अगले ही पल मुझे सीमा का ख्याल आया और लगा अगर मैं इसके जल में फंसा तो सीमा हाथ से छूट जाएगी जो कि वो मेरी हॉट एंड फेवरिट थी।
इतने में माया ने अपनी बाँहें फैलाते हुए कहा- लल्ला आज चाय नहीं.. यह दूध पियो.. मेरे पास आ मेरे कलेजे के टुकड़े.. यहाँ आ जा।
मैं उसके पास गया और उसके करीब बैठ गया और दूध पीने लगा.. तो उसने कहा- एक घूंट मेरे लिए रखना।
मैं- क्या तू मेरा जूठा दूध पियोगी?
माया- अरे मेरे राजा.. तुझे क्या बताऊँ मैं तेरा क्या-क्या पीना चाहती हूँ? आज तो मैं तुझे ही पीना चाहती हूँ।
उसने मेरा जूठा दूध पिया और गिलास रखते हुए बोली- आजा मेरे राज्जा, तुझे बढ़िया और नशीला दूध पिलाती हूँ।
उसने मुझे खींचा और मुझे अपनी छाती से कसके चिपका लिया।
उसका बदन अंगारे की तरह दहक रहा था, उसकी धड़कन से लग रहा था मानो उसका दिल उसकी छाती फाड़ कर बाहर आ जाएगा। उसके बदन से एक अजीब सी मगर जबरदस्त मादक खुश्बू आ रही थी।
मेरी जिन्दगी का यह पहला नशा था दोस्तो.. और मुझे क्या हो रहा था.. यह कहने के लिए मेरे पास शब्द नहीं थे। मैं उसके बदन आग में जल कर सिकने लगा।
फिर मेरे दिमाग में सीमा का विचार आया.. तो मैंने उसे बांहों लेते हुए कहा- माया मैं एक बात करूँ तो तू बुरा तो नहीं मानेगी?
माया- नहीं मेरे प्यार.. तेरी कोई चीज़ या बात मुझे बुरी नहीं लगती।
वो मेरी बिना बाल की साफ़ बगलों को बड़े नशे से सूंघ रही थी।
मैं- यार तू मुझे बहुत प्यारी लगती हो और मैं तेरे प्यार की इज्ज़त करता हूँ.. पर मेरी दिल से पसंद सीमा है।
माया- अरे बदमाश तू क्या समझता है मुझे पता नहीं? मैंने अक्सर तुझे उसको घूरते देखा है, पर तुझे पता भी है कि वो एक अलग किस्म की लड़की है। उसे लड़कों में कोई दिलचस्पी नहीं है। उसे तो बड़ी चूचियों वाली चिकनी लड़कियां पसंद हैं। लल्ला.. वो लेस्बियन है। वो तुझे घास भी नहीं डालेगी, पर मेरे पास उसका तोड़ है, अगर तू..
इतना कह कर माया मेरे होंठ को चूमते हुए बोली- अगर तू मुझसे गुप्त रूप से शादी कर ले.. मतलब जब तक मेरी असली शादी नहीं होती, मुझे अपनी अर्धांगनी बना ले मेरी जान। यार तू मुझे इतना क्यों भाता है.. पता है? मुझे अपने से कम उम्र के तेरे जैसे बच्चे पसंद हैं। मैं इसी लिए तो तुझ पर मरती हूँ। जब से तू यहाँ आया है तुझे खबर नहीं.. मैंने अपने आपको कैसे सम्भाला है। क्या हम जब तक मेरी शादी नहीं होता तब तक पति-पत्नी की तरह रह नहीं सकते? भरोसा रख.. इस बात की मैं किसी को भनक तक नहीं आने दूंगी। यार सीमा तो क्या.. मैं तेरे लिए दुनिया भर की लड़कियों की लाइन लगा कर तेरे चरणों में रख दूंगी.. पर उस बूढ़े से शादी के पहले मैं तुझे बहुत प्यार करना और भोगना चाहती हूँ.. एक भरपूर जिन्दगी जीना चाहती हूँ मेरे लल्ले। क्या तू मुझे जिन्दगी के कुछ पल उधार देगा?
उसकी आँखें फिर से आंसू से भर गईं, अब मुझे लगा कि वो सही में वासना से तड़प रही है और मुझे उसका साथ देना चाहिए, वो सही में मेंरे प्यार की दीवानी है।
मैं- माया लेकिन मुझे कुछ नहीं आता, मैंने कभी किसी औरत के साथ कुछ नहीं किया। इसलिए तो आज सुबह मैंने तुझे काट लिया था।
माया- मेरे दिल के टुकड़े.. मैं तुझे प्यार करने की और औरतों को कैसे भरपूर चोदते हैं.. उसके सभी दांवपेंच सिखा दूँगी मेरे लल्ला.. बस तू मुझे थोड़ी सी जिन्दगी जी लेने दे।
इतने में माया ने अपनी बाँहें फैलाते हुए कहा- लल्ला आज चाय नहीं.. यह दूध पियो.. मेरे पास आ मेरे कलेजे के टुकड़े.. यहाँ आ जा।
मैं उसके पास गया और उसके करीब बैठ गया और दूध पीने लगा.. तो उसने कहा- एक घूंट मेरे लिए रखना।
मैं- क्या तू मेरा जूठा दूध पियोगी?
माया- अरे मेरे राजा.. तुझे क्या बताऊँ मैं तेरा क्या-क्या पीना चाहती हूँ? आज तो मैं तुझे ही पीना चाहती हूँ।
उसने मेरा जूठा दूध पिया और गिलास रखते हुए बोली- आजा मेरे राज्जा, तुझे बढ़िया और नशीला दूध पिलाती हूँ।
उसने मुझे खींचा और मुझे अपनी छाती से कसके चिपका लिया।
उसका बदन अंगारे की तरह दहक रहा था, उसकी धड़कन से लग रहा था मानो उसका दिल उसकी छाती फाड़ कर बाहर आ जाएगा। उसके बदन से एक अजीब सी मगर जबरदस्त मादक खुश्बू आ रही थी।
मेरी जिन्दगी का यह पहला नशा था दोस्तो.. और मुझे क्या हो रहा था.. यह कहने के लिए मेरे पास शब्द नहीं थे। मैं उसके बदन आग में जल कर सिकने लगा।
फिर मेरे दिमाग में सीमा का विचार आया.. तो मैंने उसे बांहों लेते हुए कहा- माया मैं एक बात करूँ तो तू बुरा तो नहीं मानेगी?
माया- नहीं मेरे प्यार.. तेरी कोई चीज़ या बात मुझे बुरी नहीं लगती।
वो मेरी बिना बाल की साफ़ बगलों को बड़े नशे से सूंघ रही थी।
मैं- यार तू मुझे बहुत प्यारी लगती हो और मैं तेरे प्यार की इज्ज़त करता हूँ.. पर मेरी दिल से पसंद सीमा है।
माया- अरे बदमाश तू क्या समझता है मुझे पता नहीं? मैंने अक्सर तुझे उसको घूरते देखा है, पर तुझे पता भी है कि वो एक अलग किस्म की लड़की है। उसे लड़कों में कोई दिलचस्पी नहीं है। उसे तो बड़ी चूचियों वाली चिकनी लड़कियां पसंद हैं। लल्ला.. वो लेस्बियन है। वो तुझे घास भी नहीं डालेगी, पर मेरे पास उसका तोड़ है, अगर तू..
इतना कह कर माया मेरे होंठ को चूमते हुए बोली- अगर तू मुझसे गुप्त रूप से शादी कर ले.. मतलब जब तक मेरी असली शादी नहीं होती, मुझे अपनी अर्धांगनी बना ले मेरी जान। यार तू मुझे इतना क्यों भाता है.. पता है? मुझे अपने से कम उम्र के तेरे जैसे बच्चे पसंद हैं। मैं इसी लिए तो तुझ पर मरती हूँ। जब से तू यहाँ आया है तुझे खबर नहीं.. मैंने अपने आपको कैसे सम्भाला है। क्या हम जब तक मेरी शादी नहीं होता तब तक पति-पत्नी की तरह रह नहीं सकते? भरोसा रख.. इस बात की मैं किसी को भनक तक नहीं आने दूंगी। यार सीमा तो क्या.. मैं तेरे लिए दुनिया भर की लड़कियों की लाइन लगा कर तेरे चरणों में रख दूंगी.. पर उस बूढ़े से शादी के पहले मैं तुझे बहुत प्यार करना और भोगना चाहती हूँ.. एक भरपूर जिन्दगी जीना चाहती हूँ मेरे लल्ले। क्या तू मुझे जिन्दगी के कुछ पल उधार देगा?
उसकी आँखें फिर से आंसू से भर गईं, अब मुझे लगा कि वो सही में वासना से तड़प रही है और मुझे उसका साथ देना चाहिए, वो सही में मेंरे प्यार की दीवानी है।
मैं- माया लेकिन मुझे कुछ नहीं आता, मैंने कभी किसी औरत के साथ कुछ नहीं किया। इसलिए तो आज सुबह मैंने तुझे काट लिया था।
माया- मेरे दिल के टुकड़े.. मैं तुझे प्यार करने की और औरतों को कैसे भरपूर चोदते हैं.. उसके सभी दांवपेंच सिखा दूँगी मेरे लल्ला.. बस तू मुझे थोड़ी सी जिन्दगी जी लेने दे।