चूत फाड़क लन्ड वर्धक दोहे : बाबा बेलन के

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चूत चुदाई के दोहे।

बाबा बेलन ने आज बहुत दिनों के बाद अपनी महफिल लगाई थी और आज वो हम लोगों को चूत गीली व लंड खड़ा कर देने वाले चुदाई के दोहे सुनाने वाले थे। ये दोहे महान लेखकों के दोहों की तरह बाबा बेलन के दोहों के नाम से जाने जाएंगे।

तो आईये शुरुआत करते हैं इन दोहों से

लौड़ा जब तक खड़ा न हो, चूत विरह में आय, पेल लंड अंदर करो, चूत दियो गन गनाय।

हम सब मजे से सुन रहे थे कि बाबा बेलन ने इस दोहे का अर्थ समझाया। मेरे प्रिय चेलों इसका अर्थ है कि जब तक लंड खड़ा न हो चूत टेंश्सन में रहती है। और जब लंड खड़ा होकर अंदर जाता है, चूत मगन हो जाती है।

भाई बात तो सही है। हम सबने इस दोहे को सुना और वाह वाह करने के बाद अपने लंड को थपथपाया अभी वो खड़ा नहीं हुआ था। बाबा बेलन ने अभी और दोहे सुनाने थे।

बाबा बेलन ने दूसरा दोहा सुनाया

चूत जरा गीला करो, अंगुली सरस घुसाय। गीली चूत को देख के, लौड़ा सरपट जाय

लौड़ा सरपट जाय , धाय जब लंड वो अंदर। चोद चोद के लौन्डिया को बना दे बंदर!!

वाह ये छंद कुंडलिया मारी बेलन बाबा ने। जैसा कि आप को बता दें, बेलन बाबा पोर्न जगत के सबसे टैलेंटेड और प्रतिभाशाली पोर्न स्टार हैं जिनके किस्से सिर्फा आप सकसेक्स पर आभासी व्यक्ति सेक्शन में पढ सकते हैं। गौर तलब है कि बेलन बाबा इससे पहले वयस्क मनोरंजन जगत के समस्त पोर्नस्टार्स जिसमें बहुचर्चित छिनाल सविता भाभी, जाज्मीन, प्रिया राय, सन्नी लिओनी, सबकी चूत को पेल कर ताखा बना चुके हैं। मत भूलें उनकी रचनाओं पर एक नजर सकसेक्स की साइट पर सेक्स कहानियों में जाकर अवश्य मारें।

हम सब इस रचना को सुनकर बाबा बेलन की काव्य सृजन क्षमता से अत्यंत प्रभावित हुए। तब बाबा बेलन ने फरमाया

गांड अगर कैसी भी हो, उसमें थूक लगाय। जैसे ही लौड़ा दियो, धक्का जरा लगाय

धक्का जरा लगाय, जोर से अंदर ठेलो। अंदर ठेल घुसाय, वहां फिर सरपट पेलो।

पेल पेल कर करो निहाल उसे फिर बोलो। बोलो लंड की जय जय मेरी भी जय बोलो

बेलन लंड महान यही नारा तुम लेलो।

इस कविता को सुन कर हम लोगों के लंड में सनसनाहट होने लगी। निश्चय ही इस प्रवाहमान दोहे और कवित्त को पढ कर कोई भी पोर्न प्रेमी दीवाना हो सकता है।

तभी बेलन बाबा ने एक दोहा सुनाया लंड को लंबा होने के उपर

लोग कहें लंबा हो लंड तो सजनी देख मुसकाय,

उसकी हवस मिटाए लंड जो लंबा वही कहाय,

लंबा हो या छोटा थोड़ा होए मोटा,

लंड वही जो आए काम, हो जाए सोंटा

जैसे देखे चूत दनादन खड़ा हो जाए,

अड़ियल घोड़े के जैसा अड़ा हो जाए।

आप इसका मतलब तो समझ ही गये होंगे। उनके कहने का मतलब है कि लंड वही बेहतर जो कि प्रेमिका को देख कर प्रसन्नता हो। चाहे वो लंबा हो या छोटा पर उसका मोटा होना ज्यादा जरुरी है। और उससे भी ज्यादा जरुरी है कि उसको चूत देख कर खड़ा होना चाहिए। ऐसा लंड ही कारगर हथियार होता है।

हम सब भक्त जन बाबा बेलन की बातों से सहमत थे कि अचानक से पप्पू ने हाथ उठाकर पूछा " बाबा मेरी गर्लफ्रेंड तो मुझसे चूत चूसने को कहती है, उसका क्या करुं?"

बाबा बेलन हंसे और बोले वत्स पप्पू तू है बड़ा निखट्टू!! सुन तुझे सुनाता हूं, तेरी खुजली मिटाता हूं और उन्होंने जो दोहे कहे वो कुछ ऐसे थे, -

लंड जो चोदे चूत को प्रबल गति से भाय,

फाड़े उसकी देहरी मोटा मुंड घुसाय।

जो मजा आवे रंडी को लंड पेलन में भाय,

काहें को फिर रंडी तुझसे चूत चुसाय?

मतलब कि अगर तुम्हारा लन्ड मोटा है, और उसमें दम है जिससे तुम रंडी की चूत में घुसा कर दमदार तरीके से चोदते हुए उसकी खुजली मिटा सको तो फिर रंडी तुमको काहे चूत चूसने को कहेगी? सच है चुद्ने से ज्यादा मजा कहीं नहीं आता फिर मुखमैथुन वगैरह सेकन्ड्री चीजें है।

आगे बाबा बेलन मुखमैथुन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए अपने कवित्त में कहते हैं कि

मुखमैथुन एक गीत है, गले में लौड़ा ठूंस,]

लौड़ा ठूंस अंदर करे फिर हल्के से चूस,

चूस चूस कर हिला दे, हिला हिला कर चूस

वीर्य गले में छोड़ दे ना खींचो कंजूस।

मतलब कि मुखमैथुन करना एक गीत के समान मधुर कार्य है, उसमे अगर आप तल्लीन होकर करें तो फिर जो मजा है वो कहीं भी नहीं। आखिर में गले में वीर्य का पान कराना न भूलें, जिससे कि लड़की को अद्भुत आनंद आता है।

अगला वचन बाबा का था समलैंगिकता के उपर

मुस्कराने का बहाना ढूंढ लेता है,

वो गांड मराने का बहाना ढूंढ लेता है

जो अक्सर मूठ मारे बंद कमरों में सदा बेलन

वो बंदा लंड का मोटा खजाना ढूंढ लेता है

कहने का मतलब कि गांडू आदमी अक्सर बंद कमरे में लंड के अभाव में मूठ मारता पाया जाता है और चाहे वो कहीं भी रहे, अपने लिए एक दूसरे गांडू की तलाश कर ही लेता है।

आगे बाबा बेलन कहते हैं,

प्रेमी एक अचार है, पति उसठ व्यवहार

चुद चुद पति से मन भरे, प्रेमी करे उबार

प्रेमी करे उबार , गांड बीबी की मारे,

मार मार के फाड़ चूत उसकी वह वारे।

इसका मतलब भी आप समझ ही गये होंगे। कहना ये है कि पति के रुखे व्यवहार से और एकरस चुदाई के तरीके से बीबी कभी भी नाराज होकर अपने प्रेमी के पास जा सकती है या अपने लिए एक नया प्रेमी तलाश कर सकती है अत: आप अपनी बीबी से प्यार के साथ पेश आएं और उसको अल्ग अलग तरीके से चोद कर उसकी एकरसता खत्म करें। तो आप समझ गये होंगे उनका कहना। आखिर में आपको कुछ और दोहे सुनाते हैं बाबा बेलन के जिनको हमें उनकी क्लास में कंठस्थ करना था।

पेल देना रेल देना चूत में लंड ठेल देना,

है कसम इस लंड की तुम चूत ही में खेल लेना

जो मिले मौका कभी गर चूत मारन का सिकंदर

है कसम बेलन गुरु की पेल कर के रेल देना।

मतलब कि अगर चूत मारने और चूंचे चूसने का मौका कभी भी मिले तो उसे छोड़ना मत, उसे हाथों हाथ अपना लेना। इतना सुनने के बाद हम सब भक्त बाबा बेलन की जय बोलकर घर चले। अगले क्लास में बाबा बेलन ने छंद लड़भंगी सुनाने की बात की और चूत रसगीतिका।
 
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