चलो आज मै घर पर अकेली हूं

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Antarvasna, hindi sex kahani: पापा का ट्रांसफर हो जाने के बाद हम लोग दिल्ली आ गए दिल्ली में हमें थोड़ा ही समय हुआ था और हम लोग आस-पड़ोस में सबको पहचानने लगे थे। मैंने भी अपने कॉलेज में एडमिशन ले लिया था हालांकि मेरा ग्रेजुएशन मैंने कोलकाता से पूरा कर लिया था लेकिन अब मैं अपने आगे की पढ़ाई दिल्ली से ही कर रहा था। हर रोज सुबह मैं कॉलेज के लिए घर से निकलता और फिर कॉलेज से घर लौट आता समय बीता ही चला गया कुछ पता नहीं चला कब एक साल हम लोगों को दिल्ली में हो गया कुछ मालूम ही नहीं पड़ा। एक दिन जब मैं अपने कॉलेज से घर लौट रहा था तो मैंने देखा कि हमारी कॉलोनी में कुछ लोग सामान शिफ्ट कर रहे थे मैं उन लोगों को देखता रहा मुझे नहीं पता था कि वह कौन है वह लोग हमारे घर के बिल्कुल सामने ही शिफ्ट हो गए थे। मैं जब घर पर आया तो मैंने मां से कहा कि मां क्या कोई हमारे पड़ोस में रहने के लिए आया है तो मां कहने लगी हां गगन बेटा एक फैमिली है जो हमारे पड़ोस में रहने के लिए आई है मैं भी उन्हें जानती नहीं हूं।

हम लोग आपस में बात कर रहे थे पापा भी अपने ऑफिस से आ गए थे पापा के ऑफिस से आ जाने के बाद मां रसोई में खाना बनाने की तैयारी करने लगी। मां ने कुछ ही देर में खाना बना लिया था और हम लोगों ने साथ में बैठकर डिनर किया। अगले दिन कि मैं सुबह अपने कॉलेज के लिए जा रहा था तो मुझे बगल वाले घर मे जिसमें की सामान शिफ्ट कर रहे थे उसमें एक लड़की दिखाई दी। वह लड़की तैयार होकर कहीं जा रही थी उसने येलो कलर का सूट पहना हुआ था वह बहुत ही सिंपल और साधारण सी थी लेकिन उसके अंदर कुछ तो ऐसी बात थी जो कि मुझे अपनी ओर आकर्षित कर रही थी। मैं उसे देखकर वहां से चला गया उस दिन मेरे दिमाग में सिर्फ उसी लड़की की बारे में ख्याल चलता रहा उसके बाद से मैं अक्सर उसे आता जाता देखा करता तो मुझे बहुत ही अच्छा लगता था। एक दिन मैंने उसको देखा जब मैंने उसे उस दिन आते हुए देखा तो मुझे बहुत ही अच्छा लगा मैं सोचने लगा कि क्या मैं आज उससे बात करूं। मैं अभी तक उसका नाम नहीं जानता था और ना ही मेरी उससे कोई बातचीत थी लेकिन उस दिन मैंने हिम्मत करते हुए उससे बात कर ही ली।

मैंने उससे कहा कि क्या आप लोग कुछ दिनों पहले यहां रहने के लिए आए हैं तो वह कहने लगी हां। मैंने उससे हाथ मिलाते हुए अपना नाम बताया मैंने कहा मेरा नाम गगन है तो उसने भी मुझे कहा कि मेरा नाम पायल है। मैंने पायल से पूछा कि तुम क्या करती हो तो पायल कहने लगी कि मेरा अभी कॉलेज कंप्लीट हुआ है और मैं जॉब करती हूं पायल ने मुझसे पूछा कि तुम क्या करते हो तो मैंने उसे कहा कि मेरा यह पोस्ट ग्रेजुएशन का आखरी वर्ष है। पायल मुझे कहने लगी कि तुम भी तो यहीं पड़ोस में रहते हो मैं तुम्हें अक्सर आते जाते यहां से देखा करती हूं। मुझे इस बात की खुशी थी कि चलो पायल कम से कम मुझे देखा तो करती थी उसके बाद तो एक दो बार मैंने पायल को उसके ऑफिस तक ड्रॉप कर दिया था जिससे कि हम दोनों की बातचीत होने लगी थी धीरे-धीरे हम दोनों की दोस्ती भी होने लगी थी। पायल और मैं कई बार हमारी कॉलोनी के पार्क में साथ में बैठा करते थे पायल को इस बात से कोई आपत्ति नहीं थी पायल का साथ मुझे बहुत अच्छा लगता। एक दिन पायल और मैं साथ में बैठे हुए थे और हम लोग बात कर रहे थे तो उस दिन मेरा एक दोस्त मुझे मिला जब वह मझे मिला तो मैंने उससे कहा कि तुम काफी समय बाद यहां आए हो। वह कहने लगा कि हां दरअसल मैं विदेश पढ़ाई करने के लिए चला गया था और काफी समय बाद अपने घर आया हूं। कुछ देर मैंने उससे बात की और फिर वह चला गया पायल मुझे कहने लगी चलो गगन घर चलते हैं और हम लोग घर चले आए। जब भी पायल को कहीं जाना होता तो वह मुझे कह दिया करती थी। पायल और मैं जब भी साथ में होते तो हम दोनों को बहुत अच्छा लगता। अब मेरी पढ़ाई भी पूरी हो चुकी थी और मैं अब जॉब की तलाश में था कुछ ही दिनों में मुझे भी जॉब मिल चुकी थी। जब मुझे जॉब मिली तो उसके बाद से मैं पायल को कम ही समय दे पाता था जब हम लोग नहीं मिलते थे तो मैं उससे फोन पर बात कर लिया करता था क्योंकि वह मेरी जॉब का शुरुआती समय था इसलिए मुझे बिल्कुल भी समय नहीं मिल पाता था।

पायल और मुझे जब भी समय मिलता तो मैं और पायल एक दूसरे के साथ समय बिताने की सोचते और कभी कबार हम लोग साथ में कहीं घूमने के लिए भी चले जाया करते थे। एक दिन मैं अपने ऑफिस से घर लौट रहा था तो उस दिन मैंने पायल को देखा पायल का चेहरा उतरा हुआ था मैंने पायल से पूछा कि पायल क्या हुआ तो उसने मुझे बताया कि कल उसके पापा का एक्सीडेंट हो गया था तो इस बात से वह बहुत ज्यादा दुखी थी। मैंने उसे कहा पायल सब ठीक हो जाएगा लेकिन पायल को इस बात की बहुत ही चिंता थी और उसके पापा हॉस्पिटल में एडमिट थे। मैं उस दिन पायल के साथ हॉस्पिटल में गया मैं जब हॉस्पिटल में गया तो पायल के पापा से मैंने उनकी तबीयत के बारे में पूछा, वह मुझे जानते ही थे और हमारे पड़ोस में वह लोग रहते थे इसलिए हम लोगों की उनसे अच्छी बातचीत थी।

मैं जब उस दिन घर लौटा तो मैंने यह बात पापा को बताई तो पापा भी पायल के पापा से मिलने के लिए गए थे। कुछ समय के बाद पायल के पापा ठीक हो चुके थे तो पायल मुझे कहने लगी कि मैं बहुत ज्यादा परेशान हो गई थी और बहुत ज्यादा घबरा भी गई थी। मैंने उससे कहा देखो पायल तुम्हें घबराने की जरूरत नहीं है पायल ने मुझसे कहा कि चलो अब तो सब कुछ ठीक हो चुका है। एक बार पायल के पापा मम्मी शादी में गए हुए थे उस दिन पायल ने मुझे कहा कि चलो आज कहीं चलते हैं। उस दिन हम लोग घूमने के लिए साथ में चले गए हम लोग जब घर वापस लौटे तो पायल ने मुझे कहा गगन आज घर पर कोई भी नहीं है पापा और मम्मी हमारे किसी रिश्तेदार की शादी में गए है। मै और पायल उस दिन साथ में ही थे हम दोनों उसके घर पर थे लेकिन जब हम दोनों साथ में बैठे थे तो हम दोनों के बदन से अलग ही गर्मी पैदा हो रही थी शायद जो मेरे दिल में चल रहा था वही पायल के दिल में भी चल रहा था और पायल अपने आपको बिल्कुल भी रोक नहीं पाई। उसने मेरे होंठों को चूम लिया उसने ही पहल शुरू की थी और मैं भी उसके होठों को चूमने लगा। हम दोनों के बदन से गर्मी बाहर निकलने लगी थी मुझे बड़ा ही मजा आ रहा था।

हम दोनों एक दूसरे के लिए बहुत ज्यादा तड़पने लगे थे मैंने उसको कहा मुझे तुम्हारी चूत के अंदर अपने लंड को डालना पड़ेगा वह मुस्कुराने लगी। मैंने उसके कपड़े उतारे तो उसने लाल ब्रा पहनी थी मैने उसकी ब्रा को खोल दिया उसके स्तनों को मैंने दबाना शुरु किया तो वह तड़पने लगी थी। उसकी उत्तेजना बहुत ज्यादा बढने लगी थी मैंने उसके स्तनों को अपने मुंह में ले लिया था मैं उसके स्तनो को बड़े अच्छे से चूसने लगा। मैंने अपने लंड को बाहर निकाला तो मैने उसकी पैंटी को उतारकर उसकी चूत पर लंड को रगडा तो उसे मज़ा आने लगा। जब मेरे लंड से पानी बाहर आ गया तो मेरा लंड पूरी तरीके से गर्म हो चुका था। उसकी चूत से पानी बाहर निकलने लगा था उसकी योनि से इस कदर पानी निकाल रहा था मैं बिल्कुल भी अपने आपको रोक नहीं पाया।

मैंने अपने लंड को उसकी चूत के अंदर धीरे-धीरे धकेलना शुरू किया मेरा लंड उसकी चूत के अंदर चला गया जब मेरा लंड उसकी चूत को फाडता हुआ अंदर की तरफ गया तो वह बहुत जोर से चिल्लाई वह मुझे कहने लगी मेरी चूत से खून निकल आया है उसकी योनि से बहुत ज्यादा खून निकलने लगा था। वह बहुत ज्यादा तड़पने लगी थी उसने मुझे अपने पैरों के बीच में कसकर जकड़ लिया था मैं उसके स्तनों को दबा रहा था मुझे बहुत ही मजा आ रहा था। मैंने उसके स्तनों को बहुत देर तक चूसा। मेरी अंदर गर्मी इतनी ज्यादा बढ़ चुकी थी मैंने उसे कहा मुझे तुम्हें चोदना में बड़ा मजा आ रहा है। उसकी चूत से अब कुछ ज्यादा ही खून बाहर निकलने लगा था मुझे उसको धक्के मारने में बड़ा आनंद आता। मैने उसके पैरो को ऊपर ऊठाकर उसे चोदना शुरु किया तो मेरा वीर्य बाहर की तरफ गिर गया जैसे ही मेरा माल बाहर गिरा मैने दोबारा से उसको चोदना शुरु किया मैंने उसकी मोटी जांघ को कसकर पकड़ा हुआ था।

उसकी चूत और मेरे लंड की टक्कर से जो गर्मी पैदा हो रही थी वह एक अलग आग पैदा कर रही थी मुझे बहुत मजा आता मैंने उसको बिस्तर पर उल्टा लेटा दिया था। जब मैंने उसे उल्टा लेटाया तो उसकी चूत के अंदर बाहर मै लंड को करने लगा उसकी चूत के अंदर बाहर मेरा लंड हो रहा था तो मुझे बहुत मजा आ रहा था। वह अपनी चूतडो को ऊपर उठाने की कोशिश कर रही थी उसकी चूतड़ों पर मैं जिस प्रकार से प्रहार करता उससे एक अलग ही आवाज पैदा होती। मैंने उसको बहुत देर चोदा जब मुझे एहसास होने लगा मैं ज्यादा समय तक अपने आपको रोक नहीं पाऊंगा तो मैंने उसे कहा मैं तुम्हारी चूत में वीर्य गिराने वाला हूं। मैने उसकी चूत के अंदर अपने माल को गिराकर अपनी गर्मी को शांत कर दिया वह बहुत खुश थी उसके बाद उसने मुझे किस किया और कहने लगी तुम्हारा लंड कमाल का है। अब मै अपने घर लौट आया था मुझे बहुत अच्छा लगा जब मै घर लौटा।
 
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