[color=rgb(0,]ये केसी अनुभुती
अपडेट - १३६[/color]
कहेके में ओर सुनील बाबा को दंडवत करके वापस दिवु ओर रीटाके पास आगये फीर हम सब उनके बंगलेको देखने गये फीर आते वक्त मेने सुनीलसे काका ओर अजयकी सादीकी बात करली तो सुनीलभी खुस होगये ओर हम सब बाते करते महेलमें आगये तबतक साम ७ बज गयेथे तो काफी अंधेरा होगया था....अब आगे
सब गार्डनमें धेरा बनाके बेठे आपसमें बाते कर रहेथे हमभी फ्रेस होके सभीके साथ बेठ गये तब काका अजय ओर मोहनभी आगये आतेही हमे गले मीले ओर तीनो फ्रेस होने चले गये तो रसीलाभी मोहनके पीछे चली गइ तो मुजे उनको देखतेही याद आगया ओर मेने नंदाभाभीको फोन करदीया तो मेरा फोन देखतेही खुस होगइ
नंदा : (हसते) अरे आजतो भाभीकी याद आगइ की सासुमाकी याद आगइ? हें..हें..हें..
में : अरे आपतो मेरी भाभीही सही हो में कोइ सासु बासु नही मानता हें..हें..हें..
नंदा : हां अब सही कहा कहीये गुजरातसे कब आये आप लोग, नाकोइ फोन नाकोइ खबर आपको पतातो हेना आपकी धनतेरसके दीन मेरी बेटीके साथ सगाइ हे
में : क्या भाभी येकोइ भुलने वाली बातहे बस हमारी आइसक्रिमकी मशीन आनेवालीथी तो चला गया था, बस आपसे अेक कामथातो अभी फोन कर दीया
नंदा : अरे देवरजी आपतो बस हुकुम करो भलेही आप हमारा काम ना करे हमतो हमेसा आपके कामके लीये तत्पर रहेते हे हें..हें..हें.., कहो क्या बात हे?
में : बस भाभी हमारे अेक इन्जीनीयर दोस्त हे उनकी बीवीका अेडमीशन करवाना था वो सादीकी वजहसे फाइनल अेक्जाम नही देपाइ तो फाइनल यरमें अेक अेडमीशन लेना हे
नंदा : तो इसमें कोनसी बडी बात हे इनके लीयेतो सीर्फ आपका नामही काफी हे आप नही जानते आपको कोन कोन जानता हे हें..हें..हें.., ठीकहें में बात करती हु होजायेगा अेडमीशन, वेसे हमे कब मील रहेहो अब बहुत होगया बाबा अेक बार मीललो
में : (धीरेसे) भाभी कल.., में आपको कल मीलता हुं आप होटेल आजाइअे बस
नंदा : (खुस होते) ठीक हे बाबा में फोन करके आजाउगी चलो बाय आपके ससुर बुला रहे हे हें..हें..हें..मुं..हां..
कहेके फोन काट दीया तो में हसने लगा तभी काका अजय ओर मोहन रसीलाभाभी आगये तो मेने मोहनको अेडमीशनका केह दीया तो रसीला खुस होगइ तब उनके आने जानेकाभी नेनुने इन्तजाम करदीया फीर काकासे ओर अजयसे कामकी काफी कुछ जानकारी लेली तब पता चलाकी काकाने ८ अेन्जीनीयर ओर रख लीयेथे
काका : बेटा येतो अब रखनाही था तो मेने अंजुबेटी ओर धाराबेटीसे बात करके इन्जीनीयरको रख लीया ओर बहुत सारे वर्करभी रख लीये हे अजय ओर मोहन सबपे मोनीटरींग कर रहे हे हमारा मोहनभी कहुत काबील अेन्जीनीयर हे
में : चलो काका अच्छा हुआ ओर मुजे कुछ पुछनेकी जरुरत नही हे आप सब मीलके सही कर रहे हे मुजे सब बीवीयाजो काबील मील गइ हे हें..हें..हें..
अंजु : काका देखा केसे आसानीसे फसाके नीकल गये हें..हें..हें..
में : नही अंजु तुमने जसुने ओर धाराने मीलके वाकइ काबीले तारीफ काम कीया हे
धारा : रहेने दीजीये हमे मस्का मत लगाइअे, ये बताइअे आपने अपनी आइसक्रिमकी लोन्चींगके बारेमे क्या सोचा हे की वोभी हमे करना हे?
में : अरे यार अभीतो कलही मशीन आइ हे अेक हप्तातो उनकी फीटींगमे जायेगा
जसु : बाबु वो सबतो महेशभाइ ओर बबलुभाइ देख लेगे आपको लोन्चींगके लीये कीसको बुलाना हे पहेले येतो देखलो कोइ मीनीस्टर आपको अेसेही अेपोइटमेन्ट नही देगे सब थोडेही आपके ससुर हे हें..हें..हें..
कहातो सब जोरोसे हसने लगे तभी दिवानजी आये ओर सबको डीनरके लीये कहा तो में दिवानजीके साथही जाने लगा तो वोभी हसने लगे तो मेने साथ चलतेही उनसे बाते करने लगा
में : दादा मुजे आपसे अकेलेमे कुछ बात करनी हे कल आप मुजे मीलना
दिवानजी : हां महाराज ठीक हे हम कल बात करेगे मुजेभी आपसे बुहत कुछ कहेना हे
में : दादा हम कल सुबह आरामसें बहार गार्डनमें मीलते हे में आपको बुला लुगा
ओर हम सब फ्रेस होने चले गये तब मेरी सब बीवीयाभी फ्रेस होनेके लीये आगइ तब नीराली ओर माधुभी मेरे साथ बाथरुममें घुस गइ ओर दोनोही मुजे चुमने लगी तो दिवु ओर मनुभी आके हमसे लीपट गइ तब अंजुने ओर सोनुने सबको हाथ पकडके बहार नीकाला तो सब उन दोनोके सामने मुह बीगाडके बहार चली गइ
तो हम हसने लगे फीर सब बहार आके डाइनींग होलेमे चले गये ओर डीनर करने लगे तब केशर ओर नेनु मेरे पास बेठी थी तब अजय बार बार मुनीकी तरफ सबसे छुपके कुछ इसारा कर रहा था तब काकी ओर कजरी दोनोही उनको तीरछी नजरसे देख रहेथे तब कजरी ओर दिवानजी अेक तरफ खडेथे तो कजरी दिवानजीको कुछ कहेने लगी
तब दिवानजीभी मुनीकी ओर देखने लगे ओर कजरीको सांत रहेनेका इसीरा कीया अेसेही हम सबने डीनर फीनीस कीया ओर सब बहार आके गार्डनमें बेठ गये तब केशर मेरे पास आके बेठ गइ तब नेनु माया नीराली सब गार्टनमें टहेलने लगी सारीका सीमा ओर रसीलाभी उनके साथ टहेलने लगी तभी काकी तारा हमारे पास आके बेठ गइ
काकी : आपतो काफी घुमके आये अब इधरभी रहीये अभी धरनतेरस आजायेगी
केशर : हां वेसेतो सब रेडीही हे ओर नेनु मायाभी कुछ गहेने लेके आइ हे तो कुछ लेनाही नही हे तब भावीकाके कुछ कपडे लेने हेतो कल सोनु नीराली सब लेके आयेगे
सुनील : दादी उनको पुछोतो सही वो कीतने लोग आनेवाले हे तो उस हीसाबसे यहा सबकी व्यवस्था होसके ओर हमारे महेमानकोभी इन्वाइट करना हे वो सबभी आयेगे
में : काका बस सब घरके लोगही हे में नीरज कृणाल करण सबको बोलके आया हुं राजकोटसे सीर्फ महेशही आपायेगा ओर सगुनतो इधरही हे बाकी आपको जीसको इन्वाइट करना हो कर सकते हे बाबाकोभी कहेना हे ओर सब सरपंचकोभी कहेना हे
केशर : (हसते) हां वेसेभी सीअेमको ये सब ताम जामतो चाहीये हें..हें..हें..
काका : (जोरोसे हसते) माइ इतने लोग देखेगेतो कही भासण ना सुरु करदे हें..हें..हें..
काकी : (हसते) अेय..मजाक मत करो अब वो हमारे समधी हे हें..हें..हें..
में : भाइ वेसेभी रसीलाके अेडमीशनके लीये मुजे कल मेरी सासुमासे मीलना हे तब में उनसे सबकुछ पुछ लुगा आप टेन्शन मत लो
हम सब अेसी बाते करते रहे तब दुसरी ओर नीराली ओर माया सब केशरकी हरकतको धीरेसे नेनुसे बया कर रहेथे ओर सब हस रहेथे की केसेवो हमारे पतीके प्यारमें पागलपन कर रहीथी वहा सब देखतेतो कीसीकोभी सक हो सकता था येतो अच्छा हुआ कीसीने देखा नही वरना सबको हम क्या कहेते यही सब सीकायत हो रहीथी
नेनु : (धीरेसे) नीरालीदी आप ओर सोनु दादीको लेके चले जाओ ताकी हम सबको कहेतो सकेकी लंडन घुमने गये हे ओर जरुरतके हीसाबसे हमभी वहा आते जाते रहेगे
नीराली : नेनुदी अब राजके बगैर रहेना बहुतही मुस्कील हे फीरभी हम जायेगे
नेनुु : अरे दीदी आपको हमेसाके लीये थोडीना रहेना हे सबकी बारी आयेगी मेभी उधर आउगी वो हमारा बंगलोभी बहुत बडा हे ओर वहा रहेना मतलब हनीमुन..
नीराली : (खुस होके हसते) तबतो में जरुर जाउगी हें..हें..हें..
तभी सोनु ओर सीमा सबसे दुर धीरे धीरे चलके बाते कर रहेथे
सीमा : सोनुदी अब आपसे केसे कहु आज कल अजय कुछ ज्यादाही जोस दीखा रहा हे अब मेरे अकेलेकी बात नही हे उनको जेलनेकी आपही कुछ उपाय बताओ
सोनु : सीमा हमारीभी वही हालत थी इसीलीयेतो इतनी सारी सोतन हे हें..हें..हें..
सीमा : दी येतो इधर राजा हेतो इतनी सारी बीवीया कर सकते हे अजय थोडी अेसा कर सकता हे हें..हें..हें..
सोनु : सीमा सोचलो अगर अजयभाइभी दुसरी सादी करना चाहेतो तुम क्या करोगी?
सीमा : सोनुदी मेतो फोरन हा केह दुगी क्युकी मुजे कुछतो राहत मीलेगी आज कल जीस तराह वो मेरी हालत बीगाडते हे मेरातो पुरा सरीर तोडके रख देते हे
सोनु : सीमादी तेराभी अजीब हे जब अजयभाइने जडीबुटी नही खाइथी तब तुही उनसे रुठी हुइथी की वो मुजे सेटीस्फाइ नही करते ओर जब जडीबुटी खालीहे तो...
सीमा : सोनुदी तब मुजे नही पता था की जडीबुटीमें इतनी ताकत हे मेतो कोइ सामान्य आयुर्वेदीक दवाये मानती थी मुजे क्या पता था इनसे मेरी हालत बीगड जायेगी ओर पापानेभी खालीहे पता नही मेरी मम्मीकीभी क्या हालत होती होगी
सोनु : सीमादी मेरी मानो तो वो दुसरी सादी करना चाहेतो हां कहेदो ताकी आपको कुछ राहत मीले वरना आपका बच्चातो अभी बढ जायेगा तब वो क्या करेगे क्युकी तुमतो उसे छुने नही दोगी तब वो तुम्हारी पीछवाडी फाडेगे तो क्या करोगी हें..हें..हें..
सोनुकी बात सुनकेही सीमा डर जाती हे ओर अजयकी दुसरी सादीके लीये तैयार होजाती हे फीर सब अेक अेक करते सोने चले जातेहे तब में नेनुको कहेके थोडी देर बहार काकाके साथ बेठा रहा तब सुनीलभी तारा सारीकाके साथ सोने चले गये तब मे काका ओर काकीही बेठे थे तब मोका देखके काकीने मुजसे कहा
काकी : राज तुम जानेसे पहेले तेरे काकाकी कुछ दुसरी सादीकी बात कर रहेथे
में : हां काकी वो जडीबुटीकी वजहसे ना में आपको ओर ना में काकाको तकलीफमें देख सकता मुजे पता हे वो जडीबुटीकी वजहसे क्या होता हे
काका : हां यार बहुत तकलीफ होती हे सारी रात नींदही नही आती जबतक आप सांत नही होजाते ओर आपकी काकाभी बहुत परेसान होती हे
काकी : (सरमाके) आप चुप रहीये में बात करतीहुनां, राज अगर आपके ध्यानमें अेसी कोइभी ओरत होतो बताइअे में इनकी दुसरी सादीके लीये तैयार हु
में : काकी बुरा मत मानना मेरे ध्यानमें अेक ओरत हे जो बरसोसे वीधवा जेसी जींदगी गुजार रही हे तो उनकोभी सहारा मील जायेगा ओर आपकी तकलीफभी कम होगी
काकी : अरे बताओतो सही कोन हे वो क्या हम उनको जानते हे?
में : हां काकी आप सब उनको अच्छी तराह जानतेहे वो हमारी मनीषाकी मम्मी
मंजरीदेवी ही हे जो इनकी सादी में काकासे करदेना चाहता हुं
काका : (मनमें लडु फुटने लगे) बेटा लेकीन मनीषाबहु मान जायेगी? आप उनको क्या कहोगे ओर हमारी दादी हमे क्या कहेगीकी इस उमरमें दुसरी सादी करने नीकला
में : काका वो सब में हेन्डल करदुगा बस मुजे काकीसे बात करनीथी ओर उनकी परमीशन लेनीथी तो बात करली अब आपको डीसीजन लेना हे
काकी : राज आप आगे बढो उनको हां कहेदो में तैयार हु मुजे कोइ अेतराज नही
में : काकी आपको अेक बात ओर कहेना चाहता हुं जीस तराह काकाकी हालत हे उसी तराह अजयकीभी वोही हालत हे सायद आगे उनकेबारेमेभी हमे अेसाही सोचना होगा
काकी : हे भगवान मेरीतो फुल जेसी बच्ची हे ओर अबतो वो प्रेगनेन्टभी हे में ओर कोइ रीस्क लेना नही चाहती में उनको दुसरी सादीके लीये समजा दुगी आप उनके लीयेभी कुछ सोचो पता नही उनकी क्या हालत होती होगी
तब काका हमे बात करके सोनेके लीये कहेके सरमाके जाने लगे तब काकीने मुजे आंख मारदी ओर हसने लगी ओर चेर लेके मेरे करीब आके बेठ गइ ओर कहेने लगी
काकी : राज अबतो वाकइ ये मेरी हालत खराब कर देते हे कीतनी बार ठोकते रहेते हे थकतेही नही मेरीभी कुछ लीमीट होती हे अेकतो कुछ खास फील नही होता ओर इनको पुरी रात ठोकना होता हे पता नही मेरी सीमाकीभी क्या हालत होती होगी
में : काकी आप पहेले सीमासे बात करलो फीर उनके बारेमे सोचते हे
काकी : अबतो हम अकेलेहे काकीतो मत कहो ये बताओ मुजे कब मील रहेहो काफी टाइम होगया हमारा मीलन नही हुआ वेसे मंजरीदेवीभी कुछ कम नही क्या वहा हाथ साफ कीयाहेकी नही हें..हें..हें.., ओर सुनो आपही सीमासे बात करलेना वो आपकी बात बहुत मानती हे आपहीके कहेनेपे वो प्रेगनेन्ट हुइ हे आप उनके भाइजो हो हें..हें..हें..
में : रमा वो नेनु उनसे बात करलेगी में अजयसे बात करलुगा मेरे ध्यानमें अेक लडकी हे
काकी : (उत्सुक्तासे) कोन हे वो क्या हमारे महेलमें हे वो की बहारकी लडकी हे?
में : रमा हमारे महेलमेही हे वो हमारी कजरीकी बेटी मुनी हेना वो आजकल कुछ ज्यादाही अजयका खयाल रखती हे हें..हें..हें..
काकी : अरे हां आजही मेने देखा दोनोही कुछ इसारेमें बात कर रहेथे हे भगवान..
में : क्यु जब काका दुसरी सादी कर सकतेहेतो अजयको क्या प्रोबलेम हे?
काकी : अरे दुसरी सादीसे कोइ अेतराज नही हे पर वो लडकी कोन हे नाजाने कीसकी ओलाद हे हमे कुछ पताभीतो नही
में : रमा तुजे आज अेक सीक्रट बता रहा हुं वो सीर्फ तेरे तकही सीमीत रखना वो लडकी हमारे दिवानजीकी बेटी हे ओर वो जब घर नही जातेथे तब कजरीसे सादी करके दोनो यहा पती पत्नीकी तराहही रहेते थे ओर मुनी उन दोनोकी बेटी हे पर ध्यार रखना ये बात मेरी माधुको या उनके घरवालोकोभी नही मालुम
काकी : (खुस होते) तबतो मुजे कोइ अेतराज नही आप उन दोनोकी सादी करदो कमसे कम मेरी बच्चीकी हालत तो मेरी तराह नही बीगडेगी हें..हें..हें..
में : वेसे बच्चीसे याद आया क्या कर रहा हे हमारा बच्चा कुछ दुध बुध पीलातीहेकी नही
काकी : (सरमाके मुजे मुका मारते) बहुत बदमास हो अभीतो वो बहारभी नही आयातो दुध कहासे पीलाउगी ओर वेसेभी उनके पापा दुध बचनेदेतो पीलाउगीना हें..हें..हें.., राज चलोना अभी यहा कोइ नही हे हम वहा पेडके पीछे चले जातेहे अभी आजायेगे
में : रमा ये बहुत रीस्की हे तु बस दो दीन सबर करले में मेरी सब बीवीओको ठंडा करदु फीर हम दोनो अेक कमरेमे घुस जायेगे तब में तेरी सारी कशर पुरी करदुगा
काकी : (मायुस होते) ठीक हे में इन्तजार करुगी आपनेतो बातोसेही गरम करदीया चलो आपके काकातो रेडीही होगे ओर आजतो आपने दुसरी सादीकी बातकीहेतो आजतो मेरी बेन्ड बजनी पकीही हे हें..हें..हें..
में : चलो अब चलतेहे वरना मेरी सब बीवी इधर आजायेगी हें..हें..हें..
काकी : हां चलो आपकेतो मजेही मजे हे हें..हें..हें..जीसे चाहो पकडलो हें..हें..हें..
में : (दोनो साथ चलते) तुम बहोत बीगड गइ हो कुछ करना पडेगा हें..हें..हें..
काकी : (हसते) तो करलेना चाहीयेना मेतो रेडीही थी आपने मना करादीया
अेसीही बाते करते हम महेलके अंदर आगये तब ज्यादातर लोग अपने कमरेमे जाचुकेथे ओर दिवानजीभी अपने घर चले गयेथे तब कमरेमे जाते वक्त कीसीको ना देखते काकी मुजे लीपटके बेइम्तहा चुमने लगी तब मेने दोनो हाथसे उनके बुब्स मसलदीये तो वो मेरे लंडको पकडके मसलने लगी ओर बहुत गरम होगइ
काकी : राज चलोना हम यही कोइ रुममें चले जातेहे अभी काम तमाम करके आजायेगे आपनेतो मुजे गरम करदीया अब जबतक आपका ये मुसल अंदर नही जायेगा मुजे चेइनही नही मीलेगा
में : बस रमा कुछ इन्तजार करले फीर तुजे जीभरके पेलुगा तेरी सारी कशर पुरी होजायेगी
तब काकी मुस्कीलसे मान गइ ओर वो जटसे अपने रुममें चली गइ तो काकातो रेडीही थे तो काकी जाके उनसे लीपट गइ ओर काकाको पागलोकी तराह चुमने लगी
काका : क्या बात हे रमा आजतो तु सामनेसे आइ ओर आतेही प्यार करने लगी
काकी : वो सब बादमें पहेले मुजे अंदर डालके अेक बार ठंडी करदो राजने मंजरीदेवी का नाम लेके मुजे गरम कर दीया क्या मस्त गदराइ माल हे फीरतो तुम मुजे छुओगेभी नही
काका : (मनमें खुस होते) क्या केह रहीहो रमा तु हमेसा मेरी पहेली पसंद रहेगी
काकी : जाओ जाओ छुठ मत बोलो जबसे आपने उनका नाम सुना तबसे ही आपका ये खडा होगया था मुजे सब पता हें मे कबसे वही देख रहीथी रामु मुजे भुल मत जाना वरना तेरी खैर नही
कहेके काकी काकाको चुमने लगती हे ओर थोडीदेरके बाद दोनोके कपडे अेक कोनेमे साथ पडेथे ओर काका काकीको धनाधन उछल उछलके चोद रहेथे तब काकीभी जोसमें आके काकासे पुरा तालमेलमें साथ दे रहीथी ओर वो अबतक दो बार जड चुकीथी तब काका अपना माल काकीकी चुतमें भरने लगे तब काकीने उनको जोरोसे बाहोमें भीचलीया ओर वोभी साथ जडके सांत होगइ तब काकाभी ढेर होगये
काका : रमा आजतो मजाही आगया अगर तु पेटसे नही होती तो आज फीरसे करदेता
काकी : (उनके बाल सहेलाते) जाओ जाओ सरमभी नही आती आपको, याद हे जब हमने सादी नहीकीथी तब में हमेसा आपसे चुदनेकेलीये तैयारही रहेती थी ओर अबतो उमरकी वजहसे सब जोस ठंडा होगया तब अजय बीना सादीकेही पल रहा था
काका : रमा तबकी बातही कुछ ओर थी देखो राजने वो जडीबुटी खीलाइ तबसे जवानीसेभी ज्यादा जोस आगया हे बस अेसा लगताहे तुजे चोदताही रहु
काकी : इसीलीयेतो तेरी दुसरी सादीके लीये हां कहेदी वरना तुम सोतन लाकेतो देख
इधर में रुममें आयातो मेरी सब बीवीया नहा धोके पुरी तराह नंगी होके अेक दुसरेसे गपे लगा रहीथी तब मुजे अंदर आते देखतेही सब मेरी ओर दोडके आगइ ओर मुजे हग करते सब मुजपे टुट पडी तब नेनुने सबसे छोटी रीटाके साथ संभोग करके सबको अनुभुती करनेका डीसाइड कीया ओर हरदीन बारी बारी दोके साथ फीजीकल होनेका केह दीया
तो सब खुस होगइ तब रीटा सरमाके आगइ ओर मुजे हाथ पकडके बाथरुममें लेगइ तब में नहाके अेसेही बहार नीकल गया ओर बेडपे आगया तब रीटा बेडपे पीठके बल लेटीथी तो मेरे आतेही मुजे अपने उपर खीचके सुलादीया तब आजु बाजुमें सोनु ओर जसु आके लेट गइ तब मेरी सब बीवीयाभी अेक दुसरेका हाथ पकडके लेटने लगी
तभी मीराभी केशरको लेकर आगइ ओर फटाफट अपने सब कपडे नीकालके सबके साथ लेट गइ ओर में रीटाको कीस करने लगा तब रीटाभी उतेजीत होचुकीथी ओर वो मेरे हथीयारको पकडके मसलने लगी ओर अपनी चुतकी लकीरपे घीसने लगी फीर थोडीदेर घीसके उसने लंडको अपनी चुतके होलमें फसा दीया ओर कहेने लगी
रीटा : मेरे जानु आप मेरे परमात्मा हो आज मेरे माध्यमसे मेरी सब बहेनेको तृप्त करके उनकी सारी कशर पुरी करदो ओर सबको सुबह तक प्यार करके सबको पर्सनली अनुभुतीमे संभोग करते सबको संतुस्ट करदो अेसी मेरी प्रार्थना हे
कहातो मेने अेक जटका मारातो रीटाने मुजे कसके बाहोमें भीचलीया ओर उनके मुहसे आइइ..की चीख नीकल गइ ओर हम सब पर्सनल प्यारकी अनुभुतीके महासागरमें गोते लगाने लगे सबकी कमर उछलने लगी ओर मुजे बाहोमें लेके सब संभोगकी अनुभुती करने लगी जेसे सीर्फ हम दोनोही संभोग कर रहे हो
तब माधु नेनु माया केशर मनु धारा अंजु सब बहुतही कामुक तरीकेसे कमर आडी टेडी हीला हीलाके मेरे साथ संभोगमें लीप्त थी तब बाजुके रुममें सारीका ओर ताराभी कमर उछाल उछालके मुजे जोरासे सोट मरवा रहीथी ओर सीसकारीया करती रही तब सुनील बडेही आरामसे नसकोरेकी आवाज करते मजेसे सो रहाथा
तब दुसरे कमरेमें आज मोहनभी रसीलाको बाहोमें कसके कमर हीलाके जोरोसे सोट मार रहाथा तब रसीलाभी उनको पुरे तालमेलमें साथ दे रहीथी फीर थोठीही देरमें दोनो जडगये तो मोहन रसीके उपर ढेर होगया तब रसीला उनकी पीठ सहेला रहीथी तब बाजुके कमरेमें आज अजयभी सीमाको बहुतही बुरी तराह चोद रहाथा
सीमा : भाइ धीरे करोना में थोडी भागे जा रही हु अब बहुत दुखता हे
अजय : सीमा तुजे देखतेही मेरा लंड फटने लगता हे में क्या करु तुही बता
सीमा : भाइ में चाहती हुं आपभी राजभाइकी तराह दुसरी सादी करलो वरना मेतो मरही जाउगी कीतनी जोरोसे करतेहो आप मेरे बच्चेको चोट ना लग जाये येभी कोइ प्यार करनेका तरीका हे आप बीलकुल जानवर जेसे प्यार करते हो
कहातो अजय रुक गया ओर उसने सीमाकी चुतसे लंड नीकाल लीया तो सीमा उसे रोकने लगी लेकीन अजय उठके बाथरुममें चला गया ओर अपने आपको हाथसे सांत करके वापस आके बेडपे लेट गया तब सीमाको बहुतही दुख हुआकी मेने मेरे पतीको सेक्स करते रोका ओर वो अजयको बाहोमें भीचके आंसु बहाने लगी
सीमा : भाइ आइ अेम सोरी मेने आपको हर्ट कीया मुजे अेसा नही बोलना चाहीयेथा
अजय : सोरी सीमा आजके बाद में खयाल रखुगा बस अब सोजा
सीमा : (रोते हुअे) भाइ मुजे पता हे आप मुजसे बहुत नाराज होगये हे मुजे माफ करदो
अजय : (सीमाके सरमें हाथ धुमाते) नही सीमा में कोइ नाराज नही हु में तुमसे बहुत प्यार करता हुं तुजे मे जरासीभी तकलीफ नही देना चाहता बस अब सांत होजा
सीमा : भाइ में बहुत बुरी हुनां? भाइ सोनुदीनेभी मुजे कहाहे आप दुसरी सादी करलो मुजे कोइ अेतराज नही हे ताकी हम दोनो मीलके आपको खुब प्यार दे सके
अजय : बस अभी सोजा हम कल आरामसे बात करेगे में कोइ नाराज नही हु
कहेके वो सीमाके सरको सहेलाते बडी मुस्कीलसे उनको सुला देता हे जब सीमा सोगइ तो वो चुपकेसे उठके बहार नीकलके धीरेसे दरवाजा खाली बंध करदीया ओर मुनीने कहाथा वो रुमकी ओर चल पडा तब मुनी अपने बीस्तरमें चदर डालके बेसबरीसे अजयका इन्तजार कर रहीथी तब दरवाजा खुलनेकी आवाज आइ तो मुनीने कहा
मुनी : (धीरेसे) आप दरवाजा बंध करके इधर बेडपे आजाइअे कबसे इन्तजार कर रही हु
अजय दरवाजा बंध करके बेडकी ओर चला जाता हे ओर वो मुनीके पास लेटके चदर हटाके मुनीको बाहोमें भरलेता हे तब वो चोंक जाता हे क्युकी मुनी सब कपडे नीकालके पुरी नंगी होके अपने उपर चदर डालके पडी थी तब वो मुनीके बुब्सपे हाथ रखके मसलने लगताहे ओर मुनीके होंठ चुसने लगताहे तो मुसी सीहर जाती हे
मुनी : सीइइइ..अजय आज मुजे पुरी तराह अपनालो अब में आपके बगैर नही रेह सकती
अजय : हां मुनी अब मेभी तुजे अपनाना चाहता हुं क्या मुजसे सादी करेगी?
मुनी : हां अगर आपके मम्मी पापा ओर सीमादीको कोइ अेतराज ना होतो में करुगी
कहेके मुनी अजयके लंडको पेन्टके उपरसेही पकडके मसलने लगती हे वो पुरी तराह कामाग्नीमें जल रहीथी अब उनको कीसीभी हालमें अजयसे चुदवाना था वो बहुतही कामुक होगइ थी ओर वो अजयके सर्टके बटन खोलने लगती हे तब अजयभी अपनी पेन्टकी क्लीट खोलके नीकालने लगता हे ओर सब कपडे नीकाल देता हे
मुनी : अजय आइ लव यु सो मच आज मुजे पुरी तराह अपनी बनालो में आज सारी हदे पार करना चाहती हुं आपके लीये बहुत तडपी हुं आज मुजमे समा साओ
कहेके मुनी अजयके चहेरेको पागलोकी तराह चुमने लगी तब अजयभी कामुक होके मुनीके बुब्सपे टुट पडा ओर दोनो बुब्सको बारी बारी चुसने लगा तब मुनीभी उनके सरपे हाथ घुमाते अजयके सरको अपने बुब्सपे दबाने लगी जेसे वो अजयको अपने सीनेमे घुसानेका प्रयत्न कर रही हो
तब अजय अेक टांग उठाके मुनीके दुसरी ओर डाल देता हे ओर अपना हाथ मुनीकी चुतपे रखके सहेलाने लगता हे तो मुनी कांपने लगती हे ओर वो अजयके होंठ चुमने लगती हे तब अचानक अजय चुत सहेलाते सहेलाते अपने हाथकी अेक उंगली मुनीकी चुतकी लकीरमें घुसा देता हे ओर उनके भगन्साको टटोलने लगता हे
जीसकी वजहसे मुनी जोरोसे सीसकारीया करने लगती हे ओर अपनी कमर उछालने लगती हे ओर वो अजयको जोरोसे भाहोमें भीचके अपने उपर अजयको चडानेकी कोसीस करने लगती हे तब अजयभी उंगली चुतमें अंदर बहार करने लगता हे जीससे मुनीकी सीसकारीया नीकल जाती हे ओर वो पागल होजाती हे
मुनी : अजय प्लीज..मत करो मुजे कुछ हो रहा हे सीइइइ..सीसससस उइइइइइ..मां
अजय : डार्लींग तुजे आज वो सुख दुगा जो तु हमेसाके लीये मेरी होजायेगी
मुनी : हां..इइइसीससस..अजय मुजे अपनालो अब मुजसे रहा नही जाता क्या जादु करदीया हे आपने अब डालभी दो ओर मुजे अपनी बनालो उइइइ..सी..ससस
कहातो अजय सीक्ष नाइनकी पोजीसनमे आगया तब मुनीभी समज गइकी क्या करना हे क्युकी वो काफी समयसे काका काकी अजय सीमा अपने दिवानजी ओर खुदकी मम्मीकी चुदाइ कइ बार देखके वो सेक्सका सब ज्ञान लेचुकीथी तो उसने फोरन अजयका लंड अपने मुहमें लेलीया ओर लोलीपोपकी तराह जोरोसे चुसने लगी
तब अजयभी अपनी जीभ मनीकी चुतमें घुसाके चुसने लगता हे तब मुनी अपनी कमर उछालके अजयको अपना कामरस पीलानेकी कोसीस करती रही ओर अपनी कमर उछालती रही मुनीका ये दुसरा अनुभव था तो वो ज्यादा देरतक बरदास्त नही करपाइ ओर उसने अपना पानी छोड दीया तो अजयका पुरा मुह मुनीके पानीसे भर गया
तब अजयसेभी कंटड्ढोल नही हुआ ओर वोभी मुनेके मुहमें पीचकारीया छोडने लगा तब अचानक हुअे हमलेसे मुनी खांसने लगी ओर बहुत सारा पानी मुनीके हलकमें उतर गया तब दोनोही अेक दुसरेकी ओर देखके हसने लगे तब अजय बेडसे उतरते मुनीको गोदमें उठाके बाथरुमकी ओर दोड पडा तब मुनी बहुतही सरमा गइ तब मुनीने कहा
मुनी : (सरमाके हसते) अजय आप बहुत गंदे हो देखो मेरा पुरा मुह भर गया हे
अजय : (हसते) डार्लींग आपने भीतो मुजे गंदा करदीया हे क्या मजा नही आया?
मुनी : (सरमते) जानु बहुत मजा आया मेने ये सब आज दुसरी बार कीया हे
अजय : बेबी अबतो तुम ओर सीमा दोनोही अेक साथ मजे करोगी, मुनी में सीमासेभी बहुत प्यार करता हु क्या तुम दोनो साथमेतो रहेलोगीनां?
मुनी : (अपना मुह साफ करते) ये आप क्या केह रहे हे? अबतो वो मेरी बडी दीदी होजायेगी क्या हमारे महाराज अपनी सब रानीओके साथ नही रहेते?
दोनो अेसही बाते करते वापस बेडपे आजाते हे ओर आतेही मुनी अजयका हाथ पकडके बेडपे लेट जातीहे ओर अजयको खीचके अपने उपर सुला देती हे ओर दोनो हाथ अजयकी गरदनमे डालके अजयके होंठ चुमने लगती हे तब अजयभी उनके बुब्स मसलने लगता हे तब मुनी अजयका लंड पकडके मसलने लगती हे
मुनी : जान अब बहुत मत तडपाओ मुजे आज जींदगीका पहेला असली मजा देदो
अजय : (हसते) कोनसा मजा लेना हे खुलके बताओ हें..हें..हें..
मुनी : (हसते) अजय मजाक नही मुजे बहुत सरम आरही हे कीतने गंदेहो तुम
अजय : मुनी तुजे बतानातो पडेगा तबतक में कुछ नही करुगा अेक बार बोलनां पडेगा
मुनी : (अपने दोनो हाथसे अपने चहेरेको ढकके) अपना लंड मेरी चुत मे डालदो..
कहातो अजय अेकदम उतेजनामे आगया ओर मुनेके पैरके बीच बेठ गया ओर अपना लंड पकडके मुनीकी चुतकी लकीरपे घीसके लंडको गीला करने लगा तब मुनी सीसकारीया करते दोनो हाथसे अपनी चदर पकडलेती हे ओर अपना होंठ अपनेही दांतोसे दबाके मुंह साइडपे करलेती हे वो अब होने वाले हमलेसे बीलकुल तैयार थी
अजय : डार्लींग क्या मस्त चुत हे तेरी अब असली मजाके लीये तैयार होजा..
मुनी : अजय धीरे धीरे डालना मेने सुना हे इसमें दर्द बहुत होता हे
अजय : नही मुनी सीर्फ अेकही बार होगा तु सहेन करलेना फीरतो मजेही मजे हे
कहेके अजय अपने लंडके टोपेको मुनीकी चुतके लव होलमें थोडासा फसा देता हे ओर जुकके पुरा मुनीके उपर उनके दोनो हाथ कसके पकडके लेट जाता हे ओर अपना होंठ मुनीके होंठपे रखके लीपलोक करलेता हे तब मुनी जोरोसे अपनी आंख बंध करलेती हे तब अजयने देर ना करते अेक जोरका जटका मारदीया
तब अजयका लंड मुनीकी चुत चीरके आधा अंदर घुस गया तब मुनीकी जोरदार चीख नीकलके अजयके मुहमेही दब गइ ओर वो अपने दोनो पैर बेडपे पटकने लगी ओर अपना मुह अजयके मुहसे छुडानेकेलीये मुहको इधर उधर करनेकी कोसीस करने लगी ओर अपना हाथ छुडाके अजयको अपने उपरसे हटानेकी कोसीस करने लगी
तब मुनीकी आंखोसे आंसुओकी धारा बहेती रही ओर अपना मुह छुडाके अजयको लंड बहार नीकालनेकी मनते करने लगी तब अजय उनके बुब्स ओर मुनीके होंठ चुमता रहा तब थोडी देरके बाद दर्द कम होनेकी वजहसे मुनी कुछ सांत हुइ ओर वो अजयकी पीठमें दोनो हाथ रखके अपना मुह इधर उधर करती रही ओर कहेने लगी
मुनी : सी..इइइइ आइइइइ मां मर गइइइइ अजय नीकाललो बहुत..दर्द होता हेइइइ
अजय : बस मुनी होगया बस थोडा सहेन करले ये दर्द सीर्फ अेकही बार हे फीरतो तुम जनतकी शेर करेगी ओर मुजसे हरदीन चुदाइके लीये कहेगी
तब अजयने अचानक मुनीके दोनो हाथ पकडते लीपलोक करलीया ओर ओर अेक जोरका जटका मारदीया तब मुनी अजयके मुहमें चीखके बेहोस होगइ तब अजयने देरना करते हाथके बल उचा होगया ओर मुनीको जोरोसे लंड अंदर बहार करते चोदने लगा तब मुनीके बुब्स छोटेथे फीरभी धीरे धीरे उछलने लगे
तब थोडी देर बाद मुनीने अपना मुह दर्दके मारे बीगाडा तब अजय लंडको पुरा घुसाके रुक गया ओर मुनीके उपर लेटके उनके होंठ चुमने लगा तब मुनीने धीरेसे आंखे खोलदी तब आंखसे आंसु बहेने लगे ओर वो रोने लगी तब अजय उनके होंठ चुमता रहा तब थोडीदेर बाद मुनीका दर्दभी काफी कम होगया
तब मुनी अजयकी पीठपे दोनो हाथ रखके उसे जकड लेती हे ओर अजयके होंठको चुसने लगती हे ओर अपना हाथ अजयकी पीठपे घुमाने लगती हे तब अजय मुनीके बुब्स चुमने लगता हे तो मुनी सीसकारीया करने लगती हे ओर अपनी कमर धीरे धीरे हीलाने लगती हे तब अजयभी समज जाता हेकी मुनीका दर्द खतम होगया हे
तब वोभी अपनी कमर हीलाते धीरे धीरे लंडको मुनीकी चुतमें अंदर बहार करने लगता हे तब मुनी बहुतही उतेजीत होजाती हे ओर वो अजयको कसके बाहोमें भीचलेती हे ओर अपनी कमर हीलाके अजयका साथ देने लगती हे फीर थोडीही देरमें दोनोके बीच घमासान चुदाइ सुरु होजाती हे तब मुनी कमर उछाल उछालके अजयसे चुदवा रही थी
तब दो आंखे दोनोकी चुदाइ देखनेमें व्यस्त थी ओर उनकी आंखसे आंसुकी धारा बेह रही थी तब इधर अजयभी पागलोकी तराह हाथके बल उचा होते मुनीको चोदेही जा रहाथा ओर मुनीभी सीसकारीया करते कमर उछालते अजयसे मजेसे चुदवा रहीथी अबतक वो दो बार जड चुकीथी ओर वो जडते वक्त अजयको अपनी बाहोमें भीच लेती थी
जब अजय जडनेको आया तब वो मुनीके उपर लेटके मुनीको जोरोसे बाहोमें भीच लेता हे तब मुनीभी अजयको कसके बाहोमें भीच लेती हे ओर अजयका लावा मुनीकी चुतके अंदर फुट पडता हे तब मुनीको अपने गर्भासयमें आज पहेली बारही कुछ अलग फील हुआ ओर वोभी सीहरके अजयके साथ जडने लगी ओर अजय मुनीकी चुत भरता रहा
फीर दोनोही साथमें जडके सांत होजातेहे तब मुनी अजयके सरको सहेलाती रही ओर अजय मुनीके बुब्सपे ढेर होके पडा था तुफानका भवंडर अब सांत होचुका था तब
मुनी : अजय थेन्कयु वेरी मच आज आपने मुजे वाकइ जनतकी शेर करादी लव यु
अजय : लव यु टु मुनी आज बहुत मजा आगया अब मुजे जाना चाहीये वरना सीमा मुजे नही देखेगी तो सक करेगी चल तुजे बाथरुममें ले चलता हुं ओर हां आइपील ओर पेलनकीलर खा लेना वरना गडबड होजायेगी
मुनी : हां मेरे पास हे मेने सब पहेलेसेही सब इन्तजाम करलीया था चलो मुजे लेचलो
तब अजय मुनीके उपरसे हट जाता हे तब मुनीकी चुतसे दोनोके कामरसके साथ खुनभी नीकलने लगा तब मुनी देखके सरमा गइ ओर अजय उनको गोदमें उठाके बाथरुममें लेगया तब अजयने मुनीकी चुतकी सीकाइ करदी फीर दोनो नहाके बहार आगये ओर अजय मुनीको दोनो गोली खीलाके मुनीको बेडपे सुला देता हे
फीर मुनीके सरको चुमके अपने रुमकी ओर नीकल जाता हे ओर अपने बेडपे जाके सोजाता हे तब सीमा दुसरी ओर मुह करते अजयसे छुपके आंसु बहा रही थी आज उसने खुलके अजयको दुसरी सादीकेलीये कहाथा फीरभी अजयने उनकी ओर मुनीकी बात उनसे छीपाइ ये बातका सीमाको बहुत बडा दुख था वो अजयको कीतना प्यार करती थी
तभी इधर हमारे रुममें भी मेरी सब रानीया मेरे साथ संभोंगकी सुबह ५ बजे तक अनुभुती करती रही आज सबकी सब थकके चकनाचुर होचुकीथी ओर रीटाभी बेहोसी जेसी हालतमें पडी थी तब में उठके बाथरुममें धुस गया ओर नहाने लगा जब नहाके बहार आया तब नेनु ओर जसु आंख खोलके अेसेही नंगी पडीथी तब नेनुने कहा
नेनु : जानु आज रीटाने अेसी कोनसी प्रार्थनाकीथी जो आप सुबह तक हम सबको ठोकते रहे देखो सबकी हालत क्या होगइ हे सब थकके चकनाचुर होगइ हे
जसु : दीदी सब इतने दीन इनसे दुर रहीतो रीटाने पुरी रातकी प्रार्थना की होगी
नेनु : अरे हम कहा इनसे दुर थी आजतो हमारी हालतभी खराब होगइ जानु मुजे ले चलो
जसु : बाबु फीर मुजेभी लेजाना मेरीभी हालत खराब हे
तब में नेनु ओर जसुको बारी बारी बाथरुममें छोडके आगया तब रीटाने आंख खोलदी ओर मेरी ओर दोनो हाथ लंबा करके हसने लगी तब मेने उनकोभी अपनी गोदमें उठालीया ओर उनकोभी अंदर छोडके आगया फीर में तैयार होके बहार नीकल गया ओर गार्डनमें टहेलने लगा आज ज्यादातर सब देरसे उठने वालेथे क्युकी आज सन्डे था
तब ६ बज गयेथे तभी दिवानजी महेलके अंदर आ रहेथे मुजे गार्डनमें टहेलते देखतेही मेरी ओर आने लगे तब मेने उनको देखतेही उनके पैर छुअे ओर हम दोनो अेक बेन्चपे बेठ गये वो नही बेठना चाहतेथे मेने उनको जबरदस्तीसे साथमें बीठालीया तो हसके मेरे साथ बेठ गये ओर मेरी तरफ प्रस्नार्थ भरी नजरोसे दखने लगे
में : दादा मे आपसे अेक जरुरी बात कहेना चाहता हुं मेरे खयालसे आपकी मुनी ओर अजय आपसमें प्यार करने लगेहे तो मे चाहताहु हम उन दोनोकी सादी करदे
दिवानजी : हां मुजेभी कलही पता चला मेभी इसी सीलसीलेमे आपसे बात करने वाला था अच्छा कीया आपने सामनेसेही बता दीया आप जोभी डीसीजन ले मुजे ओर कजरीको मंजुर हे हम सब आपपे छोडतेहे
में : दादा में जल्दसे जल्द दोनोकी सादी करदेना चाहता हुं ओर आप सीर्फ आशीर्वाद देना बाकी में सब सम्हाल लुगा ताकी आपपेभी कीसीको सक ना हो
दिवानजी : बेटा आपका बहुत बहुत सुक्रिया आप मेरा कीतना खयाल रखते हो मुजे आपसे ओर भी कुछ बाते कहेनी हे जो हमारे गांवसे तालुक रखती हे
में : हां दादा कहीये क्या चल रहा हे गांवमें?
दिवानजी : बेटा पहेलेतो हमारे सरपंच राघवके घरमेही बहुत बडा बखेडा होगया हे उनके बडे बेटेनेही अपनी बुआको यानीकी राघवकी बहेनको पेटसे करदीया हे
में : दादा मे थोडा बहुत जानता हु उनके बेटेकी बहुभी अपनेही देवरके साथ सोती हे ओर उनके साथ रहेना चाहती हे यहीना? हम उनके प्रोबलेमको सोल्व करके आये हे
दिवानजी : अच्छा तो ये बात आपको पता हे फीर गांवमें अेसेही दो तीन केस ओरभी हे वो आप नही थे तब इधर आयेथे तब महारानीने आपके आने तक वेइट करनेको कहा हे
में : अच्छा ओर कोन कोन हे तो सबको सामकोही आपके धर बुला लीजीये में वहा आके सबके साथ बात करलेता हुं वेसे क्या केस हे सबका?
दिवानजी : अब क्या बताउ अेक अपनीही मोसीसे सादी करना चाहता हे तो अेक अपनी बुआकी लडकीसे प्यार करता हे तो अेकनेतो अपनी वीधवा चाचीकोही अपने घरमें बीठा दीया हे जो उनकी चाचीके साथही अकेला रहेता था
में : तो दादा अच्छा हेना अेक वीधवाको सहारातो मील गया ओर उनकाभी घर बस गया इसमें क्या प्रोबलेम हे ओर आपभीतो इन सब रीस्तोसे बहार नीकले हे
दिवानजी : हां आप बीलकुल सही केह रहे हे बाबाभी कहेतेहे अब हमे प्रकृतसके हीसाबसे जीना हे उन्होने सब गावं वालोकोभी काफी कुछ समजाया हे कुछ अभी मान रहेहे तो कुछ नही मान रहे अब आपही कोइ रस्ता नीकालो ताकी सब सुख चेइनसे जीसके
में : दादा में मंजरीदेवीकीभी सादी हमारे काकासे करवा रहा हुं ताकी उनकाभी अकेलापन दुर होजाये ओर उनकोभी सहारा मील जाये
दिवानजी : येती बहुतही अच्छा सोचा हे, बेटा आपसे अेक बात पुछु अब केसे कहु समजमें नही आता अब आपही अपनी सासको समजा सकतेहे क्या में कजरी ओर आपकी सास अेक साथ नही रेह सकते अगर आप उनको समजायेगेतो सब मान जायेगे
में : (हसते) ठीक हे दादा में ओर नेनु मेरी सासासे बात करेगे मुजे यकीन हे वो मान जायेगी फीर आप आरामसे अपनी दोनो बीवीओके साथ रहेगे
दिवानजी : सुक्रिया बेटा बस अब आपपेही सब उमीद हे अगर अेसा होजाये तो अच्छा हे
हम अेसीही बाते कर रहेथे तब काफी टाइम नीकल गयाथा तब मुजे ढुंढते हुअे मनीषा आ रहीथी हमे देखतेही दुरसे आवाज लगाइ तो में उनकी ओर दोड पडातो दिवानजी हसने लगे ओर मेने मनुको अपनी गोदमें उठालीया ओर हमारे रुमकी ओर दोड पडातो मनुभी सरमाके हसती रही ओर हम हमारे रुममे आगये तो सब हसने लगी
दिव्या : मनु आजतो तु गइ कामसे देखा आज तुमपे हमारे पतीको बहुत प्यार आ रहा हे
मनीषा : (हसते) दिवुदी अेसा कुछभी नही हे आप इनको जानबुजके उकसा रहीहो अब मुजे ओर अपनी हालत खराब नही करवानी हें..हें..हें..
में : क्या यार मनु में तुजको अेसा लगता हुं जो सबकी हालत खराब करता हे
मनीषा : नही जानु हमतो अेसेही सब मजाक करती हे आइ अेम सोरी मेरा कहेनेका ये मतलब नही था सोरी बाबु
कहेके वो मायुस होगइ तो मेने उसे जोरोसे बाहोमें भरलीया ओर होंठ चुमलीये तो वो खुस होके हसने लगी ओर मेनेभी उनको मजाकका केहदीया तो वो हसने लगी फीर मेने सबकी मांग भरदी ओर सब मेरे पेर छुके मुजे हग करने लगी फीर हम सब होलमें आगये तब मुजे केशर कहीभी दिखाइ नहीदी तो में उनके रुममें चला गया
तब वो नहाके बहार नीकली मुजे देखतेही दोडके मेरी बाहोमें आगइ ओर मुजे चुमने लगी फीर मेरा चहेरा पकडके मेरी ओर अेक नजरसे देखती रही फीर हाथ पकडके बेडकी ओर लेजाके मुजे बेडपे बीठादीया ओर खुद मुजसे सटके बेठ गइ ओर कहेने लगी
केशर : जानु अब आपके बगैर रहेना बहुतही मुस्कील हे में यहा खुलके नही जीपा रही हुं मे आपको अेक पत्नीकी हेसीयतसे खुलके प्यार करना चाहती हुं आप कुछभी करो
में : केशर मेने तेरेलीये कुछ सोचा हे हम इस बारेमें बादमें बात करेगे अभी बहार चल
केशर : ठीक हे चलो वरना कोइ सक करेगा लेकीन इस बाररेमे सोचनां
कहेके हम दोनो बहार आगये ओर सब होलमें बेठ गये तब नेनु मेरे पास आके बेठ गइ ओर केशरकी ओर देखके हसने लगी तभी कजरी दिवानजी मुनी सब सेवक चाइ नास्ता लेकर आगये तब मुनी थोडा लंगडाके चल रहीथी ओर अजयसे नजर मीलतेही सरमाके हसने लगी तब नेनु माया सारीका सब समज गइकी कुछतो गडबड हुइ हे
फीर हम सबने चाइ नास्ता कीया ओर में नेनुसे मंजरीदेवीके बारेमे बात करली तो नेनुने मायासे बात करके मनीषासे बात करनेको कहा ओर में नेनुसे कहेके हमारी होटेलकी ओर नीकल गया ओर मेने रास्तेसेही मेरी सास यानी नंदाभाभीसे बात करली तो वोभी थोडी देरमें आयेगी कहेके फोन काट दीया ओर में होटेल पहोंच गया
ओर ओफीसमें आके बेठ गया मुजे देखके कमला भारती राजन राकेश सब ओफीसमें आके मुजे गले मीले फीर कमला ओर भारतीने सब प्रोग्रेस बतादी ओर रानज राकेशभी बीजनेसके बारेमें काफी जानकारी देके नीकल गये तब भारती अपने पेटमें हाथ घुमाके हसने लगी तो कमलाभी वोही करते हसने लगी तब भारती बहार चली गइतो
कमला : देवरजी थेन्कयु बेरी मच हम दोनोकाही काम होगया देखा वो दोनो केसे खुस हे
में : भाभी बस आप दोनो बच्चेका अच्छेसे खयाल रखना ओर हां आज मुजे मेरी सास मीलने आ रहीहे हमे कुछ अेडमीशन ओर कुछ ओरभी बाते करनी हे समज गइना तो कीसीको हमारे कोटेजकी ओर आने मत देना
कमला : कीतने कमीने हो सासकोतो छोडदो हें..हें..हें..
में : भाभी वो पीछेही पड गइहेतो में क्या करु अब आपही बतादो क्या करना हे
कमला : तो फीर करना क्या? उनकाभी कल्याण करदो हें..हें..हें..वेसे हेभी मस्त बीलकुल भराहुआ जीस्म क्या दोनो लंच इधरही करेगेकी..
में : देखतेहे भाभी अगर उनका कुछ ओर प्रोग्राम नही होगातो इधरही करेगे वरना मेभी चला जाउगा
कमला : इधरही रुक जाइअेनां हमभी थोडी बहुत मस्ती करेगे प्लीज..
में : भाभी अभी नही यहा बहुत रीस्क हे कुछ समजा करो वे दोनोभी इधरही हे
कमला : अरे आप हुकुम करो अभी दोनोको सीमला भेज देती हुं हें..हें..हें..
में : भाभी हम कभी ओर दीन मजे करेगे प्लीज..
कमला : यार आप प्लीज मत बोला करो मुजे अच्छा नही लगता आप भले हमे कुछ ओरही समजे लेकीन हमतो आपको अपना पतीही मानती हे तो ये सुनना अच्छा नही लगता
कहातो में खडे होके उनको गले लगालीया तो कमलाभाभी खुस होगइ ओर मेरे होंठ चुमलीये तभी मुजे नंदाभाभीका फोन आगयाकी वो रास्तेमे हे तो मेने उसे पीछे कोटेजमेही आनेको केह दीया तो कमला हसने लगी फीर में उनको चुमके पीछेसे हमारे कोटेजमें चला गया तब थोडीही देरमें कमला नंदाभाभीको लेके हमारे कोटेजमें आगइ
ओर हमे पानी पीलाके चली गइ ओर जाते जाते चाइ ठंडाकाभी पुछके गइ तो नंदाभाभीने कमलाके जातेही हमारे कोटेजका दरवाजा बंध करदीया ओर दोडके आगइ ओर मुजसे बाहोमें भरके लीपट गइ ओर मेरे चहेरेको पागलकी तराह चुमने लगी फीर मेरा हाथ पकडके बेडकी ओर लेगइ ओर हम दोनो बेडपे बेठ गये तब नंदाभाभीने कहा
नंदा : हां तो जमाइराजा केसेहो? कभी इस भाभीकी याद नही आती? वोभी मुजे सामनेसे कहेना पडता हे कभीतो हमारे घर आजाते अब आपकोतो सब परमीशन हे
में : बस भाभी काममें फस गया था ओर आपकोभी पता हे कीतना काम पेन्डींग हे
नंदा : वो सब छोडो वोतो पुरी जींदगी चलताही रहेगा वेसे आप सबको अनुभुती मस्त करवाते हो जब अनुभुतीमेही सब रीयल लगता हे तो वास्तवीकमें केसा लगेगा मेतो सोचतेही रोमांचीत होजाती हुं मेरी भावु बडी नसीब वाली हे जो आप उसे मीले
में : (हसते) भाभी नसीब वालातो में हु जो मुजे भावुके साथ आपभी मीली हें..हें..हें..
नंदा : अरे आपको में मीलीही कहा अभीतो हमारा मीलन बाकी हे आज सारी कशर पुरी करलुगी तबतक आपको जाने नही दुगी देखुतो सही मेरे भावुके नसीबमें केसा हे
में : (हसते) क्या भाभी क्या केसा हे जरा खुलके बताइअे हें..हें..हें..
नंदा : आप बहुतही बेसर्म हो मेरे मुहसेही सब उगलवाओगे गंदे कहीके
कहेके वो मुजे बेठेही बाहोमें भरलेती हे ओर मेर होंठ चुमने लगती हे तभी बहार कुछ आहट हुइतो वो मुजसे दुर सही होकर बेठ गइ तभी कमलाभाभीने दरवाजा खखटायातो मेने खोलदीया तो वो चाइ नास्ता ठंडा सब कुछ टेबलपे रखके मेरे सामने हसके चली गइ तो नंदाभाभी फीरसे दरवाजा लोक करके वापस आगइ
नंदा : आपकी कमलाभाभी बडीही समजदार हे लगताहे आपका हर राज जानती हे
में : नही भाभी वो मेरा हर राज नही जानती वो सीर्फ मेरी नेनुही जानती हे
नंदा : (चोंकते) तो क्या वो हमारे बारेमेभी...
में : हां भाभी में उनको कहेकेही आयाहुंकी आज आपका कल्याण करने जा रहा हुं
नंदा : (आस्चर्यसे मेरी ओर देखते) तो आपको परमीशन देदी? कुछ नही बोली?
में : नही भाभी वो सब जानती हे मेरी जींदगीमें कीतनी ओरते आयेगी ओर जायेगी
नंदा : ओह माय गोड आप दोनोमें जबरदस्त अंडरस्टेन्डींग हे वाकइ आप दोनोही महान हे, देवरजी आपको पता हे मुजे अनुभुती करते भावुने देखलीया हे पता नही मेरे बारेमें क्या सोचेगी मुजेतो बहुतही डर लग रहा हे
में : भाभी आप डरीये मत में भावुको सब समजा दुगा फीर वोही आपको सब अनुभुती सामनेसे करवायेगी आइ प्रोमीस बस
नंदा : कीतना अजीब हेनां आजके जमानेमेतो कोइ यकीनही नही करेगा की अेसाभी होता हे अेसाही लगता हे आप सचमें हमारे साथ अकेलेमे संभोग कर रहे हो
अेसीही बाते करते नंदाभाभी बहुतही अेक्साइटेड होगइ ओर बुजे बेडपे सुलाके वो खुद मेरे उपर आगइ ओर मेरे हाठ चुमने लगी तब मेने उनका बुब्स हाथमें लेके मसलदीया तो वो सीहर उठी ओर सीसकारीया करने लगी ओर मेरे सर्टके बटन खोलने लगी तबमेभी उनके ब्लाउसके हुक खोलने लगा ओर उनका ब्लाउस नीकाल दीया
तो उनके बडे बुब्स अपनी ब्रासे बहार जांकने लगे जेसेही उन्होने अपनी ब्राका हुक नीकल दीया तो उनके दोनोही बडे गोरे गोरे बुब्स उछलके बहार आगये तो में पकडके जोरोसे मसलने लगा तो नंदाभाभी नसीली आंख करके मेरी ओर कामुक्तासे देखने लगी ओर मेरा लंड पीछे हाथ लेजाके पेन्टके उपरसेही पकडके मसलने लगी
नंदा : देवरजी आज समय बहुतही कम हे आज आपके साथ में फोरप्लेय नही करपाउगी
में : कोइ बात नही भाभी वो हम कभी ओर दीन कर लेगे
कहेके मेने भाभीके सब कपडे नीकाल दीये तब नंदाभाभीनेभी मेरे सब कपडे नीकाल दीये तब वो पीठके बल बेडपे पेर फेलाके लेट गइ ओर मुजे अपने उपर खीचके सुला दीया ओर मेरा चहेरा पकडके मेरे होंठ जोरोसे चुसने लगी तब मेभी उनकु बुब्स जोरोसे दबा दबाके मसलने लगा तो वो दर्दकें मारे सीसकारीया करती रही
नंदा : देवरजी आपका हथीयारतो बहुतही बडा हे लगताहे आज मेरी हालत आप बीगाड देगे आपके ससुरकातो इनसे आधाही हे फीरभी मेरी बहेन उनसे उछल उछलके चुदवाती हे जब वो ये देखेगीतो पागलही होजायेगी आप ध्यान रखना अब आप सीर्फ मेरे हो
में : भाभी हमारे रीस्तेके बारेमें कीसीकोभी पता नही चलना चाहीये ओके
नंदा : आप फीकर मत करो ये राज सीर्फ हमारे बीचही रहेगा बस आपतो सुरु ही करो
कहातो में नंदाभाभीके पैरके बीच आगया ओर अपना लंड पकडके उनकी कसी हुइ चुतकी लकीरमें घीसके गीला करने लगा जब गीला होगया तब उनकी चुतके लव होलमें थोडा फसाके उनके उपर जुकके लेट गया ओर उनके दोनोही हाथ कसके पकडलीया क्युकी मुजे पता था आगे क्या होने वाला हे फीर मेने लीपलोक करलीया
तो उसने आंखसे इसारेसेही मुजे लंड घुसानेकी परमीशन देदी तब मेने देर ना करते अेक जोरका जटका मारदीया तो नंदाभाभीकी चीख मेरे मुहमेही नीकल गइ ओर उनकी आंख बडी होगइ ओर वो बेडपे पेर पटकने लगी ओर मेरे मुहमें गुं..गुं..करने लगी तब मेने अेक जटका ओर मारदीया तब मेरा लंड पुरा भाभीकी चुत चीरके अंदर चला गया तो वो आइ..इइ करके बेहोस होगइ
कन्टीन्यु....[/color]