सुहानी के स्तन मेरे सामने थे

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Antarvasna, hindi sex stories: मैं सुबह जल्दी उठा और जोगिंग पर चला गया रोज की तरह मैं सुबह जॉगिंग पर गया था। जब उस दिन मैं घर लौट रहा था तो मुझे पायल दिखाई दी। पायल हमारी कॉलोनी में ही रहती है और पायल को मैं काफी ज्यादा पसंद करता हूं लेकिन मैं कभी उसे कुछ कह नहीं पाया था। उस दिन जब मैंने पायल को देखा तो मुझे बहुत ही अच्छा लगा और अगले दिन से पायल मुझे हर रोज सुबह दिखाई देने लगी। मैंने कभी पायल से बात नहीं की थी लेकिन एक दिन मेरी पायल से बात हो गई। जब उस दिन मेरी पायल से बात हुई तो मुझे काफी अच्छा लगा और उसके बाद तो पायल और मेरी बात अक्सर होने लगी थी। जब भी हम दोनों एक दूसरे से बातें करते तो हम दोनों को बहुत ही अच्छा लगता और हम दोनों एक दूसरे के साथ में ज्यादा से ज्यादा समय बिताने लगे थे।

पायल यह बात अच्छे से जानती थी कि मैं उसे प्यार करता हूं पायल और मैं एक दूसरे के साथ जब भी होते तो हम दोनों को ही अच्छा लगता था। मैंने पायल से जब अपने दिल की बात कही तो वह भी मुझे मना ना कर सकी और फिर हम दोनों एक दूसरे के साथ रिलेशन में रहने लगे थे। पायल की फैमिली को भी यह बात मालूम चल चुकी थी और वह लोग मुझसे पायल की शादी करवाने के लिए तैयार हो चुके थे। कुछ समय के बाद पायल और मेरी शादी हो गई जब हम दोनों की शादी हुई तो उसके बाद हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत ही खुश थे लेकिन जब हम दोनों की शादी को 6 महीने से ऊपर हो गए तो उसके बाद हम दोनों की शादी शुदा जिंदगी में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा था। पायल और मेरे बीच काफी ज्यादा झगड़े होने लगे थे जिस वजह से हम दोनों बहुत ही ज्यादा परेशान रहने लगे थे। हालांकि मैंने पायल को कई बार समझाने की कोशिश की लेकिन पायल मेरी बात कभी समझती ही नहीं थी जिस वजह से मुझे अपनी नौकरी से भी रिजाइन देना पड़ा।

मैं अपने ऑफिस से रिजाइन दे चुका था और अपनी नौकरी छोड़ने के बाद मैं घर पर ही था। घर पर रहने के दौरान हम दोनों के बीच में और भी ज्यादा तनाव बढ़ने लगे थे तब हम दोनों के डिवोर्स होने तक की नौबत आ चुकी थी। जब हम दोनों का डिवोर्स हो गया तो उसके बाद हम दोनों एक दूसरे से अलग हो चुके थे लेकिन मेरी जिंदगी में भी इसका बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ा था और मेरी जिंदगी में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा था। मैं बहुत ही ज्यादा परेशान रहने लगा था और इस वजह से मैं मानसिक तौर पर भी काफी ज्यादा तनाव में रहने लगा था। काफी लंबे समय तक मैं काफी मानसिक तनाव में रहा लेकिन अब धीरे धीरे सब कुछ ठीक होने लगा था। समय के साथ साथ अब सब कुछ ठीक हो चुका था और मैंने भी उसके बाद नई कंपनी ज्वाइन कर ली थी और वहां पर मैं जॉब करने लगा था। मेरी जिंदगी में अब धीरे धीरे सब कुछ ठीक होता चला गया था लेकिन पायल की कमी को मैं अपनी जिंदगी में कभी भी पूरा नहीं कर पाया था। हालांकि मुझे मालूम नहीं चला कि यह किसकी गलती की वजह से हुआ था लेकिन फिर भी मैं कुछ समझ नहीं पा रहा था परंतु अब मेरी जिंदगी में सब कुछ बदलता चला गया था।

मैं चाहता था कि मैं अपनी जिंदगी को अच्छे से आगे बढाऊँ और मैं अपनी जिंदगी में अब आगे बढ़ने लगा था। मेरी जिंदगी अब आगे बढ़ने लगी थी और धीरे-धीरे सब कुछ ठीक होता चला गया था। मेरी जिंदगी में सुहानी आ चुकी थी सुहानी हमारे ऑफिस में ही नौकरी करती है और सुहानी के मेरी जिंदगी में आने से मेरी जिंदगी में काफी बदलाव भी आने लगा था। सुहानी को यह बात अच्छे से मालूम थी कि मेरा डिवोर्स हो चुका है लेकिन उसके बावजूद भी सुहानी और मैं एक दूसरे के साथ रिलेशन में थे और सुहानी मुझे अच्छे से समझती थी जिस वजह से मुझे सुहानी का साथ बहुत ही अच्छा लगता। हम दोनों की जिंदगी में सब कुछ ठीक चलने लगा था मेरी जिंदगी में सुहानी आ चुकी थी और सुहानी ने मेरी सारी परेशानी को दूर कर दिया था। मैं चाहता था कि सुहानी और मैं एक दूसरे के साथ में शादी कर ले लेकिन सबसे बड़ी समस्या सुहानी के भैया थे जो कि नहीं चाहते थे कि हम दोनों शादी करें। इस वजह से हम दोनों की शादी नहीं हो पाई लेकिन सुहानी हमेशा ही मेरा साथ दिया करती।

जब भी मुझे कोई परेशानी होती या फिर मैं किसी तकलीफ में होता तो सुहानी हमेशा ही मेरा साथ दिया करती। सुहानी मुझे बहुत ही अच्छे से समझती थी जिस वजह से मेरी में जिंदगी धीरे धीरे कर के सब कुछ ठीक होने लगा था। एक समय ऐसा आया जब मैं चाहता था कि सुहानी और मैं शादी के बंधन में बंध जाए। हालांकि सुहानी की फैमिली इस बात के लिए तो तैयार नहीं थी लेकिन फिर भी मैंने हिम्मत नहीं हारी और मैं चाहता था कि सुहानी और मैं शादी कर ले। सुहानी मुझसे शादी करने के लिए तैयार थी लेकिन उसके पापा और मम्मी इस बात के लिए तैयार नहीं थे जिस वजह से सुहानी और मेरी शादी नहीं हो पा रही थी। जब सुहानी ने अपने घर पर इस बारे में बात की तो उसके पापा और मम्मी भी मना ना कर सके और उन लोगों ने मुझसे सुहानी की शादी करवाने का फैसला कर लिया था। मैं बड़ा ही खुश था कि सुहानी के परिवार वाले उसकी शादी मुझसे करवाने के लिए मान चुके हैं और फिर हम दोनों की जिंदगी में सब कुछ ठीक से चलने लगा।

मेरी और सुहानी की शादी होने वाली थी सब लोग बहुत खुश थे जब हमारी शादी हो गई और हमारी शादी की पहली रात थी हम दोनो उस रात को यादगार बनाना चाहते थे। हम दोनो साथ में लेटे हुए थे हम दोनो एक दूसरे की बाहों मे आने को तडप रहे थे। जब हम दोनों एक दूसरे की बाहों में आए तो हम दोनों को बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा था जब हम दोनो एक दूसरे की बाहों थे। हमारी गर्मी अब बहुत ज्यादा बढ़ती जा रही थी। मैं तडप रहा था और कहीं ना कहीं सुहानी की गर्मी भी बढ चुकी थी वह अब रह नहीं पा रही थी। मैं समझ चुका था वह तडप रही थी सुहानी ने मुझसे कहा मेरी गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है अब मुझसे रहा नहीं जाएगा। मैंने सुहानी के बडे स्तनों को दबाना शुरू कर दिया था उसके स्तनों को दबाने से मेरी गर्मी इस कदर बढ़ रही थी मुझसे बिल्कुल भी रह नहीं पा रही थी। मुझे सुहानी के स्तनो को दबाना अच्छा लग रहा था और उसे भी बडा मजा आ रहा था।

हम दोनो ने एक दूसरे की गर्मी को बहुत ज्यादा बढ़ा दिया था हम दोनों चाहते थे हम दोनो एक दूसरे के साथ सेक्स का मजा लें। मैंने सुहानी के सामने अपने लंड को करते हुए कहा तुम मेरे लंड को अपने मुंह मे ले लो। सुहानी थोडा शर्मा रही थी पर वह अब तैयार हो चुकी थी सुहानी ने मेरे लंड को अपने हाथों में ले लिया था और वह उसे हिलाने लगी थी। जब वह ऐसा कर रही थी मुझे मजा आने लगा था और सुहानी को भी अच्छा लग रहा था। सुहानी ने अपनी मेरे लंड को चूसना शुरु किया मुझे अच्छा लग रहा था जिस तरीके से वह मेरे लंड को अपने मुंह में लेने लगी थी और उसे चूस रही थी। जब वह ऐसा कर रही थी मेरी गर्मी बढती जा रही थी वह भी पूरी तरीके से गर्म हो चुकी थी। मै बिल्कुल रह नहीं पा रहा था मेरे लंड से पानी निकल आया था और मैं सुहानी की चूत के अंदर अपने लंड को डालना चाहता था।

हम दोनो अब पूरी तरह से नंगे हो चुके थे और मेरे सामने सुहानी के स्तन थे जिनको मैं चूस रहा था वह गरम होती जा रही थी। मैं सुहानी के बडे और सुडौल स्तनों को चूसने लगा था मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था जिस तरह से मै उसके स्तनों का रसपान कर रहा था। मैंने काफी देर तक उसके सुडौल स्तनों का रसपान किया जब उसकी गर्मी बढ चुकी थी वह बिल्कुल भी रह नहीं पा रही थी तो मैंने अब सुहानी की चूत का मजा लेने की ठान ली थी। मैं अपने आपको रोक पा रहा था ना ही सुहानी अपने आपको रोक पा रही थी। हम दोनो गरम हो चुके थे मैंने सुहानी की पैंटी को उतारा और सुहानी की चूत को चाटना शुरू कर दिया था उसकी चूत से पानी निकल आया था मैं उसकी योनि को चाट रहा था मुझे मजा आने लगा था और सुहानी को भी बड़ा मजा आ रहा था जिस तरीके से वह मेरा साथ दे रही थी। उसकी चूत से निकलता हुआ पानी बहुत ही अधिक हो चुका था और मैंने सुहानी से कहा मैं तुम्हारी चूत में लंड घुसाना चाहता हूं सुहानी गरम हो चुकी थी मैंने जैसे ही सुहानी की योनि के अंदर अपने लंड को डाला उसकी चूत से खून निकल आया था वह बहुत ज्यादा गर्म हो गई थी। वह मुझे कहने लगी मुझे अच्छा लगने लगा है।

मै सुहानी की चूत के अंदर बाहर अपने लंड को किए जा रहा था उसकी चूत की चिकनाई बढ रही थी। उसकी योनि से खून बाहर की तरफ निकल रहा था मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था मैं जिस तरीके से सुहानी की चूत का मजा ले रहा था उसकी सिसकारियां बढ़ती ही जा रही थी। वह बहुत ही ज्यादा गरम हो चुकी थी। मेरी गर्मी भी बहुत ज्यादा बढ़ चुकी थी मैं सुहानी की चूत में अपने माल को गिराना चाहाता था। मैं उसे तेज गति से चोदने लगा था उसकी गरम आहें बढती जा रही थी मैं सुहानी को बहुत ही तेजी से चोद रहा था। जब मैंने उसकी चूत में अपने माल को गिराया तो वह खुश हो गई और हमारी पहली रात बडी ही अच्छी थी जिस तरह हमने सेक्स किया था।
 
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