे ना अभी से ही उनको मारने पीटने का बात करने लगे.....

फिर हम अपनी हरकत पे हस दिए तो पूजा भी हस दी और बोली पागल है एकदम आप चलिए उठिए....
फिर दोनो कोई उठे और बिस्तर से उतरते ही पूजा हमको अपने आलिंगन में ले ली और अपने होंठ मेरे होंठो से जोड़ दी और इधर हम उसके चूतड़ों को दबाते हुए उसके होंठो का रस पीने लगे.....चुम्बन तोड़ने के बाद पूजा बोली चलिए फिलहाल के लिए मॉर्निंग आपका गुड बना दिए है हम....हम बोले यस माय लव....वैसे मॉर्निंग तो आज मम्मी और सुगंधा का भी गुड होने वाला है पर पापा के बारे में क्या खयाल है....पूजा एक लंबा सांस छोड़ते हुए बोली क्या पता जान उनका हमको कुछ समझ में नहीं आता....हम बोले पर शायद अब समझ जाए....
पूजा बोली पता नही उनका भगवान ही जाने वो क्या चाहते है और ये कहते हुए वो मेरे गले से लग गई....हम बोले अरे अब तुम रोने मत लग जाना समझी ना डॉक्टर क्या क्या बोली है याद है ना...पूजा मेरे गाल सहलाते हुए बोली नही जान हम रो नही रहे पर कभी कभी लगता है की जो कदम हम दोनो उठाए उससे शायद पापा और कई लोगो को ठेस पहुंचा है जैसे में बुआ चाचा ये सब....हम बोले अरे चुप एकदम ये सब बात करने का समय अभी नही है अब ये सब पुरानी बाते है आगे जो नया आने वाला है उसका सोचो और रही बात पापा की तो वो समय के साथ ठीक हो जायेगा और अभी तो लगता है की कुछ हद तक ठीक भी है बस वो थोड़े कठोर नेचर के है पर देखना जान जब उनका नाती नातिन उनके गोद में एक साथ देंगे ना हम दोनो तो वो कैसे पिघल जायेंगे....क्युकी बड़े बुजुर्ग अपने बच्चो के बच्चो में अपना बचपन ढूंढते है इसलिए तो दादा दादी और नाना नानी को उनके बेटे बेटियो के बच्चो से ज्यादा लगाव होता है.....
पूजा बोली भगवान करे की इन दोनो के आने से सब कुछ ठीक हो जाए कभी कभी बड़ा मन होता है अपने घर जाने का पर आपके साथ हुए हादसे को याद कर के मेरा आत्मा कांप जाता है.....
हम बोले चल अब सेंटी ना हो जाना चलो फ्रेश होने वैसे एक बात बोले....
पूजा बोली हा जान बोलिए ना....
हम उसके कंधे पे हाथ रखे और उसको चलाते हुए आइने के सामने ले आए और उसके पीछे खड़े हो कर उसको अपने आलिंगन में लेते हुए बोले ये बाहों का घेरा देख रही हो इसकी गिरफ्त से आजाद होना इतना आसान नहीं है समझी और अब कोई कितना भी ताकत लगा ले ये बंधन नहीं टूटेगा क्युकी अब शायद ही हम दोनो एक दूसरे से अलग रह पाए.....
पूजा अपना सर घुमा कर मेरे को नम आंखों से देखी और मेरे हाथ पे चूम कर उसपे अपने हाथो को चढ़ा कर बोली इस महफूज गिरफ्त से हम खुद नही कभी निकलना चाहेंगे तो फिर कोई अलग कैसे कर देगा पागल हम दो जिस्म एक जान है इसीलिए तो हम दोनो एक दूसरे को जान बुलाते है हम आपके और आप मेरे जान है.....
हम आइने में देखते हुए ही बोले आई लव यू स्वीटहार्ट....
पूजा बोली आई लव यू टू जान आई लव यू सो मच....
इतने देर में मेरी भी आंखे नम हो गई थी तो पूजा बोली देखे हमको डांटते है की नही रोना और खुद रो देते है....
हम पूजा के कंधे पे दांत से काट लिए और बोले इतना प्यार करेगी तो कभी कभी हम भी रो पड़ते है जान....
पूजा हस कर मेरे तरफ घूमी और मेरे आंखो पे चूम कर मेरे आंसू पी गई और बोली ऐसे ही आपके सारे दुख और आंसू हम गायब कर देंगे समझे चलिए अब आप रोना बंद कीजिए वरना हम आपको अपना कसम दे देंगे....
फिर दोनो कोई हस पड़े....

...
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पूजा अपना नाइटी उठा कर पहनी और बोली हम बिस्तर सही कर के आते है तब तक आप फ्रेश हो लीजिए जान....
उसके बाद हम फ्रेश होने निकले तो देखे की मां किचन में है हम बोले अरे मां आप सुबह सुबह क्या खुराफाती में लग गई है पूजा आती है थोड़े देर में आप चलो बाहर....
मां बोली अरे जा ना पहले मुंह हाथ धो ले और जल्दी से नहा ले आज सत्तू के परांठे और टमाटर की चटनी बनाई है....
हम बोले अरे तो आप क्यू बनाई पूजा को बोल देती वो बना देती....मां बोली अरे भूल गया क्या मेरे पोते पोती है उसके पास उसको अभी आराम करना है खाली....हम मां के कंधे पे हाथ रखते हुए बोले अरे नही मां ऐसे वो मोटी हो जायेगी बॉडी एक्टिव रखेगी तो आगे उसके लिए सच्चा रहेगा थोड़ा बहुत तो काम वो करेगी ही आप केवल घर के साफ सफाई के लिए एक आया रख लो और आप क्यू हम अपने गार्ड को बोल देंगे वो तुरंत ढूंढ देगा....
मां बोली अरे तू भाग तो जा जा के पहले नहा धो के पवित्र को फिर बात करती हु तुझ्से तू भाग अभी यहां से.....
इतने में पूजा हमारी आवाज सुन कर किचन में आई और बोली अरे क्या हो गया भाई सुबह सुबह इतना बहस किस बात पे और मां ये आप क्या क्या बना ली बाबा रे परांठे और ये चटनी मां आप क्यू....
मां पूजा के सर पे हाथ फेर के बोली आज हम नाश्ता बनाने का सोचे थे तो कल रात में ही तेरे पापा बोले की उनको सत्तू के परांठे खाने है मेरे हाथ में बहुत दिन हुए तो बना दी और क्या चल अब तू बैठ हम आते है और तू गया नही जा ना क्या खड़ा है....
फिर पूजा ब्रश करने गई जबकि हम सीधे बाथरूम में घुस गए.....नहा धो कर ही बाहर निकले और मेरे आते ही मेरी जान भी घुस गई बाथरूम में फिर सब कोई हॉल में बैठे मां के हाथ में परांठे खा रहे थे तो पापा बोले आज लग रहा की फिर से पटना में हु सुमित अभी पढ़ने जायेगा और हम दुकान जायेंगे पुराने दिन याद आ गए क्यू बेटा है ना ऐसे ही हम लोग नाश्ता कर के निकलते थे ना....
मां बोली हा जी पर अब दिन बदल गए है हमारे हमारा बेटा काम पे जाता है और हमारी बहु हमारे लिए खाना बनाती है और हम दोनो आराम करते है.....
पर अब से कुछ दिन बाद हमे अपने जीवन के एक नए पड़ाव से गुजरना है जहा हम अपने पोते पोतियो के साथ वो सब चीजें दोहराएंगे जो हमने अपने बच्चो के समय किया है.....
पूजा बेटा तू नही जानती कल से हम दोनो कितने खुश है एक तरह से देख तो ये पहला मौका रहेगा जब हम सही मायनो में अपने पोते पोतियों के साथ समय बिताएंगे....
ये बोलते बोलते मां का आवाज रूंध गया तो पूजा तुरंत मां के पास गई और बोली अरे मां आप रोने क्यू लगी फिर मेरा वाला लक्षण आपमें घुस गया क्या....तो पापा पूजा के सर पे हाथ फेरते हुए हस कर बोले पगली कहींकी चल कुछ भी बोलती है....
मां भी हस दी और बोली अच्छा सुन अब बात रहा घर के काम का तो कोई कामवाली नही रख रहे हम दोनो सास बहू मिल कर घर का काम करेंगे और जो हम बोल रहे है उसपे ही अमल करना है समझ रहा है ना दोनो....
सुबह का नाश्ता हम बनायेंगे और घर का साफ सफाई मेरे रूम और हॉल का हम करेंगे और तेरे कमरे और किचन का पूजा बेटा कर लेगी....
दोपहर का खाना पूजा बेटा बनाएगी और रात का खाना हम दोनो मिल कर और बर्तन वगैरह तो हम आराम से कर लेंगे तो बस तय रहा और इसमें मेरा भी फायदा है बैठे बैठे शरीर भारी होने लगा है काम करते रहेंगे तो जोड़ो के दर्द जैसी बीमारियां दूर रहेंगी समझा ना और तेरी जो ख्वाइश थी की तेरी जानेमन मोटी हो जायेगी तो वो भी नही होगी समझा मजनूलाल......
मां के ऐसे बोलने पे पूजा बोली आपको हम मोटे लग रहे है कब से भला...
हम बोले अरे नही वो तो हम इसलिए बोले क्युकी अगर तुमको कोई काम नही करने मिलेगा तो बैठे बैठे शरीर में मोटापा बढ़ेगा ना जो आगे चल कर दिक्कत देगा पगली....
पापा बोले अरे अब लड़ो मत ये सब तो तय हो गया चलो अब ये खबर पूजा बेटा के घर पे भी दे दिया जाए और हम ये खबर तेरे भाई भौजाई को देते है कल शाम से मेरे को हद बेचैनी हो रखा है पर तेरी मां कही बोलने ही नही दी....
उनकी ये बात सुन कर हम सब हस दिए.....
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अभी मेरे ऑफिस जाने में कुछ समय था तो हम भी पूजा के साथ हो लिए ये खुशखबरी देने में और लगा दिए फोन सुगंधा रानी को....
फोन उठाते ही वो गधी बोली अरे भोरे भोरे फोन दोनो मियां बीवी में झगड़ा हुआ क्या....हम बोले एकदम लपरझंडिसे है का रे तू मतलब सुबह सुबह फोन कर दिए तो हम दोनो में झगड़ा हुआ है...है ना...
पूजा झगड़ा का बात सुन के फोन मेरे हाथ से ले ली और बोली तुझको कुछ और नहीं सूझता खाली लड़ाई झगड़ा कभी प्यार मोहब्बत का भी बात कर लिया कर...सुगंधा बोली अरे बस बस हो गया हम तो सुमित जीजा का टांग खींच रहे थे तू भी तुरंत में लाल पीली हो जाती है और बता सब बढ़िया....
पूजा बोली हा सब अच्छा है और मम्मी पापा कहा है....
सुगंधा बोली मम्मी और पापा बाहर वाला कमरा में नाश्ता कर रहे है राहुल दुकान जाने वाला है और हम आज एक दोस्त के यहां जाने का सोचे है तो निकलेंगे तू पटना आई है क्या....
हम पूजा के हाथ से फोन ले लिए और बोले अरे पगली सुन तू मौसी बनने वाली है वो भी दो दो ठो भांजा भांजी की....
सुगंधा थोड़ा तेज आवाज में बोली है... भक्क सबेरे सबेरे कुछ और नहीं करे ला मिला तू दोनो को....
तो हम बोले अरे हा भाई कसम से इसमें मजाक कैसा....
सुगंधा बोली सच में
पूजा मेरे हाथ से फोन ले ली और हस्ते हुए बोली अरे गधी हम प्रेगनेंट है कल रात में डॉक्टर के यहां गए थे तो पता चला और ट्विंस है....और ये बोल कर पूजा मेरे कंधे पे मुक्का मार दी.....

उधर सुगंधा जोर से मम्मी को आवाज दी तो मम्मी शायद बाहर से ही उसको बोली क्या हुआ रे काहे चिकर रही है क्या घट गया तुमको अब नाश्ता तो करने दे शांति से....ये बोलते हुए मम्मी कमरे में आई तो सुगंधा फोन उनको देते हुए उनके गले से लग गई और बोली पूजा दी है ले बात कर....
सुगंधा को ऐसे गले लगते हुए फोन देने पे मम्मी थोड़ा घबरा गई और बोली हेलो बेटा क्या हुआ तबियत ठीक है ना तेरा....
पूजा मम्मी को प्रणाम की और बोली हा मां सब ठीक है और अभी तबियत ठीक ही रहेगा क्युकी तुम नानी बनने वाली है....
मम्मी ये सुन कर बहुत खुश हुई और सुगंधा की तरफ देख के पूजा को खूब आशीर्वाद देने लगी और फिर हमसे भी बात करवाने बोली तो पूजा हमको फोन दी तो हम भी मम्मी को प्रणाम किए तो वो हमको भी आशीर्वाद देने लगी तो हम बोले अभी आपको भी अपना कमर मजबूत करना है काहे की दो दो नाती नातिन आ रहा है....
मम्मी बोली मतलब का...हम बोले अरे जुड़वा है अल्ट्रासाउंड के रिपोर्ट में डॉक्टर कन्फर्म की है.....
मम्मी फिर से खुश हुई और इधर पापा और राहुल दोनो मां बेटी के इतनी उत्सुकता जानने के लिए अंदर आए तो मम्मी पापा को देख के बोली ए जी आप नाना बनने वाले है वो भी जुड़वा नाती नातिन के....
पूजा के पापा के लिए जैसे ये एक्सपेक्टेड था फिर भी वो खुश होते हुए फोन मम्मी के हाथो से ले लिए और हमसे बोले मुबारक हो बेटा...वो पूजा को एक्सपेक्ट कर रहे थे पर मेरी आवाज सुन कर बोले बहुत बहादुरी का काम किए हो ईनाम तैयार रखते है जल्दी से दोनो पटना आ जाओ दोनो को गले से लगा के आशीर्वाद देंगे ऐसे फोन पे नही चलेगा....
हम बोले पापा अभी तो आने के बारे में नही सोचे है फिर भी देखते है जैसा होगा आयेंगे ही....
पापा बोले हा आना ही है...अच्छा पूजा से बात करवा दे थोड़ा....
हम पूजा को फोन दिए तो पूजा सहमी हुई थी थोड़ा पर वो बात की और पापा को प्रणाम की तो पापा बोले खुश रह बेटा....और मुबारक हो हमेशा ऐसे ही फूलते फलते रह और आज से अपनी सेहत का ध्यान रखना समझी ना और पटना कब आएगी....
पूजा शायद आज डायरेक्ट बात करने के विचार में थी...वो मेरा हाथ पकड़ी और फोन स्पीकर पे करते हुए बोली पापा कुछ बात करना है आपसे....
पापा बोले हा बोल ना बेटा क्या बात करनी है....
पूजा बोली नही पापा कोई परेशानी नहीं पर शायद आप हमको आज तक दिल से माफी नही दे पाए है और ना ही मेरी शादी को मंजूर किए है....पापा सुमित से प्यार होना एक इत्तेफाक था हम जान बूझ कर कुछ नही किए थे और शादी के लिए आप सब का मंजूरी चाहिए था हम दोनो को जिसके लिए हम दोनो अपना बात रखे पर बात कुछ और ही हो गया....
पर पापा अब वो सब समय गुजर चुका है और हम उन बातो को वापिस से बोल कर अपना और आपका मन दुखी नही करवाना चाहते....
और सुमित को जीवनसाथी के रूप में पा कर हम बहुत खुश है पर पापा अगर आपके मन में अब भी कुछ बात है जो आप हम लोग को स्वीकार नही किए है....क्युकी आपका बात हर बार ये चीज जाहिर करता है...
लेकिन अब तो आप हम दोनो को अपने मन से स्वीकार कर लीजिए हमारे लिए ना सही अपने होने वाले नाती नातिन के लिए ही और अगर अब भी कुछ बात है तो बताइए कम से कम पता तो चले की किस बात की नाराजगी है....
पापा अपने और सुमित के रिश्ते की कसम खा कर बोल रहे है पूरा कोशिश करेंगे उसको ठीक करने का....
पूजा के आंखो से आंसू बह निकले थे हम उसके आंखो को पोंछते हुए उसको न रोने का इशारा किए तो पूजा अपनी आंखों को मूंद कर हा का इशारा की और मेरा हाथ जोर से दबा दी.....
पापा पूजा की हर बात सुन कर चुप थे वही उनके चेहरे के बदले भाव देख कर मम्मी, सुगंधा और राहुल क्या बात हो रहा है जानने की उत्सुक थे...

पापा कुछ देर शांत खड़े रहे और फिर वही पास में पलंग पर बैठते हुए बोले कितनी चीजे ठीक करेगी तू बेटा अपने खानदान में हुए पहले लव मैरिज को ले कर तरह तरह की बाते को....या मैने तेरी परवरिश सही से नही की उस लांछन को....या तुझको इतना पढ़ने लिखने की आजादी दी उसके लिए लगाए गए तोहमत को.....
कितनो का मुंह बंद करेगी तू बता.....अब ये सब छोड़ ये बेफालतू की बाते है समझी ये सब अपने मन से निकाल दे और अभी अपनी सेहत पे ध्यान दे...
और रही बात मेरे स्वभाव की तो हम तेरे जाने के बाद से ही ऐसे हो गए है क्या करे मेरी पहली औलाद मेरा गुमान थी ना तू पूरे घर भर में किसी की औलाद सरकारी नौकरी में नही लगी है पर तू वहां तक पहुंची और तुझको अगर नही पता तो बता दू की जब तेरी नौरकी पक्की हो गई थी ना तो हम कितने खुश हुए थे सीना तो ये चौड़ा हुआ था मेरा की क्या कहने....
सब कुछ अच्छा था बेटा पर कभी कभी भगवान ऐसी लीला रच देते है की हम इंसान उनके भवरजाल में फस कर रह जाते है....
खैर अब क्या बोले जाने दे ये सब बाते चल अब हम जा रहे है दुकान ले अपनी मां से बाते कर....तो पूजा बोली हमको माफ कीजिएगा पापा....
तो पापा बोले अरे अब रो मत इस हालत में मन दुखी नही करते समझी चल अब हस दे और आराम से रह फिर जब आयेगी तो मिलेंगे तूझसे....

ये कह कर वो वहां से उठ कर दुकान के लिए चल दिए....राहुल फटाक से मां के हाथ से फोन लिया और पूजा को बोला मुबारक हो दी और हम मामू बनेंगे वो भी दो दो बच्चो के मजा ही आ जायेगा चल अभी दुकान जाते है फिर बाद में बात करेंगे और वो भी निकल गया....
दोनो बाप बेटे घर से जा चुके थे और मम्मी पूजा से बोली अरे बेटा ये सब बात अभी क्या जरूरत था करने का....पूजा कुछ बोलती इससे पहले हम बोले आपकी बेटी को अपने घर का अपने पापा का याद आता है पर वो उस हादसे के कारण डरी हुई रहती है बस....इसी चीज को ले कर आज वो पापा से सीधे पूछ ली....
मां बोली अरे बेटा अब हम क्या बोले आज तो वो बोले है इतना बात जो तुम दोनो की शादी में बाद हम भी आज ही सुने उनके मुंह से....
चल अब छोड़ ये सब अभी खुशी का समय है....पीछे से सुगंधा बोली डबल खुशी है मां..मम्मी बोली हा और नही तो क्या अब सुन मेरी बात आज से थोड़ा ज्यादा ध्यान देना है अपने पे और ये सब सोच कर अपना मन खराब नही करना है और अच्छे से खाना पीना कर....
तो हम बीच में बोले मम्मी आप वो सब के लिए निश्चित रहिए आपकी बेटी को एकदम सर आंखों पे बिठा रखे है....
तो सुगंधा हस दी और बोली फिर तो गर्दन टेढ़ा हो गया होगा....
ये सुन कर हम सब हस दिए फिर हम बोले चलिए फिर करते है बात...और फोन कट गया....
ये सब बाते हमारे पीछे से मां और पापा सुन रहे थे जब फोन कट गया तो पापा बोले तेरे पापा का कुछ क्लियर समझ में नहीं आता पूजा बेटा है ना तो मां बोली अरे कुछ नही अब जो हो गया सो हो गया अब हमको लगता है की वो भी सब समझ जायेंगे पूजा बेटा तू सोचने मत लग जाना अब....
पापा बोले हा बेटा छोड़ ये सब पता है तेरी जेठानी लोग तो एकदम हैरान हो गई जुड़वा बच्चे के बारे में सुन कर और तेरी ननद लोग तो तुझसे मिलने को बेताब है अब ये सब होगा अगले महीने जब तेरी शादी की पहली सालगिरह को हम मनाएंगे धूम धाम से....
तिवारी भी तुम दोनो से मिलने के किए कह रहा था तो इतने में मां बोली हा बेटा तू छुट्टी के लिए अर्जी लगा लेना अगले महीने एक हफ्ते के लिए कम से कम क्युकी पूजा बेटा के हाथो अपने कुलदेवता की पूजा भी करवा आयेंगे पटना जायेंगे तो और तेरी पहली सालगिरह भी वही मनाएंगे धूम धाम से बोल क्या बोलता है....
हम बोले अरे मां तुम मेरे दिल का बात कह दी हम लोग पटना चलेंगे और छुट्टी के लिए आप टेंशन मत लेना वो सब हम मैनेज कर लेंगे....
फिर थोड़ी देर और बाते हुई और हम निकल गए ऑफिस रास्ते में पूजा को मैसेज किए....

पापा मां थे इसलिए कुछ बोले नही तुमसे पर एक बात बता दू मेरी जान की हम दोनो ने एक दूसरे को पाने के लिए बहुत मेहनत किया है और कई मुसीबतों से गुजर कर पाया है तो दुनिया लाख कुछ भी बोले हमारे बीच जो रिश्ता है जो प्यार की डोर है उसको कोई तोड़ नही सकता एंड तुम ये सब सोच के परेशान नही होना वरना हम और ज्यादा प्यार करने लगेंगे फिर तुम संभालना कैसे संभालेगी और देखो देखते देखते एक साल गुजरने को है और हमे पता भी नही चला पर कोई बात नही इस साल दोनो को आ जाने दो भगवान ने चाहा तो अगले साल शादी की दूसरी सालगिरह पे एक और आ जायेगा....
आई लव यू जान मेरा मिलते है दोपहर में वेट करना मेरा आज खाने से पहले तुम्हारे होंठो को खायेंगे हम.....

पूजा का तुरंत जवाब आया जान हमको पता है की हम दोनो को अब कोई अलग नही कर सकता क्या आप भी और हम परेशान नही है बस थोड़ा सोच रहे थे पापा के बारे में पर अब आपका मैसेज पढ़ कर हम एकदम ठीक है और शादी का एक साल गुजर गया इतना जल्दी वो इसलिए क्युकी आप इतना प्यार से रखते ही है हमको की समय कब बीत गया पता ही नही चला समझे और रहा बात प्यार करने का तो कीजिए ना जितना आपको करना है हम मना थोड़े किए है पर अगला साल फिर से एक लल्ला लल्ली का जरूरत नहीं है टीम थोड़े ना बनाना है अपने को पर आप बैटिंग बोलिंग करते रहिए आपको उसके लिए मना नही है.....
और आप चले जाते है तो हम आपका वेट ही करते रहते है जान आइए आज आपको एकदम मीठा मीठा चुम्मा देंगे माय लव माय लाइफ....

हम बोले अरे जान ऐसे मत बोलो वरना रास्ते में से ही लौट आएंगे हम...
वो बोली नही नही जान पहले काम फिर ईनाम....
हम हसने वाला इमोजी भेजे और बोले चलो फिर जा के आराम करो अभी से ही मत लग जाना खाना बनाने में थोड़ा आराम कर के....
पूजा बोली वो सब आप छोड़ दीजिए मां है आपके जाते ही हमको कमरे में भेज दी बोली जा के आराम कर आवाज देंगे तो आना खाना बनाएंगे साथ में....हम मां को बोले भी की ये मेरा काम है तो वो बोली अरे अब तू हिसाब ले के मत बैठ जाना चल जा भाग....

हम बोले एकदम ठीक की मां अरे मजाक थोड़े है अंदर दो दो नन्ही सी जान है उनका भी तो
खयाल करना होगा ना....चलो अब करते है बात बाद में आई लव यू जान....
पूजा का जवाब आया आई लव यू टू जान....
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उस दोपहर जब घर आया तो पूजा ने खुद को एकदम मस्त सजा कर रखा था...हम उसको देखे तो दरवाजे पे ही बोले आज तो लग रहा की ऑफिस जाने नही देगी तुम वापिस....पूजा घर में आते हुए बोली पापा और मां बाहर गए है बोले कुछ खरीदना है और चले गए अभी आधे घंटे पहले तो हम सोचे की अपनी जान को क्यू ना थोड़ा स्पेशल लंच करवाया जाए....
और ये बोल कर वो हमको अपने आलिंगन में ले ली तो हम भी तुरंत उसके चेहरे को हाथो में लेते हुए बोले कितनी सुंदर लग रही है तुम पता भी है ऊपर से ये गहरा लाल लिपिस्टिक मतलब मेरा मूड पूरा बना के ही मानेगी आज है ना.....वो मेरे एक हाथ पे चूमी और बोली दो दिन हुआ आप अभी तक अपने शहजादे को मेरी रानी से मिलवाए नही है तो हम बंदोबस्त कर दिए....ये सुनते ही हम उसके चूतड़ों को थामते हुए बोले फिर तो इनको उतार दो...पूजा हस कर बोली ध्यान से वरना इन दोनो को चोट लगेगा....
हम तुरंत नीचे बैठे और पूजा के पेट पे चूम कर बोले इन दोनो को तो अपने पलको पर बिठा कर रखेंगे चोट कहा से लगने देंगे....
पूजा मुस्कुरा दी और बोली चलिए लंच कर लीजिए अब....हम उठ कर पूजा को पकड़े और उसको लिए दिए सोफे पे बैठ गए और अब मेरी जान मेरे गोद में थी....
हम उसके चुचियों पे हाथ जमाए और एक हाथ से उसके चेहरे को पकड़ कर होंठ से होंठ जोड़ दिए और अब चूमते चूमते हम उसके चेहरे को छोड़ ब्लाउज के हुक खोलने लगे और कुछ ही पलों में मेरी जान की नंगी चूचियां मेरे हाथ में थी और उनको हम दबाने लगे और साथ साथ उसके खड़े हो चुके निप्पल को उमेठने लगे कुछ देर दबाने उमेठने के बाद पूजा चुम्बन तोड़ते हुए मेरे कंधे वो झुक गई और बोली आप पागल कर देते है हमको तुरंत में गंदे आदमी...नीचे मेरा लंड खड़ा हो कर उसके जांघो पे लग रहा था हम बोले नीचे कुछ महसूस नही हो रहा है क्या....तो वो बोली हो रहा है पर अभी टाइम है आपके पास....हम उसके बदन से ब्लाउज को उतारते हुए बोले इसमें भी सोचना होगा जान अपने को तो लानत है हम्पे.....
पूजा मुस्कुरा कर बोली आप जानिए आपका काम जाने पर ये करने से पहले खाना खाइए....हम बोले सुनो ना इन सब को उतार दो ना....वो मेरे आंखो में देखते हुए बोली आप खुद उतार दीजिए...
हम उसको अपने गोद से उतारे और वो मेरे सामने खड़ी हो गई तो हम उसकी साड़ी के कमर वाले हिस्से को ढीला किए और फिर तुरंत ही उसके पेटीकोट के नाड़े को भी ढीला कर दिए....पूजा मेरे कंधे पे हाथ रख कर बोली अरे जान क्या हुआ एक एक कर के उतारिए ना....हम बोले रुको ना एक मिनट इधर उसका पेटीकोट तो जमीन पे आ गया पर साड़ी फसी रह गई पर उसकी चूत और चूतड नंगे हो चुके थे....हम उसको उसी अवस्था में घुमा कर अपने गोद में फिर से बिठा लिए और बोले बस इतना काफी है इसमें तुम ज्यादा सेक्सी लग रही है...पूजा बोली आपका भी न हमको कभी कभी समझ नही आता....फिर उसको उसी तरह गोद में लिए उठे और किचन में आ गए जहा उसको खड़ी किए और वो खाना निकालने लगी....
खाना निकालने के बाद उसको फिर से उसी तरह उठाए तो वो बोली ध्यान से वरना दोनो कोई गिरेंगे....
हम बोले नही गिरेंगे डार्लिंग जस्ट वेट एंड वॉच....हम उसको ले कर हॉल में वापिस आए और फिर उसको खड़ा किए तो वो थाली टेबल पे रखी जब तक हम अपना पैंट उतार दिए और फिर से उसको अपने गोद में ले लिए....पर मेरा लंड अब मानने से रहा क्युकी उसका सामना सीधा पूजा की गीली चूत से हो गया था....
हम उसकी चूची को खींच कर दबाते हुए बोले पैंट के ऊपर से गरम गरम लग रहा था पर पैंट के नीचे से पता लग रहा है की तुम्हारा तो इंजन में पूरा पानी भरा हुआ है निकालना जरूरी है मेरा पाइप सेट डालना ही पड़ेगा है ना....पूजा मेरे कान के निचेले हिस्से को मुंह में ले कर चुभलाई और बोली सब आपका किया धरा है फरमाइश आप ही किए थे....
हम फिर अपने अंडरवियर से लंड को बाहर निकाले और पूजा तुरंत खुद को एडजस्ट की और मेरा लंड तुरंत अपने अंदर ले ली....
मेरे पे झुकते हुए सिसक कर बोली हो गया लंच आपका आज....हम बोले हो रहा है लंच देख नही रही हो...पूजा हस दी और बोली आप ना पागल है पागल...खाना बर्बाद नही करना है...हम बोले मेरा तो दोनो हाथ बिजी है तुम ही खिलाओ अपने हाथ से....वो थोड़ा आगे की ओर झुकने को हुई तो हम एक हल्का सा झटका मारे तो पूजा कसमसाते हुए बोली ऐसे कीजिएगा तो खिला दिए हम खाना आपको आराम से रहिए ना....
हम बोले इसके मिलन के बाद ये मेरे कंट्रोल में नही रहता है....पूजा कुनमुनाते हुए बोली बै जान आपका ऑफिस भी है ये गलत सीन हो गया अभी....हम बोले अच्छा रुको तुम आराम से रहो वो खुद ब खुद अपना काम कर लेगा....और पूजा वापिस थोड़ा आगे झुक कर थाली उठाई और मेरे को खाना खिलाने लगी....हम बोले तुम भी खाओ तो वो बोली हम खाए है....
हम बोले फिर भी खाओ हम कह रहे है ना....पूजा तीन चार चम्मच हमको खिलाती तो एक चम्मच खुद खाती....पर लंड महाराज की गर्मी पूजा से सहन नही हो पा रही थी इसलिए आधे से ज्यादा खाना खिलाने के बाद वो थाली नीचे रखी...रखी क्या थोड़ा तेजी में सरका दी और मेरे कंधे पे हाथ रख कर अपना कमर चलाने लगी....और उसकी दोनो चूचियां मेरे आंखो के सामने थी जिनको हम चूसने लगे और अपने हाथ उसके चूतड़ों पे रख दिए बीच बीच में उसके गांड़ के छेद को कुरेद देते तो उत्तेजना में वो वो जोर से सिसकी लेती.....
जैसे जैसे हम दोनो अपने प्रेम के सागर में डूब रहे थे वैसे वैसे पूजा शांत हो कर सिसकियां ले रही थी और मेरा कमर हिलना चालू हो गया था.....

हम इस बात का ध्यान रखे हुए थे की ज्यादा जोर से नही करना है और मेरे साथ साथ पूजा भी ध्यान दे रही थी जब कभी उसको लगता की जोर से है तो वो खुद रुक जाती....
थोड़े देर धक्के लगाने के बाद पूजा एक लंबी सिसकारी के साथ झड़ी और उसके तुरंत बाद हम झड़ने को थे तो हम पूजा को चूतड़ से पकड़ कर उठाए और उसकी साड़ी पे और कुछ अपने जांघ पे झड़ गए....
पूजा हाफ्ती हुई बोली अंदर क्यू नही छोड़े आप हम बोले अरे डॉक्टर से पूछ लेना फिर अभी पहले वाली बात नही रही ना जान वरना अभी तक में तो तुम पस्त हो जाती....
पूजा शर्मा कर मेरे होंठो पे चूम ली और बोली माय सेक्सी हब्बी.....
हम दोनो पसीने में लतपथ हो चुके थे तो हम बोले नहा ले क्या...तो वो खाने वाला थाली उठाई और बोली पहले इसको खतम कीजिए फिर फ्रेश हो लीजिए हम पैंट दूसरा देते है.....
थोड़ी देर बाद मेरी जान नाइटी में थी और हम फ्रेश हो कर अपना कपड़ा बदल ही लिए थे पूरा आज लंच में आधा घंटा में बजाय एक घंटा लग गया....खैर अपनी जान को आता हु बोल कर भागे ऑफिस और फिर सीधा शाम को ही दर्शन दिए.....

इसी तरह कुछ दिन और बीते और इस बीच हम लोग डॉक्टर से मिलते रहे और जरूरी चीज जो करनी चाहिए थी वो करते रहे और साथ ही साथ ट्रेवलिंग के लिए पूछे तो डॉक्टर बोली अभी चौथा महीना चढ़ने वाला है तो पहले ये तय कर लीजिए की पटना में रहना है की यहां भोपाल में क्युकी एक इंटरवल के बाद ट्रेवलिंग सेफ नहीं रहेगा....तो मां बोली की अभी तो ये तय नही है पर हमरा परिवार पटना में है तो ज्यादा चांस है की पटना ही रहेगी तो डॉक्टर बोली कोई बात नही पूजा एकदम हेल्दी है और ट्विंस भी सही से ग्रो कर रहे है....बस जैसे अभी तक अपना रहन सहन मेंटेन करते आई हो वैसे ही आगे भी रखना है सब अच्छे से हो जाएगा....

अल्ट्रासाउंड करवाते वक्त पूजा हम दोनो से रिलेटेड बात भी पूछ ली थी तो डॉक्टर बोली अगर जेंटली करते हो तो कोई दिक्कत नही पर रफ इंटरकोर्स से बचना है और बाकी सब ठीक है तुम्हारे में....और रही बात स्पर्म अंदर इजाकुलेट करने की तो वो भी सही है उससे भी कोई दिक्कत नही एंड आई नो योर हसबैंड बहुत केयरिंग नेचर के है पर जैसा तुम बताती हो ईट सिम्स की वो नॉटी भी है....पर कोई बात नही यू बोथ हैव म्यूचुअल अंडरस्टैंडिंग सो इट्स कंप्लीटली ओके....
पूजा जब ये बात हमको बताई तो मन तो हुआ की सब दिन का कोटा एक बार में ही निकाल ले पर फिर खुद को कंट्रोल किए और मेरी जान भी बोली अरे आप घबराते क्यू है हम यही है और चौथा महीना स्टार्ट हो गया है पांच महीना और बस फिर तो कोई दिक्कत नही होगा और हा डॉक्टर बता रही थी की अगले महीने से बेबी बंप दिखने लगेगा और इस महीने के अंत तक पैर चलाने लगेंगे फिर थोड़ा केयरफुल रहना होगा...
हम बोले अरे नही रे पगली हम तो खुश है की डॉक्टर ने मेरे को रेड सिग्नल नही दिया वरना हम तो अलबलाइए के रह जाते....और अगले महीने से ये दोनो अपना पैर चलाने लगेंगे तो फिर तो इनसे रोज बात होगा और एक्स्ट्रा केयर भी रखा जाने लगेगा....क्यू बेटा लोग है ना बाप का हर बात मानियो जब तब अपनी मम्मी को परेशान किया ना तो बाहर आने पे क्लास लगाएंगे दोनो का....
पूजा हस दी और बोली आप ना पागल है उतनी नन्ही सी जान का क्लास लगाइएगा आप.......
आपसे पहले इसकी दादी आपका क्लास लगा देगी.....हम बोले हा यार ये तो है....

अपने ऑफिस में हम छुट्टी के लिए अप्लाई कर चुके थे और इस हफ्ते हमे पटना निकलना था और यहां से जाने के बाद एक बार फिर से हमें लग रहा था की मेरी जान से कुछ दिन की दूरी होने वाली है क्युकी अब पूजा भोपाल आयेगी तो हमारे बच्चो के साथ ही आयेगी....
 
बहुत दिनों बाद आपका थ्रेड देखा, तो पाया कि नया अपडेट आया हुआ है।

पढ़ कर अच्छा लगा - पूजा और सुमित जिस परिणाम के लिए मिशन मोड में लगे हुए थे, वो सार्थक हुआ, और समय पर जुड़वाँ बच्चों के माँ बाप बनने वाले हैं।
यह बढ़िया रहा! संतान का होना, न केवल परिवार की उपलब्धि है, बल्कि समाज और देश की भी। और अगर माँ बाप अच्छे संस्कारों वाले हैं, तो बहुत संभव है कि बच्चे भी अच्छे संस्कारों के साथ ही बढ़ते हैं। पूजा और सुमित का सुन कर लगता है कि वो बहुत सुखी रहने वाले हैं।

पूजा के बाप का मूर्खतापूर्ण व्यवहार नहीं समझ आता मुझको। हम समाज से नहीं हैं - वो समय बीत गया, जब हम समाज के रहमों करम पर जीते थे। अब हम हैं, तो अपने चाहने वालों के कारण! बड़ी बेटी ने प्रेम-विवाह कर लिया, तो छोटी बेटी पर उसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता। और ऐसा नहीं है कि बड़ी ने किसी स्ट्रीट-अर्चिन को पकड़ा हो! कमासुर पति है, गुणी है, प्रेम करने वाला है! अधिकतर अरेंज्ड शादियों में इनमें से केवल एक ही गुण मिलता है - तीनों नहीं! और जो समाज आपकी ख़ुशी से ख़ुश नहीं है, उस समाज से आपको किसी भी तरह की उम्मीद है, तो आप अव्वल दर्ज़े के मूर्ख हैं!

इस अपडेट के पहले सुमित के पिता और उसके भाई के बीच हुए प्रोपर्टी विवाद पर भी एक बात कहना चाहूँगा - बच्चे क्यों और कैसे भूल जाते हैं अपने माता-पिता का त्याग? कैसे वो उनकी बनाई / कमाई वस्तु पर अपना अधिकार सिद्ध मानने लगते हैं? सुमित की माँ का कहना सही था - एक कागज़ के बूते क्या वो अपने बाप को उनकी दुकान से बाहर कर लेगा? कैसा धोख़ेबाज़ है वो! सही में - खून नहीं, पानी होगा उसकी रगों में! पूत सपूत तो का धन संचय, पूत कपूत तो का धन संचय!

आपकी कहानी से मिलता जुलता उदाहरण मैंने देखा है।

मेरी पहचान में एक अंकल जी हैं। साधारण, मध्यमवर्गीय परिवार। उनके दो बेटे हुए - पहले की शादी में दिल खोल कर खर्च किया; बड़ी बहू के लिए ज़ेवर इत्यादि खूब दिए। बड़ा बेटा नालायक था। कोई काम ठहर कर नहीं किया उसने। जाहिर सी बात है, बहू को कुण्ठा होने लगी - लेकिन वो कुण्ठा पति पर नहीं, बल्कि सास-ससुर पर निकलने लगी। आये दिन झगड़े। सास ससुर का जीना हराम!

छोटे बेटे ने प्रेम-विवाह किया। पढ़ी लिखी, कैरियर ओरिएंटेड लड़की... सरल हृदय वाली! बस, दो तीन मुलाक़ातों में ही उसने अपने सुन्दर व्यवहार से अपनी सास ससुर पर जैसे मोहनी डाल दी हो! जो भी हो, संसार का प्रत्येक व्यक्ति प्रेम का ही भूखा है - साइकोपाथ न हो तो! शादी होने को आई, तो माता जी लगीं झंखने... सब कुछ तो पहले बेटे के ब्याह में स्वाहा कर दिया; छोटी बहू को देने के लिए कुछ बचा ही नहीं। लेकिन, छोटी को इसकी चाह ही नहीं थी। वो भी बस अपनी सास का प्रेम ही चाहती थी। उसने सास के पाँव पकड़े और बोली, अम्मा, बस मेरी माँ बन के रहना! वो दिन है, और आज का दिन है - छोटी बहू जब ससुराल से निकलती है, तो वहां से अपने घर (दूसरे शहर) पहुँचने तक आँसू बहाती है, और सास भी!

हाल ही में, बड़ी ज़िद कर के छोटे बेटे और बहू ने उनको अपने घर बुला लिया। सभी सुख से हैं अब! हाँ, सास अब बहू के पीछे पड़ी है कि बेटा दादी या नानी जो भी बनाना हो मुझे, अब बना दे! बहुत बूढ़ी हो गई, तो बच्चे खिलाने में थकावट होने लगेगी।
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अब आप कहें, कैसे हैं आप? आशा है सब ठीक है। स्वास्थ्य पर ध्यान रखिए। अच्छा खाईए, बढ़िया नींद लीजिए। पठन पाठन करते रहिए। लेखन तो कर ही रहे हैं
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शीघ्र ही सब ठीक हो जाएगा! मिलते हैं!
 
हमारी शादी की पहली सालगिरह तो थी ही और उसके साथ साथ इतना बड़ा खुशी का मौका भी था जो ये साबित हम और पूजा दोनो अपने प्यार में सफर में एक कदम और आगे बढ़ चले थे मां बाप बनने के लिए....हमारे दोनो बच्चे जब आ जायेंगे तो हमारा परिवार पूरा हो जाएगा और फिर शुरू होगा जिंदगी का एक नया सफर.....
पूजा भी अब पूरे एहतियात बरत रही थी और जितना हो सके खुद का खयाल रख रही थी क्युकी डॉक्टर ने उसको बता दिया था की ट्विंस है तो ताकत भी दुगनी लगेगी नॉर्मल डिलीवरी के लिए इसलिए जितना हो सके खुद को मजबूत रखे और अच्छे से सेहत का खयाल रखे जो आगे जा के उसकी मदद करेगा वरना फिर ऑपरेशन की नौबत आ जायेगी....और ऑपरेशन के लिए ना पूजा चाहती थी ना ही हम....
और पूजा को हम जानते थे वो किसी भी तरह कर लेगी क्युकी उसकी सबसे बड़ी ताकत हम उसके साथ रहेंगे ना....

खैर इन्ही सब नन्हे नन्हे कदमों को उठाते हुए हम दोनो पापा और मां के साथ भोपाल से सुबह तीन बजे पटना के लिए निकले और शाम के साढ़े सात बजे पटना पहुंच गए....
पटना आने के बाद बड़ी भाभी और भईया घर आए और उनके साथ में तिवारी अंकल आंटी भी आए और इस बार हमारे आने से घर में उत्सव जैसा माहौल बन गया था......
घर आए अभी कुछ देर ही हुए थे पर ऐसा लग रहा था की हम लोग भोपाल गए ही नही थे यहीं थे सब कोई ऐसे घुल मिल गए थे वही हमारा जिमी बेचारा पटना आने के बाद वो फिर से अपने लिश में बांध दिया गया था वैसे भी पिछला कांड उसका अभी तक मेरे को याद था पर क्या ही कर सकते है बांधने के अलावा कोई उपाय भी नही था पर वो भी समझता था और वैसे भी हम या पूजा उसको रात में खुला छोड़ देते थे जिससे वो जहां मन होता वहां बैठ जाता या सो जाता....
सब सामान निकाल कर मां पापा के कमरे में रखे और फिर अपना सामान ले कर अपने कमरे में आए....जबकि नीचे मां पहले पूजा डार्लिंग को हाथ मुंह धोने बोली और साथ में हमको भी बोली की जल्दी से हाथ मुंह धो कर नीचे आ....नीचे आए तो मां ने पूजा घर में हम दोनो को प्रणाम करवाया और फिर मां ने मन्नत मांगी की सब कुछ अच्छे से हो जाएगा तो इन दोनो और उनके होने वाले दोनो बच्चो के हाथ से पूजा करवाएंगी....
इसके बाद मां पूजा को बोली चल अब ऊपर भाग जा के पहले अच्छे से फ्रेश हो ले और फिर कुछ खा कर दवाई ले तिवारी आंटी और बड़की ऊपर ही मिल लेगी ऊपर आ कर पर पूजा बोली नही मां अभी ऊपर नही जायेंगे थोड़ा देर में प्लीज ना.....
तो पापा बोले अरे रहने दो अभी यहां सब कोई उसके लिए ही आया है और उसको ही तुम ऊपर भगा रही हो....
मां बोली अरे हम तो एहतियातन बोल रहे थे आप भी ना...तो हम बोले अरे हो गया थोड़ा देर में चली जायेगी ऊपर वो खुद ही एक सुबह के जागे है हम सब कोई.....
फिर हम, भईया, पापा, मां और तिवारी अंकल आंटी सब कोई मां के कमरे में बैठे जबकि पूजा भाभी के साथ किचन में चली गई....
वहां दोनो मिल में चाय बनाई और चूड़ा भूंजी क्युकी तिवारी अंकल आंटी थे कुछ तो देना बनता था चाय से केवल काम नही चलने वाला था.....
खैर थोड़े देर के मेल मिलाप के बाद भईया भाभी और तिवारी अंकल आंटी अपने घर की तरफ प्रस्थान किए और हम चारो अपने अपने बिस्तर की तरफ और मेरा तो बदन पूरी तरहबसे थका हुआ था क्युकी आज हम अकेले ड्राइव किए थे पूरा रास्ता और इस चीज को पूजा भी बखूबी समझ रही थी इसलिए कमरे में आते ही वो हमको अपने आलिंगन में ले ली और बोली क्या हुआ मेरी जान को थक गए है ना आप.....
हम प्यार से उसके होंठ पे चूमते हुए बोले हा जान थक तो गए है पर तुम्हारी इन ब्लाउज से झांकती घाटी को देखने के बाद सब थकान फुर्र हो रही है धीरे धीरे सब की सब भाग जायेगी अगर एक बार इनको खोल के अच्छे से देख लू तो....पूजा मेरे नाक को पकड़ के बोली हर वक्त बस एक ही चीज चाहिए रहता है आपको है ना जान मन नही भरता है आपका......
हम उसके चूतड़ों पे अपने हाथ रखते हुए बोले भला ऐसी परी जैसी बीवी और उसपे ऐसा नशीला हुस्न तो फिर मन कैसे भरेगा पगली....पूजा मेरे होंठ पे चूम कर बोली बस बस बात मत बनाइए कपड़ा बदल चुके है अब चलिए एक मस्त वाला चंपी कर देते है सर में ठंडा तेल लगा कर चुटकी बजाते नींद आ जायेगा....हम बोले अरे नही तुम भी ये साड़ी के जंजाल से खुद को आजाद करो फिर सोते है....
पूजा बोली नही जान हमको आपका चंपी करना है तो करना है बस समझे ना चलिए अब जिद नही कीजिए.....
तो हम बोले ठीक है पर इस जंजाल से तो तुमको आजाद करने दो हमको.....पूजा बोली एक शर्त पे की आप केवल कपड़े चेंज करने में मदद कीजिएगा नाकि अपना बदमाशी स्टार्ट कर दीजिएगा....
हम हस कर बोले अरे ये क्या शर्त हुआ और अपने बीच कब से शर्त लगने लगा जान....
पूजा बोली आज आप उतना गाड़ी चलाए है ना इसलिए ये शर्त लगा है वरना ऐसे आपको मना थोड़े है....हम बोले अच्छा चलो शर्त नही लगाता पर हा छुऊंगा जरूर....
पूजा मेरे गले में अपना हाथ डालते हुए बोली फिर तो हो गया आपका एक टच हमको पागल बनाने के किए काफी है और आप तो ठहरे आप तुरंत में स्पीड पकड़ लेते है.....
इस बात पे दोनो कोई हस दिए और फिर हम शुरू किए अपनी जान की साड़ी उतारना और नाइटी पहनना और जब पूजा नंगी खड़ी थी और नाइटी डालना चाह रही थी तो हम उसको रोके और नीचे घुटनों के बल बैठ कर फटाक से अपनी जान की चूत को चूम लिए तो पूजा कसमसाकर बोली हो गया ना करने लगा ना बदमाशी आप बै ना जान.....
हम बोले हा तो क्या हो गया वैसे भी तुमको तो पता है ना.....
और फिर दुबारा से चूम लिए तो पूजा इस बार कुछ नही बोली बस वैसे ही खड़ी रही और हम उसके आंखो में देख कर मुस्कुरा दिए और फिर से दो तीन बार चूम लिए तो पूजा एक हल्की सी सिसकारी भरते हुए अपने पैरो को थोड़ा फैला दी और मेरे सर पे प्यार से हाथ फेर दी और बोली अब अगर कुछ किए ना तो मेरा मन कर जायेगा फिर आप सोचिएगा....
हम थोड़ा ऊपर उठे और पूजा के पेट पे अपना कान लगाए और बोले देख रहा है ना बच्चा लोग अपनी गुंडी मईया को मन खुद का होता है और इल्जाम हम पर लगाती है....पूजा बोली हाय जान आप कितने गंदे है हटिए हमको पहनने दीजिए मेरा नाइटी....
हम फिर खड़े हुए और उसकी नाइटी को ले के एक कोने में फेक दिए और तुरंत अपने आप को भी प्राकृतिक रूप में ले आए और फिर अपनी जान के साथ बिस्तर पे चढ़ गए वो बोली जान आपका ना कुछ समझ नहीं आता है हमको....हम बोले अरे अभी सो लो फिर तो कुछ दिन के लिए दूरी होने ही वाला है....पूजा ये बात सुनते ही मेरे से एकदम चिपक गई और मेरा हाथ उठा कर अपने कमर पे रखती हुई बोली जान प्लीज ना कुछ भी कर के आप हर हफ्ते आ जाइयेगा ना मेरे पास पिछला बार वाला कोई बात भी नही है.....

हम बोले हा जान तुम एकदम निश्चिंत रहो तुम्हारे जान तुमको इस बार अकेला नही छोड़ेंगे...और मेरी जान के लिए हम बहुत प्लानिंग कर रखे है हम खुद तुमसे दूर नही रह पाएंगे पगली और ये बोल कर उसको चूम लिए.....तो पूजा मुस्कुरा कर बोली आपका साथ ना मेरे लिए ऑक्सीजन जैसा है आप नही रहते है तो घुटने लगते है हम और अब तो ये दोनो भी है देखिएगा हमसे ज्यादा ये दोनो आपको प्यार करेंगे क्युकी मेरा वाला प्यार का हार्मोन सब इन दोनो में ट्रांसफर हो रहा है फिर आपसे लटकने वाले तीन तीन हो जायेंगे संभालिएगा....हम पूजा की आंखों में देखते हुए बोले इन दोनो का तो पता नही पर अगर तुम लटकेगी तो फिर अगले साल दुबारा से इन दोनो के भाई या बहन आने का चांस जरूर रहेगा....पूजा मेरे गाल पे चूमने में बजाय दात से काट ली और बोली खाली मेरे को परेशान करते रहते है कब मौका मिले की बस....
हम बोले बस क्या आगे भी तो बोली....पूजा गंदे आदमी बोल में मेरे सीने में अपना मुंह घुसा ली और बोली....मौका लगे की घूस जाए अंदर....
हम उसके चूतड़ों पे एक हल्का सा थप्पड़ मारते हुए बोले मेरा दोनो बाल बच्चा देख ले अपनी मईया का गुंडापन क्या क्या बोलते रहती है.....
पूजा मेरे को देखते हुए बोली सब आपसे ही सीखे है इसमें मेरा कोई दोष नही है हम इनोसेंट सी लड़की थे आप इतना प्यार दे दे के हमको ऐसा बना दिए है हा न तो......
हम बोले यस माय लव बिकॉज आई लव यू....तो पूजा मेरे निप्पल को दांत से चुभलाते हुए बोली एंड आई लव यू टू इसी तरह प्यारी प्यारी छेड़खानी और बाते करते हुए दोनो एक दूसरे की बाहों में लिपटे सो गए....
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सुबह उठने में काफी लेट हो गया हम दोनो को और जब नीचे गए तो देखे की मां नाश्ता बना चुकी है....पूजा को देख के मां बोली अरे बेटा आ जा नाश्ता तैयार है गरम गरम कर लें....
पूजा बोली मां आप सुबह सुबह इतना काम कर ली और अगर तबियत बिगड़ा तो....आप हमको क्यू नही बोली.....
मां बोली अरे लड़की क्या बात हुआ था भोपाल में इस बारे में हा....तो फिर चल अब ज्यादा दिमाग मत लगा.....
पूजा मुंह बिचका के रह गई और हम हस कर बोले अरे टेंशन मत लिया करो अपनी मां सुपरमैन से कम थोड़े है....
तो मां बोली अरे सुपरमैन नही बेटा अपना पोता पोती के लिए इतना तो कर ही सकते है और ये पहला मौका होगा जब अपना पोता पोती को सही से खेला पाएंगे अपने गोद में उसको सब कुछ कर पाएंगे और तुझको पता है तेरे पापा ना बहुत बात करते है उन दोनो को ऐसे खेलायेंगे ये करेंगे ये कपड़ा पहनाएंगे और कपड़ा से याद आया तेरे पापा का तो कपड़ा का ही दुकान है बस फिर तो एकदम लाल पीला टुनमुनिया बना कर रखेंगे दोनो को....

हम और पूजा उनकी बेताबी को अच्छे से समझ रहे थे इसलिए हम बोले उनके आने के बाद आप दोनो ही संभालियेगा हम और पूजा तो फिर से हनीमून पे चले जायेंगे....
तो पूजा शर्मा गई और वहा से मुस्कुराते हुए किचन में चली गई और इधर मां जोर से बोली अरे बेशर्म कुछ तो सोच कर बोला कर....
हम हस दिए फिर मां भी हस दी और बोली चल तेरे पापा से शिकायत लगाते है तेरा.....
..
....

फिर सब ने नाश्ता किया साथ में और उसी दरमियान मां पूजा को बोली की सालगिरह वाले दिन पूजा करने जाना है और साथ में दोनो बच्चो के लिए मन्नत भी मांग कर आयेंगे ताकि सब कुछ अच्छे से हो जाए.....
पूजा बोली ठीक है मां
तो पापा बोले तब बेटा आज का क्या प्लान है ऐसा करो आज मां से मिल आओ फिर क्या पता मौका लगे ना लगे क्युकी सुमित बेटा तो लौट जायेगा ना....
मेरे लौटने की बात पे पूजा मेरा मुंह देखने लगी...तो मां उसको बोली अब अभी से रोने मत लग जाना दोनो के दोनो....और बेटा तू सुन अभी ही बता दे रहे है हर हफ्ते तू आ जाना यहां ठीक ना....
हम मुस्कुरा कर बोले जो हुकुम रानी साहिबा....तो मां बोली अच्छा बेटा आज ज्यादा बोली नही निकल रहा तेरा....पापा बोले अरे तो गलत क्या बोला वो...उनकी इस बात पे हम तीनो हस दिए सिवाय मां के....

फिर पापा बोले तब हीरो लाल क्या सोचा है अपना पहला सालगिरह कैसे मनाना है.....मां बोली अरे दो दो खुशी का मौका है अच्छे से मनाएंगे पर सब घरवाले ही रहेंगे बाहरी कोई नही....
हम बोले हा सब कोई अपने घर का ही रहेगा और एक छोटा सा पार्टी टाइप कर लेंगे क्यू मैडम ठीक है ना....पूजा मेरा हाथ पकड़ी और बोली हम तो इसी बात से खुश है की हम दोनो के झोली में भगवान ने इतनी बड़ी खुशी डाल दिए वो भी अपनी पहली सालगिरह आते आते....अब इन दोनो के आ जाने के बाद अपना परिवार कंप्लीट हो जाएगा और इस मौके को आप जैसे चाहे वैसे मनाइए हम सब में ओके है...
हम बोले फिर भी कुछ फरमाइश हो तो बता दो ना....तो पूजा कुछ देर सोची और बोली हमको थोड़ा बाहर जाना है तो मां बोली बेटा अभी कैसे जायेगी पगली...
तो पूजा बोली प्लीज ना मां प्लीज जल्दी आ जायेंगे वापिस....तो मां पापा के तरफ देख कर हसने लगी तो पापा बोले अच्छा बड़ी बहू के साथ चली जाना मार्केट पर ज्यादा दूर नहीं और जो लेना है ले कर जल्दी घर आ जाना आज शाम में चली जाना....
हम बोले पापा अभी तो बोले की ससुराल हो आ तो वहा से शायद आने में लेट हो....
तो मां बोली अरे तो नाश्ता कर ही लिए हो पूजा बेटा अपनी दवाई वगैरह खा लेती है अभी साढ़े आठ बजा है....आराम से दस बजे तक निकलो तैयार हो कर और उधर ही पूजा बेटा को जो काम है वो करवा के घर से होते हुए लौट आना.....
तो पूजा बोली हा ये ठीक रहेगा तो मां बोली तो फिर जा दवाई खा पहले तब तक ये अपने पापा के साथ थोड़ा दुकान हो आएगा....इसके बाद हम निकल लिए पापा के साथ दुकान और इधर मेरे जाने के बाद पूजा मां से बोली की उसको मेरे लिए सालगिरह का गिफ्ट लेने और थोड़ा ब्यूटी पार्लर जाना है....तो मां बोली अरे बेटा हम समझते है तेरी सास इतनी भी बुद्धू नही है....

थोड़ी देर बाद जब घर लौटा तो पूजा कमरे में अपने पहनने के लिए साड़ी निकाल रखी थी और मेरा भी कपड़ा निकली हुई थी और मोबाइल में मेरे साथ वाली फोटोज देख रही थी और एकदम खोई हुई थी उसमे यहां तक की मेरे आने का भी उसको पता नही चला था....
हम उसके पास गए और बोले अरे जान क्या हुआ.....
वो हमको देख के मेरे को अपने बाहों के घेरे में ले ली और बोली जान आप भी रहिए ना मेरे साथ अपना ट्रांसफर करवा लीजिए ना पटना कुछ भी कर के कम से कम जब तक ये दोनो हमारे पास नही आ जाते तब तक....आप चले जाइयेगा तो फिर हम तीनो का ध्यान कौन रखेगा....और सबसे बड़ी बात आपकी जान आपके सीने पे सर रखे बगैर सोएगी कैसे....
हम बोले अरे जान ऐसा कैसे हो सकता है अगर मेरे बस में होता ना तो ये काम हम कब का कर लेते पर तुम टेंशन क्यों लेती है अभी हम ऑफिस से दस दिन की छुट्टी ले कर आए है ना तो फिर.....

पर मेरी पूजा डार्लिंग तो डार्लिंग कम बच्ची ज्यादा है.....उसका मन अभी से ही व्याकुल था की हम फिर से उससे दूर हो जायेंगे जबकि अभी तो उसको मेरी सबसे ज्यादा जरूरत है वो ये सब सोचते हुए अपना मुंह बना ली....
हम उसको बोले अरे मेरी जान अब जो जरूरी काम है उसको तो करना ही है ना और मेरी डार्लिंग को हम जानते है वो समझेगी अपने सुमित की परेशानी वरना उसका सुमित उसको छोड़ कर कभी कही जाने का सोच सकता है भला....
पूजा नम आंखों से मेरी तरफ चेहरा उठा कर देखी और फिर अपने बाहों के घेरों को और कस ली हम उसको खड़ा किए और अपने आलिंगन में लेते हुए बोले अरे जानेमन अब रो मत चलो अब रेडी हो जाओ फटाफट....
पूजा मेरे सीने पे अपना चेहरा सटाते हुए बोली आप ना बहुत गंदे है....हम बोले हा हम गंदे है पता है हमको चलो चलो अब कपड़े बदलो वरना तुम जैसे हमसे सटी हुई हो ना फिर छोड़ेंगे नहीं बिना डोज दिए....पूजा वापिस से मेरे को देखी और एक मुक्का मारी जोर से और बोली भक्क गंदे और हमसे अलग हो के जाने लगी तो हम उसके हाथ को पकड़ के वापिस अपने पास खींचे और बोले अरे जान तुम्हारे सर की कसम खा कर कहते है हर हफ्ते शुक्रवार की शाम या शनिवार की शाम तक हम तुम्हारे बाहों में हाजिर रहेंगे समझी बस पांच दिन की तो बात रहेगी और वो मेरी जान यू चुटकी बजाते काट लेगी है ना....और बाकी तो अपने पास फोन है ही और इस बार कोशिश करेंगे की ऑफिस से भी बात कर पाऊं ठीक ना.....
पूजा रुंधे हुए गले से बोली पर जान हमको नहीं है ना आदत आपके बिना रहने का हमको अपने साथ ही ले चलिए फिर.....हम हस दिए उसके ऐसे बोलने पे और तुतला कर बोले अले अले मेली दान लोने ट्यू लग गई टूम....
पूजा की आंखों से आंसू बह निकले पर होंठ मुस्कुरा दिए...
तो हम उसके चेहरे को अपने हाथो में लिए और आंखो से बहते आंसुओ को पोंछे और माथे पे चूम कर बोले अब बस रोना बंद एंड ट्राई टू बी स्ट्रॉन्ग मेरी पूजा इतनी कमजोर तो है नही और तुम तीनो का ध्यान हमसे ज्यादा तो मां पापा रख रहे है पगली....
अच्छा बताओ अपनी जान का मूड ठीक करने के लिए क्या किया जाए उम्म्म्म और तुरंत में हम उसके होंठो को चूम लिए.....
और बोले हा लव डोज देना पड़ेगा एक बार और ये कह कर उसके कमर से होते हुए उसके चूतड़ों की तरफ बढ़ते की तभी पूजा मुस्कुरा कर बोली बस हो गए शुरू एक मौका चाहिए रहता है आपको है ना....चलिए अब हटिए वरना आपके डोज के चक्कर में मां से हमको डांट पड़ेगा की निकलने बोली थी तो क्या करने लगी....
हम फिर भी उसकी चूची को पकड़ के मसल दिए और थोड़ा झुक कर ब्लाउज के ऊपर से उसकी घाटी को चूम लिए....
मेरी गरम सासो के एहसास से पूजा कसमसा कर बोली इशशश जान प्लीज ना लेकिन मेरा बात सुनिए पांच दिन मतलब पांच दिन ठीक ना आपकी जान फिर आपके बगैर नहीं रह पायेगी....हम बोले तुम्हारे सर की कसम खाए है टूटने नही देंगे....
तो वो बोली हम्मम ठीक है पर स्वीटहार्ट एक और बात....
हम बोले क्या तो वो बोली आई लव यू....
हम बोले आई लव यू टू जानेमन.....
वो मेरे गाल पे चूम के बोली चलिए फिर तैयार होते है....हम बोले तब से बोल रहे थे तो तुम नही मानी और अभी हम तुम्हारा बात क्यू माने नही ऐसे नही कुछ घुस देना पड़ेगा.....
पूजा हस कर बोली अपनी बीवी से घुस मांग रहे है आप ऐसा कौन करता है भला....
हम बोले हम करते है मि ....
तो पूजा अपने साड़ी का पल्लू अपने ऊपर से हटाई और अपने ब्लाउज के तीन बटन खोलते हुए बोली लीजिए आपका घुस हाजिर है.....हम हस कर बोले थैंक्यू थैंक्यू ये हुआ ना कुछ बात और जैसे ही हम उसकी अधखुली चुचियों को चूमने बढ़े वो हमको रोकती हुई बोली देखिए इतने प्यार से घुस दे रहे है ज्यादा फायदा नही उठाना है वरना आगे से घुस बंद....
हम बोले फिर तो नही चाहिए घुस बल्कि अब तो पूरा का पूरा टकसाल चाहिए हमको और पूजा को लिए हुए ही बिस्तर पे धीरे से लिटा दिए और बोले तुम पूरी की पूरी मेरी हो और मेरे मिल्कियत से मेरे को ही घुस दे रही हो और उसमे भी शर्त चोट्टीन कहिंकी....
तो पूजा जोर से हस दी और मेरे होंठ पे चूमते हुए बोली पागल है आप जान पागल और अभी हम उसके होंठो की तरफ बढ़ते की इतने में भाभी हमारे दरवाजे के बाहर से आवाज दी....अरे तोता मैना बदमाशी हो गया हो तो हम अंदर आ जाए....

दोनो कोई बिस्तर से हड़बड़ा कर उठे और पूजा फटाक से अपने ब्लाउज का पहला बटन लगा लि और आंचल से ढक ली और हम दरवाजा खोले....
तो भाभी अंदर आती हुई बोली हम्मम लग रहा की हम गलत टाइम पे एंट्री मारे है अगर कुछ जरूरी काम में व्यस्त थे तो हम बाद में आते है....हम भाभी को बोले अरे नही भाभी क्या आप भी...
तो भाभी बोली अच्छा जी मेरी देवरानी का चेहरा देख के तो नही लग रहा बेचारी हड़बड़ाई हुई है वैसे हम तो बुलाने आए थे नीचे के लिए....
पूजा बुरी तरह से शर्मा रही थी वो हकलाती हुई बोली अरे भाभी चलिए ना नीचे आवाज दे दिए होते....
और वो भाभी के साथ नीचे चली गई जबकि हम जाते जाते बोले जल्दी आओ नीचे से फिर तैयार होना है जाना भी है....
तो भाभी बोली हा बाबा तुम्हारी बीवी को किडनैप नही कर रहे आ जायेगी तुरंत.....
हम कोई जवाब नही दिए और पूजा जो कपड़े निकाली थी वो पहनने लगे....
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थोड़ी देर बाद पूजा ऊपर आई तो उसके हाथो में एक जोड़ी पायल था तो हम बोले अरे ये कहां से मां दी क्या पहनने को...तो पूजा बोली नही जी भाभी ले कर आई थी बोली पहनने को वो अपने सालगिरह वाले दिन शायद यहां नही रहेंगी अपने मायके जा रही है उनके छोटे भाई का भी शादी का कार्यक्रम स्टार्ट हो रहा है तो वो आज ही अपना गिफ्ट दे दी और आपके लिए बोली की भईया ले के आयेंगे....
फिर हम बोले अच्छा तो अभी उसको रखो और फटाफट तैयार हो जाओ निकलते है....वैसे तुमको बाहर किस लिए जाना है....
पूजा पायल को साइड में रखी और मेरे गले में हाथ डालते हुए बोली अपनी जान के किए तोहफा लेने और थोड़ा खुद को सेक्सी बनाने ताकि मेरी जान को उनके उस गिफ्ट के साथ साथ गिफ्ट देने वाली भी पसंद आ जाए....
हम उसके चूतड़ों को दबाते हुए बोले अरे मेरी जान तुमको तो हम कब का पसंद कर चुके है अब तो तुम मेरे अंदर बसती हो हर एक कतरे में....
तुम खुद में एक गिफ्ट हो मेरे लिए....तो पूजा बोली हा पता है पर जान हमको देना है आपको....
हम बोले ठीक है वैसे हम भी कुछ ला रखे है देंगे उसी दिन तो पूजा बोली बहुत तेज अपने बारी में ला रखे है और हमको मना कर रहे है...
हम बोले अरे मना कहा किए हम अच्छा छोड़ो अब रेडी हो निकले हम लोग....फिर पूजा रेडी हुई जब तक हम अपनी गाड़ी को थोड़ा चमका लिए और फिर मां से मिल के दोनो कोई निकल चले....
 
पूजा अपने घर जाते वक्त आज थोड़ी रिलैक्स लग रही थी क्युकी आज उसके चेहरे पे कोई भी परेशानी की लकीर नही थी असर था उसके पापा से उसका सीधा बात करना और जो भी हो मेरी जान आज कितने दिनों बाद सुकून से घर जा रही थी यही बहुत था मेरे लिए और तो और ये खुशखबरी सुनाने के बाद जब वो सब से मिलेगी तो मां और सुगंधा के चेहरे की रौनक देखने लायक होगी और रह गई बात पापा और राहुल की तो देखते है क्या बिहेवियर रहता है उनका....

रास्ते में हम पूजा को बोले की मार्केट अभी जायेगी या लौटते वक्त तो वो बोली हम और सुगंधा जायेंगे आपके साथ फिर आप गाड़ी में वेट कीजिएगा थोड़ा हम दोनो बहन तुरंत आ जायेंगे....
हम मजाक में बोले अच्छा तो आज मैडम का ड्राइवर बन कर जाना है उनके साथ.....
पूजा मेरे तरफ देखी और बोली बै जान क्या बोलने लगे भक्क छोड़िए हम आपके साथ ही चलेंगे....हम हस कर बोले अरे पगली मजाक कर रहे थे चलना चल चलेंगे साथ में गजब हो मेरा मजाक भी नही समझती हो....
पूजा एकदम सीरियस हो कर बोली पक्का ना कोई बात नही ना....
हम बोले अरे नही रे पगली वैसे आज घबराई हुई नही हो घर जाते वक्त अच्छा लगा देख के....
पूजा मेरे बाह में अपना बाह फसा ली और कंधे पे सर रखते हुए बोली नही जान घबराहट तो अभी भी है बस पापा से बात करने के बाद थोड़ा मन शांत है की हम दोनो से अब उनको कोई दिक्कत नही जो भी है वो बस सुगंधा की शादी को ले कर है....

हम बोले चलो जाने दो उसका शादी भी हो ही जायेगा और भगवान करे की हम दोनो के वजह से उसकी शादी में कोई व्यवधान नहीं हो....पूजा बोली नही नही होगा सब अच्छा ही होगा और बाकी बात तो वहा जाने के बाद पता चलेगा ही.....
हम बोले वो तो है ही पर अभी जब पापा से मिलेंगे तो उनका रिएक्शन ही सब कुछ बता देगा है ना....
पूजा बोली हा ये बात भी आप सही ही बोले चलिए देखते है वैसे कुछ ले ले क्या मिठाई या कुछ....
हम बोले हा ले लेते है फिर एक जगह से मिठाई खरीदे और पहुंच गए पूजा के घर के रास्ते में दुकान के पास से गुजरते वक्त देखे की दुकान अभी बंद ही है तो मतलब की सब लोग घर पे ही होंगे बढ़िया है....
गाड़ी घर के बाहर रोके और गलियारे में घुसे तो देखे की घर का दरवाजा खुला है हम पूजा का हाथ पकड़े और बोले घबराई नही ना है तो पूजा बोली नही जान पर उसका हाथ एकदम ठंडा हो रखा था और उसकी आंखे जिस तरह से दरवाजे के अंदर देखने की कोशिश में थी वो उसके अंदर उठ रहे बेचैनी को बयान कर रहा था....
दोनो कोई जब दरवाजे के अंदर घुसे तो सामने पापा और मम्मी बैठे नाश्ता कर रहे थे....पूजा और हमको देख के पहले मां उठी और बोली अरे सबेरे सबेरे कोई फोन नही कोई खबर नहीं हा इधर आ और हम दोनो उनके पास हस्ते हुए गए और पैर छूते हुए पूजा बोली काहे बिना बताए आना मना है क्या मेरा घर है आ गए....
मां के हाथ जूठे थे तो उन्होंने मुंह से आशीर्वाद दिया और बोली हा बेटा हम कब बोले कुछ पगली....फिर हम दोनो पापा की तरफ मुखातिब हुए तो वो भी नॉर्मल ही थे हस रहे थे....
हम दोनो ने उनके भी पैर छुए तो उन्होंने भी आशीर्वाद दिया और आज पहली बार लगा की उनके के दिल से आशीर्वाद निकला है क्युकी उनकी बोली बाकी दिनो के मुकाबले आज बदली हुई थी पर क्या ये बदलाव सही में था या फिर कुछ और ही.....
इतने में सुगंधा और राहुल भी अंदर वाले कमरे से बाहर आ गए और राहुल शायद अभी नहा कर आया था क्युकी वो केवल टॉवेल में था....
दोनो कोई हमारे पास आया और राहुल बोला कंग्राचुलेशंस दीदी और जीजा जी आपको भी....
हम बोले तुमको भी मामा जी और मिठाई के डब्बे से मिठाई निकाल के उसको खाने को दिए जिसमे से वो आधा खाया और थोड़ा हमको खिलाया और उसी में से थोड़ा सा पूजा को खिलाया....

इधर सुगंधा सीधे पूजा से लिपट गई और बोली कब आई दी तू पटना हा बताई भी नही....दोनो गोल गोल बात कर के धोखा में रखते हो बता देती तो कुछ तैयार कर के रखते वेलकम के लिए बढ़िया सा....
पूजा कुछ बोलती इससे पहले हम बोले अरे तुम्हारी दीदी इतना स्पेशल गिफ्ट खुद ले कर आई है उसका कोई वैल्यू नही....
पूजा का पेट अब थोड़ा थोड़ा दिखने लगा था उसको देख के सुगंधा बोली अरे ऐसा बात नही है ये दोनो तो हम सब का जान बन जायेगा एक बार आने तो दीजिए और पूजा के पेट पे वो हाथ घुमा दी तो मम्मी उसको जोर से बोली अरे लड़की ऐसा नही करते गधी कहिंकी....
सुगंधा मेरा चुटकी लेते हुए बोली वाह वाह नॉट बैड बहुत जल्दी प्रोग्रेस कर रहा है दोनो कोई....
इसी पे पापा बोले हा भाई अब इतनी मेहनत जिस चीज के लिए कर रहा था आखिर वो कब तक छुपता.....

पापा कुछ ऐसा बोलेंगे इसका उम्मीद हमको एकदम नही था ये बात सुन कर हम सब एकदम अजीबोगरीब वाली स्तिथि में हो गए वही पूजा शर्म से अपना सर झुका ली....
माहोल को संभालते हुए मम्मी बोली आप तो और है और इसको नही समझाते है सुगंधा की तरफ इशारा करते हुए मम्मी बोली एकदम लिल्लहड़ हो गई है पहले पैर छू सब कायदा भुला रही है तू दिन पर दिन.....

फिर सुगंधा मेरे पैर छूने को हुई तो हम उसको रोके और बोले अरे अरे अब छोड़ क्या तू भी मम्मी के बात को दिल पे ले रही है पर वो नही मानी और पैर छू के ही मानी....
उसके बाद मम्मी अपना और पापा का प्लेट उठा कर वहा से किचन में चली गई जबकि पापा बोले तुम लोग बैठो हम आ रहे है हाथ धो कर....
उनके जाते ही राहुल भी कपड़े पहनने गया और सुगंधा को हम बोले तब मौसी जी सब बढ़िया....
वो एक लंबा सास छोड़ते हुए बोली हा सब बढ़िया ही है....पूजा बोली क्या हुआ तेरा मूड उखड़ा उखड़ा लग रहा तो वो पूजा का हाथ दबा दी और आंखो से इशारा की बताती ही बाद में......इतने में पापा आए और बोले कब आए पटना....हम बोले कल शाम को आए....
वो बोले अच्छा तो अब पूजा बेटा अभी यही रहेगी ना....हम पूजा की तरफ देख कर बोले हा अभी तो कुछ महीने यही रहेगी डिलीवरी यही पटना में ही होगा....वहां कहां हम चारो अकेले करते इसलिए मां पापा के साथ पटना आ गए......
पापा बोले हा बढ़िया किए अंजान शहर में कहा अच्छे से हो पाता यहां पे जान पहचान है और अपना परिवार है वैसे डॉक्टर के हिसाब से सब ठीक यहां के किस डॉक्टर से मिलने का सोचे हो.....
हम बोले अभी तो आए ही है देखते है अभी वैसे भईया भाभी बता रहे थे तो शायद उसी से मिलेंगे फिर आगे जैसा होगा किया जाएगा वैसे तो बाकी सब ठीक ही है.....
इतने में मां मेरे और पापा के लिए चाय और पूजा के लिए एक ग्लास गरम गरम दूध ले कर आई....
तो पापा बोले अरे नही नही हम चाय नही पियेंगे हम चले दुकान तुमलोग बैठो और बाते करो....
पूजा बोली काहे पापा अभी तो आए है हम रहिए फिर चले जाइयेगा दुकान....तो पापा बोले अरे बेटा तू बैठ ना अभी तो तू रहेगी ना सुमित चला जायेगा तो तू तो पटना में ही है ना कभी भी मिल लेंगे और वैसे भी दोपहर में आते है फिर दोनो बाप बेटी साथ में बैठ कर खाना खायेंगे और हो सके तो कुछ दिन यही रह शादी के बाद से तू एक भी दिन यहां नही रही है बस आती है और चली जाती है इस बार रह कुछ दिन....
और ये बोल कर वो चल दिए दुकान और उनके पीठ पे ही राहुल भी तैयार हो कर आया और मम्मी से नाश्ता मांगा जो सुगंधा उसको निकाल कर दी और वो हड़बड़ हड़बड़ खाया और चला गया ये बोलते हुए की दुकान खोल कर वापिस आते है दी फिर मस्ती किया जाएगा....

इधर पूजा को जो दूध मिला था वो पी कर खतम की और हम अपनी चाय....पापा के हिस्से की चाय मम्मी पी इस दौरान कोई बात चीत नही हुआ हमलोग में.....बाप बेटा के जाने के बाद सुगंधा बोली पहला एनिवर्सरी इसी हफ्ते है ना तो मना रहे है ना...पूजा बोली हा सेलिब्रेशन तो बनता है ना....
मम्मी बोली और नही तो क्या और बेटा सुन इस बार पूजा को यहां रहने को बोलना क्युकी ऐसे तो वो रहने को कभी मानेगी नही इसलिए तू ही बोलना इसको क्युकी इस मामले में तेरा बात ही पास होगा....
हम बोले अरे ऐसा नही है मम्मी पूजा का मन रहेगा तो वो रहेगी ही और अभी तो वो है पटना में न तो इस बार ठहर जायेगी कुछ दिन यहां.....
पूजा बोली वो देखा जायेगा फिलहाल एनिवर्सरी वाले दिन आप सब कोई आइएगा घर पे.....
हम बोले हा मम्मी सब कोई आइएगा उस दिन घर पे ही मनाएंगे छोटा सा पार्टी टाइप सोचे है केवल घर के लोग ही रहेंगे...पूजा बोली हा मां और तुम जल्दी आ जाना सुबह में ही मेहमान के जैसे नही की शाम में आ रहे है अभी ही बता दे रहे है और पापा आयेंगे ना...
तो मम्मी बोली देख बेटा उनका नही पता अभी वो दूसरे काम में लगे है पर हम बोलेंगे चलने को आए तो ठीक वरना हम लोग तो आयेंगे ही....
हम बोले क्या काम मम्मी कुछ बात है क्या....तो मम्मी सुगंधा की तरफ देख कर बोली इसकी शादी के लिए लगे हुए है इसी साल कर देंगे अंत अंत तक...सुगंधा ये बात सुन कर बोली अभी ये सब बात ले के मत बैठो मैं मेरा मूड खराब मत करो तुम....
तो मम्मी बोली हा छोड़ ये बता बेटा क्या बनाए खाने में....हम और पूजा दोनो शॉक में थे सुगंधा की शादी का बात सुन कर....हमलोग कुछ देर चुप रहे फिर पूजा बोली खाना पीना नही मां अभी थोड़ा बाहर जायेंगे हम लोग कुछ खरीद्दारी करना है....
सुगंधा जैसे ऐसे ही मौके के इंतजार में थी वो जोर से बोली अरे दीदी थैंक्यू थैंक्यू क्या बात बोली तू मेरा तो दिल खुश हो गया चल कहा चलना है....
उसके ऐसे उतावलेपन पे हम हस दिए और पूजा भी हस कर बोली अरे पगली क्या हुआ तुझको अभी चलेंगे थोड़े देर में...
मम्मी भी बोली हा अभी तो वो आई है थोड़ा सास तो ले लेने दे उसको पर सुगंधा बोली सास तो ले ही रही है हम कहा उसका गला दबा रहे है और अभी मौसम ठीक है इसलिए मार्केट हो आते है फिर क्या पता बरसात होने लगे....
पूजा बोली अरे सुन तो चलते है अभी पूरे दिन हम दोनो यही है....तो सुगंधा बोली प्लीज ना दी चल ना तेरे साथ साथ मेरा भी कुछ शॉपिंग हो जायेगा....हम दोनो को बीच में टोके और बोले अरे भाई जब इतना कह रही है तो चल चलते है दोपहर तक लौट आएंगे....
सुगंधा बोली जी नही उधर से कोई मूवी चलेंगे घर में रहते रहते एकदम बौरा गए है हम....
इस बात पे मम्मी कुछ नही बोली शायद वो सुगंधा की तकलीफ को समझ रही थी पर वो पूछी की जब तेरे पापा आयेंगे और तुझको ढूंढेंगे फिर....इसपर सुगंधा बोली पापा कुछ नही बोलेंगे और अगर बोलेंगे तो फोन है ना बात करवा देना हमसे बस कौन सा हम भागे जा रहे है कही....
मम्मी बोली फालतू का बात मत कर समझी ना.....फिर कुछ देर चुप रहने के बाद मां बोली जा हो आ पर जल्दी लौट आना और कोशिश करना की उनके आने से पहले लौट आओ समझ रही है ना....
सुगंधा बिना कुछ जवाब दिए पूजा को बोली दी हम दो मिनट में तैयार हो कर आते है....
वो गई तो पूजा मम्मी से पूछी की क्या बात है मां कुछ तो है जो हमको नहीं बतलाई पटना आने से पहले तक तो हम लोग रोज बात कर रहे थे ऐसा कुछ भी नही लगा और एक दिन में क्या हो गया ऐसा....
तो मम्मी बोली नही बेटा ग्रेजुएशन का रिजल्ट निकलने के बाद से ही बात हो रहा है और उस दिन जब तू बात की थी ना अपने पापा से तो पता है उस दिन वो नशे में थे और उस दिन हमको लगा की शायद आज तुम दोनो को सच्चे दिल से माफी दे कर अपना लेंगे और अब तो नाती नातिन भी आने का है अब देख क्या बोले हम सग्गू का बियाह तय करने में पूरा जोर दे रखे है सब कुछ ठीक रहा तो पता चल ही जाएगा तुझको.....
पर ये लड़की एमकॉम करेंगे का जिद पकड़ के बैठी है फिर नौकरी का तैयारी करेंगे पर तेरे पापा साफ साफ मना कर दिए उसी दिन से थोड़ा गरमा गरमी चल रहा है दोनो बाप बेटी में....
अभी मां कुछ आगे बोलती की सुगंधा आ गई और बोली चल ना दी रामायण सुनने मत बैठ यहां का रामायण महाभारत से कम नहीं होता है चल और वो हम दोनो से पहले घर से बाहर निकल गई.....
मम्मी बोली छोड़ ये सब बात आराम से जाना सब कोई और तू पूजा बेटा अपना ध्यान रखना समझी ना....पूजा बोली हा मां चलो आते है थोड़ा देर में और टेंशन मत ले अभी चिड़चिड़ाई हुई है फिर खुद ठीक हो जाएगी....

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हम लोग घर से निकल कर उल्टे साइड से निकले जिसमे पूजा के पापा का दुकान नही क्रॉस करना पड़े ये सुगंधा का ही डिमांड था.....पूरे रास्ते सुगंधा पूजा से दुनिया भर की बाते करती रही घर से निकल कर उसको ऐसा लग रहा था की आजादी मिल गया हो सास ले पा रही हो वो....हम गाड़ी एक होटल पे रोके और बोले चलो पहले थोड़ा खाया जाए फिर जाना तुम दोनो मार्केटिंग करने हम गाड़ी में ही रहेंगे तो सुगंधा बोली क्यू गाड़ी में क्यू रहना है साथ में चलना....तो पूजा बोली अरे हमको गिफ्ट लेना है इनके लिए और वो हम इनके सामने ही लेंगे क्या तू भी....
सुगंधा बोली ओह ये बात है पूजा बोली हा अब चल वैसे तू जितना दिखला रही है ना उतना तू खुश है नही आज....
सुगंधा बोली मम्मी तुझको बतलाई ना सब चीज....हम बोले नही सब बताती उससे पहले तुम आ गई और हम लोग चल दिए....
पूजा बोली चलिए क्या खाना है वो देखते है सुगंधा बोली राइट डिसीजन फिलहाल हमको इस बारे में कुछ बात नही करना है इसलिए इसको अवॉइड करते है ना......
मेरी डार्लिंग बोली अरे तू निश्चिंत रह और बता क्या खायेगी और मेनू देखने लगी और डिसाइड हुआ मसाला डोसा खाने का और कुछ ही देर में वो हाजिर था हमारे सामने.....

फिर हमलोग मसाला डोसा खाए और साथ में फोटो सेशन भी हुआ थोड़ा बहुत उसके बाद दोनो बहन जब जाने लगी तो सुगंधा बोली अरे दीदी तो तेरे लिए गिफ्ट लेने जा रही है और तुझको नही लेना है कोई गिफ्ट...हम हस कर बोले बेटा ये सब में हम फर्स्ट रहते है गिफ्ट तो कब का आ गया है और वो भी एकदम रोमेंटिक टाइप जब तेरी दीदी देखेगी तो उसके बाद उसका रिएक्शन तू खुद पूछना....
पूजा आंखे गोल करती हुई बोली क्या जान आप ना एकदम बेशर्म बनते जा रहे है.....चल रे तू वो सुगंधा को धकेलती हुई बोली....और वो दोनो बहन आगे बढ़ गई जबकि हम गाड़ी वही साइड में लगा कर अन्दर ही बैठे रहे और अपने गिफ्ट के बारे में सोचने लगे जो हम भोपाल में ही तैयार कर लिए थे क्युकी इस मौके को बहुत अच्छे तरीके से मनाना चाहते थे और मेरी जान के लिए जितना स्पेशल हो सके उतना बनाना था हमको और उसके लिए काफी कुछ सोच रखा था....
गिफ्ट में एक साड़ी और एक सूट ले रखे थे और एक नया मंगलसूत्र खरीदे थे...

ये सब तो थे ही पर इनके अलावा कुछ सेक्सी टाइप भी लिए थे....दरअसल एक जगह नेट पे निप्पल रिंग के बारे में जाना तो तुरंत दो पीस मंगवा लिए थे हम जो निप्पल एक्साइट होने पे जब फूल जाते है तब उनमें एक अंगूठी के माफिक पहनाने होते थे उसमे छेद करने का कोई झंझट नहीं था और ये बड़ा ही सेक्सी गिफ्ट था पर पूजा को पसंद आता है या नही ये तो पूजा देखने के बाद ही बताएगी और इन सब के साथ साथ अपनी जान के लिए मैने भोपाल में ही एक कमरबंद लिया था और इन सब के अलावा एक मस्त सेक्सी ट्रांसपेरेंट नाइटी मंगवाए थे जो मेरी जान केवल मेरे सामने ही पहन सकती थी और ये सब सालगिरह वाली रात को ही देना था मैन जिसके लिए हम भोपाल से ही एक्साइटेड थे....
साड़ी और मंगलसूत्र तो वो पार्टी में आने से पहले ही पहनेगी और हम खुद पहनाएंगे...
ये सब प्लानिंग हम भोपाल से ही कर के आए थे और अपने रूम को थोड़ा सिक्रेटली सजाना भी था पर देखते है मौका मिल पाता है या नही क्युकी एक केक तो नीचे कटेगा सब के साथ और एक केक हम अपने रूम में अपनी जान के साथ प्राइवेटली काटना चाहते थे......

उधर सुगंधा और पूजा दोनो कोई शॉपिंग कर रही थी और उस दौरान पूजा ने उससे शादी से रिलेटेड कोई भी बात नही की क्युकी वो जानती थी की अभी सुगंधा पे क्या बीत रहा है....
पूजा ने मेरे लिए एक घड़ी खरीदी और एक शर्ट ली और फिर सुगंधा के जिद करने पे दोनो कोई घुस गई ब्यूटी पार्लर में पूजा अभी नही जाना चाहती थी पर सुगंधा के कहने पे उसको जाना पड़ा और तकरीबन ढाई घंटे बाद दोनो मेरे पास आई और हम उधर गाड़ी में बैठे बैठे सो गए थे....मेरी नींद खुली जब पूजा शीशे पे नॉक की....
हम दरवाजा खोले और बाहर निकल कर पूछे अरे कौन से लोक में भ्रमण पे चली गई थी दोनो देवी लोग बाप रे कितना समय लगा....पूजा मेरे गाल पे हाथ रखते हुए बोली आई एम सॉरी जान सॉरी सॉरी...
हम बोले हाय इतना प्यार से माफी मांगेगी तो हम गुस्सा कैसे करेंगे....पूजा हस कर बोली बै जान सब आपकी साली करवाई है जिद्दी कर के पार्लर ले के चली गई और वहा पे टाइम लग गया....
हम सुगंधा को देख कर बोले अरे तू पापा का गुस्सा हम पर काहे उतार रही है बता वेट करते करते सो गए हम....
पूजा फिर मेरे गाल पे हाथ रख के बोली अरे जान मेरे सॉरी ना.....
फिर हम बोले हाय एक बार और गाल छुओ तो पूजा मेरे दूसरे गाल पे हल्के से सहला दी और मुंह से फ्लाइंग किस दे दी तो सुगंधा बोली अरे बाबा रे अब तो रोमांस कम कर दे बाल बच्चा होने वाला है.....
पूजा बोली भक्क कमिनी तेरे मुंह में गु शक्कर.....हम जोर से हस कर बोले ए हे छी छी....सुगंधा पूजा से बोली ए राम कितनी गंदी है दी तू....

पूजा बोली तू ऐसा बात ही बोली हरामखोर इनके और मेरे प्यार में कभी कमी नही आ सकता.....
हम बोले अरे अब लड़ो मत दोनो कोई वैसे मेरे लिए क्या क्या खरीदी हो स्वीटहार्ट....
पूजा बोली एई गिफ्ट है ना उसी दिन देखिएगा आप क्या लाए हम पूछे आपसे नही ना.....
हम बोले अच्छा मत बताओ फिलहाल चलो एक एक कप चाय हो जाए मूड फ्रेश हो जायेगा.....
तो वो दोनो मना कर दी बोली आप पी लीजिए हम दोनो नही पियेंगे....फिर हम अकेले चाय पीए जिससे थोड़ा फ्रेश महसूस हुआ और उसके बाद पूछे की कहा चलना है अब तो पूजा बोली घर चलते है अब काफी दौड़ भाग हो गया है....
तो सुगंधा बोली अरे नही चल ना एक मूवी देख आते है वहा बैठेगी तो तुझको आराम भी मिल जायेगा अभी घर नही जायेंगे कितना दिन बाद तो जहर से निकले है चल ना....
फिर पूजा मेरे तरफ देखी तो हम उससे बोले की सही तो है वहा बैठना ही तो है सो चल चलते है उसके बाद हम लोग पहुंचे मूवी हॉल और संजोग से मूवी स्टार्ट होने में पांच मिनट ही बचा था सो टिकट ले कर तीनो घुसे थिएटर में....
मूवी शुरू हुए अभी बीस मिनट हुआ होगा की सुगंधा का फोन बज उठा और वो कॉल मम्मी का था....
सुगंधा उनको बोली की शाम तक आएंगे हमलोग और उधर से मम्मी क्या बोली वो बिना सुने फोन काट दी....
पूजा हमको बोली की यहां से निकलने के बाद कही पे रुक कर सग्गू से बात कर लेंगे क्युकी घर पे शायद बात न हो पाए और सग्गू वहा पे कुछ बोल भी नहीं पाएगी.....हम बोले चलो ठीक है बाहर निकलते है फिर देखा जायेगा....

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पिक्चर देख कर जब बाहर निकले तो देखे की बादल घेरे हुआ है और जबरदस्त बरसता होने को है शाम तो वैसे भी हो चला था......इसलिए हमलोग निकले घर को पर मुझे पूजा की बात याद आई तो हम एक मोमो वाले के पास गाड़ी रोके और दो प्लेट मोमो मंगवा लिए और खाते खाते पूजा सुगंधा से पूछी की बता अब क्या बात है शादी का क्या मामला है....
सुगंधा खाते खाते रुक गई और बोली हमदोनों का बाप पगला गया है दी तेरी शादी के बाद से तो और ज्यादा बिगड़ गए है है वक्त बस एक ही बात की कैसे भी कर के लास्ट बेटी है बियाह कर के भगा दो बोझ के जैसे ट्रीट करते है पापा अब.....
जब से ग्रेजुएशन का रिजल्ट आया है उसके दो तीन दिन बाद से ही पापा यहां वहां फोन घुमाना शुरू कर दिए थे और पता है वो वाराणसी वाला परिवार पता नही कहा से वो लोग पापा को कॉन्टैक्ट कर लिए और पापा को पता चला की लड़का का जॉब लग गया है सरकारी लखनऊ में पोस्टेड है अब उसको ही पकड़ के बैठ गए है.....
और तो और वो लड़का का परिवार वाला कैसा है साला अपना लड़का का उमर और मेरा उमर नही देख रहा ग्यारह साल का डिफरेंस है फिर भी आतुर है शादी करने को और तो और अपने पापा भी उनके ही तरफ है जबकि पंद्रह लाख का डिमांड है और एक चारपहिया गाड़ी.....

हम पापा को बोले की एमकॉम करना है तो बोले हा बड़का बैरिस्टर बन जा और बाप के मुंह पे थूक के चली जाना किसी लौंडे के साथ.....
उनको समझाए की आगे चल के सरकारी नौकरी का तैयारी हम भी करेंगे तो इस बात पे तो पापा तरातर झापड़ खींच दिए हमको....
मम्मी और राहुल बीच बचाव कर के उनको रोका राहुल तो बहुत गुस्सा किया और चेता दिया की आज उठाए सो उठाए दुबारा ये काम इस घर में नही दोहराइयेगा....
पापा उसको बोले की औकात में रह कर धमकी दे देख ले किस्से बात कर रहा तो वो भी फिर अब क्या बोले घर में बहुत टेंशन वाला माहौल है दी....

राहुल और मम्मी समझाने का कोशिश किए की लड़का का उमर बहुत ज्यादा है हमसे जब वो पूजा दी के लिए रिश्ता आया था तो फिर हमसे कैसे कर सकते है उसी लड़के का रिश्ता तो पापा फिर मम्मी पे हाथ उठा दिए और बोले की जैसा बोलता हु वैसे कर और समझा अपनी बेटी को हर बार तमाशा नही बनने देंगे अपनी इज्जत का जिसको जो करना है अपने पति के घर जा कर करे यहां जितना हो सकता था सब कर के दिए हम अब और नहीं होगा हमसे....एक बेटी से मुंह जल चुका है दूसरी से नही जलने देंगे....

राहुल पापा से बहुत बहस किया पर वो नही माने मम्मी बोली भी की हर किसी को एक ही पैमाने में मत तौलिए अपनी सग्गू वैसी नहीं है पर वो कुछ सुनने को तैयार ही नहीं है और बुआ को तो तू जानती ही है वो लड़के वालो से मिल के सब लेन देन का बात तय कर रखी है....पापा बस रकम जुटाने में लगे है....
मेरे हा या ना से पापा को कोई फर्क नही पड़ रहा और अब शायद पड़ेगा भी नही....तेरी शादी के चक्कर में बलि का बकरा हमको बनाया जा रहा है अब क्या करे कुछ समझ में नहीं आ रहा हमको....
मम्मी भी पापा को बहुत बार बोलने का कोशिश की वो तो यहां तक बोली की दूसरा लड़का देखिए सग्गू तैयार होगी शादी के लिए ऐसा थोड़े है की नही करना है उसको पर ये लड़का नही लेकिन कोई फायदा नही.....भूत सवार है पापा पे जल्दी ही सगाई करवाएंगे....

पूजा बोली अरे इतना सब कुछ हो गया और तू बताई नही गैर हो गए है क्या हम....
सुगंधा सिर्फ एक ही बात बोली और उसके बाद ना ही हम कुछ बोल पाए ना ही पूजा....
वो बोली तुझको पापा नही बताना चाहते है अभी शादी के समय ही बताएंगे वो और तू भी उनसे इस बारे ने कुछ बात मत ही करना बाकी तू समझदार है....
पूजा बोली ऐसा थोड़े होगा बात तो करेंगे ही हम पापा से और मनवायेंगे भी उनको.....
सुगंधा पूजा का हाथ पकड़ कर बोली ये गलती भूल कर भी नही करना समझी हम अपने वजह से फिर से किसी मुसीबत में नही डालना चाहते पहले ही बहुत कुछ झेल चुके हो दोनो कोई और जब से पापा पूजा दी के प्रेगनेंसी के बारे में जाने है तब से उनका मूड सही है तुम दोनो के प्रति और वो ऐसा ही रहे तो अच्छा है अब तुम दोनो का फैमिली शुरू हो रहा है अब पीछे मुड़ कर नहीं देखना है तुमलोग को समझी और देख मेरी शादी आज नही तो कल होनी ही है बस यहां पे बात ये है की ये लड़का नही चाहिए था हमको...और ये बोल कर सुगंधा रोने लगी तो पूजा और हम दोनो उसको चुप करवाए और बोले देख हमारा बात सुन शादी में तेरी मर्जी होनी भी जरूरी है और ऐसे जबरदस्ती शादी से न तू खुश रहेगी ना वो लड़का....
सुगंधा बोली ऐसा नही है हमको छोड़ कर सब खुश रहेगा....पूजा बोली भक्क पगली कहिंकी भगवान पे भरोसा कर तू किसी के साथ अन्याय नहीं की है तो तेरे साथ भी नही होगा.....
हम बोले अरे वो लड़का तुझपे लट्टू हो गया होगा इसलिए नही छोड़ रहा तुझको मेरी साली है ही इतनी सुंदर...सुगंधा रोते रोते हस दी और पूजा से बोली देख ले तेरे सामने हमसे फ्लर्ट कर रहा है....
पूजा हस कर बोली नही रे गधी तू रो रही है इसलिए वो ऐसा बोले है चल अब छोड़ ये सब रो मत देख समय आने दे सब ठीक हो जायेगा मम्मी से हम बात करेंगे और दोनो मां बेटी मिल कर तुझको इस पचड़े से बाहर निकालेंगे समझी चल अब घर चले......
 
हम लोगो को घर पहुंचते पहुंचते साढ़े छ बज गया था और उधर से मां भी फोन कर रही थी की कब आएगा हम उनको बोले आठ बजे तक आते है मां परेशान मत होइए और खाना लेते आयेंगे सब कोई साथ में ही खायेंगे इसलिए बनाने का जरूरत नहीं है.....
मां बोली वो सब ठीक है बेटा तू पूजा से बात करवा मेरी....हम फोन पूजा को दिए तो मां उसका क्लास लेने लगी की वो क्या बोल कर गई थी की जल्दी आ जायेगी और अभी देख कितना समय हो गया है तुम दोनो को गए हुए.....
पूजा बोली बस मां थोड़ा देर और फिर आ कर सब बात बताते है कहा कहा गए क्या क्या किए और आप एकदम टेंशन मत लिजिए हम अपना दवाई पर्स में रखे हुए थे टाइम से खा लिए है और थके बिलकुल नही है....
मां उसको फिर भी जल्दी आने का बोल कर फोन रख दी....उनके फोन रखते ही हम बोले अच्छा बेटा अभी से मां से झूट थकी तो थी तुम आज....
पूजा बोली जान अगर मां को बताते तो वो बहुत परेशान होती और वैसे भी पिक्चर देखने टाइम हमको आराम मिल गया स्वीटहार्ट....

सुगंधा बोली अरे मेरी दी सुपरवुमन है इतना से वो नही थकेगी क्या तू भी....हमको तू से बुलाने पे पूजा सुगंधा को बोली रे जबान संभाल के कितना बार समझाए है तुझको....
सुगंधा हाथ जोड़ कर सॉरी बोली और इसी तरह हसी ठिठोली करते हम लोग पहुंचे मेरे ससुराल जहा पे पापा पहले से आए हुए थे राहुल शायद दुकान पे था....हमलोग को देख वो बोले तब हो गया घुमक्कड़ई दिन भर कहा गायब थे सब कोई....
पूजा बोली कही नही पापा यही मार्केट गए थे फिर एक पिक्चर देखने चले गए बस फिर घर आ गए कही नही गए हमको ही थोड़ा मार्केटिंग करना था इसलिए सग्गू को साथ में ले गई थी.....
सुगंधा तुरंत अपने कमरे में चली गई शायद चेंज करने क्युकी वैसे भी वो अभी अपना अच्छा मूड बिगाड़ना नही चाहती थी....
पापा सुगंधा को कमरे में जाते एक नजर देखे और फिर हम दोनो से बोले चलो ठीक है अब बता क्या खायेगी आज रात का खाना यही खा के जा बहाना मत मार देना कुछ....
हम बोले पापा जो आपका पसंद से बनेगा वो ही खायेंगे हम लोग आज...तो मम्मी बोली चलो फिर हम बनाते है फटाफट सोयाबीन के कोफ्ते इनको बहुत पसंद है....
पूजा जोर से बोली हा.....बाप रे बहुत दिन बाद खाने को मिलेगा ये आइटम लगता है शादी के पहले के ही खाए हुए है मम्मी बहुत बढ़िया बनाती है और पापा क्या हम सब कोई बहुत चाव से खाते है....
फिर पापा बोले तो आज भी खा लेना उसके बाद उन्होंने हमसे भोपाल के बारे में थोड़ा बात किया और मेरे नौकरी कैसी चल रही कितना पेमेंट उठा रहा आगे का क्या सोचा है यही सब बाते की और तब तक मम्मी खाना तैयार कर के लगा दी और अभी खाना केवल हम दोनो और पापा ने ही खाया क्युकी राहुल था नही और सुगंधा मम्मी के साथ किचन में लगी थी....
खैर हमने भी ज्यादा जोर जबरदस्ती नही की क्युकी घर भी जाना था हमे और सुगंधा की शादी की बात तो बिलकुल नही छेड़ी क्युकी उस मामले में अभी कुछ भी बोलना हमारे लिए ठीक नहीं होता और वैसे भी अभी हम दोनो के प्रति पापा का मन सही था बस कभी कभी वो कुछ कड़वी बाते बोल देते थे जो शायद हमे जिंदगी भर उनसे सुननी होंगी अब कारण कुछ भी हो पर जो था सो था....
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खाना खाने के बाद उन सब से विदा ले कर और सालगिरह की पार्टी में आने का न्योता दे कर घर लौट आए....
घर लौटते ही मां पूजा पे बरस पड़ी बाप रे एक वो समय था जब पूजा मेरे साथ कमरे में पकड़ाई थी तो मां डांटी मारी थी और आज एक ये समय है जब पूजा मेरे बच्चे की मां बनने वाली है और मां उसको उसके सेहत को ले कर डांट लगा रही थी....सच में समय बहुत बलवान होता है कब क्या दिन दिखला दे उसके अलावा इंसान के कर्मों पर भी डिपेंड करता है....
दरअसल मां के गुस्सा का कारण था बाहर का खाना खाना डोसा और मोमो जो उड़ाए थे पूजा ने उसका कुछ भी उल्टा पुल्टा प्रभाव पड़ा तो हम दोनो की खैर नहीं क्युकी पूजा की दवाइयां पावर वाली थी और उसके अकॉर्डिंग उसको आराम और हेल्दी खाना जरूरी था....
और आज तो बहुत मस्ती किए थे हम लोग और इस चक्कर में मेरी भी क्लास लगी पर पापा ने बात संभाल ली और साथ में ये भी पता चला की कल मेरी दोनो बहने आ रही है शादी के सालगिरह के मौके पे और साथ साथ पूजा से भी मिल लेंगी....

खाना तो हम लोग खा कर आए थे वहा से ही और लेट बहुत हो गए थे रात के नौ बजने को थे और जल्दी घर आने के चक्कर में खाना लेना ही भूल गए....
वो तो गनीमत रही की बड़ी भाभी ने खाना बना भी दिया था और मां पापा को खिला भी दिया था.....
सब सियाप्पे खतम करने के बाद पूजा मां से अपनी माफी मांगी और साथ में आज जबरदस्ती दोनो के पैर दबा कर ऊपर कमरे में आई....
कमरे में आते ही वो मेरे से लिपट गई हम बोले अरे जान क्या हुआ.....तो वो बोली अरे जान आपके सीने से लिपटे कितना घंटा बीत गया मेरा एनर्जी लेवल कम हो गया था अभी थोड़ा देर ऐसे ही रहने दीजिए सुकून मिल रहा है....हम उसके पीठ पे सहलाते हुए बोले आज मां बहुत डांट लगाई ना सॉरी मेरे लिए गिफ्ट लेने के चक्कर में तुम्हारा वाट लग गया....
वो सर उठा कर मेरे आंखो में देखी और बोली बै जान आप तो और है मां डांट दी तो क्या हो गया मेरे लिए ही ना डांटी है और ऐसा डांट समय समय पे जरूरी रहता है ताकि हम जैसी अल्लहड़ लड़की का दिमाग ढंग से काम करता रहे....हम बोले पगली है एकदम तुम कूच्छो बोलते रहती है और उसके सर पे चूम लिए तो वो बोली एई माथे पे नही यहां पे चूमिए और आंखे बंद कर के अपने होंठ मेरे तरफ कर दी....
हम अपना अंगूठा उसके होंठो पे फिराए और फिर उसकी ठोड़ी पकड़ के चूम लिए चूमे क्या थोड़ा चूस ही लिए....
और जवाब में पूजा मेरा सारा रस निचोड़ ली उसको जितना मन था वो मेरे होंठो को चूसी और मेरे हाथ उसके पीठ से होते कमर पे आए और कमर से होते चूतड़ों पे....
चूमने के बाद जब वो अलग हुई तो बोली आहा अब जा के कुछ बात बना वरना तब से तो ऐसा लग रहा था जैसे की कुछ भुला गया है मेरा...
हम उसके चूतड़ों को दबाते हुए बोले क्या हुआ तुमको आज जानेमन बड़े मूड में हो.....
वो मेरे हाथ अपने चूतड़ों पर से हटवाते हुए बोली जी नही मेरा मन हो रहा था तो बस कर लिए और इसका मतलब ये नही की आप इधर उधर हाथ लगा कर हमको बहका दीजिए.....हम बोले अरे मतलब परस्त इंसान खुद का मतलब निकल गया तो दूर हो रही है हमसे हा और ये बोल कर हम उसको खुद से चिपका लिए....
तो वो हस्ते हुए बोली अरे अरे जबरदस्ती चलिए हटिए कपड़ा बदलने दीजिए हमको.....हम बोले अरे बदल लेना अच्छा लाओ हम ही खोल देते है खड़ी रहो आराम से....वो मेरे गाल पे चूमी और बोली जान आप जानते है ना आप हाथ लगाइएगा और हम बहक जायेंगे....
हम बोले और अभी जो आग तुम लगाई उसका क्या....वो प्यारा सा मुंह बनाई और मेरे कंधे पे दोनो हाथ रख दी और हम उसके साड़ी का पल्लू उसके बदन से अलग कर दिए और फिर उसके ब्लाउज के बटन को एक एक कर के खोले और उसको भी जमींदोज करते देर नहीं लगा....अभी तक हम उसको छेड़े नही थे इसलिए वो अपने होंठो में दबी हुई हसी हस रही थी....पर धौकनी जैसे ऊपर नीचे हो रहे उसके सीने के उतार चढ़ाव बता रहे थे की उसको कुछ कुछ हो रहा है....कमर पे बंधी साड़ी की गांठ को ढीला किए और कमर के इर्द गिर्द हाथ घुमा कर साड़ी को भी निकाल बाहर किए अब उसके बदन पे केवल ब्रा और पेटीकोट था...
अब ब्रा के स्ट्रैप को नीचे खिसका कर जहा उसके दाग बने हुए थे वहा पे चूमे और हल्के से फूक दिए और चुचियों का जो हिस्सा बाहर की तरफ दिख रहा था उसपे भी चूम लिए और एक बार जीभ फिरा दिए और ऐसा करने से पूजा एक मादक सिसकी ली....फिर हम चूमते चूमते जैसे ही हुक की तरफ हाथ बढ़ाए तो पूजा खुद हमसे लिपट गई और मेरे चेहरे को पकड़ कर चूमने लगी और साथ साथ गर्दन और कान के नीचे काटने लगी....और बोली गंदे कहिंके तेज बनते है आखिर बहका ही दिए ना हमको.....
हम ब्रा के हुक को खोल दिए और वो पूजा के कोहनी पे अटका पड़ा था जिससे उसकी चुचियों का कुछ हिस्सा अभी भी छुपा हुआ था....

हम बोले तुमको नही बहकाएंगे तो किसको बहकायेंगे हम्म्म और नीचे झुक के उसके ब्रा को सरकाते हुए निप्पल को मुंह में ले लिए और एक हाथ नीचे ले जा के पेटीकोट का नाड़ा खोल दिए और वो सरसराता हुआ नीचे गिर गया....
पूजा मेरा बनियान को पकड़ी और उसको उतार दी और अपना हाफ पैंट हम खुद ही उतार दिए अब अंडरवियर में तना हुआ लंड बाहर आने को फड़फड़ा रहा था जिसको पूजा ने तुरंत बाहर निकाल दिया और वो उसको चूमने के लिए झुक रही थी तो हम उसको रोके और बोले बस बस हो गया अभी ये झुकना वुकना नही है चलो इधर आओ और उसको घुमा कर लिए दिए पलंग पे बैठ गए और मेरा खड़ा लंड उसकी चूत और जांघो के बीच दब रहा था और पूजा की चूत का गीलापन साफ साफ महसूस कर पा रहे थे हम....
पूजा मेरे तरफ घूमी और मेरे सीने से लग गई और होंठो पे चूम के बोली कल दीदी लोग आ जायेगी तो फिर मौका मिलना मुश्किल होगा स्वीटहार्ट और परसो अपनी शादी को एक साल हो जायेगा और आप बेदर्दी कहिंके उसके अगले दिन ही भोपाल लौट जाइयेगा फिर कैसे रहिएगा मेरे बिना.....
हम उसकी चूची को दबा के बोले अरे तुम्हारे बिना कहा रह पाएंगे हम तो यही रहेंगे बस पांच दिन के लिए गायब रहेंगे और क्या गजब पागल हो तुम्हारे बिना भी हम रह सकते है क्या और मेरा छोड़ो तुम रह सकती है क्या....
और इस लोङू महाराज का क्या है तुम्हारे ये प्यारे रसीले आम देख के ही दिन भर मचलता रहता है और अभी तो नंगी बैठी हो फिर कैसे नही बवाल मचाएगा....इसको छोड़ो इसका उपाय अब इन दोनो के आने के बाद ही होगा....और वैसे भी अब दोनो बड़ा होने लगा है देख रही हो तुम्हारा पेट बड़ा लग रहा है अब.....
पूजा बोली अब कुछ दिन में हाथ पैर महसूस होगा अभी तो हल्का हल्का सेंसेशन फील होता है हमको.....पर अभी यहां पे मेरे छोटे मिया का पेंच फसा हुआ है वो मेरे लंड के ऊपर अपनी चूत रगड़ते हुए बोली अरे आगे से नही तो पीछे से ही पर इसको शांति मिलना जरूरी है वरना ये आपका मन बहका देगा जैसे मेरा बहका देता है....हम उसका मुंह देख के हस दिए और बोले इतना बड़ा इल्जाम मत लगाओ इसपे ये केवल तुम्हारी मुनिया का आशिक है समझी....
और अभी इसको अपने कोमल हाथों से शांति दे दो ना घुसपैठ अभी बंद करते है....
पूजा बोली आपका मन है ना जान....हम बोले अरे मन का क्या है वो तो करेगा ही और मेरा क्या तुम्हारा मन नही है हा नीचे पूरा रसना बहाए जा रही हो....पूजा मेरे कंधे पे मुक्का मार के हस्ते हुए बोली गंदे कहिंके सब आप किए है....हम बोले हा किए तो क्या और ये बोल के अपनी एक उंगली उसकी चूत के ऊपर फिराए जिसको वो अपनी जांघो में भींच कर बैठी थी मेरे गोद में....मेरी उंगली को तुरंत अपने कर खोल कर रास्ता दे दी और हम अपनी दो उंगलियां उसने चूत में उतार दिए और पूजा अपनी आंखे बंद किए अपना सर पीछे की ओर से मेरे कंधे पे रख दी.....और मेरे होंठ उसके गर्दन और गाल पे चलने लगे बीच बीच में उसके होंठो को भी चूम ले रहे थे और एक हाथ से उसकी चुचियों को दबा रहे थे....
और वो अपने एक हाथ से मेरे जांघ पे रख कर खुद को संभाले हुए थी और दूसरा हाथ उठा कर पीछे की ओर से मेरे बालो में घुमा रही थी.....इधर उंगलियों ने अपना कमा दिखाना चालू कर दिया था और पूजा तेज तेज सांसे लेते हुए अब अपने पैरो के जोर से हमको पीछे धकेल रही थी और नतीजा ये हुआ की पूजा मेरे ऊपर थी और हम बिस्तर पे लेटे हुए थे और पूजा की चूत में उंगली अंदर बाहर कर रहे थे....
अब पूजा की तेज तेज सांसे सिसकियों में तब्दील हो गई थी और कुछ ही पल में मेरी जान झड़ गई....झड़ने के बाद पूजा एकदम पस्त हो कर अपने दोनो हाथ बिस्तर पे फैला दी और हाफ्ते हुए बोली आह जान कितना हल्का लग रहा है....हम उसको धीरे से अपने ऊपर से उतारे और अपने बगल में लिटाते हुए उसकी चूत को छूते हुए बोले इसमें भी ड्रेनेज जाम होता है समय समय पे डंडा या छोटा डंडा घुसा कर क्लियर करते रहना चाहिए....
पूजा हस्ते हुए मेरे तरफ घूम गई और मेरे गले में अपनी बाहें डाल कर बोली आई लव यू जान आई लव यू सो मच.....
हम उसके नाक से नाक टकरा कर बोले एंड आई लव यू टू आई लव यू वेरी मच आई लव यू इतना सारा....और अपनी बाहें खोल कर उसको अपने लव यू का इजहार किए तो वो बोली हाय इतना सारा प्यार ये सब मेरा है वाओ....
हम बोले हा सब तुम्हारा है चलो अब नाइटी पहन लो वरना ये फिर से अपना सर उठा लेगा....
पूजा मेरे आधे मुरझा चुके लंड को अपने हाथो में पकड़ कर बोली नही हम अब कुछ नही पहनेंगे अब कल पहनेंगे और ये अब नहीं जागेगा अगर जागा तो हम है ना....चलिए अब अपने बाहों में ले कर सुलाइये हमको....
हम बोले अरे मेरा जान नाइटी पहन लो अभी मौसम देख रही है ठंडा जैसा हो रखा है तबियत बिगड़ेगा तो मां का बात सुनना बैठ कर....
पूजा बोली बै जान सच में मन नहीं है मेरा और आप कैसे कह रहे है वरना ऐसे तो नंगी हो रखेंगे बोलते थे....
हम बोले अरे जान नंगी रखते पर कब जब ये दोनो शैतान तुम्हारे अंदर नही होता तब पर अभी तुम तीनो का खयाल रखना मेरी जिम्मेदारी है ना फिर चलो पहन लो हम भी पहन लेते है अपना हाफ पैंट और उठने लगे तो पूजा मेरा हाथ पकड़ ली पर कुछ बोली नहीं.....

हम समझ रहे थे उसके मन की बात एक तो हम खुद को शांत नही किए ऊपर से पूजा मेरे बाहों में नंगी सोए ये हमको बहुत पसंद था इसलिए वो ऐसा कर रही थी और हम उसकी इच्छा को मारे नही बिस्तर में उसको सही से लिटाए और दो चादर को जोड़ कर एक पतला कंबल जैसा बनाए और उसी में लिपट कर दोनो कोई एक दूसरे की बाहों में समाए सो गए.....
सुबह तकरीबन पांच बजे बादलों के तेज गड़गड़ाहट से पूजा डर के जाग गई और उसके एकाएक मेरे बदन से अलग होने पे हम भी उठ गए और बोले अरे जान क्या हुआ वो मेरे गले से लग गई और बोली डर गए थे इतना जोर से बादल का आवाज आया तो....हम उसके माथे पे चूमे और पीठ पे सहलाते हुए बोले अरे हम है ना और बादलों से क्या डरना....
और फिर उसको अपने से चिपका कर वापिस सुला लिए पर मेरे आंखो से नींद गायब हो चुकी थी....
बाहर बहुत तेज बारिश हो रही थी और पूजा हमसे एकदम चिपट के सोई थी वैसे भी सुबह सुबह की नींद बहुत तगड़ी होती है....

इधर मेरी नींद उड़ी हुई थी और हम लगे थे हिसाब बैठाने में की कैसे कैसे भोपाल से पटना आना जाना करना होगा और ये केवल मां का हुकुम ही नही बल्कि मेरा भी मन था की हम अपनी जान को जितना हो सके उतना समय दे पाए और सबसे जरूरी बात पूजा का खुश रहना था और मेरी जान मेरे साथ रहने पे ही सबसे ज्यादा खुश रहती थी या एक तरह से बेफिक्र रहती थी की हम उसके पास है तो बस सब कुछ सही है.....पर अभी डिलीवरी के समय पैसे और मन दोनो से मजबूत रहना था वैसे पहले से सेविंग्स तो करते आ रहे थे पर अभी ये पटना आने जाने में खर्च बढ़ने वाला था पर जब मेरे बगल में सो रही पूजा के चेहरे को देखा उसपे सुकून भरे एहसास को महसूस किया तो फिर दिमाग में ये पैसे वाली बात भी फुर्र हो गई क्युकी ये वही लड़की है जिसके लिए ये नौकरी पाए थे हम और इससे बढ़ कर कुछ नही.....

खैर इसी तरह सोचते सोचते मेरी भी आंख लग गई और दुबारा आंख खुली तो पूजा उठा रही थी हमको...जब आंख खोले तो पूजा बोली जान उठ जाइए साढ़े सात हो रहा है दीदी लोग आने वाली होगी ना चलिए....हम बोले नही जान अभी मन नही है बिलकुल भी और बाहर बारिश हो रहा है दीदी लोग को आने में देर लगेगा तुम भी आराम करो....पूजा बोली अरे पागल बारिश कब का बंद हो चुका है चलिए उठिए ना....
हम दुबारा से उठे और सामने मेरी जान की नंगी चूचियां मेरे सामने थी जिनपे ध्यान मेरा अभी गया तो हम पूजा को अपने पास खींचे और जैसे वो इसी लम्हे का इंतजार कर रही थी....मेरे आलिंगन में आते ही पूजा हमको मेरे होंठो पे चूम ली और बोली गुड वाला मॉर्निंग जान....हम उसकी चुचियों को कस कर भींचते हुए बोले गुड मॉर्निंग जान सुबह सुबह ये हसीन नजारा देख के तो मन ही नही हो रहा की तुमको छोड़े पर क्या करे अभी थोड़ी देर में मां आवाज दे देंगी.....
पूजा कसमसाती हुई बोली अरे मेरी जान अभी हम आपके पास है ना नहा कर तैयार होने तक....आप एक बार बोलिए तो क्या चाहिए क्या करे हम जिससे मेरी जान का मूड एकदम फिरेश हो जाए....
हम बोले फीरेश हो जायेगा चलो साथ में नहाते है...पूजा बोली जो हुकुम मेरी जान....फिर दोनो कोई बिस्तर से उठे और साथ में नहाए और वहा भी हम दोनो ने एक दूसरे को अपने प्यार की चाशनी में डुबोया....
नहा कर तैयार होते वक्त हम पूजा को बोले जान जल्द ही इनमे से दूध पीने को मिलेगा ना....पूजा बोली हा बाबा जल्द ही मिलेगा पर अभी थोड़ा इंतजार करना होगा माय लव....
वैसे तुम दिन पर दिन और सुंदर होते जा रही है ऐसे में हमको तो और दिक्कत होगा यहां इतनी सुंदर बीवी को छोड़ के वहा अकेले भूत के तरह भटकेंगे....पूजा हस कर बोली बै जान ऐसे बोलिएगा तो हम आपको जाने ही नही देंगे....हम बोले अच्छा तो लगाओ कोई बहाना और रोक लो हमको अपने पास....पूजा मुंह बनाती हुई एक लंबा सास छोड़ते हुए बोली काश की ऐसा हम कर पाते....हम बोले अरे अब प्लीज उदास मत हो जाना गिनती आता है ना एक दो कर के पांच तक गिनना बस फिर हम यू हाजिर हो जायेंगे.....
पूजा बस हल्के से मुस्कुरा दी...हम बोले अरे अभी ना बोले मायूस नही होना फिर ये हल्की सी हसी क्यों....पूजा बोली कुछ नही जान आप सब जानते है ना...हम बोले हा जानते है इसलिए तो गिनती गिनने बोले है और अभी चलो नीचे वरना मां फिर गुस्सा करेगी आज दवाई में लेट हो गया है तुम्हारे....
पूजा बोली चल रहे है जान अभी से यही तो करना है दवाई खाना आराम बस....हम बोले यही तो करना है और क्या करेगी एक मिनट एक और काम है करने को....
पूजा सवालिया नजरो से हमको देखने लगी और हम उसको देखते रहे की वो कुछ बोलेगी और जैसे की उसको मेरे मन की बात पता चल गई वो मेरे गले में हाथ डालते हुए बोली आपको प्यार करेंगे जान और क्या....
हम हस दिए और बोले ये हुआ ना बात...पूजा भी हस दी और बोली आप ना पागल है मेरे सेक्सी हब्बी मेरे जान....उम्माह चलिए अब चले नीचे....

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दोनो कोई नीचे गए तो मां बोली क्या बेटा आज दोनो काफी देर तक सोए नींद लेट से आया क्या तबियत ठीक है ना....
हम बोले सब ठीक है मां तुम्हारे होते कुछ गड़बड़ हो ही नही सकता....मां बोली चल बात ना बना और भाग के जा थोड़ा समान पापा ला कर रखे होंगे दुकान पे वो ले आ और पूजा बेटा आज डॉक्टर के यहां चलेंगे तिवारी आंटी भी साथ में चलेगी....हम बोले अरे अरे मेरे को भी कोई पूछ लो भाई हम बाप है....
मेरे ऐसे बोलने पे मां और पूजा दोनो हस दी और बोली तू ही तो ले के चलेगा हम लोग को पगला कहिंका और कल सुबह कुलदेवता के मन्दिर चलना है तो आज के जैसे लेट नही उठना नही तो बहुत गरियाएंगे दोनो को....
हम बोले हा मां टेंशन मत लो हम आते है दुकान से और हम निकल गए दुकान....
दुकान पे पापा ने कुछ सब्जियां और घी ला कर रखा था वही लाना था और उन्होंने ये भी बताया कि कल एक खाना बनाने वाले को बुलाया है जो खाना का आइटम तैयार करेगा तब तक हम, पूजा, मां और बड़ी दीदी कुलदेवता के मन्दिर पूजा कर आयेंगे उसके बाद शाम को पार्टी कर लेंगे....
हम बोले परफेक्ट प्लान है पापा सब सेट है फिर वो पूछे की तू कब निकलेगा हम बोले परसो रात की फ्लाइट है...
पापा बोले चल अच्छा है पर बेटा जब भी मौका हाथ लगे घर आ जाना क्युकी तेरी जान तेरे पीछे में एकदम मुरझा सी जाती है इस बार ऐसा कुछ नही होने देना समझा....
हम थोड़े दबे स्वर में बोले ध्यान है पापा हमको और यहां से जाते ही हम हर हफ्ते के आने जाने का प्रबंध कर लेंगे....
पापा तुरंत मेरी बातो के पीछे छुपे परेशानी को समझ गए और बोले पैसा को ले कर बिलकुल भी चिंता नही करना हम है अभी तेरे साथ....
हम मुस्कुरा कर बोले अरे पापा क्या आप भी अगर आज भी हमको जरूरत लगेगा तो जैसे पहले मांगते थे वैसे ही आज भी मांग लेंगे ये थोड़े है की कमाने लगे है तो आपसे मांगेंगे नही....
तभी पीछे से तिवारी अंकल आए और बोले बाल बच्चा कितना भी पैसा कमाने लगे कितना भी बड़ा बन जाए बाप मां के लिए बच्चा ही रहता है....
हम बोले जी अंकल और फिर थोड़ी इधर उधर की बाते कर के घर निकल गए हम....
घर पहुंचे तो देखे की मेरे दोनो बहन और बहनोई पधार चुके है और दोनो बहन, बड़ी भाभी और मां पूजा के इर्द गिर्द उसको घेर के बैठी थी और दोनो बहनोई अपने अपने काम और बिजनेस टाक्स में लगे हुए थे....
और उनके पुत्र पुत्री यानी की मेरे भांजा भांजी मां पापा के कमरे में धमाचौकड़ी मचाए हुए थे और बेचारा जिमी चैन में बंधा उनको देख के उनके पास जाने को बेचैन था.....
हमको देख के दोनो बहन और बहनोई लगे बधाई देने इन सब में मेरा दिमाग चकरा गया....खैर तीन चार सौ हिदायत और चेतावनी सुनने के बाद थोड़ा सुकून का सास लेने को मिला वो भी तिवारी आंटी के आने के बाद....
उनके आने का साफ साफ मतलब था की अब हमे डॉक्टर के यहां जाना है सो आधे घंटे के अंदर हम तीनो चल पड़े डॉक्टर साहिबा के यहां....

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डॉक्टर साहिबा पटना की जानी मानी लेडी डॉक्टर थी....उन्होंने भोपाल में इलाज के सारे रिपोर्ट्स देखने के बाद तुरंत पूजा का एक अल्ट्रासाउंड किया और फुल चेकअप के बाद बोली ग्रोथ सही है डिलीवरी के समय तक पूजा को कुछ दवाइयां रेगुलरी लेने को बोला और अभी से तीसरे से चौथे महीने में डिलीवरी की एक्सपेक्टेड डेट बताई.....बाकी सब ऑल ओके कोई टेंशन वाली बात नही बस स्ट्रेस नही लेना है ये एक बात पूजा को भोपाल वाली डॉक्टर भी दोहराई थी और यहां ये भी दोहराई क्युकी पूजा का जब भी चेकअप वगैरह होता तो वो घबरा जाती थी जिसके वजह से उसकी नब्ज तेज होती या फिर कुछ और पर डॉक्टर लोग ये बात पकड़ लेते और पूजा को नसीहत दे डालते की ने स्ट्रेस पर वो तो ठहरी पगली जब तक सब कुछ उसके आंखो के सामने सही सलामत ना दिख जाए उसका प्राण अटका हुआ रहता था.....
खैर वहां से दिखलाने के बाद हम लोग वापिस घर आए और उसके बाद शुरू हुआ फैमिली टाइम.....
वीडियो कॉल पे बैंक वाला भाई भाभी से अलग ही बात हो रहा था तो कभी सुगंधा और मम्मी से बात हो रहा था.....पापा और भईया भी दुकान जल्दी बंद कर के आज घर आ गए थे....सब कोई जमा हुआ था घर में और हर एक आदमी अपने अपने तरीके से कल के दिन को कैसे सेलिब्रेट करना है प्लानिंग बनाए जा रहा था....
जिमी भी अब सब के बीच घुल मिल गया था उससे अब बच्चे डर नही रहे थे बल्कि उसके साथ खेल रहे थे....
और इधर मेरी जान आंखो ही आंखो में इशारा करती की वो मेरे गले लगने को बेताब है पर कोई उसे अकेला छोड़े तब तो.....इसी तरह कब दोपहर हुई कब शाम और कब रात पता ही नही चला....
रात के खाने के बाद भईया भाभी के घर पे बड़ी दीदी और जीजा जी साथ में चले गए वही सोने और छोटे वाले जीजा जी अपने घर लौट गए कह कर की सुबह आयेंगे वापिस और छोटी दी मां पापा के साथ उनके रूम में एडजस्ट हो गई और बच्चे लोग आ गए हमारे कमरे में....
दिन भर उछल कूद मचाने के बाद दम भर खाना खाए और बेसुध हो कर सो गए सारे....पलंग पर जगह तो थी नहीं अगर एडजस्ट करते भी तो हम में से कोई एक ही सो पाता इसलिए पूजा ने जुगाड लगाया और जमीन पे ही मस्त बिछावन लगाया और दोनो कोई लेट गए....पूजा ने अपने कपड़े शाम में ही बदल किए थे पर मेरे साथ कमरे में आने के बाद उसने अपना पेटीकोट और ब्रा उतार दिया था और अभी वो केवल नाइटी में थी....
लेटने के बाद पूजा मेरे सीने पे सर रखी और मेरा हाथ अपने हाथ में पकड़ते हुए बोली जान पूरे दिन आपका हाथ तक पकड़ने को नही मिला गले कहा से मिलते बाप रे कल क्या होगा कल तो और तांडव होगा....
हम बोले अरे नही जान कल तो हम लोगो का स्पेशल दिन है कल दुनिया की नजरो में हमे पति पत्नी बने एक साल हो जायेगा पर हम दोनो के लिए ये चौथा साल होगा है ना.....
पूजा बोली हा अनऑफिशियली चौथा और ऑफिशियली पहला....हम बोले आज एक वादा करते है एक दूसरे से की जैसे ये हाथ थाम कर इतना दूर तक चलते आए है आगे पूरा जीवन इसी तरह हसी खुशी बिताएंगे....पूजा बोली हा जान ये भी कोई बोलने कहने की बात है हम दो जिस्म एक जान है इतने में बारिश शुरू हो गई फिर से तो हम पूजा को बोले चलो बाहर चले थोड़ा बालकनी में वो कुछ बोले बगैर मेरे साथ हो ली....कमरे के पीछे पहुंचे जहा बारिश की फुहारे हम दोनो पे
पड़ रही थी...हम पूजा को अपने आलिंगन में लेते हुए बोले याद है ये जगह...पूजा अपना सर घुमा कर मेरे चेहरे पे चूमी और बोली इसको कैसे भुल सकते है पहली बार अपनी जान से मिलने यही से तो घुसे थे....हम बोले और हम यही से बाहर निकल कर तुमसे मिलने आते थे....वो भी एक समय था जान एक अलग तरह का उतावलापन होता था है ना....पूजा बोली चलिए फिर से छुप छुप के मिलते है....हम हस कर बोले दुबारा से रांची जाना पड़ेगा तुमको ऑटो से कूदना पड़ेगा और हमको अपना सर फुड़वाना पड़ेगा....ये सब से अच्छा तो ये समय है जब तुम मेरी बाहों में हो और किसी का कोई डर नही....पूजा बोली हम भी पागल है इतना अच्छा समय को छोड़ कर पीछे वाला समय में जाने का बात कर रहे है....
हम बोले अभी जब चले जायेंगे तो वैसे ही वेट करेगी तुम मेरा जैसे पहले अपने घर पे करती थी शाम होने का....वहा पांच घंटे होते थे अब पांच दिन होंगे....
पूजा बोली एई पांच घंटा नही पूरा दस घंटा होता था गलत मत बोलिए मेरे इंतजार के समय को सीधा आधा कर दिए....
हम बोले अरे अब जाने भी दो सॉरी....पूजा अपनी आंखे मिच कर बोली होता है जान और मेरे होंठो पर चूम ली....
हम बोले अरे ऐसे खुलेआम कोई देख लेगा तो...तो पूजा बोली देख लेगा तो देख ले मेरे पति है आप कोई दूसरा आदमी नही समझे....इतने में बादल एक बार फिर जोर से गरजा तो पूजा मेरा हाथ जोर से पकड़ ली और घबराहट वाली हसी हस्ते हुए बोली बाप रे आज सुबह से ये लगा है डराने में हमको हम बोले कोई बात नही हम है ना तुम्हारे पास....
हम बोल अभी एक को चाय मिल जाता तो मजा ही आ जाता....पूजा बोली अभी बना लाते है मेरी जान के लिए.... हम बोले बनाने का क्या जरूरत है सब कुछ तो यही है बस उबाल आना बाकी है....पूजा बोली यहां क्या है पगलाए क्या आप...
हम उसकी चुचियों को दबाते हुए बोले ये रहा दूध....फिर उसके होंठो को अपने अंगूठे से सहलाते हुए बोले ये रही चाशनी....हम अपना हाथ दिखलाते हुए बोले ये रहा चायपत्ती का भूरा रंग....और उसकी चूत पे हाथ ले जा कर बोले ये रही गरम गरम आग बस दो तीन बार अपने उनग्लीनुमा स्टोव पिन से प्यारा सा पुश देना है और फिर तो जो उबाल मारोगी तुम की बस मेरी चाय तैयार....पूजा बोली हे भगवान कहां से लाते है इतना भयानक वाला ज्ञान आप....और आप भूरे रंग के है मारेंगे ना....धूप में आते जाते रहते है इसलिए आपका रंग दब गया है थोड़ा वरना आप हमसे ज्यादा साफ रंग के थे....और मेरी इसमें आग कहा है भला....
हम बोले अरे वो हमको पता है ना की उसमे कितना आग है अभी दो तीन बार अपनी उंगली से अंदर बाहर कर के प्रेशर बनाए ना तो देखो कितना आग लगता है पूरे जिस्म में....पूजा बोली हाय हाय मेरे राजा क्या व्याख्यान किए है आप....
हम बोले और नही तो क्या दो मिनट में उबाल मारने लगेगी तुम समझी......
और पूजा को वही पे घुमा कर अपने होंठ उसके होंठो पे रख दिए और ये क्या उसके होंठो पे लिपिस्टिक लगा हुआ था पर पता जरा भी नहीं चल रहा था की उसने लिपिस्टिक लगा रखी है....एक मस्त वाले चुम्बन के बाद हम बोले लिपिस्टिक लगाए हुई थी पर पता नही पड़ रहा था वरना इतना लेट करते ही नही हम इसको खाने में....
पूजा हस कर बोली हम लगा कर ही आए थे नीचे से दीदी नया लाई थी तो बोली ट्राई करने को एंड हम कर लिए.....

इतने में मेरा मोबाइल बजा शायद सुगंधा का मेसेज था हैप्पी एनिवर्सरी का....हम पूजा के हाथो को चूम कर बोले हैप्पी फर्स्ट मैरिज एनिवर्सरी जान....वो बोली अरे बारह बज गया
हम बोले जी बज गया और अगला दिन शुरू भी हो गया...फिर वो मेरे गले में अपने हाथ डाल कर मेरे होंठो को दुबारा से चूमी और बोली हैप्पी फर्स्ट मैरिज एनिवर्सरी टू यू ऑलसो माय लव....
अब तक पूजा की नाइटी का नीचे का हिस्सा कुछ हद तक गिला हो गया था वही मेरे पैर भी गीले हो गए थे इसलिए हम दोनो वापिस अपने कमरे में आ गए और एक दूसरे की बाहों में लिपटे सोने लगे क्युकी कल सुबह हमे पूजा करने मंदिर भी जाना था......
 
सुबह मेरी नींद खुली जब पूजा ने मेरे होंठो पर एक मस्त वाला चुम्मा दिया....और कान के पास आ कर बोली आई लव यू माय जान.....चलिए अब उठ जाइए मंदिर भी जाना है....हम उसको वापिस अपने बाहों में भर लिए और बोले एक साल हो गया शादी को पर अब भी लगता है कल की ही बात है अपनी शादी हुई है और आज सुहागरात है अपनी.....
पूजा बोली वैसे हमलोग का सुगागदीन मना था ना की सुहागरात.....हम हस कर बोले अरे इतना थक गए थे हम लोग की रात में सो ही गए थे और सुबह अपना सुहागदीन का रिवाज पूरा किए थे.....वैसे तुम कहो तो आज रात एक सुहागरात मना सकते है.....
पूजा मेरा हाथ पकड़ी और अपने पेट पे रखवाते हुए बोली बच्चा लोग अंदर कुनमुनाएगा बोलेगा मेरा बाबू का जवानी उफान मार रहा है....
हम बोले अरे इन दोनो के आ जाने के बाद भला हम रुकने वाले थोड़े है अपना प्रेम का असाइनमेंट चलते रहेगा जब तक की मेरी कलम और तुम्हारी ये स्टैंपपैड लाल सिग्नल ना दिखला दे....
वैसे आज बड़ा स्पेशल स्पेशल गिफ्ट लाए है अपनी जान के लिए....लेकिन आज ना कुछ भी कर के ये बच्चा लोग का कुछ करना पड़ेगा....पूजा बोली मेरे जान आप पागल हो गए है ये लोग को कहा भेज देंगे हम....
हम बोले अरे तुमको भेजने का जरूरत नहीं है वो हम जुगाड लगा देंगे बस तुम ना नुकुर मत करना आज थोड़ा क्वालिटी टाइम स्पेंड करेंगे पार्टी के बाद समझी और अपनी एनर्जी बचा कर रखना....

पूजा मेरे होंठो पे चूम कर बोली हम आपके कर कदम में साथ रहते है जान और आप कुछ भी कीजिए हम ना नुकूर नही करने वाले समझे और रहा एनर्जी का बात तो वो तो आपसे बस गले मिलने का देर रहता है हम खुद ब खुद मूड में आ जाते है...हम उसकी एक चूची को जोर से दबा कर बोले अच्छा कैसे आता है तुम्हारा मूड केवल मेरे सीने से लगने से या फिर कुछ और करने से हा....पूजा बोली बै जान अभी सुबह सुबह तंग नही कीजिए चलिए उठिए दोनो कोई फ्रेश होते है फिर मां किसी भी वक्त आवाज दे देंगी तो फिर समझिएगा आप.....हम मोबाइल में टाइम देखे सुबह के पौने छ बज रहे थे....टाइम तो काफी हो गया था इसलिए प्यार मोहब्बत को थोड़ा साइड में रखे और उठे दोनो कोई....
हमारे पलंग पर तीन बच्चे टांगे पसारे गहरी नींद में सो रहे थे पूजा बोली देख लीजिए कुछ दिन बाद अपने बच्चे भी ऐसे ही सोएंगे....हम बोले अरे अभी उसमे बहुत टाइम है जान तब तक पता नही तीसरा बच्चा का प्लानिंग हो जाए....पूजा अपनी आंखे गोल करती हुई बोली बाप रे आप तो मेरा कबाड़ा निकालने पे तुले हुए है....
मेरे लंड को पकड़ कर बोली इससे इतना पिटाई करते है कुछ तो रहम कीजिए जान अपनी जान पे....हम बोले रहम वहम कुछ नही लव हैज नो लिमिट्स....वैसे भी हम तो तुमको एकदम बेशुमार प्यार करते है बल्कि करना चाहते है बस टाइम नही मिलता पूरा वरना तुमको तो हम एक सेकेंड के लिए भी अकेला ना छोड़े....
पूजा हस कर बोली इसीलिए तो हम कहते है आई लव यू....
हम बोले आई लव यू टू स्वीटहार्ट...

फिर दोनो कोई एक साथ बाथरूम में घुसे और नहा धो कर कमरे में वापिस आए तो पाए की बच्चा लोग नीचे जा चुका है....पूजा बोली आप एक बार नीचे हो आइए ना तब तक हम कपड़ा निकालते है पहनने वाला....
हम नीचे गए तो मां और दीदी भी रेडी ही थी हमको देख के मां बोली बेटा अच्छा हुआ तू आ गया नही तो अभी हम आ ही रहे थे तुझको बुलाने....तभी पीछे से दीदी बोली अरे तुम दोनो कहा सोया बच्चा लोग तो पलंग पर था....हम बोले कमरे में ही सोए थे दीदी और कहा....
तो दीदी बोली जमीन पे रे....हम बोले हा तो क्या हो गया...
मां सुनी तो बोली एकदम दिमाग नही है कल रात में बारिश हो रहा था और तू पूजा बेटा को नीचे जमीन पे सुला दिया कुत्ता कहिंका अगर भगवान न करे उसको ठंडा उंडा मारा ना तो तेरा खैर नहीं....
हम मां को हस कर बोले अरे मां कुछ नही हुआ उसको अभी नहा कर तैयार हो रही है नीचे हम आए थे ये पूछने की कुछ एक्स्ट्रा ताम झाम तो नही लेना ना....दीदी हस कर बोली सही में तेरा दिमाग खिसक गया है...
मां बोली शादी के समय वाला चुनरी और तेरा धोती होगा जिससे गठबंधन हुआ था वो ले लेना बस बाकी सब हम लोग रेडी कर रखे है तैयार हो के आजा....
हम मां से बोले मां नया कपड़ा लाए है पहनने को दे दे...तो मां बोली पहले नीचे ले आ भगवान को छुआ कर देंगे फिर पहनना ऐसे नही....

हम ऊपर गए जहां मेरी जान अपना श्रृंगार पटार कर रही थी.....हम बोले जान तुम्हारे लिए तीन नया कपड़ा ला रखे है मां बोली है अभी साड़ी पहनने....
पूजा बोली तो फिर शाम में क्या बोली है और तीन कपड़ा मतलब क्या....आप लाए क्या क्या है मेरे जानेमन....हम बोले लाए तो बहुत कुछ है पर सब कुछ समय के अनुसार दिखलाएंगे फिलहाल एक सूट है एक साड़ी है और अपने ऑफिस बैग से निकाल के दिखलाए उसको....
वो दोनो चीजे उठा कर देखते हुए बोली जान ये महंगा होगा ना क्या जरूरत था कोई और ले लेते जरूरी है हर बार ब्रैंड ही लेना है....
हम बोले अरे मेरी जान मामूली थोड़े है जो मामूली कपड़े पहनेगी और बोल तो ऐसे रही हो जैसे पहनती ही नही हो मामूली कपड़े घर में डेली यूज में पहनती हो ना आज स्पेशल दिन है तो फिर हर चीज स्पेशल होना चाहिए ना.....
पूजा बस मुस्कुरा कर रह गई और साड़ी पहनने को रख ली और बोली मां सूट पहनने के लिए इजाजत दे दी....
हम बोले अरे आज बोले ना स्पेशल दिन है तो सब चलता है और अपनी मां सब जानती है तो वो मना क्यू करेंगी रोज रोज तो सालगिरह आता नही.....
फिर पूजा अपना नाइटी उतारने लगी तो हम बोले एक मिनट अभी नीचे से इन कपड़ो को भगवान जी को स्पर्श करा कर लाने दो मां बोली है फिर पहनना और पहनना क्या हम पहनाएंगे अपने हाथो से....तो पूजा बोली फिर तो हो गए हम तैयार मां फिर गुस्सा करेगी....
हम बोले अरे कुछ बदमाशी नही करेंगे पर गारंटी नहीं लेंगे क्युकी मामला संगीन है कुछ भी हो सकता है....
पूजा एक अदा से बोली वो क्यू होगा भला.....
हम बोले अरे मेरी जान है ही इतनी खुबसूरत की कंट्रोल नही होता वो भी नंगी देखने पे....
पूजा थोड़ा मेरे पास आई और मुस्कुराते हुए बोली आपसे कंट्रोल नही होता तो हमसे कौन सा होता है पर जान अभी नही.....उसके लिए रात है ना अपने पास....अभी पूजा पाठ का टाइम है जाना भी है सो लेट नही करते....

हम बोले तुम अपना बाल संवारो तब तक हम नीचे से हो आते है और जब नीचे जाने लगे तो पूजा अलमीरा में से मेरे लिए लाया हुआ शर्ट और एक घड़ी दी और बोली इसको भी छूला लाइएगा ये हम आपके लिए लाए है मेरे जान.....
हम हस कर बोले गिफ्ट ऐसे कौन देता है...पूजा बोली अरे मेरा दिमाग ही नही काम किया उल्लू के जैसी करते है हम....और फिर वो मेरे लिए लाया हुआ शर्ट हमको दे दी जिसको ले कर हम नीचे गए और मां को दे दिए तो वो बोली अरे बेटा केवल कपड़ा ये घड़ी वड़ी नही समझा....
हम बोले मां एक नया मंगलसूत्र लाए है वो भी लाना है क्या...मां बोली अरे नही बेटा केवल कपड़ा वैसे अगर तेरा मन है तो ले आ जो भी नया है सब कुछ एक बार छुआ देते है फिर ही पहन लेना...
तो दीदी बोली अरे मां खाली कपड़ा ही करवा दो ना कितना बार वो ऊपर नीचे करेगा और जल्दी करो अभी मौसम सही है फिर धूप चढ़ेगा तो गर्मी से पूजा को परेशानी होगा....
मां बोली हा चल छोड़ इधर दे और उनको हम दे दिए सब कुछ और मां उसको भगवान जी को स्पर्श करा के हमको दे दी और देते हुए बोली पूजा बेटा शर्ट लाई है तेरे लिए सुंदर है बेटा तुझपे खिलेगा....
हम बोले अरे हम भी तो उसके लिए लाए है उसका कुछ नही....तो मां बोली अरे बेटा तेरा तो पसंद हम लोग से भी अच्छा हो गया है....
दीदी हस दी और मां भी और हम झेंप गए बुरी तरह से और वहा से ऊपर आ गए......

कमरे में आ कर पहले गेट बंद किए और फिर पूजा की तरफ घूम तो वो आइने के सामने काजल लगा रही थी....हम बोले अभी वो सब रोको वो मेरे तरफ घूमी और फिर हम बिना देर किए उसकी नाइटी को उतार दिए और मेरी जान मेरे सामने नंगी हो गई....
हम पूजा को एक टक से देखने लगे तो वो बोली एई जान क्या हुआ....हम एक लंबा सास छोड़ते हुए बोले अरे हमको कुछ नही हुआ इसको हो रहा है और खड़े होते अपने लंड की तरफ इशारा किए जिसको पूजा पैंट के ऊपर से ही थपकियाते हुए बोली अभी नही बेटा अभी टाइम नही है तेरा....
हम पूजा की चूची को सहलाते हुए उसको चूमने झुक रहे थे तो वो हमको रोक दी....तो हम बोले अरे एक बार चूमने तो दो....पूजा ऐसे बिदक के दूर हुई हमसे जैसे अभी हम उसपे चढ़ बैठेंगे....
हम हस कर बोले हे भगवान पहले कुछ करने तो दो फिर ना भागोगी की पहले से ही....पूजा बोली आप जानते है ना हम फिर बहक जायेंगे और अभी साफ शरीर से पूजा में बैठना है पागल....
हम बोले हा बाबा पता है पर अभी हम कुछ करते तब ना....पूजा बोली वो हम जानते है आप कितना करते कितना नही.....
फिर हम साड़ी का पैकेट खोले जिसमे नई ब्रा से ले कर ब्लाउज पेटीकोट सब था....
पूजा बोली आप ना....हम बोले हम ना क्या गंदे आदमी है....
वो बोली नही आप ना मेरे जान है डार्लिंग है सब कुछ खरीद के ही ले आए जबकि मेरे पास अभी नया ब्रा था जान....
हम उसकी बात का कोई जवाब नही दिए और पहले ब्रा पहनाए उसको और फिर आइने के सामने घुमा कर ब्रा में उसकी चुचियों को एडजस्ट किए और उसी बहाने उसके निप्पल को हल्का सा उमेठ दिए.....
तो वो अपनी आंखे बंद करते हुए सिसकी और एक लंबा सास छोड़ते हुए बोली आप कोई मौका नहीं छोड़ते है हमको बहकाने का.....
हम बोले उफ ये हसीन सितम कैसे सह रही हो तुम....बोलो तो कुछ उपाय कर दे.....
हम उसकी चुचियों को थामे हुए ही बोले तो वो आइने से ही हमको देखी और मुस्कुरा दी पर कुछ बोली नहीं....
फिर हम उसको पेटीकोट पहनाए और फिर ब्लाउज उसके बाद धीरे धीरे साड़ी भी पहना दिए.....उसके बाद बोले अभी अपनी आंखे बंद करो वो बोली अरे क्यू क्या हुआ....
हम बोले अरे करो तो और फिर अपने सीक्रेट जगह अपने ऑफिस बैग के एक चेन में जहां पे हम वो नाइटी निप्पल रिंग और मंगलसूत्र रखे थे वहा से मंगलसूत्र निकाले और अपनी जान के गले में डाले और बांधते हुए उससे पूछे की देखो कैसा है सुंदर है की नही....
और वो गधी नया मंगलसूत्र देख के रुवांसी हो गई और रुंधे हुए गले से बोली बहुत सुंदर है जान.....
कितने का दिया...हम बोले रहने दो गिफ्ट का दाम नही बतलाते लोली....और अभी इतना मेकअप लगाई थी सब रो के बहा देगी क्या....
वो रोते रोते हस दी और बोली नही जान हम मेकअप नही किए है खाली क्रीम ही तो लगाए थे अभी की आप रोक दिए बोले रोको वो सब....
हम बोले अरे अरे चलो अब स्टार्ट करो फिर हम भी तैयार होते है और अब रोना नहीं पता नही क्यों रोने लग जाती है हर बात पे....

पूजा बिना कुछ बोले चुप चाप अपना आगे का कार्यक्रम करने लगी और हम फटाफट तैयार हो गए और जो शर्ट पूजा लाई थी सही में फब रहा था हम पर.....पूजा मेरे को देख के बोली जान आप तो एकदम हीरो लग रहे है....हम बोले और तुम हीरोइन पर एक मिनट एक चीज तो हमको और करना था....वो बोली क्या जान.....हम सिंदूर का डिब्बा उठाए और उंगलियों में सिंदूर ले के उसकी मांग में भर दिए और बोले ये....
पूजा बस मुस्कुरा कर मेरे बाह में अपना हाथ फसा ली और बोली चलिए अब....हम बोले अरे सुनो मां बोली है की अपना शादी के समय वाला चुनरी और मेरा धोती ले लेना तो वो ले लो फिर चल चलते है....
पूजा अलमीरा से वो निकली और फिर दोनो कोई आ गए नीचे.....

जब दीदी हम दोनो को देखी तो बोली दुबारा से बियाह करने नही जाना है बेटा बाप रे एकदम दूल्हा दुल्हन लग रहा है दोनो का दोनो.....इतने में बड़ी भाभी आई तो देख के बोली बस खाली कोट पहन ले देवर बाबू बाकी दुल्हनिया तो एकदम तैयार है चुनरी हाथ में है ही.....
मां बोली अरे अभी दोनो के दोनो को गरियायेंगे मेरा बेटा बहु को नजर लगाई तो....हम दोनो जा के पहले मां के पैर छुए और आशीर्वाद लिए और मां हमको और पूजा को एक एक नजर का टीका लगाई....उसके बाद हम दोनो दीदी और भाभी के भी पैर छुए उसके बाद मां पूजा को ले कर अपने कमरे में चली गई....

इधर भाभी को हम देखे तो सोचे की अभी ही मौका है उनसे बात कर लू और पहुंच गए उनके पास और उनको बताए अपने प्लान के बारे में और बोले की जरूरत पड़े तो भईया का मदद ले लीजिएगा बाकी वैसे कुछ ज्यादा तो नहीं है आप सब अरेंज कर लीजिएगा....
भाभी अपनी आंखे गोल करती हुई बोली कहां से सोचते है ये सब आइडिया आप हा बाप रे इश्कबाज बन गए है पूरे के पूरे....
हम बोले अरे जोर जोर से मत बोलिए बाबा कर दीजिएगा ना.....भाभी हस के बोली अरे हा देवर राम सब हो जायेगा....तो हम उनको पैसे देने लगे जो भी खर्च होगा तो वो बोली ये रखिए अपने पास हम करवा देंगे अपने तरफ से और सालगिरह का गिफ्ट हो जायेगा समझे.....
अभी ये सब बात हो ही रहा था की दीदी पीछे से बोली वाह बेटा ये खतरनाक प्लानिंग और कुत्ता कहींका अपना भांजा भांजी को ही भगा रहा है....
हम दीदी को देख के सकपका गए थोड़ा और बोले नही दी भगा नही रहे चलो ये सब रहने देते है एक सेलिब्रेशन तो हो ही रहा है ना बच्चा लोग यही सोएगा.....

तो वो मेरा गाल खींचते हुए बोली अरे अरे अब मुंह मत बना शादीशुदा है तू हम समझते है पगला और जो सोचा है तू अच्छा सोचा है आखिर लव मैरिज वाला को कुछ तो एक्स्ट्रा प्यार दिखना चाहिए ना.....और तू टेंशन मत ले बच्चा लोग का अपना मामा मामी के लिए इतना तो वो लोग भी कर सकता है....
तो भाभी चुटकी लेते हुए बोली देख रही हो ना पूजा के प्यार में पड़ के भोलाभाला से कितना शातिर हो गया है....
तो दीदी बोली नही भाभी पूजा बहुत खुशकिस्मत है की मेरे भाई जैसा जीवनसाथी उसको मिला है और वो भी कम प्यार थोड़े करती है इसको पता नही गधा में का दिखा उसको भगवान जाने....
उनकी इस बात पे हम बुरी तरह झेंप गए वही वो लोग हस दी और फिर हम और दीदी मां के पास आए और फिर निकल चले मंदिर....

गाड़ी में जब हम और पूजा अकेले होते थे तो भी शायद ही कभी गाना बजाते हो और जब सब कोई साथ में हो जैसे पापा मां और हम दोनो तो रेडियो बजता था....और अभी पूजा और मां पीछे बैठी थी जबकि दीदी आगे मेरे साथ और वो हमदोनो को छेड़ने के मकसद से गाड़ी में गाना बजा दी....

तेरे इश्क में पागल हो गया दीवाना तेरा रे...
सच होते होते हो गया अफसाना मेरा रे....
माहिया तेरे प्यार में....

मेरा और पूजा दोनो का मुंह देखने लायक था जबकि दीदी मंद मंद मुस्कुरा रही थी की कही हम कुछ बोले और वो मोर्चा छेड़ दे.....
पर हमको कुछ बोलने का जरूरत ही नही पड़ा मां दीदी को बोली कुछ भक्ति गाना बजा ले ये क्या बजा रही है....
फिर दीदी कुछ बजाने के बजाय उसको बंद ही कर दी...और मां से बोली नही फिर नींद आ जायेगा हमको वो सब घर में सुबह सुबह बजता है तब अच्छा लगता है मां अभी नही....
खैर पैतालीस मिनट में हम लोग मंदिर पहुंच गए और फिर मां वहा पंडित जी को बोल के सब पूजा का सेटअप करवाई जबतक दीदी हम दोनो को गठबंधन वाला चुनरी पूजा को ओढ़ा दी और हम धोती अपने कंधे पे रख लिए और फिर शुरू हुआ पूजा का कार्यक्रम....
पूजा करने के दौरान पंडित जी को बहुत कम चीज समझाना पड़ा पूजा को जिससे वो मां को बोले बहु का जितना उमर उससे कही ज्यादा ज्ञान है इसको अच्छी पसंद है आपकी बुढ़ापा सेट है आप दोनो का....
ये सुन कर मां तो खुश हुई ही जबकि हमको भी गर्व हुआ अपनी पूजा पे
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सवा घंटे के बाद पूजा समाप्त हुआ और फिर थोड़ा देर चला फोटो सेशन उसके बाद हम लोग घर के लिए वापिस निकले और इस बार मां आगे बैठी थी और पूजा और दीदी पीछे....
रास्ते में हल्की बारिश हो रही थी एकदम धीमे धीमे जिससे माहोल और रोमैंटिक हो गया था और ऐसे में जब रास्ते में दोनो तरफ हरियाली हो और सुनसान हो फिर तो दिल अपने आप गुलाटी मारने लगता है पर यहां पे गुलाटी मारने का कोई फायदा तो था नहीं पर जैसे भगवान चाह रहे थे की हम और मेरी जान थोड़ा सा इस लम्हे का लुफ्त उठा ही ले सो एक जगह पे नाश्ता वाला का ठेला लगा हुआ था और उसके बगल में ही नारियल पानी वाला का भी ठेला था तो मां बोली गाड़ी साइड में लगा ले पूजा बेटा को एक नारियल पानी पिला दे उसके पेट में कुछ तो जायेगा और हम लोग कुछ खा लेते है.....
ऐसा इसलिए क्युकी वहा का खाना अभी पूजा के लिए सेफ नहीं था....
तो हम बोले हम भी नारियल पानी ही पियेंगे फिर घर जा के खायेंगे ना खाना....तो दीदी भी बोली फिर सब कोई नारियल पानी ही पी लेते है और गाड़ी में से हम बाहर निकले और एक एक कर के नारियल पानी दीदी और मां को दे दिए तो इतने में पूजा डार्लिंग अपना दिमाग लगा लि और मां से बोली की मां थोड़ा खड़े होने का मन हो रहा है तो मां हमको बोली ले जा इसको और फिर मेरी जान मेरा हाथ पकड़ के गाड़ी से बाहर निकल आईं मेरे साथ और नारियल पानी वाले के पास आते हुए बोली हम समझ रहे थे की मेरी जान के मन की बात इसलिए आ गए आपके पास...
हम मुस्कुरा कर बोले लव यू स्वीटहार्ट...और फिर दोनो कोई एक एक नारियल पानी का मजा उठाए और मजे की बात ये देखिए की पूजा के नारियल में फल लगा हुआ था जिसको पीने के बाद नारिया वाला बीचों बीच फाड़ दिया और दे दिया खाने को जिसको पूजा खुद भी खाई और हमको भी खिलाई....
जब नारियल वाले को पैसे दे कर हम वापिस गाड़ी की तरफ लौटे तो मां दीदी के साथ बैठी थी और वो बोली पूजा बेटा तू आगे बैठ जा....
फिर तो मेरी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा....पूजा का हाथ पकड़ के ही उसको गाड़ी में बिठाए और फिर गियर बदलने के बहाने कभी कभी हम पूजा का हाथ छू लेते और इसी तरह अपनी रानी के साथ थोड़ा चुहलबाज़ी करते हुए पहुंच गए घर....

घर के पास पहुंचते ही सब्जी की खुशबू नाक में घुसी...अंदर गए तो पाया की छोटी दी, भाभी और तिवारी आंटी मिल के खाना बना रही है और पापा तिवारी अंकल के साथ बैठ कर बाते कर रहे है और जिमी वही पे बच्चो के साथ खेल रहा है.....
मेरे दोनो जीजा और बड़े भईया कही नजर नहीं आए....
हम और पूजा दोनो कोई जा के पहले पापा के पैर छुए और फिर तिवारी अंकल के....बाहर का शोर सुन के किचन की लेडीज सब भी बाहर आ गई तो फिर छोटी दी और तिवारी आंटी के भी पैर छुए और सब से आशीर्वाद लेने के बाद हम दोनो के लिए खाना परोसा गया पर हम और पूजा दोनो कोई बोले पहले मां और पापा को देने उसके बाद ही हम लोग खायेंगे फिर मां के कहने पे हम दोनो को ही पहले खाने बैठना पड़ा....भूख तो बड़े जोरों की पहले से ही लगी थी सो खाना मिलते ही टूट पड़े....
खाना खाने के बाद धीरे धीरे बाकी लोगो ने भी खाना खाया इन सब में दोपहर हो गया था.....अभी सब कोई के साथ एक कप चाय चल ही रही थी की सुगंधा और उसका पूरा परिवार घर आ गया.....
पूजा के पापा आज पहली बार हमारे घर आए थे उनके आने की उम्मीद न मैने की थी और ना ही पूजा ने हमारी छोड़ो मां पापा ने भी ये उम्मीद नहीं को थी पर वो आए तो सब को ताज्जुब से ज्यादा खुशी हुआ और सबसे ज्यादा खुशी मेरी जान को हुई थी क्युकी कही न कही ये एक इशारा था की पापा अब हमे मानने लगे है....

पापा और मां ने बड़े ही गर्मजोशी के साथ पूजा के मम्मी पापा को घर में अंदर लाए और फिर हम दोनो ने उनका भी आशीर्वाद लिया और पूजा की तो खुशी मानो डबल हो गई थी उनके आ जाने से खैर सब के आने से घर का माहोल खुशनुमा हो गया था और साथ साथ पूजा के पापा आज तिवारी अंकल से मिले तो हॉस्पिटल में जो तीखी नोंकझोंक हुई थी उनके बीच वो सब गीले शिकवे आज दूर हुए क्युकी तीनो व्यक्ति एक जगह बैठ कर बकैती करने में लग गए थे पर इन सब में पूजा के पापा ने सुगंधा की शादी के बारे में एक लफ्ज भी नही निकाला और ना ही मेरे पापा ने उनसे पूछा......
खैर इसके बाद सिलसिला शुरू हुआ शाम के पार्टी की तैयारियों का....और सुगंधा भी भाभी और दीदी लोग के साथ लग गई जबकि तीनो सीनियर लेडीज एक जगह बैठ कर अपनी अपनी कहानी में लग गई थी और पूजा उनके साथ ही बैठी थी क्युकी प्रेगनेंसी से जुड़ी हर छोटी मोटी जानकारी उसके भेजे में बिठाई जा रही थी.....
अब बच गए हम, राहुल और जीजा लोग सो शाम को केक कटिंग वाला पार्ट यही नीचे ही होना था सो थोड़ा एडजस्टिंग हुआ बस बाकी कुछ ज्यादा था नही.....

फिर दोपहर का खाना चला खाने के बाद हम सोचे की अभी भी टाइम है तो भाभी से पूछ लेते है की कैसे करवा रही है अगर नही हुआ है तो हम खुद ही कर लेते है.....और भाभी से जब पूछे की क्या हुआ मेरे प्लान का तो वो बोली की अरे काहे इतना उतावले हो रहे है हो जायेगा सब कुछ टाइम से अभी आप बेफिक्र रहिए आपके भईया को बोल दिए है.....
तो हम बोले अच्छा छोड़िए हम ही कर लेते है तैयारी तो भाभी बोली काहे क्या हुआ अब तो हम बोले अरे अभी टाइम है अपने पास तो कर लेते है....भाभी अपना सर पकड़ के बोली बाप रे एकदम बावला हो रखे है आप जाइए पहले भईया से बात कर लीजिए उसके बाद करिएगा कुछ भी वरना आपके चक्कर में हम बात सुनेंगे की हमको भी बोल दी करने और इधर आप खुद से कर लिए....

हम पहुंचे भईया के पास तो वो बोले केक वाले को बोले है वो पहुंचा देगा मेरे पास बना कर और सजाने के लिए शाम में जब रूम में कोई नही होगा तब हो जायेगा....
हम बोले कैसे तो भईया बोला अरे खाली तू ही लवेरिया के पेशेंट है की हमनियो कभी रह चुके है जा भाग शाम में मौका देख के हो जायेगा सब कुछ जैसा तेरा प्लान है और कल बताना की कैसा था.....

समय बीता दोपहर से शाम हो गई और अभी तक में बहुत कुछ हो चुका था मेरा और पूजा का स्पेशल वाला केक आ कर फ्रिज में रखा जा चुका था और सब के सामने काटने वाला केक भी आ चुका था और हमको एक अलग सेलिब्रेशन करना है इसकी जानकारी मां को हो चुकी थी....
मेरे को वैसे तो ग्रूमिंग का जरूरत नहीं था पर फिर भी राहुल और जीजा जी लोग मिल के खर्चा करवा ही दिए बाल सेट दाढ़ी क्लीन और एक फेशियल मसाज....इधर मेरी पूजा के हाथो में छोटी दीदी और सुगंधा ने मिल कर मेंहदी लगा दी थी और बाद बाकी तो वो खूबसूरत पहले से है.....और ब्यूटी पार्लर तो तीन दिन पहले ही हो कर वो आई थी सग्गू के साथ....

अभी पूजा नीचे ही थी सब के साथ में तब तक भईया एक लड़के को ले कर आए और बोले ये यहां पे बलून वगैरह लगा देगा और वो मेरे को इशारा किए की ऊपर चल तो हम तीनो ऊपर आए और वो लड़का अपने साथ एक बैग सा लाया था जो भईया पीछे वाले दरवाजे पे रखवा दिया और लड़के को बोला की जब वो उसके साथ ऊपर आयेंगे तो वो यहां कमरे का काम निपटा देगा कितन समय लगेगा तुझको....
वो लड़का चहक के बोला भईया हती चुकी तो रूम है दस मिनट में फरिया देंगे....
हम भईया को आश्चर्य भरी नजरो से देखे तो वो बोले अरे तू टेंशन मत ले मास्टर आदमी है साज सजावट में....चल अब तू फटाफट तैयार हो क्युकी ऑलरेडी शाम हो चुका है ज्यादा लेट मत कर....

हम कमरे में गए और घुस गए नहाने के लिए....अभी हम नहा ही रहे थे की पूजा बोली जान अकेले अकेले....हम गेट खोले और बोले आ जाओ ना फिर रोका कौन है....पूजा हस कर बोली मां....हम बोले मतलब....
पूजा बोली मां बोली है नहाना नही बस मुंह हाथ धो के तैयार हो जाने को और दस मिनट में तैयार हो कर नीचे आना है....
हम बोले अरे बोलने दो ना बाबा वो लोग भी तो तैयार होने जायेंगे ना तो पूजा बोली नही जानेमन वो सब लोग पहले से रेडी है बस मां साड़ी बदलेगी और हम लोग बाकी कोई नही.....

हम भीगे बदन ही कमरे में आ गए और पूजा को बोले चलो ना नहा लो कौन देखने आ रहा है....
पूजा मेरे गले में बाहें डालते हुए मेरे गाल पे चूमी और बोली जान मन तो मेरा भी है पर इन दोनो के लिए नही नहा रहे वरना अब तक हम आपके पास आ जाते इसलिए आप नहा कर आइए तब तक हम कपड़ा बदलते है....
हम भी सोचे की अभी जल्दी करेंगे तब ही तो रात में ज्यादा समय मिलेगा....इसलिए नहा कर जल्दी से वापिस आए और इधर पूजा नाइटी पहन ली थी....मेरे आते ही वो मुंह हाथ धो कर आई और अपना सूट पहनने लगी जिसमे हम भी उसका मदद किए उसके बाद हम अपना सुबह वाला शर्ट जो पूजा कर के आने के बाद उतार दिए थे वो पहने और हो गए रेडी....
पूजा आइने में खुद को देखते हुए बोली जान आप कुछ भी ला कर देते है मेरे पे गजब खिलता है....
हम बोले गलत तुम पहन लेती हो तो उस कपड़ा का रौनक बढ़ जाता है पगली वैसे लग रही हो एकदम बवाल....
हम पूजा को अपनी बाहों में ले लिए और उसके होंठो को चूमने झुके तो वो बोली लिपिस्टिक नही लगाए है जान रुकिए.....
हम बोले फिर तो और भी अच्छा है रहने दो और तुरंत उसके होंठो को चूमने लगे जिसमे वो भी मेरा पूरा साथ दी....और एक मस्त वाले चुम्बन
के बाद वो बोली आह अब जा के जान में जान आया मेरे सुबह से मौका ही नही लगा....हम बोले अभी रात बाकी बात बाकी जानेमन....पूजा बोली अब क्या बाकी है....हम बोले मेरा स्पेशल गिफ्ट चलो अब चलते है नीचे....

नीचे आने के बाद सीधे दोनो कोई टेबल के पास खड़े हुए और एक दूसरे का हाथ पकड़े चाकू से केक काटे....और काटते के साथ सब कोई ताली बजाया और सुगंधा, राहुल, और दीदी भाभी जीजा सब हूटिंग किया जो बहुत फालतू लगा मेरे को.....
खैर पूजा केक का एक टुकड़ा मेरे को खिलाई और उसी में से हम वापिस पूजा को खिला दिए....
फिर हम दोनो कोई एक केक का टुकड़ा ले कर पूजा के पापा के पास गए और उनको खिलाए तो बुढ़ऊ एक बार में ही पूरा खा लिए फिर जो थोड़ा केक हाथो में बचा था वही मम्मी को खिला दिए....
आज पूजा के पापा झटके पे झटके दिए जा रहे थे....फिर हम अपने मां पापा को भी खिलाए ऐसे ही करते करते सब को खिलाए और फिर सिलसिला शुरू हुआ गिफ्ट्स का....पहले तिवारी अंकल आंटी दिए फिर दोनो दीदी जीजा दिए उसके बाद पूजा की मम्मी और पापा भी ले कर आए थे वो भी दिए....भईया भाभी भी दिए....
उसके बाद थोड़ा बहुत फोटो लेने का दौर चला और इसी बीच भईया उस लड़के को ले कर ऊपर चले गए हमारे कमरे में मेरा ध्यान भईया पे ही था....क्युकी असली सेलिब्रेशन तो ऊपर होना था....

फिर खाना खाने का कार्यक्रम हुआ और इस बीच भईया अपना काम करवा के उस लड़के को वापिस भेज दिए....इन सब में रात के साढ़े दस बज गए फिर सबसे पहले तिवारी अंकल आंटी विदा लिए हमलोग से और उनके जाने के बाद पूजा का परिवार भी घर के लिए निकला सबसे अच्छी बात रही की आज उनके जुबान से को कड़वी बात नही निकली इससे उनकी इज्जत तो रही ही साथ ही साथ मेरी और पूजा की भी रह गई क्युकी मेरे बहन बहनोई सब कोई था और उस बीच अगर कोई आड़ी तिरछी बात पापा करते तो बहुत खराब बात होती हमारे लिए ये तो भगवान का शुक्र रहा की आज सब कुछ अच्छा अच्छा हुआ एंड इससे सबसे ज्यादा खुश पूजा थी.....
आज छोटी दीदी सब बच्चा लोग को ले कर भाभी भईया के साथ उनके घर चली गई और भाभी जाते जाते हमको साइड में बुला कर बता दी की ऊपर कमरे में केक रख दिए है सजा कर ऑल द बेस्ट...
हम हस कर बोले अरे भाभी ऑल द बेस्ट किसलिए पूजा को दुबारा से इंप्रेस थोड़े करना है....
पर भाभी निकली शैतान दिमाग की वो ये बोल के उल्टे पाव भागी की ऑल द बेस्ट तुम्हारे लिए है देवर जी आज बर्दाश्त करना पूजा को सताना नही क्युकी आज वो बहुत सुंदर लग रही है समझे भोंदू लाल.....

हम बिना कुछ बोले वापिस हो लिए और पहले गए अपने रूम में.....
वाह मतलब क्या मस्त आइडिया निकाले थे भईया....उन्होंने रूम में ट्यूबलाइट को बंद रखा था और उसके जगह पे दो मध्यम रोशनी के बल्ब लगाए थे और उसके साथ साथ चाइनीज झालर (सीरीज बल्ब) लटका दिए थे कमरे में चारो ओर....और नीचे जमीन पे लाल दिल शेप के बलून भरे पड़े थे और कमरे के चारो कोने पे दिल वाले बलून अटके पड़े थे शायद उनमें हाइड्रोजन भरा हुआ था.....और पंखे में एक पोटली जैसा लटका हुआ था जिसका डोर अलमीरा के हैंडल पे बंधा हुआ था अब उसमे क्या है वो तो खींचने के बाद ही पता पड़ेगा और पलंग के पास एक छोटा सा स्टूल था जिसको पूरा रेड कलर के चमकीले पेपर में लपेटा गया था और उसपे हमारा केक रखा हुआ था जिसमे स्पार्कल वाला कैंडल लगाया हुआ था और बगल में एक टेडी बियर का जोड़ा था क्यूट सा और उसके साथ प्लास्टिक का चाकू.....और हमारे पलंग पे पूरा गुलाब का पंखुरी का चादर जैसा बिछाया गया था और ड्रेसिंग टेबल पे एक सेंटेड कैंडल था जिसकी खुशबू पूरे कमरे में फैली हुई थी और कुछ देर में वो बाहर भी आने लगती....कुल मिला कर मूड बनाने वाला माहोल था अब बस वेट था मेरी जान के आने का....
हम पहले अपने मोबाइल से कमरे का फोटो खींचे और उसको रख लिए अपने पास याद के तौर पे और लगे हाथ भईया और भाभी दोनो को थैंक्यू का मेसेज भी कर दिए.....

हम रूम का मुआयना कर के नीचे गए जहा पूजा मेरा वेट कर रही थी की हम आए और उसके साथ ऊपर चले क्युकी अब उसका बदन टूट रहा था अभी वो मां पापा दीदी जीजा जी लोग के साथ बैठी थी और खुद से उठ कर आना रुड लगता......
हम मां के कमरे में जा कर खड़े हुए तो मां बोली बेटा जा पूजा को ले जा ऊपर सुबह से एक रत्ती आराम नही की है जा हम लोग भी थोड़ा देर बाद सोएंगे अभी मेहमान जी लौटेंगे....
यहां पे बताते चले की मेरी दोनो बहन का ससुराल पटना के आस पास ही है सो रात में आने जाने में कोई दिक्कत नही और दोनो बहनोई भी समझदार है मामले की नजाकत को समझते हुए दोनो अपने अपने घर निकल जायेंगे....

कमरे से बाहर निकल कर पूजा का हाथ हम पकड़े और सीढ़ी के पास आते हुए धीरे से बोले रेडी हो ना अपने सेक्सी हब्बी के सेक्सी सरप्राइज़ के लिए....पूजा बोली हा जानेमन पहले ऊपर तो चलिए उहुहु हम बहुत थक गए है.....हम बोले अरे मेरी रानी अभी एक लव डोज देंगे तो सब थकान दूर हो जायेगा....और पूजा को अपने गोद में उठा किए तो पूजा हड़बड़ा गई और बोली अरे अरे नीचे उतारिए पागल कोई देख लेगा.....
हम बोले कोई नही देख रहा तुम बस अपनी आंखे बंद करो और वेट करो....पूजा समझ गई की हम उसको नीचे नही उतारने वाले इसलिए वो आंखे बंद की और हम तुरंत ऊपर पहुंच गए....दरवाजे पे पहुंच कर उसको गोद से उतारे और वो अपनी आंखे खोल दी तो हम अपने हाथो से उसकी आंखे ढंके और कमरे में आ गए....कमरे में आने के बाद पूजा के पैर से बलून टकराए और खुशबू उसके नाक में गया तो वो बोली जान बहुत अच्छा खुश्बू आ रहा है और नीचे क्या है बलून है ना.......
हम बोले हा जानेमन बलून ही है पर अभी उसके अलावा बहुत कुछ है वेट करो बस एक सेकेंड और अपनी आंखे बंद ही रखना....फिर उसको स्टूल के पास खड़ा किए और पंखे में लटकी पोटली का डोर पकड़े और पूजा के कान के पास जा के बोले हैप्पी फर्स्ट मैरिज एनिवर्सरी टू माय लव....
और पूजा आंखे खोली और इधर वो डोर हम खींचे जिससे हम दोनो के ऊपर कलरफुल स्पार्कल और थर्मोकोल का मोती जैसा गिरा ढेर सारा वो चौंक कर बोली अरे अरे वाओ जान ये कब हुआ हा....पूजा एक बार चारो तरफ अपना नजर घुमाई और देख के बोली जान सब कुछ कितना सुंदर है....
कैसे और कब किए ये आप...हम बोले अरे हो गया अब जैसे भी हुआ ये बताओ कैसा लगा सरप्राइज़....
वो तुरंत मेरे गले से लग गई और एक मस्त वाला चुम्मा मेरे होंठो पे चिपका दी....
उसके बाद हम बोले चलो अब इससे पहले की केक काटे पहले अपना गिफ्ट सब देख लो....और फिर हम अलमीरा के ऊपर से अपना बचा हुआ गिफ्ट सब निकल के पलंग पे रखे और पूजा को बोले ये गिफ्ट भी पहनने ही वाला है जानेमन सो रेडी हो जाओ....वो बोली हे भगवान इसमें भी आप अपना जुगाड लगा लिए....हम हस कर उसको अपने आलिंगन में ले लिए और बोले अरे तुमसे मन भरता ही नही क्या करे नया नया जुगाड बिठाते रहते है....
पूजा अभी कुछ बोलती की बाहर झमाझम बारिश शुरू हो गया...तो हम बोले देखो मौसम भी खुल के बरस रहा है तो तुम भी खुल जाओ थोड़ा जानेमन तो पूजा अपने सीने से दुपट्टा उतारी और मेरे को पलंग के कोने पे बिठा कर खुद मेरे जांघ पे बैठ कर बोली आप कितना प्यार करते है हमसे हा....
हम बोले अरे अब कथा मत शुरू करना इतना रोमांटिक माहोल है और अभी इमोशनल हुई ना तो देखना...
पूजा मेरे गाल खींचते हुए बोली अरे नही मेरे जान इमोशनल नही हम तो कह रहे थे कीईई.....आई लव यू आई लव यू आई लव यू आईईई लववव यूऊऊऊऊऊऊ सोओओओ मच.....
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हम पूजा को बोले आई लव यू टू स्वीटहार्ट तुम्हारे लिए मेरे अंदर कितना प्यार है इसका पता हमको खुद नही है पर जो भी है अथाह है अंतहीन है....बस यूंही इस प्यार के बारिश में खुद को भिगोती रहना और हमको अपने प्यार का रस पिलाती रहना......
ये बात सुन कर पूजा मेरे को दुबारा से चूमने लगी और मेरे हाथ को खुद पकड़ कर अपनी चुचियों पे रखवाई जिनको हम मसलने दबाने में बिलकुल भी देर नहीं किए.....चूमते चूमते पूजा सीधी हो कर अपने दोनो पैर मेरे कमर के इर्द गिर्द लपेट ली और अब उसकी चूत सीधा मेरे खड़े हो रहे लंड से टकरा रही थी....चुम्बन के बाद पूजा बोली कैसा लगा मेरी जान....हम बोले लिपिस्टिक चेंज की है ना....पूजा बोली यस जानेमन सुगंधा ले कर आई थी मेरे लिए बोली तेरे लिप्पीबॉक्स में एक और फ्लेवर एड कर ले.....हम बोले मजा ही आ गया वैसे अभी तक तुम्हारे लिप्पीबॉक्स के हर फ्लेवर से हम वाकिफ है पर ये कौन सा फ्लेवर था....पूजा बोली वो छोड़िए ये बताइए पसंद आया की नही....हम बोले अरे अभी तो पूरी रात इसी लिपिस्टिक को चूसेंगे हम....
वो मेरे गोद से उतरी और आंखे गोल करती हुई बोली कर लीजिएगा जान आज नही रोकेंगे इनके वजह से....
आज मम्मा पापा का दिन है मेरा बच्चा लोग भी समझेगा....

हम बोले फिर देर मत करो तो वो बोली पहले गिफ्ट तो देख ले....हम उसको कमरबंद दिखलाए तो वो बोली अरे जान ये सुबह में क्यू नही दिए पहनते तो अच्छा लगता ना....हम उसमे लगा एक लॉकेटनुमा चीज दिखलाए और बोले ये किसी स्पेशल ड्रेस के साथ पहनना है जानेमन तब ना तुम लगेगी एकदम छम्मक छल्लो...और फिर उसको ट्रांसपेरेंट नाइटी दिखलाए और उसके बाद वो निप्पल रिंग पहले तो उसको समझ ही नही आया की ये क्या है.....
वो बोली ये कैसा इयररिंग है पहनेंगे कैसे इसको....हम बोले अरे जानेमन वेट तो करो ये इयररिंग नही है कही और का रिंग है....पहले इस सूट को उतारो वो अपने हाथ ऊपर कर दी और बोली ये आपका काम है मेरा नही....
हम बोल अरे इट्स माय प्लेजर डार्लिंग....और फिर एक मिनट से भी कम समय में पूजा मेरे सामने नंगी खड़ी थी....हालांकि हम अभी भी अपने कपड़े पहने हुइ ही थे....

पूजा अभी खुले बालो के साथ अपने बदन पे सिर्फ गिने चुने जेवर पहने खड़ी थी...उसकी उन्नत चुचियों को समाने से देख कर रुका नही गया हमसे और हम तुरंत उसके चुचियों पे टूट पड़े और वो भी मेरे सर को अपनी चुचियों पे दबा रही थी....तकरीबन पांच मिनट चूसने दबाने के बाद हम वो निप्पल रिंग उठाए और उसके फूल हुए निपल्स में वो रिंग एक एक कर के पहना देख और फिर वो कमरबंद उठाए और उसको भी अपनी जा के कमर में इर्द गिर्द ऐसे पहनाए की वो लॉकेटनुमा चीज सीधा उसकी चूत के ऊपर लटक रहा था और अब बारी थी उस नाइटी की....
वो भी हम उसको पहनाए जो उसकी चूत से थोड़ा सा नीचे तक आ रहा था और ऊपर उसकी चुचियों को भी आधा ही ढक पाया था.....कुल मिला कर देखा जाए तो पूजा नाइटी में हो कर भी नंगी थी....

वो निप्पल रिंग देख के बोली जान ये सब आप कहा से ढूंढ लेते है कोई दूसरा गूगल चलाते है क्या आप....हम बोले नही जानेमन सब एक ही है पर ये बताओ कैसा लगा ये रिंग और ये कमरबंद....वो बोली एकदम आपके जैसा पहनते ही बहकने पे मजबूर हो जाए इंसान..... ये निप्पल रिंग को पहनने के लिए मूड होना चाहिए और कमरबंद को पहनने से मूड बनेगा और बाकी कसर नाइटी पूरा कर देगी.....
हम बोले बस बस मेहनत सफल हो गया ये सुन कर....
चलो अब इस केक का भी मर्डर किया जाए...पूजा बोली जान कितना केक खायेंगे आज के लिए काफी था उतना....हम बोले बस ये एक लास्ट छोटा सा ही तो बनवाए है प्लीज ना.....
पूजा बोली ठीक है पर पहले अपनी जा का भी तो मूड हम बना दे और वो मेरा शर्ट का बटन खोलने लगी और ये सही भी था क्युकी हमको भी मेरे कपड़े बोझ लगने लगे थे......फिर कुछ देर में हम अपना फूल एक्टिवेटेड रडार जैसा लंड लहराते हुए पूजा के समाने खड़े थे....पूजा उसको चूमने के लिए सोच रही थी तो हम बोले अरे एक मिनट रुको तो ये केक तो काट ले पहले और फिर हम अपने कमरे का लाइट ऑन कर दिए और मेरी जान का रूप देखने लायक था क्या लग रही थी....
पूजा मेरे गले से लग गई और बोली आज आप कांड करवा के ही मानिएगा....हम नाइटी के नीचे हाथ लगाए और सीधा उसकी चूत को छुए जो और दिनो से ज्यादा चिकनी लग रही थी और गीली तो पूछो मत....हम बोले देखो मेरा ये बम्बू तुम्हारी इस तंबू में गड़ने को बेताब है आज थोड़ा सा गड़ा देते है....पूजा मेरे हाथ को पकड़ी और अपनी चूत पे दबवाती हुई मेरे सीने से लग गई और बोली आपका जो मन है वो करिए जान हम सब में साथ देंगे आपका....और एक लंबी सिसकारी ली वो जिसको सुनकर हम बोले बाप रे लग रहा मेरी जान का टेंपरेचर बहुत हाई हो गया है.....

पूजा मेरे लंड को पकड़ के जोर जोर से सहलाने लगी और बोली सब इसका किया धरा है आह उम्मम आज ना ये मानेगी ना ही ये मानेगा....हम बोले फिर तो आज करने ही दो मनमानी दोनो को....पूजा बोली इस्शश रोका कौन है करे न जो मन हो उम्म्म्म....
हम पूजा के होंठो को पकड़ के फिर से चूसने लगे और अब हमदोनो का ध्यान केक पर से हट ही गया था....पर जैसे पूजा को खयाल आया तो वो चुम्बन तोड़ते हुए बोली जान केक बचा हुआ है अभी......

फिर पूजा को हम अपने गोद में बिठाए और वो स्पार्कल कैंडल जलाई और वो अपना गर्दन घुमा कर मेरे होंठो को फिर से चूम कर बोली लव यू माय जान माय वर्ल्ड माय लाइफ माय एवरीथिंग
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....
हम बोले लव यू इनफिनिटी माय वाइफ माय लाइफ माय लव
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....

फिर केक काटे और पूजा अपने मुंह में टुकड़ा फसाई और मेरे तरफ बढ़ाई अब जब होंठ जुड़ गए तो केक पे कौन ध्यान देता है......केक खाने से ज्यादा हम दोनो पे गिर रहा था....
खैर केक फ्लेवर के चुम्बन के बाद अपने शरीर पे गिरा हुआ केक भी हमने खा लिया और फिर पूजा वो टेडी बीयर वाला जोड़ा को उठाई और बोली ये आप है और ये हम....
हम बस मुस्कुरा कर रह गए और वो टेडी बियर के जोड़े को पूजा अपने ड्रेसिंग टेबल पे रख दी थोड़ा उठ कर....
और ऐसा करते हुए पूजा के चूतड़ नुमाया हो रखे थे जिनको हम पलक झपकते अपने हाथो से थाम लिए और लगे चूमने काटने और सबसे ज्यादा जरूरी थप्पड़.....पर पूजा की हालत को देखते हुए हौले हौले हल्के हल्के लगाए और पूजा भी अपने दोनो हाथ ड्रेसिंग टेबल पे रख के अपने चूतड़ों और मेरी तरफ कर दी थी की हम उनको इतने दिनो से बंद प्यारी सी सजा का कोटा पूरा कर दे....
कुछ देर उसके चूतड़ों से खेलने के बाद मेरी जान को हम अपने गोद में बिठा कर पूरा केक खतम किये....

इन सब में रात के एक बजने को आए तो पूजा बोली जान थोड़ा लेट जाए हम....हम बोले अरे जान क्यों नही सुबह से जगी हुई हो और तुरंत उसको बिस्तर पे लिटा दिए तो वो बोली जान शायद ये रिंग दुख रहा है....हम उसकी चुचियों को देखे तो पाया की निप्पल रिंग से ज्यादा बड़े थे साइज में जो रिंग में फसे होने के कारण दर्द कर रहे थे....और ये हम बर्दाश्त नहीं कर सकते थे इसलिए तुरंत दोनो रिंग पूजा की चुचियों से निकाल बाहर किए और उनको अपने मुंह में भर लिए ताकि उसको कुछ आराम हो जाए....

थोड़ी देर चूसने के बाद पूजा हस्ते हुए बोली अब ठीक है जान आप अपना प्यार वाला डोज दे दिए अब नहीं दुख रहा.....हम बोले अभी तो ये ठीक हुआ है ना इसका क्या....और सीधा उसकी चूत पे हमला बोल दिए.....और मेरे मुंह लगाते ही पूजा की सिसकियां कमरे में गूंजने लगी और पूजा मेरे जांघ को पकड़ के अपनी तरफ खींच रही थी और उसका इशारा समझ कर हम अपने दोनो पैर उसके सर के दोनो तरफ कर दिए और मेरी डार्लिंग ने गप्प से मेरे लंड को अपने मुंह में ले लिया और थोड़ी ही देर की मेहनत के बाद दोनो कोई एक दूसरे के मुंह पे झड़ गए....

और पूजा क्या झड़ी थी....मेरा पूरा मुंह उसके पानी से सराबोर हो गया था पर मेरा लंड झड़ने के तुरंत बाद फिर से अपना सर उठाने लगा था जैसे वो कुढ़ रहा हो की आज अगर उसको उसकी मुनिया से भेंट नही करवाए तो आज अच्छा नही होगा....दरअसल मेरे लंड में दर्द होने लगा था वो तकरीबन पिछले डेढ़ घंटे से खड़ा था बीच में थोड़ा लूज भी हुआ पर फिर एक्टिव हो गया था....और अभी झड़ने के बाद जब पूजा में बगल में लेटा तो वो उसको अपने हाथ में ले ली थी जिससे वो सर उठाने लगा था पर पूजा अब झड़ चुकी थी और नींद उसकी आंखो पे हावी हो रही थी इसलिए हम उठे और कमरे की बत्ती और सीरीज लाइट बंद किए और अपनी जान को पीछे से जा कर बाहों में भर लिए और उसके जांघो के बीच में अपने लंड को फसाए और थोड़े घिस्से मारे ताकि मेरा लंड शांति प्राप्त कर ले पर ये भोसड़ी वाला आज नही माना....खैर घिस्से मरते मारते कब पूजा सो गई और कब हमको भी नींद आ गया पता नही चला.....
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अब अगली सुबह मेरी जान को फिर से दुख दे कर भोपाल लौट जाऊंगा देखते हैं कल मेरी जान क्या करती है......
आखिर है तो मेरी पगली ही ना जिसको मुझसे एक पल की भी दूरी बर्दाश्त नहीं होती.....
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