कुंडी मत खड़काओ सीधे अंदर आ जाओ

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Antarvasna, sex stories in hindi: मेरा ट्रांसफर अब कोलकाता हो चुका था कोलकाता में मुझे आए हुए अभी ज्यादा दिन नहीं हुए थे इसलिए मुझे कोलकाता के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। मैं हर रोज अपने ऑफिस बस से ही जाया करता था एक दिन मैं बस स्टॉप पर खड़ा था तो उस दिन मैंने देखा बस स्टॉप पर काफी ज्यादा भीड़ थी। जब बस आई तो मैं जैसे तैसे बस में चढ़ गया और अपने ऑफिस पहुंचा मैं अपने ऑफिस पहुंचा तो उस दिन मैंने देखा कि हमारे ऑफिस में एक नई लड़की आई हुई थी शायद उसने उसी दिन ज्वाइन किया था। उस दिन जब मेरी मुलाकात उससे हुई तो मैंने उससे बात करनी शुरू की उसका नाम राधिका है। राधिका से मैं पहली बार ही मिला राधिका कोलकाता की ही रहने वाली है मुझे पहले ही मुलाकात में उससे मिलकर बहुत अच्छा लगा। राधिका और मैं एक दूसरे से जब भी बात करते तो हमें अच्छा लगता राधिका मुझे देखकर अक्सर मुस्कुराया करती थी मुझे राधिका बहुत पसंद आने लगी थी। एक दिन हम लोग लंच टाइम में साथ में बैठे हुए थे उस वक्त मैं और राधिका एक दूसरे से बात कर रहे थे तो मैंने राधिका से पूछा कि क्या तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड भी है तो वह मुझे कहने लगी नहीं सर मेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं है।

मुझे भी लगा कि राधिका से मुझे अपने दिल की बात कह देनी चाहिए क्योंकि राधिका मुझे बहुत पसंद आने लगी थी। मैंने राधिका से अपने दिल की बात कह दी और राधिका ने भी तुरंत मेरे प्रपोजल को स्वीकार कर लिया हम दोनों एक दूसरे के साथ अब ज्यादा से ज्यादा समय बिताने की कोशिश करने लगे। ऑफिस से फ्री हो जाने के बाद हम लोग एक दूसरे के साथ समय बिताया करते हैं। एक दिन राधिका और मैं हमारे ऑफिस के पास ही एक कैंटीन पर बैठे हुए थे तो राधिका मुझे कहने लगी कि रजत मैं चाहती हूं कि तुम हमारे रिश्ते के बारे में अपने पापा और मम्मी से बात कर लो। मैंने राधिका को कहा कि लेकिन राधिका अभी शादी की इतनी जल्दी भी क्या है हम लोगों को पहले एक दूसरे को समझने के लिए थोड़ा समय तो दो।

वह मुझे कहने लगी कि रजत तुम्हें नहीं मालूम मेरे पापा को अगर इस बारे में पता चला तो वह ना जाने मुझे क्या कुछ कहेंगे इसलिए मैं चाहती हूं कि तुम अपने पापा से इस बारे में बात कर लो। मैंने राधिका से कहा ठीक है बाबा मैं इस बारे में अपने पापा से बात कर लूंगा और जल्द ही मैं तुम्हे इस बारे में बताऊंगा। मैंने अपने परिवार वालों से इस बारे में बात कर ली थी और मैंने अपने बहन के मोबाइल पर राधिका की तस्वीर भी भेज दी थी राधिका उन्हें काफी पसंद आई और वह लोग कुछ दिनों के लिए कोलकाता आने वाले थे तो मैंने कोलकाता में ही उनके लिए एक होटल में रहने का प्रबंध करवा दिया था। मैं जिस जगह रहता था वहां पर जगह काफी कम थी इसलिए मैंने पापा मम्मी और अपनी बहन के रुकने के लिए एक होटल में बुकिंग करवा दी। वह लोग जब कोलकाता आये तो मैंने उनको राधिका से मिलवाया राधिका से मिलकर वह लोग बड़े खुश हुए और उसके बाद तो वह चाहते थे कि हम दोनों की शादी जल्द से जल्द हो जाए। मेरे पापा चाहते थे कि राधिका के पापा से वह बात करें और उन्होंने राधिका के पापा से बात की। जब उन्होंने राधिका के पापा से बात की तो उन्हें भी अब इस रिश्ते से कोई आपत्ति नहीं थी और जल्द ही हम दोनों की सगाई तय हो गई। हम दोनों की सगाई हो जाने के बाद अब हम दोनों एक दूसरे से कुछ ज्यादा ही मिलने लगे थे फोन पर भी हम दोनों की बहुत बातें होने लगी थी अब राधिका को भी अपने पापा का डर नहीं था और ना ही उसे किसी बात की कोई चिंता थी क्योंकि उसे पता था कि अब हम दोनों की शादी जल्द ही हो जाएगी। अब हम दोनों की शादी का दिन भी जल्द ही तय होने वाला था लेकिन राधिका चाहती थी कि उसकी शादी कोलकाता में ही हो। हालांकि मेरे पापा मम्मी इस बात के लिए तैयार नहीं थे लेकिन किसी तरीके से मैंने उन्हें मना लिया और वह लोग भी अब मेरी शादी राधिका से करवाने के लिए कोलकाता में मान चुके थे। कोलकाता में ही सब कुछ अरेंजमेंट मुझे ही करवाना था, पापा ने तो कह दिया था कि हमारे रिश्तेदार वहां पर आ नहीं पाएंगे लेकिन पापा को किसी तरीके से मनाने के बाद अब राधिका और मैंने ही सारा कुछ अरेंजमेंट किया। हम लोगों की शादी का अरेंजमेंट हो चुका था और हम दोनों चाहते थे कि हमारी शादी बड़े ही धूमधाम से हो।

हमारे ऑफिस के सारे स्टाफ को हमने अपनी शादी के लिए इनवाइट किया था और जब हम लोगों की शादी होने वाली थी उससे करीब एक हफ्ते पहले ही पापा मम्मी और मेरी बहन कोलकाता आ गए थे वह लोग अरेंजमेंट देखकर बहुत खुश हुए और कहने लगे कि हमें बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि तुम इतना अच्छा अरेंजमेंट कर पाओगे। मैंने पापा से कहा पापा इसमें मेरी मदद राधिका ने भी की है। अब राधिका और मैं एक दूसरे से शादी के बंधन में बंधने वाले थे और जब हम दोनों की शादी हो गई तो हम दोनों ही बहुत खुश थे। हम दोनों इतने ज्यादा खुश थे कि हम दोनों की शादी की पहली रात हम लोग कोलकाता में ही मनाने वाले थे हम दोनों की सुहागरात की रात हम हम दोनों यादगार बनने वाले थे। मैं और राधिका एक दूसरे की बाहों में थे मैंने राधिका के होंठों को चूमा और उसे कहा आखिरकार तुम मेरी पत्नी बन ही गई मुझे बहुत अच्छा लग रहा है अब राधिका मेरे गले लगकर कहने लगी कि मैं बहुत खुश हूं क्योंकि मैंने कभी सोचा नहीं था रजत कि मेरी तुमसे शादी हो जाएगी और हम दोनों एक दूसरे के साथ कितने खुश हैं।

मैंने राधिका के होठों को चूसना शुरू किया तो उसे बहुत ज्यादा अच्छा लगने लगा था और वह बहुत ही ज्यादा उत्तेजित होने लगी थी मैंने अपने लंड को बाहर निकाल कर हिलाना शुरू किया तो राधिका मुझे कहने लगी कि तुम्हारा लंड कितना मोटा है मुझे तुम्हारे लंड को देखकर बहुत डर लग रहा है अब मैंने राधिका से कहा तुम मेरे लंड को अपने मुंह में ले लो उसने भी अपने हाथों मे मेरे लंड को लिया और उसे हिलाना शुरू कर दिया जब वह मेरे लंड को हिला रही थी तो मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था और उसे भी बड़ा अच्छा लग रहा था। मैंने उसके मुंह के अंदर अपने लंड को डाल दिया जब मैंने उसके मुंह में अपने लंड को डाला तो मुझे बडा अच्छा लगने लगा और वह भी बहुत ज्यादा खुश हो गई थी। वह मेरे लंड को अपने मुंह के अंदर बाहर कर रही थी उससे मैं बहुत ज्यादा उत्तेजित हो रहा था और मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था उसने मेरे लंड से पानी को बाहर निकाल दिया था और मेरी गर्मी को पूरी तरीके से बढ़ा दिया था मेरी गर्मी पूरी तरीके से बढ़ चुकी थी। मैंने उसके कपड़े उतारने शुरू किए तो मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लगने लगा और मुझे इतना अच्छा लग रहा था कि मैं उसकी चूत के अंदर अपने लंड को डालना चाहता था मैंने राधिका के बदन से कपड़े उतार दिए थे। जब मैं उसके स्तनों को अपने मुंह में लेकर चूस रहा था तो उसके गोरे स्तन मुझे चूसने में बड़ा मजा आ रहा था और उसके स्तन गरम होते जा रहे थे उसका बदन इतना अधिक गर्म हो चुका था कि उसके निप्पलो को चूसने में मुझे मजा आ रहा था और काफी देर तक मैंने उसके स्तनों को चूसा। जब मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू किया तो मुझे बड़ा मजा आने लगा और उसकी चूत को चाटकर मैं इतना खुश हो गया था कि मैंने उसे कहा मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है और मैं उसकी चूत को बहुत देर तक ऐसे ही चाटता रहा।

अब मैंने अपने लंड को उसकी चूतड़ों पर लगाना शुरू किया तो मुझे बड़ा ही मजा आने लगा और मैं अपने लंड को उसकी योनि पर अच्छे से रगड रहा था मैं जिस प्रकार से अपने लंड को उसकी योनि पर रगडता उससे मुझे बड़ा ही मजा आता और वह भी बहुत ही ज्यादा खुश हो रही थी। उसने मुझे कहा कि मुझे बहुत अच्छा लग रहा है और जिस प्रकार से तुम मेरे चूत पर अपने लंड को रगड रहे हो उसे मेरे अंदर की गर्मी को बढा दिया था उसने मुझे कहा कि अब तुम मुझे और ना तड़पाओ और मेरी चूत के अंदर अपने लंड को करते रहो। मैंने भी अपने लंड को धीरे-धीरे राधिका की चूत के अंदर घुसाना शुरु किया और मेरा मोटा लंड उसकी चूत को फाडता हुआ अंदर की तरफ चला गया मेरा लंड जैसे ही उसकी चूत में घुसा तो वह बहुत जोर से चिल्लाई और मुझे कहने लगी तुमने मेरी चूत फाड़ कर रख दी है मैंने उसे कहा मुझे बड़ा अच्छा लग रहा है तो वह मुझे कहने लगी मुझे भी बहुत मजा आ रहा है और मैं उसे लगातार तीव्रता से धक्के मार रहा था।

जिस तेज गति से मैं उसे धक्के मार रहा था उससे मुझे बहुत ही आनंद आ रहा था और वह भी बड़ी खुश हो रही थी मुझे उसे चोदने में इतना अच्छा लग रहा था कि मेरे लंड से पानी भी बाहर निकलने लगा था और राधिका बड़ी ही ज्यादा उत्तेजित हो गई थी। राधिका ने मुझे कहा मुझे बहुत अच्छा लग रहा है अब मैंने अपने लंड को राधिका की चूत में गिरा दिया था लेकिन मेरी गर्मी अभी भी शांत नहीं हुई थी और ना ही राधिका की प्यास बुझी थी। मैंने जब लंड को बाहर निकाला तो मैंने देखा राधिका की चूत से खून निकल रहा है मैंने अपने लंड को साफ़ किया और राधिका की चूत को भी मैंने कपड़े से साफ करते हुए दोबारा से उसकी चूत के अंदर अपने लंड को घुसा दिया वह बहुत जोर से चिल्लाई। वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है मुझे बड़ा आनंद आ रहा था और उसे भी बड़ा अच्छा लग रहा था लेकिन जैसे ही मेरा माल राधिका की चूत में गिरा तो वह खुश हो गई थी। उसके बाद राधिका और मैं हर रोज सेक्स का मजा लेते हैं राधिका की चूत अभी भी उतनी ही टाइम है जितनी पहले दिन थी।
 
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