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Aafat Bhari Chudaai Masti

सभी हवस के पुजारियों को मेरी साफ़ गुलाबी और गीली चूत का सलाम। मेरा नाम नगमा खान (उम्र २०) है और मैं एक चँचल किसम की लड़की हूँ।

इस कहानी में मैंने अपनी दीदी अतिया खान (उम्र २४) के साथ कुछ दिनों पहले की हुई चूत मस्ती के बारे में लिखा है। हम दोनों एक ही कमरे में सोते है इसलिए मैं अपनी दीदी अतिया के साथ कामुक मस्ती और शरारत करती रहती हूँ।

अभी कुछ दिन पहले, मेरी सहेली ने मुझे अपने सेक्स खिलौने संभालकर रखने दिए थे क्यूँकि उसके घर में नवीकरण का काम चल रहा था। जिस दिन मुझे वह सेक्स खिलौने मिले थे, उस दिन मैं बहुत उत्साहित थी।

रात का खाना खाने के बाद, मैं और अतिया दीदी हमारे कमरे में सोने के लिए आ गए। अतिया दीदी दूसरी तरफ़ मुँह करके सो रही थी। मैं उनसे चिपककर सो गई और अपना हाथ उनकी शॉर्ट्स के अंदर घुसा दिया।

उनकी पैंटी के अंदर हाथ डालकर मैं अतिया दीदी की चूत की दरार को उँगलियों से रगड़ने लगी। कामुकता की गर्मी के कारण अतिया दीदी अपनी गाँड़ को मेरी चूत के हिस्से से दबाकर घिसने लगी थी।

मैंने अपना मुँह अतिया दीदी की तरफ़ ले जाकर उनकी चुम्मियाँ लेने लगी। उनके होंठों को अपने होंठों से रगड़ते हुए उन्हें मस्त कर रही थी। अतिया दीदी की गरम साँसों से उत्तेजित होकर मैंने उनके होंठों को चूसना शुरू कर दिया।

कुछ देर ऐसे ही हम दोनों के यौवन की चिंगारी को भड़काते हुए मैं अतिया दीदी की साफ़ चिकनी चूत रगड़ रही थी। मैंने उनकी चूत की पँखुड़ियों को खोलकर उसे गीला होने तक अपनी उँगलियों से रगड़ती रही।

अतिया दीदी की सिसकियाँ निकलनी शुरू हो गई थी। मैंने तब एक वाइब्रेटर निकाला और उसे चूत के पास लकर गई। मैंने वाइब्रेटर को अतिया दीदी की चूत में घुसाकर बटन दबा दिया।

वाइब्रेटर जैसे ही चूत के अंदर थिरथीराने लगा, अतिया दीदी उठकर बैठ गई। उन्होंने वाइब्रेटर अपने हाथ में पकड़कर मुझसे पूछा कि वह क्या था और कहाँ से मिला।

मैंने उनको समझाया कि वह एक सेक्स खिलौना है और मेरी सहेली ने मुझे संभालकर रखने के लिए दिया है। मैंने अतिया दीदी को पलँग पर लेटाकर उन्हें मज़े लेने के लिए कहा।

उनकी शॉर्ट्स और पैंटी उतारकर मैंने उनके पैर फैला दिए। उनकी चूत को अपनी ज़ुबान से चाटकर मैं अतिया दीदी को मूड में लेकर आ रही थी। मैंने फ़िरसे वाइब्रेटर को अतिया दीदी की चूत में घुसाकर बटन दबा दिया।

अतिया दीदी अपने मुँह पर हाथ रखकर चीख़ने लगी थी। उनके पैर काँपने लगे थे। मैंने उनकी उत्तेजना को बढ़ाने के लिए उनकी गाँड़ की छेद में अपनी उँगली घुसाकर अंदर-बाहर करने लगी।

अतिया दीदी ने अपनी टी-शर्ट उतारकर गोल-मटोल चूचियों को दबाने लगी। मैंने वाइब्रेटर को उनकी चूत के और अंदर दबा दिया, जिसकी वज़ह से अतिया दीदी ने अपनी चूचियों को एक दूसरे के साथ दबा दिया और बारी-बारी करके अपना निप्पल चूसने लगी।

थोड़ी देर बाद, मैंने एक नकली लौड़ा निकाला जिसमें से रबर के काँटे बाहर की ओर निकले थे। वह नकली लौड़ा ७ इंच लंबा और ३ इंच मोटा था। अतिया दीदी ने उसे देखते ही अपनी गाँड़ की छेद को सिकुड़ लिया था।

मैंने वाइब्रेटर को उनकी चूत से निकालकर अपनी चूत में घुसा दिया। वाइब्रेटर को चूत में घुसाने के बाद उत्तेजना की ऐसी करंट मुझे लगी कि मैं अतिया दीदी के ऊपर उछल पड़ी और उनकी चूचियों को दबाकर चूसने लगी।

मेरी चूत से वाइब्रेटर का बाहर निकला हुआ हिस्सा मैं अतिया दीदी की चूत पर रगड़ने लगी। हम दोनों एक दूसरे के होंठों को चूसकर चाटकर, एक दूसरे की थूक को निकालने लगे।

पास में नकली लौड़ा पड़ा हुआ देखकर मुझे ध्यान आया कि उसे अतिया दीदी की चूत के अंदर घुसाना है। मैं उठकर अतिया दीदी के चूत पास आकर बैठ गई। नकली लौड़े पर वेसिलीन जेल लगाकर मैंने उसकी नोक को अतिया दीदी की चूत की दरार पर रखा।

धीरे से मैंने नकली लौड़े को उनकी चूत के अंदर घुसाना शुरू किया था। ४-५ बार अंदर-बाहर करने के बाद नकली लौड़ा अतिया दीदी की चूत में पूरा घुसने लगा था। अतिया दीदी ज़ोर से चीख़ने लगी थी।

उनकी चीख़ों को सुनकर मैं भी वाइब्रेटर को अपनी चूत के अंदर दबाने लगी। अतिया दीदी की गीली चूत के अंदर नकली लौड़ा तेज़ी से अंदर-बाहर फिसलने लगा था। मैंने अपनी बिच की उँगली को अतिया दीदी की गाँड़ की छेद के अंदर घुसा दिया था।

अतिया दीदी इतनी गरम और मस्त हो चुकी थी कि वह अपना पेट उठाकर हिल रही थी। कुछ देर बाद, अतिया दीदी उठ गई और मुझे पलँग पर लेटा दिया। उन्होंने अपनी गाँड़ को मेरे मुँह पर रखा और आगे झुककर मेरे ऊपर लेट गई।

अतिया दीदी ने नकली लौड़ा अपने पास ले लिया और मुझे वाइब्रेटर पकड़ा दिया। वह नकली लौड़ा मेरी गीली चूत के अंदर घुसाने लगी। मेरी चीख़ों की आवाज़ को रोकने के लिए उन्होंने अपनी गाँड़ को मेरे मुँह पर दबा दिया था।

मेरी गाँड़ की छेद में उँगली फसाकर अतिया दीदी नकली लौड़े को मेरी चूत में तेज़ी से अंदर-बाहर घुसाने लगी। मैंने वाइब्रेटर को अपने मुँह में डालकर साफ़ किया और उसे अतिया दीदी की गाँड़ में घुसा दिया।

गाँड़ की छेद में वाइब्रेटर घुसते ही, अतिया दीदी अपनी गाँड़ मेरे चेहरे पर उछालने लगी थी। मैं अपनी ज़ुबान को अतिया दीदी की चूत में घुसाकर उसे चाटने लगी। थोड़ी देर बाद, अतिया दीदी की चूत से चिपचिपा पानी छूटने लगा था।

मैंने जब उनकी चूत को चाटना शुरू किया तब अतिया दीदी ज़ोर से चिल्ला उठी। उनकी चूत से चिपचिपे पानी की तेज़ धार छूटकर मेरे चेहरे पर गिर गई। अतिया दीदी हाँफते हुए मेरे चेहरे को अपनी गाँड़ से घिसकर चमकाने लगी थी।

शाँत हो जाने के बाद, अतिया दीदी फिर से मेरी चूत में नकली लौड़ा घुसाने लगी थी। मैंने वाइब्रेटर को उनकी गाँड़ की छेद से निकालकर अपने मुँह में घुसा दिया।

चाटकर वाइब्रेटर को पूरा साफ़ करने के बाद, मैंने अपनी ज़ुबान को अतिया दीदी की गाँड़ की छेद के अंदर घुसा दी। मेरी चूत से भी चिपचिपा पानी निकलने वाला था इसलिए मैंने अतिया दीदी के चुत्तड़ को दबोच लिया।

उनकी गाँड़ में अपनी ज़ुबान अंदर तक घुसाकर मैंने चिपचिपे पानी की ३-४ तेज़ धार, उनके चेहरे पर छिड़क दिया। अतिया दीदी मेरे ऊपर से हटकर पलँग पर लेट गई। मैं अतिया दीदी के चेहरे पर अपनी गाँड़ टिकाकर उनका चेहरा साफ़ करने लगी।

उनके चेहरे पर अपनी गाँड़ रगड़ते वक़्त मुझे एक शरारत करने का मन हुआ। मैंने अपनी गाँड़ को उनके मुँह पर रख दिया और वह मुँह खोलकर मेरी गाँड़ की छेद को चाटने लगी।

तभी मैंने अतिया दीदी के मुँह में पाद मार दी। उन्होंने मेरी गाँड़ पर थप्पड़ मारकर मुझे अपने चेहरे पर से हटा दिया। मैंने चिढ़ी हुई अतिया दीदी को अपनी बाहों में भर लिया और उनकी चुम्मियाँ लेने लगी।

मेरे चूचियों को उनकी चूचियों के साथ दबाकर मैं उनके होंठों को चूस रही थी। अतिया दीदी मेरी गाँड़ की दरार को अपनी उँगलियों से रगड़कर मुझे उकसाह रही थी। देखते ही देखते, हम दोनों अपनी चूत को एक दूसरे की चूत पर घिसने लगे।

मैंने वाइब्रेटर को हम दोनों की चूत के बिच में रख दिया और उसे हमारी चूत से दबाने लगे। मैं और अतिया दीदी एक दूसरे की गाँड को पकड़कर वाइब्रेटर पर अपनी चूत को ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारकर घिसने लगे।

हम दोनों चिल्ला-चिल्ला कर अपनी हवस की गर्मी को व्यक्त कर रहे थे। तभी हमारे कमरे का दरवाज़ा खुला। हम दोनों ने देखा कि अम्मी जान अंदर झाँककर सब देख रही थी।

अम्मी जान अतिया दीदी और मुझे एक दूसरे के साथ नंगे चिपककर अपनी चूत घिसते हुए देखकर बोली, "चलो आ जाओ हमारे कमरे में तुम दोनों। आपके अब्बा जान आपकी चीख़ें सुनकर आपसे प्यार करना चाहते हैं " ।
 
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