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Chachi ne mera lund liya.

हेलो मेरा नाम मनिंदर है और मैं पंजाब का रहने वाला हु. मैं इस सेक्स वेबसाइट का रेगुलर रीडर हु और मैंने बहुत सारी कहानिया यहाँ पर पड़ी है. मैंने सोचा, क्यों ना मैं भी अपनी एक स्टोरी यहाँ पर लिखू.. ये स्टोरी मेरे और मेरी चाची के बीच हुए सेक्स की है. जो मैं आज आप लोगो के साथ शेयर करने जा रहा हु. ये स्टोरी बिलकुल सच्ची है और अगर कोई गलती मुझ से हो जाए, तो मुझे माफ़ कर दीजियेगा प्लीज. उनका का नाम रानी है. यहाँ मैंने कुछ कारण ने उनका नाम चेंज कर दिया है. वो एक हाउसवाइफ है और मेरे चाचा एक गवर्नमेंट जॉब करते है. मेरी चाची का फिगर ३६ - ३२ - ३८ का है (ये मैंने बाद में चेक किया था) और वो ५.४ फिट की है. उनका रंग गोरा है और वो बहुत ही सेक्सी है.

अब मैं अपने बारे में बता दू कि मैं ६ फिट लम्बा हु और मेरा लंड ६ इंच लम्बा और ३ इंच मोटा है. मैं एकदम सच बोल रहा हु. आप यकीं मानिये. अगर कोई मुझसे चुदवाने के लिए उत्सुक है और तो वो मुझे बता सकता है. मुझपर सेक्स सेक्स का बूथ सवार है और मैं रोजाना ही मुठ मारता था. रोज कोई नया काम करने की सोचता और एक दिन मैं घर में अकेला था और मैं ब्लूफिल्म देख कर मुठ मार रहा था. फिर मेरा अपने कमरे में पड़े बिस्तर की तरफ ध्यान गया और मैंने मन में सोचा, कि कुछ नया क्यों ना किया जाए. मैंने अभी बिस्तर को ऊपर नीचे से जोड़ कर चूत का आकर बना दिया और उसने लंड डाला और एकदम मजे दार लगा और मैं जोर - जोर से चोदने लगा और मुझे पता ही नहीं चला, कि मैं कब झड गया और २ मिनट वैसे ही पड़ा रहा. जब मेरे लंड में जलन महसूस होने लगी, तो मैंने लंड को बिस्तर में से निकाला, तो देखा कि मेरा लंड एकदम से फुलकर लाल हो चूका था.

जब मैंने बिस्तर में देखा, तो मेरा सफ़ेद पानी बिस्तर में लगा था. तो मैंने जल्दी से कपड़े से बिस्तर को साफ़ कर दिया और मैंने अपने लंड को भी साफ़ किया. जब मैं थोड़ा सा लंड को टच करता, तो मुझे बहुत दर्द होने लगता. मैंने अपने लंड पर तेल लगाया और दो दिन के बाद लंड मेरा ठीक हो पाया. जब मैं अपनी चाची के घर में गया, तो वो उस समय घर में नहीं थी. मैंने उनके बेटे से पूछा, कि वो कहाँ है? वो कहने लगा - वो खेतो में गयी हुई है. हम लोगो के गाँव में ज्यादातर लेडीज़ ही काम करती है. जब मैं खेत में गया, तो देखा - चाची खेत में नहीं थी. जब मैंने अच्छे से देखा, तो वो काम कर रही थी. अचानक से वो उठी और वो टट्टी करने आ गयी सरसों की फसल में. तो मैंने उसको पीछे से देखा छुप कर.. वो नीचे बैठी तो क्या बताऊ यारो. क्या मस्त गांड थी.. एकदम सफ़ेद. मोटी - मोटी और गोल - गोल. मैं देखता रहा और मैंने अपने नीचे देखा, तो मेरा लंड एकदम टाइट हो गया था. मेरे पायजामे में तम्बू बन गया था. जब वो उठी तो पूरी नंगी गांड दिखी मुझे. जब वो चली गयी, तो वहां गया जहाँ पर वो टट्टी के लिए बैठी थी और मैंने वहां कर मुठ मारी. मैंने अपने पानी को उनकी टट्टी पर झाड़ दिया. फिर मैं खेतो से बाहर आया. तो वो तब तक घर वापस जा चुके थी.

मैंने घर आ कर अपने लंड पर तेल लगाया और फिर लंड तन गया और मैंने मेडिकल शॉप से कंडोम ले आया और फिर लंड पर चढ़ाया और एक पोलीथिन को बिस्तर में डाल दिया और थूक लगा कर उसको बिस्तर पर चोदने लगा. क्या बताऊ यार, मुझे कितना मज़ा मिल रहा था.. मैंने बिस्तर को पुरे आधा घंटा चोदा और फिर मैं झड़ गया. बहुत मज़ा आया (बॉयज एक बार जरुर ट्राई करे) और कुछ दिन तक ऐसे ही चला और एक दिन मैं ऐसे ही बिस्तर चोद रहा था, कि अचानक से चाची आ गयी कमरे में. मैं बिस्तर में लंड डाल कर उनके नाम लेकर चोद रहा था. मुझे नहीं पता था, कि चाची मुझे देख रही थी और मैं मजे से बिस्तर को चोद रहा था और फिर कुछ देर बाद मैं झड गया. वो देखती रही, कि मैं उनका नाम लेकर झड़ रहा हु. फिर मैंने अपने लंड को बिस्तर से निकाला और देखा कि मेरा कंडोम पूरी तरह से मेरे वीर्य से भर गया था. वो मुझसे बिना कुछ कहे वापस चली गयी और मुझे तो पता ही नहीं चला, कि वो कब आई और कब चली गयी. वो मेरे कमरे में आई थी और उन्होंने मुझे उनका नाम लेकर बिस्तर को चोदते हुए देखा था, ये मुझे बाद में पता चला. मैंने जल्दी से कंडोम उतारा और बाहर फेंक दिया. उसके बाद जब मैं चाची के घर पर गया, तो चाची मुझे गुस्से दे देख रही थी. मैं सोचने लगा, कि क्या बात हो गयी? फिर मैंने सोचा - कि घर में काम को लेकर कोई बात हो गयी होगी. मैं वापस चला आया. कुछ देर बाद चाची का बेटा वही कंडोम उठा कर साफ़ करके चाची से पूछता है (अपने माँ से) - मम्मी ये क्या है? मैं वहीँ था. चाची बोलने लगी - फेंक इसे, गन्दी चीज़ है ये. मैं वहां खड़ा हुआ सुन रहा था. मैंने भी मजाक में कह दिया.. फेक दे.. यूज़ किया हुआ गुब्बारा है.

मेरी बात सुन कर चाची का बेटा उसको फुलाने लगा और चाची ने उसको उस से छिन कर फेंक दिया. मैंने - क्यों फेंक दिया? वो गुस्से से देखने लगी और जब मैं जानबुझ कर ये पूछने लगा, तो वो कहने लगी - इतने भोले मत बनो. मैंने कहा - सच में. चाची मुझे नहीं पता. वो कहने लगी - मैंने सब देख लिया था. तू जो कर रहा था ना. अपने घर में, बिस्तर के साथ. तू कितना गन्दा है. मैं एकदम से हैरान हो गया और कुछ बोल नहीं पा रहा था. मैंने सोरी बोला. वो कहने लगी, तू मेरा नाम बार - बार क्यों ले रहा था. मैं कुछ नहीं बोला. चाची ने कहा - तेरी मम्मी को बताना पड़ेगा. मैं रोने लगा और कहने लगा, कि मैंने चूत नहीं देखी है ना.. मुझे सेक्स का बहुत शौक है.. प्लीज चाची एक बार चूत दे दो ना.. प्लीज चाची.. प्लीज प्लीज से दो ना. वो कहने लगी - अब तो मैं तुम्हारी माँ को जरुर बताउंगी. मैं भीग मांगने लगा, चूत तो मिल ही नहीं रही थी ना.

फिर कुछ दिन बीत गये और मैं मुठ मार रहा था. तो चाची आई मेरे पास और कहने लगी, तू ऐसे नहीं मानेगा. तो चाची को मैंने कहा - तुम एक बार मुझे चूत दे दो. मैं ये सब छोड़ दूंगा. और मैं एकदम से उठ कर खड़ा हो गया. वो मेरे लंड को बार - बार घुर रही थी और सोचने लगी. मैंने फिर उनके मम्मे एक हाथ से पकड़ लिए और वो कहने लगी - ये क्या कर रहे हो? मैंने कहा - प्लीज चाची .. वो हट कर पीछे होने लगी. मैंने उनको पकड़ लिया और अपने लंड पर उनका हाथ लगवा दिया. उन्होंने हाथ पीछे हटा दिया और मैंने चाची की चूत पर हाथ रख दिए और उसको मसलने लगा. चाची अपने आप को छुड़ाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन सब बेकार था. मैंने उनके बूब्स के दानो को मसलना शुरू कर दिया था और चूत को. वो धीरे - धीरे गरम होने लगी और वो भी अब मेरा साथ देने लगी थी. मैंने उनको बेड पर लिटा दिया और उन्होंने सलवार सूट पहना हुआ था. मैंने पहले उनका सूट उतार दिया और सीधे बूब्स के दर्शन हुए. चाची ने ब्रा नहीं पहनी हुई थी. मैं उन पर टूट पड़ा और उनके बूब्स पर.. वो अहः अहहाह अहहाह ऊओअओअओअ करके चिला रही थी. मैंने धीरे - धीरे चाची की सलवार उतार दी और चाची ने जल्दी से पेंटी भी उतार दी.

फिर मैं चूत को टच किया. पहली बार किसी चूत को टच किया था और मैं लिप किस करने लगा था. उन्हें किस नहीं करना आता था अच्छी तरह से. फिर मैं नीचे गया और मैं उनके पेट को किस करने लगा. फिर मैं नीचे और गया और उनकी चूत पर अपनी जुबान लगाई, तो वो कहने लगी - ये क्या कर रहे हो? ये गन्दी होती है. तो मैने कहा - चाची ये क्या आप पहली बार कर रही हो? वोकहने लगी - आज तक तुम्हारे चाचा ने नहीं चाटी है. तुम क्यों चाट रहे हो? मैंने कहा -आप देखती जाओ. कितना मज़ा दूंगा, कि याद रखूंगी. फिर मैं उनकी चूत को चाटने लगा. वो कहने लगी और मेरे सर को अपनी चूत में दबाने लगी अपने हाथो से. फिर मैंने अपनी एक ऊँगली डाल दी और आगे - पीछे करने लगा. कुछ देर बाद वो कांपने लगी और मेरे मुह में ही झड़ गयी. मैंने उनका सारा का सारा पानी पी लिया और वो बहुत खुश थी और कहने लगी - क्या बात है!

फिर मैंने कहा - चाची मेरा लंड मुह में डालो. वो नहीं मानी. फिर मैंने उनकी टाँगे अपने कधो पर रख ली. फिर अपना लंड उनकी चूत पर रगड़ने लगा. चाची कहने लगी, जल्दी डालो. मैं लंड पर थूक लगाया और चूत पर टिका कर धक्का लगाया. तो मेरा लंड फिसल गया और फिर उन्होंने अपने हाथो से मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत के निशाने पर रखा और मैंने फिर धीरे से धक्का लगाया. तो मेरा लंड आधा गया चला गया. चाची अहः अहहाह अहहाह करने लगी. फिर मैंने जोर से एक और धक्का मारा और मेरा सारा लंड अन्दर चला गया. फिर मैंने उन्हें चोदना शुरू कर दिया और कुछ देर बाद हाहाहा अहहाह अहहाह अहहाह निकलने लगी.

चाची की कामुक सिसकियो के बीच मैं उनकी चूत में महसूस किया, कि वो झड़ चुकी थी. फिर मैंने उन्हें और भी जोर से चोदना शुरू कर दिया. मेरा भी निकलने वाला था और मैंने बोला - रानी बोलो, कहाँ निकालना है? वो बोली - अन्दर ही निकाल दो. फिर मैंने अपने लंड को जोर - जोर से अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया. उनके मुह से कामुक सिस्कारिया निकल रही थी आहाहा अहः अहहाह ऊहोहोह ऊऊओ अहहहः. मेरे लंड बहुत जोर से उनकी चुदाई कर रहा था और बहुत तेजी से अन्दर बाहर जा रहा था. कुछ देर जोरदार चुदाई करने के बाद, मैं उनकी चूत में ही झड़ गया. फिर हम कुछ देर ऐसे ही पड़े रहे और फिर हमने साफ़ किया और हमने कपड़े पहने और फिर मैं कहा - आओ चाची कुछ दिखा दू. मैंने अपना पीसी ओन किया और चाची को ब्लूफिल्म दिखाने लगा. चाची बड़े ही गौर से ब्लूफिल्म देख रही थी और जिस तरीके से वो दो किस कर रहे थे. चाची हसने लगी. मैंने हर विडियो दिखाए सेक्स के चाची को और हर पिक जो भी मेरे पीसी में थी. चाची फिर से गरम हो गयी और हमने जल्दी से कपड़े उतारे और मैंने उनको लंड चूसने को बोला.

इस बार वो मान गयी और जब चाची ने इस बार मेरे लंड को अपने मुह में रखा, तो मुझे लगा कि मैं जन्नत में पहुच गया हु. क्या मस्त चूस रही थी बिलकुल लालीपॉप की तरह. क्या बताऊ यारो. कितना मज़ा आ रहा था. वो मेरे लंड को चूस रही थी. फिर मैंने उसकी गांड को मसलना शुरू कर दिया. मैं चाची के चुतड को चूमने लगा. वो बोलने लगी.. गांड नहीं चाटोगे? मैंने कहा नहीं. फिर मैं नीचे लेट गया और उनको मैंने अपने ऊपर आने को कहा. गांड के होल में मैंने अपने लंड को लगाया और चाची ने धीरे - धीरे मेरे लंड के ऊपर होकर नीचे बैठने लगी. मेरा लंड मोटा होने की वजह से अन्दर नहीं जा रहा था. बार - बार साइड में फिसल गया था. मैंने फिर से ट्राई किया और इस बार लंड चला गया (चाचा भी कभी - कभी लंड चाची की गांड में डालते थे).

फिर कुछ देर बाद, मैं झड़ गया और फिर मैं चूत की तरफ बढ़ा. इतने में चाची के बच्चे आ गया और हमने अपना सेक्स बीच में ही छोड़ना पड़ा. तो दोस्तों, आप सब को मेरी कहानी कैसी लगी.. आप कमेंट से जरुर बताना.
 
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