मेरा लंड पहली दफा चूत की गहराई मे खो गया

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Antarvasna, hindi sex story: मेरे पापा स्कूल में अध्यापक हैं और वह चाहते हैं कि मैं हमेशा अपनी पढ़ाई में ध्यान दूँ इसलिए मैं बचपन से ही पढ़ने में अच्छा था और मैं अपनी पढ़ाई में हमेशा ही ध्यान देता। मैं अपनी क्लास में हमेशा ही अव्वल लाता था इसमें कहीं ना कहीं मेरे पापा का बहुत बड़ा योगदान रहा है। मैंने अब कॉलेज में एडमिशन ले लिया था यह मेरा पहला ही दिन था जब मैं कॉलेज में एडमिशन ले कर अपनी पहली क्लास अटेंड कर रहा था मेरे लिए सब कुछ नया था। मुझे पहले दिन अपनी क्लास का पता नहीं था तो मैंने कुछ बच्चों से पूछा, मुझे नहीं मालूम था कि वह हमारे सीनियर हैं और उन्होंने मुझे दूसरी क्लास में ही भेज दिया। वहां पर उस दिन सर ने मुझे डांटा और कहा कि क्या तुम्हें अपनी क्लास नहीं पता लेकिन मुझे वाकई में अपनी क्लास नहीं पता थी। उसके बाद मैंने एक लड़की से पूछा वह लडक़ी दिखने में बहुत ही अच्छी थी मैंने जब उससे पूछा तो वह मुझे कहने लगी कि मैं भी आज कॉलेज में पहली बार ही आ रही हूं।

मैंने उसे बताया कि क्या तुम भी फर्स्ट ईयर में हो तो उसने मुझे कहा कि हां मैं भी फर्स्ट ईयर में हूं। मुझे नहीं पता था कि पायल हमारी ही क्लास में है पायल से मेरी पहली बार बात हुई तो उससे बात कर के मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। पायल से बात करना मुझे अच्छा लगा और अब हम दोनों साथ में ही अपनी क्लास ढूंढने लगे आखिरकार हम दोनों को अपनी क्लास मिल ही गई। उसके बाद हम दोनों अपनी क्लास में चले गए और हम दोनों क्लास में बैठे थे तो मैं पायल की तरफ देख रहा था और वह मेरी तरफ देख रही थी। मैंने आज से पहले कभी किसी लड़की की तरफ नहीं देखा था लेकिन यह पहली बार था जब मैं किसी लड़की को ऐसे देख रहा था शायद मुझे पायल अच्छी लगने लगी थी इसलिए मैं उसे देख रहा था। वह मुझे देखकर बार-बार मुस्कुरा रही थी लेकिन अभी सिर्फ हम लोगों की यह पहली मुलाकात थी और पहली बार ही हम दोनों ने एक दूसरे से बात की थी। उसके बाद से मैं और पायल एक दूसरे से अक्सर बात करने लगे थे हम दोनों सबसे अलग रहते थे पायल और मैं ज्यादातर समय एक दूसरे के साथ ही रहा करते थे।

मेरी जिंदगी में सब कुछ बहुत ही अच्छे से चल रहा था और मैं बहुत ही खुश भी था। मैं पढ़ने में अच्छा था इसलिए पायल अक्सर मुझसे मदद ले लिया करती थी पायल को जब भी किसी चीज की जरूरत होती तो वह मुझे ही कहती और मैं तुरंत उसकी मदद कर दिया करता। पायल को जब भी कुछ समझ नहीं आता तो मैं उसकी हमेशा मदद करता शायद इसीलिए पायल भी मुझे पसंद करने लगी थी और हम दोनों एक दूसरे के साथ कुछ ज्यादा ही समय बिताने लगे थे। जिस दिन पायल कॉलेज नहीं आती उस दिन मुझे बड़ा ही अजीब सा महसूस होता और मुझे लगता कि जैसे कि मेरा दिन आज अधूरा ही रह गया है लेकिन पायल से जब भी मैं बात करता या फिर वह मेरे पास होती तो मुझे बहुत ही अच्छा लगता, मुझे ऐसा लगता कि जैसे पायल के अलावा मेरी जिंदगी में कुछ और है ही नहीं। मैं बहुत ही खुश हूं और सब कुछ मेरी जिंदगी में अच्छे से चल रहा था। एक दिन पायल ने मुझसे कहा कि आकाश मैं कुछ दिनों के लिए अपने मामा जी के घर जा रही हूं मैंने पायल को कहा कि क्या तुम्हारा पूरा परिवार वहां जा रहा है? वह कहने लगी कि हां हमारा पूरा परिवार जा रहा है और हम लोग वहां से करीब एक महीने बाद लौटेंगे। इस बीच हमारे कॉलेज की भी छुट्टियां थी और हमारे एग्जाम भी खत्म हो चुके थे लेकिन मुझे नहीं पता था कि एक महीना मेरे ऊपर बहुत भारी पड़ने वाला है। मैं पायल का इंतजार करता रहा उससे मैंने फोन पर भी बात करने की कोशिश की थी लेकिन पायल से फोन पर मेरी बात हो ही नहीं पा रही थी क्योंकि वह अपने मामा जी के घर पर थी शायद इसी वजह से उससे मेरी बात नहीं हो पा रही थी। मैंने कोशिश भी की कि मेरी बात पायल से हो लेकिन पायल से मेरी बात हो नहीं पाई थी। एक दिन पायल का मुझे मैसेज आया और वह कहने लगी कि आकाश मैं तुमसे शाम के वक्त फोन पर बात करती हूं मैंने पायल को मैसेज में रिप्लाई किया ठीक है मैं तुम्हारे फोन का इंतजार करूंगा।

मेरा और किसी भी चीज में मन नहीं लग रहा था मैं सिर्फ पायल के फोन का इंतजार कर रहा था कि पायल का फोन कब आएगा। जब पायल का फोन मुझे आया तो मैंने पायल को कहा पायल तुम कहां हो मैं कब से तुम्हारे फोन का इंतजार कर रहा हूं और एक तुम हो कि मुझे फोन ही नहीं कर रही हो। पायल कहने लगी कि आकाश मुझे पता है लेकिन तुम तो जानते हो कि मैं मामाजी के घर आई हूं और मेरे साथ मेरे मामा जी की लड़की काजल भी रहती है इसलिए मुझे समय नहीं मिल पा रहा था। मैंने पायल को कहा तुम्हें पता है मैं तुमसे बात करने के लिए कितना ज्यादा पागल हो रहा था लेकिन तुम्हें तो जैसे कोई फर्क ही नहीं पड़ता। पहली बार ही पायल से मैं इस तरीके से बात कर रहा था लेकिन शायद वह मेरे अंदर से बात निकल रही थी। पायल ने भी कुछ देर मुझसे बात की तो मुझे बहुत अच्छा लगा और फिर पायल ने फोन रख दिया। पायल ने फोन रख दिया था और उसके कुछ दिन बाद पायल वापस लौट आई थी पायल और मैं जिस दिन मिले तो उस दिन मैं बहुत ही ज्यादा खुश था और पायल भी बहुत खुश थी। पायल मुझे कहने लगी कि आकाश मुझे पता है कि मैंने तुमसे इतने दिनों से बात नहीं की थी लेकिन मुझे भी लगा था कि मुझे तुमसे बात करनी चाहिए पर किसी कारण से मेरी तुम से बात नहीं हो पाई थी उसके लिए मैं तुमसे माफी मांगना चाहती हूं।

मैंने पायल को कहा कोई बात नहीं और अब पायल और मैं एक दूसरे से काफी देर तक बात करते रहे उसके बाद हम लोग अपने घर चले आए। जब मैं अपने घर आ गया था तो उसके बाद पायल का फोन मुझे आया और वह मुझे कहने लगी कि क्या तुम अपने घर पहुंच चुके हो तो मैंने उसे कहा हां पायल मैं अपने घर पहुंच चुका हूं थोड़ी देर बाद मैंने फोन रख दिया था। पायल और मेरे बीच बहुत ज्यादा नजदीकियां बढ़ चुकी थी एक दिन पायल और मैं मेरे घर पर थे। उस दिन मेरे घर पर कोई भी नहीं था मैंने पायल को घर पर बुला लिया था पायल और में बैठकर टीवी देख रहे थे। टीवी देखते देखते मेरा हाथ पायल की जांघ पर पड़ा और जब मेरा हाथ उसकी जांघ पर पड़ा तो मैं जोश मे आ गया था पायल मेरी तरफ देखने लगी जब मैं उसे देख रहा था तो मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था। मैंने उसके होठों की तरफ देखा तो मैंने उसके होठों को चूम कर उसे अपनी बाहों में समा लिया वह मेरी बाहों में आ चुकी थी और मेरे लिए वह पूरी तरीके से तड़प रही थी। मैने उसको किस करके उसकी चूत से पानी बाहर निकल दिया था वह बहुत ज्यादा तड़पने लगी थी। मैंने अपने लंड को बाहर निकाला जब मैंने अपने लंड को बाहर निकालकर हिलाना शुरू किया तो वह मेरे लंड को देखकर कहने लगी तुम्हारा लंड तो बहुत मोटा है। मैंने उसको बोला तुम इसे अपने मुंह में ले लो उसने भी मेरे लंड को झट से अपने मुंह में ले लिया। हम दोनो अब एक दूसरे के हो चुके थे उसकी चूत से पानी बाहर निकालने लगा था मैं पूरी तरीके से मचलने लगा था वह बहुत उत्तेजित हो गई थी। मैंने उसके बदन से कपड़े उतारकर उसके बूब्स को अपने हाथों से दबाना शुरू किया जब मैं ऐसा करता तो मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा था और उसे भी बड़ा मजा आ रहा था।

मेरे अंदर की आग बढ़ती ही जा रही थी उसे इतना मजा आने लगा था कि वह मुझे कहने लगी मै अब तुम्हारे लिए तडप रही हूं। मैंने जब उसकी गुलाबी पैंटी को नीचे उतारकर देखा तो उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था। जब मैंने उसकी चूत पर अपनी उंगली को लगाया तो वह मचलने लगी मैंने धीरे से अपनी उंगली को उसकी चूत मे डालने की कोशिश की तो वह उछल पड़ी। अब मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया था मैं जब उसकी योनि को चाटता तो मुझे बड़ा मजा आ रहा था और उसे भी बहुत ज्यादा मजा आने लगा था। वह उत्तेजित होने लगी थी और मुझे कहने लगी मुझे बहुत ही मजा आ रहा है तुम ऐसे ही मेरा साथ देते रहो।

मैंने उसे कहा मेरे अंदर की आग अब बढ़ने लगी है हम दोनों ही एक दूसरे के लिए तडपने लगे थे। मैं अपने आपको ज्यादा देर तक रोक नहीं पाया मैंने उसकी चूत पर लंड को सटाकर अंदर अपने लंड को धकेलते हुए डाला तो वह जोर से चिल्लाई वह मुझे कहने लगी मेरी चूत फट चुकी है उसकी सील टूट गई थी। मैंने देखा उसकी चूत से खून बह रहा था उसको बड़ा ही मजा आ रहा था और मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा था। मैंने उसकी चूत के अंदर बाहर अपने लंड को करना शुरू कर दिया था जिससे कि मुझे बहुत ज्यादा मजा आने लगा था वह भी पूरी तरीके से उत्तेजित होने लगी थी। मैंने उसके दोनों पैरों को आपस में मिला लिया था उसके पैरों को आपस में मिलाने के बाद मुझे मजा आ रहा था उसकी चूत से खून निकलता जा रहा था उससे वह और भी ज्यादा उत्तेजित होती जा रही थी। काफी देर तक मैंने उसके साथ संभोग का मजा लिया अब उसकी चूत मेरे लंड से माल को बाहर निकालने लगी थी। मैंने अपने माल को उसकी चूत पर गिरा दिया मेरा माल उसकी चूत मे गिरा तो वह खुश हो गई थी अब हम दोनो एक दूसरे से बात कर रहे थे।
 
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