चुदाई करने के बाद घूमने निकल पडे

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Antarvasna, hindi sex story: मैं अपने ऑफिस के लिए तैयार होकर अपने ऑफिस के लिए बस निकला ही था कि पापा का मुझे फोन आया और वह कहने लगे कि सोहन बेटा तुम कुछ दिनों के लिए घर आ जाओ। मैंने पापा से कहा की पापा क्या कुछ काम है तो पापा कहने लगे कि हां बेटा तुम्हारी बहन की सगाई हम लोगों ने तय कर दी है मैंने पापा से कहा लेकिन मुझे तो इस बारे में कुछ पता ही नहीं है। पापा ने मुझे फोन पर इस बारे में कुछ नहीं बताया मैं पिछले 5 वर्षों से मुंबई में नौकरी करता हूं और मेरा परिवार जयपुर में रहता है। मैं उस दिन ऑफिस गया तो मैंने ऑफिस से कुछ दिनों की छुट्टी ले ली और फिर जब मैं अपने घर जयपुर पहुंचा तो मुझे उस दिन पता चला कि मेरी बहन सुनैना जो कि हमारे पड़ोस में रहने वाले रोहित के साथ प्यार करती है उसी के साथ पापा ने जल्दबाजी में उसकी शादी करवाने का फैसला कर लिया। हालांकि इस फैसले से पापा और मम्मी खुश नहीं थे लेकिन सुनैना की खुशी के आगे उन्हें उसकी बात माननी पड़ी।

मैंने सुनैना को समझाया और कहा कि तुम्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था यदि तुम दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे तो पहले तुम्हें घर पर इस बारे में बता देना चाहिए था। सुनैना के पास इस बात का कोई जवाब नहीं था, अब सुनैना की सगाई होने वाली थी और जब उसकी सगाई रोहित के साथ हो गई तो मैं भी कुछ दिनों तक घर पर ही था। थोड़े दिनों बाद मुझे मुंबई लौटना था तो मैं मुंबई लौट आया जब मैं मुंबई लौटा तो मेरे फ्लैट के सामने वाले फ्लैट में ही मोहन रहता है मोहन ने मुझसे कहा कि सोहन तुम कुछ दिनों से दिखाई नहीं दे रहे थे। मैंने उसे बताया कि हां मैं कुछ दिनों के लिए अपने घर गया हुआ था तो वह मुझे कहने लगा घर में सब कुछ ठीक तो है ना मैंने उसे कहा हां घर में सब कुछ ठीक है। मैंने मोहन को बताया कि मेरी बहन की सगाई हो चुकी है तो वह मुझे कहने लगा कि यह तो बड़ी खुशी की बात है कि तुम्हारी बहन की सगाई हो चुकी है। मैं और मोहन एक दूसरे से बात कर रहे थे तो मोहन मुझे कहने लगा इस बात पर तो तुम्हें मुंह मीठा करवाना होगा। मैंने उसे कहा क्यों नहीं मैं अभी तुम्हारे लिए बाहर से कुछ आर्डर करवा देता हूं और मैंने तुरंत ही बाहर से मिठाई का आर्डर करवा दिया।

कुछ देर में हमारी मिठाई का आर्डर आ गया मैं उस वक्त मोहन के फ्लैट में ही बैठा हुआ था और हम दोनों एक दूसरे से बात कर रहे थे तो मोहन ने मुझे बताया कि वह ऑफिस में एक लड़की से प्यार करता है और जल्द ही वह उससे शादी करने वाला है। मैंने उससे कहा कि लेकिन तुमने तो मुझे कभी इस बारे में कुछ बताया नहीं था। मोहन मुझे कहने लगा कि सोहन इस बारे में बताने का कभी समय ही नहीं मिला और तुम तो जानते ही हो कि मेरे पास बिल्कुल भी वक्त नहीं होता है और जिस लड़की से मैं शादी करने वाला हूं उसके परिवार वाले हम दोनों की शादी के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं थे लेकिन किसी तरीके से मैंने उन्हें मनाया और अब वह लोग हमारी शादी के लिए तैयार हो चुके हैं। मैंने रोहन को कहा चलो यह तो बड़ी खुशी की बात है कि आखिर तुम लोगों की शादी तय हो चुकी है। थोड़ी देर मैं मोहन के साथ बैठा रहा और फिर मैं अपने फ्लैट में आ गया उस दिन मैं घर के अंदर बैठा हुआ था कि तभी मेरे घर की डोरबेल बजी। मैंने जैसे ही दरवाजा खोला तो मैंने सामने देखा कि एक व्यक्ति खड़े थे वह मुझसे कहने लगे कि क्या यह फ्लैट नंबर 21 है तो मैंने उन्हें कहा नहीं यह 21 नहीं है। मैंने उन्हें सही एड्रेस बताया और फिर वह सही एड्रेस पर चले गए। अगले दिन मुझे सुबह ऑफिस जल्दी जाना था तो मैं ऑफिस जल्दी चला गया उस दिन जब मैं ऑफिस गया तो ऑफिस में काफी ज्यादा काम था वैसे तो मैं शाम के वक्त घर लौट आता था लेकिन उस दिन मुझे ऑफिस में काफी देर हो गई और मैं काफी देर से घर लौटा। जब मैं ऑफिस से वापस घर लौटा तो मुझे बहुत देर हो चुकी थी इसलिए मैंने उस दिन बाहर से ही कुछ खाने का फैसला किया। हमारे सोसायटी के पास ही एक रेस्टोरेंट है मैं वहीं पर चला गया और मैंने वहां पर खाने का ऑर्डर कर दिया। मैं जब वहां बैठा हुआ था तो मैंने देखा कि मेरे सामने एक लड़की बैठी हुई है वह भी अकेली बैठी हुई थी मैं उसे देख रहा था तो उसकी नजर भी मुझ पर पड़ रही थी तभी मेरा खाने का आर्डर आ गया, मैंने खाना खाया और उसके बाद बिल देकर मैं अपने फ्लैट में चला आया। उस दिन से वह लड़की मुझे दिखी नहीं लेकिन एक दिन जब मैं शाम के वक्त रेस्टोरेंट में गया तो मुझे दोबारा से वही लड़की दिखी। वह मुझे देखने लगी तो मेरा भी मन उससे बात करने का होने लगा, मैंने उससे बात की तो मुझे पता चला कि वह भी जयपुर की रहने वाली है।

यह भी बड़ा अजीब इत्तेफाक था कि वह जयपुर की रहने वाली थी उसका नाम पायल है। पायल एक मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करती है और वह कुछ महीनों पहले ही मुंबई आई थी हम दोनों एक दूसरे से बातचीत करने लगे थे और मिलने भी लगे थे। हम दोनों की फोन पर भी बातें होने लगी थी क्योंकि पायल मुंबई में ज्यादा किसी को जानती नहीं थी इसलिए उसकी मेरे साथ काफी अच्छी दोस्ती हो गई थी। हम दोनों की काफी अच्छी बनने लगी थी जिस वजह से हम दोनों साथ में ही कभी मूवी देखने के लिए चले जाते और कभी हम लोग बाहर डिनर के लिए चले जाते थे। मुझे पायल के साथ बहुत ही अच्छा लगने लगा था मुझे यह समझ नहीं आ रहा था कि पायल और मेरे बीच में चल क्या रहा है। मुझे तो लगता था कि मैं पायल को प्यार करने लगा हूं लेकिन मुझे यह भी डर था कि यदि मैंने पायल से यह बात कही तो उसे बुरा ना लग जाए इसलिए मैंने उसे इस बारे में कुछ भी नहीं कहा।

हम दोनों एक दूसरे को मिलते तो हम दोनों काफी खुश हो जाते थे। हम दोनों की मुलाकात हर रोज होती ही रहती थी पायल के बर्थडे के दिन में उसके घर पर गया हुआ था जब मैं उसके घर पर गया तो वह घर पर थी। मैंने पायल से बात की और कुछ देर तक हम दोनों एक दूसरे से बात करते रहे हैं मै उसके लिए गिफ्ट लेकर आया था मैंने उसे गिफ्ट दिया और पायल से कहा तुम घर पर ही हो चलो आज कहीं बाहर चलते हैं। पायल कहने लगी बस मैं अभी तैयार हो जाती हूं वह तैयार होने के लिए रूम में चली गई लेकिन उसने दरवाजा खुला ही रखा था। जब मेरी नजर पड़ी तो मैंने पायल को देखा उसे देखकर मैं अपने आपको रोक नहीं पा रहा था जैसे ही मैंने दरवाजा खोला तो पायल मुझे देखकर शरमा गई वह अपने बदन को ढकने की कोशिश करने लगी। मैं पायल के पास गया जब मैंने उसके होंठों को चूमना शुरू कर दिया तो मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आने लगा वह भी उत्तेजित होने लगी हम दोनों बिल्कुल भी रह नहीं पा रहे थे हमारे अंदर की आग बढ़ती ही जा रही थी। पायल की ब्रा को उतारकर मैंने जब उसके स्तनों को चूसना शुरू कर दिया तो वह मचलने लगी मैं उसे बिस्तर पर लेटा चुका था। बिस्तर पर लेटाने के बाद पायल और मैं एक दूसरे को किस करने लगे थे। मैंने पायल की चूत पर उंगली लगाई मैने जब उसकी चूत को चाटना शुरू किया तो उसे बड़ा ही मजा आने लगा और मुझे भी बहुत अच्छा लगने लगा। मैंने उसकी योनि को बहुत देर तक चाटा जब मैं ऐसा कर रहा था तो पायल बहुत ज्यादा उत्तेजित होने लगी वह मुझे कहने लगी मेरे अंदर की आग बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है। मैंने पायल को कहा मेरे अंदर की आग बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है हम दोनों एक दूसरे की गर्मी को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं कर पाए। जब हम दोनों ने 69 पोज में एक दूसरे को पूरी तरीके से संतुष्ट किया पायल ने मेरे लंड को चूसकर उससे पानी निकाल दिया था और मैंने पायल की चूत से बहुत अधिक पानी निकाल दिया था।

अब हम दोनों बिल्कुल भी रह नहीं पा रहे थे ना तो पायल रह पा रही थी ना ही मैं अपने आपको रोक पा रहा था। मैंने पायल के दोनों पैरों को खोल कर उसकी चूत पर अपने लंड का रगडना शुरू किया तो वह उत्तेजित होने लगी उसकी चूत पर जब मैं लंड को रगड रहा था तो वह खुश हो जाती। मैने एक जोरदार झटके के साथ उसकी चूत के अंदर अपने लंड को घुसा दिया जब मेरा मोटा लंड उसकी चूत के अंदर गया तो उसकी योनि से पानी बाहर की तरफ आने लगा और उसकी सिसकारिया बहुत अधिक होने लगी। मैंने पायल को कहा मुझे बहुत मजा आ रहा है वह मुझे कहने लगी मुझे और भी तेजी से चोदो उसकी चूत से निकलता हुआ खून देखकर मैं उसे बड़ी तेज गति से धक्के मारने लगा और वह बहुत ही ज्यादा खुश हो गई थी। मैंने उसके दोनों पैरों को अपने कंधों पर रख लिया था जब मैंने ऐसा किया तो वह मुझे कहने लगी मेरे अंदर की आग बहुत ज्यादा बढ़ने लगी है वह बहुत ज्यादा उत्तेजित होने लगी और मुझे कहने लगी मैं बिल्कुल भी अपने आपको रोक नहीं पा रही हूं।

पायल की चूत से कुछ ज्यादा ही अधिक मात्रा में पानी बाहर निकलने लगा था जिस से कि मुझे लगने लगा कि मेरा वीर्य बाहर आ जाएगा जैसे ही मेरा माल गिरा तो मैंने पायल को कहा कि आज तो मजा ही आ गया। पायल भी बहुत ज्यादा खुश हो गई थी और वह मुझे कहने लगी आज तो मुझे भी मजा आ गया। हम दोनों ने एक दूसरे का साथ बडे अच्छे से दिया। मैंने पायल को दोबारा से गर्म करना शुरू कर दिया पायल दोबारा से गर्म हो गई और मैंने उसकी चूत पर लंड को सटाते हुए अंदर की तरफ धकेला तो वह खुश हो गई अब मैं उसे बड़ी तेजी से चोदने लगा था वह खुश हो गई थी। उसकी चूत के अंदर बाहर अपने लंड को करने मे मुझे मजा आ रहा था मेरे अंदर की आग भी बढ़ रही थी 10 मिनट की चुदाई के बाद मेरा माल गिर गया। उसके बाद हम दोनों साथ में घूमने के लिए गए।
 
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