चूतड़ों को खोल कर बैठी थी

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Antarvasna, desi kahani: जिंदगी ने मुझे ऐसे दो राह पर लाकर खड़ा कर दिया था जिससे कि मैं निकल ही नहीं पा रहा था एक तरफ तो मेरी पत्नी थी जो कि पैसे की इतनी ज्यादा लालची थी कि वह मुझसे पैसे चाहती थी और दूसरी तरफ काजल जो कि सब कुछ पता होते हुए भी मेरी जिंदगी में थी और हमेशा ही मेरा सपोर्ट करती। मैं अपनी पत्नी से अलग होना चाहता था मुझे नहीं मालूम था कि वह इतनी लालची किस्म की महिला है उसे सिर्फ अपने आप से मतलब रहता है। मैं चाहता था कि मैं अपनी पत्नी को डिवोर्स दे दूं लेकिन उसके बदले वह मुझसे काफी पैसे चाहती थी जो कि मैं उसे दे नहीं सकता था लेकिन फिर भी मैंने कोशिश करते हुए किसी प्रकार से पैसों का अरेंजमेंट किया और अपनी पत्नी से कहा कि मैं तुमसे अलग होना चाहता हूं। वह भी मुझे डिवोर्स देने के लिए तैयार हो चुकी थी और फिर उसने मुझे डिवोर्स दे दिया उसके बाद मैं और काजल साथ में अपनी जिंदगी बिताना चाहते थे लेकिन काजल के परिवार वालों को हम दोनों का रिश्ता मंजूर नहीं था इसलिए हम दोनों एक दूसरे से चोरी छुपे मिला करते थे हम दोनों के पास इसके अलावा और कोई रास्ता भी नहीं था।

काजल ने मुझे कहा कि सोहन मुझे अपनी फैमिली को मनाने में समय लग जाएगा मैंने भी काजल को कहा कोई बात नहीं काजल मुझे तुम पर पूरा भरोसा है कि तुम अपनी फैमिली को मना लोगी। हम दोनों एक दूसरे से हर रोज मिला करते, हम दोनों जब एक दूसरे के साथ होते तो मुझे ऐसा लगता जैसे कि मेरी सारी परेशानियां पल भर में दूर हो चुकी है। मुझे काजल का साथ बहुत अच्छा लगता और काजल को भी मेरा साथ बहुत अच्छा लग रहा था। समय बीतता जा रहा था और हम दोनों के रिलेशन को भी काफी समय हो चुका था। एक दिन हम दोनों साथ में बैठे हुए थे और उस दिन मैंने काजल को कहा कि काजल मैं कुछ दिनों के लिए अपने बिजनेस के सिलसिले में बाहर जा रहा हूं तो काजल ने मुझे कहा कि तुम वापस कब तक लौट आओगे। मैंने काजल को कहा कि मैं वहां से जल्द ही वापस लौट आऊंगा। अगले दिन जब मैं एयरपोर्ट पर गया तो वहां पर मुझे छोड़ने के लिए काजल आई और हम दोनों साथ में ही कुछ देर बैठे रहे फिर मैं फ्लाइट मैं बैठ गया और उसके बाद वहां से जब मैं बेंगलुरु पहुंचा तो मैंने काजल को फोन किया काजल से मैंने काफी देर तक बातें की। बेंगलुरु में मुझे एक बड़ा प्रोजेक्ट मिलने वाला था और उसी के सिलसिले में मैं बेंगलुरु आया हुआ था मुझे पूरी उम्मीद थी कि वह प्रोजेक्ट मुझे मिल जाएगा। जब मुझे वह प्रोजेक्ट मिला तो मैं काफी खुश था उसके बाद मैं मुंबई वापस लौट आया था और अपनी पूरी मेहनत के साथ मैं काम करने लगा।

मैं इस बात से बड़ा खुश था कि काजल मेरे साथ है और हम दोनों एक दूसरे का साथ अच्छे से दे पा रहे हैं काजल ने हमेशा ही मेरा साथ दिया लेकिन अभी भी मैं और काजल एक नहीं हो पाए थे हम दोनों चोरी छुपे एक दूसरे को मिला करते थे। जब भी हम दोनों एक दूसरे के साथ होते तो हम दोनों को ही अच्छा लगता। हम दोनों के रिश्ते को काफी समय हो चुका था मैं चाहता था कि काजल की फैमिली से मैं अब इस बारे में खुद बात करूँ। मैंने काजल से जब इस बारे में कहा तो वह मुझे कहने लगी कि मैं तुम्हें पापा से मिलवा देती हूं और जब काजल ने मुझे अपने पापा से मिलवाया तो वह लोग मेरे साथ काजल का रिश्ता करने के लिए तैयार नहीं थे मैं इस बात से काफी निराश था और मैं अपने घर लौट आया। काजल ने मुझे कहा कि मैं तुमसे ही शादी करूंगी और फिर हम दोनों कोर्ट मैरिज करने के लिए तैयार थे। मैंने काजल को कहा कि क्या तुम मेरे साथ कोर्ट मैरिज करने के लिए तैयार हो तो वह इस बात के लिए तैयार हो चुकी थी। हम दोनों ने कोर्ट मैरिज करने का फैसला कर लिया था उसके बाद हम दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली और काजल मेरी पत्नी बन चुकी थी वह अब मेरे साथ ही रहने लगी। मैं काजल का साथ पाकर बहुत ही ज्यादा खुश था हालांकि काजल की फैमिली इस बात से काफी गुस्सा थी लेकिन उन्होंने भी अब हम दोनों के रिश्ते को स्वीकार कर लिया था। शायद उनके पास इसके अलावा और कोई रास्ता नहीं था मेरे और काजल के रिश्ते को वह लोग स्वीकार कर चुके थे। काजल मेरी जिंदगी में आई तो उसके बाद मेरी जिंदगी में सब कुछ ठीक होता जा रहा था लेकिन मैं काजल को समय नहीं दे पा रहा था जिस वजह से काजल मुझसे काफी नाराज थी।

मैंने काजल को समझाया मैं जल्द ही तुम्हारे लिए समय निकाल लूंगा। उसके बाद मैंने कोशिश की कि मैं काजल के लिए समय निकालूँ। काजल के साथ मैं जब भी समय बिताता तो उसे अच्छा लगता लेकिन काफी समय हो गया था जब हम दोनों कहीं साथ में गए नहीं थे। एक दिन मैं अपने ऑफिस से घर लौटा उस दिन काजल ने मुझे बताया वह कुछ दिनों के लिए मेरे साथ कहीं घूमने के लिए जाना चाहती है। मैंने काजल को कहा कि काजल मैं अपना यह प्रोजेक्ट खत्म कर लूँ उसके बाद मैं तुम्हारे साथ कहीं घूमने के लिए जाऊंगा। काजल ने कहा ठीक है काजल मेरी हर एक बात मान लिया करती थी जिससे कि मुझे काफी अच्छा लगता। काजल मुझे बहुत सपोर्ट करती थी काजल के मेरी जिंदगी में आने से मेरी जिंदगी में काफी कुछ बदल चुका था और काजल के मेरी जिंदगी में आने से मैं बहुत ही ज्यादा खुश भी था। मैंने अब काजल के लिए समय निकाला मैं चाहता था काजल और मैं कुछ दिनों के लिए कहीं घूमने के लिए जाएं। मैंने अपने दोस्त को फोन किया वह शिमला में रहता है उसका शिमला में रिजॉर्ट है। मैं कुछ दिनों के लिए शिमला जाना चाहता था काजल भी काफी खुश थी और हम दोनों शिमला चले गए। काजल और मैं साथ में अच्छा समय व्यतीत कर रहे थे। काजल बहुत ही ज्यादा खुश थी मैं उसके साथ समय बिता पा रहा हूं। हम दोनों एक दूसरे का साथ अच्छे से दे रहे थे। उस दिन मौसम भी काफी ज्यादा अच्छा था मैं कुछ ज्यादा ही रोमांटिक मूड में था।

काजल भी उस दिन बहुत ही ज्यादा खुश थी। मैंने जब काजल को अपनी बाहों में लिया तो वह मेरी बाहों में आकर तड़पने लगी मै भी बहुत तड़प रहा था। मैंने काजल को अपनी गोद में बैठा लिया था। काजल मेरी गोद में आ चुकी थी और मेरा लंड तन कर खड़ा होने लगा था। मैं चाहता था मै अपने लंड को काजल की योनि में घुसा दूं। मैंने जब अपने लंड को बाहर निकाला तो उसे काजल ने अपने हाथों में लिया और उसे अपने हाथों से सहलाने लगी। वह जिस तरह से मेरे लंड को ऊपर नीचे कर रही थी उससे मेरा माल भी बाहर आने लगा था। काजल ने मेरे मोटे लंड को अपने मुंह में ले लिया वह उसे चूसने लगी। उसको मजा आ रहा था और मुझे भी बड़ा आनंद आ रहा था। मैंने काजल से कहा मैं तुम्हारी चूत के अंदर अपने लंड को घुसाना चाहता हूं। काजल बहुत ही ज्यादा उत्तेजित हो गई थी मैंने जैसे ही काजल की चूत के अंदर अपने लंड को घुसाया तो काजल जोर से चिल्लाई और बोली तुम्हारा लंड आज कितना ज्यादा मोटा हो गया है। मैंने काजल के दोनों पैरों को आपस में मिला लिया जिस से मुझे उसकी चूत और भी ज्यादा टाइट महसूस होने लगी। मैं चाहता था काजल को मैं धक्के देता जाऊ। मैं काजल को बड़ी तेज गति से धक्के मार रहा था और काजल में मेरा साथ अच्छे से दे रही थी। मैं जिस तरीके से उसे धक्के मारता उससे वह चिल्ला रही थी और मुझे कहती मुझे और तेजी से चोदते जाओ। मैं उसे बड़ी ही तेज गति से धक्के मार रहा था। वह मुझे कहती मुझसे अब रहा नहीं जाएगा। मैंने अपने माल को उसकी चूत में गिरा दिया।

उसके बाद मैंने उसकी चूत को साफ करते हुए अपने लंड को उसकी चूत के अंदर घुसाया तो मुझे मजा आने लगा और उसे भी बहुत ज्यादा आनंद आने लगा था। मैं उसकी चूत के अंदर बाहर अपने लंड को किए जा रहा था और उसे बहुत ही ज्यादा आनंद आ रहा था वह मुझसे अपनी चूतडो को मिलाए जा रही थी। जिस तरीके से वह मुझसे अपनी चूतडो को मिलाती उससे मुझे बड़ा ही आनंद आता और मैं उसे कहता तुम ऐसे ही मेरा साथ देती जाओ। वह भी तेजी से अपनी चूतड़ों को मुझसे मिला रही थी जब मेरा लंड उसकी चूतडो से टकरा रहा था तो उसकी चूतडो से आवाज पैदा होती। मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था जब मैं उसे तेज गति से धक्के मार रहा था। मेरे धक्कों में हम और भी ज्यादा तेजी आने लगी थी और मेरा वीर्य मेरे अंडकोषो से बाहर की तरफ को आ चुका था। मैंने काजल की चूत में अपने वीर्य को गाराने के बाद अपने लंड को बाहर निकाला उसकी चूत से मेरा माल अभी भी टपक रहा था। वह अपनी चूतडो को ऊपर कर के ऐसे ही बिस्तर पर लेटी हुई थी।

मैंने उसकी चूत को दोबारा से सहलाना शुरु किया और उसकी चूत से मेरा माल अभी भी टपक रहा था मैंने उसे साफ करते हुए उसकी योनि पर दोबारा से अपने लंड को लगाना शुरू किया तो मेरा लंड तन कर खड़ा होने लगा था और मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था। जब मैं उसकी चूत के अंदर बाहर अपने लंड को करने लगा तो मेरा लंड पूरी तरीके से उसकी चूत में घुस चुका था और काजल मुझसे अपनी चूतडो को मिलाए जा रही थी। उसे इतना मजा आ रहा था वह मुझे कहती मुझे तुम बस ऐसे ही चोदते जाओ। मैंने उसे बहुत देर तक चोदा कुछ देर बाद मेरा माल उसकी चूत में गिर गया और हम दोनों खुश हो गए। हम दोनों ने शिमला में खूब इंजॉय किया और उसके बाद हम लोग वापस लौट आए थे जितने दिन भी हम लोग शिमला में रहे उतने दिनों तक हमने एक दूसरे के साथ जमकर सेक्स का मजा लिया।
 
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