बीवी की इंडियन सहेली बनी ३ महीने की रखैल

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आज मैं आपको अपनी बीवी की इंडियन सहेली की चुत की खुजली मिटाने क कहानी सुनाने जा रहा हूँ अपने पुरे तहेदिल से | वो दिखने में जितनी बड़ी आईटम दिखती थी असल में उसकी चुत भी उतनी ही प्यासी भी थी | वो मेवरि बीवी की सहेली थी इसलिए मैं भी कभी उसे चोदने की तमन्ना इशारों से आगे कभी ज़ाहिर नहीं कर पाया | हुआ यूँ की मेरी बीवी की हाल ही मैं नौकरी लगी जिसकी शुरआती ट्रेनिंग के लिए उसे विदेश जाना था ३ महीनो के लिए और शायद इस एबादी बात मेरे लिए कोई और नहीं और सकती थी क्यूंकि अब मैं उसकी सहेली की चुत की खुजली जो अपने लंड से दूर कर सकता था |

जब मैं अपनी बीवी को एयरपोर्ट छोड़ने गया तो वहाँ उसकी सहेली भी आई तो मुझे बड़ी ही कामुक नज़रों से ताड़ रही थी | वो मुझे इस कदर छेड़ा करती थी जितना तो कोई टपोरी भी किसी अबला नारी को नहीं छेड़ता होगा | जैसे ही मेरी बीवी गयी तो उसकी शैली ने मुझे आँखें मारी और बदले में मेरे चेहरे पर भी हवस का साया आ गया | वहाँ से हम दोनों एक ही मेरे घर पर आया | वो टेक्सी में भी अपनी नंगी जाँघों को दिखाती हुई मुझे पहले से ही पुरे मुड में ला चुकी थी और अब मैं गहर में आकर सबर नहीं कर सकता था | मैंने उसके उप्पर के लिवाज़ को उतरा और उसके चुचों को कसके दबाता हुआ चूसने लगा | साथ में वो भी मेरी पैंट को खोलकर लंड को अपने हाथ से संवारने हुई मसलने लगी |

मुझे रहा नहीं जा रहा था बा बिलकुल भी और मैंने उसकी पैंट को भी उतार दिया अपनी उँगलियों उसकी चिकनी चुत रगड़ने लगा जिसपर सिसकियाँ भर रही थी और तडप रही थी | मैंने कारनामे को और ज़ोरदार बनाने के लिए उसकी चुत में उंगलियां अंदर - बाहर ज़ोरों से करनी चालू कर दी | मैं उसके उप्पर अपने लंड को निकाल लिया और पूरा नंगा हो चूका था | वो मुस्काते हुए अपनी चुदाई के लिए अपनी बेसबरपन दिखा रही थी | मैंने पल में ही अपने लंड को उसकी चुत में अंदर - बहार करते हुए धक्कों को देने लगा | वो अपनी ऊँगली से अपनी चुत को उप्पर से मसलने लगी और चिल्ला रही थी |

वो मुझे गाली बक रही थी की आज तक मैंने अपने मोटे लंड को उसकी इंडियन चुत से परे क्यूँ रखा. . !! मेरे चुदाई के धक्कों के सतह उसक दोनों उंगलियां उसकी चुत के दाने पर घूम रही थी | वो मज़े में आहाहह्ह माहह्ह मर मर गयी. .!! चिल्लाकर मेरे जोश को और भी बढ़ावा दे रही थी | मुझसे कतई भी थमा नहीं जा रहा था और मैं झड़ने की कगार पर पहुँच गया | मैं अपने मुठ को व्यर्थ ही नहीं जाने दे सकता था और इसीलिए अब उस एपने नीचे बिठा लिया जहाँ वो अपने मुंह में मेरे लंड को चूसने लगी और मैं कुछ दो से तीन झटकों के बीच उसके मुंह में झड गया | उस दिन से लेकर पुरे ३ महीन एटक मैं अपनी बीवी की सहेली की रोज दिन में २ से तीन बार चुत मारता रहा |
 
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