चोदकर खून निकाल दिया

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Hindi sex story, antarvasna: मैं अपने दोस्त के घर पर जाता हू उसके घर मैं काफी समय बाद गया था। मेरे दोस्त से मैं काफी दिनों बाद मिलता हूं। वह मुझसे मिलकर बहत खुश होता हैं। वह मुझे कहता हैं रमेश तुम काफी दिनों बाद घर पर आ रहे हो। मैं रोहन से कहता हू मुझे समय ही नहीं मिल पता हैं तुम तो जानते ही हो जब से पापा का बिजनेस संभला हैं तब से समय ही नहीं मिल पता हैं। मैं और रोहन बहुत दिनों बाद मिलते हैं मुझे बहुत अच्छा लगा जब मैं रोहन से मिला। रोहन के साथ अपनी कुछ पुरानी यादों को ताज़ा किया तो मुझे बहुत अछा लगा। मैं रोहन से मिलने के बाद अपने घर पर आ गया। जब मैं घर पंहुचा तो मेरे मामा और उनके लड़के घर पर आए हुए थे। वह लोग बहुत ही परेशान थे मुझे माजरा समझ नहीं आया आखिर बात क्या हैं। जब मुझे पता चला मामा की लड़की घर से भाग गई हैं तो वह घर पर आये हुए थे। मैं अब उन लोगो के साथ बैठा तो उन्होंने कहा वह हमारे पडोस के लड़के से प्यार करती थी लेकिन हम लोगो को ये बिलकुल भी पसंद नहीं था।

मामा भी बोले अगर मुझे मालूम होता तो मैं कभी भी उसको ऐसा कदम नहीं उठाने देता। मैंने मामा से कहा आप लोग परेशान मत होइए सब ठीक हो जायेगा| मामा बोले रमेश बेटा हमारी कितनी बदनामी हुइ है तुम जानते हो इससे हमारे बदनामी हुए है। पापा ने मामा से बोला अब तुम किसी भी तरीके से संगीता को ढूंढ लो और उसके रिश्ते को स्वीकार कर लो। मामा बोले मैं तो उसकी शादी उस लड़के से करवाने के लिए तयार हूं लेकिन मुझे यह चिंता सता रही हैं संगीता कैसे होगी? मामा बहुत ही भावुक हो गए। वह बहुत ही परेशान थे आखिर परेशानी की वजह भी थी उनकी जवान लड़की जो घर से भाग गयी थी। उस रात पापा ने मामा को समझाया और वह लोग घर चले गए कुछ दिनों मे संगीता घर वापस लौट आई थी। अब मामा उसकी शादी उस लड़के से करवाना चाहते थे उन्होंने उसकी शादी उस लड़के से करवा दी। अब संगीता की शादी हो चुकी थी और वह बहुत ही ज्यादा खुश हो गए थे मामा भी अब खुश थे उनकी बेटी घर लौट आई हैं।

मामा इस बात से बहुत खुश थे की उनकी बेटी घर लौट आई हैं। मैं अपने काम में अच्छे से ध्यान दे रहा था मैं अपने काम से बहुत ही ज्यादा बिजी रहताहू इस लिए अब पापा भी चाहते थे मैं शादी कर लू और मम्मी ने ना जाने कितने ही बार मुझसे शादी की बात की और कहा बेटा तुम शादी कर लो लेकिन मैं तो अभी भी अपनी कॉलेज मैं पढ़ने वाली आशा के बारे मे सोचता हूं लेकिन वह अपनी फैमली के साथ अमेरिका में रहती हैं। मेरा उससे कोई भी संपर्क नहीं हैं मैं चाहता था मैं आशा को मिलू लेकिन फ़िलहाल उससे मिल पाना मुश्किल था उससे मेरा कोई भी संपर्क नहीं था। यही वजह हैं की मैं आशा से अभी तक मिल नहीं पाया था। एक दिन मैं अपने फेसबुक अकाउंट मे अपनी एक तस्वीर अपलोड के रहा था तो मैंने देखा आशा ने अपनी एक सहेली के साथ एक फोटो अपलोड की है और वह मुंबई आई हुई हैं। मैं बहुत ही खुश था मैंने सोचा मैं आशा से मिल भी पाउँगा या नहीं मेरे लिए आखिरी मौका था मैं इस मौके को छोडना नहीं चाहता था। मैं चाहता था किसी भी तरीके से मैं आशा को मिलू और मैंने अब आशा को फेसबुक पर मेसेज किया तो उसका रिप्लाई मुझे आये और वह मुझसे मिलना चाहती थी। मैं बहुत ही खुश था की इतने सालो बाद मैं आशा से मिल पाउँगा हम दोनो ने अब मिलने का प्लान बना लिया था और हम दोनों जब एक दूसरे को एक एक रेस्तोरो मे मिले। हम दोनों एक दूसरे से काफी सालो बाद मिले थे हम दोनों बहुत ही खुश थे और हम दोनों एक दूसरे से मिलकर एक दूसरे का हाल चाल पूछ रहे थे। मैं तो आशा की तरफ देख रहा था और वह मेरी तरफ देख रही थी मैं बहुत ही खुश था और आशा भी बहुत खुश थी मैंने आशा से कहा हम लोग कितने समय बाद मिल रहे हैं तो वह कहने लगी हम लोग काफी सालो बाद मिल रहे हैं। मैं आशा की आँखों मैं देख रहा था और वह मेरी आँखों मे देख रही थी। मैंने जब उसका हाथ पकड़ा और अपने दिल की बात उसे कही तो आशा मेरी तरफ देखकर बोली ये क्या कर रहे हो मेरी सगाई हो गई हैं। यह बात सुन कर मेरा तो दिल ही टूट गया और आशा भी वहां से चली गई।

मैं भी अब घर लौट आया था और मैं बहुत ही ज्यादा दुखी हो गया था आखिर यह मेरे साथ क्यों हो गया है। मेरे पास इस बात का कोई जवाब तो नहीं था लेकिन मुझे यह समझ आ चूका था की अब आशा मेरी ज़िन्दगी में कभी भी वापस नहीं आ सकती। अब मैं अपनी ज़िन्दगी मैं आगे बढ़ चूका था। मेरी ज़िन्दगी मे अब महिमा आई मैं उस से अपने दोस्त के घर पर मिला था और हम दोनों के बीच दोस्ती हो गई हमारे बीच प्यार होने लगा। मैं महिमा एक दूसरे के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताने की कोशिश करते और हम दोनों को ही अच्छा लगता। मैं बहुत ही खुश था की अब मेरी ज़िन्दगी मे महिमा आ चुकी थी। महिमा को मेरा साथ बहुत ही अच्छा लगता हम दोना का प्यार दिन ब दिन परवान चढ़ता जा रहा था। मैं और महिमा बहुत ही खुश थे। महिमा और मैं एक दिन एक दूसरे के साथ बैठे हुए थे उस दिन महिमा और मैंने साथ मे घुमने का प्लान बनाया और हम दोनों उस दिन साथ मे मूवी देखने के लिए गए। मुझे बहुत ही अच्छा लगा और महिमा को भी बहुत अच्छा लगा। हम दोनों साथ मैं मूवी देख रहे थे मैं महिमा की तरफ देख रहा था और महिमा मेरे तरफ देख रही थी।

मैंने महिमा का हाथ पकड़ लिया और मैंने महिमा के होंठो को चूम लिया तो वह मेरी तरफ देखने लगी। मैं महिमा की तरफ देख रहा था मैंने महिमा से कहा आई लव यू तो महिमा भी खुश हो गयी और मुझे कहने लगी मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा हैं| हम दोनो ने अब फैसला कर लिया था की हम दोनों कही साथ मैं जाए। मैंने महिमा को कहा हमे कही साथ मे चलना चाहिए और हम दोनों उस दिन साथ मे ही रुक गए। हमने होटल मैं रूम लिया और वहा पर मैंने महिमा को किस कर दिया। वह भी उत्तेजित होती जा रही थी और वह अपने अन्दर की आग को झेल नहीं पाई वह भी अब मेरे लंड को चूसने लगी मुझे तो बहुत ही अच्छा लग रहा था और महिमा को भी मजा आने लगा था। मैंने महिमा को कहा मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा हैं| महिमा बिलकुल भी रह ना सकी और मेरे अंडरवियर से महिमा ने मेरे काले लंड को निकल लिया। उसके बाद मुझे और भी मजा आने लगा मैंने महिमा को नंगा कर दिया और उसकी चूत की तरफ देखा तो मुझे मजा आने लगा। मैंने महिमा से कहा तुम्हारे चूत पर एक भी बाल नहीं हैं। महिमा की चूत से पानी निकल आया था महिमा मुझे कहनी लगी मुझसे बिलकुल भी रहा नही जायेगा। मैने महिमा को कहा रहा तो मुझसे भी नहीं जा रहा है। महिमा ने अब मेरे लंड को चूसना शुरू कर दिया था और मुझे भी मजा आने लगा। मैंने महिमा को कहा की तुम मेरे लंड को ऐसे ही चूसती रहो। महिमा को मजा आ गया था उसने मेरे लंड को चूसकर मेरे लंड से पानी को बाहर निकल दिया था और मुझे उत्तेजित कर दिया। मैं बिलकुल भी रह ना सका मैंने महिमा की चूत के अंदर लंड को घुसा दिया। महिमा की चूत से खून निकल आया था। मैंने अब महिमा को तेज गति से चोदना शुरू कर दिया था मुझे बहुत ही मजा आने लगा था। महिमा की चिकनी चूत से खून निकलता ही जा रहा था।

मैंने महिमा को कहा मैं तुमको घोड़ी बनाकार चोदना चाहता हूं तो महिमा मुझे कहने लगी जैसा तुमको लगता हैं तुम वैसा कर लो लेकिन फ़िलहाल तो मुझे मजा आया रहा हैं और मेरे चूत से खून निकल रहा हैं। महिमा को मैंने अब घोड़ी बना दिया जब मैंने महिमा की चूत के अंदर लंड को डाला तो मुझे मजा आने लगा और महिमा की चूत के अंदर बहार मैं अपने लंड को करने लगा जिससे मुझे मजा आ रहा था। महिमा को भी मजा आ रहा था वह मुझे बोलने लगी मुझे बहुत ही मजा आ रहा हैं। वह मुझसे अपनी गांड को मिलाए जा रही थी और महिमा को बहुत ही ज्यादा मजा आने लगा था| महिमा की गांड लाल होने लगी थी। महिमा जोर से सिसकारिया ले रही थी और मुझे बहुत ही मजा आ रहा था। मैंने महिमा को बहुत ही तेजी से चोदना शुरू कर दिया था।

मैंने महिमा को बहुत देर तक चोदा अब मुझे अहसास हो चूका था मैं अब रह नहीं पाउँगा। मैंने महिमा की चूत मे अपने माल को गिरा दिया और महिमा को अपना दीवाना बना दिया। महिमा और मैं बहुत ही खुश थे हम दोनों एक दूसरे की इच्छा को पूरा कर पाए और महिमा भी बहुत ही ज्यादा खुश थी। महिमा मुझे कहनी लगी अब हमे चलना चहिये लेकिन मेरे कहने पर महिमा मेरे साथ रुक गई। महिमा और मैने रात भर चुदाई का मजा लिया। महिमा अपनी चूत मुझसे मरवाकर बहुत ही खुश थी। महिमा को बहुत ही मजा आया था रात भर हम दोनों ने चुदाई का मजा लिया। महिमा और मैं अगले दिन घर चले गए और उसके बाद भी हम लोगो ने कई बार चुदाई का मजा लिया। हम दोनों को बहुत ही मजा आता मैं और महिमा एक दूसरे के साथ सेक्स का जमकर मजा लेते हैं जब भी मुझे महिमा को चोदना होता तो मैं उसे घर पर बुला लिया करता।
 
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