लॉन्ग ड्राइव के बाद चुदाई

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Antarvasna, hindi sex story: मैं अपने दोस्त अविनाश से मिलने के लिए गया मैं जब अविनाश के घर पर गया तो मैंने देखा कि वह घर पर नहीं था। मैंने अविनाश की मम्मी से पूछा कि आंटी अविनाश घर पर नहीं है तो वह कहने लगी कि नहीं बेटा वह भी घर पर नहीं है वह अपने मामा जी के घर गया हुआ है वह शाम तक ही घर लौटेगा। मैंने उन्हें कहा ठीक है मैं चलता हूं उन्होंने मुझे कहा बेटा पानी तो पी लो मैंने उन्हें कहा नही आंटी पानी रहने दीजिए। मैं कुछ देर उनके साथ बैठ गया और उसके बाद मैं वहां से घर लौट रहा था मैं जब अविनाश के घर की पार्किंग में खड़ा था तो मैंने देखा कि एक लड़की वहां से अपनी स्कूटी में आ रही थी मैं उसकी तरफ देखता ही रहा मैंने उसे तब तक देखा जब तक कि वह मेरे सामने नहीं आ गई। जब वह मेरे सामने आई तो मेरा उससे बात करने का मन हुआ लेकिन मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी और फिर वह हो वहां से चली गई। मुझे उस लड़की के बारे में कुछ पता नहीं था लेकिन मुझे ऐसा लगा जैसे कि मैं उससे काफी वर्षों से जानता हूं अविनाश तो मुझे मिला नहीं था लेकिन उस दिन मुझे वह लड़की मिल गई जिसने कि मेरी रातों की नींद हराम कर दी थी। अब मैं उसके बारे में जानना चाहता था कि उस लड़की का नाम क्या है और वह क्या अविनाश की कॉलोनी में ही रहती है।

मेरे मन में ना जाने कितने ही सवाल दौड़ रहे थे मेरे पास उन सवालों का कोई भी जवाब नहीं था लेकिन जब अविनाश ने मुझे उसके बारे में बताया तो मुझे ऐसा लगा कि जैसे मैं उसी दिन उससे बात कर लूं। अविनाश ने मुझे उसका नाम बता दिया था उसका नाम पायल है पायल अविनाश की ही कॉलोनी में रहती है और अविनाश के परिवार के साथ उनका काफी पुराना पारिवारिक संबंध है। पायल अक्सर उनके घर पर आती रहती थी शायद इसी बात का फायदा मुझे मिलने वाला था। एक दिन मुझे अविनाश ने अपने घर पर बुलाया और उस दिन मैं उसके घर पर चला गया जब मैं अविनाश के घर पर गया तो उस दिन मुझे पायल भी अविनाश के घर पर ही मिली। जब वह मुझे उसके घर पर मिली तो उस दिन अविनाश ने मेरा परिचय पायल से करवाया यह पहला ही दिन था जब मैंने पायल से बात की थी। उससे बात करने में मुझे ऐसा लग रहा था जैसे कि मेरी दिल की धड़कन तेज गति से दौड़ रही हैं।

पायल से मेरी बात हो चुकी थी और धीरे-धीरे पायल से मैं अब और भी बातें करने लगा मैं जब भी अविनाश के घर पर होता तो पायल मुझे वहां अक्सर मिल जाया करती थी। वह लोग अविनाश की सोसाइटी में रहते थे इसलिए पायल से मेरी अक्सर मुलाकात हो जाती थी और मुझे पायल से बात करना अच्छा भी लगता था। एक दिन पायल और मैं बात कर रहे थे हम लोग उन्हीं की कॉलोनी के बाहर खड़े थे उस दिन अविनाश वहां आया और कहने लगा कि रोहन तुम कब आए। मैंने उसे कहा मैं तुमसे मिलने के लिए आ रहा था लेकिन तुम्हारा नंबर नहीं लग रहा था जिस वजह से मैंने सोचा कि पायल से मिलता हुआ चलूँ और मैंने पायल को मिलने के लिए बुला लिया। अविनाश मुझे कहने लगा कि चलो घर चलते हैं मैंने उसे कहा नहीं अविनाश अभी मैं चलता हूं और उस दिन मैं वहां से चला आया। मेरे पास अब पायल का नंबर तो आ ही चुका था और हम दोनों के बीच अच्छी दोस्ती भी हो ही चुकी थी इसलिए मैं अब अक्सर पायल को मैसेज भेजने लगा और मैसेज पर उससे मैं बात करने लगा। हम दोनों की बातें काफी होती थी हम दोनों की बातें कई घंटों तक हुआ करती थी एक दिन जब मैं पायल से फोन पर बात कर रहा था तो उस दिन मेरी बहन ने मुझसे पूछा कि तुम किस से बात करते हो। मेरी बहन मुझसे उम्र में दो वर्ष बड़ी है मैंने उसे पायल के बारे में बताया और कहा कि पायल और मेरी काफी अच्छी दोस्ती है तो उसने मुझे कहा कि क्या पायल को तुम पसंद करने लगे हो तो मैंने उसे कहा कि यह बात तो तुम मेरी बातों से समझ ही चुकी होंगी कि मैं पायल को कितना पसंद करता हूं। मैं पायल को काफी ज्यादा पसंद करने लगा था और पायल भी कहीं ना कहीं इस बात से अनजान थी कि मैं उसे प्यार करता हूं लेकिन एक दिन मैंने उसे प्रपोज कर दिया। मैंने जब पायल को प्रपोज किया तो शायद वह भी मना ना कर सकी, जब पायल को मैंने प्रपोज किया तो वह बहुत खुश हो गई थी उसके बाद हम दोनों का रिलेशन शुरू हो गया। हम दोनों का रिलेशन चलने लगा था जिस वजह से पायल और मैं एक दूसरे से मिला करते हम दोनों जब भी एक दूसरे को मिलते तो हम दोनों को ही अच्छा लगता।

पायल के साथ मैं घंटों तक समय बिताया करता लेकिन इसी बीच अब मेरे कॉलेज में कैंपस प्लेसमेंट आने वाला था। उस कैंपस प्लेसमेंट में मेरा सिलेक्शन भी हो चुका था और मुझे जॉब करने के लिए मुंबई जाना था लेकिन मैं मुंबई नहीं जाना चाहता था परंतु यह मेरे कैरियर का सवाल भी था इसलिए मेरे सामने कोई और रास्ता नहीं था। मैं मुंबई जाने के लिए तैयार हो चुका था मुझे करीब एक महीने बाद मुंबई जाना था और जिस कंपनी में मेरा सिलेक्शन हुआ था उस कंपनी को मुझे ज्वाइन करना था इस बीच पायल और मैं हर रोज मिला करते थे। एक दिन पायल ने मुझे कहा रोहन क्या आज हम लोग कहीं लॉन्ग ड्राइव पर चले? मैंने उसे कहा क्यों नहीं पायल आज हम लोग कहीं लॉन्ग ड्राइव पर चलते हैं। पायल और मैं मेरी मोटरसाइकिल में ही लॉन्ग ड्राइव पर साथ में जाना चाहते थे। पायल मेरे पीछे बैठी हुई थी वह मेरे स्पोर्ट्स बाइक में बैठी थी तो उसके स्तन मुझसे टकरा रहे थे।

उस से पहले तो मैंने कभी पायल के बारे में ऐसा कुछ सोचा नहीं था लेकिन उस दिन मेरे मन में ना जाने क्या शरारत सुझी। मैंने पायल की जांघ पर हाथ रख दिया मैंने जब उसकी जांघ पर हाथ रखा तो वह मुझे कहने लगी रोहन तुम यह क्या कर रहे हो तुम गाड़ी आगे देख कर चलाओ। मैंने उसे कहा मैं तो मोटरसाइकिल आगे देखकर ही चला रहा हूं लेकिन मेरा ध्यान तो उस दिन पायल के ऊपर था। मैं चाहता था कि पायल की चूत में मारू पायल भी शायद गरम हो गई थी। वह मुझसे अपनी चूत मरवाने के लिए तड़प रही थी हम दोनों एक सुनसान जगह पर चले गए क्योंकि हम लोग काफी आगे आ चुके थे। वहां पर कोई भी नहीं दिख रहा था हमे वहां पर एक बैठने की जगह मिली तो मैंने वहां मोटरसाइकिल रोकी। हम दोनों वहां पर बैठे थे हम दोनों साथ में बैठे हुए थे तो मैंने पायल की जांघ पर हाथ रखा और उसने जो टाइट जींस पहनी हुई थी उसमें वह बड़ी गजब लग रही थी उसका फिगर बहुत मेंटेन है। मैंने जब पायल को किस किया तो वह भी कहीं ना कहीं मेरी बाहों में आने के लिए तड़प रही थी मैं उसके होठों को चूमता जा रहा था तो मुझे उसके होठों को किस करने में मजा आ रहा था और उसे भी बड़ा अच्छा लग रहा था। अब उसने मेरे होंठों को काफी देर तक चूमा जब उसने मेरे होंठों को चूमा तो मुझे मजा आने लगा मैंने भी अपने मोटे लंड को बाहर निकाल लिया पायल मुझे कहने लगी तुम यह क्या कर रहे हो यहां पर यह सब ठीक नहीं है अगर कोई आ गया तो। मैंने उसे कहा कोई नहीं आएगा तुम मेरे ऊपर भरोसा रखो। वह कहने लगी लेकिन मैं तुम्हारे लंड को सकिंग नहीं कर सकती उसने साफ तौर पर मना कर दिया परंतु मैंने उसे मना लिया और उसने जब मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर उसे चूसना शुरू किया तो मुझे मजा आने लगा और उसे भी बहुत अच्छा लग रहा था। वह अब मेरे लंड को अच्छे से सकिंग कर रही थी मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था वह जिस प्रकार से मेरे लंड को चूस रही थी उससे मेरे अंदर की गर्मी बढ़ती ही जा रही थी। मैंने उसे कहा चलो अब हम लोग झाड़ियों में चलते हैं और हम लोग वहां से झाड़ियों में आ गए। मैंने पायल के कपड़े उतार दिए और उस दिन पहली बार मैंने उसकी ब्रा के हुक खोला तो उसके स्तन मेरे सामने थे उसके स्तन काफ़ी बड़े थे।

मैं उन्हें देखती ही उन्हें चूसने लगा था तो वह कहने लगी तुम थोड़ा आराम से करो मुझे बहुत ज्यादा तकलीफ हो रही है लेकिन मेरा मन तो उसे चोदने का होने लगा था और मेरे अंदर की गर्मी बढ़ती जा रही थी इसलिए मैंने भी अपने मोटे लंड को बाहर निकाल लिया। जिसे कि वह बड़े अच्छे से चूसने लगी थी मैंने उसकी जींस को नीचे उतारा तो उसने गुलाबी रंग की पैंटी पहनी हुई थी उस पैंटी मे वह बड़ी गजब लग रही थी और मैंने उसे कहा मैं तुम्हारी चूत को चाटना चाहता हूं। मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू किया उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था और उसकी योनि को चाटकर मुझे बहुत ही मज़ा आ रहा था मै जिस प्रकार से उसकी योनि को चाटता तो उसके अंदर की गर्मी बढ़ने लगी थी उसकी चूत से गर्म पानी बाहर की तरफ को निकलने लगा था।

वह मुझे कहने लगी कि मुझसे बिल्कुल भी रहा नहीं जा रहा है मैंने भी उसे घोड़ी बना दिया था और उसकी चूत पर मैंने अपने लंड को सटाया तो उसकी चूत से बहुत अधिक मात्रा में पानी बाहर की तरफ को निकाल रहा था उसका चिपचिपा पदार्थ मेरे लंड को भी बहुत ज्यादा चिपचिपा कर चुका था। मैंने उसकी योनि के अंदर अपने लंड को घुसाया मैंने धीरे से धक्का दिया तो वह जोर से चिल्लाई और कहने लगी थोड़ा आराम से करो मैंने उसे कहा मैं तो आराम आराम से तुम्हारी चूत में लंड घुसा रहा हूं लेकिन वह तो चाहती थी मैं उसकी चूत मे लंड घुसा दूं। मैंने भी एक झटके में उसकी योनि के अंदर लंड घुसा दिया मैंने जब उसकी चूत के अंदर अपने लंड को घुसाया तो मुझे अब मजा आने लगा और वह भी मेरा साथ देने लगी थी। वह मुझसे अपनी चूतड़ों को मिलाए जा रही थी और मेरे अंदर की गर्मी को बढ़ा रही थी मेरे अंदर की गर्मी बहुत अधिक बढ़ने लगी थी और मुझे मजा भी आने लगा था मैं उसे लगातार तेज गति से धक्के मार रहा था। जिस प्रकार से मै उसे धक्के मारता उस से मुझे बड़ा मजा आता मैंने उसे बहुत देर तक चोदा और आखिरकार मेरा माल उसकी चूत में गिर गया वह बहुत ही ज्यादा खुश हो गई और उसके बाद हम लोग वहां से वापस आ गए।
 
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