[color=rgb(0,]ये केसी अनुभुती
अपडेट - १५७[/color]
कहेके वो बबलुका हाथ पकडके बा वाले रुममे लेगइ ओर मेभी अंदर चला गया तो देवीने दरवाजा बंध करलीया तो बबलु थोडा गभरा गया ओर चेयर पे बेठ गया ओर उनके मनमे विचारोका घमासान युध्ध चलने लगा क्युकी वो सब जानता थाकी उनकी मम्मीसे कोइ बात छुप नही सकती तो होने वाले हमलेसे सतर्क हो गया....अब आगे
देवयानीदेवी : (थोडे सख्त लहेजेमे) हां बोल अब क्या कहेना चाहता हे तु? क्या मे जान सकतीहु मालीनीको तुमने दुर क्यु करदीया पता हेना वो तुजे कीतना चाहतीथी येभी नही देखाकी ये मेरा भाइ हे ओर उसे छोडके मेरी मंदाकीनीको अपनी प्रेमजालमे फसाके उनके साथ भी तुने..छी..छी..ओर अब उसेभी धोखा देके तु अेक सादीसुधा लडकीके पीछे पडा हे? आखीर चाहता क्या हे तु?
बबलु : (अचानक हुअे हमलेसे गभराते) मम्मी..वो..वो..मे..मे..मंदाकीनीको..प्यार..
देवयानीदेवी : (जोरोसे ) चुप..बेसरम कहीका तुजे क्या लगताहे मुजे मालुम नही पडेगा हां..? उस बेचारीको दो दो बार पेटसे..छी..सरमभी नही आइ तुजे?
बबलु : मम्मी वो लडकी मुजसे प्यार करती हे ओर मुजसे सादी करना चाहती हे
देवयानीदेवी : तो फीर ये तेरी दोनो बहेनोका क्या होगा तुने सोचा हे?
बबलु : मम्मी मंदाकीनीने कलही मुजसे रीस्ता तोड दीया हे ओर वेसेभी हमारी सादी कहा हुइ थी ओर मालीनीभी मुजसे काफी दुर होगइ हे हमाराभी रीस्ता दो महीनेसे खतम हो गया हे तो मे क्या करु मोम बुरा मत मानना मुजे मेरी जींदगी अपने तरीकेसे जीने दो आपभीतो अपनी जींदगी अपने तरीकेसे जीती आइ हो इसीलीयेतो पापा आपको छोडके चले गये तो मुजपे क्यु दबाव डाल रही हो (बबलुने हीमत करके केह दीया)
सटाक....जब आवाज आइतो मे देखताही रेह गया बबलुके बोलतेही देवयानीने अेक जोरदार तमाचा बबलुके गालपे जड दीया ओर देवयानीके आंसु बहेने लगे
देवयानीदेवी : (रोते हुअे) बेसरम तेरे पापा मेरे कारण घर छोडके नही गयेहे वो बाबाके कहेनेपे सेवा करनेके लीये चले गये हे कभी सोचाहे मे अकेली घर केसे चलातीथी येतो अच्छा हे तेरा इस भाइ हमारी मदद करता रहेता हे ओर इसीमे मे घर चला रहीथी
बबलु : मम्मी मे वो लडकीको अब नही छोड सकता वो अपने पतीसे डीवार्स लेके मुजसे सादी कर रही हे ओर मुजे मालीसे भी डीवोर्स चाहीये बस..
देवयानीदेवी : (अपने आंसु पोछते) ठीक हे तुने मुजपेही इल्जाम लगालीया तो मेरी बेटीओको तेरे भरोसे केसे रख सकती हु तुजे मालीनीसे डीवार्स चाहीअेना मील जायेगा ओर सुन आजके बाद हम तीनोको भुल जाना अब तुम्हारे साथ हमारा कोइ रीस्ता नही हे आजके बाद तु मेरा मुह कभी नही दीखेगा जा चलाजा यहासे
में : ये आप क्या बोल रहीहे जरा ठंडे दीमागसे सोचीगे इतना बडा डीसीजन जल्दबाजीमे मत लीजीये मे बबलुको समजा दुगा
देवयानीदेवी : राज आप मत बोलीये इससेतो अच्छा आप मेरी कोखसे जन्मे होते
बबलु : (खडा होके) भाइ मे चलता हु मुजे फेक्टरीपे बहुत काम हे
कहेके वो बीना अपनी मम्मीको देखे उठके बहार चला गया तो देवयानी मेरे कंधेपे सर रखके फुटफुटके रोने लगी तब मंदाकीनी अंदर आगइ ओर हम दोनो उसे सांत करने लगे तब जाके वो सांत हुइ ओर मंदाकीनी उसे बाथरुममे लेगइ ओर उनका मुह साफ करदीया फीर दोनो बहार आके बेडपे बेठ गइ तब काजल महेशभी अंदर आगये
देवयानीदेवी : देखानां राज अब इसपे मे भरोसा करके केसे अपनी बेटी दे सकती हु
मंदाकीनी : मोम क्या कहा भाइने कुछ कहा क्या आपको?
देवयानीदेवी : बीटु हमने तेरे भाइसे सब रीस्ते खतम करदीये वो उस लडकीसे सादी करने वाला हे ओर मालीनीको डीवोर्स देना चाहता हे
मंदाकीनी : कीतने कमीने हे वो कोइ अेसे रीस्ता तोडता हे?
महेश : बीलकुल पागल लडका हे मालीनी इनको कीतना प्यार करतीथी
काजल : महेश तुमतो इनके साथही होतेहो फीरभी तुजे इस लडकीके बारमे पता नही चला?
महेश : अरे मुजे क्या पताकी बबलुका चकर उन लडकीसे हे वोतो उसे पीछले अेक महीनेसे धुमा रहा हे मेने अेक दो बार पुछातो कहाकी इनके पहेचानमे कोइ दुध वाला हे उनसे मीलने जा रहेहे वोतो आयेदीन उनको लेके धुमता रहेता हे
में : तो फीर वो काम नही करता क्या की सारा दीन धुमताही रहेता हे
महेश : जीजु कामतो वो सब कर रहा हे उनका कोइ काम पेन्डींग नही रहेता ओर वो इस बातपे सीरीयसभी हे कहेताथा मुजे भारतमे आइसक्रिममे नंबर वन बनके दीखाना हे मेरे पास इतना पेसा आयेगातो मे ये लुगा बंगलो लुगा ये कार लुगा जीजु मुजे लगता हे वो पैसे बनानेके पीछे पागल हे तो काममे वो कभी पीछेहट नही करेगा
देवयानीदेवी : देखा मे ना कहेतीथी वो पेसेके पीछे भागेगा
महेश : माइ छोडो उनकी चीन्ता उसे मे सम्हाल लुगा आप टेन्शन मतलो ओर आरामसे जाओ मे अब उनकी बरोबर खबर रखुगा ओर उनपे ध्यानभी दुगा
फीर हम अेसीही बाते करते रहे तब महेशभी फेक्टरीपे चला गया तब काजल मंदाकीनी भावुके पास हमारे रुममे चली गइ तब देवी ओर मे बहार आके गार्डनमे चले गये ओर दुर जाके बेठ गये तब देवी मुजे हग करते मेरे कंधेपे सर रखके बेठ गइ
देवयानीदेवी : राज जो बबलु चाहताथा वो बबलुने केह दीया ओर मे चाहतीथी वो मेने उसे केह दीया ओर ये सब अेक दीन होनाही था तो मुजे कोइ अफसोस नही हे
में : देवी अेक दीन वो सब जगाह घुमके थकेहारे तुम्हारे पास आजायेगा तब आप तीनो मेरी बीवी बनके बच्चेभी होगये होगे तब वो हमारा सब रीस्ता अेक्सेप्ट करलेगा
देवयानीदेवी : राज वो मेभी जानती हु कमसे कम अब हम तीनो सुकुनकी जींदगीतो जी सकेगी वाकइ प्यार अंधा होताहे वो लडकीभी इनके प्यारके लीये अपने पतीको छोडने राजी हे ओर मेरा बेटा हमे छोडके चला गया तोभी मुजे आज कोइ अफसोस नही हे क्युकी मेभी आपके प्यारमे पागल हु ओर मेरी दोनो बेटीभी आपको बेइम्तहा चाहती हे
में : देवी आपकी तराह सोनुभी मेरे पीछे पागल थी ओर मे नेनुके पीछे पागल था
देवयानीदेवी : राज आज सबसे ज्यादा प्यार आपको नेनुही करती हे उनकी हर वक्त आपके उपर नजर रेहती हे आपकी पल पलकी खबर लेके आपकीही चीन्ता करती रहेती हे
हमने वहा बेठके बहुप सारी प्यारकी बाते ओर कुछ ओर चर्चाअे करली ओर हमारे भवीस्यके बारेमे भी बहुत सारी चर्चाअे हुइ तब मुजे बबलुके बारेमे जो दुख हुआ वो चला गया क्युकी भवीस्यमे बीजनेसकी सारी भागदोड मंदाकीनीही सम्हालने वाली थी तबभी हमे भावु बुलाने आ गइ तब पता चलाकी हम कीतनी देरसे अेसेही बाते करते बेठे थे
भावीका : जानु चलो लंच तैयार हे फीर हमे जानाभी हे मेने ओर मंदाकीनीने हमारी सब पेकींगभी करली हे दोनो इतनी देरसे क्या बात कर रहेथे?
देवयानीदेवी : बस तेरी सादीकी चर्चा कर रहेथे की आपको हनीमुनमे लेके कहा जायेगे ओर आपके बच्चेके बारेमेभी सब चर्चा कर रहेथे हें..हें..हें..
भावीका : (सरमाके देवीको हसते मुका मारते) वेरी फनी..सोतनजी मुजसे पहेले वो आपको हनीमुनपे लेजायेगे तैयार रहीयो अपने बच्चेके लीये हें..हें..हें..
देवयानीदेवी : (जोरोसे हसते) मेरी इस सोतन बीलकुल भोलीभाली हे हें..हें..हें..
कहेके देवीने भावुके सरको चुमलीया ओर हम तीनो अंदर आ गये ओर फ्रेस होगये
काजल : राज आप लोग खाना खाने बेठ जाइअे महेश अभी आतेहे उनका फोन आया था
फीर हम सब खाना खाने बेठ जातेहे तभी महेशभी आ गया ओर वोभी फटाफट फ्रेस होके बेठ गया तब काजल ओर मंदाकीनी सबको परोसके खुदभी लेके बेठ गइ तब
महेश : जीजु आज वो राजुका जीजा राजुके घर वालोसे जगडा करके कामसे नीकल गया ओर उसने राजुसेभी मुछ मारकुट करली हे तो मेने पुलीस बुलानेकी धमकीदी तो काम छोडके भाग गया अब मुजे नही लगता वो वापस आयेगा
में : लेकीन उसने राजुसे क्यु जगडा कीया तुमने राजुसे पुछा नही?
महेश : (खाना खाते) जीजु मेने पुछा वो मे आपको बादमे बता दुगा अकेलेमे
तब मे ओर देवी सबकुछ समज गये ओर हमने खाना फीनीस कीया तब आज सब काजलको गले मीलने लगे तब काजल मुजसे गले मीलतेही रोने लगी तब देवीने उसे सांत कीया ओर उनसे बात करने लगीकी हम आपको जल्दही वहा बुला लेगे फीर हम सब इनोवामे बेठ गये ओर महेश हम सबको अेयरपोर्ट छोडने आया ओर हम अंदर चले गये तब भावु ओर मंदाकीनी सब फोमार्लीटी पुरी करने चली गइ तब महेशने कहा
महेश : (धीरेसे) जीजु राजु केह रहा था उनके जीजा बहुतही कमीनाथा वो कइ दीनोसे अपनी सास यानी राजुकी मम्मीपे टड्ढाइ कर रहाथा ओर आज उसने उनपर जबरदस्ती करनेकी कोसीसकी तो राजुने देखलीया ओर उनके जीजाको मारा फीर उजके जीजानेभी रानुको धोखेसे कुछ मारदीया तो सरमे थोडी चोट आइ हे
में : बडा कमीना नीकला उनका जीजा अपनी बुढी सासपे टड्ढाइ मार रहाथा?
महेश : (हसते) जीजु वो इतनीभी बुढी नहीहे लगताहे उनकी छोटी उमरमे सादी होगइ होगी उनकी उमर तकरीबन ४५ ४८ के आसपास होगी ओर वो बहुत छोटी दीखती हे
में : हां इसीलीये राजुकी बहेनको सक होगया होगा ओर वो बबलुसे प्यार करने लगी
महेश : हां जीजु इनकी वजाह यही हे ओर ये बात राजुकी मम्मी ओर राजुभी जानतेहे जब उनकी बहेनने राजुसे उनके जीजाके बारेमे बातकी तबही राजुने उसे डीवोर्स लेनेको केह दीयाथा ओर तबसे हमारे बबलुका टाका भीडा हुआ हे हें..हें..हें..लगताहे अब बबलु उनसे सादी करके उन्हीके साथ रहेगा
में : ठीक हे कोइ बात नही महेश तु अब बबलुके कामके बारेमे बरोबर ध्यान रखना
महेश : हां जीजु लेकीन मुजे नही लगता बबलु काममे कोइ लापरवाही दीखायेगा
तभी भावु मंदाकीनी आजाते हे ओर हमारी फ्लाइटभी आजाती हे तब हम सब महेशको गले लगाके अंदरकी ओर जाने लगे ओर महेशभी सबको मीलके नीकल गया ओर हम सब फ्लाइटमे बेठ गये ओर हीमाचलकी ओर उडान भरने लगे तब मेने नेनुको फोन करदीया तो नेनु बहुतही खुस होगइ ओर वो खुद हमे लेनेको आ रहीथी
जेसेही हम वहा पहोचके बहार नीकले तब नेनु दोडके आगइ ओर मुजसे लीपट गइ फीर थोडी देर अेसेही मेरी आगोसमे रही जब उनको होस आयातो वो सरमाके सबको गले मीलने लगी तब देवीने उसे थोडा डांट दीया की अब पेट नीकल आयाहे तो अेसे दोडा मत करो तब नेनुने अपने कान पकडके उसे सोरी बोलातो सब हसने लगे
फीर हम सब सीधे भावीकाके घर चले गये तो सब हमे देखतेही बहुत खुस होगये ओर रीमाभाभीतो भावुको देखके उनसे लीपटके रोनेही लगी जेसे भावु बरसोके बाद घर आइ हो तब नंदाभाभीभी दोनोका प्यार देखके आंख गीली करलेती हे तब नेनुने हसके सबको सांत कीया ओर हम सबको बडेही आदरसे होलमे बीठाया ओर सबको पानी दीया
नंदाभाभी : सब थकेहारे आये होगे खानाभी नही खाया होगा आप सब थोडी देर बेठो अभी फटाफट खाना बन जायेगा
भावीका : मोम आप चीन्ता मत करो हम सब वहीसे खाना खाकेही आयेहे काजलदीदी क्या मस्त खाना बनाती हे मे उसे सबको मीलवाउगी मेरी पकी सहेली होगइ हे हें..हें..हें..
नंदाभाभी : (हसते) ये लडकीभीनां..जहा जातीहे सबको सहेलीयाही बनाती रहेती हे
नेनु : भाभीजी ये कहो सादीकी तैयारीया केसे चल रहीहे हें..हें..हें..
नंदाभाभी : (हसते) अरे पुछोही मत हमसे ज्यादा इनके पापाकी उत्साह ज्यादा हे ना जाने केसी केसी तैयारीया करके रखी हे आज यहा महेंदीका फंक्शन तो दुसरे दीन दुसरी जगाह संगीतका कार्यक्रम तो सादीके लीये तीसही जगाह हें..हें..हें..आपतो जानतीहे पोलीटीशयनको तामजामका बडा सोक होता हे हें..हें..हें..
फीर हमारे लीये दुधकोलडड्ढींक बनाया ओर हम सबने पीलीया ओर सबको गले मीलके नीकलने लगे तब रीमाभाभी जोरोसे मुजे गले मीलते धीरेसे फोन करनेको केहदीया तो मे हसके नीकल गया तो वोभी हसने लगी ओर हम सब कारमे बेठने लगे तब भावु दोडके मेरे गले लग गइ ओर मुजे गालपे कीस करदी
तो वहा सब सरमाके हसने लगे तब भावु दोडके सरमाती हुइ अंदर भाग गइ ओर हम महेलकी ओर नीकल गये तब नेनु देवी ओर मंदाकीनीसे बाते करती रही ओर हम सब महेलमे पहोच गये तब मेरी सब बीवीया दोडके मेरे गले लग गइ तब काकी मंजरीदेवी तारा सारीका सीमा मालीनी सब मुजे गले मीली तब माया मेरे पास आगइ
माया : (गले मीलते धीरेसे) क्यु सखा केसी रही नइ सखीके साथ आपकी सुहागरात? मनाली दोनोने? हें..हें..हें..
में : हां सखी बीलकुल आपहीकी तराह हे पर वो मुजे डांटती बहुत हे हें..हें..हें..
माया : (हसके) हां तो सही हेनां? वरना आपतो कीसीको छोडतेही नही आप जबभी बहार जातेहो अेक नइ सोतन लेके आते हो अबतो यहा सोतनोकी लाइन लग गइ हे देखो अेक दोेके छोडके यहा सब मेरी सोत हे क्या आपका जी नही भरता?
में : सखी आपतो जानती हो मे कीसीका दुख नही देख सकता ओर कोइभी मुजे भावसे समर्पीत होती हेती मे इनकार नही कर सकता ओर ये बात मेने पहेलेही कहीथी
माया : (हसते) हां पता हे सखा मे आपको फरीयाद नही कर रहीहु बस प्यारसे अेसेही मजाकमे केह रही हु क्या आपको बुरा लगा? तो सोरी..
में : (मायाको हग करते) नह सखी मुजे कीसका बुरा नही लगता ओर आपकातो कतैइ नही क्युकी आप नेनु देवी ओर जसुतो मेरी जान हो तो क्या बुरा लगना
माया : सखा चलो आप लोग फ्रेस होजाओ हमे आपसे बहुत सारी बाते करनी हे फीर सामको हमे बाबाकोभी मीलने जाना हे वो आपको याद कर रहेथे
में : सखी आज रात मुजे रसीला मंजरीदेवी ओर काकीके अलावा मेरी सब बीवीया हमारे कमरेमे चाहीये सबको बुलाले आज सबको अेक बात कहेनी हे ये तीनको छोडके सबको बुलाले मुजे आज देवीको सबसे मीलाना हे
माया : (हसके) जी समज गइ मे सबको पर्सनली बोल दुगी ओर कोइ हुकुम हें..हें..हें..
कहेके वो हसने लगी तो मे उसे गोदमे उठाके हमारे रुमकी ओर दोड पडातो सब हसने लगी ओर माया सरमाके हसती हुइ मेरे सीनेमे अपना सर छुपाने लगी ओर हम हमारे रुममे आगये ओर सीधे बाथरुममे घुस गये जब मायाको नीचे उतारदीया तो वो मुजसे बाहोमे आके लीपट गइ ओर मेरे कंधेपे सर रखके खडी रेह गइ
माया : सखा बस अेसेही मुजे आपका प्यार चाहीये हम लंडन कब जा रहेहे?
में : भावुकी सादीके बाद फीर हमारे वापस आतेही सबकी गोदभराइकी रस्मे करनी हे
माया : सखा अब मे उस पलका इन्तजार कर रही हु जो हमारा वो दिव्य बच्चा जो मेरी कोखमे आयेगा अब मे ओर इन्तजार नही कर सकती अब मुजे प्रेगनेन्ट होनेकी बहुतही इच्छा हो रहीहे आप मुजे जल्दीसे प्रेगनेन्ट करदो
में : (हसते उसे बाहोमे भीचके) चलो अभीसे टड्ढाइ करने लगते हे हें..हें..हें..
माया : (हसके भागते हुअे) नही सखा अभी नही प्ली..ज हम रातमे करेगेनां
तब मे मायाको जटसे पीछेसे पकडलेता हु ओर गोदमे उठाके बहार बेडपे लीटा देताहु तो वो उठके भागनेकी कोसीस करने लगी तब मे उसे दबोचके वापस लीटाके उनके उपर चड जाता हु ओर उनकी सारी कमर तक उची करके मायाके उपर लेट जाताहु ओर अेक हाथसे पेन्टकी क्लीप खोलके पेन्ट नीचे करके लंडको बहार नीकाल देता हु
फीर मायाके दोनो हाथ कसके पकड लेताहु ओर उसे कीस करते लीपलोक करलेता हु तो वो छटपटाने लगी तब मेरा लंड अकडके उनकी चुतपे दस्तक देने लगा तब वो सरसे पाव तक कांपने लगी तब मेरे लंडने अपना रास्ता ढुंढ लीया ओर मेने अेक जटका मार दीया तो मायाकी हल्कीसी चीख नीकल गइ ओर मुजे हाथ छुुडाके कसके बाहोमे भीचलीया
तब मेने लीपलोक छोडते उनके बुब्स पकडलीये ओर ब्लाउसके उपरसेही मसलने लगा तब मायाने खुद ब्लाउसके नीचेके दो बटन खोलके ब्लाउस उचा करलीया तब उनके दुध उछलके बहार आगये ओर मेने मुहमे भरलीया ओर चुसने लगा तब वो सीसकारीया करने लगी ओर मेरे बालको सहेलाने लगी वो अब उतेजीत हो चुकी थी
माया : (कामुक आवाजमे) ओह..सखा..चोदलो मुजे मे बहुत प्यासी हु डालदो अपना बीज करदो मुजे पेटसे मे अब ओर इन्तजार नही कर सकती सीइइइ आह..आह..आह..
मे धीरे धीरे कमर हीलाते सोट मारने लगा तब माया आधी आंख चडाके अपने होट काटते मुहको इधर उधर करने लगी ओर मे सोट मारते उनके बुब्सको चुस रहा था ओर वो नसीली आंखसे मेरे सरको सहेलाती रही ओर हमने अपनी चुदाइकी रफ्तार बढाइ ओर मे मायाको जोरोसे चोदने लगा तब थोडीही देरमे घमासान चुदाइ होने लगी
तब सोनु अंदर आ गइ ओर जेसेही हमे चुदाइ करते देख लीया तो वो छुपकेसे वापस बहार दोड पडी ओर मेरी सब बीवीओको बुलाके अंदर आगइ ओर सब हमे घेरा बनाके अदब लगाके देखने लगी तब माया खुब सरमाइ ओर अपनी नजर चुराने लगी तबभी मे मायाको जोरोसे चोदेही जा रहा था ओर माया अकडने लगी ओर मुजे जोरोसे बाहोमे भीचलीया ओर जडने लगी तबभी मेने चुदाइ जारी रखी
माया : सखा रुको सब देख रही हे मुजे बहुत सरम आ रही हे प्ली..ज
सोनु : अरे मायादी सरमाओ मत दोनो लगे रहो कीतने दीनोके बाद हमे ये नजारा देखनेको मीला हे हें..हें..हें..
कहातो मेरी सब बीवीया ठहाका मारके हसने लगी लेकीन मेने कीसीपे ध्यान नही दीया ओर अपनी चुदाइ जारी रखी मायाको दो बार जडाके लंडको चुतमे घुसाके रुक गया तब मायाने मुजे बाहोमे भरके लीपलोक करलीया ओर मे कमरको जटके देने लगा ओर मेरे लावासे मायाकी चुतको भरने लगा तब मायाभी साथमे जडने लगी
जब दोनो सांत होगये तब अचानक मायाने मुजे धका मारते अपने उपरसे उतार दीया ओर जटसे खडी होके अपना ब्लाउस ठीक करते बाथरुममे दोडके भाग गइ तो मेरी सब बीवीया जोरोसे हसने लगी फीर थोडी देर बाद अपने बालोका जुडा बनाते बहार नीकली ओर मुजे मारनेके लीये दोडी तो मे भागके बाथरुममे घुस गया ओर नहाने लगा
माया : (दरवाजा खटखटाते जोरसे) बहार नीकलो सखा मे कहेती हु बहार नीकलो आजतो आपकी खेर नही कीतने कमीनेहो आप मुजे सबके सामने...सरमभी नही आइ
सोनु : अरे मायादी सबके सामने क्या? सबके सामने चोद लीया अेसा पुरा बोलो..
माया : (सोनुके पीछे भागते) तुभी आजा सारी फसातकी जड तुमही हो तुमनेही सबको बुलायाहेनां आ इधर आज तुभी गइ कामसे दोनोके दोनो भाइ बहेन अेक जेसेही हो
कहेके वो सोनुके पीछे भागती रही ओर सोनुभी सबके पीछे चकर लगाते हसती हुइ मायासे बचती रही तब मेरी बाकीकी सब बीवीया तमासा देखके हसतीही जा रही थी ओर आखीर माया थकके खडी रेह गइ ओर हसने लगी तब सोनेनु सामनेसे आके उसे हग करलीया तो मायाने प्यारसे उसे अेक चपत लगादी ओर दोनो हसने लगी
में : (बाथरुमसे बहार सर नीकालते) सखी आपका गुसा सांत होगया तो मे बहार नीकलु तो हम दुसरा राउन्ड सुरु करे
माया : हां सांत हो गया आप अेक बार बहारतो नीकलीये फीर आपका दुसरा राउन्ड मे सुरु करती हु आपकी ये बहेन हेना इनको लेजाओ इनके साथ करलेना
सोनु : हां भाइ आजाओ मे रेडी हु मे अंदर आउ की आप बहार आके सबके सामने चोदेगे?
कहातो सब ठहाका मारते हसने लगी तब नेनुने सोनुके कान कपडके कहा
नेनु : (गुसेसे) रेडीकी बच्ची तु कीतनी बेसरम हे जा अपना हुलीया ठीक कर ओर आपनेभी नहालीया हे तो बहार आजाइअे बहुत तमासा करलीया आपकोभी सरम नही आती चलीये फटाफट तैयर होजाइअे हमे बहार जाना हे
कहातो मे नेनुका गुसा देखके चुपचाप बहार आगया ओर कपडे पहेनके तैयार होने लगा तब मेरी सब बीवीया मुहपे हाथ रखके चुपकेसे धीरे धीरे हस रहीथी
नेनु : ओर आपभी सब क्या हस रहीहे चलीये सब अपने अपने कामपे लगजाइअे जाइअे
सोनु : (धीरेसे) चलो चलो नेनु आज भडकी हुइ हे भागो सब यहासे
नेनु : सोनु क्या बडबडा रहीहे जरा जोर से बोलतो
सोनु : कुज नही दी बस हम सब जाही रहेहे चलो सब यहा क्या खडी हो दीदीने कहा सुना नही आप सबने यहा नाटक चल रहा हे क्या?
कहेके वो बहार भाग गइ तो मेरी सब बीवीयाभी हसते हसते बहार जाने लगी ओर मे तैयार होके बहार जाने लगा तब नेनुने हाथ पकडके वापस बेडपे बीठा दीया
नेनु : अब आप कहा चले जरा इधर बेठीये मुजे आपसे कुछ काम हे
मे चुपचाप बेडपे बेठ गया तब रुममे केवल नेनु ओर मायाही थी तो दोनोही धीरेसे आके मेरे अगल बगलमे बेठ तइ ओर अेक दुसरेके सामने धीरे धीरे मुस्कराने लगी फीर धीरेसे दोनोने मेरे दोनो साइड गाल चुमलीये ओर नेनु मेरे कंधेपे सर रखके मुजे सोरी बोलने लगी तब मायाभी मुजे हग करते सोरी कहेने लगी
में : यार आप दोनो सोरी मत बोलो मुजे पता हे आप मुजपे जुठा गुसा कर रहीथी
नेनु : (हसते) तो क्या आप हमे सोरीकी सजा नही देगे? हें..हें..हें..
में : (हसते) अभी नही वो मे रातमे दुगा, बोलो क्या कहेना चाहतीहो दोनो?
माया : देखा दीदी इन्ही बातोमेतो हम फीदाहे इनपे हमारी सब बाते समज जाते हे
नेनु : जानु मायादी कुछ केह रहीथी वहा क्या हुआ बताइअेना हमे
फीर मे सुरुसे लेके आज तक मेरी सब बाते बता देता हु जीनमे मंदाकीनीके साथ मेरी सादी, देवीके साथ सुहागरात, फीर बबलुके बारेमेभी सब बाते कर देता हु तो माया ओर नेनु दोनोही सब गौरसे सुन रहीथी तब दोनोको मालीनी ओर मंदाकीनीकी बहुतही चीन्ता होने लगी फीर मेने देवीकी सब बाते बतादी तो दोनोने सब अेक्सेप्ट करलीया
माया : सखा अेक दीनतो ये सब होनाही था लेकीन कब होगा ये मुजे नही पता था
नेनु : दी जोभी हो रहा हे सब अच्छाही हो रहा हे हमे इन सब बातेकी चीन्ता नही करनी चाहीये हमारा जानुहेना सब सम्हल लेगा पता नही अभी कीतनी सौतने आयेगी
में : बस नेनु मेरी भावु आखरी बीवी होगी अब मेभी थक गया हु कीतनी सादीया कीहे मेने जीसे चाहा सब मुजसे जुडना चाहती हे, क्या आप दोनो कुछ नही कर सकती?
माया : सखा आप फीकर मत करो जीतनी बीवीया आनीथी आ चुकी बस अेक भावु आजाये फीर आपकी ओर सादीया नही होगी अब सीर्फ वोही आयेगी जीनके बच्चे नही होरहे ओर वोभी प्रेगनेन्ट होके चली जायेगी अब वोसब आपकी दुसरी सखी सम्हाल लेगी
अेसीही बाते करते हम होलमे आगये तब सबने चाइ नास्ता करलीया तब मे नेनु माया ओर देवी कार लेके आश्रमकी ओर नीकल गये तब कारमे बेठतेही देवी अपने नये रुपमे आगइ तब वो बीलकुल अप्सराकी तराह दीखने लगी तब नेनु ओर माया उनको देखके बहुत खुस होगइ ओर हम सब आश्रम पे पहोचकर अंदर चले गये
बाबा : आओ बेटा आगये गुजरातसे आज कल बहुत घुमता हे हें..हें..हें..
तब हम उनको दंडवत करके वही बेठ गये तब बाबा सबको आशीर्वाद देते रहे ओर जेसेही देवीने प्रणाम कीया तो बाबा उनको आशीर्वा देते रुक गये ओर हसने लगे
बाबा : (हसके) अब आपतो रहेने दीजीये उल्टा आपको मुजे आशीर्वाद देना चाहीये
देवयानीदेवी : माफ कीजीये बाबा मुजे इस रुपमे आना पडा अगर आपकी आज्ञा होतो मे हमेसाकेलीये मेरा पुराना रुप त्यागना चाहती हु बस इसीलीये मे यहा आइथी ताकी इसी बहाने आपके दर्शनभी हो जाये
बाबा : माइ धन्यभागतो हमारे जो आपके खर्शन होगये आप सब ये महान कार्यके लीये कीतनी तकलीफे उठाते हो मेतो कुछ करही नही रहाहु सब आपलोगही चलाते हो
में : बाबा अब हमे आगेके कार्यके लीये मार्गखर्शन करीये क्या करना हे हमे
बाबा : बेटा आपकी दोनो बीवीओनेतो बहुत सारे कारीगर कामपे लगाया हे तो सब काम पुरे होनेकी कगारपे हे तो हमे मिंदर पुर्ण करनेसे पहेले इनकी प्रतीष्ठा करदेनी चाहीये फीर सब काम पुर्ण करपायेगे मेने कुछ प्रोग्राम तैय कीया हे आप सब देखलो
कहेके बाबाने अेक कागज हमको दीया ओर हम सब कार्यक्रम देखने लगे तब कुछ देवीने तो कुछ मेने बाबाको सजेस कीया तो बाबा खुस होगये ओर हमने बहुत सारी चर्चा करली तब बाबाने प्रतीष्ठाके वक्त क्या क्या होगा वोभी बतादीया ओर तब अेतीयातके तौरपे हमे क्या करना चाहीये उनपेभी चर्चा करली तबतक धर्मशालाका काम हमे खतम करना था ओर कुछ ओर सुवीधाभी हमे तैयार रखनीथी
देवयानीदेवी : बाबा तो फीर ये इनको कुछ समयके लीये रोक नही सकते?
बाबा : नही हमे प्रकृतीके बीचमे नही आना चाहीये क्युकी हम सब उन्हीको मानते हे उसे पुजतेहे ओर हमही उनमे बाधा डालेगेतो कैसे चलेगा हमे उनका सन्मना करना चाहीये
नेनु : बाबा तो फीर कुछ जान मालका नुकशान होगातो हम क्या करेगे?
बाबा : अरे बेटा कुछ नही होगा बस वो अपनी मोजुदगीका अहेसास कराने आयेगा
माया : सखा आपतो कुछ बोलो आपतो कुछ कहेतेही नही
में : मे क्या बोलु सब तैय हे कीसीको कुछ नही होगा बस अेकको मोक्ष मील जायेगा
कहातो देवीने सर जुकालीया तब उनकी आंखोसे दो आंसु टपक गये तो उसने फोरन अपनी आंख पोछली ओर हमारे सामने देखके हसने लगी ताकी हमे लगेकी उनको कुछ दुख नही हुआ हे तब सब समज गयेकी मे कीसकी बात कर रहाथा
बाबा : माइ आप वाकइ महान ओर पुजनीय हो आप इतनी बडी कुर्बानी देरही हे ओर
कीसको पताभी नही चलेगा जो सीर्फ हम यहा बेठेही इतने लोगही जानते होगे
देवयानीदेवी : बाबा मेरी सबको अेक बीनंतीहे इस बातका जीक्र हमे कीसीसे नही करना
बाबा : माइ आप फीकर मत करो जेसा आप चाहोगी वेसाही होगा, क्या आप उसे अेक बार मीलना चाहेगी?
देवयानीदेवी : : नही बाबा अब मे ओर मेरी दोनो बेटीया इनको पुर्ण समर्पीत होगइ हे अब जो मे उसे मीलुगी तब उसे आखरी बारही मीलुगी फीर वो हमारे बीच नही रहेगे
बाबा : ठीक हे जेसे आपकी मरजी अब इस कार्यक्रमको फाइनल करदे?
में : नी बाबा करदीजीये हम सब तैयारीया करते हे फीर तो अंदर छोटा मोटा कामतो चलताही रहेगा उनकी हमे कोइ जल्दी नही हे वो सब मेरी दोनो बीवीया पुरा कर देगी
बाबा : (जोरोसे हसते) तुम बीवीयाभी क्या क्या चुनके लाये हो बडीही होनहार हे
कहातो हम सब हसने लगे तब मेरी तीनो बीवीया सरमाके हसती रही फीर हम बाबाको भेट देके उनको प्रणाम करलीया ओर इनकी इजाजत लेके महेलकी ओर नीकल गये आज देवीके प्रती नेनु ओर मायाका नजरीया बदल गया वो दोनो अपने आपको देवीके सामने बहुत बोना समजने लगी तब देवीने दोनोकी मनोदसा जानली
देवयानीदेवी : नेनु माया जो तुम दोनो समज रहीहो वो मे नही हु उनको अब मुजसे मीलनाही था ओर वो सब इनकी बदलोतही हो रहा हे मुजे हमेसाके लीये श्रापसे मुक्ती दीलाइ हे सीर्फ मुजेही नही मेरी मंदाकीनी ओर उनके पापाकी भी श्रापसे मुक्ती होगइ हे
नेनु : माइ मे आप दोनोकी सादीसे इतनी सीरीयस नहीथी मे समजतीथी आपभी अेक परी हेतो श्रापसे मुक्ती दीलाने आपसे सादी कीहोगी लेकीन मुजे ये नही मालुम थाकी आपभी इस महानकार्यका अेक महत्वका हीसा होगी मेने इनको समजनेमे अेक बार फीर गलती करदी क्या मे इसे कभी पुर्ण समज पाउगी?
देवयानीदेवी : नेनु ये काम हे भीरभी इनमे हर ओरतोकी जीतनीभी शक्तिया हे वो सब इनके अंदरभी हे इनमे वो क्या कहेते हे? हम सबमे हे वो जो..हां सीक्स सेन्श जोहम ओरतोमे होतीहे तोये हमारी सब फीलींग्स भलीभांती समज जातेहे तभी इनको हमे समजनेमे तकलीफ होती हे आप इनकी फीकर मत करो आपको आगे सब ज्ञात हो जायेगा
नेनु ओर देवी पीछे बेठके बाते करती रही ओर हम महेलमे पहोच गये तब काका सुनील सब आगये तब सब मुजे गले मीले माधुभी आज रसीलाको लेके जल्दी आगइ फीर सब फ्रेस होके डीनर करने बेठ गये तब मालीनी मंदाकीनी सीमा रीटा ओर सोनु सब अेक साथ बेठके खाना खाते टीखळ कर रहेथे ओर मेरी ओर देखके हस रहेथे
तब दिवुने सबको धीरेसे केशर नेनुका डर दीखाके डांटलीया फीर हम सबने डोनर फीनीस कीया ओर मे बहार चलके घुमने लगा तब देवी ओर नेनु मेरे पास आ गइ
नेनु : जानु हम काकी ओर मंजुचाचीसे देवीदी के बारेमे अलग नही रख सकते हमे उनकोभी बतानाही पडेगा वरना सबको जवाब देते थक जायेगे
देवयानीदेवी : हां राज वेसेभी बहार वालोको हमे कहा बताना हे आप सबसे बात करलो
में : ठीक हे, नेनु आजकी रात बहुतही खास हे सबको अंदर बुलाले
फीर हम सब थोडी देर घुमके हमारे रुममे आगये तब मे देवीके पास चला गया तब नेनु सबको अपने रुममे बुलाने लगी तब तारा ओर सारीकाभी सुनीलको सुलाके आगइ मंदाकीनी मे ओर देवी हमारे रुममे बेठके बबलुके बारेमे बाते कर रहेथे तब काकी ओर मंजुचाची ओर रसीकाको छोडके सब आ गइ तब माया हमे बुलाने आगइ
माया : सखा चलो सब आ गइ हे
तब हम चारो हमारे रुममे आगये तब सब देवीको देखते थोडी अचंभीत हुइ ओर हम सब बेडपे बेठ गये तब सब सांत होगइ तब मेने सुरुसे लेके आजतक देवी मंदाकीनी मालीनी ओर सीमाके बारेमे सबकुछ सबको बतादीया ओर अंतमे देवी कोनथी ओर क्याहे उनके श्रापके बारेमे ओर उनके नये रुपके बारेमेभी सबको बतादीया
तब मेरी ज्यादातर बीवीया सब सुनके सोक्ट होगइ ओर सब अेक बार फीर देवीको अहोभावसे देखने लगी तब सोनुतो उनसे लीपटही गइ तब देवीने सबको कहा
देवयानीदेवी : सब सुनो अब जोमे केह रहीहु कीसीको बहार नही कहेना हे मेरे बेटे बबलुसेतो कतइ नही कहेना आज मेरा येरुप त्याग रही हु कल सुबहसे आप सबको अेक नइ देवीका रुप दीखेगा तब कोइ आस्चर्य मत करना ओर नाही कीसीको बताना हे
सोनु : माइ सुबह तक क्यु वेइट करना आप अभीसेही चेन्ज करलोनां
देवयानीदेवी : (हसके) बीटु अभी नही कर सकती इनके लीये हमे मीलन करना होगा ओर आज मे सबको अनुभुती कराउगी क्युकी आज अेक खास मक्सदसेभी इनके साथ अनुभुती करना जरुरी हे तो सब रेडी होजाइअे ओर इधरही अेक दुसरेको टच करते लेट जाइअे
तब मेरी सब बीवीया खुस होके बाते करते अपने सब कपडे नीकालने लगी तब सोनुने सीमा मंदाकीनी ओर मालीनीके कपडेभी नीकलवादीये ओर सब लेटने लगी तब देवी मुजे लेके नहाने चली गइ ओर हम दोनो नहाके अेसेही गीले बदनके साथ बहार आगये
आज देवीने सबके बाल खुलवा दीये ओर खुदकेभी खुले रखेथे ओर मुजे लेके बेडके बीचमे लेट गइ ओर मुजे अपने उपर खीचके लीटा दीया तब वो आंख बंध करके कुछ मंत्र बोलीतो सब नींदकी आगोसमे चली गइ ओर सबकी चुत अंदर बहार होते फडफडाने लगी ओर सब स्वप्नकी दुनीयामे हवामे तैरने लगी ओर हमारा वेइट करती रही
तब हम दोनोके होंठ मील गये ओर हम कीस करने लगे तब मेरा लंड देवीकी चुतपे दस्तक देने लगा तब अचानाक देवीकी चुतने खुलके मेरे लेडको अपनी आगोसमे लेके अपने अंदर उतारदीया तब मे सातवे आसमानमे पहोच गया अेसी आनंदकी अनुभुती होने लगी तब हम दोनो स्वप्तकी दुनीयामे जाके उडने लगे ओर सबके साथ सामील होगये
तब हम परीलोकको छोडके सीधे अप्सरालोकमे चले गये तो वहा मेरी बीवीया जीतनीही दुसरी अप्सराये थी तो हमे देखतेही सब हर्सोलास करते हमारे साथ सामील होगइ ओर हम सब साथमे उडके अेक फुलोके बगीचे जेसी जगाहपे चले गये तब सब रंगबेरंगी फुलो थे ओर सब जगाह फुलोसे सजी हुइ थी ओर हम सब वहा उतर गये
तब नीचे आज मंदाकीनीसे लेकर केशर नेनु सब मेरे साथ परम संभोगकी अनुभुती करते कमरको जटके मार रही थी तब हमसे दुर आज भावु ओर रीमाभी साथ सोते अनुभुती कर रहीथी तब अप्सरालोकमे हम सब खडेथे तब देवीने मेरे अंदरसे कीतनी छाया प्रगट करदी जो हुबहु मेरी जेसी थी ओर सब अप्सराये अेक अेकको लेकर दुर जाती रही ओर उनके साथ प्यार करते संभोग करने लगी तब देवी मुस्कराने लगी
देवयानीदेवी : जानु आज बरसोके बाद सब आपके साथ संभोग कर रही हे हमे प्रतीसष्ठाके बाद इधर आना हे तब आपको अेक अेकके साथ संभोग करते सबको प्रेगनेन्ट करना हे तब केवल हम दोनोही इधर आयेगे ओर हम पुरा दीन इधर रहेगे
आज सब अपस्राये ओर मेरी सब बीवीया फुलोके ताजके साथ फुलोसे सजी हुइ थी तब माया ओर नेनु मुजसे वही संभोग करने लगी जब वो स्खलीत होगइ तब मायाने मुजे अपने उपर खीचलीया ओर वो मेरे साथ संभोग करते करते जड गइ
अेसेही सबने बारी बारी मेरे साथ संभोग कीया तब अंतमे देवी मेरे सामने आ गइ तब उनका रुप कीसी महारानीसे कम नही था आप वो अप्सराकी रानी बनके मेरे पास आ गइ उसने सोनेके मुकुटके साथ सब गहेने पहेने हुअे थे उनके बुब्सपे फुलोकी ब्रा थी ओर वो पुरी नंगीथी उनकी चुतभी फुलोसे ढकी हुइ थी ओर वो आके लेइट गइ
तब सब अप्सराये ओर मेरी सब बीवीया हमे घेरा बनाके खडी होगइ ओर हम दोनो संभोग करने लगे ओर दोनो स्खलीत होते रहे तभी उपरसे अेक खुबसुरत अप्सरा उतरके आइ जो नेनुकी प्रतीकुती थी उनके हाथमे अेक दिव्य रुष्टपुष्ठ बच्चा था तब तब उनके आस पास ढेर सारी रंगबेरंगी तीतलीया घुम रही थी तब मे उसे देखके देवीके उपरसे उतर गया ओर तब देवी अेसेही लेटी रही ओर वो देवीके पास चली गइ
फीर घुटनोके बल बेठके वो बच्चा देवीके गर्भमे स्थापीत करदीया ओर खडी हो गइ ओर मेरे पास आके मुजसे लीपट गइ फीर मेरे होंठ चुमके नेनुके पास जाके उसमे समाहीत होगइ तब मेरी बीवीया ओर सब अप्सराये उसे देखतीही रेह गइ तब नेनु मुस्करा रही थी ओर वो देवीके पास चली गइ ओर उसे हाथ पकडके खडी करदीया
तब सब परीया अप्सराये तालीया बजाके हर्सोलास करने लगी तब नेनु मेरा ओर देवीका हाथ पकडके उडने लगी ओर हम सब वापस सब अप्सराओको उनके भवनमे छोडके नीचेकी ओर आने लगे तब नीभे मे ओर देवी साथमे बार बार स्खलीत होते रहे ओर मेरी सब बीवीयाभी कमरको जटका देते जडती रही ओर अनुभुतीसे जाग गये
तब मे देवीके सीनेपे सर रखके लेटाथा ओर देवी मेरे सरको सहेला रही थी तब रातमे ४ बज चुके थे ओर मेरी सब बीवीयाकी चुतसे ढेर सारा काम रस बेहता जा रहाथा तब आज मालीनी सीमा ओर मंदाकीनी अेसी अनुभुती करते बहुतही खुस हो रहीथी ओर मेरी बीवीया दो दो करके बाथरुममे जाने लगी तब मे अबभी देवीके उपर सोयाथा
देवयानीदेवी : जानु उठो उतरना नही हे क्या? बाथरुममे जाना हे आजतो मेरी आपने हालत बीगाडदी कीतना दर्द हो रहा हे
में : देवी सोनेदोनां अबतो मे सुबह ही उतरुगा मुजे ओर प्यार करना हे
देवयानीदेवी : (सरमाके हसते) राज आप पागलतो नही हो गये देखो अभी सुबह होजायेगी पुरी राततो करते रहे अभीभी जी नही भरा क्या?
माया : नही राज छोडना नही इसे आज अच्छा मोका हे हमभी देखे हमारी नइ रानी बीस्तरमे आपका कीतना साथ देती हे हें..हें..हें..
देवयानीदेवी : (जुठा गुसा करते) माया..क्यु उक्सा रहीहो इसे
में : देवी मेरी मायाको कुछ मत कहेना अबतो इनकी सजा जरुर मीलेगी..
कहेके मे देवीको बाहोमे भीचके अपनी कमरको जटके मारने लगता हु तब देवी सरमाके मुस्कराने लगी ओर मेरी गरदनमे दोनो हाथ डालके मुजे अपने तनसे चीपकालीया ओर वोभी अपनी कमर हीलाते जटके मारने लगी ओर थोडीही देरमे दोनोके बीच धुआधार चुदाइ होने लगी तब केशर मीरा सब हमे देखके हसती रही
अनुभुतीके बादभी मेने देवीको दो बार ओर चोदलीया तब उनकी हालत वाकइ बीगड गइ आज पुरी रात चुदाइ करते वो ना जाने कीतनी बार जडी होगी तो वो थकके चकनाचुर होचुकी थी फीर उसे मे गोदमे उठाके बाथरुममे लेगया ओर उसे अपने हाथोसे नहेलाया फीर खुद नहाके उसे वापस बहार लेआया तब सब उसे देखतेही रेह गये
क्युकी जब उसे मे बहार गोदमे लेके आया तब वो देवयानीदेवी नही थी आज मेरी देवी नेनुकी तराह जवान ओर अेकदम गोरी तीखे नैन लंबे बाल पतली कमर भरावदार बुब्स वो अेक अप्सरा दीख रहीथी तब मेरी सब बीवीया उसे घेरा बनाके अेकठी हो गइ ओर सब उसे गले मीलते खुस होने लगी तब मंदाकीनी हस रही थी
केशर : (मेरे पास आके) राज क्या ये वोही देवयानीदेवी हे जो हमने अभी देखाथा?
में : हां केशु ये वोही देवयानीदेवी हे जो अब मेरी देवी होगइ हे आजसे अेसेही दीखेगी
तारा : राज क्या इस जमानेमेभी अेसा चमत्कार होता हे? मेतो हेरान हु देखके
सारीका : दीदी इनके लीये कुछभी इम्पोसीबल नही हे आप देखती नही अब हमारी दादीभी कीतनी जवान दीखने लगी हे क्या पहेले ये अेसी थी?
तारा : अरे हां सारीका इनपेतो हमने कभी गौरही नही कीयाथा तु सच केह रही हे
सब अेसेही बाते करती रही ओर सुबह ६ बज गये तब तारा ओर सारीका अपने रुममे जा चुकीथी ओर मे नहाने चला गया फीर बहार आके तैयार होगया तब नेनु ओर मायाभी आके तैयार होने लगी ओर उसने आज देवीकोभी तैयार करदीया जब सब कंपलीट होगइ तो मेने सबकी मांग भरदी ओर मेरे पैर छुने लगी मे देवीके पास बेठ गया
में : (देवीको हग करते) देवी आज आप आराम करलो आप काफी थकीहुइ लगती हे
देवयानीदेवी : राज थेन्कयु वेरी मच आज हमारा वो दिव्य बच्चा मेरी कोखमे आ चुका हे सब मेरे नये रुपसे इतनी प्रभावीत हेकी इस बातपे कीसीने गौरही नही कीयाकी आज मे प्रेगनेन्ट हो गइ हु राज आज मे बहुत खुस हु आइ लव यु सो मच
नीराली : (अंदर आते) देवीदी आप फीकर मत करीये हम सबको मालुमहेकी आप आज प्रगनेन्ट हो चुकी हे आपसे बहुत कुछ जानना हे चलीये सब आप दोनोका वेइट करती हे पहेले हम चाइनास्ता करलेते हे बादमे हम आपसे सब बाते करेगे
हम तीनो बहार होलमे आगये ओर हम सबने चाइनास्ता करलीया तब मेरी सब बीवीया देवीके पास घेरा बनाके बेठ गइ ओर उनको बधाइआ देने लगी तब आज काका काकी मंजुचाची सुनील पहेलीबार कीसी अन्जान ओरतको देखके थोडे अंसमजमे थे तब ताराने सबको देवीकी असलीयत बतादी ओर कीसीको ना बतानेकी हीदायत देदी
सुनील : कमालके रामुभाइ इस महेलमे ना जाने क्या क्या नये देखनेको मीलता हे
काका : सुनीलभाइ आजके जमानेमे ये बात कोन मानेगा? फीरभी हम सब देख चुके हे
अेसेही पुरा दीन बीत गया सामको हम सब नासता करते होलमे बेठे थे तब नीराली अपने मुहपे हमथ रखके बाथरुमकी ओर दोट पडी तब पीछे मनु ओर मायाभी चली गइ तब अंदर जाके नीरालोको बहुत उल्टीया होने लगी जब उल्टीया होगइ तब माया ओर नेनु नीराली ओर सोनु दोनोको लेके माधुकी क्लीनकपे चली गइ ओर कहा
नेनु : माधु नीरालीको उल्टीया हुइ हे दोनो ही उनके साथ हनीमुनपे गइथी तो तुम दोनोको जरा चेक करलेना कही सोनुभीतो नही हुइ हे
माधवी : नेनुदी क्या आपभी हम सबने अनुभुतीमे देखाहे सोनुदीभी हो गइ हे फीरभी मे चेक करलेती हु मुजे पुरा यकीन हे दोनो प्रेगनेन्ट हो चुकी हे चलीये अंदर
फीर माधु बारी बारी दोनोके सब टेस्ट करलेती हे ओर लेबोरेटरीमे भेज देती हे तब आधेही घंटेमे माधुके मोबाइलमे रीपोर्ट आजाती हे तब पढके खुसीसे दोनोके गले लग जाती हे तब नेनुके खुसीके मारे आंसु नीकल गये ओर वो सोनेको हग करते बेठी रही
माधवी : नेनुदी अब दोनोकी चीन्ता मत करीये अब ये दोनो मेरी गीरफ्तमे हे हें..हें..हें..
फीर माधु दोनोको कुछ सुचनाअे देते कुछ दवाइयाभी देती हे तब साम होने आगइ तब रसीलाभी माधुके पास आगइ ओर सब महेलकी ओर नीकल पडे जब सब घरपे आइ तो सब सोनु ओर नीरालीको घेरा बनाके सबकुछ पुछने लगी तब मायाने सबको खुसखबरी सुनाइ तो सब दोनोको बधाइया देने लगी तब हमभी महेलमे आ गये
नेनु : (दोडके मुजे बाहोमे भरते) जानु हमारी सोनु..सी इज प्रेगनेन्ट, वो ओर नीरुदीदी
तब सोनु ओर नीरु दोनो आके मुजसे लीपट जाती हे ओर दोनो मुजे थेन्कयु कहेने लगी तब मेरी आंख खुसीसे गीली हो गइ ओर दोनोका सर बारी बरी चुमलीया फीर हम सब फ्रेस होके डीनर करने बेठ गये उस रात मेने मालीनीके साथ संभोग करते सबको अनुभुती करवाइ फीर अनुभुतीके बादभी उसे दो बार जमकर चोद लीया
मालीनी : बस जानु आजतो आपने मुजे नीचोडही लीया कीतना जोसमे करतेहो आप
तब अेसेही कइ दिन ओर रात हसी खुसी बीत गये तब मेरा ओर भावुकी सादीका दिनभी नजदीक आगया अब केवल ५ दीन रेह गयेथे तब हमे कीसी ओर रीस्तेदारकोतो नही बुलानाथा बस केवल वोही लोग सामील होने वालेथे जो आज तक होते आयेहे तब नेनुने सुबहही नीरज कृणाल अजय करण महेश सबको फोन करदीया
तब मेने बबलुको भी फोन करदीया तब फेक्टरी अकेला ना छोडनेका बहाना करदीया फीर मेने ओर केशरने लंडन फोन कीया तब वहा रुपेशभाइसे बात हुइ
रुपेश : हां भैया कैसेहो आप सबलोग?
में : बस भैया सब मजेमे हे आप सुनाइअे सबलोग इधर कब आ रहेहे क्युकी चारदीन बाद मेरी सादी हे तो सबलोग आजाइअे, क्या वहा सब वाइन्डप कीया की नही?
रुपेश : बस भैया उसीमे लगेहे हमने हमारी होस्पीटल बेचदी ओर कुछ घरके बडे सामानभी देदीये अब कुछ जरुरी सामान रखा हे घरका सोदा होतेही नीकल जायेगे
में : तो भैया घरभी बीक जायेगा आप लोग आजाइअे जब हम वापस वहा जायेगे तबतक उनका कस्टमरभी मील जायेगा तब आप सोदा करलेना मे सबकी टीकीट भेजता हु आजाइअे तो इधर सादीभी अेटेन्ड होजायेगी
रुपेश : भाइ टीकीटकी जरुरत नही हे हम आजायेगे ये बताइअे आपकी होस्पीटलका काम कहा तक पहुचा कंपलीट हुइकी नही हुइ?
में : हां हो गइहे मेरी सादीके बाद सब युनीटका उद्घाटन रखाहे आप आयेगेतो चार चांद लग जायेगे मेतो कहेता हु सब लोग कलही नीकल जाइअे
रुपेश : (हसते) ठीक हे भाइ देखता हु काम्यासे बात करके मे फोन करता हु
केशर : (फोन मेरे हाथसे लेते) हां बीटु मे दादी बोल रहीहु मुजे कुछ नही सुनना तुम लोग कल नीकल जाओ आपके घरके बारेमे बादमे देख लेगे ओके चलो रखती हु
कहेके केशरने फोन काट दीया ओर मेरे सामने देखके हसने लगी तभी मेरी सब बीवीया तैयार होके आगइ आज सब सगुन ओर महंदी लेके भावुके घर जाने वालीथी इनमे काका सुनील मोहन रसीला मंजुचाची सब जाने वालेथे बस हम तीनही घर रहेने वालेथे मे केशर ओर देवी अभी सब जानेकी तैयारीया करही रहेथे तब अेक कार आगइ
तब महेलमे दादा यानी हमारे दिवानजी ओर सुलक्षणादेवी आते दीखाइ दीये वो आज सुबहही सब जगाह घुमके वापस आगेथे आतेही दादीके पैर छुने लगे तब मेरी सब बीवीया ओर हम सब दोनोके पैर छुनेलगे तब वो दोनो बहुतही खुस होगये तब माधु सब देखके आंसु बहा रहीथी जेसेही दोनोकी नजर उनपे पडी वो दोडके उनसे लीपट गइ
दिवानजी : बस मेरी बच्ची रोते नही तुनेतो हमारे बेटेका फर्ज अदा कीया हे सांत होजा
माधवी : पापा आप सही मोकेपे आयेहे आप दोनोभी चलीअे हमारे साथ हम भावुका सगुन ओर महेंदी लेके जा रहेहे आपीभी चलीये
फीर सब लोग हमे गले मीलके हमारे सब कारे लेके महेलके सीक्युरीटीके साथ चले गये हमारे खाना बनानेके लीये वो ओरतभी महेलमे काम करने आगइथी जीनकी सादी राघवजीने उनके बेटेंसे करवादीथी अब वो दोनोही खुसहाल जींदगी जी रहेथे क्युकी अब दोनोही नोकरी कर रहेथे आजका हम तीनोका खानाभी वोही बना रही थी
जबसे कजरी गइ तबसे महेलमे वोही खाना बना रहीथी उनका नाम रंभा था तब देवी ओर केशर होलमे बेठते बाते कर रहेथे तब केशर देवीको उनके बारेमे सब पुछ रहीथी ओर देवी उनको सब कुछ बता रही थी तब मेरे बारेमेभी बात हुइ तो देवीने कहा
देवयानीदेवी : दादी जब मे नइ नइ ब्याहके आइथी तबही आपने हम दोनोको वहा आपकी बहेनपे नजर रखने भेजा तब हमारे पती छोटेथे ओर उनके पापाके साथ मंदिर आतेथे तबही मे जानती थी की ये मेरा पती हे क्युकी कुछ विद्या मे सादीसे पहेले मेरे दादाजीके पास सीखके आइ थी ओर कुछ बबलुके पापाके पास सीखली
केशर : तो फीर आपके पती कुछ नही जानते थे?
देवयानीदेवी : वोभी सब जानतेथे लेकीन जो होनाथा उसे कोइ नही टाल सकताथा वो येभी जानतेथे ओर मेभी जानतीथी उनको ओर मुजे आने वाले भविस्यके बारेमे सब कुछ पताथा फीर हम सब भुलके अपनी गृहस्थीको सम्हालने लगे ओर मुजे तीन बच्चेभी होगये तब काफी वक्त बीत चुकाथा ओर हम सब ये बात भुल चुकेथे की ये मेरे पती होगे
केशर : तो फीर सब वापस केसे याद आ गया ?
देवयानीदेवी : क्युकी तब ईनके मम्मी पापाका वो हादसा हो गया ओर ये सब टुटके डीप्रेसनमे आगयेथे तब ये जवानीके दहेलीजपे कदमभी रख चुकेथे ओर तब कोलेजमेभी आगयेथे ओर वो अपने दादाको मीलने बार बार हमारे घर आने लगे तब मेरा नजरीेया इनके प्रती वापस बदलने लगा ओर मे इनको तबसेही पतीके रुपमे देखने लगी
केशर : (हसते) हां तबतो वो आपको ये माइ मानाता थानां?
देवयानीदेवी : (हसते) हां वो मुजे माइ कहेते थे लेकीन मेने इसे कभी अपना बेटा नही माना क्युकी तबही मे इनकी ओर आकर्सीत होने लगीथी ओर तबही मेने बबलुके पापाके साथ पती पत्नीवाला सब रीस्ता खतम करलीया मे इनसे सब खुलके बाते करने लगी ताकी ये मेरी तरफ आकसीर्त हो सके लेकीन फीरभी इन्होने कभी मर्यादा नही लांधी
केशर : हां वो अुसुलके पके हे मुजेभी प्यार हो गया तब पहेल मुजेही करनी पडी फीर..
देवयानीदेवी : फीर क्या इनको मेरी तरफ आकर्सीत करनेके लीये मे सब तराहकी चर्चा इनके साथ खुलके करने लगी फीरभी ये नही समजे तब मेरे तीनो बच्चे छोेटे थे तब वो समज गये होतेतो मे तबही इनके साथ रीलेशनमे आके अेकाद बच्चा पेदा करलेती फीर क्या मुजे वक्तका इन्तजार करना पडा ओर आपहीकी तराह मुजे सामनेसे इनको सब कहेना पडा तब जाके मुजसे सादी की ओर अबतो देखो मुजे छोडतेही नही राजकोटमेतो हमारी सुहागरातके दीन हालतही खराब करदी पुरी रात मेरे नीचेही नही उतरे
केशर : (जोरोसे हसते) हां मुजेभी सादीके दीन तीन दीन तक नही छोडा हमने लगातार बीना नीचे उतरे १८ घटे तक सेक्स कीया फीर खाना थोडा आराम करना फीर ये वापस सुरु होजातेथे ओर हम तीन दीन तक रुमके बहारही नही नीकले नाजाने बाबाने इनको कोनसी जडीबुटी पीलाइ हे थकतेही नही बस अेकही काम करते रहेते हे हें..हें..हें..
देवयानीदेवी : दादी तबतो आपको पता नही जब ये वो नही करपाते तब उनके लींगमे बहुत दर्द होने लगता हे तब उनको सेक्सकी बहुत जरुरत पडती हे वरना उनको अेसा लगने लगताहेकी अभी फट जायेगा इतना दर्द होता हे मुजे नेनुने सब बताया था
केशर : अरे हां तभीतो कमसे कम दो बारके पहेले उतरतेही नही बस मेरी नेनुही इनको सम्हाल सकती हे ओर अेक मे नसीब वालीहु जो इनको १८ १८ घटे जेल पाइ
देवयानीदेवी : (सरमाके हसते) दादी माफ कीजीये मे मेरी योनीकी शक्तिकी वजहसे इनको २४ घंटे तक बीना नीचे उतरे जेल सकती हु बस इससे आगे नही जेल सकती
केशर : (जोरोसे हसते) ओर बापरे..आपनेतो बातोसेही मुजे गरम करदीया ओर आज मोकाभी हे पर मे नही कर सकती क्युकी अब काफी पेट बढ गया हे हें..हें..हें..लेकीन आपके पास अच्छा मोका हे जाइअे लुट लीजीये हमारे पतीको साम तक कोइ वापस आनेवाला नही हे हें..हें..हें..
देवयानीदेवी : (सरमाके हसते) क्या दादी आपभी, मुजेतो बहुत सरम आती हे
केशर : अरे इसमे सरमाना क्या आपको पताहे जब माधुके सगुनमे सब चले गये तब मे जानबुजके नही गइ ओर हमने साम तक बहुत प्यार(सेक्स) कीया तब उसी दीन मेरा पीरीयड वापस सुरु हो गया ओर बोम्बे हमारे बंगलोपे सबको मेरे साथ अनुभुती करवाते मुजे प्रेगनेन्टभी करदीया तो उसमे सरम काहेकी जाइअे मेरे रुममे चले जाइअे मे इनको लेकर आती हु आज अच्छा मोका हे हम थोडी मजातो करले चलीये उठीये
देवयानीदेवी : (उठते) तो फीर आपकोभी हमारे साथ रहेना पडगा केह देती हु
कहेके दोनो खडी होके केशरकी रुमकी ओर जाने लगी जब ये दोनो बाते कर रहीथी तब मे कीचनके पास नीकला तो मुजे रंभा दीखाइदी तो मुजे देखतेही मेरा सुक्रिया अदा करने लगी तब मे उनके पास वही खडे रहेके बाते करने लगा तो रंभाने कहा
रंभा : महाराज आपका सुक्रिया वो राघवजीने दुसरे दीनकी हमारी सादी मंदिरमे करवादीथी मेरे बेटे..अब पतीनेभी आपको सुक्रिया कहा हे
में : (हसते) कोइ बात नही आप दोनो खुस तो हेनां? क्या आप बता सकतीहे आप अपने बेटेके साथ केसे रीलेशनमे आगइ क्या आपकी कोइ मजबुरी थी?
रंभा : (सरमाके हसते) नही नही महाराज अेकतो छोटी उमरमे वीधवा होगइ तो आप समज सकतेहे..उपरसे हम गरीब लोग लडका जवान होतेही खेतोपे काममे लग गया ओर उपरसे गरीब होनेकी वजहसे इनको कोइ लडकी नही दे रहेथे ओर मेरा बेटाभी कुछ गलत रास्तेपे चला गयाथा तो सोचा अब मुजेही सम्हालना पडेगा तो हमारा रीस्ता..
में : केसा गलत रास्ता क्या बहार कोइ लडकीके पास मेरा मतलब कोइ बाजारु ओरत..
रंभा : अरे नही नही अेसाकुछ नही हे अब आपसे केसे कहु मे..बहुत सरम आरही हे क्या हेना हमारे घरमे हमने दुधके लेये दो तीन बकरीया रखी हे अेक दीन रातको देरसे मे बाथरुम जानेके लीये उठीतो बहार नीकली तो देखा मेरा बेटा बकरीके पीछे लगा हुआ था तो मे छुपकेसे देखने लगी वो बकरीके साथ गलत कर रहाथा मतलब ...
में : क्या? वो अेक जानवरके साथ सेक्स कर रहाथा?
रंभा : (सरमाके हसते) हां वोही..फीर जब सांत होगया तो अंदर जाके सो गया फीर दुसरे दीन मेने उनपे बरोबर नजर रखी जब रातमे वापस उठके गया तो मेभी पीछे देखने चली गइ ओर उसदीनभी सब वही कीया ओर मे उनके आनेसे पहेलेही बीस्तरपे आ गइ फीरतो ये रोजका हुआ तो मुजेभी ये सब देखनेमे अच्छा लगने लगा ओर धीरे धीरे मेरीभी काम वासना जाग गइ तबसे मेरा नजरीया मेरे बेटेके प्रती बदल गया
में : हं सब समज गया तो फीर आप दोनो...
रंभा : महाराज अेक दीन ठंडकी वजहसे दोनो मां बेटे साथमे सोयेथे तो देर रात वो मुजसे चीपकके सो गया तो मेरी नींद खुल गइ तब वो मेरी सारीको धीरे धीरे उची कर रहाथा तब मे समज गइकी वो क्या चाहता हे ओर वो सब हरकते करता रहा मे कुछ नही बोली क्युकी मेभी बहुत प्यासीथी ओर उस दीन सबकुछ होगया ओर आज मे पेटसे हो गइ
में : (हसते) हं अबतो आप दोनो खुस हेनां अबतो वो बकरीके पास नही जाता हें..हें..हें..
रंभा : (सरमाते हसते) अब क्या जायेगा उसे भेंसजो मील गइ हे हें..हें..हें..क्या करु महाराज अेकतो बेटेकी तकलीफ देख नही सकती उपरसे मेभी प्यासीथी आपतो जानतेहे जवानीमे वीधवा होना कीतना तकलीफ दायक होता हे तो दोनोका काम होगया ओर उपरसे आपने हमारी सादी करवादी तो अबतो कोइ दीकतही नही हे
में : चलो ठीक हे लेकीन आप अेक बातका खयाल रखीयेगा आप महेलकी कोइभी बात बहार नही करेगी क्युकी वहा मेरी कीतनी बीवीया हे ओर कुछ बीवीया अभी ओरभी आयेगी तो आप ध्यान रखीयेगा क्युकी हम यहा पुरी तराह प्रकृतीके हीसाबसे जी रहे हे
रंभा : महाराज आप फीकर मत कीजीये मुजे सब मालुम हे वेसेभी मे बहार कीसीको मीलती नही हु तो आप चीन्ता मत कीजीये मेनेभी प्रकृतीको अपना लीयाहे तभीतो अपने बेटेसे दील लगा बेठी ओर मे कीसी रीस्तेको गलत नही मानती ओर नाही बीना सादीके रीलेशनको गलत मानती हु मेभी खुले वीचारोकी हु अगर आपका कभीभी मन करे तो मुजे बता दीजीयेगा मे मना नही करुगी क्युकी आप मुजे बहुत पसंद हे
रंभाने मुजे खुला नीमंत्रण दे दीयाथा इस बातपे मे बहुतही अचंभीत हुआ की दुनीयामे अेसीभी ओरत हे जो खुलके दुसरोके साथ सेक्स करनेको राजी हे तभी मुजे केशरका फोन आगया तो वहासे केशरके पास चला गया....
कन्टीन्यु....[/color]