[color=rgb(0,]ये केसी अनुभुती
अपडेट - ४२[/color]
ओर हम चल पडे अगली मंजीलकी ओर रास्ते में अंकल ओर सुनीलने हमारे लीये अेक अच्छा इस गांवमें घर ढुंढने केलीये राघवसे कहा ओर आखीर हम सब अेक आलीसान मेहेलके सामने आ गये महेल बहुत बडा था हम अंदर गये तो जेसेही हम वहां पहोंचे अेक दरवान ओर अेक आदमी हमारे पास दौडके आये ओर हमे पुछा......अब आगे
दरवान : आइअे सर आप लोग गुजरातसे आये हे क्या?
तभी कारसे राघव उतरके बहार आया तो उसे देखकर ही हमे पहेचान गये ओर हमारे कारके दरवाजे उन्होने खोल दीये ओर बडी अदबसे साइडमें खडे रहे मुजे इनके इस व्यहारसे बडा आस्चर्य हुआ ओर नेनुभी मेरे सामने देखती रही तो मे नीचे उतर गया फीर मेरे साथ नेनुभी उतर गइ तो दोनोने हमे जुकके सलाम कीया ओर हमे अंदर आनेके लीये कहा तो हम सबका उतरनेका वेइट करने लगे तो दिव्या मेरे पास आइ ओर कहा
दिव्या : जीजु आपका स्वागत तो सचमुच राजाकी तराह कर रहे हे ओर ये महेलतो देखो बहारसे इतना आलीसान लग रहा हे तो अंदरसे केसा होगा
नेनु : तु हमारे साथतो चल ही रही हे अंदर भी देखलेनां
फीर सब उतरके हमारे पास आगये तो राघवने हमे अंदर आनेको कहा तो हम सब उसके पीछे चल पडे दिव्या ओर सब लेडीस तो अंदर आजु बाजु नजर करके देखती रही ओर हम अेक विसाल होल में आगये तो हमारे सब की बेठने की व्यवस्था पहेलेसे ही थी मुजे ओर नेनु को अेक विसेस सोफे पर बीठाया ओर में ओर नेनु अंदर चारो तरफ देखने लगे अंदर वहांके राजा ओर उनके परीवार के सदस्योके तैल चीत्र लगे थे
जेसे ही हमारी नजर अेक चीत्र पर गइ तो नेनुने मेरा हाथ पकडलीया ओर हम दोनो चोंक गये क्युकी वो चीत्र यहांकी रानीसाहीबाकी थी जो हुबहु मेरी दादी जेसी दिखती थी तभी अेक लेडीस के साथ रानीसाहीबा आती दिखाइ दी जो काफी खुबसुरत दीख रही थी जेसेही हमारे पास आइ तो में ओर नेनु चोंक पडे फीर हम आनायास ही उनके चरणोमें गीर पडे तो उसने हम दोनोको उठाया ओर मुजे अपने सीनेसे लगा लीया ओर कहा
रानीसाहीबा : आखीर मेरा पौता आही गया ओर यही हेना तेरी बहेन नंदिनी, आजा बच्ची तुभी आजा
कहेके नेनुको भी गले लगा लीया फीर हमे देखकर उसकी आंखोसे पानी बहने लगे तो नेनुने उसके आंसु पोछे तभी उसके साथ आइ थी वो दोडके पानी लेआइ तो नेनुने उसके हाथसे पानी लेकर रानीसाहीबाको पीलाया तो रानी साहेबने अपने दोनो हाथसे नेनुके गाल सहेलाये ओर कहा
रानी साहेबा : बीलकुल सुना था वेसीही हे तु, तुम दोनोके मनमे बहुत सारे सवाल आ रहेहे में जानती हुं, सबका जवाब दुगी पर बादमें पहेले तुम दोनो मुजे सबका परीचय करवाओ ओर इधर आजाओ मेरे पास बेठो दोनो
फीर नेनुने बारी बारी सबका परीचय करवाया ओर अंतमे राघवको देखके कहा
रानीसाहीबा : अरे राघव तुभी आया हे देख कोन आया हे मेरा पौता हे पौता ओर ये उनकी पत्नी तु मील लीये हमारे नये राजाको देखले अच्छी तराहसे ओर सबको बतादे
फीर वो हम दोनो के सामने देखकर हसने लगी तो मेने कहा
में : रानीसाहीबा आप तो बीलकुल मेरी दादी जेसी दीखती हे क्या में आपको दादी कहे सकता हुं
रानीसाहीबा : बेटा मेतो उनके जेसी ही दीखुगीनां क्युकी मे उसकी छोटी बहेन हु ओर तु मेरा भीतो पौता हे तो मुजे तुम दोनो दादी ही कहेना समज गये (खुस होकर)
में : (चोंक के) क्या..? क्या कहा आपने? हमारी दादी आपकी बडी बहेन हे?
नेनु : हमेतो यकीन ही नही होता ओर आप दोनो की सकलभी अेक जेसी हे
रानीसाहेबा : वो सब हम बाद में बात करेगे पहेले सबके लीये कुछ लाओ
फीर उसने दरवानके सामने देखा तो वो अंदर दोड पडा फीर दादी सबसे बात करने लगी जब उनको पता चलाकी अंकल मेरे पापाके दोस्त हे ओर हमारे लीगल अेडवाइजर भी तो उसने अंकल आंटीको पास बुलाया तो आंटीने अपने सरपे पलु रखकर दादी के पैर छुअे ओर कहा आपकी बहेन मेरी सास थी
फीर रानीसाहेबाने दोनोसे खुब बातकी ओर येभी कहाकी में तुम सबको पहेचनाती हुं तबतक चाइ नास्ता ओर ठंडा सब कुछ आगया था फीर तो सब अपनी सरम त्यागके रानीसाहेबासे बाते करने लगे ओर रानीसाहेबाभी सबके साथ घुल मीलकर हसके बाते करने लयी फीर सबको कहा
रानीसाहेबा : अब आप लोग सब हमारे गेस्ट रुममें जाके थोडा आराम करलो आप लोगोको साम तक यहीं रुकना हे मुजे मेरे पौता पौतीसे थोडी बाते करनी हे
ये हे मेरी दादीकी छोटी बहेन केशरदेवी हुबहु दादी जेसी सकल उमर तकरीबन ५४ साल दिखनेमे ४० सालकी लगती हे बहुतही खुबसुरत नेनुकी तराह लंबे बाल अेकदम नेचरल ब्युटी ओर जाजरमान व्यक्तित्व इसे अभीभी देखकर मन डोलने लगे तो जवानीमे केसे दीखती होगी? उसके पती ओर यहाके राजा थे अब इस दुनीयामे नही हें ओर उसका बेटा दानेश भी इन्गलेन्डमें था जो अब वोभी इस दुनीयामे नही हें
अब मे केशरदेवीको दादी लीखुगा ओर आगे जाके उसके नामसे केशर लीखुगा फीर दरवान ओर वो दुसरा आदमी सबको लेकर गेस्ट रुममें चले गये तो राघवने भी रानीसाहेबासे जानेकी इजाजत मांगी तो रानीसाहेबा ने उसे कल मीलनेको कहेकर वीदाइ देदी फीर हमारी तरफ देखकर कहा
दादी : अभ चलो दोनो मेरे साथ
इतना कहा तो उनके साथ आइ लेडीस रानीसाहेबा के पास आगइ तो कहेने लगी
दादी : रहेने दे आज मेरी पौती आइ हे वोही मेरा साथ देगी वेसेभी उसने उनकी दादीकी खुब सेवा कीहे चल बीटीया अंदर मेरे रुममें जाते हे
नेनु : जी दादी चलीये
फीर हम दोनो दादी केसाथ उसके बेडरुममें गये तो दादी लेट गइ तो नेनु इनके पैरके पास बेठकर उसके पैर दबाने लगी तो दादी मुस्कुराकर कहेने लगी
दादी : अगर तु सीर्फ मेरी बेटी होतीतो तुजसे में पैर नही दबवाती पर तुम मेरी बहुभी हो तो आरामसे पैर दबा सकती हे, तुम दोनो सोच रहे होगेकी दादीको केसे सब पता हे
में : हां दादी आपतो हमारे बारे में बहुत कुछ जानती हे ओर आप कहेती थीनां हमारी दादी आपकी बडी बहेन हे तो दादी आप वो बात हमे बताइअेनां कहां आप इस महेलमें ओर कहां आपकी बहेन गुजरातके अेक छोटे सहेर में हम उनके बारे में जाननां चाहते हे
दादी : हां सुनो दोनो इसीलीयेतो में तुम दोनोको यहां लाइ हुं हम दोनो बहेने राजस्थानके अेक परीवारसे तालुक रखते थो हम दोनो बहेने ओर हमारे दो भाइ थे हमारे पीताकी मृत्युके बाद सारा कारोबार ओर वहीवट हमारे बडे भाइके हाथोमें चला गया फीर उसकी नीयतमें खोट आने लगी तो हम तीनो भाइ बहेनको उनसे दुर रखनेकी कोसीस करने लगा ताकी कोइ इसके वहीवटमें दखल अंदाजी ना करे मुजसे बडाभाइ ओर उनसे छोटी अेक बहेन जो पढना चाहती थी ओर दोनो उस वक्त पढ रहे थे उसने हमारे सीटीसे बहुत दुर अेक बडी सीटी हे वहां अेक छोटा मकान लेकर दोनोको वही पढनेका बहाना बनाकर भेज दीया
दादी : (थोडी देर रुक कर) ओर दोनो वहां रहेकर पढने लगे में छोटी थी तो उसने यहाके स्टेटमें मेरी सादी करवा दी ओर मुजसे छुटकारा पालीया इस तराह सबको दुर करके उसने हमारी सारी प्रापर्टी ओर जमीन जायदाद उसके नाम करलीया ओर हमारी प्रोपर्टी हडपली में तो यहां सादी करके आगइ तो मुजे कोइ प्राबलेम नही हुआ पर जब मेने उन दोनोसे संपर्क कीया तो पता चला दोनो ही वहांसे गायब थे फीर मेने दोनोको बहुत ढुंढा पर कही पता नही चला
में : तो दादी आपको केसे पता चलाकी हम उनके पौते हे आपने हमे केसे पहेचाना
दादी : बहुत उतावला हे तु सुन, फीर हमारे गांवमें इस बाबा आये मुजे पता चलाकी वो त्रिकाल ज्ञानी हे तो में उसके पास चली गइ फीर उसने अपनी साधनाके माध्यमसे बताया की मेरे दोनो भाइ बहेन इस वक्त गुजरात के.....नामके छोटे सहेर में रहेते हे फीर में यहासें वहां जा नही सकती थी ओर तेरे दादाजी भी नही रहे फीर हमने हमारे पुजारीके अेक लडकेको वहां भेजा उनकीभी नइ नइ सादी हुइथी तो मेने उसे वहां अेक मंदीरमें पुजारीके तोर पर बसाया ओर में उसे यहांसे खर्चोका पैसा भेजती रही ताकी मेरे भाइ बहेनके बारे में मुजे जानकारीया देता रहे फीर उसने मुजे बहुत सारी जानकारीया दी तो में सोक्ट होगइ
नेनु : दादी अेसी भी क्या बात हुइ की आप सोक्ट हुइ हमे बताइअेनां
दादी : बेटी दोनो जब पढ रहेथे तो हमारे भाइको कीसी लडकीसे प्यार होगया था पर ये बात मेरी बहेन नही जानतीथी फीर उस लडकीकी सादी उसके घरवालोने तुम्हारे सहेरमें ही करदीतो भाइ पुरी तराह टुट चुकाथा तब मेरी बहेनको मालुम हुआ ओर उसने भाइको सम्हाला तब मेरी बहेन हमारे भाइको प्यार करने लगी ओर दोनोके बीच सारीरीक संबध होने लगे फीर दोनोने सादी करली ओर मेरी बहेन पेटसे होगइ तो वहातो सब जानते थे दोनो भाइ बहेन हे तो उसने घर बदल लीया तब अेक दीन मेरे भाइको पता चलाकी वो लडकी गुजरातके सहेरमे हे ओर उसे अभी चाहती हे
तो मेरे भाइ मेरी बहेनको लेकर उस सहेरमें रहेनेके लीये चला गया ओर उसने वहां छोटीमोटी नोकरी करने लगा ओर आखीर उस लडकीको ढुंढ नीकाला तो उस लडकीने अपने हसबन्डसे दोस्ती करनेको कहा फीर भाइ उसके हसबन्डसे दोस्ती करके उसके साथ बीजनेस सुरु कीया ओर फीर भाइ उसको छुप छुपके मीलने लगा ओर उसके सबंध बनालीया अेक दिन उस लडकीने कहाकी वो प्रेगनेन्ट हे उसके पेटमें मेरे भाइका बच्चा पलने लगा तब मेरी बहेन अेक लडकेको जन्म देचुकी थी
में : दादी कही वोही तो हमारे पापा नही हे, क्युकी दादी कीतो अेकही संतान थी
दादी : हां वोही तेरे पापा हे फीर कुछ दिन बाद उस लडकीने भी अेक बच्चीको जन्म दीया जो वास्तवमे मेरे भाइकी ही संतान थी फीर समयके साथ उसका कारोबार भी बढता गया ओर दोनोके बच्चेभी बडे होते गये ओर साथ में पार्टनर होनेकी वजहसे दोनो बचे हर दीन साथ मीलते खेलते रहे ओर स्कुलभी साथमे जाने लगे आखीर दोनो बडे हुअे ओर कोलेज जाने लगे तब जाके दोनो दोस्तको पता चलाकी दोनोके बच्चे आपस में प्यार करते हे ओर दोनोके बीच सबकुछ होचुका हे, भाइतो इस रीस्तेसे राजी नहीथा क्युकी उसको पताथा दोनोका बाप वो खुद हे तो रीस्तेमे दोनो भाइ बहेन थे पर दोनोके प्यारके आगे उसको जुकना पडा ओर दोनोकी सादी करदीगइ
में : अच्छा.. अब मुजे कुछ समजमे आ रहा हे
दादी : अरे सुनतो सही, फीर कुछ दीन बाद भाइ ओर उनका दोस्त अेक हादसे मे गुजर गये फीर मेरी बहेनके लडके ने बारी बारी तीन बच्चो को जनम दीया ओर वो तुन तीनो भाइ बहेन हो अेक दीन मुजे पता चला तुम्हारे मम्मी पापा भी अेक अेक्सीडेन्ट मे मारे गये तब इस मेरी लाडलीने सबको सम्हाला ओर विधीके विधान देखो तुम भाइ बहेन भी पती पत्नी बन गये तो तुम्हारे घर पीछली तीन पीढी भाइ बहेनसे ही सादी कर रहे हे ओर मुजे कुछ दीन पहेलेही पता चला मेरी बडी बहेनभी चल बसी उस दीन में खुब रोइ क्युकी मे उसकी लाडली थी बेचारीने बहुत दुख सहन कीया सब कुछ जानकर भी अन्जान बनके अपना हर रीस्ता नीभाया
में : हां दादी हमारी दादी बहुत अच्छी थी ओर वो भी बाबाकी तराह हमारे बारे मे बहुत कुछ जानती थी उसको सब पता था आगे क्या होने वाला हे
दादी : तो होगा हीनां क्युकी मेने बाबासे जब कहाकी वो बहुत दुखी हेतो बाबाने पुजारीके हाथो उनको कुछ मंत्र भीजवाये ओर उसको कुछ वीधी सीखाया तो उनमे वो शक्तीया आगइ फीर बाबाने मुजे सब बताया की उसी परीवारमें हमारे पुर्वज राजा जन्म लेगा जो मेरा पती यानी तेरे दादा हे ओर उसकी तीनो रानीके साथ मंदिरका नीमार्ण होगा जो इतने बरसोसे सब राह देख रहे थे तो में ओर बाबा तबसे बरोबर आप पे ध्यान रख रहे हे ताकी तुमको कोइ तकलीफ नाहो ओर आखीर तुम मेरे पास आही गया
में : दादी आपके परीवारमें अभी कोन हे हमे उनसे मीलना हे उसके बारेमें बताइयेनां
रानीसाहीबा : रहेने दे बेटा हमारे फेमीली में भी कुछ अेसा हुआ हे पता नही कहासे सब सीखके आये हे हमारे परीवार में सीर्फ तेरे दादाजी ओर अेक हमारा लडका दानेश था ओर अेक मेरी ननंद थी जो यहां रहेती थी उसकी सादी अेक बहुत बडे बीजनेमेनसे हुइ थी ओर उसको सीर्फ अेक लडकी ही थी जो दोनो भाइ बहेनके संतान अेकही कोलेजमें पढते थे दोनो प्यार कर बेठे तो तेरे दादाने उनको बहुत समजाया यहां तककी उसने धमकीभी दीकी तुजे मेरी जायदादसे बेदखल कर दुगा फीरभी दोनो नही माने ओर सादी करके इन्गलेन्ड चले गये
अब उसको वहां अेक बच्चा हे ओर मेरा लडकाभी चल बसा अब मेरी ननंदकी बेटी उनके बच्चे यानी मेरे पैतेके साथ वहां रहेती हे वो दोनो वहां बहुत अमीर हे ओर मेरा पौताभी वहां अेक बडा डोक्टर हे जो खुदकी होस्पीटल चला रहा हे ओर उसके साथ पढतीथी उसीसे सादी करली वोभी वहा डोक्टर हे उनको अब हमारी जायदादामें फुटी कोडीभी नही चाहीये दोनो पती पत्नी बहुत जीदी हे अब वोलोग मुजेभी वहां बुला रहे हे ओर हर हप्ते फोन करके कहेता हे दादी आप इधर आजाओ वहा उसकी मम्मीभी अकेली हे ताकी उसकोभी कंपनी मीले मेरा पोता बीलकुल तेरे जेसा प्यारा हे
में : में कहा प्यारा हुं में तो बहुत बदमासीया करता हुं पुछलो आपकी बहुको
दादी : (मुजे टपली मारकर) मुजे सब पता हे तेरे बारे में तु जीस पुजारीको दादा कहेता हेनां वोही वो पुजारी हे जो तेरी सारी जानकारी मुजे फोन करके बताता हे तुम उसकी बहुत मदद करते हो वोभी मुजे बताता हे इसी लीयेतो बाबा वहां ठहेरे थे ताकी तुम भाइ बहेनो को मना सके की आपसमें सादी करलो पर तुम तीनो तो सबसे तेज नीकले ओर सबने हमारी महेनत के बगैरही सादी करली आज में बहुत खुस हुं मुजे मेरा परीवार मील गया इतनी खुसी हे ओर वो मेरी छोटी बीटीया केसी दीखती हे में जाउ उसे पहेले अेक बार लेकर आजा में उनको देखना चाहती हुं
नेनु : दादी आप जा रही हे? मेतो अभी आपके बेटेको कहेने वाली थी की दादीको हमारे साथ लेलो वहां हम सब साथ रहेगे ओर दादीकी खुब सेवा करेगे
दादी : में जानती हुं मेरी बहेनकी तुने खुब सेवा कीहे, पर जबतक यहां तुम तीनोकी सादी नही होती ओर भुमी पुजन नही होता तबतक में यहांसे जानी वाली नही हुं तुम सबको मीलके ही जाउगी अरे मेतो कहेतीहुं सबके साथ कुछ दीन रहुगीभी मुजे बहुत सारे काम जो करने हे सब काम नीपटाके ही जाउगी
में : दादी मुजे भाइके नंबर देदो में उसे बात करलुगा की में यहा दादीका खयाल रखुगा दादी वहा नही आने वाली हमारे साथ रहेगी
दादी : अरे मेरा बच्चा इतना प्यार करता हे मुजे मेरी बहेन बहुत किस्मतवाली होगी जो उसको अेसे अच्छे पौता पौती मीले हे, बेटा मुजे जानातो पडेगा पर प्रोमीस करती हुं मुजे वहा अच्छा नही लगा तो में वापस आप लोगोके साथही आकर रहुगी ये मेरा वादा हे
में : सच दादी तो फीर कोइ बात नही अगर आपको वहा अच्छाभी लगे तो आप सालमें अेक बार हमे मीलने जरुर आयेगी वो प्रामीस दीजीये
दादी : (हसकर) हां बाबा हां बस प्रोमीस अबतो खुस जब तुम सब यहां आओतो इधरही ठहेरना हे मेतो कहेती हुं वहां सब काम नीपटाके इधर मेरे साथ कुछ दीन रहेने आजाओ तो मुजे बहुत अच्छा लगेगा
नेनु : दादी आपके पौतेने तीन दीन पहेलेही अेक बडी होटेल लीहे फीरभी हम आपके साथही रहेगे जब तक आप यहां हे तो हमे सेवाका मोका मीलेगा
दादी : अरे मेरी बच्ची तु बस अेकबार आजा सबको लेकर मेतो कहेती हुं तेरे साथ जो सब आयेहेना उनकोभी यहा लेकर आजाना यहां बहुत कमरे हे में अभी दरवानको कहेती हु तुम दोनोको पुरा महेल दीखाये अब चलो हम फ्रेस होजाते हे तुम दोनो इधरही फ्रेस हो जाओ फीर हम बहार होलमें जातेहे ओर चाइ नास्ता करते हे फीर आप सब लोग महेल देखने जाना
फीर में ओर नेनु बारी बारी फ्रेस होगये फीर नेनुने दादीको भी फै्रस करवाया ओर हम तीनो होलमें आकर सोफे पर बेठ गये ओर मेने सुनीलजीको फोन करके सबको आनेके लीये कहातो थोडी ही देरमें सब फ्रेस होकर आगये ओर हमारे साथ बेठ गये फीर हम सबने चाइ नास्ता कीया ओर दादीने भी चाइ नास्ता कीया
फीर दादीने दरवानको कहेके सबको महेल दीखानेको कहा तो हम सब जाने लगे तो दादीने नेनुको रोक लीया फीर हम सब महेल देखने चले गये इधर दादी नेनुको कुछ बाते बताने लगी ओर हम सब महेल देखने लगेतो सबतो चकीतही रहे गये तो सुनीलने कहा
सुनील : इसके आगेतो हमारी होटेल कुछभी नही हे राजजी, भलेही दरवानजीने हमे कहा की यहां ६० कमरे हे पर सब कीतने बडे बडे हे ओर सबका इन्टीरीयर भी केसा हे
अंकल : हां आखीर ये स्टेट हे इनके पास पैसोकी क्या कमी होगी
फीर हम सब देखने लगे अंदर बहुत बडा स्वीमींग पुल कुछ वीन्टेज कारेथी तो कुछ लक्जरी कारे थी सब अेक लाइनमें गेरेज में खडी थी फीर सब महेल देखकर वापस आये तो नेनु ओर दादी हस हसकर बाते कर रही थी जब हम वापस आकर बैठ गये तो दादी ओर नेनु मेरे सामने देखकर हस रहीथी तो मेने कहा
में : दादी बहु अकेले अकेले क्या खीचडी पका रही थी जरा हमेभी तो बताइअे
नेनु : जी नही आपको जाननेके लीये कुछ नही हे मुजे दादीने मना कीया हे हें..हें..हें..
फीर हमने दादीसे जानेकी इजाजत मांगीतो दादीमे नेनुको सोनेकी चुडीया पहेनाइ ओर मुजे उनके गलेसे सोनेका चेइन नीकालकर पहेना दीया फीर हम दोनो दादीके पैर छुअे तो दादीने आंखे नम करली ओर हम दोनोको गले लगा लीया फीर मेरा चहेरा पकडके मुजे थोडी देर देखतीही रही ओर कहा जल्दी वापस आजाओ फीर हम सब वीदाइ लेकर अपनी अपनी कारमें बैठ गये ओर चल पडे होटेलकी ओर तो अंदर बेठके दिव्याने कहा
दिव्या : आप लोग किधर चले गयेथे में तो तुम दोनोको ढुंढ रही थी
नेनु : दिवु में तुजे बादमें सब बता दुगी वेसेभी तु हमारे साथ घरतो चलही रही हे
में : तो दिवु सुन लीयानां अब तुजे बडी जीम्वेवारी मीली हेतो मेरी इजतका खयाल रखना
दिव्या : जीजु आप फीकर मत करो मुजे मेरी पसंदका काम मीलाहे तो मेरी सारी अेक्सपर्टी कामपे लगा दुगी हमारा मंदिर अेक भव्य मंदिर बनकर ही रहेगा
में : गुडगर्ल ओर तुजे वहां आके अेक ओर कामभी करना हे वो तुजे में वही बता दुगा
फीर हम बात करते होटेल पहोच गये तो सब फ्रेस होने चले गये तो मेंभी नेनुको लेकर हमारे कोटेजमें आगया तो आते ही नेनुने दरवाजा बंध करलीया ओर उछलके मेरी गोदमें चड गइ ओर कहेने लगी
नेनु : तो मेरे राजाजी केसा रहा आपका स्वागत मुजे बहुत मजा आया केसे लोग आपको देखकर चीला रहे थे ओर जयघोस कर रहे थे ओर आपने दादीकी बात सुनी हम अेक रोयल फेमीलीसे तालुक रखते हे ओर हमारे दादाजी ओर पापाने भी अपनी बहेनोसे सादी कीहे ओर अेक मजेकी बात दादीने कही सुना आपने आपही हमारी इस दादीके पती यानी हमारे इस दादाका पुर्न जन्म आप हो हें..हें..हें..
में : हां नेनु मुजे तो स्टोरी सुनके बहुत मजा आया हमारी सोनु बीलकुल हमारी दादी पर ही गइ हे
ये सुनतेही हम दोनो हसने लगे फीर नेनु मुजे कीस करने लगी ओर कहेने लगी
नेनु : अब आपको अपनी रानीको प्यार नही करना हे चलो मुजे बहुत इच्छा हो रही हे
फीर हमने अपने कपडे फटाफट नीकाल दीये ओर नेनु अपना पैर फेलाके लेट गइ फीर हमारे बीच धनाधन चुदाइ सुरु होगइ आज नेनु कुछ अलगही अंदाजमें मुजसे चुदवा रही थी आज वो बहुत कामुक तरीकेसे चीलाती रही ओर बहार तक आवाज जाने लगी ओर मेने नेनुको अेक घंटे मे दो बार पेला फीर हम बाथरुम में नहाके बहार आगये फीर तयार होगये तो नेनु मुजसे फीर लीपटकर कहेने लगी
नेनु : जानु रातको हम जल्दी अंदर आजायेगे ओर कल साम तक में आपको बहार नही नीकलने दुगी कहे देती हुं अभीसे हें..हें..हें..
में: जो हुकुम रानीसाहेबा तुमभी दादीसे कम नहीहो चलो सब हमारा बहार वेइट करते होगे
फीर हम बहार आकर सबके साथ बेठ गये तो सब लेडीस हम दोनोको ही देख रही थी क्युकी आज जोभी इन लोगोने देखा उसे देखकर सब दंग रहे गये थे तो मेने चुपी तोडी
में : सब लोग हमे अेसे क्यु देख रहे हो हम वोही हे जो पीछले चार दीनोसे थे
तारा : राजजी हमेतो मालुमही नही था की आप सचमुच अेक रोयल फेमीलीसे हो
में : में कोइ रोयल फोयल नही हुं ओर आपको क्या होगया हे में आपका वोही देवर हुं
नेनु : देखीये राज बीलकुल ठीक केह रहे हे हमे आम लोगही रहेने दीजीये ओर अपना फेमीली मेम्बर ही समजीये वरना हम आज रातको ही नीकल जायेगे
सबलोग : नही नही आप अेसा मत करीये हमसे गलती होगइ सोरी..
सुनीलजी : अरे ये कही नही जाने वाले मजाक करते हे हमसे, क्यु बरखुदार?
में : क्या सुनीलजी थोडातो हमे मजा लेने दीजीये देखा नही सबके चहेरे पर बाराह बज गये थे ओर हमारी भाभीको देखीये केसे आंसु बहा रही हे अेक अेक आंसु लाख लाख रुपीये के हे हें..हें..हें..
फीर मे खडा होकर ताराभाभीको हग करलीया ओर उसके आंसु पोछे फीर में वापस आकर बेठ गया तो सबके चहेरे खील उठे तो मेने कहा
में : अब कुछ आइसक्रिम बाइसक्रिम मंगाओ ताकी सबका मुड ठीक हो जाये देखो केसे सब बकरीया जेसे दीख रही हे
तो सब हसने लगी ओर दिव्यानेतो मुजे हसते हुअे मुकाभी मार दीया फीर सब नोर्मल होकर बाते करने लगे तो मेने कहा
में : सुनीये सब हमारे मंदिरका पुरा डीजाइन ओर इन्टीरीयर ओर कंन्टड्ढक्शन काम सब दिव्याकी देखरेखमें होगा दिव्याको इस कार्यका पुरा चार्ज बाबाने सोंप दीया हे
ये सुनके खुस होकर सब तालीया बजाने लगे ओर सब दिव्याको बधाइआ देने लगे पर आज तीन ओरते सीर्फ मुजेही देख रही थी ओर तीनो मुजे अेक आस भरी नजरोसे देख रहीथी वो हे काजल सगुन ओर लता तीनो मुजे आज अेक अलग नजरसे ही देख रही थी तभी आइसक्रिम आगइ ओर हम सब खाने लगे तभी ताराभाभी मेरे पास आइ ओर आके अेक चेर लेके बेठ गइ ओर धीरेसे मेरे कानमें कहा
तारा : (धीरेसे) देवरजी हमारी देवरानीको कहीये थोडा धीरे चीलाये ये तो में थी वरना मेरे साथ कोइ ओर होती तो गडबड होजाती हें..हें..हें..
में : आपही कहेदो में बुलाता हुं उसको (नेनुकी तरफ) जरा इधर हमारे पास तो आना भाभी कुछ कहे रही हे तुजसे
नेनु : (हमारे पास आके बेठती) हां भाभी क्या बात हे कहीये?
मेरा अेसा इन्सटन्ट रीअेक्शन देखके ताराभाभी गभरा गइ ओर उठके मुजे मारके भागने लगी तो नेनु मेरे सामने देखकर हसते हुअे कहेने लगी तो मेने उसे बता दीया की वो क्या केह रही थी तो नेनु सुनके सरमा गइ ओर ताराभाभीकी ओर देखके हसने लगी तो भाभी हमे दुरसे देखकर हस रही थी फीर नेनु ने मुजे हसते हुअे मुका मारदीया ओर सब आइसक्रिम खाते खाते इधर उधर टहेलने लगे तो दिव्या ओर रीटा नेनुको हाथ पकडकर लेगइ तो मुजे अकेला देखकर आंटी मेरे पास आगइ ओर कहेने लगी
आंटी : क्युरे राजा तुमने आज कमाल का भासण दीया अभी धाराका फोन आया था तुमको टड्ढाइ कर रहीथी पर नेटवर्क प्रोबलेमकी वजहसे नही लग पाया तुम फोन करलेना
वहां सबने हमारा आजका लाइव प्राग्राम देखा सबकी सब बहुत अेक्साइटेड हे ओर हमारी आनेकी राह देख रही हे
में : आंटी रातको आरामसे बात कर लुगा आज आपको मजा आयाकी नही
आंटी : अरे पुछोही मत मुजेतो अपनी इस सासके यहा खुब मजा आया कीतना आलीसान महेल था अेसा महेलतो हमे सीर्फ फोटोमे देखनेको मीलता हे बहुत मस्त महेल था ओर मेरी सासका स्वभावभी बहुत अच्छा था केसे सबके घुलमीलकर बाते कर रही थी ओर पता हें तेरे अंकल ओर मुजे वो पहेलेसे ही जानती थी
में : हां आटी अेक पलतो लगा अरे हमारी दादी इधर केसे आगइ फीर हमे उसने पुरी स्टोरी सुनाइ वो में कभी फुरसतमें आपको सुनाउगा, अब कहीये आपका दर्द केसा हे
आंटी : (सरमाके) ठीक हे मेरी सौतनने सब ठीक करदीया, जबसे हमारा मीलन हुआहे तबसे आपके बगैर चेइनही नही मीलता अब कब बारी आयेगी मेरी कुछ करोनां?
में : बहुत जल्द बस अेक बार हमारी सादी होजाने दीजीये फीर में आपके फ्लेटमें आता जाता रहुगा ओर में आपको हमारे साथ यहांभी लेकर आउगा ओर आपको साथही रखुगा
आंटी : (खुस होकर) सच कहे रहेहो तुम? तबतो मजा आजायेगा अबतो तुम जब चाहे आ सकतेहो मेरे पास बस इसारा कर देना में रेडी रहुगी
अंकल : (हमारे पास आकर बेठ गये) क्युजी क्या बात होरही हे आंटी भतीजेके बीच
आंटी : वो आपको सुननेके लायक नही हे हमारी दोनोकी आपसकी बात हे हें..हें..हें..
में : रहेनेदो आंटी वकील हे वो आपको जुठा केसमे फसा भी सकते हे क्यु अंकल
अंकल : हां अेक बार फसा दुगानां तब मालुम पडेगा तु बता बेटा केसा रहा आजका फंक्शन
में : बहुत बढीया मेने कभी सोचा नही था अेक दीन अेसा होगा बाबाने तो मुजे कहासे कहा पहोंचा दीया, पर अंकल आप कल गयेथेनां सुनीलजीके साथ?
अंकल : हां बेटा वो सुनीलको थोडा पर्सनल कामथा तो साथ गयाथा वो कुछ परेसान था
में : अंकल इस होटेलकी वजहसे तो परेसान नही की हमने सस्तेमे बेचदी अेसा कुछ नही हेना
अंकल : अरे नही नही वो तो आज कहे रहाथा की राजजीने ५० करोडका बजेट दीया मुजे पहेले पता होतातो में इस होटेल उसे १रुा. टोकनमें देदेता कहेता था खामखा उसके पास मेने ११ करोड लीये वो बहुत अफसोस कर रहा हे इसलीये तुम्हारे सामने आनेसे सरमा रहा हे
में : अरे येतो बहुत गलत हे मेने उसे अपना फेमीली दोस्त माना हे तो अेसे केसे सरमायेगे बुलाइअे इसे अभी की अभी बात करते हे
तब अंकलने सुनीलजीको जोरोसे आवाज देकर बुलाया तो सब लेडीस हमारी तरफ देखने लगी तब सुनीलजी दोडके हमारे पास आये ओर बेठ गये तब पीछे ताराभाभी भी आके उसके पीछे खडी रही तब मेने कहा
में : सुनीलजी में आपसे नाराज हुं, में क्या सुन रहा हुं आप मुजसे बात क्यु नही करते
सुनील : (अंकलकी ओर देखकर) क्युरे वकील तेरे पेटमे कोइ बात टीकती नही?
में : आप मुजसे बात कीजीये आपको प्राबलेम क्या हे क्या मुजसे या आपसे कोइ गलती हुइ हे तो बताइअे इसका सोल्युशन नीकल जायेगा ओर मेने आपको अपना फेमीली दोस्त माना हे में अब आपके परीवार को अपना परीवार भी मानता हु तो अब क्या प्रोबलेम हे
सुनील : कुछ नही यार आप बहुत बडे आदमी नीकलेतो अेक कोम्पलेक्स फील हो रहा हे क्यु मेने आपसे इतने पेसे लीये मुजेतो आपको इसे वेसेही देदना चाहीये था मेने आपसे पैसे लेकर गलत कीया हे में वो पैसा आपको लौटा देना चाहता हुं
में : बोललीया सब कुछ की अभी कुछ बाकी हे? अब ध्यानसे सुनीये ये होटेल में आप मुजसे बीस करोडभी मांगते तो वोभी में दे देता पर आपने मुजे बहुत सस्तेमें दीया तो मुजे आपसे कोम्पलेक्स फील करना चाहीये पर में कुछ नही बोला ओर मुजे लगाकी मेने बाबाके नामसे आपको धोखा दीया हे
सुनील : अरे आपने हमे कोइ धोखा नही दीया
में : पहेले सुनीये फीर मेने सोचा मेरी फेमीली मे कोइ अेसा करता तो क्या होता तो मेने आपकी फेमीलीको इसी वक्त अपनी फेमीली बनाली तब मुजे अहेसास हुआकी आप ओर मेरी सोच बीलकुल अेक जेसीही हे में अबभी इसे अपना होटेल नही मानता में अभी यही सोचता हुं ये होटेल अबभी आपकाही हे मेने इसे अभी तक अपना नही माना क्युकी आप ओर में अलग नही हे आप लोग मेरा ही परीवार हे ओर मेरा परीवार आपका परीवार हे
तो सुनील खडे होकर मुजसे लीपट गया ओर फुटफुटकर रोने लगा तो ताराभाभी उसकी पीठ सहेलाने लगी ओर सगुनको पानी लानेको कहा मेने उसको रोने दीया फीर वो रोकर हल्का होगया तो मेने उसे पानी पीलाया ओर पास बीठाया फीर उसने मेरी तरफ देखातो में ओर अंकल जोरोसे हसने लगे फीर अंकलने कहा
अंकल : (हसके) अगर मेरी बात पहेसे मानलेता तो तुजे इतना लंबा चोडा भासण नही सुनना पडता हें..हें..हें..
सुनील : कीतना कमीना दोस्त हे तुं, चल अच्छा हुआ मुजे येतो पता चला हम मेसे कोइ गलत नही हे राजजी आजे में आपको अपना छोटा भाइ मानता हुं अब हम तीन नही
चार भाइ हे अब ये रीस्ता कभी नही टुटेगा आपका पुरा हक हे हमसब पर आपने अपना सब खोकर भी सब पालीया ओर मेने सब पाकर भी खोदीया यही फर्क हे हम दोनो में
में : नही गलत, आप अभीभी गलत बोल रहे हे ना मेने कुछ खोया हे ना आपने कुछ खोया हे बस दोनोने पायाहे तो सीर्फ प्यार हमारे परीवार का प्यार हमारी दोस्तीका प्यार ओर ये देखो इन ताराभाभी जेसी देवीओका प्यार जो हमे डांटके भी प्यार करती हे मेने सुना हे वो कभी कभी आपपे हाथभी उठालेती हे?
तारा : राज.. मारुगी तुजे, सुनीयेजी ये हम दोनोके बीच जगडा करवानेकी फीराक में हे
तो वहां सब अेकठी हुइ लेडीस हसने लगी तो ताराभाभीने आकर मुजे सचमुच अपने दांत पीसके मेरे पेटमें मुका मार दीया तो आंटी मेदानमें उतर आइ
आंटी : क्युरी चुडेल मेरे बेटेको क्यु मार रही हे तेरा क्या बीगाडाहे उसने?
भाभी : लोजी अेक ओर आगइ सम्हाल अपने बेटेको हमारे बीच जगडा करवानेकी कोसीस करता हे येतो अच्छा हे मेरा पती समजदार हे वरना वोतो मेरी वाट लगा देते
आंटी : तो अच्छा हेना हम दुसरी भाभीतो लाते देखो अभीभी केसा हेन्डसमहे मेरे भाइसाब
ये तमासा देखकर सब हसते जा रहे थो तो में अपने मुह पर उंगली रखकर बेठा रहा तो नेनु ओर दिव्या रीटा तीनो मुजे देखकर हसे जा रही थी
तारा : हां हां तो करवा लेती उसका दुसरा ब्याह मेरे लीयेतो दुर दुरसे रीस्ते आते थे
सुनील : हां तो दुरसे ही आयेगेनां पास वाले तो सब पहेचानते हे हें..हें..हें..
इस बात पर अेक बार फीर सब जोरोसे हस पडे तब ताराभाभीकी नजर मुज पर गइ तो अपनी साडीका पलु अपनी कमरमें घुसाके मेरे पास आइ ओर मेरा कान पकडके कहेने लगी
तारा : देखो केसे मुह पर उंगली रखकर बेठा हे सारे फसातकी जड यही हे पती नही तो मेरी सहेलीसे जगडा करवा दीया ओर केसे सांतीसे बेठके मुफ्तमे तमासा देख रहे हे
में : कान छोडो भाभी में मुफ्तमे नही देखुगा आपको पैसे दे दुगा छोडीये हें..हें..हें..
ये सुनते सब फीरसे जोरोसे हसने लगेतो सुनीलजीने मेरा कान छुडवाया ओर कहा
सुनील : अरे छोड क्या कर रही हे ये हमारे राजा हे छोड इसे
तारा : (कान छोडते) ये राजा बाजा आपके हो सकते हे मेरातो देवर हे छोडृुगी नही इसको
ये सुनतेही में खडा होगया ओर ताराभाभीको हग करलीया ओर उसे जोरोसे भीचलीया तो सब हसने लगे तो तारा भाभी मुजसे छुटके अेक मुका मारा ओर फीर मुजे गले लगाया तो मेने उसके कानमे सोरी बोला तो कहेने लगी
तारा : राज आपही अेक देवरहो वराना येदोनो देवरतो मुजसे बात तक करने में सरमाते हे
में : अब मे हुंना ओर देखना वो दोनोभी आपसे बात करेगे अेकदीन मुजे आपके घर आने दे
तारा : तो आजाओना हम खुब मस्ती करेगे ओर आपका मुजे अेक कामभी हे
में : हुकुम कीजीये बंदा हाजीर हे बोलो क्या काम हे?
तारा : अभी नही बादमे बताउगी
तब हमारे लीये डीनर रेडी होकर आगये तो सब अपने कोटेजमे फ्रेस होने भागे ओर फटाफट फ्रेस होकर आगये फीर सब साथ मीलकर डीनर करने बेठ गये तो नेनु मेरे पास बेठीथी ओर दुसरी ओर दिव्या मेरे पास बैठी थी तो मेने पुछा
में : दिव्या तेरी टीकीटका क्या हुआ बोल वरना अभी करवा देता हुं
दिव्या : जीजु हो गइ हे में आपके साथ ही आरही हुं हमारी फ्लाइट कल रात २ बजेकी हेनां तो हम यहीसे साथ नीकल जायेगे
में : मुजे नही पता कीतने बजेकी हे अंजुने बुक की हे तेरी दीदीको पता होगा
दिव्या : आपकी टीकीट दीदीके पासही हे ओर उसमे टाइम देखकरही मेरी टीकीट बुक कीहे
में : तो ठीक हे तुजे वहां अेक ओर मेरा काम करना हे हमारे बंगलेका नया डीजाइन बनादो हम वो मकान नया बनाना चाहते हे तो हम यहां रहेगे तो वहां तब तक कंपलीट हो जायेगा
नेनु हमारी बात सुन रही थी तो वो बीचमें बोली
नेनु : जानु हमे कमसे कम यहां छे महीना रुकना पडेगा तभी कंपलीट होगा कही अेक महीनेमें कपलीट नही होगा
दिव्या : हां जीजु कमसे कम छे महीने लगेगे आप उतनी तैयारीतो रखना
में : अरे डफर तु अेक बंगलेमे छे महीना करेगी तो येतो भव्य मंदिर बना रहे हे वो अेक सालमें केसे पुरा करेगी?
दिव्या : हो जायेगा वो आप मुज पर छोडदो मकान ओर मंदिरमें फर्क होता हे वो आपका सबजेक्ट नही हे मुजपे विस्वास करो
में : चलो ठीक हे मकान ना बनेतो चलेगा हम अेक साल बाद बनायेगे पर तुम मंदिरमें मेरी इजत मत जाने देना वरना उसी मंदिरमें तुजे अनारकलीकी तराह चुनवा दुगा
दिव्या : ओ दीदी सम्हाल अपने पतीको मुजे धमकी देते हे तुम कुछ कहेती नही इसको
नेनु : (हसके) आज टड्ढाइ करुगी फीर सुबह आजाना मेरी तबीयत पुछने हें..हें..हें..
ये सुनते में हसने लगातो दिव्या सरमा गइ ओर मुजे मुका मारदीया ओर कहने लगी
दिव्या : दोनो के दोनो बेसरम हो दीदी तुमभी मेरी टांग खीचती हो
में : अरे येतो कुछ नही हे तु अेक बार घर चल यातो तु अपना बोरीया बीस्तरा उठाके भाग जायेगी यातो तुभी बेसरम बन जायेगी क्यु नेनु हें..हें..हें..
नेनु : रहेने दे आप क्यु बेचारीको डरा रहे हे अेसा कुछ नही हे तु चल बीन्दास्त में हुंनां
फीर हम ने डीनर फीनीस कीया बादमे सब गार्डनमें घेरा बनाके बेठ गये ओर बाते करने लगे तभी दिव्याने मुजे कहा
दिव्या : जीजु आज इतना अच्छा माहोल हेतो आप हमे सब पुराने गाना सुनाइअेना सगुनभी आपका साथ देगी प्लीज बहुत मजा आयेगा सुुननेमें
तोसब कहेने लगे हां हमे सुनना हे आप गाइअेना ओर मुजे फोर्स करने लगेतो कहा
में : ओके चलो मंगवालो साउन्ड सीस्टम आजा सगुन इधर आज हम सब ड्युअेट गायेगे
फीर फटाफट सीस्टम आगइ फीर मुजे ओर सगुनको अेक अेक माइक पकडादीया तो दिव्या अपने मोबाइलसे लाइव करने लगी तो वहां मेरी सब बीवीया सुननेके लीये सोफे पर बेठ गइ ओर हम गाना गाने लगे फीर हमने अेकसे बढकर अेक बढीया ड्युअेट गाने गाये तो सब जुमने लगे फीर हम ११ बजे तक गाते रहे फीर मेने कहा
में : अब रहेने दो सोना नही हे क्या चलो सब उठो
काजल : अरे ओर गाओने जीजु आजतो हमारी यहा लास्ट नाइट हे पता नही कब हमे अेसे अेकठा होनेका मोका मीलेगा आप कल देरसे उठोगे तो चलेगा पर अभी कुछ ओर सुनाओ
रीटा : हां जीजु हमे ओर गाने सुनने हे आप दोनो कीतना मस्त गाते हो यार सुनाओनां
में : चल ठीक हे ठीक हे रो मत सुनाता हुं चल सगुन सुरु होजा
फीर हमने सोलो ओर ड्युअेट बहुत सारे गाने सुनाये ओर रात १२.३० बजे तक गाते रहे ओर आखीर हम सब खडे होगये ओर अपने अपने कोटेजमें चले गये तो नेनु कहेने लगी
नेनु : (दरवाजा बंध करते) कमीनी मेरा हनीमुन खराब करनेमें तुली हुइ हे ओर गाना सुनना हे ओर यहां उनकी बहेनकी चुतमें आग लगी हुइ हे
में : नेनु कंटड्ढोल अेसे नही कहेते डार्लींग हम लोगोसे कीतना प्यार करते हे वो लोग
नेनु : हमसे नही आपसे सबकी सब आपपे डोरे डाल रही हे मुजे सब पता हे
में : क्यु तुजे अच्छा नही लगा उनसे जलन होती हे छोडनां सब आजा पहेले नहा लेते हे
नेनु : जलनतो होगीनां जानु मुजे आपको कीतना प्यार करना हे देखना कल साम तक मेतो बहारही नही नीकलुगी ओर नाही आपको नीकलने दुगी अब चलो अंदर नहाने
कहेके नेनु बाथरुममें घुस गइ आज नेनु बहुत भडकी हुइ लगती हे तो मेभी चुपचाप अंदर घुस गया तो मेने नहाते नहाते ही नेनुको पकडकर दबोच लीया ओर पहेले उसे मेरा लंड चुसवाया फीर में उसके मुहको चोदने लगा अपनी कमर हीलाके तब तक ठोकता रहा जब तक मेरा पानीसे उसका मुह भर नही गया तो नेनु मेरा सारा माल पी गइ
ओर मेरी तरफ कामुक नजरसे देखते हुअे मेरे लंडको चाटके साफ करने लगी फीर मेने उसे घडी बनाया ओर धनाधन पीछेसे चोदने लगा तो नेनु चीलाते हुअे मुजसे चुदने लगी जब नेनु जड गइ तो मेने उसे अपनी गोदमें उठाया ओर उसे उछाल उछाल कर पेलने लगा थोडी देर बाद नेनु फीर जड गइ तो मेने उसे बाथके फवारेके नीचे दीवालसे सटाकर खडाकीया ओर सावर चालु कर दीया
फीर नेनुकी अेक टांग उठाके मेने अपना मुसल लंड खडे खडे ही उसकी चुतमें उतार दीया ओर उसे जोरोसे चोदने लगा तो नेनु सीसकारीया मारती रही ओर मुजे उकसाती रही आखीर मेने उसकी चुतके जडतक घुसादीया ओर पीचकारीया छोडने लगा तो नेनु मुजे बाहोमें भीचके चीख पडी ओर मेरे साथ जडने लगी फीर हम दोनो नहाकर बहार आगये ओर बेड पर नंगेही अेक दुसरोकी बाहोमें लेटे रहेतो नेनु ने कहा
नेनु : जानु पहेले इसे अंदर डालदो फीर हम बात करेगे
तो मेरे उसकी अेक टांग पकडके उची कीया ओर अपना हथीयार अंदर घुसा दीया तो नेनु आह..करके मेरे सामने देखकर मुस्कराइ फीर कहा
नेनु : जानु आपको पता हे इस दादीने मुजसे क्या बात की
में : हां नेनु जब हम महेल देखने गयेतो दादीने तुजे बात करने रोक लीयाथा क्या कहा
नेनु : वेसे तो उसने आपको बताने मना कीयाहे क्युकी वो आपको सरप्राइज देना चाहती हे
में : तो रहेने दे तु मुजे नही जानना वरना तुजसे उसको दीया वादा टुट जायेगा
नेनु : पर जानु हमने डीसाइड भीतो कीयाहे अेक दुसरेसे बात नही छीपानेका ओर आपतो मुजे हर बात बता देते हो ओर वो बातभी जो अेक मर्द अपनी बीवीसे छुपकर करता हे वो भी आप मुजसे बताके परमीसन लेते हो ओर बादमे वो काम करते हो तो में आपसे केसे छुपा सकती हुं दादीसे वादा कीया तो इसके पहेले आप मेरे लीये इम्पोर्टन्ट हो दादीका वादा नही
में : अरे मेरी बेबी कीतनी अच्छी अच्छी बाते करती हे बता क्या कहेना चाहती हे
नेनु : (मुजे चुमके) जानु पता हे दादीने क्या कहा हम जब वापस आयेगे तो हमारी सादीसे पहेले महेलमें आपका राजतीलक होगा ओर आप वहांके राजा घोसीत होगे
में : क्या कहे रहीहो नेनु तुम पता हे इसका मतलब क्या होता हे हमे वहाके लोगोकी सेवा भी करनी पडेगी ओर अेसा बहत कुछ करना पडेगा हम इतनी बडी जीम्वेवारी नही उठा सकते
नेनु : वो तो मेने भी दादीसे कहाकी ये बहुत बडी जीम्वेवारी हे तो दादीने मुजे कहा तु फीकर मत कर सब होजायेगा हमारे महेलमें इसके लीये बहुत बडा स्टाफ हे ओर येभी कहाकी मेरे पास इनके सीवा कोइ ओर वारीसभी नही हे जो इतना बडा अेम्पायर सम्हाल सके तो दादी वो महेलभी आपको सोप देना चाहती हे ओर सब कुछ देकर जायेगी अेसा कहेती थी
में : फीरभी में इसबारे मे दादीसे अेक बार बात करुगा फीर हम डीसीजन लेगे ओके
फीर नेनुने मुजे सीधा लीटाया ओर वो कमरपे अेसेही बेठ गइ फीर उछलने लगी फीर मेने भी अपनी कमर उछालके उसका साथ देने लगा थोडी देरमें नेनु जड गइ ओर मेरे उपर लेटकर ढेर होगइ तो मेने कहा
में : क्यु डार्लींग थक गइ अब देख आज तेरी चाल ना बीगाडी तो कहेना
नेनु : जानु रहेम करना में यहा अकेली ही हुं मेरी कोइ सोतन यहा नही हे पहेले बता देते तो में आंटीकोभी यहा बुला लेती प्लीज धीरे करना
में : अभी तो बडी भडास नीकाल रहीथी ओर सबको गालीया दे रहीथी कहेती थी कल साम तक बहार नही नीकलुगी अब कहा गइ तेरी अकड
नेनु : (हसके) जानु समजोना में मजाक कर रही थी पर हां हम सुबह तक तो जरुर करेगे
में : तो होजा तैयार आजतो तुजे पेटसे करही देता हुं
नेनु : नही मुजे ओर चार साल आपके साथ मजा करना हे ओर अबतो आही जाओ मेरे उपर ओर मुजे अपनी बहेन समजकर चोदो में मना नही करुगी
कहेके नेनु मुजे पकडकर पलट गइ ओर नीचे आतेही अपने दोनो पैर मेरी कमरके आसपास आटी लगालीये तो में उछलने लगा ओर उसे जोरोसे सोट मारने लगा तो नेनु भी अपनी गरदन उठाके मुजे चुमे जा रही थी ओर में नेनुको धनाधन पेलने लगा तो वो भी बडबडाती मेरा साथ देने लगी में नेनु को ४५ मीनीट तक ठोकता रहा नेनु तीन बार ओर जड चुकी थी ओर आखीर में जडतक घुसाके जड गया तो नेनु भी चीलाके जड गइ फीर अपनी सास कंटड्ढोल करने लगी फीर थोडी देर बाद बोली
नेनु : जानु आज आपको क्या होगया हे लगताहे कुछ अलग मुडमे ही हो
में : नेनु मेंतो तुज पर पहेलेसे ही फीदा हुं अेक तुहीतो हे मेरी सब कुछ आज मुजे तेरे साथ वाइल्ड सेक्स करना हे पर जाने दे तु सहन नही कर पायेगी वोतो सीर्फ अंजुही कर सकती हे
नेनु : में क्यु नही सीर्फ अंजुही हे मेभी करुगी आप मेरी फीकर मत करो मुजे वो करना हे
में : पर जानु तु नही सहन कर पायेगी बहुत दर्द होगा
नेनु : में मेरे जानुके लीये हर दर्द सहे लुगी आप सुरु करो
फीर थोडा रेस्ट करनेके बाद मेने नेनुके दोनो पेर मेरे कंधेपे लेलीये ओर उसे पेलने लगा फीर थोडी देर के बाद मेने उसके बुब्स अपने मुंहमे लेलीया ओर उसकी नीपल अपने दातोसे खीचने लगा तो नेनु चीलाने लगी ओर मेरी पीठमें नाखुनोसे सहेलाने लगी फीर मेरे नीचेका होंठ काटलीया तो मेने उसके बुब्समें अपने दांत गडा दीये
तो वो जोरोसे चीलाइ ओर मेने अेसेही वाइल्ड सेक्स करते करते नेनु की हालत बीगाडदी उसके दोनो बुब्स पर मेरे दातोके नीसान लग गये ओर उसनेभी मेरी पुरी पीठ नाखुनोसे लाल करदी ओर मेरे होठ काटके सुजा दीये नेनुको उतेजनाकी वजहसे मेने तीन बार जडा दीया
आखीर मेने अपना हथीयार टेडा घुमाना चाल कीया तो नेनु चीखे मारने लगी ओर उसकी आंखसे आंसु बहेने लगे फीर मेने उसकी बच्चेदानी तक घुसाके उसके उपर मेरे गरम पानीका लावा उगलने लगा तो नेनु जोरसे मुजे बाहोमें भरके चीखकर मेरे साथ जड गइ ओर हम दोनो अेक दुसरे पर ढेर होगये
नेनु : ओह..मां अेसेभी कोइ करता हे देखो मेरे दोनो दुधु आपने तो सुजाही दीये
में : तुने मेरा होंठ देखा ओर ये मेरी पीठ देख लेना तेरा काम नहीहे वाइल्ड सेक्स करना वोतो मेरी अंजुही अच्छा करती हे तु बस मुजे प्यारसे कर
नेनु : सोरी जानु में अंजुसे सीखलुगी अब फरीयाद नही करुगी
में : सोरी मत बोल नेनु तु सोरी बोलती हेतो अच्छा नही लगता तुतो मेरी जान हे में तुजे तकलीफमें नही देख सकता इसी लीये तुजे वाइल्ड सेक्सके लीये मना करता था तुतो मेरी नाजुक कली हे मेंतो बस तुजे अेसेही प्यार करता रहुगा ओर मुजे तुम्हारे साथही प्यार करना अच्छा लगता हे वोतो अंजुकी फेन्टासी हे करनेकी मुजेभी अच्छा नही लगता प्यारमें दर्द देना तो तुम अपना दिल छोटा मत करो ओर हां कोइ जरुरत नही हे अंजुसे सीखनेकी तुम अेसेही मुजे अच्छा लगती हो
नेनु : सच जानु ओह.. आइ लव यु आप कीतने अच्छे हे
में : लव यु टु बेबी हमे कीसीसे कीसीके साथ कंपेर नही करना चाहीये ये मेरी गलती थी जो मेने तुजे अंजुसे कंपेर करनेकी कोसीसकी मुजे माफ करदे नेनु
नेनु : (हसकर) माफीकी सजा क्या हे मालुम हेना तो तैयार होजाओ सजा भुगतने
कहेके नेनु मुजे पकडकर पलट गइ ओर मेरी सवारी करने लगी वो अब दुगने जोसके साथ उछलने लगी फीर थोडी देरमें जड गइ तो मेरे उपर जुककर कहा
नेनु : जानु आप अभी अेसेही लेटे रहेना में भी आज आपको अेसेही जडा दुगी तब तक में आपकी सवारी करते रहुगी
में : ठीक हे डार्लींग तो होजा फीरसे सुरु
फीर नेनु वापस मेरे उपर कुदने लगी ओर हम सुबह तक प्यारका खेल खेलते रहे नेनु आज बहुत खुस थी फीर हम दोनो साथमें बाथ लेकर सुबह के ५ बजे दोनो साथमे चीपकर सो गये
कन्टीन्यु...... [/color]