लंड जो लेना था वह लंड चूत मे लिया

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Antarvasna, hindi sex stories: कॉलेज के प्रथम वर्ष में जब मैंने दाखिला लिया तो मेरे लिए सब कुछ नया था मैंने अभी अपना स्कूल पूरा किया था और मैं कॉलेज में आई थी लेकिन मुझे नहीं मालूम था कि कॉलेज में जब मैं आऊंगी तो मेरे सीनियर छात्रों द्वारा मुझे बहुत ही परेशान किया जाएगा। मेरी क्लास में पढ़ने वाली मेरी सहेली जिससे कि मेरी कुछ दिन पहले ही मुलाकात हुई थी उससे मेरी अच्छी बनने लगी थी उसे कुछ सीनियर छात्र परेशान कर रहे थे तो मैंने उसका विरोध किया और वह लोग मुझे भी परेशान करने लगे। मुझे यह बात बिल्कुल भी पसंद नहीं आई और मैंने कॉलेज में अपने प्रोफेसरों से इस बात की शिकायत कर दी उसके बाद तो सीनियर छात्रों को हिदायत दी गई और उन्होंने उसके बाद मुझे कभी परेशान नहीं किया। कॉलेज में अभी करीब एक महीना ही हुआ था एक महीने होने के बाद एक दिन मुझे एक लड़का दिखाई दिया जब मैंने उस लड़के की तरफ देखा तो ना जाने क्यों उसे देख कर मेरा दिल धड़कने लगा।

मैं उसके बारे में जानने के लिए बड़ी उत्सुक थी लेकिन मुझे उसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई फिर मुझे मेरी सहेली ने बताया कि वह हमारा सीनियर है और उसका नाम रोहित है तो मुझे बहुत ही अच्छा लगा। मैंने रोहित से कभी बात नहीं की लेकिन जब हमारे कॉलेज का एक टूर शिमला के लिए गया तो उस वक्त मेरी बात रोहित से होने लगी मैं बहुत ही खुश थी क्योंकि मेरे दिल में सिर्फ रोहित का ही नाम था और मैं चाहती थी कि रोहित से मेरी नजदीकियां बढ़ती जाए। अब रोहित और मेरे बीच की नजदीकियां बढ़ती ही जा रही थी और हम दोनों एक दूसरे के बहुत करीब आ गए लेकिन हम दोनों ने अभी तक अपने दिल की बात एक दूसरे से नहीं कही थी। समय बीतता चला गया और रोहित का कॉलेज कंप्लीट हो चुका था मैं अपने कॉलेज के आखिरी वर्ष में थी मेरा ग्रेजुएशन भी पूरा होने वाला था। रोहित से मेरी बात अब बहुत कम हुआ करती थी क्योंकि रोहित से मेरा मिलना नहीं हो पाता था रोहित ने भी अपने पिताजी का बिजनेस जॉइन कर लिया था और वह अपने पिताजी के साथ ही प्रॉपर्टी का काम कर रहा था। मेरा कॉलेज अब कंप्लीट होने वाला था और उसी दौरान मेरी मुलाकात रोहित से हुई।

मैं रोहित से काफी समय बाद मिली लेकिन जब मैं रोहित से मिली तो मैंने रोहित के साथ एक लड़की को देखा। रोहित ने मुझे उस लड़की का परिचय दिया लेकिन मुझे यह बात बिल्कुल भी पसंद नहीं आई मुझे लगा कि शायद रोहित उस लड़की को पसंद करता है इसलिए मैंने रोहित से अब कोई संपर्क नहीं रखा। रोहित से मेरा संपर्क अब खत्म हो चुका था समय के साथ मैं भी अब आगे बढ़ चुकी थी और सब कुछ खत्म हो चुका था। मैंने सोचा कि अब शायद रोहित कभी भी मेरे जीवन में वापस लौटकर नहीं आएगा और ना ही हम दोनों कभी एक दूसरे से बात कर पाएंगे लेकिन समय को शायद कुछ और ही मंजूर था। हम दोनों की मुलाकात एक दिन एक शादी समारोह में हुई जब मुझे रोहित मिला तो रोहित ने मुझे देखते ही कहा महिमा तुमसे आज काफी समय बाद मुलाकात हो रही है। मैंने रोहित को कहा हां तुमसे भी तो मेरी काफी समय बाद मुलाकात हो रही है रोहित मुझे कहने लगा कि महिमा तुम मुझसे ऐसी बात क्यों कर रही हो। रोहित को शायद मेरे बात करने का तरीका बिल्कुल भी पसंद नहीं आया मैंने रोहित से उस दिन ज्यादा बात नहीं की रोहित को भी शायद मेरी बात का बुरा लगा और अगले दिन ही उसने मुझे मिलने के लिए बुलाया। हम दोनों एक रेस्टोरेंट में मिले जब हम दोनों रेस्टोरेंट में मिले तो मैंने उस दिन रोहित से काफी देर तक बात की रोहित और मेरे बीच गलतफहमी दूर हो चुकी थी। रोहित को भी अब अहसास हो चुका था कि उसे अपने दिल के बात मुझे कह देनी चाहिए इसीलिए रोहित ने मुझे अपने दिल की बात कह दी और अब हम दोनों का रिलेशन शुरू हो चुका था। मेरे जीवन में रोहित के आ जाने से बहुत खुशियां थी क्योंकि मैं जो चाहती थी वह मुझे मिल चुका था रोहित और मैं एक दूसरे को खुश रखने की कोशिश करते और हमेशा ही हम दोनों एक दूसरे का साथ देते। रोहित भी अपने पापा के बिजनेस को अच्छे से संभाल रहा था और सब कुछ बड़े ही अच्छे से चल रहा था मैंने कभी भी सोचा नहीं था कि रोहित से मेरी इतनी नजदीकियां बढ़ जाएंगी लेकिन कुछ समय के लिए मैं अपनी बहन मेघा के पास अमेरिका चली गई। जब मैं अमेरिका गई तो रोहित और मेरी बातें हो रही थी एक दिन मेघा दीदी ने मुझसे कहा कि महिमा क्या तुमने कोई लड़का अपने लिए पसंद नहीं किया।

दीदी को भी शायद मुझ पर शक हो चुका था इसलिए मुझे दीदी को सारी बात बतानी हीं पड़ी मुझे दीदी को रोहित के बारे में सब कुछ बताना पड़ा। मैंने दीदी को रोहित के बारे में सब कुछ बता दिया था दीदी चाहती थी कि हम दोनों इस बारे में घर पर बात करें और हम दोनों शादी कर ले। मैंने दीदी की बात जब रोहित से करवाई तो दीदी ने रोहित से काफी देर तक बात की। मुझे बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि दीदी घर पर मेरी और रोहित के रिश्ते के बारे में बता देंगे मैं दीदी के पास काफी समय तक रुकी और जब मैं घर लौटी तो मम्मी ने मुझसे कहा कि मेघा ने मुझसे तुम्हारे और रोहित के बारे में बात की थी। मेरे पास भी अब कोई और रास्ता नहीं था इसलिए मैंने रोहित को यह बात बताई तो वह कहने लगा कि महिमा मैं तुम्हारे पापा मम्मी से मिलने के लिए तैयार हूं। रोहित जब घर पर आया तो रोहित पापा मम्मी से मिला मुझे तो ऐसा लगा ही नहीं कि जैसे रोहित पापा मम्मी से पहली बार ही मिल रहा है रोहित ने पापा मम्मी से खुलकर बात की और वह लोग काफी देर तक बात करते रहे। जब रोहित घर से चला गया तो पापा और मम्मी दोनों ही रोहित की बहुत तारीफ करने लगे और कहने लगे कि रोहित बहुत ही नेक और अच्छा लड़का है मैंने पापा से कहा हां पापा रोहित बहुत ही अच्छा लड़का है।

मम्मी मेरे और रोहित के बारे में जानना चाहती थी मैंने मम्मी को अपने और रोहित के बारे में सब कुछ बता दिया कि कैसे हम लोगों की मुलाकात हुई और कब हम एक दूसरे से मिले कुछ गलतफहमी की वजह से हम दोनों का रिश्ता जुड़ नहीं पाया था लेकिन जब वह गलतफहमी दूर हो गई तो सब कुछ ठीक हो गया। मैं और रोहित अब एक दूसरे से हर रोज मिला करते मुझे रोहित से मिलना बहुत अच्छा लगता और रोहित के साथ समय बिताना मुझे बहुत पसंद था। रोहित और मैं एक दूसरे के साथ जब भी होते तो हम दोनों बहुत खुश होते मुझे इस बात की खुशी थी कि कम से कम रोहित मेरा हो चुका है और हम दोनों अपने रिश्ते को आगे बढ़ाना चाहते थे। हम दोनों एक दूसरे से फोन पर बातें करते और एक दूसरे से मुलाकात भी करते। हम दोनों को बड़ा अच्छा लगता था जब हम दोनों एक दूसरे से मिलते। मेरे अंदर की जवानी अब पूरी तरीके से उफान मारने लगी थी मुझे लगता था कि रोहित के साथ मुझे सेक्स करना चाहिए क्योंकि मैं अपनी चूत के अंदर बार-बार उंगली को डालती रहती थी। मैं रोहित से जब भी रोमांटिक बातें करती तो रोहित भी बड़ा खुश हो जाया करता मैंने इस बात की पहल शुरू की एक दिन रोहित को मैंने घर पर आने के लिए कहा तो रोहित भी घर पर आ गया और रोहित उस दिन पूरी तैयारी से आया था वह मेरी चूत मारना चाहता था। रोहित और मैं एक दूसरे की तरफ देख रहे थे मैंने रोहित के होठों को चूम लिया और रोहित ने मेरे होंठों को चूमा जब वह मेरी जांघ को दबा रहा था तो मैंने रोहित को कहा मुझे बड़ा ही मजा आ रहा है रोहित ने अपने लंड को बाहर निकाला तो उसने मुझे कहा तुम मेरे लंड को अपने मुंह के अंदर ले लो। मैंने रोहित के लंड को अपने मुंह में लेकर बहुत देर तक चूसना जारी रखा रोहित के लंड से मैंने पानी बाहर निकाल दिया था वह अपने आपको बिल्कुल भी रोक नहीं पा रहा था।

रोहित ने मुझे कहा मैं अपने आपको बिल्कुल भी रोक नहीं पा रहा हूं मैंने रोहित को कहा मुझसे भी बिल्कुल रहा नहीं जा रहा है रोहित ने जैसे ही मेरी चूत को चाटना शुरू किया तो मेरी चूत से निकलते हुए पानी को उसने पूरी तरीके से चाट लिया था। रोहित ने जैसे ही मेरी सील पैक चूत पर अपने लंड को लगाया तो मैंने रोहित को कहा तुम अपने लंड को अंदर डालते हुए मुझे चोदना शुरू कर दो। मैंने जब रोहित को कहा तो रोहित ने मुझे चोदना शुरु कर दिया रोहित का लंड मेरी चूत के अंदर बाहर हो रहा था और मेरी चूत से खून बाहर की तरफ को निकलने लगा था मेरी चूत से खून निकलता तो मै और भी ज्यादा उत्तेजित हो जाती। रोहित मुझे कहने लगा तुम्हारी चूत बड़ी टाइट है मैंने उसे कहा मेरी चूत आज तुमने पहली बार ही मारी है जिस प्रकार से तुम मुझे चोद रहे हो मुझे बड़ा मजा आ रहा है।

बहुत देर तक रोहित ने मेरी चूत के मजे लिए लेकिन ज्यादा देर तक वह मेरी चूत के मजे ना ले सका मेरी चूत के अंदर उसने अपने वीर्य को गिरा दिया लेकिन अब उसने मुझे घोड़ी बना दिया था और घोड़ी बनाकर दोबारा मेरी चूत के अंदर अपने लंड को घुसाया तो मुझे बड़ा ही मजा आने लगा। वह मेरी चूत के अंदर बाहर अपने लंड को कर रहा था जिस प्रकार से वह मेरी चूत के मजे ले रहा था उससे मुझे बड़ी ही खुशी हो रही थी वह जब मेरी चूत के अंदर बाहर अपने लंड को करता था तो मेरी चूत से खून बाहर निकलता उसने बहुत देर तक मेरी चूत के मजे लिए जिस प्रकार से उसने मेरी चूत के मजे लिए उससे मेरी चूत से खून निकल रहा था। जब रोहित ने अपने वीर्य को मेरी चूत के अंदर दोबारा से गिराया तो उसने मुझे कहा मैं तुम्हारी चूत को साफ कर देता हूं? उसने मेरी चूत को साफ करते हुए अपने लंड को मेरे मुंह में डाला मैंने रोहित के लंड को बहुत देर तक चूसा रोहित के लंड को चूसकर मुझे बड़ा मजा आ रहा था। अब मुझे रोहित के लंड को अपनी चूत में लेने की आदत हो चुकी थी जब भी रोहित मुझे अपने पास बुलाता तो मैं उसके पास चली जाती हो और हम दोनों एक दूसरे के साथ सेक्स का मजा लिया करते।
 
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