कामुक इंडियन वन्दिता मेरे प्यार में पागल थी
आज मैं आपको अपनी मोहब्बत में की गयी कामुक इंडियन चुदाई के बारे में खुलकर बताने जा रहा हूँ जिसको सुन आपका मन भी कामुक हो उठेगा | दोस्तों मैंने आज तक कई लड़कियों के साथ सेक्स का मज़ा लुटा है पर सबसे हसीं पल मुझे अपनी प्रेमिका के साथ ही याद आता है जिसका नाम वन्दिता था जोकि दिखने में बहुत खूबसूरत थी या अपनी भाषा में कहूँ तो लाजवाब माल थी जिसे देख कोई भी लड़का अपने लंड को मसले बिना नहीं रह सकता था | हमारे प्यार - सम्बन्ध को लगभग एक साल हो चूका था और तभी अचानक मेरे दिमाक में सेक्स करने की वृत्ति सूझी और मैं उसे किस भी तरह अपने साथ बिस्तर पर नंगी लेटा हुआ देखना चाहता था |
अगले दिन मैंने उसे साथ मजाक - मजाक में कुछ शर्त लगायी जिसपर जब मैं जीत गया तो मैंने इस कामुक इंडियन लड़की को शाम को अपने खाली घर में बुलाया और कहा की जो मैं बोलूँगा उसे वही ही करना होगा जिस पर वो राज़ी हो चली | अब जब वो मेरे घर आये तो मैंने मौहोल को रोमांटिक करते हुए अपने हाथ को वन्दिता के हाथ भी रख लिया जिसपर उसने मेरा विरोध ना ना किया बल्कि उसे सर भी कामुकता चढ पड़ी | मैंने अब उसे मस्त वाली मुस्कान दी और मैंने मुलायम होंठों को अपने होठों के तले दबाते हुए भरकर चूसने लगा | अब मैं आगे बढते हुए वन्दिता के हाथो से सहलाते हुए उसकी कमीज को उठा के उसकी चूचियों को दबा रहा था तो तो उसने मुझे आपत्ति जताते हुए ऐसा करने से मना कर दिया | मेरे तन बदन में भी कामुक इंडियन लड़की के साथ आज सब कुछ कर जाने का नशा चढ़ा था | वैसे भी ऐसे कामुक इंडियन लड़कियां चोदने के लिए मिले तो छोड़ना पागलपन ही होगा |
वन्दिता की चूत में मेरा बेलन दे दिया
मैंने चुमते हुए कहा की उसे शर्त के मुताबिक़ वही करना होगा जो मैं कहूँगा और एक दम से वन्दिता की चुचियों को पीना शुरू कर दिया | मैंने अब ज्यादा समय ना बर्बाद करते हुए उसके सभी कपड़ों को उतार फेंक उसकी पैंटी को भी उतार दिया | अब मैंने अपनी उँगलियों को उसकी चुत में देनी शुरू करदी जिसपर उसकी आह्ह्ह्ह्ह्ह भरी चीखें निकलने और पल में ही वन्दिता की चुत गीली हो गयी | अब मैंने जल्दी ही अपने लंड को निकाल अपना सुपाडा उसकी चूत के मुख पर टिका दिया और एक जोर का धक्का मारा तो उसके मुंह से भारी - भारी चींखें आंसू के साथ निकल रहे थे और मैंने अब आब आराम से पाने लंड और उसकी चुत को आराम देते हुए चुचों पर अपना काम आगे बढ़ाया |
जब धीरे - धीरे वन्दिता की चुत का दर्द सामान्य हुए तो मैंने अपने लंड को फिर उसकी कामुक इंडियन चुत में धकेलने लगा | अब दर्द जैसे लापता हो चूका था और वो भी दर्द को बिलकुल कम ही महसूस कर रही थी | वन्दिता अब अपनी कमर को हिला कर किसी नागिन की तरह मेरे लंड को अपनी कामुक इंडियन चुत में आगे बढ़ने का निवेदन दे रही थी और अब तक मेरा सपना भी साकार हो चु़क था | मैंने उसके कन्धों को जकड़े हुए भारी - भारी मस्ताने झटके देने में कसार ना चोदी और और कुछ ही देर बाद मेरे पांसे हुए लंड का वीर्य भी निकल पड़ा जिसे मैं अब मस्ती भरे मुड में उसके होंठों पर लगाकर चूमने लगा |
आज मैं आपको अपनी मोहब्बत में की गयी कामुक इंडियन चुदाई के बारे में खुलकर बताने जा रहा हूँ जिसको सुन आपका मन भी कामुक हो उठेगा | दोस्तों मैंने आज तक कई लड़कियों के साथ सेक्स का मज़ा लुटा है पर सबसे हसीं पल मुझे अपनी प्रेमिका के साथ ही याद आता है जिसका नाम वन्दिता था जोकि दिखने में बहुत खूबसूरत थी या अपनी भाषा में कहूँ तो लाजवाब माल थी जिसे देख कोई भी लड़का अपने लंड को मसले बिना नहीं रह सकता था | हमारे प्यार - सम्बन्ध को लगभग एक साल हो चूका था और तभी अचानक मेरे दिमाक में सेक्स करने की वृत्ति सूझी और मैं उसे किस भी तरह अपने साथ बिस्तर पर नंगी लेटा हुआ देखना चाहता था |
अगले दिन मैंने उसे साथ मजाक - मजाक में कुछ शर्त लगायी जिसपर जब मैं जीत गया तो मैंने इस कामुक इंडियन लड़की को शाम को अपने खाली घर में बुलाया और कहा की जो मैं बोलूँगा उसे वही ही करना होगा जिस पर वो राज़ी हो चली | अब जब वो मेरे घर आये तो मैंने मौहोल को रोमांटिक करते हुए अपने हाथ को वन्दिता के हाथ भी रख लिया जिसपर उसने मेरा विरोध ना ना किया बल्कि उसे सर भी कामुकता चढ पड़ी | मैंने अब उसे मस्त वाली मुस्कान दी और मैंने मुलायम होंठों को अपने होठों के तले दबाते हुए भरकर चूसने लगा | अब मैं आगे बढते हुए वन्दिता के हाथो से सहलाते हुए उसकी कमीज को उठा के उसकी चूचियों को दबा रहा था तो तो उसने मुझे आपत्ति जताते हुए ऐसा करने से मना कर दिया | मेरे तन बदन में भी कामुक इंडियन लड़की के साथ आज सब कुछ कर जाने का नशा चढ़ा था | वैसे भी ऐसे कामुक इंडियन लड़कियां चोदने के लिए मिले तो छोड़ना पागलपन ही होगा |
वन्दिता की चूत में मेरा बेलन दे दिया
मैंने चुमते हुए कहा की उसे शर्त के मुताबिक़ वही करना होगा जो मैं कहूँगा और एक दम से वन्दिता की चुचियों को पीना शुरू कर दिया | मैंने अब ज्यादा समय ना बर्बाद करते हुए उसके सभी कपड़ों को उतार फेंक उसकी पैंटी को भी उतार दिया | अब मैंने अपनी उँगलियों को उसकी चुत में देनी शुरू करदी जिसपर उसकी आह्ह्ह्ह्ह्ह भरी चीखें निकलने और पल में ही वन्दिता की चुत गीली हो गयी | अब मैंने जल्दी ही अपने लंड को निकाल अपना सुपाडा उसकी चूत के मुख पर टिका दिया और एक जोर का धक्का मारा तो उसके मुंह से भारी - भारी चींखें आंसू के साथ निकल रहे थे और मैंने अब आब आराम से पाने लंड और उसकी चुत को आराम देते हुए चुचों पर अपना काम आगे बढ़ाया |
जब धीरे - धीरे वन्दिता की चुत का दर्द सामान्य हुए तो मैंने अपने लंड को फिर उसकी कामुक इंडियन चुत में धकेलने लगा | अब दर्द जैसे लापता हो चूका था और वो भी दर्द को बिलकुल कम ही महसूस कर रही थी | वन्दिता अब अपनी कमर को हिला कर किसी नागिन की तरह मेरे लंड को अपनी कामुक इंडियन चुत में आगे बढ़ने का निवेदन दे रही थी और अब तक मेरा सपना भी साकार हो चु़क था | मैंने उसके कन्धों को जकड़े हुए भारी - भारी मस्ताने झटके देने में कसार ना चोदी और और कुछ ही देर बाद मेरे पांसे हुए लंड का वीर्य भी निकल पड़ा जिसे मैं अब मस्ती भरे मुड में उसके होंठों पर लगाकर चूमने लगा |