नताशा को आराम दिया

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Desi kahani, antarvasna: नताशा के मेरी जिंदगी में आने से मेरी जिंदगी मैं काफी कुछ बदलाव आ चुका है। मैं अपनी जिंदगी में पूरी तरीके से टूट चुका था मेरे बिजनेस में हुए नुकसान से मेरी जिंदगी में काफी ज्यादा परेशानियां आ चुकी थी जब नताशा मेरी जिंदगी में आई तो मैं काफी खुश हूं। नताशा और मैं एक दूसरे के साथ अब शादी कर चुके है। हम दोनों की मुलाकात 3 वर्ष पहले हुई थी। जब नताशा और मैं एक दूसरे को मिले थे तो उस वक्त नताशा कॉलेज में पढ़ाई कर रही थी। मैं जब नताशा से मिला तो हम दोनों एक दूसरे से बातें करने लगे थे। हम दोनों की बातें अक्सर हुआ करती थी हम दोनों को बहुत ही अच्छा लगता।

जब मैंने नताशा को शादी के लिए कहा तो वह मेरी बात मान गई और हम दोनों की शादी हो गई। जब हम दोनों की शादी हुई तो हम दोनों बड़े ही खुश हैं और हमारी जिंदगी अच्छे से चल रही है। नताशा मेरी जिंदगी में उस वक्त आई जब मैं पूरी तरीके से टूट चुका था और मेरे पास कुछ भी नहीं था। मैं आर्थिक रूप से भी काफी कमजोर हो चुका था क्योंकि मेरे बिजनेस में हुए नुकसान की वजह से मेरी आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी। पापा के गुजर जाने के बाद घर के हालात कुछ ठीक नहीं थी। मैं काफी परेशानियों से गुजर रहा था लेकिन नताशा मेरी जिंदगी में आई और उसने मेरी बहुत मदद की।

नताशा को मुझ पर पूरा भरोसा था इसी वजह से जब मेरी लाइफ में सब कुछ ठीक होने लगा तो मैंने भी सोचा क्यों ना मैं नताशा से शादी कर लूं। हम दोनों ने शादी कर ली हम दोनों की शादी को हुए अभी एक साल ही हुआ है और हम दोनों अपनी शादीशुदा जिंदगी से बहुत ही खुश हैं। नताशा एक मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करती है वह अपनी जॉब से बहुत खुश है। मैंने कई बार नताशा को कहा तुम जॉब छोड़ दो लेकिन नताशा हमेशा ही मुझे कहती है नहीं मैं जॉब करना चाहती हूं इसलिए नताशा अभी भी जॉब कर रही है और वह अपने करियर को लेकर बहुत ही चिंतित है। नताशा अपने करियर को लेकर काफी ज्यादा सीरियस है वह चाहती है उसके ऑफिस में उसका प्रमोशन हो लेकिन अभी तक नताशा का प्रमोशन नहीं हो पाया था। जब नताशा का प्रमोशन हुआ तो नताशा बहुत ही खुश थी और उस दिन नताशा ने मुझे कहा मैं एक छोटी सी पार्टी रखना चाहती हूं जिसमें मैं अपने दोस्तों को बुलाना चाहती हूं।

मैंने नताशा को कहा ठीक है अगर तुम चाहती हो तुम छोटी सी पार्टी रखो तो इस बात के लिए मैं भी तैयार था। हम लोगों ने घर पर एक छोटी सी पार्टी अरेंज की। नताशा के दोस्त भी घर पर आए हुए थे सब लोग बड़े खुश थे और मैं भी काफी खुश था। हम लोगों ने नताशा के सेलिब्रेट को दोगुना कर दिया था। सब लोग बहुत ज्यादा खुश थे मुझे इस बात की खुशी थी नताशा का प्रमोशन हो चुका है और हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत ही खुश हैं। जिस तरीके से हम दोनों एक दूसरे के साथ अपनी जिंदगी बिता रहे हैं उससे हम दोनों को बड़ा अच्छा लगता है नताशा की वजह से ही मेरी जिंदगी में सब कुछ वापस लौट आया है क्योंकि अगर नताशा मेरा साथ नहीं देती तो शायद मैं कभी भी अपनी जिंदगी मैं दोबारा से अपना बिजनेस शुरू करने की हिम्मत नहीं कर पाता। नताशा ही थी जिसने मेरे साथ दिया अब मैं अपने बिजनेस को अच्छे तरीके से चला रहा हूं और मेरा बिजनेस बहुत ही अच्छे से चल रहा है।

हम दोनों जब भी एक दूसरे के साथ होते तो हम दोनों एक दूसरे के साथ समय बिताने की कोशिश किया करते। मैं भी हमेशा सोचता मैं नताशा के साथ समय बताऊं। जब भी मुझे मौका मिलता तो हम दोनों एक दूसरे के साथ टाइम स्पेंड करने की कोशिश करते और ज्यादा से ज्यादा समय हम दोनों एक दूसरे के साथ बिताते। एक दिन मैं और नताशा घर पर ही थे उस दिन मैंने नताशा को कहा चलो आज हम लोग चाचा जी को मिलाते हैं। नताशा कहने लगी ठीक है और उस दिन हम दोनों चाचा जी के घर पर चले गए। जब हम लोग चाचा जी से मिले तो हम लोगों को काफी अच्छा लगा। मुझे आज भी वह दिन याद है जब चाचा जी ने मेरी मदद की थी। उस दिन चाचा जी से मिलकर हम लोग बहुत ज्यादा खुश थे और मुझे बहुत ही अच्छा लगा था। जब चाचा जी के घर पर हम लोग गए थे तो हम लोग ने उस दिन वहां पर डिनर किया और उसके बाद हम लोग घर वापस लौट आए।

मेरी जिंदगी में सब कुछ अच्छे से चल रहा है लेकिन एक दिन मैं जब अपने ऑफिस से घर लौट रहा था तो उस दिन रास्ते में मेरी कार का टायर पंचर हो गया था। मुझे लगा मुझे नताशा को फोन कर देना चाहिए और मैंने नताशा को फोन किया। जब मैंने नताशा को फोन किया तो वह कहने लगी आप घर कब तक लौट रहे हैं। मैंने नताशा को कहा मुझे घर लौटने में थोड़ा समय लग जाएगा। नताशा कहने लगी ठीक है मैं आपका इंतजार कर रही हूं। नताशा घर पर मेरा इंतजार कर रही थी। मुझे उस दिन घर पहुंचने में काफी देरी हो चुकी थी मैं जब घर पहुंचा तो मैंने देखा नताशा के भैया उस दिन घर पर आए हुए थे। मैं नताशा के बड़े भैया से जब उस दिन मिला तो मुझे अच्छा लगा।

उन्होंने मुझे बताया वह कुछ समय तक मुंबई में ही रहने वाले हैं। वह कुछ दिनों तक मुंबई में ही रहे और उसके बाद वह अमेरिका चले गए थे। वह अमेरिका में ही रहते हैं अमेरिका में वह एक अच्छी कंपनी में जॉब करते हैं। मैं और नताशा एक दूसरे के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताया करते। हमारे पड़ोस में एक फैमिली रहने के लिए आई उन्हें हमारे पड़ोस में कुछ समय ही हुआ था लेकिन जब वह लोग हमारे पड़ोस में आए तो मुझे काफी अच्छा लगा। नताशा भी काफी खुश थी उन लोगों से हमारी काफी अच्छी बनने लगी थी। उन्हें कभी भी हमारी मदद की जरूरत होती तो हम लोग हमेशा ही उनकी मदद के लिए तैयार होते। मेरे और नताशा की जिंदगी में सब कुछ अच्छे से चल रहा है हम दोनों बहुत ही ज्यादा खुश है। एक दिन नताशा की तबीयत खराब थी नताशा ने मुझे कहा आज मुझे कुछ ठीक नहीं लग रहा है। मैंने भी सोचा आज मे नताशा के साथ ही रहूं और नताशा को मैं उस दिन मै डॉक्टर के पास ले गया। डॉक्टर ने नताशा को कुछ दवाइयां दी मैं उसे घर ले आया था।

नताशा को डॉक्टर ने आराम करने के लिए कहा था वह कुछ समय के लिए घर पर ही थी मुझे ही नताशा का ध्यान रखना पड़ा। अब वह ठीक हो चुकी थी नताशा और मै जब भी एक दूसरे के साथ होते तो हम दोनों को बहुत ही अच्छा लगता और हम दोनों बड़े ही खुश रहते। एक दिन मैं और नताशा साथ में थे उस दिन जब नताशा और मैं अपने एक दोस्त के घर डिनर के लिए गए। हम लोग जब वहां से वापस लौटे तो नताशा मेरी बाहों में लेटी हुई थी और मैं भी अब नताशा के साथ सेक्स करने के लिए तड़पने लगा था। मैंने नताशा के स्तनों को दबाना शुरू किया। मैं उसके स्तनों को दबाता तो वह खुश हो गई थी। मैं नताशा को चूमने लगा और नताशा के रसीले होठों को चूम कर उसकी गर्मी को बढ़ा रहा था। वह भी पूरी तरीके से गर्म हो रही थी। हम दोनों एक दूसरे की गर्मी को बढ़ा रहे थे लेकिन अब मैं नताशा की चूत मारने के लिए तड़प रहा था।

मैंने जल्दी से नताशा के कपड़ों को खोल कर उसकी योनि को चाटना शुरू किया तो वह भी अपने पैरों को खोलने लगी। जब वह अपने पैरों को खोल रही थी तो उसकी चूत से पानी निकल रहा था और मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था वह तड़पने लगी थी और मैं भी गर्म हो रहा था। मैंने नताशा की चूत पर अपने लंड को लगाया और उसकी चूत मे लंड डालना शुरू किया तो नताशा चिल्लाने लगी। अब नताशा की चूत में मेरा लंड चला गया था। नताशा मुझे कहने लगी मुझे अच्छा लग रहा है। हम दोनों एक दूसरे के साथ सेक्स कर रहे थे। हम दोनो बड़े ही अच्छे तरीके से सेक्स के मजे ले रहे थे वह बहुत खुश थी। हम दोनों एक दूसरे की गर्मी को बढ़ाए जा रहे थे मेरा लंड बडी ही आसानी से उसकी चूत के अंदर बाहर हो रहा था। जब मैं नताशा को चोदता तो उसे बड़ा ही अच्छा लगता और वह भी बहुत ज्यादा खुश थी जिस तरीके से हम दोनों एक दूसरे के साथ सेक्स कर रहे थे। मैंने नताशा के दोनों पैरों को अपने कंधों पर रखकर उसे चोदना शुरू किया तो उसे बहुत ही अच्छा लगने लगा।

वह मुझे कहने लगी तुम ऐसे ही मुझे धक्के देते रहो। मैं नताशा को तेजी से धक्के दिए जा रहा था। जब मैं नताशा को धक्के दिए जा रहा था तो वह बहुत ज्यादा खुश थी। वह मुझे कहने लगी मुझे तुम ऐसे ही धक्के दिए जाओ। मैंने नताशा को बड़ी ही तेजी से चोदना शुरू किया नताशा का बदन पूरी तरीके से हिल रहा था। वह मुझे कहती ऐसे ही तुम मुझे धक्के मारते रहो और मैं उसके पैरों को खोल कर उसे धक्के मारता जा रहा था जिससे कि वह चिल्ला रही थी। मैंने नताशा की चूत में अपने वीर्य को गिरा दिया जाता था। नताशा की चूत में मेरा वीर्य गिरते ही वह बहुत खुश हो गई थी और मुझसे लिपट कर बोली आई लव यू। मैंने उसके बाद उसे दोबारा चोदना शुरू किया। मैंने 10 मिनट तक उसे चोदा जिस से नताशा बड़ी खुश थी और मैं भी खुश था।
 
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