गरिमा को खुश कर दिया

sexstories

Administrator
Staff member
Antarvasna, hindi sex story: मैं जब अपने ऑफिस से घर लौटा तो मैंने देखा कि मेरी पत्नी गरिमा बहुत बीमार है वह आराम कर रही थी। जब मैं घर आया तो मैंने गरिमा से पूछा कि गरिमा क्या हुआ आज तुम काफी गुमसुम हो। गरिमा ने मेरी बात का कोई जवाब नही दिया मैं जब गरिमा के पास गया तो मैंने देखा कि उसे बहुत तेज बुखार है। उसकी हालत देखकर मैं बहुत घबरा गया था क्योकि घर पर कोई भी नही था मेरे मम्मी पापा गांव में ही रहते है और हम लोग दिल्ली में रहते है। मैं तुरन्त ही अपनी पत्नी को लेकर अस्पताल चला गया, जब मैं उसे अस्पताल ले गया तो डॉक्टर ने गरिमा को देखा और कहा कि इन्हें तो काफी तेज बुखार है और इनकी हालत भी बहुत खराब है। उस दिन मुझे अपनी पत्नी के साथ अस्पताल में ही रुकना पड़ा, दो दिन तक हम लोग अस्पताल में रहे और जब दो दिन बाद गरिमा थोड़ा ठीक हो गयी तो मैं गरिमा को घर ले आया था। मैंने अपने ऑफिस से कुछ दिनों की छुट्टी ले ली थी ताकि मैं गरिमा की देख भाल कर सकूं, मैं घर ही था और गरिमा की देख भाल कर रहा था। गरिमा भी अब ठीक होने लगी थी पर फिर भी कुछ समय तक मैंने उसे घर का कोई काम नही करने दिया मैं ही घर मे सब कुछ देख रहा था।

एक दिन गरिमा मुझे कहने लगी कि अभय आप काफी थक जाते होंगे, मेरी वजह से आपको कितनी परेशानियां झेलनी पड़ रही है सब मेरी ही वजह से हो रहा है। मैंने गरिमा से कहा कि ऐसा कुछ भी नही है तुम मेरी पत्नी हो और तुम्हारी ज़िम्मेदारी मेरे ऊपर है भला इसमे परेशानी की क्या बात है और जितना मुझे हो सकेगा उतना मैं करूँगा। मैंने गरिमा को समझाया तो वह कहने लगी कि अभय आपके जैसा पति मिल पाना मुश्किल है आप बहुत ही अच्छे पति हो। मैं और गरिमा आपस मे बाते कर रहे थे गरिमा मुझसे शादी कर के बहुत खुश थी। मैं गरिमा से बहुत प्यार करता हूँ गरिमा को अपनी पत्नी के रूप में पाकर मैं बहुत खुश हूं गरिमा मेरे लिए हर वह चीज करने को तैयार रहती है जो मुझे पसंद है। गरिमा और मेरी शादी हमारे घर वालो की मर्जी से हुई थी गरिमा के पिता जी और मेरे पिताजी एक ही दफ्तर में काम करते थे और उसी दौरान उन दोनों की दोस्ती भी हो गयी। अपनी दोस्ती को आगे बढ़ाने के लिए उन दोनों ने अपनी दोस्ती को रिस्तेदारी में बदल दिया और उन्होंने गरिमा और मेरी शादी करवाने का फैसला कर लिया। जब मैंने पहली बार गरिमा को देखा तो पहली ही नजर में मुझे गरिमा पसन्द आ गयी थी और गरिमा ने भी मुझे देखते ही पसन्द कर लिया था उसके बाद हम दोनों की शादी तय हो गयी। शादी हो जाने के बाद हम दोनों एक दूसरे के साथ काफी खुश है और हम लोग एक दूसरे के साथ अक्सर समय बिताते है।

जब भी मैं अपने काम से फ्री होता तो मैं हमेशा ही गरिमा को अपने साथ या तो मूवी दिखाने ले जाता या फिर हम लोग कहीं घूमने जाते जिससे कि गरिमा भी खुश रहती और उसे मुझसे कोई शिकायत नही होती। गरिमा की भी तबीयत अब ठीक हो चुकी थी और मुझे भी इस बात से अच्छा लग रहा था कि अब गरिमा की तबीयत ठीक हो चुकी है। गरिमा और मैं एक दूसरे के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताया करते थे जिससे कि गरिमा और मेरे बीच हमेशा ही प्यार बना रहता था। एक दिन हम लोग हमारी कॉलोनी के पार्क में टहल रहे थे उस दिन गरिमा और मैं एक दूसरे से बात कर रहे थे तो गरिमा ने मुझे बताया कि वह चाहती है कि कुछ दिनों के लिए वह अपने पापा मम्मी से मिल आये। मैंने गरिमा को कहा कि अगर तुम पापा और मम्मी से मिलना चाहती हो तो तुम उनसे मिलने चली जाओ। गरिमा ने मुझे कहा कि लेकिन अभी मुझे मम्मी से बात करनी पड़ेगी तो मैंने गरिमा से कहा की ठीक है तुम मम्मी से बात कर लो। गरिमा मुझे कहने लगी की कल घर पर दीदी आ रही है मैंने गरिमा से कहा की अनामिका दीदी घर पर आ रही है तो गरिमा कहने लगे कि हां। मैंने गरिमा को कहा ठीक है मैं मम्मी से बात कर लूंगा। हम लोग बातें करते करते घर चले आए और जब हम लोग घर आए तो रात के वक्त हम दोनों साथ में डिनर करने लगे। जब हम लोग डिनर कर रहे थे तो मैंने उस वक्त मां से कहा कि मां कल गरिमा घर जाना चाहती है वह अपने मम्मी पापा से मिलना चाहती है। मां ने कहा कि अगर गरिमा को अपने घर जाना है तो क्या गरिमा मुझसे यह बात नहीं कह सकती थी। मैंने मां से कहा कि मां क्या कल दीदी घर आ रही है तो मां कहने लगी कि हां कल अनामिका घर आ रही है।

मैंने मां को कहा कि इसी वजह से गरिमा को आपसे पूछने में थोड़ा हिचकिचाहट सी हो रही थी इसलिए मैंने आपसे पूछ लिया। मां ने गरिमा को कहा कि बेटा कल तुम अपने पापा मम्मी को मिल आओ। अगले दिन जब मैं गरिमा को उसके पापा मम्मी के घर छोड़ने के लिए गया तो वह बहुत ज्यादा खुश थी और वह मुझे कहने लगी कि आज मुझे बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा है काफी समय बाद मैं पापा और मम्मी से मिल रही हूँ। मैंने गरिमा को कहा अच्छा तो मुझे भी बहुत लग रहा है क्योंकि तुम्हारे चेहरे पर खुशी जो है। मैं गरिमा के चेहरे पर जब भी खुशी देखता तो मुझे बहुत ही अच्छा लगता और गरिमा को भी यह बात अच्छे से पता थी कि मैं गरिमा को कभी भी किसी बात को मना नहीं करता इसलिए तो गरिमा हमेशा ही मुझसे अपनी बातों को शेयर कर लिया करती। मैं और गरिमा एक दूसरे को अच्छे से समझते हैं और हम दोनों के बीच प्यार की यही वजह है क्योंकि मैं गरिमा को बहुत ही अच्छे से समझता हूं और गरिमा भी मुझे बहुत अच्छे से समझती है। हम दोनों एक दूसरे को बहुत ज्यादा प्यार करते हैं और हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत खुश भी है।

गरिमा अपने पापा मम्मी के घर पर ही थी और मैं अकेला ही था लेकिन गरिमा और मेरी फोन पर बातें हो जाया करती थी। मुझे गरिमा की बहुत ही ज्यादा याद आ रही थी तो मैं गरिमा से फोन पर बात कर करने लगा गरिमा को अपने पापा मम्मी के घर पर एक हफ्ता हो चुका था। इस बीच मेरी और गरिमा की सिर्फ फोन पर ही बात हो रही थी उस रात में शराब के नशे में था। मेरे नशे में होने का पता गरिमा को पता चल चुका था गरिमा ने जब मुझसे इस बारे में पूछा तो मैंने गरिमा को कहा आज मैं अपने दोस्तों के साथ था इसलिए मैंने शराब पी ली। गरिमा को इससे कोई एतराज नहीं था उसने मुझे कहा कोई बात नहीं लेकिन उस दिन मेरा कुछ ज्यादा ही मन सेक्स करने का हो रहा था और मैं चाहता था मैं गरिमा के साथ सेक्स करू लेकिन वह तो अपने पापा मम्मी के घर गई हुई थी इसलिए मैंने उस रात गरिमा के साथ फोन सेक्स किया। हम दोनों ने सेक्स किया तो मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था मैंने गरिमा के साथ फोन सेक्स का मजा लिया।

अगले दिन जब वो मुझे मिली तो मैं खुद को रोक नही पाया मैंने गरिमा के बदन से उसके कपड़े उतारकर गरिमा के स्तनों को चूसना शुरू किया तो गरिमा पूरी तरीके से गरम हो गई। वह अपनी उंगली को चूत पर लगाने लगी गरिमा बार-बार अपनी उंगली को अपनी चूत पर लगाने की कोशिश कर रही थी जिससे कि मेरे अंदर की गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी।

मैंने गरिमा से कहा मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा है। गरिमा ने अपने पैरों को चौडा कर लिया। उसने अपने पैरों को चौड़ा किया और उसकी योनि से पानी बाहर निकल रहा था। गरिमा की चूत से इतना ज्यादा पानी निकल रहा था मैंने उसकी योनि पर अपने लंड को लगाकर अंदर डाला जैसे ही गरिमा की योनि के अंदर मेरा मोटा लंड चला गया तो मैंने गरिमा से कहा मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा है। गरिमा को बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा था मैंने गरिमा की योनि के अंदर अपने लंड को घुसा दिया। गरिमा की योनि के अंदर मैने अपने मोटे लंड को घुसाने के बाद मैंने गरिमा की योनि के अंदर बाहर लंड को करना शुरू कर दिया। गरिमा को बहुत ही ज्यादा मजा आने लगा वह जोर से चिल्लाने लगी। गरिमा की योनि से बहुत ज्यादा खून निकल रहा था मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था। मैंने गरिमा के पैरों को आपस में मिला लिया जब मैंने गरिमा के पैरों को आपस में मिलाया तो मैंने उसे कहा मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है। मैं गरिमा को बड़ी तेज गति से धक्के मारने लगा मैं गरिमा को तेजी से धक्के मार रहा था।

गरिमा को बहुत ज्यादा मजा आ रहा था जब मैं उसे तेज गति से चोद रहा था। गरिमा की योनि के अंदर बाहर मेरा लंड होता जा रहा था जिससे कि मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आने लगा था और गरिमा के अंदर की गर्मी भी बहुत अधिक होने लगी थी। मैंने गरिमा से कहा मुझे तुम्हारी चूत मार कर बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा है। गरिमा ने मुझे कहा तुम मेरी योनि के अंदर ही अपने माल को गिरा दो। मैंने गरिमा की योनि के अंदर ही अपने माल को गिराकर गरिमा की इच्छा को पूरा कर दिया।

गरिमा बहुत ही ज्यादा खुश हो गई थी जिस प्रकार से मैंने गरिमा की चूत मारकर उसकी इच्छा को पूरा किया उससे वह बहुत ही ज्यादा खुश थी। मैं भी बहुत ज्यादा खुश हो गया था गरिमा ने मुझे कहा मुझे अब चलना चाहिए। गरिमा की चूत से खून निकल रहा था गरिमा उस दिन घर चली गई। हम दोनों एक दूसरे को चोरी से मिलने लगे अभी भी हम दोनों एक दूसरे को बहुत ज्यादा प्यार करते हैं लेकिन गरिमा के परिवार वाले अभी भी हमारे रिश्ते को स्वीकार नहीं कर पाए हैं परंतु हम दोनों एक दूसरे को हमेशा ही खुश करने की कोशिश किया करते हैं।
 
Back
Top