Hindi sex kahani, antarvasna: आकाश मुझसे मिलने के लिए घर पर आया हुआ था। आकाश मुझसे एक हफ्ते पहले ही मिला था लेकिन आकाश के बिजनेस में हुए नुकसान की वजह से वह काफी तनाव में था इसलिए वह मुझसे मिलने के लिए आया था। मैं और आकाश एक दूसरे से बातें कर रहे थे आकाश मेरा बचपन का दोस्त है और कभी भी उसे मेरी जरूरत होती तो मैं हमेशा ही उसकी मदद के लिए तैयार रहता। उस दिन आकाश और मैं एक दूसरे के साथ बातें कर रहे थे मैंने आकाश को कहा मैं तुम्हारी मदद जरूर करूंगा। मैंने आकाश की मदद करने के बारे में उससे कहा तो आकाश ने मुझे कहा तुम हमेशा ही मेरी मदद के लिए तैयार रहते हो। मुझे आज भी वह दिन याद है जब आकाश के पिता ने मेरी मदद की थी उस समय मेरे घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी क्योंकि आकाश हमारे घर के पड़ोस में ही रहा करता था इस वजह से आकाश के पिता ने उस वक्त हमारी काफी मदद की थी और शायद यही वजह है कि मैं आकाश की हमेशा ही मदद करने के लिए तैयार रहता हूं।
आकाश ने मुझे कहा मैं चलता हूं और आकाश चला गया। मैंने आकाश की मदद की और आकाश अपने बिजनेस में हुए नुकसान की भरपाई कर पाया था। आकाश ने दोबारा से अपना बिजनेस शुरू किया अब वो काफी खुश है कि उसका बिजनेस अच्छे से चल रहा है। मुझे भी इस बात की बड़ी खुशी है कि आकाश का बिजनेस काफी अच्छे से चल रहा है। मैं और आकाश एक दूसरे के बहुत करीब है मैंने हमेशा ही आकाश को अपने भाई की तरह ही माना है और आकाश भी मुझे काफी ज्यादा सम्मान देता है। अब आकाश का बिजनेस अच्छे से चल रहा था इसलिए आकाश ने मुझे कहा क्यों ना हम लोग कहीं घूमने के लिए जाएं। मैंने भी ममता से इस बारे में बात की तो ममता ने भी कहा कि हां वैसे भी हम लोगों को काफी समय हो गया है हम लोग कहीं गए भी नहीं हैं। मैंने ममता को कहा मैं आकाश से अभी बात करता हूं। मैंने आकाश को फोन किया और आकाश को कहा ममता भी मुझे कह रही है काफी दिनों से हम लोग कहीं गए नहीं है हम लोगों को कहीं चलना चाहिए।
मुझे आकाश ने कहा क्यों ना हम लोग जयपुर घूमने के लिए जाएं और हम लोगों ने जयपुर जाने का प्लान बना लिया था। सारा कुछ अरेंजमेंट आकाश ने ही की थी और आकाश ने जब मुझसे यह बात कही तो मैंने आकाश को कहा चलो अच्छा रहेगा। जयपुर में ममता के बड़े भैया भी रहते हैं जो जयपुर में ही बिजनेस करते हैं। हम लोगों ने सोचा चलो इस बहाने हमरी उनसे भी मुलाकात हो जाएगी। काफी समय हो गया है हम लोग उनसे मिले भी नहीं थे तो मैंने भी अब ममता से कहा यह काफी अच्छा रहेगा और हम लोग अब जयपुर चले गए। जब हम लोग जयपुर गए तो वहां पर हम लोगों को काफी अच्छा लगा। मैं काफी खुश था जिस तरीके से जयपुर में हम लोगों ने करीब एक हफ्ता बिताया। इस बीच हम लोग ममता के भैया से भी मिले हम लोग उनके घर पर भी रुके। अब हम लोग वापस लौट चुके थे जब हम लोग वापस लौटे तो उसके बाद मैं अपने काम में काफी बिजी हो गया था। काफी दिन हो गए थे मैं ममता को समय नहीं दे पा रहा था और मैंने ममता से कहा काफी दिनों से मैं तुम्हें समय भी नहीं दे पा रहा हूं। ममता ने मुझे कहा मुझे मालूम है आप अपने काम के चलते बिजी हैं इसलिए मुझे आप से कोई शिकायत नहीं है।
ममता ज्यादातर समय घर पर ही रहती। वह कभी कबार हमारे पड़ोस में अपनी सहेलियों के घर चली जाया करती। आकाश भी घर पर आता ही रहता था। एक दिन आकाश ने अपने घर पर ममता और मुझे डिनर के लिए इनवाइट किया। उस दिन हम लोग आकाश के घर पर गए जब हम लोग आकाश के घर पर डिनर के लिए गए तो हम लोग आकाश की पत्नी कावेरी से मिले तो हमे अच्छा लगा। उस दिन हम लोगों ने उनके घर पर ही डिनर किया। अब हम लोग वापस लौट आए थे जब हम लोग वापस लौटे तो उसके बाद मैं अपने काम में बिजी हो गया था। मैं अपने काम के चलते काफी ज्यादा बिजी था इसलिए मुझे बिल्कुल भी समय नहीं मिल पाता है। जब भी मुझे समय मिलता है तो मैं ममता के साथ जरूर समय बिताने की कोशिश किया करता हूं। हम लोग एक दूसरे के साथ बहुत ही खुश हैं हम लोगों की शादी आज से 3 वर्ष पहले हुई थी। जब हम लोगों की शादी हुई तो उसके बाद ममता ने हमेशा ही मेरा साथ दिया है। जब भी मैं किसी परेशानी में होता हूं तो ममता हमेशा ही मेरा साथ देती है।
मेरे और ममता का रिलेशन काफी अच्छे से चल रहा है हम दोनों का शादीशुदा जीवन जिस तरीके से चल रहा है उस से हम दोनों ही खुश हैं। एक दिन मैंने ममता से कहा आज हम लोग दीदी के यहां चलते हैं। उस दिन हम लोग दीदी से मिलने के लिए चले गए। दीदी से मिले हुए मुझे काफी समय हो चुका था हम लोग जब दीदी को मिले तो दीदी काफी खुश थी। दीदी ने उस दिन बताया कि वह कुछ समय के लिए विदेश जा रही है। मैंने दीदी से कहा लेकिन आप वहां से वापस कब लौटेंगी? वह मुझे कहने लगी मैं कुछ समय तक वहीं रहने वाली हूं दीदी के पति न्यूजीलैंड में नौकरी करते हैं और वह वहां काफी समय से रह रहे हैं। मैंने दीदी से कहा यह तो अच्छा है आप कुछ समय के लिए न्यूजीलैंड जा रही है। दीदी ने हमें इस बारे में कुछ नहीं बताया था लेकिन जब दीदी ने मुझे इस बारे में बताया तो मैंने दीदी से कहा यह तो अच्छा है आज हम आप लोगों को मिलने के लिए आ गए। जीजाजी भी घर पर ही थे और वह अपने किसी काम से गए हुए थे लेकिन वह जब घर लौटे तो उनसे भी हम लोगों की मुलाकात हो गई थी।
अब हम लोग वापस लौट आए थे जब हम लोग वापस लौटे तो ममता ने मुझे कहा वह अपनी सहेली के घर जा रही है। उसकी सहेली आकांक्षा को वह मिलना चाहती थी मैंने ममता से कहा ठीक है कल तुम वहां चले जाना। अब हम लोग घर आ गए थे अगले दिन मैंने सुबह ममता से पूछा क्या तुम आकांक्षा के घर जा रही हो? ममता ने कहा हां मैं आकांक्षा से मिलने के लिए जा रही हूं और ममता उस दिन आकांक्षा को मिलने के लिए गई और शाम के वक्त वह वापस लौट आई थी। जब वह शाम को वापस लौटी तो हम दोनों साथ में बैठे हुए थे डिनर करने के बाद ममता मेरे साथ लेटी हुई थी। हम दोनो सेक्स करने के लिए तडप रहे थे। हम दोनो रह ना सके और एक दूसरे की गर्मी को बढाने लगे थे। मैंने अपने लंड को बाहर निकाला तो उसकी चूत मेरे लंड को लेने के लिए तडप रही थी। ममता ने मेरे लंड को अपने कोमल हाथो मे लिया तो मैं रह नहीं पा रहा था। वह मेरे लंड को हिला रही थी। जब वह मेरे लंड को हिलाती तो मेरे लंड का रंग लाल हो चुका था। अब वह रह नही पा रही थी। जब वह मेरे लंड को अपने मुंह मे लेकर चूस रही थी तो मुझे मजा आ रहा था।
मेरे लंड से निकलती हुई आग बढ रही थी और मै रह नहीं पा रहा था। अब मै समझ चुका था मेरे लंड को उसकी चूत के अंदर डालना होगा। मैंने ममता के कपडो को उतारा। उसका बदन बडा ही लाजवाब है। मैंने उसके स्तनो को चूसना शुरू किया। मै जब उसके निप्पलो को चूसता तो मुझे मजा आता और उसे भी मजा आ रहा था। मैंने ममता से कहा मुझे मजा आ रहा है। ममता को बहुत मजा आ रहा था और वह मेरे लंड को चूत मे लेने के लिए तैयार थी। मैंने उसकी चूत के अंदर अपनी जीभ को लगाया तो उसे मजा आ रहा था। जब मैं ऐसा कर रहा था तो मुझे मजा आ रहा था। मै बहुत ही ज्यादा खुश था और वह भी खुश थी। मैंने उसकी चूत को कुछ देर तक चाटा फिर मैंने उसकी चूत के अंदर अपने लंड को डाल दिया।
मेरा लंड ममता की चूत के अंदर जा चुका था। अब हम दोनो को मजा आ रहा था और मै बहुत ही खुश था। वह भी बहुत खुश थी जिस तरह मेरा लंड उसकी चूत के अंदर जा रहा था। ममता की चूत की चिकनाई अधिक हो चुकी थी। मैंने ममता से कहा मुझे मजा आ रहा है और ममता को भी मजा आ रहा था। ममता और मैं एक दूसरे के साथ बहुत ही अच्छे से सेक्स का मजा ले रहे थे। हम दोनो बहुत तडप रहे थे उसकी गरम सिसकारियां मेरी आग को बढा रहे थे। मैंने उसकी चूत पर तेजी से प्रहार करने शुरु किए। ममता की चूत के अंदर बाहर मेरा लंड आसानी से होता जा रहा था। हम दोनो को बहुत ही मजा आ रहा था। मैंने ममता से कहा मेरी चूत के अंदर और तेजी से धक्के मारो। मैं उसे तेजी से धक्के दिए जा रहा था। मैं ममता को तेजी से चोद रहा था। जब मेरा साथ अच्छे से दे रही थी। मेरा माल ममता की चूत के अंदर गिरा तो मुझे मजा आ गया था। ममता अब हमेशा मेरे लंड के लिए बेताब रहती है।
आकाश ने मुझे कहा मैं चलता हूं और आकाश चला गया। मैंने आकाश की मदद की और आकाश अपने बिजनेस में हुए नुकसान की भरपाई कर पाया था। आकाश ने दोबारा से अपना बिजनेस शुरू किया अब वो काफी खुश है कि उसका बिजनेस अच्छे से चल रहा है। मुझे भी इस बात की बड़ी खुशी है कि आकाश का बिजनेस काफी अच्छे से चल रहा है। मैं और आकाश एक दूसरे के बहुत करीब है मैंने हमेशा ही आकाश को अपने भाई की तरह ही माना है और आकाश भी मुझे काफी ज्यादा सम्मान देता है। अब आकाश का बिजनेस अच्छे से चल रहा था इसलिए आकाश ने मुझे कहा क्यों ना हम लोग कहीं घूमने के लिए जाएं। मैंने भी ममता से इस बारे में बात की तो ममता ने भी कहा कि हां वैसे भी हम लोगों को काफी समय हो गया है हम लोग कहीं गए भी नहीं हैं। मैंने ममता को कहा मैं आकाश से अभी बात करता हूं। मैंने आकाश को फोन किया और आकाश को कहा ममता भी मुझे कह रही है काफी दिनों से हम लोग कहीं गए नहीं है हम लोगों को कहीं चलना चाहिए।
मुझे आकाश ने कहा क्यों ना हम लोग जयपुर घूमने के लिए जाएं और हम लोगों ने जयपुर जाने का प्लान बना लिया था। सारा कुछ अरेंजमेंट आकाश ने ही की थी और आकाश ने जब मुझसे यह बात कही तो मैंने आकाश को कहा चलो अच्छा रहेगा। जयपुर में ममता के बड़े भैया भी रहते हैं जो जयपुर में ही बिजनेस करते हैं। हम लोगों ने सोचा चलो इस बहाने हमरी उनसे भी मुलाकात हो जाएगी। काफी समय हो गया है हम लोग उनसे मिले भी नहीं थे तो मैंने भी अब ममता से कहा यह काफी अच्छा रहेगा और हम लोग अब जयपुर चले गए। जब हम लोग जयपुर गए तो वहां पर हम लोगों को काफी अच्छा लगा। मैं काफी खुश था जिस तरीके से जयपुर में हम लोगों ने करीब एक हफ्ता बिताया। इस बीच हम लोग ममता के भैया से भी मिले हम लोग उनके घर पर भी रुके। अब हम लोग वापस लौट चुके थे जब हम लोग वापस लौटे तो उसके बाद मैं अपने काम में काफी बिजी हो गया था। काफी दिन हो गए थे मैं ममता को समय नहीं दे पा रहा था और मैंने ममता से कहा काफी दिनों से मैं तुम्हें समय भी नहीं दे पा रहा हूं। ममता ने मुझे कहा मुझे मालूम है आप अपने काम के चलते बिजी हैं इसलिए मुझे आप से कोई शिकायत नहीं है।
ममता ज्यादातर समय घर पर ही रहती। वह कभी कबार हमारे पड़ोस में अपनी सहेलियों के घर चली जाया करती। आकाश भी घर पर आता ही रहता था। एक दिन आकाश ने अपने घर पर ममता और मुझे डिनर के लिए इनवाइट किया। उस दिन हम लोग आकाश के घर पर गए जब हम लोग आकाश के घर पर डिनर के लिए गए तो हम लोग आकाश की पत्नी कावेरी से मिले तो हमे अच्छा लगा। उस दिन हम लोगों ने उनके घर पर ही डिनर किया। अब हम लोग वापस लौट आए थे जब हम लोग वापस लौटे तो उसके बाद मैं अपने काम में बिजी हो गया था। मैं अपने काम के चलते काफी ज्यादा बिजी था इसलिए मुझे बिल्कुल भी समय नहीं मिल पाता है। जब भी मुझे समय मिलता है तो मैं ममता के साथ जरूर समय बिताने की कोशिश किया करता हूं। हम लोग एक दूसरे के साथ बहुत ही खुश हैं हम लोगों की शादी आज से 3 वर्ष पहले हुई थी। जब हम लोगों की शादी हुई तो उसके बाद ममता ने हमेशा ही मेरा साथ दिया है। जब भी मैं किसी परेशानी में होता हूं तो ममता हमेशा ही मेरा साथ देती है।
मेरे और ममता का रिलेशन काफी अच्छे से चल रहा है हम दोनों का शादीशुदा जीवन जिस तरीके से चल रहा है उस से हम दोनों ही खुश हैं। एक दिन मैंने ममता से कहा आज हम लोग दीदी के यहां चलते हैं। उस दिन हम लोग दीदी से मिलने के लिए चले गए। दीदी से मिले हुए मुझे काफी समय हो चुका था हम लोग जब दीदी को मिले तो दीदी काफी खुश थी। दीदी ने उस दिन बताया कि वह कुछ समय के लिए विदेश जा रही है। मैंने दीदी से कहा लेकिन आप वहां से वापस कब लौटेंगी? वह मुझे कहने लगी मैं कुछ समय तक वहीं रहने वाली हूं दीदी के पति न्यूजीलैंड में नौकरी करते हैं और वह वहां काफी समय से रह रहे हैं। मैंने दीदी से कहा यह तो अच्छा है आप कुछ समय के लिए न्यूजीलैंड जा रही है। दीदी ने हमें इस बारे में कुछ नहीं बताया था लेकिन जब दीदी ने मुझे इस बारे में बताया तो मैंने दीदी से कहा यह तो अच्छा है आज हम आप लोगों को मिलने के लिए आ गए। जीजाजी भी घर पर ही थे और वह अपने किसी काम से गए हुए थे लेकिन वह जब घर लौटे तो उनसे भी हम लोगों की मुलाकात हो गई थी।
अब हम लोग वापस लौट आए थे जब हम लोग वापस लौटे तो ममता ने मुझे कहा वह अपनी सहेली के घर जा रही है। उसकी सहेली आकांक्षा को वह मिलना चाहती थी मैंने ममता से कहा ठीक है कल तुम वहां चले जाना। अब हम लोग घर आ गए थे अगले दिन मैंने सुबह ममता से पूछा क्या तुम आकांक्षा के घर जा रही हो? ममता ने कहा हां मैं आकांक्षा से मिलने के लिए जा रही हूं और ममता उस दिन आकांक्षा को मिलने के लिए गई और शाम के वक्त वह वापस लौट आई थी। जब वह शाम को वापस लौटी तो हम दोनों साथ में बैठे हुए थे डिनर करने के बाद ममता मेरे साथ लेटी हुई थी। हम दोनो सेक्स करने के लिए तडप रहे थे। हम दोनो रह ना सके और एक दूसरे की गर्मी को बढाने लगे थे। मैंने अपने लंड को बाहर निकाला तो उसकी चूत मेरे लंड को लेने के लिए तडप रही थी। ममता ने मेरे लंड को अपने कोमल हाथो मे लिया तो मैं रह नहीं पा रहा था। वह मेरे लंड को हिला रही थी। जब वह मेरे लंड को हिलाती तो मेरे लंड का रंग लाल हो चुका था। अब वह रह नही पा रही थी। जब वह मेरे लंड को अपने मुंह मे लेकर चूस रही थी तो मुझे मजा आ रहा था।
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मेरा लंड ममता की चूत के अंदर जा चुका था। अब हम दोनो को मजा आ रहा था और मै बहुत ही खुश था। वह भी बहुत खुश थी जिस तरह मेरा लंड उसकी चूत के अंदर जा रहा था। ममता की चूत की चिकनाई अधिक हो चुकी थी। मैंने ममता से कहा मुझे मजा आ रहा है और ममता को भी मजा आ रहा था। ममता और मैं एक दूसरे के साथ बहुत ही अच्छे से सेक्स का मजा ले रहे थे। हम दोनो बहुत तडप रहे थे उसकी गरम सिसकारियां मेरी आग को बढा रहे थे। मैंने उसकी चूत पर तेजी से प्रहार करने शुरु किए। ममता की चूत के अंदर बाहर मेरा लंड आसानी से होता जा रहा था। हम दोनो को बहुत ही मजा आ रहा था। मैंने ममता से कहा मेरी चूत के अंदर और तेजी से धक्के मारो। मैं उसे तेजी से धक्के दिए जा रहा था। मैं ममता को तेजी से चोद रहा था। जब मेरा साथ अच्छे से दे रही थी। मेरा माल ममता की चूत के अंदर गिरा तो मुझे मजा आ गया था। ममता अब हमेशा मेरे लंड के लिए बेताब रहती है।