नमस्कार दोस्तों,
आज मैं आपको निर्मला की कहानी सुनने जा रहा हूँ जिससे मेरी मुलाकात अपने दोस्त की शादी में हुई थी और वहीँ से हमने बात - चित लगभग एक - दूसरे को हलक - फुल्का पसंद कर आपस में नो. बदल लिए थे | उसके बाद से हमारी अक्सर फोन पर बात होती रहती थी क्यूंकि वो और मैं एक- दूसरे से काफी दूर रहा...