[color=rgb(0,]ये केसी अनुभुती
अपडेट - १४६[/color]
कहेके नंदाभाभीने हसते हुअे मुजे पेरपे अेक चपत लगादी तो रीमा ओर भावीका दोनोही हसने लगी भावीका मुजे अपने रुममें लेगइ अंदर जातेही मुजसे लीपट गइ ओर दोनो प्यार करने लगे तब रीमाभाभी हमे बुलाने आगइ तो हम दोनो अलग होगये तब रीमाभाभी सरमाके हसने लगी फीर हम बहार आरहे थे तब....अब आगे
में भावु ओर रीमा साथ चल रहेथे तब चलते चलते भावुने पीछेसे मेरी कमरमें हाथ डालके अपनी ओर खीचलीया ओर हसने लगी तब रीमाभी सरमाते हसने लगी ओर भावुको मुका मारदीया फीर हम होलमें आगये तब नंदाभाभी माथुर ओर सुनील हमाराही वेइट कर रहेथे ओर हम सबकी इजाजत लेके वहासे चले गये ओर वापस महेलमें आगये
तबतक अजय ओर मोहनभी आचुकेथे हमे देखतेही दोनो हमसे गले मीले ओर अजयने सब कामकी प्रोग्रेस बतादी उसने अेकबारभी सीमाका जीक्र नही कीया
में : अजय क्या सीमाका हाल नही पुछेगा?
अजय : (मुह दुसरी ओर करते) भाइ भुलजाइअे उसे मेभी भुल चुकाहु अब कोइ लेना देना नही हे जो होनाथा हो चुका ओर मेने मम्मी पापासेभी केह दीया हे
में : ठीक हे हम बादमें डीनरके बाद बात करेगे ओके?
आज मुजे अजयको वो जडीबुटी देनेका बहुत पस्तावा हो रहाथा ओर में काफी अपसेट होगया तब डीनरकी तैयारीया होगइ तो हम सब फ्रेस होके डीनर करने बेठ गये जब डीनर करलीया तब में नेनुसे कहेके अकेला ही बाबाको मीलने चला गया तब बाबा सोनेकी तैयारीया करते अंदर जारहेथे तो मुजे देखतेही वापस बेठ गये मेने जातेही उनको प्रणाम कीया ओर उन्होने मुजे आशीर्वाद दीया फीर में वही नीचे बेठ गया
बाबा : कहो बेटा आज अचानक ओर वोभी इतनी देरसे कुछ हुआ क्या हें..हें..हें..
में : (हसते) बाबा आपतो सब जानते हे फीरभी मुजे पुछ रहे हे मुजे लगता हे मेने बहुत गलतीया कीहे अब बताइअे में क्या करु ये अजय ओर काका दोनोही..
बाबा : बेटा वो जडीबुटी सीर्फ तेरे लीयेथी तेरी सब बीवीयोकोभी देनेकी जरुरत नही थी ओरते सीर्फ तेरे पास अपने बच्चेके लीये आयेगी तेरी बीवीयोके पास नही नेनु बीटीया ठीक हे उनको कुछ आसंकायेथी तो थोडा चख लीया फीर सबको क्यु?
में : बाबा तो फीर अब में क्या करु सभी ओरतोकी मेरी तरफ अपेक्षा बढतीही जा रही हे
बाबा : बेटा यही कारण हे जो तेरी सब बीवीओकी तेरीओर कुछ ज्यादाही अपेक्षा रहेती हे जीसके कारण तुम दुसरा काम ठीकसे नही कर पा रहे हो वो जडीबुटी सीर्फ तेरे लीयेहे क्युकी आगे जाके तुजे बहुत कुछ देखना हे ओर सम्हालना हे अभीतो अेसी कीतनी ओरते तेरी जींदगीमें आयेगी तु कल्पनाभी नही कर सकता ओरतोको छोड तेरा आकर्षण इतना बढ जायेगा की बडी उमरकी ओरतेभी तुमसे सबंध बाधने आयेगी
में : बाबा आपको अेसा नही लगता येसब अब कुछ ज्यादाही हो रहा हे?
बाबा : बेटा सायद तुम भुल रहेहो की तुम ओर नेनु बीटीका कीसका अंस हो तुम दोनोकी वजहसेतो ये दुनीया चलती रहेगी अगर तुम खुदही कामसे भागोगे तो ये दुनीयाही रुक जायेगी सोचो अगर कीसीमें काम वासनाही नही होगी तो संसार आगे केसे बढेगा ओर तुम दोनोतो सात्सात काम ओर रतीका अवतार हो
में : तो फीर बाबा मुजे कुछ अेसा उपाय दीखाइअे में सबको अपने कंटड्ढोलमें कर सकु
बाबा : कुछ नही में तुजे अेक जडीबुटी अभी देता हु पहेलेतो नेनुबीटीया ओर तेरी सखीको छोडके सबको पीलादे ओर हां उस बाप बेटेकोभी पीलादे सब नोर्मल होजायेगे फीर तेरी बहुत कुछ समस्याअे हल होजायेगी ओर रही बात तेरी तो तुम चाहोतो कुछ वक्तके लीये सामान्य हो सकतेहो फीर १५ दीन बाद तुम फीरसे वही कामी होजाहोगे
में : बाबा तो फीर क्या फायदा जो कुछ वक्त तके लीये नोर्मल होजाउ ये वक्त लंबा नही चल सकता भले ही अेक दो महीनेलीये हो ओर ये सब केसे होगा?
बाबा : (हसते) अरे बाबा तेरेलीये १५ दीनभी बहुत हे क्युकी तुजे आराम मील सके फीरतो तुजे कामी होनाही पडेगा वरना पहेलेतो तेरी बीवीयाही तुजे नोच डालेगी हें..हें..हें..
में : (हसते) ओह गोड..ठीक हे पर ये सब होगा केसे येतो बताइअे?
बाब : (गंभीर होते) बेटा वास्तवमें वो तेरी गुरु हे ओर तेरे सरीरसेही रतीके द्वारा उनकी उत्पती हुइ हे फीर तेरा सरीर नास करदीया गया तब रतीने तुजे जीवनदान दीलवाया तबतक तेरी सब शक्तीया उनमें स्थापीत करदी गइथी जो तेरे सरीरसे उत्पन हुइ थी ओर वापस शक्तीया पानेके लीये तुमको उनके साथ संभोग करना अनीवार्य था
में : पर बाबा वोतो मेरे सरीरसे उत्पन हुइथी फीरभी..
बाबा : हां तब कहाथे ये सब रीस्तेनाते तुमतो सब जानते हो, फीर तुमने उनके साथ मीलन करके वापस अपनी शक्तीया पाली ओर जबसे तुमने पहेली बार उनके साथ संभोग कीया तबसेही वो तुम्हारी तरफ आकर्सीत होगइ पर तुमने हर बार उनको तुमसे दुर रखा ओर उनकी वजहसे उनकी शक्तीया इतनी बढ गइकी वो कीसीके साथ संभोग करले उनकी सारी काम वासना अपनी योनीके माध्यमसे खीच लेती हे ओर वो पुरुष हमेसाके लीये उनका होके रेह जाता हे क्युकी उन्होने साधना करके अपनी योनीको वीक्सीत कीया हे ओर उनमें आकर्षण पेदा कर लीया हे
में : बाबा वोतो अेकही ओरत हे जो सीर्फ मेही उनको पहेचानता हु वो..
बाबा : हां वोही जो तुम सोच रहेहो वो केवल अेक छलावा हे जो परीलोकमें कभी तेरी बेटी बनकेतो अभी यहा तेरी बहेन बनके रेह रहीहे वो तुजे हर हालमें पतीके रुपमें पाना चाहती हे जो अगले जन्ममे पालेगी ओर वोही तुजे कुछ दीनके लीये सांत कर सकती हे जो तु अेसा कभी नही चाहेगा क्युकी तुतो आजभी समाजके नीयमसे उनको अपनी बहेन मानना हे
में : बाबा पर वो खुद यही चाहती हे की में उनसे दुर रहु
बाबा : क्युकी उनको अेक डर हेकी तुम अपनी सब बीवीओसे दुर ना होजाओ पर उन्हे ये मालुम नहीकी तुम सीर्फ १५ दीनके लीयेही नोर्मल होगे ओर जब पुनम आयेगी तब तुम फीरसे ज्यादा कामी होजाओगे इसलीये तुमसे दुर रहेती हे ओर ये अच्छा हे इनकी जानकारीया उनके पास नही हे वरना वो अकेलीही तेरी सब बीवीओके बराबर हे
में : बाबा भवीस्यमें उनको सब मालुम होगयातो? मालुम क्या उनको सब मालुम होही जायेगा तब क्या वोभी सब रीस्ते नाते भुल जायेगी
बाबा : तु अबभी ये रीस्ते नातेमे फसा हुआ हे समजता क्यु नही तुम केवल अेक पुरुष हो ओर बाकी सब तुम्हारे लीये केवल अेक स्त्रीही हे ओर हां आगे जेसेही उनको सब ज्ञात होजायेगा तब वो सामनेसे तुम्हारे साथ मीलन करलेगी ओर तुम्हारी बीवीकी तराह सब सेवा करेगी ओर हां अेक बात ओर बेटा आगे जोभी ओरत आये उनको देखके वीचलीत मत होना की में इनको क्या मानता हु वो सामनेसे आयेगी तो उसे हर खुसी देना तुम्हारा कर्तव्य हे ओर वोही तेरी सब उलजने ओर समस्या ठीक करेगी
में : ठीक हे बाबा में सब समज गया अब मुजे कोइ रीस्तेनाते नही देखना यहीनां?
बाबा : (हसते) हां अब समजा मेतो थक गया तुजे समजाते समजाते ठहेर में तुजे वो जडी बुटी देता हु दोको छोडके सबको देदे ताकी सब नोर्मल होजाये ओर अब जा रातभी होगइ हे केसी वीडम्बना हे अेक कामको मुजे उनका कर्तव्य समजाना पडता हे
कहतेही हम दोनोही हसने लगे फीर बाबाने मुजे वो जडीबुटीदी जो इनको सबसे छुपानीथी मुजे सीर्फ नेनुको ओर मायाकोही बताना था फीर बाबाके पैर छुके में महेलकी ओर नीकल गया ओर बाबाभी सोनेकेलीये अंदर चले गये ओर में महेलमें आगया तब बहार सब गार्डनमें घेरा बनाके बेठे थे तो मेभी जाके सबके साथ बेठ गया
नेनु : (मेरे पास बेठते धीरेसे) जानु मील आये बाबासे क्या कहा उन्होने?
में : नेनु हम रातमे बात करेगे अभी नही यहा सब हे में सब सही करके आया हु
फीर थोडी देरके बाद सब सोने जाने लगे तब आज केशरभी बीन्दास मेरी सब बीवीओके साथ हमारे रुममें आगइ तब कीसीनेभी नोटीस नही कीया क्युकी सबको मालुमथाकी अब केशरसे मेरी सादी होचुकी हे तब दिवानजी धर चले गयेथे ओर में लास्टमें चल रहाथा तारा सारीकाभी सुनीलके साथ अपने रुममें चले गये
जब में रुममें जा रहाथा तब आस्चर्यके बीच मुनी अपनी मम्मीका हाथ पकडके अपने रुममें जटसे लेजा रहीथी ओर कजरीभी आजु बाजु देखते दोडी जा रहीथी ओर अंदर जातेही मुनीने दरवाजा बंध करलीया तो में चुपकेसे उनके रुमके पास बहार नीकलके पीछेसे चला गया ओर अेक खुली खीडकीसे अंधेरेमें खडे रहेके देखने लगा
देखातो मुनी ओर कजरी दोनोही मा बेटी अजयकी बाहोमें खडी थी ओर अजय दोनोको बारी बारी होंठ चुम रहाथा फीर तीनोही अपने बेडपे आगये तब कजरी अपनी सारी नीकालने लगी तो मुनीभी अपनी डड्ढेस नीकालने लगी तब कजरीने खडे खडेही हसते हुअे अजयकी पेन्ट खीचके नीकालदी तब में फोन नीकालके सुट करने लगा
तो अजयने अेकदम बेठके कजरीका हाथ पकडके खीचलीया तो कजरी हसती हुइ अजयके उपर जागीरी तब अजयने कजरीको अपनी बाहीमें भरलीया ओर उनके बुब्स मसलके दबाने लगा तब कजरी सरमाके हसती हुइ अजयसे छुटनेकी कोसीस करने लगी इसीबीच मुनीभी सब कपडे नीकालके अजयके पेरके पास बेठ गइ
ओर जुकके अजयका लंड अपने मुहमें लेलीया ओर लोलीपोपकी तराह चुसने लगी तो कजरीभी अजयकी गरदनमें दोनो हाथ फसाके अजयको चुमने लगी तब अचानक कजरी अजयकी बगलमें पीठके बल अपना पेर फेलाके लेट गइ तब अजय पलटके कजरीके उपर चड गया ओर अपना लंड कजरीकी चुतमें सेट करने लगा
तब मुनीभी आगे सरक गइ ओर अपनी मम्मीके बुब्सपे मुह लगाके चुसने लगी तभी अजय कजरीके उपर जुकके अेक जोरदार धका मारदेता हे तब कजरी हल्केसे चीख उठती हे फीर अजयके सामने देखके हसने लगती हे तब अजय कमर हीलाने लगता हे
तब कजरीभी अजयकी पीठ सहेलाते अजयका साथ देते चुदाइ करवाने लगती हे तब मुनी कभी कजरीके होंठको तो कभी उनके बुब्सको चुसती रहेती हे थोडी देरकी चुदाइके बाद कजरी अजयको कसके बाहोमें भीच लेती हे तब दोनोही जडने लगतेहे फीर दोनोही सांत होजातेहे तब मुनी कजरीके पास अपना पेर फेलाके लेट जाती हे
ओर में अपने रुममें आजाताहु तब मेरी सब बीवीया अनुभुतीके लीये तैयारही बेठीथी तब मायाने मुजे हग करलीया ओर आज अपने साथ मुजे अुनुभीती करनेको कहा तो मेने वही मायाको गोदमें उठालीया ओर मायाको बेडपे लीटा दीया तब मायाने मुजे हाथ पकडके अपने उपरही खीचलीया ओर होंठ मीलाके दोनोही प्यार करने लगे
तब मेरी सब बीवीया प्रार्थना करने लगी ओर मेरे अेकही जटकेमे पुरा लंड मायाकी चुतमें उतार दीया तब मायाने मुजे चीखके जोरोसे बाहोमें भीच लीया ओर हम अनुभुती करते स्वप्नकी दुनीयामें जाने लगे तब मेरी सब बीवीया कमर उछालते मुजसे चुदनेकी अनुभुती करने लगी तब तारा सारीका ओर भावीकाभी अनुभुती कर रही थी
आज देवयानीदेवी अपने कमरेके अकेली पुरी सजधजके तैयार हुइथी जब अनुभुतीका समय आया तब आज उसने सब कपडे नीकाल दीयेथे ओर पुरी तराह नंगी होकर बहुतही कामुक तरीकेसे कमर उछाल उछालके मेरे साथ संभोगकी अनुभुती कर रहीथी आज उसने अपनी विद्यासे मेरी ओर बाबाकी बात सुनली थी
तब आज मोहनभी रसीलाको अेक बार चोदके सोगया ओर रसीलाको प्यासी छोड दीया तब रसीला बाथरुममें जाके मोहनको मनही मन कोसती अपनी चुतमें उंगली करने लगी तब अचानक में याद आगया तो मुजे इमेजींग करते आंख बंध करते जोरोसे चुतमें उंगली हीलाने लगी ओर थोडीही देरमें मेरा नाम लेके जडने लगी ओर सांत होगइ
हम सब आज २ बजे तक अनुभुती करते रहे फीर सब जाग गये तब सबकी चुत सुजके पांव जेसी होगइथी ओर सबकी चुतसे पानी बेह रहाथा जब सब नोर्मल हुइ तब दो दो करके बाथरुममें नहाके सोने लगी ओर आखीर में माया ओर नेनु अंदर चले गये
माया : सखा आजतो मजा आगया मुजे अभी यहा ओर करना हे फीर पुरी रात आप नेनुदीके साथ करते रहेना फीर हम सुबह बात करेगे
कहेके माया घोडी बन गइ ओर मेने पीछेसे उनकी चुतमें लंड घुसादीया ओर उनकी कमर पकडके उसे चोदने लगा जब दोनो जड गये तब माया नहाने लगी तब मेने उसे वापस अपनी बाहोमें भरलीया ओर उनकी अेक टांग उची करके वापस आगेसे लंड उनकी चुतमें डालदीया तो वो हसतीहुइ मुजे बाहोमें भरके खडे खडे चुदवाने लगी
जब दोनो जडके सांत होगया तो बीना नहाये हसती हुइ बहार भाग गइ तब नेनुजोरोसे हसने लगी फीर में ओर नेनु नहाके बहार आगये तब जाके माया बाथरुममें घुसके नहाने लगी फीर बहार आके मुजे जीभ नीकालके चीडाते सो गइ ओर हम हसने लगे तब नेनु मुजे लीटाके मेरे उपर चड गइ ओर चुतमें लंड फसाके मुजे सोट मारने लगी
जब जड गइ तो में उसे बाहोमें लेके पलट गया ओर नेनुको मेरे नीचे लीटाके उसे चोदने लगा तब नेनुभी मुजे बाहोमें भरके कमर उछलाते चुदवाने लगी ओर दोनोके बीच धुआधार चुदाइ सुरु होगइ नेनुको दो बार जडाके जब लंड जडतक घुसादीया तब नेनुने मुजे जोरोसे बाहोमें भीचके लीपलोक करलीया ओर हम दोनो साथमें जडने लगे
नेनु : अइइइइइइ भाइ आप कीतना जडते हो मेरीतो पुरी चुत भर गइ आह..इइइसीइइइ
ओर दोनोही सांत होगये तब में लंडको नेनुकी चुतमेही रखके नेनुके सीनेपे सर रखदीया तब नेनु मेरे बाल सहेलाती रही तब में नेनुको बाबासे लेके अजयकी सारी बाते बता देता हु तब नेनु मंदाकीनीके बारेमे सुनके सोक्ट होजाती हे ओर ये जानके खुसभी होजातीहेकी चलो अब सब हम तीनोको छोडके नोर्मल होजायेगे तब नेनु कहेती हे
नेनु : जानु वो जडी बुटी मुजे देना में सबको छुपकेसे पीला दुगी वरना सब हंगामा करेगी ओर काका अजयकोभी सावधानीसे पीला दुगी ताकी काकीकोभी राहत मीले वहातो पुरी रात काकीको ठोकतेही रहेते थे ओर काकीभी बेचारी अकेलीथी तो क्या करे
में : नेनु वोतो ठीक हे जब अजय काका नोर्मल होजायेगे तो उनकीतो दो दो बीवीया हे फीर वो क्या करेगी तब वोतो प्यासीही रेह जायेगी
नेनु : (हसते मेरे बाल सहेलाते) तब मेरा ये शेर हेनां आजाना मेदानमें हें..हें..हें..
कहातो में ओर नेनु दोनोही हसने लगे उस रात में ओर नेनु सुबह ५ बजेतक चुदाइ करते रहे जब अंजु ओर केशर उठ गइ तबभी में नेनुको धनाधन चोदेही जा रहाथा तब केशरभी आके हमारे पास पेर फेलाके लेट गइ तब नेनुको जडाके में केशरको चोदने लगा ओर केशरकी चुत दो बार भरके हम साथमें नहाने चले गये ओर कंपलीट हो गये
जब मेरी सब बीवीया तैयार होगइ तब मेने सबकी मांग भरदी ओर सब मेरे पेर छुके बहार होलमें जाने लगी तब दिवु ओर रीटाने मुजे साथमें साइटपे चलनेकी बात कही तब मेने हा कहेके नेनुको छुपकेसे वो जडीबुटी देदी तो नेनुने मायाको सब बता दीया तब दोनोने मीलके बडीही चालाकीसे मेरी सब बीवीओ ओर अजयको चाइके साथ पीलादी
नेनु : (मेरेपास आके साथमें चाइ पीते धीरेसे) जानु हमारा काम होगया बस अेक काका बाकी हे हम तीनोको छोडके सबकी चाइमें मीलादी हें..हें..हें..
फीर हम सबने चाइ नास्ता करलीया तब सब अपने अपने कामपे लग गये तब में दिवु रीटा ओर सुनील साइटपे चले गये तब मंदिरमें बहारकी ओर सब मारबल लग चुकेथे तब हमारी शिवलींग मंदिरके गर्भगृहमें अंदरही अेक कोनेमे आगइथी जो अभीभी कपडेसे ढकी हुइ थी तब रीटाने मुजे अंदरके इन्टीरीयरके बारेमे बताया
रीटा : जानु मुजे ओर दिवुदी को सुरत जाना पडेगा वहा बहुत सारे डायमंड हमे मील जायेगे क्युकी अबतो अंदर काम खतम होनेकी कगारपे हे तो हम अंदरका काम सुरु करदे
तब मे कृणालसे बात करलेता हु तो उनके बहुत सारे दोस्त थे जो डायमंडका काम करतेथे तो वोभी साथ आनेको तैयार होगया फीर मेने उसे हमारे आइसक्रिमकी लोन्चींगकी बात करली तो उसने वहा सी अेन्ड अेफ ढुढ लीया था वो मुजे आके बताने वाला था
में : लोजी बेबी आपका काम हो गया आप चली जाओ कृणाल साथमें आयेगे
यहा सब साइट देखते देखते हमारी दोपरहर होजाती हे ओर हम सब वापस महेलमें आजाते हे फीर सब लंच करके आराम करते सो जाते हे सब ४ बजे तैयार होके अपने कामपे लग जाती हे तब सुनील अजय दिवु सब अपने कामपे चले गये थे ओर में ५ बजे तक सोता रहा तब मेरे होंठपे गीलापन महेसुस हुआ तब मेरी आंख खुल गइ
नीराली : जानु अब जागना नहीहे क्या देखो कीतने बज गये हे
तब नीरालीकी आवाज सुनके उसे बाहोमें भीचलीया ओर पलटके अपने नीचे लेलीया ओर उसे कीस करने लगा तब वो हसते हुअे मुजसे छुटनेकी कोसीस करने लगी तब मेने नीचे हाथ लेजाके उनकी सारी कमरके उपर करदी ओर पेंन्टसे लंड नीकालके नीरालीकी चुतमें उतार दीया तब वो सांत होगइ ओर मेरे सीनेपे मुका मारके हसने लगी
नीराली : आप बहुतही नोटी हो मुजे पता था आप अेसाही करोगे इसीलीयेतो आपको जगाने आगइ बाबु कीतने दीन होगये हम ठीकसे मीले नही चलो सुरु होजाओ
तब हमारे बीच घमासान चुदाइ सुरु होगइ तब नीरालीभी उछल उछलके मेरा साथ देने लगी नीरालीको दो बार जडाके जब साथमें जडने लगे तब नीरालीने मुजे कसके बाहोमें भीचलीया ओर तुफान थम गया तब वो मेरी पीठ सहेलाती रही ओर बाते करने लगी
नीराली : जानु मेने कुछ प्लान बनाया हे में सोनुदी ओर मनुदी हम चारो लंडन जा रहेहे वहा मेरा बगलोभी देखलेगे ओर हमारा कामभी वही करदेना हम तीनोही प्रेगनेन्ट होना चाहती हे फीर वहा घुमके वापस आजायेगे फीर ओरोको वहा लेजाना केसा रहा प्लान?
में : अेक दम मस्त पर बेबी मेरे साथ नेनुतो होगी तुजे सब पता तो हे
नीराली : (हसते) बाबु मुजे पता हे इनके बीना आप अेक कदमभी नही चलते मेने उनकीभी टीकीट करवा ली हे हें..हें..हें..अब मम्मीको बोम्बे लेजानेकी जरुरत नही हे अबतो सबको पता चलही गयाहे की वोभी आपकी बीवी होगइ हे तो अब कीसका डर
में : तु ओर तेरी मम्मी अेक जेसीही हो वोभी अब बीन्दास सबके सामने कल आप सबके साथ इधर आगइथी चलो कोइ बात नही जेसा आप कहो बस अबतो खुस?
कहतो नीराली खुस होते मुजे हांमें गरदा हीलाते कीस करने लगी ओर हमारे बीच वापस अेक जबरदस्त चुदाइका दोर चला फीर नीरालीको बाथरुममेंभी खडे खडे चोद लीया तब जाके उसने मुजसे हाथ जोड लीये ओर हसने लगी फीर दोनो नहाके तैफार होगये ओर बहार आगये तब नीराली बहुतही खुस होने लगी ओर में बहार गार्डनमें चला गया
तभी अहेमदाबादसे मंदाभाभीका फोन आगया तो फोन उठाके चलते चलके पीछे जाते बात करने लगा वो हमारी कंपनी जोइ कर रहीथी तो मुजे फोन करदीया
मंदाभाभी : हाइ राजा केसे हो? हें..हें..हे..कभी इस रानीकी याद नही आती हं..?
में : बहुत आती हे पर क्या करु मेरी रानी मुजसे बहुतही दुर हे हें..हें..हें..
मंदाभाभी : चलो अब कुछही दीनमें आपसे नजदीक आजाउगी बाबु करणने मुजे परमीशन देदी हे में हमारी कंपनी जोइन कर रही हु बडेभाइकाभी फोन था उसने करणसे काफी बात की मेने सुना राजकोट सब कंपलीट होगया हे मशीनकी टेस्टींग भी करली हे
में : हां भाभी सब कंपलीट हे अब आपकोही सब सम्हालना हे अेक लोन्चींग हो जाये
मंदाभाभी : भाइसाहब केह रहेथे आपके वो सुसर कुछ अेरेन्ज कर रहेहे वो कुछ पीअेमके बारेमे बता रहेथे क्या हमारे पीअेमके हाथो लोन्चींग हे?
में : हां भाभी उनका इरादातो हमे अेसाही लगा अब आगे देखतेहे क्या करतेहे वो
मंदाभाभी : ओर ये भाभी भाभी क्या लगा रखा हे हं..अभी में यहा अकेली हु नाम लेके नही बुला सकते मेतो आपकी स्पेसीयल दोस्त हु कहो कब मील रहेहे हम?
में : मील लेगे जब आप चाहोगी अबतो आप मुजे मीटींगके लीये कहीभी कभीभी बुला सकती हो ओर इधरभी आजा सकती हो कहो कब मीलना हे?
मंदाभाभी : हां..अब ठीक हे ये हुइना बात तो हम अगले हप्ते मीले..? मुजे आपकी आइसक्रिम फेक्टरी देखनी हे ओर काफी कुछ जानकारीभी चाहीये में आपको फोन करदुगी आप आजाना सुना हे आपका फार्मभी बहुत बडा हे? देखना पडेगा हें..हें..हें..
में : हा बहुत बडा हे ओर सीर्फ फार्मही नही मेरा बेडरुमभी बहुत बडा हे हें..हें..हें..
मंदाकीनी : (सरमाके हसते) अेय..ज्यादा मत सोचो में जानतीहु आपका दीमाग कहा चल रहा हे हें..हें..हें..चलो ठीक हे कोइ बात नही आपभी क्या याद रखोगे हें..हें..हें..
में : बस बेबी अेक बार आजा वहा पुरी रात हमारी होगी हम खुब प्यार करेगे
मंदाभाभी : ओह राज..अपनेतो मेरी गीली करदी बाबु आइ लव यु सो मच मु..हां...
में : लव यु टु डार्लींग में तेरे फोनका इन्तजार करुगा पर अभी तीन चार दीन नही ओके
मंदाभाभी : ठीक हे राज में अगले हप्ते फोन करके आजाउगी चलो बाय मुं..हा..
उधर कीस देके मंदाभाभीने फोन रखदीया तो बाजुमे लताभाभीको हसती हुइ खडी थी तो मंदाभाभी गभराके सकपका गइ तो लता ओर जोरोसे हसने लगी ओर कहा
लता : भाभी आपतो गभरा गइ मेतो आपको चाइका पुछने आइथी ओर आपतो..
मंदा : वो में राजसे बात कर रहीथी में इनकी कंपनी जोइन कर रहीहुतो मीलना था..
लता : भाभी इसमे गभरानेवाली कोनसी बात हे सीर्फ आपही नही हम सब इनकी दीवानी हे ओर गभराये नही अपनी लाइफ खुलके जीयो ओर ये राज राजही रहेगा
मंदा : थेनक्स लता क्या करु जबसे राजको देखाहे तबसे ये दील मेरे काबुमे ही नही रहेता उनसे फलर्ट करनेका दील चाहता हे तो बात करली हें..हें..हें..
लता : भाभी अेक सीक्रेट बात बताउ जो आप तकही सीमीत रखना इस घरकी सब ओरतोके साथ इनके संबध हे आप बाकी रेह गइथी तो आपभी हमारे साथ सामील होगइ
मंदा : लता राज हेही इतना हेन्डसम उसे देखतेही पता नही मुजे क्या होजाता हे नीचे फोरन गीली होने लगती हे, अेक बात पुछु क्या तुमभी राजके साथ सेक्स...
लता : (हसते) हां भाभी सीर्फ मेही नही इस घरकी सब ओरते इनके साथ सेक्स करचुकी हे ओर तीनतो उनकी बीवीयाभी होचुकी हे आपतो जानती हे ओर आपभी इनमे बाकात नही रही वोभी मुजे पता हे उस दीन आप दोनो होटेल देखने गयेथेनां?
मंदा : (सोक्ट होते) क्या..तुम्हे सब मालुम हे? ती फीर मुजे बताया क्यु नही?
लता : भाभी अेसी बाते बताइ नही जाती में तो सुरुसेही सब जानती हु ओर आप टेन्सनतो बीलकुल मत लेना क्युकी इस घरके सब मर्द साले नीकमे हे अेक बच्चाभी नही दे सकते तो हम ओरते क्या करे
मंदा : सही कहा तुने में ओर करण बोम्बेथे तब हर १५ दीनमें मीलतेथे वोभी जब वो उधर आताथा तब, ओर देखो अबतो यहा हरदीन साथ होतेहे फीरभी इधरभी हम १५ दीनमें अेकही बार मीलते हे वोभी ढंगसे नही सब जल्दबाजीमेही करता हे पता नही उनको कहा जानेकी जल्दी होती हे, लता क्या ये बच्चा भी..
लता : हां भाभी येभी राजकाही हे प्लीज आप कीसीको यहा मत कहेना सीर्फ मेराही नही सगुन काजल हम तीनोकी कोख राजनेही भरी हे वरना बांजके लेबलकी वजहसेतो काजलका घर टुटनेकी कगार पे था जो हमारे राजने बच्चा देके बचा लीया
मंदा : तबतो ताराभाभी ओर सारीकाभाभी दोनोही प्रेगनेन्ट हे तो क्या वोभी..
लता : नही भाभी इनके बारेमें में स्योर नही हु पर बडेभाइकी तबीयतकी वजाहसे मुजेभी संकाअे हो रही हे होना हो वोभी राजसे प्रेगनेन्ट हुइ होगी अेसा मेरा मानना हे
मंदा : (जोरोसे हसते) तबतो लता सीर्फ मेही बाकी रेह गइ हें..हें..हें..
लता : (हसते) तो फीर आपभी करलो अभीभी क्या बीगडा हे अभी आकी उमरही क्या हे
मंदा : नही यार राजको देखके इच्छातो बहुत होती हे फीर करणका डर लगता हे
लता : भाभी आप इस बातपे सीरीयस हेतो में आपकी हेल्प करुगी करणभाइको केसे समजाना हे में आपको सीखाउगी आप अेक बच्चा राजसे करलो वो अभी जवान हे हेन्डसम हे इन्टेलीजन्ट हे ओर राजा हे तो सोचो आपका बच्चा केसा होगा
मंदा : लता बाततो तेरी सही हे पर क्या इनके लीये राज मानेगे? तुनेतो मुजे बडी दुवीधामें फसा दीया अब सोते जागते उन्हीके वीचार आते रहेगे
लता : भाभी इसका मतलब आपकोभी राजसे प्यार होगया हे हमारी तराह
मंदा : तो क्या तुम अबभी राजसे प्यार करती हो?
लता : भाभी सीर्फ मेही नही इस घरकी सब ओरते राजको अभीभी प्यार करती हे अेक बात कहु, में आजभी राजको अपना पहेला पती मानती हु इतना प्यार करतीहु राजसे
कहातो मंदाने हसके लताको गले लगालीया ओर उनके गालपे कीस करदी तो लता हसने लगी ओर चली गइ तब मंदाके मनमें वीचारोका भवंडर छोडके गइ ओर तबही मनही मन डीसाइड करलीयाकी अगर सब सही होजायेतो मोका मीलतेही वोभी राजका बच्चा पेदा करेगी यही सोचते वो हसने लगी ओर चाइ पीने लताके पास चली गइ
इधर में फोन रखके गार्डनमें बेठाहीथाकी दिवानजी आगये ओर पुछने लगे
दिवानजी : बेटा आपके लीये कुछ पीनेको लेआउ?
में : (इनके पेर छुके) नही दादा बेठीये इधर अब आपतो मेरे ससुर हे मुजे ये सब काम करवाके अच्छा नही लगता दादा अबतो आप सीर्फ आराम कीजीये ओर ध्यान रखीये
दिवानजी : सुक्रिया बेटा हमतो धन्य होगये जो आप जेसे राजा मीले ओर हमारे दामादभी हो पर मुजे ये काम करना अच्छा लगता हे इसीलीये कर रहा हु
में : कहो दादा क्या बात करनीथी मुजसे जो सबके सामने नही केह पाये
दिवानजी : देखा केसे आप सबके मनकी बात जानलेते हे बेटा मुजे आपसे अेक बात कहेनीथी पता नही केसे कहु पर कहेनातो पडेगा ताकी मेरे दीलका बोज कुछ हल्का होजाये
में : हां दादा कहीये में आपका बेटाही हु अेक बाप बेटेसे नही कहेगातो कोन कहेगा
दिवानजी : बेटा कजरी कहेती हे अब में बुढा हो गया हु ओर वो बहुतही कामी ओरत हे तो मेने उसको छोड दीया हे हमने तलाक लेलीया हे वो अब अजाद हे आज पता चला घरकी ओरत घरकीही होती हे मेने सुलक्षणासे बहुत अन्याय कीया हे
में : दादा कोइ अन्यान नही कीया आपने, आपनेतो अपने कुलकीही नही इस पुरे प्रदेशकी लाज रखी हे वरना इतना बडा बलीदान कोन देता हे गर्वहे मुजे आपपे
दिवानजी : धन्यवाद बेटा में अब सुसीको सब खुसी देना चाहता हु बस मुजे कुछ दीनकी छुटी चाहीये ताकी में उनको अपने बेटेके पास लेजाउ फीर वहासे दोनो हरीद्वार घुमके वापस आजायेगे वहा मेरी बहुकेभी अच्छे दीन आगयेहे तो उसे मील लेगे कलही माधुके फोनमें उनका फोन आयाथा वो अब पेटसे हे ओर आपकोभी याद कर रही थी
में : ठीक हे दादा में माधुसे मीलके हम उसे बात करलेगे आप आरामसे जाइअे में आपके जानेका इन्तजाम करता हु आप फ्लाइटसेही जाना ओर फ्लाइटसेही आना आपको जरासाभी खर्चा नही करना हे आपने हमारे लीये बहुत कुछ कीया हे
दिवानजी : बेटा इसकी जरुरत नही हे हम टड्ढेनसेही चले जायेगे इतना खर्चा क्यु करना
में : दादा आप हमारे दिवानजी हो ओर उपरसे मेरे ससुर आप मेरे पीता समान हो तो क्या अेक बेटेका फर्ज नही हे? आप आरामसे जाना में कल सब इन्तजाम करता हु ओर भुलजाइअे कजरीको उनको कोइ ओर मील गया हे वो आपके लायक नही हे
दिवानजी : तो बेटा क्या आपकोभी सब पता हे?
में : हां दादा मेने इनकी करतुत देखी वो सामनेसे गइ हेतो हम अजयकोभी क्या कहे
दिवानजी : बेटा गलती अजयकी नही हे जब वो मुजसे संतुस्ट नही हुइ तभीतो वो उनके पास गइ हे तो उस बेचारेकी क्या गलती ओर अबमें वाकइ बुढा हो गया हु
में : नही दादा आपतो अबभी जवान हो कोन कहेता हे आप बुढे हो गये आदमी दीलसे जवान होना चाहीये ओर वो आप हो मुजे नाज हे आप पे
दिवानजी : बेटा आपसे बात करलीतो दिल हल्का होगया वाकइ आप अेक बेटेका फर्ज नीभा रहेहो मेरी माधुभी अब मेरा बेटा बनके मेरे साथ खडी हे भगवान आपको सुखी रखे
कहेके दिवानजी चले गये तब नेनु ओर माया मेरे पास आगइ ओर आके मुजसे चीपकके बेठ गइ तब मेने दिवानजी ओर नीरालीने कहीथी वो सारी बात दोनोको बता दी
माया : सखा तबतो बहुतही अच्छा आइडीया हे आप सबके साथ हनीमुनभी मनालेना ओर वहा सबको घुमाभी देना सब खुस होजायेगी ओर सबका कामभी होजायेगा
नेनु : वो सबतो ठीक हे अब हम दादीका क्या करे? वोतो कही जानेको राजीही नही
माया : नेनुदी वेसेभी अब सबके सामने इनकी सादीतो सखासे होही गइ हे तो फीर अब हमे लोगोसे डरनेकी क्या जरुरत हे वो अब भलेही यहा हम सबके साथ रहेती
में : नेनु सखी ठीक केह रहीहे अब हमे लोगोसे डररनेकी जरुरत नही हे अब केशर यही रहेगी ओर यही उनकी डीलेवरी होगी में केशरको मुजसे दुर नही रख सकता
कहातो पीछेसे कीसीने मेरी गरदनमें दोनो हाथ डालके मुजे गालपे कीस करदी मेने पीछे घुमके देखातो केशर थी वो ओर तारा काकी के साथ आइथी मेरी बात सुनके मुजसे पीछेसे हग करलीया ओर हसने लगी ओर फीर अेक बार गाल चुमलीया
केशर : राज मुजेतो पताही नहीथाकी आप मुजे इतना चाहते हो अब सही मायनेके आप मेरे पतीका फर्ज नीभा रहेहो आज में बहुत..खुस हु
काकी : दादी अब आपकीतो बल्ले बल्ले हे देखो आपके पती कीतना आपको प्यार करते हे
केशर : में अब यही रहुगी कही नही जाउगी मेने आपसे सादी कीहे समजे हें..हें..हें..
नेनु : दादी हम आपको अब जानेभी नही देगी हमारे पती यही बता रहेथे
हम बाते करते रहे ओर साम ढल चुकीथी तब सुनील दिवु रीटाभी आ गये ओर रसीलाभी कोलेजसे आचुकीथी तब अजय ओर मोहनभी आगये तब माधुभी क्लीनीकसे आगइ सब फ्रेस होगये तब हम सबने डीनर करलीया तब में सोनु अंजु ओर माधु बहार गार्डनमें बाते करते चलने लगे तब मेने जसुको सब बतादीया की क्या करना हे
में : जसु दादाका पुरा प्रोग्राम जानके उन दोनोकी सब टीकीट करवादे सब होटेलका बुकींगभी करवा देना ओर अेक लाख दादाके खातेमे जमा करवादे ताकी कीसीभी जगाह उनको तकलीफ नाहो जींदगीमे पहेलीबार वो बीवीके साथ यात्रापे जा रहे हे
सोनु : (पीछेसे आवाज देते) ओ मजनुजी..सम्हालीये अपनी इस लैलाको
हमने पीछे मुडके देखातो माधु सोनुके कंधेपे सर रखके रो रहीथी जब में ओर जसु पलटके उनके पास गये तब माधु मुजसे लीपटके रोने लगी तब में उनकी पीठ सहेलाता रहा ओर उनको सांत करने लगा पर वोतो रोयेही जा रही थी तब जसु ओर सोनुने बडी मुस्कीलसे कसम देके उसे सांत कीया ओर वही नलके पास उनका मुह साफ कीया
में : हां बेबी अब बताओ क्या हुआथा आपको क्यु रो रहीथी?
माधवी : (मेरी बाहोमें आके) जानु आपने मम्मी पापाके लीये इतना कुछ कीया..
में : (उनकी पीठ हेलाते) हं..सब समज गया अरे पगली वो मेरे ससुर हे ओर ससुर बाप समान होता हे उसमें हमने क्या उनपे अहेसान कीया वोतो हमारा फर्ज हे
माधवी : जानु फीरभी आपने इनकेलीये बहुत कुछ कीया हे आइ अेम प्राउड फोर यु
में : चलो होगया तेरा..चल ठीक हे बेबी ये सीर्फ मेही नही कर रहाहु तुभी कर रही हे ओर हां इनमेसे आधा पैसा तुजसे लेलुगा हम दोनोका फर्ज हे हें..हें..हें..
माधवी : (हसते मेरे सीनेमे मुका मारते) कीतने कमीने हो बीवीसे पैसा लोगे?
में : (हसते) तो क्या करु बीवी मानतीही नही तो सोचा थोडी ससुरजीकी सेवा करु तो सायद मुजसे प्यार करे वरना आज कलतो मुजसे दुरही रहेती हे हें..हें..हें..
कहातो गीली आंखके साथ माधुने मुजे जोरोसे बाहोमें भीच लीया ओर कंधेपे सर रखदीया फीर दोनो गालपे कीस करके वापस कंधेपे सर रखदीया ओर कहेने लगी
माधवी : अब कभीभी आपसे दुर नही रहुगी बाबु में काममें इतनी फसी हुइ हु ओर आपने कुछ जीम्वेवारीभी दी हेतो वोतो करनाही पडेगाना, चलो ठीक हे आज आप मेरे साथ सबको अनुभुती करायेगे में अभीसे केह देती हु
सोनु : अरे मेरीतो बारीही नही आती सबकी बारी आती हे ये बहुत नाइन्साफी हे
जसु : (हसते) सोनुदी आपकीतो स्पेसीयल बारी हे वोभी पुरे अेक हप्ता जो सीर्फ आपके लीयेही जा रहे हे आपकी टीकीट भी बुक होगइ हे वोभी लंडनकी हें..हें..हें..
कहातो सोनुके चहेरेपे चमक आगइ ओर मेरी ओर सरमाके हसने लगी ओर वोभी हमे हग करके खडी रही तब उसने जसुकोभी हाथ आगे करके बुलालीया तो जसुभी हमसे लीपट गइ फीर हम चारो अलग होगये ओर चलने लगे तब सोनु जसुसे सब जानकारीया लेने लगी ओर जसु उसे सब बताती रही जीसे सुनके सोनु बहुत खुस हुइ
माधवी : जानु मेने सब लीस्ट बनाली हे ओर मेरी दो फ्रेन्ड हे वोभी डोक्टर हे वो दोभी हमारी होस्टीटल जोइन कर रही हे मेने स्टाफकाभी इन्तजाम करना केह दीया हे
में : बेबी सब बील्डींगका काम ओल मोस्ट खतम होनेकी कगारपे हे हमे अेक साथ सबका मुहुर्त करना हे आप सब तैयार रहीयो
माधवी : जानु आपने मेरा सब सपना पुरा करदीया, ओर हां अहेमदाबादमें मालीनीभाभी आपको बहुत याद कर रहीहे आप उसे वहा मीलेथेनां? बाबु सी इस प्रेगनेन्ट
में : (खुस होते) माधु येतो बडी अच्छी खबर सुनाइ तुमने उनका फोन आया था क्या?
माधवी : हां बाबु वो आपको बहुत याद कर रहीथी कहेतीथी आप फोन करोतो मुजसे बात करवा देना हम अंदर जाके उनसे बात करेगे मेरा फोन अंदर हे
फीर हम होलमें आगये तब वहा सब बेठकर बाते कर रहेथे तब माधु फोन लेके आती हे ओर उनकी भाभीसे बाते करने लगती हे तब नेनु माधुको बुलाती हे तो माधु उनकी भाभीसे मुजे बात करनेको कहेती हे ओर फोन मुजे देके नेनुके पास चली जाती हे
में : हेलो मालीनीभाभी में राज बोल रहा हु कोन्ग्रेच्युलेशन बधाइ हो आपको
मालीनीदेवी : (हसते धीरेसे) आपकोभी ये आपहीकी महेनत हे हें..हें..हें..
में : (धीरसे हसते) व्होट? क्या बात कर रहीहे? सच?
मालीनदेवी : (धीरेसे) हां राजजी ये हमारा बच्चा हे मुजे तबही पता चल गयाथा जब आपका मुसल मेरे अंदर गयाथा आपने कीतना पानी छोडाथा फीरतो मेने आपके भाइको छुनेभी नही दीया ओर वेसेभी वो मुजे कहा छुते हे पडे रहेतेहे अपनी चाचीके पास बस हप्तेमे अेक बार बारी आतीहे मेरी वोभी ढंगसे नही करते तो कहासे बच्चा पेदा होगा
में : पर भाभी अगर उनको छुने नहीदीया तो उनको सक नही होगा?
मालीनदेवी : अरे उनकी चीत्ता आप मत करीये अभी अेक हप्ते पहेलेही कीयाथा तो केह दीयाकी तभी बच्चा ठहेर गया हे तो वो बहुत खुस होगये हें..हें..हें..वेसे वापस कब मीलने आ रहेहे? अबतो हर रात आपकी यादोमें करवटे बदलती रहेती हु
में : भाभी अबतो आपही इधर आजाइअे यहा बहुत सारे प्रसंग आने वालेहे तबही मील लेगे मेभी बेताब हु आपसे मीलने वेसे आपके ससुर ओर सास आरहेहे आपके पास
मालीनीदेवी : हां चलो अच्छी हुआ उस रंडीको छोडदीया उन्होने सुनाहे वोतो अपने दामादसेही सबंध बनालीये हे?
में : हां भाभी वो बहुतही ठरकी ओरत हे सबपे डोरे डालती रहेती हे हें..हें..हें..
मालीनीदेवी : राजजी अेक बार आप उनको बुरी तराह चोदलो कमीनी फीर कभी नामही नही लेगी फाडदो उनकी चुत बहुत फुदक रही हे हें..हें..हें..
में : अरे धीरे..धीरे..अेसा नही कहेते उनकी बेटी बहुतही अच्छी हे आपहीकी तराह
मालीनीदेवी : तबतो वोभी अपनी मांकी तराह जरुर लाइमे खडी होगी हें..हें..हें..
में : तो क्या आपभी लाइनमें खडी थी? हें..हें..हें..
मालीनीदेवी : (हसते) तो फीर..अरे जबसे आपको पहेली बार देखा तबही डीसाइड करलीयाथा की अेक दीन आपसे जरुर चुदवाउगी ओर यहा मोका मील गया तबसे मेतो आपकी दीवानी हो गइ हु राज अेक बात कहु अेक बार मेरी चाचीजीकोभी चोदलो ताकी मेरे पतीसे उनका इन्टड्ढेसही खतम होजाये हें..हें..हें कमीनी मेरे पतीके पीछे पागल हे
में : तो फीर मेरी तरफ इनका इन्टड्ढेस बढ गया तो? फीर में क्या करुगा? हें..हें..हें..
मालीनीदेवी : अरे हां..वोभी हे छोडीये सब में आपको जल्दही मीलुगी चलो बाय..
कहेके उसने फोन काट दीया फीर हम सब उठ गये ओर अपने अपने रुममें जाने लगे तब आजभी केशर बीन्दास हमारे साथ चलने लगी वो अब काफी जवान दीख रहीथी अबतो सब मेकअप करकेही बहार नीकलतीथी सजने सवरनेका अेकभी मोका नही छोडती थी ओर इस मामलेमे वो मनीषाकी पुरी हेल्प लेतीथी ओर हम रुममें आगये
आज माधवी नहाके नंगीही बहार नीकली ओर मीररके सामने बेठके सब सणगार करने लगी तो हम सब उसे देखतेही रहे जब सब शणगार सजके हमारे पास आगइ तब वो अेकदम रतीका अवतार दीख रहीथी ओर मुजे हाथ पकडके बेडके पास लेगइ ओर मेरे सब कपडे अपने हाथोसे नीकालने लगी तो मेरी सब बीवीया फटाफट अपने कपडे नीकालके रेडी होने लगी ओर सब अेक दुसरेका हाथ पकडके लेटने लगी
माधवी : आइअे राज आज आपकी इस रानीसे आप संभोग करके मेरी सब बहेनेको तृप्त कर दीजीये आज मुजे जनतकी शेर करा दीजीये में आपके अंदर वीलीन होजाना चाहती हु
कहेके वो लेट गइ ओर मेरा हाथ पकडके मुजेभी अपने उपर खीचके लीटा दीया तब वो मेरी गरदनमें हाथ डालके मेरे होंठ चुमने लगी तब उनके बडे बुब्स मेरे सीनेमे दबने लगे ओर उसने मेरा लींग पकडके अपनी योनीमें फसादीया ओर मुजे चुमने लगी तब मेने अेकही जटकेमे पुरा लींग माधुकी चुतमें उतार दीया तब वो चीख पडी
ओर मुजे कसके बाहोमें भीचलीया ओर हम सब स्वप्नकी दुनीया में चले गये तब माधु मेरा हाथ पकडके हमामें खुले बालोके साथ नंगीही मुजे लेके उडेही जा रहीथी तब मेरी सब बीवीया हमारे साथ अेक दुसरेका हाथ पकडके सामील होगइ तब हमारे साथ भावीकाभी थी ओर आज नेनु ओर माया केशरभी कयामत लग रही थी
तभी आज अेक परी हमारे साथ सब शणगार सजके सामील होगइ जो बहुतही सुंदर जवान ओर कामुक लग रहीथी वो आतेही मुजे बाहोमें लेके कीस करने लगी फीर सबके साथ सामील होगइ वो कोइ ओर नही देवयानीदेवी थी जो अब बीन्दास होचुकी थी तब केशरने उनको अपने साथ रखलीया ओर हम सब महासागरमें गोते लगाने लगे
तब नीचेकी ओर आज सब उछल उछलके मुजसे संभोगकी अनुभुती करने लगी तब देवीयानीदेवी आजभी सब शणगार करके नंगीही मेरे साथ कमर उछाल उछालके संभोगकी अनुभुती कर रहीथी वो अब दीनभर दीन हर रात अनुभती करते बहुतही कामुक हो चुकीथी ओर मुजसे फीजीकल होनेकी इच्छाओको ओरभी मजबुत कर रहीथी
आज माधवी हमे कभी सागरमें तो भी हवामें तो कभी हमारे परीलोकमें ना जाने कहा कहा सबको घुमाती रही तब नीचे वो आज आंख बंध करके हसतेहुअे मुजे बाहोमें भीचके जबरदस्त चुदाइ कर रहीथी ओर उनकी चुतसे आज लगातार पानी बेह रहा था आज मीरा नीराली केशर बहुतही कामुक तरीकेसे चुदाइकी अनुभुती कर रही थी
तब बानुके चार रुम छोडके आज अजय बारी बारी मुनी ओर कजरीकी धमासान चुदाइ कर रहा था आज बीलकुल जानवर बनके कजरीको चोदेही जा रहाथा तब कजरीकोभी आज असली मर्दसे चुदाइका आनंद मील रहाथा ओर वो उछल उछलके अजयके साथ चुदाइमें मस्त थी तब मुनी अपनी माको अेसे चुदाइ करते देखके बहुत सरमा जाती हे
तब आज मंजरीदवी ओर काकी साथमें सोइथी तब मंजरीदेवी कीतने दीनोसे काकासे फीजीकल नही हुइतो वो कामाग्नीमें जल रहीथी तब अपना अेक पेर काकीकी कमर उपर रखके उनसे चीपक जाती हे ओर धीरेसे अेक हाथ काकीके बुब्सपे रख देती हे तब काकी सब समज जाती हे ओर वो पलटके मंजरीदेवीको बाहोमें भरलेती हे
मंजरीदेवी : दीदी कीतने दीन होगये में रामुसे नही मीली मुजे अब उनकी आदत पड चुकी हे नींदही नही आती
काकी : मंजु में जानती हु चल आजा आज हम अेक दुसरेको ठंडी करतेहे कुछतो राहत मीलेगी वरना तुमतो अेसेही तडपती रहेगी ओर सुन आजके बाद रामु कहीभी जाये अब तुम उनके साथही रहेगी आजसे तुम रामुके साथ जायेगी ताकी तुजे तडपना ना पडे
कहेके दोनोही अेक दुसरेको कीस करने लगती हे फीर थोडीही देरमें दोनो ६९ पोजीसमें होके अेक दुसरेकी चुतको खरोदने लगी ओर थोडीही देरमें दोनो अेक दुसरेके मुहमें पानी छोडने लगी फीर दोनो सांत होके मुह साफ करके सोजाती हे तब आजभी मोहन रसीलाको अेक बार फीर प्यासी छोड देता हे तब रसीला मोहनपे मनमें नाराज होती हे
ओर बडबडाते बाथरुमें चली जाती हे वो आजभी मुजे इमेजींग करते अपनी चुतमें उंगली अंदर बहार करने लगती हे ओर जडके सांत होजाती हे जब बेडपे आतीहे तब मोहन सोचुका था तब रसीला मेरे बारेमे सोचने लगती हे की राजभाइका कीतना बडा हे पेन्टके उपरसेही कीतना बडा उभार दीख रहाथा तो रीयलमें कीतना बडा होगा कही सचमें मुजे अेब बार चोदलेतो कीतना मजा आयेगा मुजे अेब बार राजभाइसे टड्ढाइ करनीही हे यही सब सोचते नाजाने वो कब सोजाती हे
हम सब सुबह ४ बजे तब अनुभुती करते रहे तब आज सबकी चुत सुजके लाल हो चुकीथी तब आज हमसे दुर देवयानीदीवीकी चुतभी सुजके लाल होगइथी ओर आज उनको पहेली बार चुतमें दर्द महेसुस हो रहाथा जेसे सचमें मेरे साथ संभोग कीया हो ओर वो मीठा दर्दसे बहुतही खुस होने लगी ओर मुजसे मीलनेकी अपने मनमें ठानली
तब इधर मेरी सब बीवीया माधुको गालीया देने लगी ओर धीरे धीरे चलके बाथरुममें जाने लगी तब में अबभी माधुकी चुतमें लंड डालके पडा था तब माधुभी सबकी गालीया सुनके सरमाके हसने लगती हे तब में माधुको कीस करने लगा तो माधु मेरा साथ देने लगी ओर हमारे बीच वापस घमासान चुदाइ होने लगी तो धाराने कहा
धारा : देखो कमीनी पुरी रात अंदर लेके चुदाती रही फीरभी इनका दील नही भरा
सोनु : धारादी करने दोना हम क्यु अपनी जलाये हें..हें..हें..
धारा : (हसते) तो क्या कमीनी मेरी जलती हे? बात करती हे हें..हें..हें..
तब तक माधुको में दो बार जडा चुकाथा तब माधु मुजे कसके बाहोमें भीच लेती हे ओर तीसरी बार जडने लगती हे फीरभी मेरे चुदाइ जारी रखी तब माधु पसीने पसीने होचुकी थी ओर वो अबभी अपनी कमर उछालते मुजसे चुद रही थी ओर आखीर मेने जडतक घुसा दीया तब माधु समज गइ ओर लीपलोक करके मुजे बाहोमें भरलीया
तब हम दोनोही साथमें जड गये ओर दोनो सांत होगये तब माधु धीरे धीरे मेरी पीठ सहेलाने लगी फीर हम दोनो अलग होगये तब माधुकी चुतसे ढेर सारा हमारा पानी नीकला फीर उसे गोदमें उठाके बाथरुमेमं ले गया वहाभी नहाते अेक बार माधुको खडे खडे चोदलीया तब माधु थकके चकनाचुर होगइ ओर मुजसे दुर भाग गइ
फीर हम नहाके बहार आगये तब नेनु हसने लगी ओर में नेनुसे चीपकके सोगया तब नेनुने मेरा लंड पकडके अपनी चुतमें सरका दीया ओर मेरा हाथ पकडके अपने बुब्सपे रखदीये तो में उसे अेसेही बाहोमें भरके सोगया ओर सुबह ७ बजे तब अेसेही सोते रहे
तब सुबह नेनुने मुजे जगाया तब दोनोही नहाने चले गये तब जाहीरसी बात हे वहा मेने नेनुकी दो बार खडे खडेही चुदाइ करली तब नेनु बहुतही खुस होगइ फीर हम नहाके तैयार होगये तब मेरी सब बीवीया अंदर आगइ ओर हमेसाकी तराह सब रुटीन हुआ मांग भरना पैर छुना ओर हम सब बहार होलमें चाइ नास्ता करने आगये
तब मुनी ओर कजरी दोनोही आज धीरे धीरे चल रहीथी तब मेरी सब बीवीया अेक दुसरेके सामने देखके हस रहीथी ताकी उन दोनोको पता ना चले फीर हम सबने चाइ नास्ता करलीया ओर अेसेही रुटीन सब अपने कामपे चले गये तब मुजे मालीनीका फोन आगया तो में सबसे दुर जाके उनसे बात करने लगा
मालीनी : भैया केसे हो अबतो आपके बीना हमे यहा अच्छा नही लगता आपकी बीवी बहुत याद करती हे पुरे दीन आपके नामकी माला जपती हे हें..हें..हें..
में : बेबी वहा मेरी दो बीवीया हे तु कोनसी बीवीकी बात कर रही हे? हें..हें..हें..
मालीनी : (सरमाके हसते) अरे वोही जीसने आपसे सादी करली हे में मेरी बात नही कर रहीहु अभी हमारी सादी कहा हुइ हे हें..हें..हें..आप आजाइअे तो में आपसे सादी करलुगी
में : मालीनी अभी बहुत वक्त हे हमारी सादीमें बोल क्या बात हे कुछ काम था?
मालीनी : भैया क्या में आपसे अेसेही बात नही कर सकती तो फोन रख देती हु सोरी..
में : अरे सुन..मेने अेसा कब कहा? तुमतो नाराज हो गइ बोल क्या बात हे
मालीनी : भैया आज सुबह मम्मीका फोन आया था वो आपको याद कर रहीथी कुछ काम होगा तो उनसे मील लीजीयेगा पापाभी कही दो दीनके लीये गयेथे तो सायद आज आजायेगे वेसे में आपको बहुतही मीस कर रहीहु
में : बेबी सीमाको कहेना में जल्दही वापस आउगा तब मेरी दोनो बीवीओसे खुब प्यार करुगा ओर हां क्या कर रहीहे तेरी सोतन कोलेज गइकी नही?
मालीनी : भैया कल रात वो बहुत उल्टीया कर रहीथी तो आज सुबह उनकी प्रेगनेन्सी कीटसे टेस्टकी तो नेगेटीव आया खतरेकी बात नहीहे वेसे वो समयपे सब टेबलेट लेती हे तो दीकतकी कोइ बात नही हे बस आप आजाइहे सीमा बहुत याद करती हे
में : वेसे वो हे कहा मुजसे बात करवाओ
मालीनी : वो ओर काजलभाभी मार्केट गइ हे ओर आपकी लाडली अभी कोलेज गइहे तो आपको फोन करदीया चलो रखती हु आप मम्मीको मील लेना फीर फोन करुगी
कहेके फोन रखदीया तो में नेनुसे कहेके बबलुके घर चला गया तब दादा घरपे नही थे तभी देवयानदेवी बहार नीकली तो में देखताही रेह गया वो आज सजधजके तैयार होके बहार आइ ओर मुजे देखतेही खुस हो गइ जेसेही में इनके पेर छुने लगा तो वो पीछे हटके मुजे खडा करदीया ओर मेरे सीनसे लग गइ ओर थोडीदेर अेसेही खडी रही
फीर मेरा हाथ पकडके अंदर लेगइ ओर मुजे बीठाके वो पानी लेने चली गइ फीर पानी लेके वापस आगइ तब वो मुजे चाइ के ठंडाका पुछने लगी तो मेने मना करदीया तब वो वापस कीचनमें गइ ओर दो ग्लास केशर बादाम वाला दुधका ग्लास लेके आगइ ओर मुजे जबरदस्ती आग्रह करके पीलाया ओर खुदनेभी पीलीया फीर मेरे पास बेठ गइ
देवयानीदेवी : क्यु राजाजी अबतो आप दीखतेही नही कही हमसे नाराजतो नही?
में : माइ क्या बात कर रही हे? में भला आपसे कभी नाराज हो सकता हु
देवयानीदेवी : तो फीर दीखते क्यु नही? सुनाहे आप राजकोट गयेथे क्या कर रहेहे मेरे तीनो बच्चे मेरा बबलु सेट होगया की नही? ओर मंदाकीनी?
में : माइ सब सेट होगये हे ओर मंदाीनीभी हरदीन कोलेज जाती हे वोभी पढ रही हे
देवयानीदेवी : हां वो पढाइके अलावा दुसरी पढाइमें कुछ ज्यादाही दीलचस्पी ले रही हे
में : माइ वो सब..आप..आप सब जानतीतो हे फीरभी..आपको केसे कहु..
देवयानीदेवी : राज तु मुजसे बात करनेमे कबसे संकोच करने लगा पहेलेतो सब खुलके पुछ लेता था अब क्या हुआ? ओर हां में सब जानती हु ओर मुजे कोइ अेतराजभी नही हे क्युकी उनकी कीस्मतमें वोही सब लीखा हे ओर सायद आगे मेरी कीस्मतमेभी
में : माइ आपने मंदाकीनीको वो सब वीद्या क्यु सीखाइ कुछ कारण था क्या?
देवयानीदेवी : हां उनका कारण आपभी जानते हो ओर मे भी जानती हु ओर हमदोनो कोन हे वोभी आपको पता हे ओर अगले जन्ममें हम कोन होगी वोभी आप जानते हो
में : माइ तो फीर इस जन्ममें ये सब..मतलब आप अनुभुती...
देवयानीदेवी : (हसते) हां आगे हमारा सबंध क्या होगा वोभी आपको पता हे तो फीर ये जीजक ओर संकोच क्यु? क्या मेने आपको खुलके लाइफ जीनेको नही सीखाया?
में : माइ में आपको अपनी माइ मानाता हु तो संकोचतो होगाही
देवयानीदेवी : लेकीन में अब आपको बेटा नही मानती क्युकी मेने प्रकृतीको पुरी तराह अपना लीया हे जो आप अभी तक नही अपना सके क्या अपनी सगी बहेनोसे या फीर आपकी दादीके साथ फीजीकल होतेहो तब आपको अभी गील्टी फील होती हे?
में : नही माइ में उनको बहुत प्यार करता हु मेरी नेनु ओर सोनु मेरी जान हे
देवयानीदेवी : तो फीर मुजसे बात करनेमे इतनी जीजक क्यु? ओर अेक बात आजसे मुजे माइ मत कहीअेगा क्युकी आने वाले कुछही दीनमें हमारा रीस्ता बदल जायेगा मेने यही बात करनेकेलीये आपको इधर बुलाया हे क्युकी मेभी सब खुलके बात करती हु
में : क्या वो सब जरुरी हे? मतलब..
देवयानीदेवी : राज छोड ये जीजक ओर संकोच क्या बाबाने आपको मेरे बारेमे नही बताया? जो बाबाने जीनके बारेमे बताया वो मेही हु जो आपसे सब रीलेशन रखना चाहती हु, राज आज अेक राजकी बात बताउगी जो शक्तीया मुजमें हे
में : माइ आप कीन शक्तीओकी बात कर रही हे?
देवयानीदेवी : जीस तराह मंदाकीनी आपकी सब शक्तीया आपसे संभोग करते खीच लेगी तब आप कुछ दीनके लीये नोर्मल होजायेगे उसी तराह मेरे साथ संभोग करते वोही शक्तीया आपको फोरन वापस मील जायेगी जो आपको पुनम तक वेइट नही करना पडेगा ओर तब में आपसे संभोग करते ओर शक्तीयाभी आपमें स्थापीत करदुगी
में : दुकरी कोनसी शक्तीया हे जो मुजे उनकी आवस्यक्ता होगी?
देवयानीदेवी : राज अेसी बहुत शक्तीया हे पर में अभी आपको अेक शक्तीके बारेमें बताउगी आप जीस ओरतके साथ संभोग करना चाहोगे उनके साथ संभोग कर सकतेहो अेक मंत्र बोलतेही वो आपके साथ सामनेसे संभोग करने चली आयेगी ओर अेसी कही ओरत हे जो आप उनकी तरफ आकर्सीत होगे वेसेतो आपका आकर्षण हेही इतना की सब आपसे फीजीकल होना चाहेगी फीरभी ये आपके काम आयेगी
में : तो क्या माइ आपभी मेरे साथ...संभंोग..
देवयानीदेवी : (हसते) हां क्युकी मेभी आपको चाहने लगी हु ओर पता हे में हर दीन मेरे अलग रुममें अकेली सोके आपके साथ संभोगकी अनुभुती कर रही हु अब ये दील मेरा नही रहा मुजे आपको पानेकी चाहत इतनी बढ गइहेकी जी चाहता हे में अभी आपसे संभोग करलु पर अभी करना नही चाहती क्युकी वो अेक खास दीन होगा ओर तब केवल हम दोनोही होगे बाकी कोइ नही उस रात हमारी सुहागरात होगी ओर हमारी सेजभी मेरी बेटी मंदाकीनी सजायेगी ओर हमारा मीलन आपके फार्ममें होगा
में : क्या माइ आपको सब मालुम हे? तो फीर दादाका क्या होगा?
देवयानीदेवी : (हसते) आपके दादा अब हमेसाकेलीये आश्रममें जा रहेहे बस मेने रोकके रखा हे जबसे अपने बच्चेकी आपसमें सादी करवाइहे तबसे उनका संसारसे मनही उठ गया हे ओर वो मुजसे भी दुर रहेने लगे हे तो उनकी कोइ टेनशन नही हे
में : तो फीर आप उनको जाने क्गु नही देती वो वहा खुसतो रहेगे
देवयानीदेवी : अब जाने दुगी क्युकी मुजे पहेले आपसे बात करनीथी ओर हां आजसे मे आपकी माइ नही हु ओर नाही आपको अब बेटा कहुगी आजसे आप मुजे ओर कुछभी कहेके बुलायेगे जो अेक पती अपनी पत्नीको बुलातेहे या फीर नाम लेके बुलायेगे आपको बोम्बेसे आनके बाद अेक बार इधर आधे दीनके लीये आना हे तब हमने कुछ वीधी करनी हे तब में हमेसाके लीये आपकी होजाउगी बस यही कहेना था
में : मा.ओह..सोरी देवयानी तो फीर में चलु? ओर कुछ कामतो नही हेनां?
देवयानीदेवी : (हसते) हेनां पर अभी नही जब सब वीधी होजायेगी तब, तो क्या ओर कुछ करना था? मतलब मेरे साथ संभोग..हें..हें..हें..
में : (हसते) नही..वोतो आपने सब बतादीया हे कब करना हे हें..हें..हें..
देवयानीदेवी : राज आइ रीयली लव यु सो मच आप नही जानते में आपकी यादमें रातको कीतनी तडपती हु अब में सीधे आपकोही फोन करुगी तब आजाइअेगा
कहेके मेरा हाथ पकडके मुजे खडा करदीया ओर आज मुजे पहेलीबार कसके बाहोमें भरलीया ओर हमारे होंठ मील गये ओर वो स्मुच करने लगी फीर मुजसे अलग होगइ ओर मेरे दोनो हाथ पकड लीये ओर हसते हुअे मेरी आंखोमें प्यार भरी नजरोसे देखने लगी तब मेभी उनको प्यारसे देखता रहा ओर अेकबार दोनोने फीरसे आलींगन करलीया
फीर में उनसे वीदाइ लेके वापस महेलमें आगया ओर मेने नेनुसे अकेलेमे मेरी ओर देवयानीदेवीकी सारीबात बतादी ओर अेसेही पुरा दीन नीकल गया आज पुरी रात नेनुके साथ सबको सुबह ६ बजे तक अनुभुती करवाइ ओर सब अनुभुती करके सीधेही नहाने चली गइ तबतक में ओर नेनु चुदाइ करते रहे ओर आखीर हमभी नहाके तैयार होगये आज मुजे भावीकाके साथ दो दीनके लीये दिल्ही जाना था..
कन्टीन्यु....[/color]