बिस्तर गरम हो गया

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Desi kahani, antarvasna: हमारे पड़ोस में कोमल रहा करती थी कोमल अपनी फैमिली के साथ रहती थी लेकिन कोमल के पिताजी ने अब नया घर खरीद लिया था और वह लोग दूसरी सोसाइटी में शिफ्ट हो गए थे। कोमल को मैं दिल ही दिल चाहता था लेकिन उसे मैं कभी अपने दिल की बात बता ना सका। हालांकि कोमल और मैं एक दूसरे से बात करते थे लेकिन मैंने कभी भी उसे अपने दिल की बात नहीं बताई थी। उसके बाद कोमल और मेरा मिलना ना के बराबर हो चुका था मुझे लगने लगा था कि शायद अब मुझे कोमल को भूल जाना चाहिए। एक दिन कोमल ने मुझे फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी तो मैंने भी तुरंत उसकी फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली। मुझे उम्मीद भी नहीं थी और ना ही मैंने कभी ऐसा सोचा था कि कोमल मुझे फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजेगी। मैंने कोमल को फेसबुक मैसेज के माध्यम से बात करने की कोशिश की और उससे मेरी बात होने लगी कोमल और मैं एक दूसरे से बातें करने लगे थे। हालांकि पहले भी हम दोनों एक दूसरे से बातें करते थे परंतु अब मुझे लगने लगा था कि मुझे कोमल को अपने दिल की बात कह देनी चाहिए और फिर मैंने कोमल को अपने दिल की बात कह दी थी। कोमल ने भी मेरे प्रपोज को स्वीकार कर लिया और हम दोनों एक दूसरे को डेट करने लगे।

मैं कोमल के साथ बहुत खुश था और कोमल भी मेरे साथ बहुत खुश है। हम दोनों साथ में काफी अच्छा समय बिताते हैं और जब भी हम दोनों साथ में होते हैं तो हम दोनों को बहुत अच्छा लगता है। एक दिन कोमल ने मुझे कहा कि संजय मुझे तुमसे कुछ बात करनी है उस दिन मुझे नहीं मालूम था कि कोमल भी चाहती है कि हम दोनों अपने रिश्ते को अपनी फैमिली वालों को बता दे। मैंने कोमल को जब इस बारे में कहा कि कोमल मैं अभी अपने पापा मम्मी को इस बारे में बता नहीं पाऊंगा तो कोमल ने मुझे कहा देखो तुम्हें इस बारे में पापा मम्मी को तो बताना ही पड़ेगा। मैंने कोमल को कहा ठीक है मैं कोशिश करता हूं और मैं अब चाहता था कि मैं उन्हें इस बारे में बता दूं। कोमल के बारे में मैं अपनी फैमिली में बताना चाहता था और मैंने जब पापा और मम्मी से इस बारे में बात की। वह लोग कोमल को पहले से ही पसंद करते थे उन्होंने भी इस रिश्ते को मंजूरी दे दी थी। मैं इस बात से बहुत ज्यादा खुश था कि मेरी फैमिली ने कोमल को एक्सेप्ट कर लिया है और अब कोमल और मैं सगाई के बंधन में बंध चुके थे। हम दोनों जल्द ही शादी करने वाले थे लेकिन कोमल की अचानक से तबीयत खराब हो गई जिस वजह से कोमल को हॉस्पिटल में एडमिट करना पड़ा। कोमल की तबीयत काफी ज्यादा खराब होने लगी थी मुझे नहीं मालूम था कि वह कब तक ठीक होगी लेकिन कोमल काफी समय तक हॉस्पिटल में रही। धीरे धीरे उसकी तबीयत में भी सुधार होने लगा था तो कोमल और मैं शादी करना चाहते थे। मैंने पापा से इस बारे में कह दिया था और पापा भी इस बात के लिए तैयार थे।

जल्द ही हम दोनों की शादी हो गई हम दोनों की शादी हो जाने के बाद मैं काफी खुश था और कोमल भी मेरा बहुत ही अच्छे से ध्यान रखती थी। मेरे और कोमल के बीच प्यार लगातार बढ़ता ही जा रहा था समय के साथ साथ हम दोनों ने एक दूसरे को और भी अच्छे से समझने लगे थे। जब भी मुझे कोमल की आवश्यकता होती तो कोमल हमेशा ही मेरे साथ खड़ी होती। एक दिन मैंने कोमल को कहा तुम्हारी फैमिली को मिले हुए काफी समय हो चुका है कोमल भी मुझे कहने लगी कि हां संजय तुम ठीक कह रहे हो। हम दोनों अगले दिन कोमल के घर चले गए काफी समय से कोमल भी अपने घर गई थी और कोमल को भी बहुत अच्छा लगा जब वह अपने घर गई। मैं और कोमल साथ में थे हम दोनों साथ में बातें कर रहे थे कोमल को अपने घर पर काफी अच्छा लगा और हम लोग वहां पर दो दिन तक रहे दो दिनों बाद हम लोग अपने घर वापस लौट आए। जब मैं घर लौटा तो उस वक्त पापा ने मुझे कहा कि संजय बेटा तुम कुछ दिनों के लिए अपने मामा जी के घर चले जाओ। मैंने पापा से कहा लेकिन मामा जी के घर पर मुझे क्यों जाना है तो उन्होंने मुझे बताया कि तुम अपने मामा जी से मिल आना क्योंकि उनकी तबीयत भी ठीक नहीं है। मैंने भी पापा से कहा ठीक है मैं उनसे मिल लूंगा और जल्दी ही मैं मामा जी से मिलने के लिए चला गया। मैं जब मामा जी से मिलने के लिए गया तो कुछ दिनों तक मैं उनके घर पर ही रहा मैंने अपने ऑफिस से छुट्टी ले ली थी।

मैं अब अपने घर वापस लौट आया था मामा जी घर पर अकेले ही रहते हैं क्योंकि उनके दोनों बेटे विदेश में रहते हैं और मामी का देहांत काफी समय पहले हो चुका था इसलिए मामा जी घर पर अकेले थे। मामा जी को उनके बेटों ने कई बार कहा कि आप हमारे साथ चलिए परंतु वह घर पर अकेले रहना ही पसंद करते हैं। कभी कबार वह हम लोगों से मिलने के लिए आ जाया करते हैं लेकिन काफी समय हो गया था जब वह हम लोगों से मिलने के लिए नहीं आ पाए थे इसलिए पापा ने मुझे मामा जी के पास जाने के लिए कहा था और मैं उनसे इतने समय बाद मिला तो मुझे काफी अच्छा लगा। काफी दिनों के बाद मै और कोमल साथ में सेक्स करने के बारे में सोच रहे थे। बहुत दिन हो गए थे हम दोनों ने साथ में शारीरिक संबंध भी नहीं बनाए थे इसलिए मैं और कोमल अब चाहते थे हम दोनों सेक्स संबंध बनाए। मैंने उस दिन कोमल से कहा आज मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करना है। कोमल भी इस बात के लिए तुरंत तैयार हो गई और मुझे कहने लगी हां मैं तुम्हारे साथ सेक्स करने के लिए तैयार हूं। कोमल ने मेरे लंड को बाहर निकाल लिया और वह उसे हिलाने लगी। जब कोमल मेरे लंड को हिला रही थी तो मुझे मज़ा आ रहा था और कोमल को भी बड़ा आनंद आने लगा था। वह जिस तरीके से मेरे लंड को हिला रही थी उससे मैं बहुत ही ज्यादा उत्तेजित हो गया था और मैंने उसे कहा तुम इसे अपने मुंह में ले लो। कोमल ने मेरे मोटे लंड को अपने मुंह में ले लिया और वह उसे चूसने लगी। वह मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर उनका रसपान कर रही थी तो मुझे बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा था।

वह मेरे लंड को अपने गले तक लेने लगी और कहने लगी आज मुझे तुम्हारे लंड को अपने मुंह में लेकर अच्छा लग रहा है। कोमल ने मेरे लंड को जिस प्रकार से सकिंग किया उसने मेरे लंड से माल बाहर निकाल दिया था उसने वह अपने अंदर ही निगल लिया। अब वह अपने पैरों को खोलकर मेरे सामने अपनी चूत में उंगली डालने लगी। मैंने उसे कहा मैं तुम्हारी चूत को चाट लेता हूं। मैंने कोमल की चूत पर अपनी जीभ का स्पर्श किया और उसकी योनि को चाटने लगा। मैं जिस तरह से कोमल की योनि को चाट रहा था उससे मुझे बहुत ही ज्यादा मजे आने लगे और मुझे काफी ज्यादा अच्छा लगने लगा था। हम दोनो एक दूसरे की गर्मी को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे थे। मैंने कोमल की योनि के अंदर अपने लंड को घुसा दिया। कोमल की चूत में मेरा लंड जा चुका था। अब मेरा लंड उसकी चूत में जाते ही मैं उसे बड़ी तेज गति से धक्के मारने लगा। मेरा लंड उसकी योनि के अंदर जा चुका था और जिस तरीके से मैं उसे चोदता उस से वह तेज आवाज मे सिसकारियां ले रही थी। वह मुझे कहती मुझे और तेजी से चोदता जाओ। मैंने उसके दोनों पैरों को अपने कंधों पर रख लिया। जब मैंने कोमल के पैरों को अपने कंधों पर रखकर उसे तेजी से धक्के मारने शुरू किए तो कोमल मुझे कहने लगी मेरी योनि में बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है। मैंने कोमल को कहा अब तुम्हारी चूत मुझे बहुत ज्यादा टाइट महसूस हो रही है। कोमल मेरा साथ बहुत ही अच्छे से साथ दे रही थी लेकिन उसकी योनि से निकलती हुई गर्मी कुछ ज्यादा ही अधिक हो चुकी थी इसलिए मुझे लगने लगा शायद मैं अब ज्यादा देर तक रह नहीं पाऊंगा और मैं कोमल की चूत में अपने माल को गिर चुका था जिसके बाद मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लगा। मैं और कोमल एक दूसरे के साथ सेक्स संबंध बनाकर बड़े खुश थे।

उसने मेरे लंड को दोबारा से चूसना शुरू किया वह मेरे लंड को चूस कर दोबारा से कठोर बना चुकी थी। उसकी योनि में मेरा लंड जाने को तैयार था। मैंने उसकी चूत पर अपने लंड को लगाकर अंदर की तरफ घुसाया तो मुझे मजा आने लगा और उसे भी बड़ा मजा आ रहा था जिस तरीके से वह मेरे साथ सेक्स कर रही थी। हम दोनो एक दूसरे के साथ बहुत ही ज्यादा खुश थे। मैंने उसकी चूत में लंड घुसा दिया था। कोमल की चूत में मेरा लंड जा चुका था अब कोमल बहुत ही तेजी से सिसकारियां ले रही थी वह मुझे कहती तुम मुझे ऐसे ही चोदते जाओ। मैंने उसे कहा मुझे मजा आ रहा है। हम दोनो ने एक दूसरे के साथ काफी देर तक सेक्स किया। मैं और कोमल एक दूसरे के साथ जमकर सेक्स का मजा ले गए थे लेकिन अब वह समय नजदीक आ चुका था जब कोमल की चूत मेरे लंड से मेरे वीर्य को बाहर की तरफ खींच रही थी और मैंने कोमल की चूत के अंदर अपने माल को गिरा दिया था। कोमल की चूत में मेरा माल गिर चुका था। जब मेरा माल कोमल की चूत में गिरा तो मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लगा जिस तरीके से मैंने और कोमल ने एक दूसरे के साथ सेक्स संबंध बनाए थे हम दोनों ही खुश थे मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लगा था।
 
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