लंड और चूत का जबरदस्त मिलन

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Antarvasna, desi kahani: कॉलेज में जब मैंने दाखिला लिया तो उस वक्त मुझे कॉलेज के पहले दिन ही संध्या मिली संध्या हमारी क्लास में पढ़ती थी और संध्या को देखकर मैं उसकी तरफ मोहित हो गया लेकिन संध्या से मैं कभी अपने दिल की बात कह ना पाया और संध्या की शादी विजय के साथ हो गई विजय भी हमारे साथ ही पड़ता था। कॉलेज की पढ़ाई खत्म हो जाने के बाद सब लोग अपने अपने करियर को लेकर सोचने लगे थे और मैंने भी अपना करियर बनाने के लिए अपने मामा जी की मदद ली मेरे मामा जी की मदद से मैं अमेरिका जॉब करने के लिए चला गया। कुछ वर्षों तक मैंने अमेरिका में जॉब की और जब मैं अमेरिका से वापस लौटा तो मेरे लिए सब कुछ बदल चुका था क्योंकि मेरे दोस्तों से मेरा कोई संपर्क नहीं था। मैं जब अपने दोस्त दलजीत से मिला तो दलजीत ने मुझे बताया कि वह अपनी शादीशुदा जिंदगी में इतना उलझा हुआ है कि उसके पास अब समय ही नहीं है।

मुझे दलजीत से मिलकर ऐसा लगा कि जैसे वह अपनी जिंदगी में कहीं खो चुका है इसलिए मैं दलजीत से कम मिलता था। मेरे सारे दोस्त अपनी जिंदगी में पूरी तरीके से उलझे हुए थे लेकिन इसी दौरान मेरी मुलाकात मानवी के साथ हुई मानवी बड़ी बिंदास लड़की है मानवी से मिलकर मुझे अच्छा लगा मेरी मुलाकात उससे मेरे मामा जी के लड़के ने करवाई थी। मानवी के साथ अब मेरा काफी अच्छा रिलेशन हो गया था और हम दोनों एक दूसरे के साथ काफी समय बिताया करते थे। एक दिन मानवी ने मुझसे पूछा कि रोहन क्या तुम्हें चंडीगढ़ में अच्छा लगता है तो मैंने उसे कहा हां मुझे तो चंडीगढ़ में पहले से ही अच्छा लगता था लेकिन कुछ समय तक मैं अमेरिका में रहा उसके बाद जब मैं वापस आया तो यहां सब कुछ बदला हुआ था। अब मेरे दोस्त पूरी तरीके से बदल चुके हैं और शायद वह अपनी जिंदगी में इतना ज्यादा उलझ चुके हैं कि उनके पास किसी के लिए भी समय नहीं है।

मुझे नहीं पता था कि मानवी से मैं इतना प्यार कर बैठूंगा की वह जब मुझसे दूर चली जाएगी तो मुझे काफी तकलीफ होगी। मैंने मानवी से अपने दिल की बात नहीं कही थी मैं नहीं चाहता था कि जैसे मैंने संध्या को अपने जीवन से जाने दिया वैसे ही मैं मानवी को अपने जीवन से जाने दूँ मानवी मेरे लिए बहुत ही ज्यादा महत्व थी। वह जॉब करने के लिए मुंबई चली गई और मेरी बात मानवी से हर रोज हुआ करती थी लेकिन अभी भी कहीं ना कहीं मैं उसे अपने दिल की बात कहने में डर रहा था जिस वजह से मैं अपने दिल की बात उसे ना कह सका परंतु जब मानवी कुछ दिनों के लिए चंडीगढ़ आई तो मैंने उसे अपने दिल की बात कह दी। मैंने जब मैंने उसे प्रपोज किया तो उसने भी तुरंत हामी भर दी क्योंकि मेरे पास अब किसी भी चीज की कोई कमी नहीं थी मेरा बिजनेस चंडीगढ़ में अच्छा चल रहा था और मैं अब चंडीगढ़ में ही रहना चाहता था। मानवी और मेरा रिलरशन चलने लगा था मैंने अपनी जिंदगी में पहली बार संध्या से प्यार किया था और उसके बाद मैंने मानवी से ही प्यार किया लेकिन मानवी की मेरी जिंदगी में बहुत ज्यादा अहम भूमिका थी। उसने मुझे कहा कि मैं अपने तरीके से जीना चाहती हूं इसीलिए वह जॉब करने के लिए मुंबई गई थी। मुंबई में वह अपने सपने पूरा करना चाहती थी इसलिए मैंने भी उसे कभी रोका नहीं लेकिन मैं चाहता था कि मैं जल्द से जल्द मानवी से शादी कर लूं परंतु यह सब मानवी नहीं चाहती थी। मानवी चाहती थी कि वह मुंबई में कुछ समय रहे और कुछ समय तक वह मुंबई में ही जॉब करती रही। एक दिन मैंने मानवी से फोन पर कहा कि मुझे तुम्हारी बहुत याद आती है क्या तुम चंडीगढ़ आ सकती हो तो मानवी कहने लगी कि अभी तो मेरा चंडीगढ़ आना मुश्किल होगा लेकिन मेरे कहने पर वह चंडीगढ़ आ गई। जब वह चंडीगढ़ आई तो वह मुझे कहने लगी कि तुम्हारी वजह से मुझे अपनी जॉब भी छोड़नी पड़ी मैंने उसे कहा कि मैं चाहता हूं कि हम दोनों साथ में रहे। मैंने जब उसे यह बात कही तो वह कहने लगी कि रोहन तुम्हें मालूम है कि मैं अपनी जिंदगी खुशहाल जीना चाहती हूं और अपने तरीके से मैं अपने जिंदगी जीना चाहती हूं। उसने जब मुझसे यह बात कही कि मुझे तुम सिर्फ 6 महीने का समय दे दो 6 महीने बाद हम लोग शादी कर लेंगे तो मैंने उससे कहा कि ठीक है।

यह बात सबको पता थी मेरे परिवार में मैंने मानवी के बारे में सबको बता दिया था और उसके परिवार में भी मेरे बारे में सबको मालूम था लेकिन मानवी की वजह से हम दोनों शादी नहीं कर पाए थे। 6 महीने बाद जब मैंने उससे शादी की बात कहीं तो वह कहने लगी कि रोहन मैं कुछ दिनों के लिए चंडीगढ़ आ रही हूं हम लोग इस बारे में बैठ कर बात करते हैं। वह कुछ ही दिन में चंडीगढ़ आ गई हम दोनों ने इस बारे में बात की और हमने अब शादी करने का फैसला कर लिया था। मानवी भी शादी के लिए मान चुकी थी और वह मुझसे शादी करने के लिए तैयार हो गई थी मैं भी इस बात से काफी खुश था। मैं बहुत ज्यादा खुश था और वह कुछ दिनों तक चंडीगढ़ में ही रुकने वाली थी इसलिए उस बीच हम दोनों ज्यादा ही मिलने लगे थे। हम दोनों जब एक दूसरे को मिलते तो हमें बहुत ही अच्छा लगता और मैंने एक दिन मानवी से फोन पर अश्लील बातें कि वह मुझसे बात कर कर बड़ी खुश थी उसने मुझे अपने फिगर का साइज बताया और मैं बहुत ज्यादा खुश था।

मैं उसे चोदने के घर पर ही चला गया उसने मुझे अपने घर पर बुला लिया और कहा मुझे तुमसे अपनी चूत मरवानी है मैं बहुत तड़प रही हूं मै उसकी तडप को दूर करना चाहता था मैं जब उसके घर गया तो उस वक्त उसके घर पर कोई भी नहीं था। मैंने अपनी गर्मी को शांत करने का फैसला कर लिया था जब मैं मानवी को मिला तो हम दोनों बिस्तर पर लेटे हुए थे मै उसके स्तनो को महसूस करने लगा और उसको महसूस कर के मुझे मजा आ रहा था और मुझे अच्छा लग रहा था। मुझे उसके बदन को महसूस करने में इतना मजा आ रहा था कि मैंने जब उसके कपड़े उतारकर किनारे रखा तो मैं उसकी ब्रा खोलते हुए उसके स्तनों को चूसने लगा उसके गोरे स्तनों को चूसकर मुझे मजा आने लगा लेकिन जब मैंने उसके निपल्स को अपने मुंह में लेकर चूसना शुरू किया तो मेरे अंदर की गर्मी और भी बढ़ने लगी थी और उसकी चूत से भी अधिक मात्रा में पानी निकलने लगा था। वह मुझे कहने लगी कि तुम मेरी चूत को चाट लो मैंने जब उसकी पैंटी को उतारा तो उसकी चूत पूरी तरीके से गीली हो चुकी थी उसकी गीली हो चुकी चूत को मैंने कुछ देखा मैंने जब उसकी चूत को चाटा तो उसकी चूत से कुछ ज्यादा ही पानी बाहर निकलने लगा था मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर रगडना शुरू किया तो मेरे लंड से भी पानी निकलने लगा था और उसकी चूत से पानी निकलने लगा था उसकी गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी। मैंने उसे कहा तुम मेरे मोटे लंड को अपने मुंह में ले लो और उसने अपने मुंह में ले लिया जब उसने ऐसा किया तो मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आने लगा और वह भी पूरी तरीके से उत्तेजित हो चुकी थी उसने मुझे कहा मैं बिल्कुल भी रह नहीं पा रही हूं। मेरे अंदर की गर्मी पूरी तरीके से बढ़ चुकी थी मैंने जब उसके पैरों को खोल कर उसकी चूत के अंदर बाहर अपने लंड को करना शुरू किया तो मुझे मजा आने लगा और मैं उसकी चूत के अंदर बाहर अपने लंड को कर रहा था जिससे कि उसकी चूत से खून निकलने लगा था उसकी चूत से निकलता हुआ खून देखकर मेरी उत्तेजना और भी अधिक बढ़ने लगी।

मैंने उसके दोनों पैरों को अपने कंधों पर रखा और उसे बड़ी तीव्रता से चोदना शुरू कर दिया जब मैंने ऐसा किया तो उसकी चूत से इतना अधिक मात्रा में पानी निकल चुका था कि वह तड़पने लगी थी और मुझे कहने लगी मुझसे बिल्कुल भी रहा नहीं जाएगा। मैंने उससे कहा मैं तुम्हें घोड़ी बना देता हूं लेकिन घोडी बनाने से पहले ही मेरा वीर्य उसकी चूत में गिर गया और उसकी इच्छा भी पूरी हो चुकी थी लेकिन मैं उसको दोबारा से चोदना चाहता था मैंने उसे कहा तुम अपनी चूत को साफ कर लो और उसने अपनी चूत को कपड़े से साफ किया मेरे लंड को उसने साफ कर लिया था। जिसके बाद मैंने उसे कहा मुझे तुम्हारी चूत को चाटना है और मैंने उसकी योनि को बहुत देर तक चाटा जब मैंने ऐसा किया तो उसे मज़ा आने लगा था और वह भी पूरी तरीके से उत्तेजित होने लगी थी।

उसने मेरे लंड को अपने मुंह के अंदर समा लिया और काफी देर तक उसने मेरे लंड को सकिंग किया जिससे कि मेरे अंदर की गर्मी बढ़ती जा रही थी और मेरे लंड से बहुत ही अधिक मात्रा में पानी निकलने लगा था मैं पूरी तरीके से उत्तेजित हो चुका था और मैने उसे डॉगीस्टाइल पोजीशन में बना लिया लेकिन उसकी चूत से हल्का खून बाहर की तरफ निकल रहा था वह पूरी तरीके से मचलने लगी थी। जब मैंने उसकी चूत के अंदर अपने लंड को डाला तो वह जोर से चिल्लाई और मुझे कहने लगी मुझे मजा आ रहा है। अब मैं उसे बड़ी तीव्रता से चोदना लगा था मैंने उसे जिस प्रकार से चोदा उससे मुझे इतना अधिक मज़ा आने लगा था कि मैं उसे कहता मुझसे बिल्कुल भी रहा नहीं जाएगा वह भी मुझे कहने लगी शायद मैं भी अपने आपको बिल्कुल रोक नहीं पा रही हूं और अब मैं उसकी चूत के अंदर अपने लंड को बड़ी तेजी से किए जा रहा था काफी देर तक मैंने उसकी चूत का मजा लिया मैंने उसकी चूत के अंदर अपने लंड को किया और वह कहने लगी आज तो मजा ही आ गया। वह भी बहुत ज्यादा खुश हो गई थी।
 
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